गुरुवार, 29 अगस्त 2013

परिवर्तन की आंधी चल रही हें राजस्थान सहित देश भर में ..मानवेन्द्र सिंह



मानवेन्द्र सिंह का गागरिया में जोरदार स्वागत 
परिवर्तन की आंधी चल रही हें राजस्थान सहित देश भर में 

बाड़मेर पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह ने कहा की राजस्थान की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार से लोग उब चुके हें। राजस्थान के लोग अब सत्ता परिवर्तन चाहते हें ,राजस्थान में परिवर्तन की आंधी चल रही हें जिसमे आगामी चुनावो में कांग्रेस राजस्थान सहित देश भर में उड़ जायेगी। मानवेन्द्र सिंह उनके राष्ट्रिय कार्यकारिणी सदस्य बनाने के बाद पहली बार गागरिया पहुँचाने पर आयोजित अभिनन्दन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा की कांग्रेसी अल्पसंख्यको को वोट बैंक से ज्यादा कुछ नहीं समझा। मुस्लिमो को भाजपा के प्रति भड़का रही हें ,जबकि हकीकत हें की मुस्लिम भाजपा में पूर्ण सुरक्षित हें। उन्होंने कहा की रुपये की हालत कांग्रेस जैसी हो रही हें जो दर बी दर नीचे गिरते जा रहे हें ,उन्होंने कहा की कांग्रेस के भरष्टाचार और घोटालो का ही नतीजा हें की रुपये की कीमत लगातार गिरती जा रही हें। सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया की सरकार जनता के विकास की तरफ ध्यान देने की बजे उलुल जुलूल घोशनाए केने में लगी हें। घोषनाओ पे घोशनाए हो रही हें योजनाओ के क्रियान्वयन के लिए सरकार के पास कोई निति नहीं हें। 

उन्होंने कहा की ग्रामीण आज भी पानी ,बिजली ,सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओ के लिए तरस रही हें। लोगो तो रोजगार नहीं मिल रहा ,नरेगा कागजो मरे सिमट गई हें। उन्होंने कहा की आने वाले चुनावो से पहले वसुंधरा राजे की शिव की सभा में हज़ारो की तादाद में मुस्लिमो ने पहुँच कांग्रेस को बदलाव के संकेत दे दिए हें। इस अवसर पर मुराद अली मेहर ने कहा की मुस्लिम भाजपा में पूर्ण सुरक्षित हें। कांग्रेस ने मुस्लिमो का राजनितिक इस्तेमाल किया हें ,उन्होंने कहा की ग्रामीणों को आज भी पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा। सरकार धरातल पर कोई काम करने की बजाय लोगो को ललचाने में जुटी हें। उन्होंने कहा की पिछली बार कड़ी से कड़ी जोड़ कर उसका खामियाजा भुगत रहे हें ,उन्होंने कहा की जनता का राज आने वाला हें आप तैयारियों में जुट जाओ इस अवसर पर सफी खान सम्मा तामलियार ,बसीर खान धरेजा ,हाजी सरादीन ,रोशन खान ,गुमाना खान ,कम्भीर खान ,शकूर खान ,मौलवी नूर मोहम्मद ,नवाब खान नोहड़ी ,नबाब हासम सियाई ,अरबाब ,अदरीम सियासी ,सचु खान ,रमजान खान ,क़ाज़ी खान सहित कई मौजिज लोग समारोह में उपस्थित थे। इससे पहले मानवेन्द्र सिंह का गागरिया पहुँचाने पर ढोल थाली के साथ सेकड़ो ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत कर फुल मालाओं से लाद दिया। मानवेन्द्र सिंह ने रामसर ,सहलाऊ गाँवो का दौर जन से रूबरू हुए तथा जन समस्याएँ सुनी।

