शुक्रवार, 28 मार्च 2014

सीकर में एटीएस ने विस्फोटकों सहित दो दबोचे

सीकर। गुरूवार को हुई बड़ी कार्रवाई के बाद सीकर में शुक्रवार को फिर एटीएस और सीकर पुलिस ने दो संदिग्धों को विस्फोटक, हथियारों और जेहादी साहित्य सहित दबोचा है। कार्रवाई शुक्रवार तड़के की गई।
लगातार तीसरे दिन एटीएस और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बड़े आतंकी नेटवर्क का खुलासा किया है। इससे पहले सीकर से बुधवार देर रात और गुरूवार तड़के कई घंटों तक की गई कार्रवाई के बाद पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। इनकी निशानदेही से ही पुलिस ने इनके दो अन्य साथियों को भी आज सवेरे धरा है।

लोग सोते रहे, पुलिस कार्रवाई कर चल दी
मिली जानकारी के अनुसार सीकर पुलिस ने बुधवार देर रात भी कार्रवाई करते हुए सीकर के मोहल्ला कुरेशियान, मोहल्ला रोशनगंज और मोहल्ला जमींदारान से वाहिद गौरी, सज्जाद चौहान, आकिब भाटी, मोहम्मद वकार और मोहम्मद उमर को गिरफ्तार किया था।

इनसे पूछताछ के बाद ही पुलिस ने शुक्रवार तड़के फिर कार्रवाई करते हुए इन्हीं मोहल्लों से दो अन्य युवकों को हिरासत में लिया। फिलहाल दोनों को आज सवेरे जयपुर लाया गया, जिनसे पूछताछ जारी है। सीकर के आधा दर्जन से भी ज्यादा मोहल्लों में एक सौ पचास से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों ने देर रात कार्रवाई को अंजाम दिया है। -  

वायुसेना का सुपर हरक्यूलिस ग्वालियर के पास क्रैश

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर के पास शुक्रवार को मालवाहक विमान सुपर हरक्यूलिस सी-130 जे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसा ग्वालियर से 72 मील दूर पश्चिमी दिशा में हुआ। भारतीय वायुसेना ने अमरीका से इस तरह के 6 विमान खरीदे थे। वायुसेना का सुपर हरक्यूलिस ग्वालियर के पास क्रैश
जानकारी के अनुसार हादसा मध्यप्रदेश-राजस्थान सीमा के पास श्योपुर जिले में हुआ। विमान उत्तरप्रदेश के आगरा से उड़ा था। हालांकि अभी तक पायलट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। सेना ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।

इस विमान को हाल ही में लापता मलेशियाई विमान एमएच-370 की खोज के दौरान भी काम में लिया गया था। साथ ही उत्तराखंड में केदारनाथ आपदा राहत के दौरान भी इसका उपयोग किया था।इसके बाद भारत-चीन सीमा के पास दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में 20 अगस्त 2013 को भारत ने इस उतारा था।

इस विमान की कीमत 500 करोड़ के लगभग है। वहीं इसे दुनिया के 15 देश काम में लेते हैं, इनमें अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, डेनमार्क और इटली शामिल हैं।

जसवंत को दिया सपा में आने का न्योता



लखनऊ। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री मो. आजम खां ने बाड़मेर से भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को सपा में आने का न्योता दिया है। आजम ने जसवन्त की तारीफ करते हुए कहा कि सही व्यक्ति गलत पार्टी में था अगर वह आना चाहें तो उनके लिये सपा के दरवाजे खुले हैं।
-वहीं हाल ही में रालोद में शामिल हुए सपा से निष्कासित अमर सिंह के भैंस के बयान पर आजम ने कहा कि अमर सिंह का स्तर ही नहीं कि उनका जवाब दिया जाए। उनकी शायरी भी ट्रक वाली होती है और वह भी वैसे ही हैं।
गौरतलब है कि अमर सिंह ने भैंसों की तारीफ कर कहा था कि उप्र में भैंस ज्यादा महत्वपूर्ण है। वहीं अब आजम ने कहा कि अमर साफ करें कि उन्हें कौन कौन से भैंस पसंद हैं।
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झंडारोहण से तिलवाड़ा पशु मेले का आगाज


झंडारोहण से तिलवाड़ा पशु मेले का आगाज
  बालोतरा



तिलवाड़ा में विश्व प्रसिद्ध श्री मल्लीनाथ चैत्री पशु मेला का गुरुवार को एसडीएम उदयभानू चारण ने झंडारोहण कर उद्घाटन किया। ढोल-थाली और श्री मल्लीनाथ बाबा के जयघोष के साथ पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण व पूजन के साथ मेले की शुरूआत हुई। 


