सोमवार, 31 मार्च 2014

बाड़मेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला

बाड़मेर, लोकसभा चुनाव की हलचल धीरे-धीरे बढ़ रही है। सरकारी मशीनरी दुरुस्त हो रही है। वहीं चुनाव मैदान में उतरे सभी पार्टियों के प्रत्याशी मतदाताओं को रिझा रहे हैं। अक्सर यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला होता है लेकिन, इस बार भाजपा से बगावत कर निर्दलीय नामांकन भरने के बाद, भाजपा से निष्कासित वरिष्ठ राजनीतिज्ञ जसवंतसिंह जसोल के मैदान में डटे रहने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया हैं।
उल्लेख है कि बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। 

बाड़मेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
यहां 17 अप्रैल को मतदान होना है। मात्र सत्रह दिन प्रत्याशियों के पास प्रचार-प्रसार के लिये बचे हैं। अभी तक जो माहौल सामने आ रहा है। उसमें भाजपा के कर्नल सोनाराम चौधरी, कांग्रेस के हरीश चौधरी और निर्दलीय जसवंतसिंह जसोल के बीच त्रिकोणीय टक्कर है।भाजपा में कमजोर पड़ा उत्साह भाजपा जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह भी कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। प्रत्याशी घोषणा के बाद से ही पार्टी में विरोध के स्वर उभर आए है जिसका असर प्रचार-प्रसार में दिख रहा है। चुनाव कार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे पदाधिकारी इस बात को लेकर निश्चिंत है कार्यकर्ता भले ही असंतुष्ट हो, लेकिन मतदाता भाजपा का साथ देगा ही यह विश्वास अभी कायम है।
त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस को फ़ायदा
हर स्तर पर प्रचार करने निकले कांग्रेस के कार्यकर्ता अति उत्साहित है। उनकी गणित के हिसाब से भाजपा द्वारा जसवंतसिंह सरीखे कद्दावर नेता को किनारे करने का दण्ड जरूर मिलेगा। उनकी ही पार्टी द्वारा विरोध किये जाने को लेकर कांग्रेस खेमे में उत्साह का माहौल है। है। जैसलमेर-बाड़मेर की जनता इस अपमान के बदले भाजपा को वोट नहीं देगी और दल-बदलुओं की राजनीति हमेशा के लिए ख़त्म कर देगी एवं फिर से कांग्रेस में विश्वास जतायेगी। कांग्रेस धुरंधर निश्चित मान बैठे हैं कि सीधा फ़ायदा कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हरीश को ही होगा।
जसवंत समर्थकों को जीत की उम्मीद
भाजपा के भीतरी अंतर्कलह के कारण भाजपा से बगावत के बाद पार्टी से निष्कासित जसवंतसिंह के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में डटे रहने से बाड़मेर सीट पर मुकाबला रौचक हो गया है। इस बीच जसवंतसिंह समर्थकों का कहना है पार्टी ने एक दलबदलू को टिकट देकर भाजपा में सिद्धांतों की बली दी है। एक वरिष्ठ, अनुभवी तथा पूर्व विदेश मंत्री एवं जनता की पसंद के उम्मीदवार को टिकट नहीं देकर पहले अपमानित किया और अब पार्टी से निकालने को लेकर जनता में आक्रोश है। यही आक्रोश जसवंत लहर में सामने आ रहा है। जसवंतसिंह निर्दलीय चुनाव जीतकर यह जता देंगे कि टिकट का फैसला जनता की मर्जी से होना चाहिए।

"मुझे नहीं पता कि महारानियों के भी मूंछ होती है"

जैसलमेर। बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी जसवंतसिंह ने भाजपा से निष्कासन के बाद कहा है कि उनके साथ गलत व्यवहार हुआ है, लेकिन वे इसका विश्लेषण नहीं करेंगे। विश्लेषण करना भाजपा का काम है कि वे सोचे की आखिर ऎसा कैसे हुआ ?
पत्रकारो से बातचीत मे उन्होने कहा कि यदि मे यह चुनाव जीता तो क्षेत्र के विकास के लिए काम करूंगा, चाहे किसी की भी सरकार बने। उन्होने कहा कि कई नेताओ मुलायमसिंह, आजम खां, नीतिश कुमार, ममता बनर्जी आदि ने मुझे फोन किए हैं।

