गुरुवार, 31 मई 2012

शाहरुख खान की केकेआर का खिलाड़ी और ‘इस्‍लामी आतंकवाद’ का कनेक्‍शन


 
नयी दिल्‍ली. सुपरस्‍टार शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के एक खिलाड़ी के परिवार की पाकिस्‍तान में आतंकवादी गतिविधियां चला रहे लोगों से संपर्क की बात सामने आयी है।


यह खिलाड़ी है तेज गेंदबाज उमर गुल। इस खिलाड़ी ने आईपीएल का पहला संस्‍करण शाहरुख खान की टीम की तरफ से खेला था और केकेआर के लिए छह मैच में 12 विकेट हासिल किये थे। साल 2008 के मुंबई हमले के बाद पाकिस्‍तान के क्रिकेटरों के भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस वजह से उमर गुल आईपीएल के बाकी संस्‍करणों में नहीं खेल सके। केकेआर ने इस साल यह टूर्नामेंट जीत लिया है। उन्‍होंने फाइनल मैच में चेन्‍नई सुपर किंग्‍स को पांच विकेट से शिकस्‍त दी।


पाकिस्तानी सेना के कमांडो ने गुल के पेशावर स्थित मकान पर छापा मारकर उसके भाई मेराज और अन्‍य लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर वांटेड आतंकवादी अंकल हाजी देली को पनाह देने का आरोप है। देली खूंखार आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम का सक्रिय सदस्य है।
स्‍थानीय मीडिया में आई खबरों में बताया गया है कि हाजी देली खैबर के कबाइली इलाके में सेना के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया था। इसके बाद वह पेशावर में कई दिन मेराज के साथ रहा था।


गुल के परिवार ने इस मामले पर टिप्पणी से इनकार किया है। हालांकि उमर गुल के एक चचेरे भाई ने छापेमारी और तीन लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

विदेशी कॉलगर्ल के साथ हाथ लगी 'वीआईपी' ग्राहकों की लिस्ट



नई दिल्ली.क्राइम ब्रांच ने विदेशी महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल रैकेट का भंडाफोड़ कर महिला दलाल समेत छह महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
 

ये सभी उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं, जिनकी उम्र 27 से 33 वर्ष के बीच है। यह गिरोह दक्षिणी दिल्ली के हाईप्रोफाइल इलाके में रह कर अपना धंधा चला रहा था। इन सभी के पास से लैपटॉप के साथ-साथ 'वीआईपी' ग्राहकों की एक लिस्ट भी बरामद की गई है।


गिरोह ग्राहकों की अय्याशी के लिए बेली डांस से लेकर अन्य पार्टी का आयोजन भी करता था। इस काम के लिए गिरोह की महिलाएं दिल्ली के अलावा शिमला, जयपुर, गोवा तक भी जाती थीं। गिरोह एक रात के लिए 25 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक वसूलता था।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार जैन ने बताया कि इंस्पेक्टर आरती शर्मा की टीम में शामिल हवलदार अमित तोमर को सूचना मिली कि छतरपुर एक्सटेंशन से कुछ उज्बेकिस्तान की महिलाएं कॉल गर्ल रैकेट चला रही हैं।

सूचना के आधार पर नकली ग्राहक के तौर पर पुलिस टीम के ही एक सदस्य को भेजा गया। इसके बाद 29 मई को छतरपुर फार्म हाउस के पास से छह उज्बेकिस्तानी महिलाओं को गिरफ्तार किया।


इस गिरोह की सरगना की पहचान गुलनाज (33) के रूप में की गई। उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले तीन वर्षो से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में देह व्यापार का धंधा चला रही है।

उसने यह भी खुलासा किया कि उसने छतरपुर एक्सटेंशन में 14 हजार रुपए प्रति माह पर एक मकान किराए पर ले रखा है। वहां वह अपने साथ कुछ लड़कियों को रखती है तथा कुछ को वसंत विहार में किराए का फ्लैट दिलाया हुआ है।


वह अपने गिरोह की लड़कियों को क्लाइंट से मिलाने से लेकर उसके पास ले जाने-लाने का पूरा इंतजाम करती थी। गिरोह अपने उसूल के हिसाब से अपने पुराने क्लाइंट के रेफरेंस पर ही नए क्लाइंट को सेवा मुहैया कराता था।

