रविवार, 27 जुलाई 2014

सहारनपुर दंगे के मामले में 20 गिरफ्तार,देखते ही गोली मारने के आदेश

Saharanpur : 20 arrested for rioting, shoot at sight orders issued

सहारनपुर। सहारनपुर में जमीन को लेकर दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसाग्रस्त इलाके में तनाव जारी है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा की ताजा वारदात सामने नहीं आई है।

30 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल और कॉलेज

हिंसाग्रस्त इलाके में कर्फ्यू जारी है। रैपिड एक्शन फोर्स की 13 कंपनियों और पीएससी व सीआरपीएफ को तैनात किया गया है। प्रशासन ने देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हैं। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों को 30 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है। सहारनपुर में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 अन्य घायल हो गए। हिंसा में दो दर्जन वाहन और दुकानें जला दी गई थी।

मृतकों के परिजनों को मिलेगा 10-10 लाख का मुआवजा

यूपी सरकार ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रूपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि घायलों को 5-5 हजार रूपए की मदद दी जाएगी। सरकार ने हिंसा को लेकर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी सरकार को कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए कहा है। यूपी के खुफिया सूत्रों के मुताबिक स्थानीय अथॉरिटीज को शहर में हिंसा की संभावना के बारे में पता था। इसके बावजूद पुलिस को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बल नहीं लाया गया। सूत्रों के मुताबिक हिंसा नियंत्रण से बाहर होने के बाद अतिरिक्त यूनिटें मंगाई गई।

स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है

एसएसपी राजेश कुमार पांडे ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। मिनट दर मिनट हालात सुधर रहे हैं। गत रात कुछ बदमाशों ने ट्यूब जलाने की कोशिश की थी लेकिन उसे नियंत्रित कर लिया गया। गत रात कुछ खास घटित नहीं हुआ। हमने अर्ध सैनिक बलों को तैनात किया है। सहारनपुर की जिला मजिस्ट्रेट संध्या तिवारी ने रविवार को संकेत दिए कि इलाके में स्थिति सामान्य हो रही है। ताजा हिंसा की कोई वारदात सामने नहीं आई है। छिटपुट आगजनी की घटना जरूर हुई है। हमारे पास पर्याप्त फोर्स है। शांति समिति की बैठक के बाद कर्फ्यू की समीक्षा की जाएगी। स्थिति पर करीब से नजर रखने के लिए प्रशासन ने यूएवी भी तैनात किए हैं।

भाजपा ने सपा सरकार पर लगाया हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप

भाजपा ने यूपी सरकार पर राजनीतिक लाभ उठाने के लिए हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। सहारनपुर दंगे पर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि यूपी में सत्ताधारी लोग साम्प्रदायिक तनाव चाहते हैं ताकि वे वोट बैंक की राजनीति कर सकें। अखिलेश यादव की सरकार सभी मोर्चो पर विफल है। हुसैन ने कहा कि अखिलेश यादव अच्छी सरकार देने में विफल रहे हैं। उन्हें राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखना चाहिए। हर चीज के लिए भाजपा को दोषी ठहराना,सपा की आदत हो गई है।

कांग्रेस ने कहा,यूपी को टुकड़ों में बांटने का सही वक्त

कांग्रेस ने भी दंगे के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य को छोटे हिस्सों में बांट दिया जाए। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यूपी को हिस्सों में बांट देना चाहिए। इसके लिए यह सही वक्त है। कांग्रेस ने जिला प्रशासन पर हिंसक झड़प रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी के नेता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि यूपी में साम्प्रदायिक हिंसा और असामाजिक तत्वों की कोई जगह नहीं है। अगर विपक्षी दलों ने इसका राजनीतिकरण कोशिश की तो कानून अपना काम करेगा।

जमीन विवाद को लेकर हुई हिंसा

दंगा शनिवार को उस वक्त शुरू हुआ जब मुस्लिमों को सूचना मिली कि कुतुबशेर इलाके में कथित विवादित स्थल पर सिख समुदाय के लोगों ने निर्माण शुरू कर दिया है। मुस्लिमों ने इसका विरोध किया। मुस्लिम गुरूद्वारे के बाहर एकत्रित हो गए और पथराव किया। इसके बाद दोनों समुदायों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई। जमीन को लेकर विवाद चार साल पहले शुरू हुआ था।

इलाके में रहने वाले सिख गुरूद्वारे के इलाके को बढ़ाना चाहते थे। इलाके से 200 मीटर दूर रहने वाले मुस्लिमों का कहना है कि स्पॉट के पास पिछले 10 साल से मस्जिद है। मामला कोर्ट में पहुंचा। निचली अदालत ने सिखों के पक्ष में फैसला सुनाया। मुस्लिम समुदाय के सदस्य इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए। हालांकि बाद में केस वापस ले लिया।

  

दहेज की झूठी शिकायत करने वालों को भी होगी सजा!