ये फोन पारस्परिक संबंधो के कारण किए गए। उन्होने यह भी माना कि लालकृष्ण आडवाणी से भी उनकी पारस्परिक संबंधो के रूप मे बातचीत हुई है। उन्होने इस बात से इनकार किया कि वे किसी अन्य पार्टी मे शामिल होने की इच्छा रखते हैं। जब कभी भी ऎसा करने की नौबत आएगी तो बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र की जनता से पूछकर ही कदम उठाएंगे।

महारानियों के भी मूंछें!
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हाल ही में दो बार बाड़मेर आने के बारे में चुटकी लेते हुए कहा कि अब लगता है, भाजपा का 25 सीटों का मिशन गायब हो गया और बाड़मेर की एक सीट का ही मिशन रहा गया है। इस सवाल पर कि यहां का चुनाव मुख्यमंत्री के लिए मूंछ का सवाल हो गया है, पर कहा कि मुझे नहीं पता कि महारानियों के भी मूंछ होती है।

आदर्शो के लिए लड़ाई
भाजपा से बगावत करने के सवाल पर सिंह ने कहा कि यह बगावत नहीं है। भाजपा के आदर्शो व अधिकारो के लिए लड़ रहा हूं। आलाकमान को अब भी सोचने की जरूरत है। समझ मे नहीं आ रहा कि पार्टी रोज कांगे्रस से नेता शामिल करती जा रही है। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर उन्होने कहा कि यह तो राष्ट्र तय करेगा। मन को विशाल रखने वाला व्यक्ति ही प्रधानमंत्री बनने के काबिल है। - 

घट स्थापना के साथ नवरात्री शुरू

घट स्थापना के साथ नवरात्री शुरू 

बाड़मेर । देवी शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र चैत्र शुक्ल प्रतिपदा सोमवार से शुरू गया । इस मौके पर गढ़ जोगमाया माता मंदिर सहित माताजी के    मंदिरों में जहां घट स्थापना प्रातः आठ बजे हो गयी , वहीं घर-घर भी शुभ मुहूर्त में घट स्थापना कर भक्त नवरात्र व्रत का संकल्प लिया । मां दुर्गा से सुख-समृद्धि की कामना कि । नौ दिन तक मंदिरों के साथ-साथ घरों में भी दुर्गासप्तशती, दुर्गा चालीसा, रामचरित मानस के नवाह्नपरायण के पाठ होंगे। 31 मार्च से 8 अप्रेल तक शहर में भक्ति की बयार बहेगी।

गढ़ जोगमाया  माता मंदिर में सुबह घट स्थापना के बाद 8 बजे भक्तों के लिए मंदिर  खुल गया । पुजारी राजेश शर्मा  ने बताया कि एक से 9 अप्रेल तक प्रतिदिन मंदिर सुबह 4  से   रात 11  बजे तक भक्तों के लिए खुला रहेगा। नवरात्र उत्थापन 9 अप्रेल को सुबह 10.30 होगा। श्री दुर्गा माता ट्रस्ट की ओर से दुर्गापुरा स्थित दुर्गा माता काल मंदिर में सुबह 6.23 बजे घट स्थापना की जाएगी। महंत महेन्द्र भट्टाचार्य ने बताया कि घट स्थापना के साथ ही अखंड ज्योत भी प्रज्ज्वलित की जाएगी।

आमेर घाटी स्थित मनसा माता मंदिर में सुबह 6.35 बजे घट स्थापना होगी। महंत रोहिताश्व भट्टाचार्य ने बताया कि मंदिर प्रतिदिन सुबह 6.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और शाम 4 से रात 8.30 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहेगा। राजापार्क पंचवटी सर्किल स्थित वैष्णो माता मंदिर में घट स्थापना सुबह 6 बजे होगी। सुबह 8 बजे भोग लगेगा तथा 8.30 बजे महाआरती होगी।