एक रात के लिए एक लड़की की एवज में 20 से 25 हजार रुपए तक चार्ज किए जाते थे, इसके अलावा यदि बात बेली डांस या फिर वीकेंड पार्टी की होती तो उसके लिए एक रात के लिए एक लाख रुपए तक वसूला जाता था।

इस गिरोह से जुड़ी उज्बेकिस्तानी महिलाएं/युवतियां तीन से छह महीने के वीजा पर भारत आती थीं। इन लड़कियों को एक मुश्त रकम अदा की जाती थी, जो लाखों में होती थी। इनमें से एक महिला ऐसी है, जो यहां काफी जानी जाती है।

इस महिला की शादी एक भारतीय युवक से करा दी गई थी, जिससे उसे वीजा मिलने में आसानी रहे। दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े एक भारतीय दलाल की भी पहचान कर ली है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने इन महिलाओं से जुड़ी जानकारी उज्बेकिस्तान के दूतावास को दे दी है।

सीकर व चुरु के युवकों ने लूटा था शराब का ठेका


सीकर व चुरु के युवकों ने लूटा था शराब का ठेका

पाली  रास गांव में बीते दिनों शराब के ठेके में लूट की वारदात सीकर व चुरु के युवकों ने की थी। आरोपियों ने गत 25 मई को तड़के 3 बजे शराब के ठेके के सेल्समैन को बंधक बनाकर जंगल में छोड़ दिया और बाद में करीब चार लाख की शराब व नकदी लेकर फरार हो गए थे। सीकर पुलिस की मदद से पाली से गई टीम ने बुधवार को इस मामले में सीकर में पांच युवकों को पकड़ा है, जिन्हें लेकर संभवत: देर रात तक दल लौट आएगा। पकड़े गए आरोपियों में से एक पुलिसकर्मी का पुत्र भी शामिल है, जिसका पूरा ब्योरा दल के लौटने के बाद ही मिलेगा।

सीकर के पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में दो नेछवा तथा एक सालासर इलाके का रहने वाला है तथा एक आरोपी फिलहाल सीकर में जयपुर रोड पर रह रहा है, जिसे भी पुलिस ने पकड़ लिया है। वारदात में आधा दर्जन से अधिक आरोपियों की भूमिका सामने आई है। पाली एसपी केबी वंदना के निर्देश पर रास थाने से गई टीम ने बुधवार को सीकर पुलिस की मदद से नेछवा हाल जयपुर रोड सीकर निवासी गौरीशंकर पुत्र रघुनाथसिंह, चहरिया (सालासर) निवासी भवानीसिंह को पकड़ लिया है, वहीं मेड़तिया की ढाणी निवासी बच्चिया उर्फ रामकुमार मौके से फरार हो गया। वारदात में इस्तेमाल वाहन भी आरोपी गौरीशंकर के पास होने की बात सामने आई, लेकिन पुलिस को वाहन नहीं मिला है। सीकर में दबिश के दौरान सदर थाना पुलिस भी साथ रही।

यह है पूरा मामला

जिले के रास गांव के निकट बाबरा-ब्यावर मार्ग पर देसी-अंग्रेजी शराब के ठेके पर रोहिसा (जोधपुर) गांव का भंवरसिंह राजपूत बतौर सेल्समैन काम करता है। 25 मई को तड़के 3 बजे जीप में आधा दर्जन से अधिक युवक पहुंचे और मारपीट कर उसे बंधक बना दिया। सेल्समैन को जीप में डालकर आरोपी दो-ढाई किलोमीटर दूर धुलेट गांव के जंगल में ले गए। वहां भी आरोपियों ने उससे मारपीट की व उसका मोबाइल व पर्स छिन लिया, जबकि उसकी जेब से शराब के ठेके की चाबियां निकाल लीं। बाद में आरोपियों ने दुकान से देसी मदिरा के 250 तथा अंग्रेजी शराब के 100 कार्टन निकाल कर ले गए। आरोपी दुकान के गले में रखे करीब 13 हजार रुपए भी ले गए थे।

बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट में कई घायल

बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट में कई घायल

बाड़मेर  तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में बाड़मेर जिले में ज्यादा पद होने से कई जिलों के अभ्यर्थियों ने बाड़मेर को परीक्षा के लिए चयन किया है। दो जून को होने वाली परीक्षा को लेकर बुधवार से ही अन्य जिलों के अभ्यर्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को शहर में कुछ धर्मशालाओं व सार्वजनिक स्थानों पर बाहरी जिलों के अभ्यर्थियों के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। जिससे इन अभ्यर्थियों में भय का माहौल व्याप्त हो गया और वापस अपने जिलों की ओर जाने का निर्णय ले रहे हैं।

अज्ञात युवकों ने की मारपीट: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्थानीय सेवा सदन धर्मशाला के आगे मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए करीब एक दर्जन युवकों ने बाहर से आए परीक्षार्थियों पर लाठियों व सरियों से हमला बोल दिया। हड़बड़ाहट में कुछ रेलवे की ओर भागे तो कुछ कहीं ओर, इन सबको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। वहीं कुछ अन्य स्थानों पर भी बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने के मामले सामने आए हैं। घटना के बाद सभी अभ्यर्थी वापिस अपने जिलों की ओर जाने लगे।

श्रीगंगानगर के थे अभ्यर्थी: शाम को कालका एक्सप्रेस से श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों के कई अभ्यर्थी बाड़मेर पहुंचे, इसके बाद इन्होंने ठहरने के लिए शहर में होटल व धर्मशालाओं की ओर रूख किया। जानकारी के मुताबिक कृष्णलाल पुत्र हनुमान विश्नोई निवासी 65 एनपी (रायसिंहनगर) व नरेश कुमार पुत्र हरिसिंह निवासी हनुमानगढ़ को ज्यादा चोटें आई है। वहीं पूरणराम पुत्र किशनलाल निवासी सूरतगढ़, रविंद्र व जितेंद्र पुत्र ओमप्रकाश निवासी रायसिंहनगर, योगराज पुत्र मदनगोपाल निवासी 10 एनपी (रायसिंहनगर) को भी चोटें आई।

वर्ष 1998 में भी हुई थी मारपीट: उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998 में हुई जिला परिषद के माध्यम से होने वाली परीक्षा में भी बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के साथ मारपीट के मामले घटित हुए थे। तब बड़ी तादाद में बाहरी अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित रह गए थे। इस बार भी बड़ी संख्या में बाहरी जिलों के बेरोजगारों ने शिक्षक बनने के लिए बाड़मेर का चयन किया है। द्वितीय स्तर के लिए राज्य में सर्वाधिक 58,028 आवेदन बाड़मेर में आए, इनमें से बाड़मेर के अभ्यर्थी मात्र पांच हजार ही है।


घटना के बाद पुलिस ने की धर्मशालाओं की जांच

मारपीट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद शहर कोतवाल लूण सिंह भाटी ने मय पुलिस जाब्ता शहर के होटल, ढाबों व धर्मशालाओं की जांच कर किसी भी मामले की जानकारी तुरंत पुलिस को देने के निर्देश संचालकों को दिए। वहीं एहतियातन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।

हमारे साथ गलत हुआ, हम यहां नहीं रहेंगे

'बाड़मेर अच्छा एरिया है, यह समझकर हिंदी विषय में आवेदन किया। लेकिन जब यहां आए तो हमारे साथ गलत हुआ। मुझे व मेरे भाई को दौड़ाकर पीटा।'

-रविंद्र

'ज्यादा पद होने के कारण मैंने सामाजिक ज्ञान विषय में आवेदन किया था। लेकिन यहां बाहरी अभ्यर्थियों की सुरक्षा को लेकर इंतजाम नहीं किए गए हैं।'

-योगराज

'सभी को किसी भी जिले से परीक्षा देने का अधिकार है। मैंने बाड़मेर को चुना, लेकिन रेल से उतरते ही मेरे साथ मारपीट हो गई। अब वापस जा रहे हैं।'

-पूरणराम

परीक्षार्थियों के इतना जल्दी आने का अंदेशा नहीं था परीक्षाओ के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था पूर्ण चाक चौबंद की जायेगी 
राहुल बारहट पुलिस  अधीक्षक बाड़मेर 
'सेवा सदन के पास कुछ बाहरी अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया था। घटना के बाद सभी होटल व ढाबा संचालकों को पाबंद कर दिया है। वहीं शरारती तत्वों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।'