Shariat courts have no legal sanction and no one is bound to accept a fatwa: Supreme Court

नई दिल्ली। दहेज विरोधी कानून के दुरूपयोग की शिकायतों के चलते केन्द्र सरकार अधिनियम में ऎसे दण्डनीय प्रावधान जोड़ने पर विचार कर रही है जिसमें झूठे आरोप लगाने वालों को सजा मिल सके या उन पर जुर्माना लगाया जा सके। महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय दहेज रोकनाथ अधिनियम के मौजूदा प्रावधानों को भी और कड़ा करने पर विचार कर रही है। साथ ही मंत्रालय दहेज की परिभाषा को और विस्तारित करने पर विचार कर रही है।

मंत्रालय के ध्यान में दहेज विरोधी कानून के दुरूपयोग की घटनाएं सामने आई है। कुछ मामलों में महिलाओं ने अन्य कारणों से अपने पति और ससुराल वालों को गलत तरीके से फंसा दिया। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अगर आरोप झूठे साबित होते हैं तो मामला बंद होना चाहिए,इसलिए कुछ प्रावधानों में बदलाव करने पर विचार चल रहा है ताकि कानून का दुरूपयोग करने वालों को सजा मिल सके या उन पर जुर्माना लगाया जा सके।

अधिकारी ने बताया कि संशोधनों में दहेज की परिभाषा को और व्यापक किया जाएगा। शादी के संबंध में,शादी के पहले दिए जाने वाले,शादी के वक्त,शादी के बाद कभी भी जैसे शब्दों में बदलाव कर दहेज की परिभाषा को व्यापक बनाया जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि तुरंत राहत के लिए घरेलू हिंसा कानून के प्रावधानों को दहेज विरोधी कानून से जोड़े जाने का भी प्रस्ताव है। शादी में दिए और लिए जाने वाले उपहारों की सूची की जानकारी को अनिवार्य किया जाएगा।

अगर सूची नहीं दी जाती है तो न केवल दुल्हे और दुल्हन बल्कि उनके माता-पिता को भी तीन साल तक की सजा या जुर्माना लग सकता है। अधिकारी ने बताया कि उपहारों की सूची को अनिवार्य किए जाने के बाद इस तरह के दावों पर लगाम लगेगी जिनमें शादी से पहले दिए जाने वाले उपहारों को भी दहेज बता दिया जाता है। इसके अलावा एक नया क्लॉज भी शामिल किया जा सकता है। इसमें असंतुष्ट या खिन्न महिला को यह अवसर मिलेगा कि जहां अपराध हुआ है वहां केस फाइल कर पाए या जहां वह अस्थायी या स्थायी रूप से रहती है।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी दहेज रोकथाम अधिनियम 2009 में संशोधन के लिए सिफारिशें की है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में राज्य सरकारों को निर्देश दिया था कि पुलिस को निर्देश दिए जाएं कि आईपीसी की धारा 498 ए के तहत दर्ज होने वाले मामले में तुरंत गिरफ्तारी ना हो। गिरफ्तारी तभी हो जब जांच अधिकारी संतुष्ट हो जाए। गिरफ्तारी आपराधिक दंड संहिता की धारा 41 के तहत तय मानक के हिसाब से हो। निर्देश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने असंतुष्ट पत्नियों की ओर से अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज विरोधी कानून के दुरूपयोग पर गहरी चिंता प्रकट की थी। सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि दहेज विरोधी कानून का उपयोग ससुराल वालों को प्रताडित करने के लिए कि या जा रहा है।

 