बड़ी चौपड़ लक्ष्मीनारायण बाईजी मंदिर स्थित भुवनेश्वरी साधना केंद्र में महंत पुरूषोत्तम भारती के सान्निध्य में सुबह 8 बजे घट स्थापना होगी। ज्योतिषविदों के मुताबिक इस बार नवरात्र के नौ दिनों में से सात दिनों तक योग व संयोग की भरमार रहेगी। वहीं, सोमवार से नवरात्र शुरू होना श्रेष व समृद्धिकारक भी रहेगा।

यातायात व्यवस्था

आमेर शिला माता मंदिर में सोमवार से नवरात्र पर 31 मार्च से 8 अप्रेल तक जयपुर से दिल्ली आने जाने वाले वाहन चालकों के लिए यातायात की विशेष व्यवस्था रहेगी।
जयपुर से दिल्ली की तरफ जाने व आने वाले वाहन चालक रामगढ़ मोड़ से धोबी घाट, बंध की घाटी, सड़वा मोड़, कुंडा होते हुए आ जा सकेंगे।
शिला माता मंदिर जाने वाले वाहन चालकों को परियों के बाग के पास रोक दिया जाएगा। लोग पैदल आ जा सकेंगे।

सात दिन रहेंगे विशेष योग

ज्योतिषाचार्य शशिप्रकाश शर्मा व राजकुमार चतुर्वेदी के अनुसार नवरात्र के नौ में से सात दिनों रहने वाले सुयोग में कोई भी शुभकार्य आरम्भ करना और वाहन, स्वर्ण आभूषण, प्रॉपर्टी का लेन-देन श्रेष रहेगा। यह समय लोगों के लिए उन्नतिदायक व व्यापारिक लाभ देने वाला होगा।

किस-दिन कौनसा संयोग

31 मार्च- व्यापारिक ग्रह बुध के नक्षत्र रेवती - सूर्योदय से रात तक
1 अप्रेल- अमृत सर्वार्थसिद्धि व राजयोग - सुबह 6.22 से रात 11.56 बजे तक
2 अप्रेल- राजयोग- सुबह सूर्योदय 6.21 से रात 8.33 बजे तक
3 अप्रेल- रवियोग- सूर्योदय 6.20 से रात 12.56 बजे तक
4 अप्रेल- कुमारयोग -सूर्योदय 6.19 से रात 2.28 बजे तक
5 अप्रेल- द्विपुष्करयोग व रवियोग- सूर्योदय से रात 4.37 तक
8 अप्रेल- रामनवमी पर रवियोग- सुबह 10.04 बजे से पूरे दिन और रात (स्वयंसिद्ध मुहूर्त)

भारतीय नववर्ष संवत् 2071 और चैत्र नवरात्र सोमवार से शुरू होगा।
घट स्थापना मुहूर्त
प्रात: 6:23 से 7:04 बजे द्विस्वभाव लग्न सर्वश्रेष
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12:07 से 12:56 तक
अमृत और शुभ चौघडिया
सुबह 6:23 से 7:55 तक अमृत
सुबह 9:27 से 10:59 तक शुभ