-लूण सिंह भाटी, शहर कोतवाल, बाड़मेर

सीमा पर रेत में दबे कारतूस मिले

सीमा पर रेत में दबे कारतूस मिले

जैसलमेर सीमावर्ती क्षेत्र घंटियाली से दो किलोमीटर आगे रेत में दबे कारतूस बुधवार को बीएसएफ को मिले। जानकारी के अनुसार एक चरवाहे ने रेत में दबा एक बॉक्स देखा, इस पर उसने बीएसएफ को सूचना दी। बीएसएफ के जवानों ने मौके पर पहुंच बॉक्स को रेत से बाहर निकाला तो बॉक्स में एमएम जी गन के 289 कारतूस, यूएमजी मशीन गन के 26 व 9 एमएम पिस्टल के 8 कारतूस के साथ टैंक के गोले का खोल भी मिला। सूत्रों के अनुसार इन कारतूसों पर 1963 से 1965 का मार्का लगा हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि 1965 व 71 के युद्ध के दौरान यह बॉक्स में रेत में दब गया होगा।

राजपूत छात्रावास में तोडफ़ोड़ पर गुस्साए समाज के लोग


राजपूत छात्रावास में तोडफ़ोड़ पर गुस्साए समाज के लोग

समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन


पोकरण  राजपूत छात्रावास में मंगलवार की शाम वर्ग विशेष के लोगों की ओर से तोडफ़ोड़ करने के विरोध में राजपूत समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर उपखंड अधिकारी तथा वृत्ताधिकारी को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। मंगलवार की शाम राजपूत छात्रावास में वर्ग के विशेष के कुछ लोगों ने उत्पात मचाया। इस संबंध में मालमसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि मंगलवार की शाम को सभी बच्चे छात्रावास के कमरों में बैठे थे तभी 25 से 30 व्यक्ति एक राय होकर छात्रावास में घुसे तथा बच्चों के साथ मारपीट करने लगे। वहीं खाना पका रही महिलाओं के साथ भी इन व्यक्तियों ने गाली गलोच की तथा रोकने पर मारपीट पर उतारु हो गए। उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों में से मात्र तीन व्यक्ति को ही पहचानता हूं। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि जब महिलाएं और वह पुलिस थाना आ रहे थे तो कुछ टैक्सी ड्राइवर ने रास्ता रोक महिलाओं को उनके पतियों को मारने की धमकियां दी। इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर धारा 323, 341, 452 आईपीसी के तहत जांच शुरू की।

अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी 


अब गुजरात में भी नहीं हो सकेगा भ्रूण परीक्षण,डीएम ने भेजी चिट्ठी 

कलेक्टर ने अहमदाबाद व बनासकांठा कलेक्टर को भेजा पत्र

बाड़मेर  बाड़मेर जिले से लगते गुजरात के कई तालुको में चल रहे अस्पताल  बाजारों में खुले आम कन्या भ्रूण लिंग जांच को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए गुजरात के कई ताल्लुको के जिला कलेक्टरों को पत्र लिख कर इन पर अंकुश लगा कर सहयोग की मांग की हें उलेखनीय हें की बाड़मेर जिले के पचास फीसदी से अधिक मरीजो का उपचार  डीसा धानेरा पालनपुर आदि स्थानों पर होता हें लिंगानुपात में लगातार गिरावट व सोनोग्राफी सेंटरों पर बरती जाने वाली अनियमितता सामने आने पर प्रशासन ने सख्त रूख अख्तियार किया है।जिले में भ्रूण परीक्षण को लेकर लागू किए गए कड़े नियमों से बचने के लिए लोग पड़ोसी राज्य के जिलों में लिंग परीक्षण करवाने जाते हैं। इसकी भनक पडऩे पर कलेक्टर ने बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजकर आगाह किया है कि भ्रूण परीक्षण का मामला सामने आने पर तुरंत सूचना दे ताकि कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

