शुक्रवार, 30 मार्च 2012

शनि दोष निवारण हेतु कुछ उपाय तरीके


शनि दोष निवारण हेतु कुछ उपाय तरीके 

स्वामी विशाल चैतन्य (पंडित दयानन्द शास्त्री )
Mob.--

---09411190067(UTTARAKHAND);;

निम्न हें ध्यान से विधिपूर्वक संपन्न करें---
सभी राशियों के लिये शनि देव को शांत और प्रसन्ना करने के लिए के निम्न 11 उपाय इस प्रकार से है----


आशा करता हूँ की जिस भाई-बहन की कुंडली में शनिदेव के साढ़े सत्ती या शनि महादशा चल रही हो उनके लिए कल्याणकारी होगी..


उपाय इस प्रकार से है —

ॐ शनैश्वराय नमः॥,ॐ शनैश्वराय नमः॥,ॐ शनैश्वराय नमः॥

१- शनिवार को हनुमान मन्दिर में पूजा उपासना कर तथा प्रसाद चढायें.
शनि देव को शांत करने के लिए वेदों में प्रायः हनुमान जी की पूजा बताए गई है , अगर इन्शान हनुमान जी की पूजा करे तो शनि अपने आप ही शांत रहता है
२-शनिवार को सरसों के तेल में अपनी छाया देख कर दान करना चाहिए
३ -मध्यमा अंगूली में काले घोडे की नाल का छल्ला धारण करें.
४- घर में पूजा स्थान में पारद शिवलिंग रखें. तथा उसके सामने प्रतिदिन महामृ्त्त्युंजय मंत्र का जाप कर्रें.
५- स्वास्तिक अथवा अन्य मांगलिक चिन्ह घर के मुख्य द्वार पर लगायें.
६- शनि स्तोत्र का प्रतिदिन श्रद्धापूर्वक जाप करें.
७- काले घोडे की नाल की अंगूठी शनिवार को मध्यमा अंगुळी में धारण करें.
८ – प्रतिदिन शनि महा मंत्र का जाप करने से घर में सुख शांति रहती है और शनि देव सभी मनोरथ को पूरा करते है मंगलमय वातावरण बना रहता है ,
९- शनिवार के दिन नारियल अथवा बादाम को जल प्रवाह करें.
१०- शनिवार को साबुत उडद किसी भिखारी को दान करें.या पक्षियों को ( कौए ) खाने के लिए डाले ,
११- पीपल के पेड पर जल चढायें.या हनुमान जी को मंगल और शनिवार के दिन सिंदूर चढ़ाएं

दशरथकृत शनि स्तोत्र----

नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण् निभाय च।
नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ॥1॥
नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च ।
नमो विशालनेत्रय शुष्कोदर भयाकृते॥2॥
नम: पुष्कलगात्रय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:।
नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते॥3॥
नमस्ते कोटराक्षाय दुख्रर्नरीक्ष्याय वै नम: ।
नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने॥4॥
नमस्ते सर्वभक्षाय वलीमुखायनमोऽस्तुते।
सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करे भयदाय च ॥5॥
अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तुते।
नमो मन्दगते तुभ्यं निरिस्त्रणाय नमोऽस्तुते ॥6॥
तपसा दग्धदेहाय नित्यं योगरताय च ।
नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम: ॥7॥
ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज सूनवे ।
तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात् ॥8॥
देवासुरमनुष्याश्चसि विद्याधरोरगा:।
त्वया विलोकिता:सर्वे नाशंयान्ति समूलत:॥9॥

शनि मंत्र----
कोणस्थ: पिंगलो बभ्रु: कृष्णौ रौद्रोंतको यम: l
सौरी: शनिश्चरो मंद:पिप्पलादेन संस्तुत: l
नमस्ते कोणसंस्थाय पिंगलाय नमोस्तुते l
नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चांतकायच l
नमस्ते मंदसंज्ञाय नमस्ते सौरयेविभो l
नमस्ते यमसंज्ञाय शनैश्चर नमोस्तुते l
प्रसादं कुरु देवेश: दीनस्य प्रणतस्यच ल

शनि स्त्रोत्-----
निलान्जनम समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
सूर्य पुत्रो दीर्घ देहो विशालाक्षः शिवप्रियः।
मन्दचारः प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनिः ॥
कोणस्थ पिंगलो ब्रभू कृष्णो रौद्रो दंतको यमः।
सौरिः शनैश्वरो मन्दः पिप्पालोद्तः संस्तुतः॥
एतानि दशनामानी प्रातः रुत्थाय य पठेतः।
शनैश्वर कृता पिडा न कदाचित भविष्यती॥
आप अपनी कुंडली दिखाकर भी शनिदेव की दशा महादश या शनि दोष के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु संपर्क करें----

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जैसलमेर .....पुलिस . ताज़ा खबर