नरेन्द्र मोदी की 7 और 14 अप्रेल को चार सभाएं ,बाड़मेर चौदह अप्रेल को

जयपुर। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेद्र मोदी सात और चौदह अप्रेल को प्रदेश में चार सभाएं करेंगे। उनकी सभाओं की शुरूआत नागौर से होगी। पार्टी मोदी की प्रदेश में कम से कम छह से आठ सभाएं कराने का प्रयास कर रही थी। इनमें से चार पर सहमति आ गई है।
नरेन्द्र मोदी सात अप्रेल को दोपहर एक बजे जोधपुर उतरेंगे। करीब पौने दो बजे जायल में सभा को सम्बोधित करेंगे। दोपहर सवा तीन बजे भोपालगढ़ तहसील की रतकुडिया में सभा को सम्बोधित करेंगे। वहीं से वे जोधपुर जाएंगे और अहमदाबाद के लिए उड़ान भरेंगे। सूत्रों के मुताबिक जायल नागौर लोकसभा क्षेत्र के बीच में पड़ता है, जिससे जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के लोग मोदी को सुनने आ सकते हैं। भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र यूं तो जोधपुर में आता है, लेकिन लोकसभा क्षेत्र पाली लगता है। ऎसे में भोपालगढ़ में सभा होने से जोधपुर लोकसभा सीट भी प्रभावित होगी।

इसी प्रकार 14 अप्रेल को पार्टी की बांसवाड़ा और बाड़मेर में सभाएं होंगी। बांसवाड़ा सीट गुजरात से सटी और आदिवासी बहुल है। यहां जदयू का प्रभाव भी है। बाड़मेर सीट इस समय सबसे ज्यादा चर्चित बन चुकी है। यहां से बागी होकर जसवंत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा से सोनाराम उम्मीदवार हैं। ऎसे में पार्टी चाहती है कि यहां जसवंत सिंह को कमजोर करने के लिए मोदी की सभा हो। इसी रणनीति के तहत यह सभा तय की गई है। -  

पाक से आए 98 हजार के नकली नोट जब्त

जोधपुर।सूरसागर थाना पुलिस ने सीआईडी जोन की मदद से रविवार देर शाम चांदपोल किला रोड पर दम्पति सहित तीन जनों को गिरफ्तार कर 98 हजार रूपए की जाली भारतीय मुद्रा और अफीम का एक किलो दूध बरामद किया है। मादक पदार्थ के बदले दम्पति को यह नकली नोट दिए जा रहे थे।

आशंका है कि ये बाड़मेर के रास्ते पाकिस्तान से लाए गए थे। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) हिंगलाजदान के अनुसार किला रोड मोड़ पर चांदपोल की सूनसान जगह में अफीम के दूध के बदले जाली भारतीय मुद्रा का लेन-देन होने की सूचना सीआईडी को मिली। सीआईडी जोन व पुलिस की संयुक्त टीम ने योजनाबद्ध तरीके से नजर रखनी शुरू की।


इसी बीच, निर्घारित स्थान पर दम्पति व एक अन्य वृद्ध पहुंच गए। वृद्ध ने नोट से भरी थैली निकाली और महिला के पति को सौंप दी। बदले में वह व्यक्ति मादक पदार्थ की थैली देने लगा। तभी नजर गड़ाकर बैठे सीआईडी (जोन) के निरीक्षक सरदारदान व सूरसागर थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के नेतृत्व में टीम ने वहां दबिश दी और चित्तौड़गढ़ जिले में पारसोली थानान्तर्गत काठुंदा रोड निवासी सवाई गुर्जर (50) पुत्र चुन्नीलाल, उसकी पत्नी शांति (48) तथा बाड़मेर जिले में पचपदरा थानान्तर्गत भाण्डियावास निवासी किशनाराम (55) पुत्र जोधाराम विश्नोई को पकड़ लिया।


सवाई व उसकी पत्नी अफीम के दूध की खेप देने तथा किशनाराम विश्Aोई अफीम लेने आया था। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों को गिफ्तार कर लिया। कार्रवाई में पुलिस कांस्टेबल गणपतराम, पुखराज, सोहनसिंह, प्रकाश, ईश्वरसिंह व सहीराम तथा सीआईडी के कांस्टेबल ओमप्रकाश, मधुसूदन, मनीराम व रामकिशोर शामिल थे।

जब्त सभी जाली नोट पांच-पांच सौ रूपए के हैं और काफी चालाकी से बनाए गए हैं, दिखने में बिल्कुल असली जैसे प्रतीत होते हैं।