बाड़मेर जल चेतना के लिए जाग रहा है हर गाव

 जल चेतना के लिए जाग रहा है हर गाव  



- जिले के बच्चों के लिए ख़ास आयोेजन 
- बचत की बात रैली और चित्रकला से  
बाड़मेर

देश के आने वाले कल का ऑफर कहे जाने वाले बच्चे इन दिनों पानी की बचत पर गंभीर नजर आ रहे है। जिले भर में कई आयोेजनो के माध्यम से मासूम अपनी बात आम जनता के सामने रख रहे है।  अपने मासूम हाथो से जहा बच्चे पानी को लेकर अपनी चिंता को को रंग दे रहे है वही हर गाव मे रैली का आयोेजन कर यही बच्चे गली-गली जल बचाओ का नारा बुलंद कर रहे है और इन सभी का आधार बन रहा हैसरकार का राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म। 
सीसीडीयू
हर गाव से एक विजेता 
जिले के हर गाव मे आयोजित किये जाने वाले राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के इन आयोजनो की श्रेणी मे आयोजित की जा रही चित्रकला प्रतियोगिता मे विधलय स्तर पर प्रथम आने वाले विधार्थियो को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है साथ ही इन आयोजनो के समापन पर सभी चित्रो मे से एक सर्वश्रेष्ठ चित्र को जिले का प्रथम पुरुष्कार दिया जायेगा साथ ही उस प्रविष्टि को राज्य स्तर पर भेजा जायेगा जिनमे से राज्य का सबसे उम्दा चित्र को  जिसे जयपुर मे आयोजित  होने वाले समारोह मे सम्मानित किया जायेगा।  
हर समूह तक चेतना की बात 
 राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म से हर गाव में  पानी की उपलब्धता हो इसके लिए  काम कर रही सरकार इस बात का विशेष ध्यान दे रही है की हर गाव  वाले दिनों में पानी को लेकर शुरू होने  वाले काम में जनता की सक्रीय भागीदारी है। इस लिए हर गाव में गाव चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। इस चौपाल में गाव वालो से ही इस बात की जानकारी ली जा रही है की गाव में पानी के स्रोत कौन कौन  से है और गाव में मौजूदा पानी के हालत क्या है।  आने वाले दिनों में सदूर  ग्रामीण इलाके तक आम जनता के साथ साथ पशुधन के लिए भी बेहतर पानी की आवश्यकता कैसे पूरी हो इसके लिए सभी  बाते गाव वालो से ही पूछी जा रही है जो है की  हर गाव के लिए आने वाले दिनों में बेहतर योजना को धरा पर उतरा जा पाये। 
प्रभावी निरक्षण बना ख़ास 
इस कार्यकर्म को जनता के बीच पहुचने के साथ साथ इस कार्यकर्म की गुणवत्ता और जन संवाद पर बल दिया जा रह है।राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के अंतर्ग्रत बाड़मेर  380 ग्राम पंचायतो पर किये जा रहे काम की गुणवत्ता और सही मायने में काम की सफलता के लिए पुरे प्रयाश किये जा रहे है।बाड़मेर में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता ओ पी व्यास द्वारा इस योजना का गहनता से ध्यान दिया जा रहा है साथ ही विभाग के कारिंदो और अधिकारियो के साथ साथ सी सी डी यू की जिला इकाई के परामर्श दाताओ द्वारा निरक्षण किया जा रहा है।


इनका कहना है -
बाड़मेर जिले में फिल्म प्रदर्शन , नुक्क्ड़ नाटक और समूह चर्चा से गाव वालो में जल चेतना की बात मुखर की जा रही है उसी कर्म मे अब जिले के कई गावो मे स्कुल रैली और चित्रकला प्रतियोगिताओ का आयोेजन किया जा रहा है।  इन आयोेजनो के  साथ ही गाव वालो को उनले अपने मौजूद जल आधारो के बारे में भी विस्तार से बताया जा रहा है साथ ही में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा इस कार्यक्रम का सटीक निरक्षण किया जा रहा है। 
- हुकुमसिंह राजपुरोहित
राज्य परामर्शदाता,  जल गुणवत्ता सीसीडीयू
राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के अंतरगर्त जिले के कई ब्लाक मे इन आयोेजनो को किया जा रहा है।  इन आयोेजन से हर वर्ग हर तबके को जोड़ा गया है  जिससे जल चेतना की बात प्रभावी तरीके किसी तक पहुंच रही है साथ ही जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी व्यास की देखरेख प्रभावी नजर आ रहे है ।इस योजना में गाव-गाव जाकर जनता को पानी को लेकर जनजागरण का कार्य सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग द्वारा किया जा रहा है। 
- अशोकसिंह राजपुरोहित
आईईसी  परामर्शदाता, सीसीडीयू