शांति भंग के आरोप में 05 गिरफतार 


 जैसलमेरपुलिस थाना मोहनग के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 29.03.2012 को लडाईझगडे पर उतारु सुनीलसिंह पुत्र सुखपालसिंह जाति बावरी उम्र 18 साल नि0 2 जीएमबी हाल 6 ाणी, सुनील कुमार पुत्र पपाराम आड नि0 23 जीजीडब्लू, पनाराम पुत्र पपाराम ओड नि0 5 डीएमआर मोहनग को बाबुसिंह हैड कानि मय जाब्ता एवं पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 29.03.2012 को लडाईझगडे पर उतारु धमेन्द्रसिंह पुत्र अचलसिंह राजपुत नि0 कीता एवं चंदनसिंह पुत्र सादुलसिंह राजपुत नि0 किता को पीराराम उनि मय जाब्ता द्वारा शांति भंग के आरोप में धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया। 


सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान साम्रगी क्रय विक्रय करते 02 गिरफतार 

जैसलमेर पुलिस थाना पोकरण के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 29.03.2012 को कमलसिंह उनि पुलिस थाना पोकरण एवं जाब्ता द्वारा सीएचसी पोकरण से शंकरसिंह पुत्र प्रभूसिंह राजपुत नि0 पोकरण को सार्वजनिक स्थान पर धुम्रपान सामग्री क्रय विक्रय करते हुऐ गिरफतार किया गया। 

बाडमेर, .आज की ताजा खबर. 30 मार्च


राजस्थान दिवस पर विविध कार्यक्रम विकास में भागीदारी से 
बनेगा नया राजस्थान 
बाडमेर, 30 मार्च। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने राजस्थान दिवस पर बधाई व भाुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सब मिलकर भांति एवं सद्भाव की परम्पराओं को कायम रखते हुए प्रदो के विकास में भागीदारी निभाएं और नया राजस्थान बनाने का संकल्प लें। राजस्थान दिवस के मौके पर भाुक्रवार को विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। 
राजस्थान दिवस के मौके पर भाुक्रवार को प्रातः अंहिसा सर्किल से मिनी मैराथन दौड का आयोजन किया गया। मैराथन दौड को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित तथा जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। मैराथन दौड में विभिन्न विद्यालयों के छात्रछात्राओं, पुलिस कर्मियों, नर्सिग कर्मियों एवं अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने भाग लिया। 
इस अवसर पर आदार स्टेडियम में पारम्परिक खेलों का आयोजन किया गया। इस दौरान सतौलिया, गिली डंडा आकशर्ण का केन्द्र रहें। वहीं रस्सा कस्सी में महिलाओं ने दम दिखाया। प्रतियोगिताओं का आरम्भ अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने किया। रस्सा कस्सी तथा सतोलिया (महिला वर्ग) में महिला कानिस्टेबल टीम विजेता तथा नर्सिग छात्राएं उप विजेता रही। इसी प्रकार कब्बडी खेल में बाल मंदिर माध्यमिक विद्यालय के छात्र विजेता तथा राउप्रावि रायकालोनी की टीम उप विजेता रही। गिली डंडा खेल में जिला प्रासन टीम विजेता व खेलकूद केन्द्र के खिलाडी उप विजेता रहें। 
वहीं सूचना केन्द्र में राजस्थान दिवस सप्ताह के अन्तर्गत चल रही चित्र प्रदार्नी में भाुक्रवार को राजस्थान दिवस के मौके पर दार्नाथियों का तांता लगा रहा। जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी श्रवण चौधरी ने बताया कि भाुक्रवार को लोगों का हुजुम उमड पडा। प्रदार्नी में प्राचीन राजस्थान की झलक के साथ वर्तमान में प्रगतिील राजस्थान का दृय भी दिखलाई देता है। प्रदर्शनी के अन्तर्गत जिले के ऐतिहासिक तथा पुरातात्विक महत्व के स्थानों के चित्रों को बेजोड प्रदार्न किया गया। वहीं जिले में विविध विकास कार्यक्रमों तथा मुख्यमंत्री के समय समय पर आयोजित दौरों को फोटोग्राफी के जरिये दार्या गया। चित्रों में राजस्थान के विकास को दिखलाया गया है। राजस्थान का गठन और वीरों के इतिहास की राजस्थान की अनमोल गाथा को चित्रों के जरिये दार्या गया । इस प्रदार्नी में राज्य की विकास योजनाओं, राजस्थान की थाती एवं ऐतिहासिक परम्परा पर आधारित चित्रों का प्रदार्न किया गया है। साथ ही प्रदार्नी में जिले में विविध विकास कार्यो तथा जिले के ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों को भी दार्या गया है। 
राजस्थान दिवस के कार्यक्रमों की अन्तिम कडी में भाुक्रवार को सायंकाल में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय स्टोन रोड में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया। 
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विभागों में उपस्थिति की जांच सैतीस कार्मिक अनुपस्थित 