जाली होने की वजह से दुगुना भुगतान


थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के अनुसार दम्पति को यह मालूम था कि अफीम के दूध बदले मिलने वाले नोट नकली हैं। इसीलिए वे सामान्यत: चालीस-पचास हजार रूपए प्रति किलो में बेचे जाने वाले अफीम के दूध के बदले दुगुने नोट लेने को तैयार हो गए।

सीमावर्ती तस्कर ने दी जाली मुद्रा की खेप


जाली मुद्रा लेकर आने वाले आरोपी किशनाराम विश्Aोई से प्रारम्भिक पूछताछ में बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले एक तस्कर का नाम सामने आया है। उसी ने किशनाराम को यह जाली मुद्रा दी थी। यह तस्कर नौ वर्ष पहले सीमा पार से आए आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था और अभी जमानत पर रिहा है। उसे पकड़ने के लिए जोधपुर पुलिस की सूचना पर बाड़मेर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला। आशंका है कि वह थार एक्सप्रेस से यह खेप लाया, हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। -  

दर्शकों को भावविभोर करने वाली अदाकारा मीना कुमारी

हिंदी फिल्मों में अपने दमदार और संजीदा अभिनय से दर्शकों को भावविभोर करने वाली अदाकारा मीना कुमारी यदि अभिनेत्री नहीं होती तो शायर के रूप में अपनी पहचान बनाती। हिंदी फिल्मों के जाने माने गीतकार और शायर गुलजार से एकबार मीना कुमारी ने कहा था "ये जो एक्टिंग मैं करती हूं, उसमें एक कमी है, ये फन, ये आर्ट मुझसे नही जन्मा है, ख्याल दूसरे का किरदार किसी का और निर्देशन किसी का। मेरे अंदर से जो जन्मा है, वह लिखती हूं जो मैं कहना चाहती हूं वह लिखती हूं।" महजबीं नहीं होती तो शायर बनती "ट्रेजेडी क्वीन" मीना कुमारी
एक अगस्त 1932 को मास्टर अली बक्श के घर जन्म लेने वाली मीना कुमारी को उनके पिता अनाथालय छोड़ आए थे। लेकिन उन्हें अपनी पत्नी की जिद के चलते नन्हीं कली को अपनाना पड़ा। बच्ची का चांद सा माथा देखकर उसकी मां ने उसका नाम महजबीं रखा। बाद में यही महजबीं फिल्म इंडस्ट्री में मीना कुमारी के नाम से मशहूर हुई। वर्ष 1939 मे बतौर बाल कलाकार मीना कुमारी को विजय भट्ट की लेदरफेस में काम करने का मौका मिला।

वर्ष 1952 मे मीना कुमारी को विजय भटृ के निर्देशन मे ही बैजू बावरा मे काम करने का मौका मिला। फिल्म की सफलता के बाद मीना कुमारी बतौर अभिनेत्री फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने मे सफल रही। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने पाकीजा, फूल और पत्थर, साहिब बीबी और गुलाम, चित्रलेखा जैसी फिल्मों से अपने दमदार अभिनय का झंड़े गाड़ दिए। वर्ष 1952 मे मीना कुमारी ने फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के साथ शादी कर ली।

बचपन में छह नामों से जानी जाती थी मीना कुमारी

बचपन के दिनो में महजबीं (मीना कुमारी) की आंखे बहुत छोटी थी इसलिये परिवार वाले उन्हें चीनी कहकर पुकारा करते थे। ऎसा इसलिये कि चीनी लोगो की आंखे छोटी हुआ करती है। लगभग चार वर्ष की उम्र में ही मीना कुमारी ने फिल्मों में अभिनय करना शरू कर दिया। प्रकाश पिक्चर के बैनर तले बनी फिल्म लेदरफेस में उनका नाम रखा गया बेबी मीना । इसके बाद मीना ने बच्चाें का खेल में बतौर अभिनेत्री काम किया। इस फिल्म में उन्हें मीना कुमारी का नाम दिया गया। मीना कुमारी को फि ल्माेंं अभिनय करने के अलावा शेरो-शायरीका भी बेहद शौक था1इसके लिये वह नाज उपनाम का इस्तेमाल करती थी। मीना कुमारी के पति कमाल अमरोही प्यार से उन्हें मंजू कहकर बुलाया करते थे। अपने संजीदा अभिनय से दर्शको के दिलों में खास पहचान बनाने वाली मीना कुमारी ने आज ही के दिन 31 मार्च 1972 को दुनिया को अलविदा कह दिया।

