जोधपुर।सूरसागर थाना पुलिस ने सीआईडी जोन की मदद से रविवार देर शाम चांदपोल किला रोड पर दम्पति सहित तीन जनों को गिरफ्तार कर 98 हजार रूपए की जाली भारतीय मुद्रा और अफीम का एक किलो दूध बरामद किया है। मादक पदार्थ के बदले दम्पति को यह नकली नोट दिए जा रहे थे।
आशंका है कि ये बाड़मेर के रास्ते पाकिस्तान से लाए गए थे। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) हिंगलाजदान के अनुसार किला रोड मोड़ पर चांदपोल की सूनसान जगह में अफीम के दूध के बदले जाली भारतीय मुद्रा का लेन-देन होने की सूचना सीआईडी को मिली। सीआईडी जोन व पुलिस की संयुक्त टीम ने योजनाबद्ध तरीके से नजर रखनी शुरू की।
इसी बीच, निर्घारित स्थान पर दम्पति व एक अन्य वृद्ध पहुंच गए। वृद्ध ने नोट से भरी थैली निकाली और महिला के पति को सौंप दी। बदले में वह व्यक्ति मादक पदार्थ की थैली देने लगा। तभी नजर गड़ाकर बैठे सीआईडी (जोन) के निरीक्षक सरदारदान व सूरसागर थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के नेतृत्व में टीम ने वहां दबिश दी और चित्तौड़गढ़ जिले में पारसोली थानान्तर्गत काठुंदा रोड निवासी सवाई गुर्जर (50) पुत्र चुन्नीलाल, उसकी पत्नी शांति (48) तथा बाड़मेर जिले में पचपदरा थानान्तर्गत भाण्डियावास निवासी किशनाराम (55) पुत्र जोधाराम विश्नोई को पकड़ लिया।
सवाई व उसकी पत्नी अफीम के दूध की खेप देने तथा किशनाराम विश्Aोई अफीम लेने आया था। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों को गिफ्तार कर लिया। कार्रवाई में पुलिस कांस्टेबल गणपतराम, पुखराज, सोहनसिंह, प्रकाश, ईश्वरसिंह व सहीराम तथा सीआईडी के कांस्टेबल ओमप्रकाश, मधुसूदन, मनीराम व रामकिशोर शामिल थे।
जब्त सभी जाली नोट पांच-पांच सौ रूपए के हैं और काफी चालाकी से बनाए गए हैं, दिखने में बिल्कुल असली जैसे प्रतीत होते हैं।
जाली होने की वजह से दुगुना भुगतान
थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के अनुसार दम्पति को यह मालूम था कि अफीम के दूध बदले मिलने वाले नोट नकली हैं। इसीलिए वे सामान्यत: चालीस-पचास हजार रूपए प्रति किलो में बेचे जाने वाले अफीम के दूध के बदले दुगुने नोट लेने को तैयार हो गए।
सीमावर्ती तस्कर ने दी जाली मुद्रा की खेप
जाली मुद्रा लेकर आने वाले आरोपी किशनाराम विश्Aोई से प्रारम्भिक पूछताछ में बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले एक तस्कर का नाम सामने आया है। उसी ने किशनाराम को यह जाली मुद्रा दी थी। यह तस्कर नौ वर्ष पहले सीमा पार से आए आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था और अभी जमानत पर रिहा है। उसे पकड़ने के लिए जोधपुर पुलिस की सूचना पर बाड़मेर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला। आशंका है कि वह थार एक्सप्रेस से यह खेप लाया, हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। -
आशंका है कि ये बाड़मेर के रास्ते पाकिस्तान से लाए गए थे। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) हिंगलाजदान के अनुसार किला रोड मोड़ पर चांदपोल की सूनसान जगह में अफीम के दूध के बदले जाली भारतीय मुद्रा का लेन-देन होने की सूचना सीआईडी को मिली। सीआईडी जोन व पुलिस की संयुक्त टीम ने योजनाबद्ध तरीके से नजर रखनी शुरू की।
इसी बीच, निर्घारित स्थान पर दम्पति व एक अन्य वृद्ध पहुंच गए। वृद्ध ने नोट से भरी थैली निकाली और महिला के पति को सौंप दी। बदले में वह व्यक्ति मादक पदार्थ की थैली देने लगा। तभी नजर गड़ाकर बैठे सीआईडी (जोन) के निरीक्षक सरदारदान व सूरसागर थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के नेतृत्व में टीम ने वहां दबिश दी और चित्तौड़गढ़ जिले में पारसोली थानान्तर्गत काठुंदा रोड निवासी सवाई गुर्जर (50) पुत्र चुन्नीलाल, उसकी पत्नी शांति (48) तथा बाड़मेर जिले में पचपदरा थानान्तर्गत भाण्डियावास निवासी किशनाराम (55) पुत्र जोधाराम विश्नोई को पकड़ लिया।
सवाई व उसकी पत्नी अफीम के दूध की खेप देने तथा किशनाराम विश्Aोई अफीम लेने आया था। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तीनों को गिफ्तार कर लिया। कार्रवाई में पुलिस कांस्टेबल गणपतराम, पुखराज, सोहनसिंह, प्रकाश, ईश्वरसिंह व सहीराम तथा सीआईडी के कांस्टेबल ओमप्रकाश, मधुसूदन, मनीराम व रामकिशोर शामिल थे।
जब्त सभी जाली नोट पांच-पांच सौ रूपए के हैं और काफी चालाकी से बनाए गए हैं, दिखने में बिल्कुल असली जैसे प्रतीत होते हैं।
जाली होने की वजह से दुगुना भुगतान
थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के अनुसार दम्पति को यह मालूम था कि अफीम के दूध बदले मिलने वाले नोट नकली हैं। इसीलिए वे सामान्यत: चालीस-पचास हजार रूपए प्रति किलो में बेचे जाने वाले अफीम के दूध के बदले दुगुने नोट लेने को तैयार हो गए।
सीमावर्ती तस्कर ने दी जाली मुद्रा की खेप
जाली मुद्रा लेकर आने वाले आरोपी किशनाराम विश्Aोई से प्रारम्भिक पूछताछ में बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले एक तस्कर का नाम सामने आया है। उसी ने किशनाराम को यह जाली मुद्रा दी थी। यह तस्कर नौ वर्ष पहले सीमा पार से आए आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था और अभी जमानत पर रिहा है। उसे पकड़ने के लिए जोधपुर पुलिस की सूचना पर बाड़मेर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला। आशंका है कि वह थार एक्सप्रेस से यह खेप लाया, हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। -
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