बाड़मेर, 30 मार्च। राज्य सरकार के निर्दो पर जिले के राजकीय कार्यालयों तथा संस्थानों में उपस्थिति सुनिचत करने तथा समय की पाबन्दी के लिए विभिन्न प्रासनिक दलों का गठन कर एक ही दिन में उपस्थिति का निरीक्षण किया गया। इस दौरान 37 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि प्रमुख भासन सचिव प्रासनिक सुधार विभाग जयपुर के निर्दोानुसार बुधवार को जिले में स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं परिवहन कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति का आकस्मिक निरीक्षण प्रत्येक तहसील स्तर पर गठित विभिन्न निरीक्षण दलों द्वारा किया गया, जिसमें कुल 37 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। 
उन्होने बताया कि आकस्मिक निरीक्षण के दौरान परिवहन कार्यालय बाडमेर में कनिश्ट लेखाकार राजो जोाी व कनिश्ट लिपिक भूराराम अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार राजकीय पोलोटेक्निक महाविद्यालय बाडमेर में फातिया बाला, रासीमावि जैसिन्दर गांव में व0लि0 देवदत सेजू, राउमावि चौहटन में चश्रेकर्म. नींबाराम, राउमावि धनाउ में चश्रेकर्म. मानाराम, राउमावि भाटाला में क.लि. भौलेन्द्र जोाी व चश्रेकर्म. पूनमाराम, राउमावि आडेल में व.अ. दिलीपसिंह, राउमावि धोरीमना में क.लि. दिलीप चौधरी व विद्यार्थी मित्र पीराराम, राबाउमावि धोरीमना में क.लि. भांकरसिंह राजपुरोहित, राउमावि बायतु में क.लि. मनोज कुमार, अध्यापिका श्रीमती प्यारी, श्रीमती राजेवरी व अध्यापक किरोडीलाल, राउमावि सवाउ पदमसिंह में क.लि. संदीप सांगडिया व चश्रेकर्म. केसाराम, राउमावि मजल में व.लि. छतरसिंह, राउमावि (छात्र) पचपदरा में अध्यापक दिनो श्रीमाली, व.लि. जितेन्द्र माथुर व क.लि. राजेन्द्र बोहरा, राउमावि (छात्रा) पचपदरा में अध्यापिका श्रीमती स्वर्णलता, श्रीमती भगवती परमार व श्रीमती याोदा सोलंकी, राउमावि कल्याणपुर में अध्यापिका कविता कुलश्रेश्ठ व पुस्तकालयाध्यक्ष उशा छंगाणी, राउमावि मण्डली में अध्यापक मुरली मनोहर व अविना भाटी, राउमावि आसोतरा में व.अ. सूरजप्रका सोनी व अध्यापिका श्रीमती नीरू गोयल, परिवहन निरीक्षक बालोतरा में चश्रेकर्म. भंवरसिंह भाटी, डीआरजे राजकीय महाविद्यालय (छात्रा) बालोतरा में क.लि. राको श्रीवास्तव, लेब टेक्नीाियन सुरोचन्द्र माथुर, प्र.भा.सहायक आोक पुरोहित व चश्रेकर्म. आनन्द पंवार तथा एमबीआर राजकीय महाविद्यालय (छात्र) बालोतरा में च.श्रे.कर्म. अमृतलाल अनुपस्थित पाए गए। 
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आंगनवाडी तथा विद्यालयों का निरीक्षण, व्यवस्थाएं परखी 


बाडमेर, 30 मार्च। जिले के आंगनवाडी केन्द्रों तथा विद्यालयों में पोशाहार की गुणवता तथा बच्चों की उपस्थिति सुनिचत करने एवं अन्य व्यवस्थाएं परखने के लिए गुरूवार को बडी तादाद में इन संस्थानों का निरीक्षण किया गया। 
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा उप निदोक महिला एवं बाल विकास रामस्वरूप मीणा ने गुरूवार को राउप्रावि भीलों की रबारियों की ाणी (लंगेरा), आंगनवाडी केन्द्र मारूडी, राउप्रावि मारूडी, उप स्वास्थ्य केन्द्र मारूडी, आंगनवाडी केन्द्र कुम्भारों की बस्ती दरूडा, राउप्रावि कुम्भारों की बस्ती दरूडा, आंगनवाडी केन्द्र दांता, राउप्रावि दांता, रामावि कादरे की ाणी, राप्रावि मायलों की ाणी असाडा बेरी (जसाई), ग्राम पंचायत देरासर, उप स्वास्थ्य केन्द्र देरासर, राउप्रावि मिठवाणियों की बस्ती देरासर, आंगनवाडी केन्द्र देरासर, राउप्रावि भीये की ाणी, राप्रावि इलोलिया (हाथमा), आंगनवाडी केन्द्र इलोलिया, आंगनवाडी केन्द्र हाथमा, उप स्वास्थ्य केन्द्र हाथमा, रामावि हाथमा, राउप्रावि रामदेरिया, आंगनवाडी केन्द्र रामदेरिया, ग्राम पंचायत रामसर, आंगनवाडी केन्द्र रामसर प्रथम तथा सीडीपीओ कार्यालय रामसर का निरीक्षण किया। 
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अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष छः अप्रेल तक जिले की यात्रा पर रहेंगे 