भाजपा ने 25 सीटों पर नियुक्त किए प्रभारी, परनामी ने नियुक्त किए प्रभारी


जयपुर. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने रविवार को सभी 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रभारी एवं सह प्रभारी नियुक्त किए है। साथ ही परनामी ने चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ को चूरू, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. अरुण चतुर्वेदी को भरतपुर, पूर्व सांसद पुष्प जैन को पाली एवं अजमेर सीट का, राज्यसभा सांसद वीपी सिंह को भीलवाड़ा और बांसवाड़ा लोकसभा सीट का विशेष समन्वयक नियुक्त किया है।

परनामी 31 मार्च को करेंगे अजमेर में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन : भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी 31 मार्च को अजमेर में सवेरे 11 बजे पार्टी प्रत्याशी के मुख्य चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद दोपहर 3 बजे किशनगढ़ में और शाम सवा 4 बजे दूदू में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया 31 मार्च को भीनमाल में आदर्श विद्या मंदिर भवन का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद पिंडवाड़ा के जैनापुरा में दोपहर 3 बजे कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे।

झुंझुनूं में चतुर्वेदी 2 अप्रैल को लेंगे पांच सभाएंं : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. अरुण चतुर्वेदी 2 अप्रैल को झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में पांच चुनावी सभाए लेंगे। वे सबसे पहले सवेरे दस बजे नवलगढ़ में, इसके बाद दोपहर 12 बजे मंडावा में, दोपहर एक बजे झुंझुनूं में, 2 बजे चिड़ावा में और शाम चार बजे फतेहपुर में सभा लेंगे।


युवा मोर्चा ने नियुक्त किए लोकसभा प्रभारी : भाजपा युवा मोर्चा ने मिशन - 25 को लेकर लोकसभावार प्रभारी नियुक्त किए है। युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष दीनदयाल कुमावत ने बताया कि जयपुर शहर लोकसभा सीट पर जोगेंद्र सिंह सांवरदा, कमल स्वामी, उदित धांधिया और नरेंद्र कटारा को प्रभारी नियुक्त किया है। इसी तरह जयपुर ग्रामीण लोकसभा पर महेंद्र सिंह शेखावत एवं जेपी यादव को युवा मोर्चा का लोकसभा प्रभारी नियुक्त किया है। इसी तरह सुरेंद्र शेखावत को बीकानेर लोकसभा का प्रभारी नियुक्त किया है।
लोकसभा सीट : प्रभारी का नाम : सह प्रभारी का नाम।
1. श्रीगंगानगर : सुरेंद्र पाल सिंह टीटी : अजयपाल सिंह।
2. बीकानेर : किशनाराम नाई : सुमित गोदारा एवं ओम आचार्य।
3. चूरू : गौरी शंकर
4. झुंझुनूं : डा. दिगंबर सिंह : सुंदरलाल काका, राजेंद्र शर्मा, बनवारी लाल सैनी।
5. सीकर : प्रेम सिंह बाजोर : रामेश्वर रिणवां एवं महेश शर्मा।
6. जयपुर ग्रामीण : राव राजेंद्र सिंह : अतर सिंह भड़ाना।
7. जयपुर शहर : सुनील कोठारी।
8. अलवर : धर्मपाल चौधरी।
9. भरतपुर : धर्मवीर शर्मा।
10. करौली -धौलपुर : जनार्दन सिंह गहलोत : सत्यनारायण धामाणी।
11. दौसा : हेम सिंह भड़ाना : अतिरिक्त प्रभारी : अशोक लाहोटी : सह प्रभारी : एलएन बैरवा।
12. टोंक - सवाईमाधोपुर : पुखराज पहाडिय़ा
13. अजमेर : श्रीकिशन सोनगरा।
14. नागौर : युनूस खान : मोहनराम चौधरी : मान सिंह राठौड़।
15. पाली : किरण माहेश्वरी : रामनारायण डूडी, ज्ञानचंद पारख।
16. जोधपुर : कैलाश भंसाली : जसवंत विश्नोई।
17. बाड़मेर : नारायण पंचारिया : अमराराम चौधरी एवं कुलदीप धनखड़।
18. जालोर-सिरोही : राजेंद्र गहलोत : गोरधन रायका :
19. उदयपुर : प्रमोद सामर।
20. बांसवाड़ा : ओम पालीवाल।
21. चित्तौडगढ : श्रीचंद कृपलानी : दामोदर अग्रवाल।
22. राजसमंद : सुरेंद्र गोयल : अजय सिंह किलक एवं सुरेंद्र सिंह राठौड़।
23. भीलवाड़ा : कालूलाल गुर्जर।
24. कोटा : अशोक डोगरा।
25. झालावाड़ : श्रीकृष्ण पाटीदार : प्रभुलाल सैनी।