पड़ोसी राज्य गुजरात के धनेरा, डीसा, पालनपुर व अहमदाबाद में भ्रूण परीक्षण करवाने की शिकायतें सामने आने पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए वहां के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने हाल ही में बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को भेजे पत्र में बताया कि बाड़मेर जिले से भ्रूण परीक्षण के केस उनके क्षेत्र के हॉस्पिटलों में आए तो उसकी तुरंत सूचना दें ताकि भ्रूण परीक्षण पर रोक लगाने के साथ दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके । पत्र में लिखा है कि राजस्थान में भ्रूण परीक्षण पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। यह संवेदनशील मुद्दा है। ऐसे में सभी का सहयोग अपेक्षित है।

॥भ्रूण परीक्षण की रोकथाम को लेकर बनासकांठा व अहमदाबाद कलेक्टर को पत्र भेजे हैं। उन्हें आगाह किया गया है कि उनके क्षेत्र के हॉस्पिटल में बाड़मेर जिले का भ्रूण परीक्षण केस सामने आने पर तत्काल सूचना दें। जिसके आधार पर कार्रवाई की जा सके।

डॉ. वीणा प्रधान कलेक्टर बाड़मेर।

सरहदी रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में सूर्य देवता आग बरसा रहे हें

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४५ डिग्री चढ़ा पारा तवे सी तपने लगी सड़कें


बाड़मेर सरहदी रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में सूर्य देवता आग बरसा रहे हें तापमान पेंतालिस डिग्री के पार जाने के बाद थार का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हें भीषण गर्मी के चलते लोग दिनों में घरो में ही कूलर ऐसी के सामने दुबके रहते हें पिछले एक सप्ताह से तापमान में उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को एकबार फिर तापमान 45 डिग्री पहुंच गया। सूर्योदय के साथ ही शहर दिनभर भट्टी की तरह तपने लगा, गर्म हवा चलने से लोग बेहाल रहे। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा जिससे कफ्र्यू सा माहौल दिखाई दिया। चिलचिलाती धूप के चलते लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सुबह से ही धूप तेज होने से सड़कें तवे की भांति तपने लगी,दोपहर में तो आलम यह रहा मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हो।

बिजली कटौती से परेशानी

जहां एक ओर सूर्यदेव के तीखे तेवर के चलते गर्मी ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए। वहीं दूसरी ओर बिजली कटौती ने आग में घी का काम किया। एकबारगी बाहर निकले लोग फटाफट अपना काम निपटा घर की तरफ लौटते नजर आए। लेकिन बिजली कटौती के चलते उन्हें घर में भी भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली। कूलर व पंखों की हवा बेअसर साबित हो रही थी। बर्तनों में भरा पानी गर्म होकर उबलने लगा था।

करने लगे जतन : गर्मी और लू के थपेड़ों से बचने के लिए घरों में इमली पानी और छाछ का सेवन बढ़ गया हैं। भोजन में भी कच्चे प्याज और टमाटर व तरबूज के सलाद को प्राथमिकता दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी गर्मी में खूब पानी पीएं। दिन में कम से कम चार-पांच बार नींबू पानी व ग्लूकोज का सेवन जरूर करें।

हीरा की ढाणी. भीषण गर्मी के चलते इन दिनों आमजन के साथ पशुधन का भी हाल बेहाल है। लू से बचने के लिए वाहन चालक सहित आमजन सावधानी बरत रहे हैं। पीएचसी के डॉ.मदनलाल माली ने बताया कि गर्मी व लू से बचने के लिए बार-बार पानी पीए। घर में इमली व छाछ का सेवन करें। ज्यादा तकलीफ होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। सिर पर टोपी व आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे का उपयोग करें। दिन में एक दो बार शिकंजी व फलों का सेवन करें।