बाडमेर, 30 मार्च। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल 6 अप्रेल तक जिले की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे तथा लोगों की जन सुनवाई करेंगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मेघवाल 3 अप्रेल को समदडी में जन सुनवाई करेंगे। वे 4 अप्रेल को प्रातः 10.00 बजे सिणधरी पहुंच सामाजिक समारोह में िरकत करेंगे तथा सिणधरी से सायं 6.00 बजे प्रस्थान कर भाम 7.00 बजे समदडी पहुंचेगे। वे 5 अप्रेल को प्रातः 11.00 बजे ग्राम अजीत पहुंचेगे तथा नवीन गुरूकुल प्री डिफेन्स स्कूल अजीत के वाशिर्क उत्सव में भाग लेंगे तथा पुनः भाम 5.00 बजे समदडी पहुंचेगें। मेघवाल 6 अप्रेल को समदडी से प्रातः 7.00 बजे प्रस्थान कर प्रातः 9.00 बजे ग्राम अकदडा पहुंच सामाजिक समारोह में भारीक होंगे। वे इसी दिन दोपहर एक बजे ग्राम जेठन्तरी पहुंच बजरंग मेले में िरकत करेंगे तथा भाम 7.00 बजे पुनः समदडी पहुचेंगे। इसके पचात वे 7 अप्रेल को प्रातः 7.00 बजे समदडी से जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
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बाड़मेर की सहकारी सोसायटियो के खिलाफ मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

बाड़मेर की सहकारी  सोसायटियो  के खिलाफ मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश 
चिट फंड कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में सहकारी समितियों ने आम लोगो को लूटने का धंधा बड़े जोरो से चला रखा हें रिजर्व बेंक के प्रावधानों तथा नियमो को धत्ता बता कर चिट फंड कंपनियों की तर्ज पर करोडो रुपये आम जनता से ऐंठ लिए .इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन ,जिला पुलिस प्रशासन ,सहित मुख्यमंत्री तक को आम जनता ने ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पत्र भी लिखे ,इन पत्रों के आधार पर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव को जांच सौंपी गयी हे वाही पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस उप अधीक्षक को जांच दी गयी ,बाड़मेर जिले में इस प्रकार की तीन दर्जन से अधिक सहकारी समितिया अवेध रूप से नॉन बैंकिंग  कार्य कर रही हें ,आम जनता को ज्यादा ब्याज और लोक लुभावनी योजनाये बता कर सरे आम ठगा जा रहा हें बाड़मेर में संचालित कई सहकारी सोसायटिया भारतीय रिज़र्व बैंक के नियमो की पालना नहीं कर रही वन्ही लगभग सभी बनके आर बी आई  से बिना पंजीयन के ही संचालित की जा रही हें ,राज्य सरकार द्वारा प्राथमिकता से आम जनता के साथ ठगी कर पैसा हड़पने वाली निवेशक कम्पनियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। इस सन्दर्भ में बाड़मेर जिले में दो दर्जन से अधिक कॉपरेटिव सोसायटी गैर काूननी तरीके से अवैध रूप से आम जनता को गूमराह कर धन संग्रहण कर रही है। इन सोसायटीयों द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित नियमों की पालना नही की जा रही है। जिसके कारण आम जनता का पैसा डूबने की पूरी संभावना है तथा बाड़मेर जिले में संचालित कॉऑपरेटिव सोसायटियों निम्नलिखित नियम जो आर.बी.आई. द्वारा निर्धारित की पालना की जा रही है यदि नही तो इनके खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही कर जाकर आम जनता को धोखाधड़ी से बचाया जाए। 
.आर बी आई के नियमानुसार सोसायटी खातेदार को हिस्साधारक बनाता है या मात्र नॉमिनल सदस्य बनाया जाता है? 
सोसाइटी द्वारा प्राप्त जमाओं के अनुपात में न्यूनतम 10 प्रतिशत स्वंय का फण्ड डंपदजंपद किया जाता है? संचालित सोसाइटी विगत वर्षो से लाभ में है? सोसाइटी द्वारा अपने सदस्यों को लाभांश दिया जाता है। सोसाइटी आपको आपके निवेश के बदले एफडीआर दी जाती है, या लुभवाने सपने दिखाए जाते है? जैसा की कई संस्थाओं द्वारा जमीन, भेंड, बकरी, गाय, भैस आदि के प्रमाणपत्र दिये जाते है? सोसाइटी का नियंत्रण करने वाले लोग की आर्थिक,इ सामाजिक व भौतिक पृष्ठभूमि क्या है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इन्हे अनापति प्रमाणपत्र जारी किए गए है। संचालितसोसायटीयों द्वारा अपनी जमा पूंजी के 10 प्रतिशत से ज्यादा धन प्राप्त किया गया है। संचालित सोसायटियों आरबीआई द्वारा निर्धारित ब्याज दर से अधिक ब्याज के सपने आम जनता को दिखा रही है। संचालित सोसायटियों जमा राशि का निवेश कहां कर रही है। संचालित सोसायटियों आयकर चुकता कर रही है। संचालित सोसायटियों ऋणकर्ताओं से 8 से 10 की मिति से ब्याज दर वसूल रही है। 
उपरोक्त नियमों के ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने एल एस जी विभाग को जांच के आदेश दिए हें .इन बेंको की संदिघध कार्य प्रणाली को लेकर मुख्यंत्री कार्यालय को शिकायत भेजी गयी थी जिसने मुख्यमंत्री को लिखा गया था की बाड़मेर में संचालित कॉपरेटिव सोसायटियों पर कार्यवाही कर आमजनता को इन से बचाया जाए। 
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जिंदल समूह ने किया 61 हजार करोड़ का कोयला घोटाला