रेलवे प्रशासन को मिली परमिशन, अब 2 मई को चलेगी यशवंतपुर एक्सप्रेस


रेलवे प्रशासन को मिली परमिशन, अब 2 मई को चलेगी यशवंतपुर एक्सप्रेस


जालोर-बाड़मेर जिलों के प्रवासियों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी यह ट्रेन


बाड़मेर जालोरपिछले वर्ष रेल बजट के बाद विशेष सत्र में घोषित बाड़मेर-जोधपुर-यशवंतपुर लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन के लिए रेल प्रशासन को अनुमति मिल चुकी है। जालोर-बाड़मेर जिले के लिए महत्वपूर्ण मानी जाने वाली बाड़मेर-जोधपुर-यशवंतपुर लिंक एक्सप्रेस का संचालन 2 मई से हो सकेगा। यह ट्रेन जालोर और बाड़मेर जिले के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। विशेषतौर से दोनों जिलों के प्रवासियों के लिए तो यह एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इससे पूर्व रेल बजट-2013 के बाद विशेष सत्र में इस ट्रेन को घोषित किया गया था, लेकिन करीब दस माह से इस ट्रेन का संचालन नहीं हो पाया था, जिससे जिलेवासियों में निराशा थी। अब इस ट्रेन के संचालन की घोषणा के बाद जिलेवासियों की साउथ से कनेक्टिविटी की मांग भी पूरी हो जाएगी। गौरतलब है जिले से बड़ी संख्या में प्रवासी मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, कोयंबटूर, हैदराबाद समेत अन्य स्थानों पर व्यापार कर रहे हैं, लेकिन इन प्रवासियों के लिए जालोर तक पहुंचने के लिए एक भी सीधी ट्रेन समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड से नहीं है। मजबूरी में इन लोगों को फालना या जोधपुर पहुंचकर ट्रेन में सफर करना पड़ता है। जिससे समय भी अधिक लगता है।

जिले के प्रवासियों को मिलेगा फायदा
यशवंतपुर एक्सप्रेस के संचालन के लिए लगातार मांग उठ रही थी। हमने भी इस ट्रेन के संचालन के लिए रेलवे के अधिकारियों से कई बार मांग की। जिसके बाद रेलवे ने इस मांग पर सकारात्मक पहल करते हुए अब इस ट्रेन के संचालन की घोषणा की है, जो स्वागत योग्य है। इस ट्रेन के संचालन से जिले के प्रवासियों को विशेषतौर से फायदा मिलेगा।
- जालमसिंह नरावत, अध्यक्ष, पश्चिम राजस्थान विकास परिषद, जालोर
बाड़मेर-यशवंतपुर लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन के लिए हैड क्वार्टर से अनुमति मिल गई है। ट्रेन का संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा चुकी है। ट्रेन का संचालन 2 मई से होगा। यह ट्रेन सप्ताह में एक बार संचालित होगी। - राजीव शर्मा, मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर पश्चिम रेलवे, जोधपुर 
हालांकि शुरुआती दौर में इस ट्रेन का संचालन सप्ताह में केवल एक ही दिन होगा। लेकिन ट्रेन में यात्री भार अधिक रहने पर रेलवे इस मामले में सकारात्मक पहल कर सकता है। साथ ही इस ट्रेन के फेरे बढ़ाए भी जा सकेंगे। इसके लिए यात्रीभार के साथ साथ जन प्रतिनिधियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहेगी।
 