परिवार नियोजन के एक दर्जन ओप्रेसन असफल मुआवजे की मांग 

 ..बाड़मेर  जिले में परिवार नियोजन शिविरों मेंऔपरेसन करने वाली महिलाओ के ओप्रेसन असफल होने के बाद लगभग एक दर्जन महिलाओ ने मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष पेश हो कर मुआवजे की मांग की सरकारी योजना में इतनी बड़ी गफलत की जांच की मांग भी की गबढ़ती जनसंख्या पर ब्रेक लगाने के लिए परिवार नियोजन अपनाने वाली महिलाएं ऑपरेशन फेल होने की वजह से फिर से गर्भवती हो गई। सुंदर पत्नी जोगनाथ निवासी माजीवाड़ा ने एक साल पहले ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन फेल होने पर उसे गर्भ ठहर गया। दो माह पहले उसने एक बच्ची को जन्म दिया। एक साथ करीब आधा दर्जन नसबंदी ऑपरेशन फेल होने से स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदेह के दायरे में आ गई है। पीडि़त महिलाओं ने बताया कि ये सभी ऑपरेशन एक ही महिला चिकित्सक ने किए थे। नाहटा हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर अंजली अग्रवाल ने पिछले तीन साल के दौरान अलग -अलग समय में महिलाओं के ऑपरेशन किए। बुधवार को इन महिलाओं ने सीएमएचओ से बच्चों को पालने या फिर हर्जाना दिलवाने की मांग की। शेष  
नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा में नसबंदी ऑपरेशन करवाने वाली आधा दर्जन महिलाओं के ऑपरेशन फेल होने का गंभीर मामला सामने आया है। जब महिलाओं को पता चला कि उनका ऑपरेशन फेल हो गया है तो वे नाहटा हॉस्पिटल पहुंची ओर अपनी दास्तां बया करते हुए हर्जाने की मांग की, मगर वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस पर पीडि़त महिलाएं बुधवार को बाड़मेर सीएमएचओ कार्यालय में आकर अपनी व्यथा प्रकट की।

क्या है हर्जाने का प्रावधान.

महिलाओं की ओर से जमा किए गए दस्तावेजों की रिपोर्ट क्वालिटी इंश्योरेंस कमेटी के पास भेजी जाती है। जहां कमेटी में सर्जन, गायनिक व निश्चेतन विशेषज्ञ शामिल होते हैं। ये संबंधित महिलाओं की जांच करते हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट भेजना प्रस्तावित है। सीएमएचओ के हस्ताक्षर होने के बाद रिपोर्ट आईसीआई लोम्बार्ड कंपनी को भेजने पर महिलाओं को 30 हजार रुपए का चेक देने का प्रावधान है।

बच्चों को पालो या दे दो हर्जाना.

नसबंदी ऑपरेशन फेल होने के बाद नाहटा हॉस्पिटल व ब्लॉक सीएमएचओ बालोतरा से कई बार मिलने के बाद जब महिलाओं को संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वे बुधवार को अपने परिजनों के साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास पहुंची। जहां महिलाओं ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए ऑपरेशन करवाए थे। डॉक्टर की लापरवाही से ऑपरेशन फेल हो गए। अब गर्भ में पल रहे बच्चों का पालन पोषण कौन करेगा। यह जिम्मेदारी नहीं ले सकते तो हमें हर्जाना दे दो।

इन महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन हुए फेल

1. बुडि़वाड़ा (पचपदरा) निवासी जेठी पत्नी पूनमाराम ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से नसबंदी ऑपरेशन करवाया।

2. समदड़ी (सिवाना) निवासी गंगाकंवर पत्नी जगपाल ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

3. जाखड़ा (बायतु) निवासी पेपों देवी पत्नी सुखदेव ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गिड़ा में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

4. सराना (पचपदरा) निवासी भंव री पत्नी भूरा राम ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

5. भीमरलाई (पचपदरा) निवासी चुनी देवी पत्नी मांगाराम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपदरा में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

6. हाउसिंग बोर्ड (बालोतरा) निवासी सुंदर पत्नी जोग नाथ ने नाहटा अस्पताल में डॉ. अंजली अग्रवाल से ऑपरेशन करवाया।

मैं अभी ऑपरेशन थिएटर में हूं। कुछ देर बाद बता पाऊंगी।

-डॉ.अंजली अग्रवाल चिकित्सक नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा।

॥ नसबंदी ऑपरेशन फेल होने का मामला सामने आया है। महिलाएं एसीएमएचओ से मिली थी। इसकी जांच करवाई जाएगी। कमेटी में सर्जन, गायनिक व निश्चेतन विशेषज्ञ शामिल होंगे। एक ही डॉक्टर के ऑपरेशन फेल हुए है तो जांच रिपोर्ट के बाद डॉक्टर के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि डॉक्टर अंजली अग्रवाल के खिलाफ पहले भी जांच चल रही है।

डॉ. अजमल हुसैन सीएमएचओ बाड़मेर