बाड़मेरदलित गर्भवती महिला के साथ मारपीट,घायल गर्भवती महिला बाड़मेर रेफर

बाड़मेर दलित गर्भवती महिला के साथ मारपीट,घायल गर्भवती महिला  बाड़मेर रेफर


बायतू--बाड़मेर जिले के बायतू थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेवनियाला गांव में शनिवार को भूमि विवाद में एक गर्भवती महिला के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की जिससे महिला घायल हो गई। उसे उपचार के लिये बायतू सामुदायिक अस्पताल लाया गया जहां से बाड़मेर रैफर कर दिया।

बायतू थानाधिकारी मनोज मूंढ ने बताया कि किशना राम पुत्र राऊ राम मेगवाल निवासी सेवनियाला ने मामला दर्ज करवाया कि वह अपनी पत्नी बादली देवी के साथ खेत पर काम कर रहा था तभी वहाँ पर एक महिला सहित पांच लोग लाठी व धारदार हथियार लेकर आए। उन्होंने खेत में प्रवेश कर उससे व उसकी पत्नी के साथ मारपीट की तथा जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। उसकी पत्नी बादली देवी गर्भवती होने की वजह से गम्भीर घायल हो गई। जहाँ से उसे बाडमेर रैफर कर दिया। पुलिस ने मारपीट लज्जाभंग व एससी,एसटी ़एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी।

ओएमजी! इस शख्स के पास महिला-पुरूष दोनों के गुप्तांग -



बीजिंग। भला क्या ऎसा भी हो सकता है कि किसी मर्द के महिला और पुरूष दोनों के गुप्तांग हो, लेकिन यह सच है! जी हां चीन के जीयाजियांग प्रांहत में रहने वाले 44 वर्षीय चेन एक ऎसे इंसान है जिनके स्त्री और पुरूष दोनों के गुप्तांग है।
A man in china is a woman
डेली मेल के अनुसार चेन को अपनी इस अनोखी स्थिति के बारे में तब पता चलता जब उन्हें पेट में दर्द की रहने लगी और वो अस्पताल पहुंच गए। चेन ने डॉक्टरों को बताया कि उसके पेट में तेज दर्द उठ रहा है और पैरों में भी सूजन आ गई है।

लेकिन चेन जैसे ही अस्पताल पहुंचे उन्हें वही पर पीरियड्स आने शुरू हो गए। इस अजीबोगरीब घटना को देखकर डॉक्टर भी दंग रह गए। इस घटना से सकते में आए डॉक्टरों ने चेन की जांच की तो उनके भी होश उड़ गए। डॉक्टरों ने पाया कि चेन को वाकई महिलाओं की तरह पीरयड्स हो रहें हैं।

इसके बाद आगे की जांच की गई तो और भी ज्यादा चौंकाने वाला वाकया सामने आया जिसे देखकर तो डॉक्टरों के होश ही उड़ गए। डॉक्टरों ने अपनी जांच में पाया कि चेन के पेनिस तो मर्द की ही तरह है लेकिन अंदर से औरतों जैसा रिप्रोडक्टिव ऑर्गन हैं। इसका मतलब चेन एक ऎसे शख्स हैं जिनके पेनिस भी है और अंदर से महिलाओं की तरह वैजाइना भी।

इसमें चौकाने वाली एक और बात सामने आई कि अपनी इस अजीबोगरी स्थिति के साथ चेन पिछले 10 सालों से शादीशुदा जीवन का पूरा आनंद उठा रहे हैं क्योंकि सेक्स के दौरान उन्हें कभी कोई दिक्कत नहीं हुई।

हांलाकि, डॉक्टरों का कहना है कि चेन का मेडिकल केस पर अभी और ज्यादा स्टडी करने की जरूरत है, लेकिन उन्होंने चेन के गुप्तांग को कोई नया टाइप देने से फिलहाल मना दिया।

हालांकी आपको बता दें कि चेन के इस केस को मेडिकल की भाषा में इंटरसेक्स कहा जाता है। इस बीमारी को कंजेनिटल अडरीनल हाइपरप्लासिया कहा जाता है।

ऎसी स्थिति लिए अमेरिका में हर 2000 बच्चों में ऎसा एक बच्चा ऎसा ही पैदा होता है जिसके पास मर्द और औरत दोनों के ही गुप्तांग होते हैं।

इसमें हैरत की बात तो ये होती है कि ऎसे लोग दिखने में तो मर्द ही लगते हैं, लेकिन जेनिटिकली अंदरूनी तौर पर वो महिला होते हैं।