4 कप चाय पीने से स्वस्थ रहेगा लिवर



सिंगापुर।। अगर आपका फैटी लिवर है तो दिन में चार कप चाय या कॉफी पीना आपको फायदा पहुंचा सकता है। यह दावा किया है सिंगापुर की एक इंटरनैशनल रिसर्च टीम ने। इनका कहना है कि अगर आपको नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (एनएएफएलडी) है तो कैफीन ज्यादा लेने से लिवर स्वस्थ रहेगा और फैटी लिवर कम होगा।

गौरतलब है कि दुनिया भर में डायबीटीज और मोटापे के शिकार 70 पर्सेंट लोगों में एनएएफएलडी पाई जाती है। सबसे अहम बात यह है कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। सिर्फ सही खानपान और एक्सर्साइज से ही इस पर काबू पाया जा सकता है।

सेल कल्चर और माउस मॉडल की मदद से स्टडी में देखा गया कि कैफीन लिवर सेल्स में जमा लिपिड्स के मेटाबॉलिजम पर असर डालता है। जिस चूहे पर यह प्रयोग किया गया था, कैफीन के असर से उसके फैटी लिवर में कमी देखी गई। इस आधार पर रिसर्चरों ने यह तय किया कि दिन में चार कप कॉफी या चाय पीने से एनएएफएलडी की रोकथाम हो सकती है। कैफीन से फायदे की बात इसलिए भी खास है क्योंकि अब तक इससे परहेज की ही बात ज्यादा होती रही है।
रिसर्च को अंजाम देने वालों में ड्यूक नैशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर ग्रेजुएट मेडिकल स्कूल और ड्यूक यूनवसिर्टी स्कूल ऑफ मेडिसिन शामिल है। रिसर्चरों में एक भारतीय मूल का शख्स भी है।

जमानत के बाद फिर चोरी पर निकला कांस्टेबल

जयपुर। चार महीने पहले कोतवाली थाना पुलिस ने बाइक चुराते हुए जिस कांस्टेबल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, वहां से जमानत पर छूटने के बाद वही कांस्टेबल एक बार फिर बाइक चोरी करते पकड़ा गया है। जमानत के बाद फिर चोरी पर निकला कांस्टेबल
सूचना पर बुधवार देर रात को पुलिस ने आरोपी निलंबित कांस्टेबल के घर पर दबिश देकर चोरी की तीन बाइकों को बरामद किया है। ये तीनों बाइकें विद्याधर नगर थाना इलाके से चुराने की बात सामने आई है।

विद्याधर नगर थाना प्रभारी चंद्रप्रकाश ने बताया कि करीब चार महीने पहले कोतवाली थाने ने पुलिस लाइन के कांस्टेबल हरीश को गिरफ्तार किया था और चोरी की तीन बाइकें भी बरामद की थीं।

मामले में जमानत पर छूटने के बाद हरीश ने फिर से बाइक चोरी शुरू कर दिया। पुलिस ने बीती रात को आरपीए स्थित हरीश के क्वार्टर पर दबिश में एक चोरी की बाइक बरामद की। पूछताछ में दो और बाइकें बरामद हुई।

3 देशों के ऑपरेशन से अरेस्ट हुआ यासीन भटकल



नई दिल्ली।। भारत में दो दर्जन से अधिक बम धमाकों को अंजाम देने वाले इंडियन मुजाहिदीन के फाउंडर यासीन भटकल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पहले बताया जा रहा था कि भटकल को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया, लेकिन खुफिया सूत्रों के मुताबिक भटकल की गिरफ्तारी किसी तीसरे देश में हुई और फिर उसे नेपाल के रास्ते भारत लाया गया। बिहार के भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल में उसकी गिरफ्तारी दिखाई गई। सूत्रों के मुताबिक इस पूरे मिशन में तीन देशों की खुफिया जांच एजेंसियां सक्रिय थीं।भटकल पर मुंबई पुलिस ने 10 और दिल्ली पुलिस ने 15 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। भटकल की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए कितनी बड़ी कामयाबी है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने इसकी जानकारी तुरंत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी।
यासीन भटकल की गिरफ्तारी की कहानी
सुरक्षा एजेंसियां पिछले पांच सालों से अधिक समय से भटकल की तलाश कर रही थीं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 30 वर्षीय भटकल को इंडियन मुजाहिदीन के एक अन्य आतंकी अख्तर के साथ गिरफ्तार किया गया। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, 'खुफिया एजेंसियों ने बुधवार रात भटकल को गिरफ्तार किया।'