जिंदल समूह ने किया 61 हजार करोड़ का कोयला घोटाला
बाड़मेर से चंदन भाटी की रिपोर्ट



हमारी सरकारों का कंपनियां अपने फायदे के लिए किस तरह इस्तेमाल करती हैं इसका एक उदाहरण राजस्थान में देखते हैं. केन्द्र के कोयला घोटाले की कालिख में किसका चेहरा दागदार होगा यह तो आनेवाला वक्त बताएगा लेकिन इधर राजस्थान में कांग्रेस के करीबी कारोबारी जिंदल समूह ने सरकार के साथ मिलीभगत करके एक लंबी दूरी का ऐसा घोटाला रच दिया है जिसमें सरकार को आनेवाले तीस सालों में 61 हजार करोड़ का घाटा होगा।

जब से बाड़मेर में कोयले के अकूत भंडार का पता चला है काले कारोबारियों की काली नजर बाड़मेर पर पड़ गई है। ताजा मामला जिंदल समूह से जुड़ा हुआ है। राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन के अध्यक्ष डीसी सामंत, सदस्य एस धवन, एसके मित्तल ने बाड़मेर लिग्नाईट माइनिंग कम्पनी लि. की याचिका पर सुनवाई की, जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। खासकर इसमें एक बड़ा खुलासा हुआ हैं कि जिंदल ग्रुप के राजवेस्ट पवार प्लांट लि. भादरेश बाड़मेर में लिग्नाईट की आपूर्ति के लिए बाड़मेर में माइनिंग का ठेका निविदा के जरिये प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से होना था, उसको बिना किसी प्रतिस्पर्धा के जिंदल ग्रुप की एसोसिएट फर्म साउथ वेस्ट माइनिंग लि. को 1230 रुपए प्रति मैट्रिक टन की दर की खरीदारी के अनुबंध के साथ दे दिया गया। टैक्स जोड़ा जाए तो यह दर 1953 रुपए प्रति मीट्रिक टन की दर हो जाती हैं। मजे की बात यह कि जिंदल ग्रुप की एसोसिएट फर्म साउथ वेस्ट माइनिंग लि. यह ठेका लेने की पात्रता भी नहीं रखती। तीस वर्ष के लिए दिए गए इस ठेके से उक्त अवधि में टैक्स समेत करीब इकसठ हजार करोड़ का नुकसान हो सकता हैं।

समझें घाटे का ये गणित : बाड़मेर जिले में जिंदल ग्रुप की फर्म राजवेस्ट पावर प्रोजेक्ट लि. के नाम से भादरेश में 135 मेगावाट की दस इकाइयां बनाई जानी हैं, जिनमे से दो इकाइयां बन कर तैयार हैं और शेष निर्माणाधीन हैं। जब पूर्ण क्षमता के साथ सभी दस इकाइयां काम करेंगी तब प्रतिदिन पचास हजार टन कोयले की जरूरत पड़ेगी। राजवेस्ट की कंसोर्टियम फर्म साउथ माइनिंग लि. इसके लिए प्रतिदिन छह करोड़ पन्द्रह लाख टैक्स समेत नौ करोड़ छियतर लाख पचास हजार रुपये लेगी, जो राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन के समक्ष तय हुई दरों (812 रुपए प्रति मीट्रिक टन) से टैक्स सहित 5.70 करोड़ रुपए अधिक हैं। इस तरह सरकार को प्रतिदिन 2.90 करोड़ टैक्स रहित घाटा होगा। एक महीने में 87 करोड़, एक वर्ष में 1044 करोड़, और तीस वर्षों में 31,220 करोड़ का घाटा होगा और टैक्स समेत यह घाटा इकसठ हजार करोड़ रुपए को पार कर जाएगा।