अब केवल साढ़े तीन साल में हो सकेगी आईआईटी से बीटेक



खड़गपुर। आईआईटी में नए क्रेडिट स्कोर सिस्टम के लागू होते ही स्टूडेंट्स केवल साढ़े तीन साल में ही बीटेक की डिग्री हासिल कर सकेंगे। यह सिस्टम वर्ष 2016 से लागू होने की उम्मीद है। वर्तमान में बीटेक की डिग्री चार साल के कोर्स के बाद मिलती है। वहीं वर्ष 2016-17 अकेडमिक सैशन से के्रडिट स्कोर सिस्टम सभी आईआईटी में लागू हो जाएगा।
IITs plan to fast-track degrees with credit system from 2016
इसकी घोषणा आईआईटी खड़गपुर के निदेशक पार्थ प्रतीम चक्रवर्ती ने संस्थान के 60वें कोनवोकेशन के दौरान की। अमरीकी सिस्टम का अनुसरण करते हुए अब आईआईटी में स्टूडेंट्स को बीटेक के लिए फ्लेक्सिबल समयसीमा मिलेगी। नए सिस्टम के तहत छात्रों को कुछ तय क्रेडिट स्कोर करने होंगे। इसमें क्लास लेक्चर, लैब, वर्कशॉप और फील्ड वर्क शामिल होगा। इसके तहत छात्रों को सुविधा होगी कि वे इन क्रेडिट स्कोर्स के लिए अपने हिसाब से समय ले सकेंगे।


इन्हें पूरा करने के लिए छात्रों के पास अधिकतम 8 साल का समय होगा जिससे छात्रों पर दबाव घटेगा। वहीं जो छात्र जल्दी यह क्रेडिट स्कोर हसिल करना चाहेंगे वे कम से कम सात सेमिस्टर में 176 से 182 क्रेडिट हासिल कर लेंगे। ऎसे छात्रों के पास बचे हुए छह माह में अपनी इच्छा का कोई प्रोजेक्ट चुनने, नौकरी करने या स्टार्ट-अप शुरू करने की आजादी होगी ताकि वे पढ़ाई के दौरान अनुभव भी हासिल कर सकें। हालांकि डिक्री कोनवोकेशन में ही मिलेगी, लेकिन साढ़े तीन साल बाद उन्हें एक प्रोविजनल मार्कशीद दे दी जाएगी। एमआईटी, स्टैनफर्ड और हार्वर्ड से प्रोरित यह सिस्टम चार चारणें में लागू होगा।

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अमरीका ने करवाई नितिन गडकरी की जासूसी, बेडरूम में मिले डिवाइस! -



नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की कथित जासूसी की घटना सामने आई है। एक अंग्रेजी सामचार पत्र के मुताबिक गडकरी के 13 तीन मूर्ति लेन स्थित घर में उच्च क्षमता वाले लिसलिंग डिवाइसेज पाए गए हैं। दुर्घटवाश हुई खोज के बाद छुपे हुए माइक हटाने का आदेश दिया गया।
Secret bugs found in Nitin Gadkari`s bedroom
समाचार पत्र ने उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से बताया कि गडकरी के घर लगातार और डिवाइसेज पाए गए। गडकरी ने तुरंत घटना के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत को जानकारी दी। शुरूआती जांच के मुताबिक विदेशी एजेंसी ने गडकरी के घर में बग्स प्लांट किए थे। विदेशी एजेंसियों के ऑपरेटिव्स ही परिष्कृत लिसनिंग डिवाइस का इस्तेमाल करती है। खासतौर पर सीआईए और नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी।

वाशिंगटन पोस्ट ने 30 जून को एडवर्ड स्नोडन के हवाले से खुलासा किया था कि अमरीकी की प्रमुख जासूसी एजेंसी ने भाजपा नेताओं की जासूसी करवाई थी। अभी इस बात का पता नहीं चला है कि गडकरी के अलावा भाजपा के किन अन्य नेताओं की जासूसी की जा रही थी। समाचार पत्र के मुताबिक उसने घटना के बारे में प्रतिक्रिया के लिए कई बार गडकरी से संपर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

गडकरी के एग्जिूक्यूटिव वैभव डांगे ने कहा कि उसे इस तरह की घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। जब डांगे से गडकरी की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तो उसने कहा,मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि 2011 के बाद से गडकरी भाजपा के महत्वपूर्ण नेता हो गए थे। गडकरी की संघ के वरिष्ठ नेताओं से नजदीकी के बारे में सभी को पता है। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक लिसलिंग अपवाद स्वरूप उच्च क्वालिटी के हैं,जो भारत में इस्तेमाल नहीं किए जाते।

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रांची में अस्पताल के कर्मचारी ने लड़की के कपाड़े उतारकर फिल्म बनाई -