अहमद सिद्दी बप्पा जरार उर्फ शाहरुख उर्फ यासीन अहमद उर्फ इमरान पर दिल्ली, जयपुर, वाराणसी, अहमदाबाद, सूरत, मुंबई, पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु में कई बम धमाकों में शामिल होने का आरोप है।

अपने भाई रियाज भटकल के साथ मिलकर 2008 में इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) की स्थापना करने वाला यासीन 13 फरवरी, 2010 को पुणे स्थित जर्मन बेकरी में हुए बम धमाके में भी वांछित था, जिसमें 17 लोग मारे गए थे।

भटकल ने दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर आतंकी हमले को भी अंजाम दिया था। कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले जामा मस्जिद के बाहर ताइवानी मीडिया टीम को निशाना बनाया गया था। भटकल ने बाटला हाउस एनकाउंटर का बदला लेने के लिए यह वारदात की थी।

सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि निरोधक कानून के तहत 2010 में आईएम को आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। 2011 में अमेरिका ने भी इस प्रतिबंधित संगठन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया था।

भारत के चन्द्रयान ने ढूंढ़ा चन्द्रमा पर पानी

वाशिंगटन। चन्द्रमा पर पानी ढूंढ़ने में भारत का चन्द्रयान मिशन कामयाब रहा। चन्द्रयान के साथ भेजे गए "मून मिनरलॉजी मैपर" (एम3) उपकरण ने यह ऎतिहासिक काम किया। नासा ने इसकी पुष्टि की है।भारत के चन्द्रयान ने ढूंढ़ा चन्द्रमा पर पानी
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार ऎसा पहली बार हुआ है कि चन्द्रमा की सतह से काफी गहराई में पानी ढूंढ़ निकाला गया। पानी तलाशने के लिए एम3 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के चन्द्रयान-1 के साथ भेजा गया।

पहली बार वर्ष 2009 में चन्द्रयान एम3 ने चन्द्रमा की सतह की विभिन्न कोणों से साफ तस्वीरें भेजी थी। इन तस्वीरों से चन्द्रमा पर जल अणुओं की उपस्थिति दर्ज की गई थी। हालांकि चन्द्रमा पर मौजूद पानी मोटी परत के रूप में उपलब्ध है।

जॉन होपकिंग्स यूनिवर्सिटी अप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी (एपीएल) से जुड़ी वैज्ञानिक रचेल क्लीमा ने कहा,"चंद्रमा से निकाली गई चट्टान सामान्य रूप से सतह के नीचे होती हैं और इसके प्रभाव से ही बुलियाल्डस क्षेत्र का निर्माण हुआ।"

उन्होंने कहा,"हमने पाया कि इस क्षेत्र में अच्छी खासी मात्रा में हाइड्राक्सिल है जिसमें ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के परमाणु हैं। यह इस बात का सबूत है कि इस गड्ढे में मौजूद चट्टान के साथ पानी (मोटी परत के तौर पर) भी है। "

बुलियाल्डस चंद्रमा पर एक ऐसा क्षेत्र है जो सौर हवाओं के लिए विपरीत पर्यावरण मुहैया कराता है जिस कारण सतह में भारी मात्रा में पानी पैदा होता है।

नासा के अनुसार कई वषरें तक वैज्ञानिक यही मानते रहे कि चंद्रमा से मिली चट्टानें सूखी हैं और अपोलो मिशन के दौरान जिस पानी का पता चलने का दावा किया गया था, उसका ताल्लुक भी किसी न किसी रूप से पृथ्वी से रहा होगा। चंद्रमा की सतह पर पानी की मौजूदगी का पता चल जाने के बाद यह धारणा बदल गई।