इक्यावन फीसदी है सरकार की हिस्सेदारी : बाड़मेर के कपूरडी और जालिपा के किसानों की करीब पचास हजार बीघा जमीन अवाप्त हुई हैं, इसका मकसद यहाँ पर कोयला खनन कर कम्पनी को आपूर्ति करनी था। भूमि अवाप्ति के लिए बाड़मेर लिग्नाईट माइनिंग कम्पनी लिमिटेड का गठन किया गया, जिसमे 51 प्रतिशत हिस्सेदारी राज्य सरकार की है। शेष 49 फीसदी भागीदारी राजवेस्ट की है। यहाँ कहने का मतलब यह हैं कि ऊंची दरों पर राजवेस्ट की एसोसिएट फर्म को ठेका देने से होने वाले कुल घाटे में सरकार को इक्यावन फीसदी चूना लगेगा। वही राजवेस्ट को एसोसिएट फर्म से सीधा फायदा ही फायदा होगा।

ठेका निरस्त करने की सिफारिश हुई : राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन ने याचिका पर सुनवाई के बाद पिछले वर्ष अगस्त माह में दिए गए निर्णय अनुसार साउथ वेस्ट माइनिंग लि. को दिए गए खनन ठेके को निरस्त करने और नए सिरे से निविदा आमंत्रित कर प्रतिस्पर्धी दरों के आधार पर ठेका देने के निर्देश दिए। हैरत की बात यह हैं कि साउथ वेस्ट माइनिंग लि. कमीशन को न्यायिक क्षेत्र मानने से इनकार करते हुए अभी तक बिना रोक टोक खनन कर रहे हैं। वही सरकार भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, जो काफी संशय पैदा कर रहा है।

कम कीमत पर कोयला उपलब्ध : राजस्थान सरकार के उपक्रम राजस्थान स्टेट माइंस मिनरल्स लि. द्वारा गिरल लिग्नाईट विद्युत तापीय संयत्र में 650 रुपये प्रति मीट्रिक टन की दर से कोयला उपलब्ध करवाया जा रहा हैं, जबकि साउथ वेस्ट माइनिंग लि. टैक्स समेत 1953 रुपए की दर से कोयला उपलब्ध करवा रहा है। इस मामले में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान कुछ भी बयान देने से इनकार कर रही हैं।

तेज़ाब हमले की शिकार पाकिस्तानी महिला ने 12 सालों बाद की आत्महत्या



एक पूर्व पाकिस्तानी नर्तकी जिसे एक भीषण एसिड हमले के बाद जीवन से संघर्ष करने के लिए छोड़ दिया गया था,ने एक दशक बाद आत्महत्या कर ली।

 

इस एसिड हमले में उसका चेहरा बुरी तरह विकृत हो गया था।

 



33 साल की फखरा यूनुस ने इटली की राजधानी रोम में एक छट्ठे माले की बिल्डिंग से कूद कर अपनी जान दे दी। 12 साल पहले उसपर हुए एसिड हमले में उसका चेहरा इस कदर विकृत हो गया था कि खुद यूनुस का कहना था कि वह देखने में इंसान नहीं लगती है।

 

मई 2000 में उस पर हुए हमले में उसका पूर्व पति बिलाल खार मुख्य अभियुक्त था। खार ने अपनी सास के घर घुसकर सोती हुई यूनुस के चेहरे पर तेज़ाब उढेल दिया था।



खार ने यह हमला यूनुस के उस वक़्त पांच साल के बेटे के सामने किया था। तेज़ाब हमले ने यूनुस को सांस लेने और जीवन से संघर्ष करने में असमर्थ बना दिया था।
 


यूनुस की नाक पूरी तरह से पिघल गई थी और पिछले एक दशक में अपने विकृत चेहरे के इलाज के लिए उसे 39 अगल-अलग शल्यचिकित्सा की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा था ।



इस भयानक हमले में यूनुस के बाल भी जल गए थे,उसके होंठ पिघलकर एक दूसरे से जुड़ गए थे,उसकी एक आंख की रौशनी जाती रही,बायां कान नष्ट हो गया और उसके स्तन पिघल गए।



जब यूनुस को अस्पताल ले जाया गया था तो उस वक़्त उसने कहा था 'मेरा चेहरा मेरे लिए एक जेल है' जबकि हमले से बुरी तरह से डरे उसके बेटे ने कहा था,'यह मेरी मां नहीं है।'



घटना के बाद अपने इलाज को जारी रखने के लिए और रहने के लिए वह रोम चली गई थी।



लेकिन 17 मार्च को उसने अपनी जिन्दगी खत्म कर ली। अपने छोड़े गए सन्देश में यूनुस ने लिखा कि वह आत्महत्या,अत्याचार पर कानून की चुप्पी और पाकिस्तानी शासकों की असंवेदनशीलता पर कर रही हैं।