रांची। झारखण्ड की राजधानी रांची में एक लड़की पर यौन हमले का मामला सामने आया है। शहर के राजेन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कर्मचारी ने 17 वर्षीय लड़की के कपड़े उतार दिए। उसने लड़की के पैर बांध दिए और मुंह में कपड़ा ठूंस कर फिल्म बनाई।
Employee of Ranchi hospital filmed girl in nude
पीडिता ने पुलिस को बताया कि वह अपने भाई को देखने अस्पताल गई थी,जो पिछले एक महीने से ऑर्थोपेडिक्स वॉर्ड में भर्ती है। पीडिता के मुताबिक वह अपने रिश्तेदार के साथ कपड़े सूखाने छत पर गई। इस दौरान 20 साल का एक व्यक्ति वहां आया। उसके हाथ में चाबियों का गुच्छा था। उसने हम दोनों को छत से जाने के लिए कहा और पुलिसिया कार्रवाई की धमकी दी।

बताया जा रहा है कि वह व्यक्ति अस्पताल में ठेके पर रखा गया कर्मचारी था। उसने पीडिता के रिश्तेदार की पिटाई कर दी। बकौल पीडिता,जब मेरा रिश्तेदार छत से चला गया तो आरोपी मुझे खींचकर एक कमरे में ले गया और मेरे कपड़े उतार दिए। उसने नग्नावस्था में मेरी तस्वीरें खींची और वीडियो फिल्म बनाई। बरियातु पुलिस थाने के इंचार्ज विनोद कुमार ने बताया कि जब पीडिता के रिश्तेदार ने अस्पताल के कुछ गार्ड को अलर्ट किया तो वे छत पर गए लेकिन वे आरोपी को पकड़ने में कामयाब नहीं हुए। विनोद कुमार ने ही आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

विनोद कुमार के मुताबिक आरोपी को अस्पताल की रख रखाव शाखा में ठेके पर रखा गया था। रांची के डीवाईएसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि पीडिता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है ताकि इस बात का पता चल सके कि उस पर किस तरह का यौन हमला हुआ था। घटना को लेकर रख-रखाव विभाग के तीन कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। 20 जुलाई को अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने एक मरीज के साथी के कपड़े उतार दिए थे। मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

 

बाड़मेर डीजल के अभाव में जिले में 3 एम्बुलेंस बंद।


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शहर में 108 की कोई सेवा नही।


बाड़मेर शहर में पिछले एक माह से 108 की कोई सेवा नही है। आये दिन बड़े बड़े हादसे हो रहे है पर इतने बड़े शहर में 108 एम्बुलेंस को कोई सेवा नही है।
   पूर्व में वैकल्पिक व्यवस्था की गिड़ा की गाड़ी को वापिस भेजे जाने के बाद शहर में कोई भी एम्बुलेंस नही है। दुर्घटनाओ के समय कवास या भाडखा से 108 की गाड़ी आती है तब तक मरीज की हालत बहुत दयनीय होती है।

डीजल के अभाव में जिले में 3 एम्बुलेंस बंद।


राज्य सरकार द्वारा संचालित 108 एम्बुलेंस की सेवा आजकल बाड़मेर जिले में चिंताजनक है।
     लोगो कोआपातकाल में सहायता देने वाली 108 एम्बुलेंस का निजी संस्था जीवीके ई ऍम आर आई द्वारा सही तरीके से संचालित नही कर पाने का नतीजा आम लोगो को भारी पद रहा है।
बाड़मेर जिले की 3 एम्बुलेंस चोह्टन,कल्यानपुर और साता की गाडियों में डीजल नही होने के कारण बंद पड़ी है। और लोगो को किराहे के वाहनों से मरीजो को अस्पताल ले जाना पड़ रहा है।


केसे मिलता है डीजल- 


108 में डीजल के लिए कंपनी ने प्रत्येक गाड़ी में एक फ्यूल कार्ड दे रखा है। जिसमे हर  रोज का कम दुरी के लिए 2 और ज्यादा दुरी की गाडियों के लिए 3 हजार तक के डीजल का पैसा निकाला जा सकता है। कार्ड से पेट्रोल पंप वाला गाड़ी में भराए गये डीजल का पैसा अपने खाते में ले लेता है और गाड़िया डीजल भरवा कर जाती है। पर आजकल कंपनी द्वारा समय पर कार्ड में रूपये नही डालने के कारण गाडियों में पंप वाले डीजल नही भर रहे है।