गहने, नकदी लेकर प्रेमी संग भागी विवाहिता

जयपुर। मुरलीपुरा थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के पति को छोड़ प्रेमी संग भागने का मामला सामने आया है। पति का आरोप है कि वह अपने साथ ही घर पर रखे गहने व नकदी के साथ अपने चार साल की बच्ची को भी ले गई। गहने, नकदी लेकर प्रेमी संग भागी विवाहिता
इस संबंध में पति ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। पुलिस ने बताया कि चौदह नंबर बाइपास स्थित पार्वती नगर में किराए के मकान में रहने वाले पीडित पति ने पुलिस को बताया कि वह पिछले दिनों झिरका हरियाणा गया हुआ था।

दो दिन पहले लौटा तो पत्नी व बच्ची घर पर नहीं मिली। मामले की जांच कर रहे एएसआई राजेंद्र सिंह ने बताया कि पति ने घर के पास स्थित एक दुकानदार पर पत्नी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का संदेह जाहिर किया है। घर के सामने ही दुकान होने के कारण दोनों का मिलना होता था और इसका उसे संदेह भी था।

पीडित ने बताया कि उसकी पत्नी गहने, एक प्लॉट के कागजात व तीस हजार रूपए साथ लेकर गई है। पीडित ने पुलिस को अपनी पत्नी के मोबाइल नंबर भी दिए हैं, जोकि दो दिन से बंद हैं और उनसे संपर्क नहीं हो पाया। नंबरों के आधार पर पुलिस लोकेशन पता लगाने में जुटी हुई है।

मोस्ट वांटेड आतंकी यासीन भटकल पुलिस की गिरफ्त में



नई दिल्ली। देश में कई बम धमाकों का आरोपी आंतकी यासीन भटकल पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। एनआईए ने भटकल को नेपाल-बिहार बॉर्डर पर रक्सौल से गिरफ्तार किया है। भटकल इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्यों में से एक है और देश में कई धमाकों का मास्टरमाइंड है। भटकल के साथ ही एक और आतंकी असदुल्ला को भी गिरफ्तार किया गया है। भटकल की गिरफ्तार जांच एजेंसियों के लिए बहुत बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

गिरफ्तार दोनों आतंकियों से एनआईए और स्थानीय पुलिस किसी गुप्त ठिकाने पर ले जाकर पूछताछ कर रही है। हालांकि सुरक्षा कारणों से जांच एजेंसी और स्थानीय पुलिस इस मामले पर विस्तार से कुछ भी बताने से इंकार कर रही है। बताया जा रहा है कि भटकल मधुबनी के रास्ते बिहार से अक्सर नेपाल जाता रहता था। रॉ और आईबी की ओर से मिली जानकारी के आधार पर एऩआईए कुछ समय से उसके लिए जाल बिछा रही थी और आखिरकार वो इसमें फंस ही गया।
यासीन भटकल कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है और इसी के चलते उसका नाम भटकल पड़ा। उसने देश में करीब 10 बड़े धमाकों को अंजाम दिया है। 2008 के जयपुर और सूरत धमाकों में भटकल का हाथ माना जाता है। 2011 के पुणे जर्मन बेकरी धमाके में भी उसी का हाथ होने का आरोप है। इसके अलावा दिल्ली और अहमदाबाद ब्लास्ट में भी भटकल का ही नाम सामने आया है। जानकारों की मानें तो भटकल की गिरफ्तारी इंडियन मुजाहिदीन के लिए तगड़ा झटका है और इस आतंकी संगठन की रीढ़ तोड़ सकता है।