बिलाल खार को 2002 मे गिरफ्तार किया गया था और उसपर हत्या के प्रयास का आरोप लगा था। लेकिन पांच महीने बाद ही उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।



खार एक पूर्व सांसद है और एक अमीर पाकिस्तानी राज्यपाल का बेटा है। बाद में उसपर लगाए गए आरोप से वह मुक्त हो गया। हालांकि उसका मामले से बेदाग़ बाहर निकल जाने पर कई लोगों का मानना है कि अपने परिवार का रसूख इस्तेमाल कर वह सजा से बच निकलने में कामयाब रहा ।



यूनुस के दुखद आत्महत्या की खबर आने के बाद भी खार अब भी हमले में किसी तरह से शामिल होने से इनकार कर रहा है। एक टेलीविजन इंटरव्यू में उसने कहा कि उसके नाम के किसी और व्यक्ति ने इस अपराध को अंजाम दिया है। खार ने दावा किया कि उसकी पूर्व पत्नी ने अपने आप को खत्म इसलिए किया क्योंकि उसके पास पर्याप्त रकम नहीं थी,ना कि उसके भयानक चोटों की वजह से।



एक महिला अधिकार संगठन,द औरत फाउंडेशन के मुताबिक पिछले साल पाकिस्तान में 8500 मामले एसिड हमले,जबरन शादी और महिलाओं के खिलाफ दूसरे प्रकार की हिंसा के मामले सामने आए।





पिछले साल पाकिस्तान सरकार ने नए कानून पेश किए जिसके तहत तेजाब हमलों को अपराध माना गया और हमला करने वाला अगर दोषी सिद्ध होता है तो उसे 14 साल की सजा होगी।



बिलाल खार के पिता की पूर्व पत्नी तहमीना दुर्रानी हमले के बाद यूनुस की वकील बन गई थी। उन्होंने कहा कि यूनुस ने इलाज से उबरने के बाद उनसे आग्रह किया था कि उसके हमलावर को सजा दिलाएं।



दुर्रानी ने कहा:'यूनुस ने कहा,'जब मैं वापस आउंगी,मैं केस को दोबारा खोलूंगी,और मैं खुद लड़ूंगी,'वह एक फाइटर थी।'



दुर्रानी ने कहा कि यूनुस का मामला पाकिस्तानी सरकार के लिए एक सबक होना चाहिए कि तेजाब के हमलों को रोकने और महिलाओं के प्रति अन्य प्रकार की हिंसा को रोकने और पीड़ितों की मदद करने के लिए बहुत कुछ किया जाना है।



दुर्रानी ने कहा 'मुझे लगता है कि पूरे देश को अत्यंत शर्मिंदा होना चाहिए कि एक विदेशी देश एक पाकिस्तानी नागरिक की 13 सालों तक जिम्मेदारी ली क्योंकि हम उसे कुछ नहीं दे सकें,न न्याय,न सुरक्षा।'

स्वांगिया माता के मंदिरमे उमड़ता है भक्तों का हुजूम


स्वांगिया माता के मंदिरमे उमड़ता है भक्तों का हुजूम


जैसलमेर। शहर से करीब छह किलोमीटर दूर स्थित गजरूप सागर क्षेत्र में नवरात्रि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की चहल-पहल देखने को मिल रही है। शहर के शोर-शराबे से दूर देवी मां के आश्रय में जो आत्मिक संतोष मिलता है, वह अन्यत्र दुर्लभ है। यही सोचकर इस धार्मिक स्थल पर नौ दिन मां स्वांगिया देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता दिन भर लगा रहता है।

यूं तो गजरूप सागर स्थित स्वांगिया माता के मंदिर को लेकर लोगों में प्रगाढ़ आस्था है और विशेष अवसरों पर लोग यहां सपरिवार दर्शनार्थ पहुंचते हैं, लेकिन नवरात्रि के दिनों में यहां का माहौल अलग ही देखने को मिलता है। यहां हर दिन आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों में श्रद्धा व आस्था का ऎसा वातावरण तैयार होता है कि लोग भक्ति के रस से सराबोर होने से खुद को नहीं रोक पाते। सुबह व शाम की आरती में देवी के दर्शन करने शहर से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं।

पहाड़ी क्षेत्र पर स्थित मंदिर में देवी मां के चमत्कारों पर लोगों का इतना विश्वास है कि वे परेशानियां या विपत्ति आने पर यहां धोक देने पहुंचते हंै और मन मांगी मुराद पूरी होने पर दर्शन करना नहीं भूलते। कई लोग आरती से पहले शहर से पैदल चलकर यहां आते हैं। कालेडूंगराय मंदिर के दर्शन करने के बाद गजरूप सागर माता के दर्शन करने भक्त अवश्य आते हैं। यह मान्यता है कि स्वांगिया माता के आश्रय मे जैसलमेर शहर पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