रेलवे प्रशासन से मिली यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी, 2 मई रात 1 बजे बाड़मेर से रवाना होगी एसी लिंक एक्सप्रेस ट्रेन 
ठ्ठ सप्ताह में एक बार चलेगी यह ट्रेन, जालोर-बाड़मेर जिले के प्रवासियों को मिलेगा इस ट्रेन से फायदा। 

यह है टाइम टेबल
रेलवे की ओर से जुलाई 2013 में जारी किए गए टाइम टेबल के अनुसार शुक्रवार को बाड़मेर-यशवंतपुर (14806) ट्रेन देर रात 1 बजे बाड़मेर से रवाना होकर समदड़ी पहुंचेगी, जिसके बाद यह ट्रेन सवेरे 4.47 बजे जालोर पुंचेंगी। इसी प्रकार सवेरे 5.31 बजे मोदरान, 6.02 बजे भीनमाल व रानीवाड़ा में यह ट्रेन 6.37 बजे पहुंचेगी। जबकि यशवंतपुर-बाड़मेर (14805) ट्रेन की वापसी के समय यह ट्रेन जालोर में बुधवार सवेरे 4.01 बजे, मोदरान सवेरे 3.34 बजे, भीनमाल सवेरे 3.11 बजे और रानीवाड़ा सवेरे 2.46 बजे पहुंचेगी। जिसके बाद सवेरे 8 बजे यह ट्रेन बाड़मेर पहुंचेगी। विभागीय जानकारी के अनुसार बाड़मेर-यशवंतपुर ट्रेन का संचालन सप्ताह में एक दिन होगा।

इनोवा पलटी, चार आईआईटी स्टूडेंट की मौत

जोधपुर/जैसलमेर. स्वर्णनगरी घूमने आए दिल्ली आईआईटी के छात्र छात्राओं को यहां दर्दनाक हादसे का सामना करना पड़ा। मूलसागर के पास कार पलटने से हुए हादसे में दो छात्राओं सहित चार की मौत हो गई वहीं कार के चालक सहित तीन अन्य घायल हो गए। हादसा इतना दर्दनाक था कि कार के परखचे उड़ गए और तीन स्टूडेंट की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह सम से लौट रही कार का करीब 11 बजे मूलसागर गांव के पास टायर फट गया था। इससे कार असंतुलित होकर पलटी खा गई। जिससे उसमें सवार अर्चना कुमारी पुत्र राधेश्याम मंडल (22) निवासी बांसीबाका बिहार, दीक्षा गौतम पुत्र भगवानसिंह गौतम (22) निवासी यमुना विहार दिल्ली तथा पल्लव अग्रवाल (24) निवासी महेंद्रगढ़, कोरिया छत्तीसगढ की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि घायल अवस्था में जोधपुर ला रहे मयंक गोयल पुत्र अरविंद गोयल(25) निवासी शिवपुरी मेरठ की रास्ते में मृत्यु हो गई। जतिन पुत्र बलदेव कृष्ण (22) निवासी पटियाला पंजाब, सांची पुत्री पीएस मितल (22) निवासी चंडीगढ़ व चालक हनुमानसिंह पुत्र पूनम सिंह (30) निवासी सत्तो जैसलमेर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल के आईसीयू में उपचार चल रहा है।