पशुपालन विभाग बाड़मेर की ओर से आयोजित मेले में एसडीएम उदयभानू चारण ने कहा कि मेले में पशुपालकों व पशुओं के लिए चारा, पानी, भोजन व सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इस मेले की रौनक बनी रहे, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर हर प्रयास किए गए हैं। झंडारोहण के बाद एसडीएम चारण ने मेले में विभिन्न विभाग की ओर से लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। डीएसपी अमृत जीनगर से मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वार्ता की और मेले में पशुपालकों के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हो, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए। मेले में प्रसिद्ध नस्ल के पशु पहुंचे हैं। इनमें बैल, ऊंट व घोड़े-घोडिय़ां शामिल हैं। वहीं पशुओं के लिए श्रृंगार सहित अन्य उपयोगी सामग्री भी दुकानों पर उपलब्ध है। इस अवसर पर तहसीलदार हनुमानाराम चौधरी, विभिन्न विभागीय व प्रशासनिक अधिकारी, पशुपालक, सरपंच सुश्री अन्नपूर्णा, समाजसेवी चैनसिंह, रावल किशनसिंह, जबरसिंह, जेठूसिंह, नरेंद्रसिंह जसोल, भवानीसिंह टापरा, शोभसिंह, चंदनसिंह चांदेसरा सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।
हर वर्ष की भांति महावीर इंटरनेशनल चेरीटेबल ट्रस्ट की ओर से तिलवाड़ा पशु मेला में निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया है। शिविर का उद्घाटन जैदिया व तहसीलदार चौधरी ने किया।
बड़ी संख्या में दूर-दराज से खरीद-फरोख्त के लिए आए पशुपालक, पशुओं की आवक जारी, सांस्कृतिक 
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक एवं मेलाधिकारी डॉ. बीआर जैदिया ने बताया कि झंडारोहण तक मेले में 9,720 पशु पहुंच चुके हैं। इनमें 3800 बैल, 3820 ऊंट व 2050 घोड़े-घोडिय़ां शामिल हैं। पशुओं की आवक अभी जारी है। मेले में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र बीकानेर के वैज्ञानिक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं कृषि विभाग, पशुपालन विभाग व चिकित्सा विभाग की ओर से प्रदर्शनियां लगाई गई है। 

मेले में रोजाना कार्यक्रम आयोजित होंगे। मेलाधिकारी ने बताया कि 29 व 30 मार्च को पशु प्रतियोगिताएं रखी गई हैं। वहीं मेला झंडारोहण के साथ ही 31 मार्च तक रोजाना रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। सफेद चि_ी 28 मार्च से शुरू होगी तथा पारितोषिक वितरण कार्यक्रम 31 मार्च को होगा। 

कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं
:बालोतरा. मेले में उमड़े मेलार्थी।
अब तक 9,720 पशु
रोजाना कार्यक्रम

शहीद जयसिंह भाटी की स्मृति में बलिदान दिवस आयोजित, देश भक्तों को किया याद


राष्ट्रभाव की भावना से कुरीतियों का मुकाबला कर पाएंगे
जैसलमेर. बलिदान दिवस पर उमड़ा जनसमूह।
:जैसलमेर. बलिदान दिवस पर शहीद की वीरांगनाओं को सम्मानित करते हुए।
शहीद जयसिंह भाटी की स्मृति में बलिदान दिवस आयोजित, देश भक्तों को किया याद 


जैसलमेर



जिले के देवड़ा गांव निवासी शहीद जयसिंह भाटी के बलिदान दिवस पर गुरुवार को श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कहा कि क्षत्रिय का कोई कोई धर्म या जाति नहीं होती, अन्याय का प्रतिकार करें और कमजोर की जो रक्षा करें, वही सही मायनों में क्षत्रिय है। श्रीमद् भागवत गीता के 18वें अध्याय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आत्म बलिदान करने वाले मर कर भी अमर रहते हैं। रोलसाहबसर ने हनुमान चौराहा पर शहीद जयसिंह भाटी स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में जिले के 21 शहीदों की वीरांगनाओं का भी सम्मान किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सीमाजन कल्याण समिति के प्रदेश संगठन मंत्री नीम्बसिंह ने कहा कि जैसलमेर की वीर प्रसूता भूमि पर शहादत की श्रेष्ठ परंपरा रही है। जो हमें राष्ट्रवाद की प्रेरणा देती है। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से कहा कि हमारा जिला सीमावर्ती है, आतंकवाद की काली छाया हम तक भी पहुंच सकती है इसलिए सीमावर्ती नागरिक सतर्क रहें। सीमाजन कल्याण समिति सीमा और आंतरिक सुरक्षा को लेकर जन जागरण के कार्य में जुटी है। पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने स्मृति संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में व्यक्ति को नहीं बल्कि उसके बलिदान और चरित्र को याद करने की जरूरत है। शहीद जयसिंह शहादत की चुनौती को स्वीकारते हुए मरकर भी जीवन की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सहबौद्धिक प्रमुख गंगाविशन ने कहा कि सैनिक और संत की कोई जाति नहीं होती है। दलगत राजनीति और जातिगत विद्रूपता से स्वदेश की भावना आहत हो रही है। राष्ट्रवाद की भावना से ही हम कुरीतियों का मुकाबला कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजियत ने हमारी संयुक्त परिवार की परंपरा को चोट पहुंचाई है। मर्यादाओं का पालन करने से ही हम एक परिवार के रूप में रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्वदेशी वस्तुओं का नहीं विचारों का नाम है। वस्तुओं के उपयोग से विचार, आचार और व्यवहार की जांच की जा सकती है। भारत ने ही पूरे विश्व को शक्ति और शास्त्रों का विचार दिया है। स्मृति संस्थान के सवाईसिंह देवड़ा ने संस्थान का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सचिव डॉ. जालम सिंह रावलोत ने शहीद जयसिंह भाटी स्मृति संस्थान के गठन और इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। अध्यक्ष किशन सिंह भाटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक डॉ. वीरेंद्रसिंह बैरसियाला ने किया। इस अवसर पर विधायक छोटू सिंह भाटी, पूर्व विधायक डॉ. जितेंद्रसिंह, पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्जुनसिंह सहित सीमाजन कल्याण समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में जिले भर के लोग उपस्थित थे। मंच संचालन वार्डन गणपतसिंह ने किया। समारोह के दौरान शहीदों की वीरांगनाओं को सम्मानित भी किया गया।
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