लगातार ट्रेस कर रही थी खुफिया एजेंसियां
भटकल को कल रात बिहार-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि गृह मंत्रालय ने भी कर दी है। इस ऑपरेशन में कर्नाटक और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को भी शामिल किया गया था। पिछले 7 दिनों से भटकल को इंटरसेप्ट किया जा रहा था। खुफिया एजेंसियां लगातार उसे ट्रेस करने में लगी थी। आखिरकार नेपाल से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

बीकानेर में सड़क हादसे में कमाडेंट की मौत,पत्नी,बच्चा घायल



बीकानेर में बुधवार को एक कार और टैंकर में हुई टक्कर में सीमा सुरक्षा बल के कमाडेंट अनिल कुमार चौधरी की मौत हो गई.
बीकानेर में सड़क हादसे में कमाडेंट की मौत,पत्नी,बच्चा घायल
जबकि इस हादसे में उनकी पत्नी और बेटा घायल हो गए.

पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बीकानेर-जैसलमेर राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 15 पर हुए हादसे में कमाडेंट ने मौके पर ही दम तोड दिया. कमाडेंट का शव कोलायत के सरकारी अस्पताल में रखा गया है.

सूत्रों के अनुसार मृतक की घायल पत्नी और बारह साल के पुत्र को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, चिकित्सकों के अनुसार दोनों की हालत खतरे से बाहर है. कार, बीकानेर से जैसलमेर की ओर जा रही थी.

पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच कर रही है.

भूमि अधिग्रहण विधेयक आज होगा लोकसभा में पेश



नई दिल्ली: यूपीए सरकार लोकसभा में आज महत्वपूर्ण भूमि अधिग्रहण विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए पेश करेगी। फूड बिल के बाद सरकार की ओर से लाया जाने वाला यह दूसरे अहम बिल है।
भूमि अधिग्रहण विधेयक आज होगा लोकसभा में पेश
माना जा रहा है कि बहस के दौरान विपक्ष बिल में कई संशोधनों की मांग कर सकता है। हालांकि सरकार ने दावा किया है कि महत्वपूर्ण संशोधनों की संख्या दो दर्जन से अधिक नहीं है। विपक्ष को खुश करने के लिए सरकार ने उसके कुछ संशोधनों को माना तो है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह बिल वाकई भूस्वामियों की हितों को सुरक्षित करेगा।

इस विधेयक का उद्देश्य परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित परिवारों को 'न्यायसंगत एवं उचित' मुआवजा दिलाना है। बहुचर्चित इस विधेयक में ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण होने पर प्रभावित परिवारों को भूमि के बाजार मूल्य का चार गुणा और शहरी क्षेत्रों में दो गुणा मूल्य देने का प्रस्ताव किया गया है।

ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश भूमि अधिग्रहण विधेयक को लोकसभा में पेश करेंगे। इसमें प्रस्ताव किया गया है कि प्रभावित लोगों को विकास में भागीदार बनाया जाए, ताकि उनकी जमीन के अधिग्रहण के बाद उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। रमेश ने कहा कि विधेयक का नाम 'भूमि अधिग्रहण, पुनरुद्धार एवं पुनर्वास में पारदर्शिता तथा उचित मुआवजे का अधिकार विधेयक, 2012' रखा गया है।

विधेयक भूमि अधिग्रहण मामलों में लोगों के साथ अब तक हो रहे अन्याय को दूर करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह विधेयक एक सदी से अधिक पुराने भूमि अधिग्रहण कानून, 1894 की जगह लेगा, जिसमें आज की जरूरतों की दृष्टि से अनेक कमियां हैं।

इसमें 'अति आवश्यकता अनुच्छेद' की स्थिति संबंधी एक उपबंध भी था। इसे कभी ठीक से परिभाषित नहीं किया जा सका कि वास्तव में 'अति आवश्यकता' क्या है, बल्कि इसे भूमि अधिग्रहीत करने वाले प्राधिकरण के विवेक पर छोड़ दिया गया। इसके लिए इसकी काफी आलोचना होती रही।