बाड़मेर में 499328 बच्चे

बाड़मेर में 499328 बच्चे

बाड़मेर। जनगणना 2011 के आंकड़ों ने बाड़मेर जिले में बेलगाम बढ़ती आबादी को लेकर चिंतित कर दिया है। जनगणना कहती है कि प्रदेश में छह वर्ष तक के बच्चों की वृद्धिदर में में भी जैसलमेर के बाद बाड़मेर का नंबर आ रहा है। दोनों जिलों में कोई खास फर्क नहीं है। बाड़मेर में वृद्धिदर 19.17 प्रतिशत रही है और जैसलमेर में 19.40 फीसदी। बाड़मेर में 499328 बच्चे छह वर्ष तक की उम्र के है।

सख्त भी हुए
2001 से 2011 तक जनसंख्या वृद्धि पर लगाम के लिए कई नियम सामने आए। दो से ज्यादा बच्चों पर कर्मचारियों की पदोन्नति रोकने, दो से ज्यादा बच्चों पर सरकारी नौकरी की पाबंदी, जनप्रतिनिधियों के लिए दो से ज्यादा बच्चे होने पर चुनाव नहीं लड़ने की पाबंदी लगाई गई है।

सरकारी खर्च दुगुना
परिवार नियोजन के साथ ही जननी सुरक्षा योजना में भी करोड़ों रूपए आबादी को कम करने के ध्येय से खर्च हो रहे है। गांवों में आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्ताüओं की नियुक्ति कर इस कार्यक्रम को गति दी गई है। इसके अलावा नसबंदी का जिले का लक्ष्य ढाई हजार से ग्यारह हजार तक पहुंच गया है। इस सबके बावजूद वृद्धि दर पर नियंत्रण नहीं हो रहा है।

निरक्षता मुख्य कारण
बच्चों की संख्या में इजाफा का मुख्य कारण अशिक्षा है। जिले में अभी तक साक्षरता दर साठ प्रतिशत के करीब है। इसमें भी पढ़े लिखे बीस प्रतिशत ही है,शेष मात्र साक्षर। ऎसे में अस्सी फीसदी लोगों को आबादी नियंत्रण को लेकर समझाना मुश्किल हो रहा है।

हर साल समीक्षा हो
छह वर्ष तक के बच्चों की हर वर्ष समीक्षा हों। आंगनबाड़ी और विद्यालय उचित माध्यम है। वृद्धिदर घटे इसके लिए गांव ढाणी में लगातार जागरूकता रखी जाए। तभी वृद्धिदर का ग्राफ रूकेगा।
- जैसलसिंह खारवाल,सेवानिवृत्त शिक्षक

नई सोच होगी
ज्यादा वृद्धि दर ने जिले में इस बार नई सोच के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाना होगा। इसके लिए सामाजिक स्थिति व मान्यताओं के साथ चलते हुए कई भ्रम तोड़ने होंगे साथ ही नसबंदी के अलावा अन्य संसाधनों की ओर ध्यान दिया जाएगा। आबादी नियंत्रण पर पूरे प्रयास किए जाएंगे।- डा. अजमल हुसैन,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

अब सोच जगी है
वास्तव में लोगोे में छोटे परिवार की सोच अब जगी है। गांव गांव में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की जो रफ्तार सामने आ रही है वह साबित करती है कि आगामी समय में कम बच्चों को लेकर ग्रामीण लोगों की सोच बदलेगी। पिछले दशक में जागरूकता का यह दौर नहीं था।
- डा. गणपतसिंह राठौड़,सेवानिवृत्त चिकित्साधिकारी

28 नर्सिग कॉलेजों पर एसीबी ने मारा छापा

28 नर्सिग कॉलेजों पर एसीबी ने मारा छापा

जयपुर /जोधपुर ।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने नर्सिग कॉलेजों के खिलाफ एक माह में दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरूवार को राज्य के सात जिलों में 28 नर्सिग कॉलेजों में छापे मार कर आकस्मिक जांच की। इनमे जयपुर के सबसे अधिक 10 कॉलेजों समेत जोधपुर के नौ, कोटा के दो, उदयपुर व अलवर के तीन-तीन, भरतपुर के एक कॉलेज की आकस्मिक जांच की।

एसीबी के डीआईजी गोविन्द नारायण पुरोहित ने बताया कि सभी नर्सिग कॉलेजों के मान्यता संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं और मौजूद स्टॉफ, भवन व सुविधाओं का जायजा लिया गया है। कई कॉलेजों में अनियमितताएं मिली हैं। इनको मापदंडों की अनदेखी कर मान्यता दी गई। उल्लेखनीय है कि एसीबी ने करीब दो सप्ताह पहले राज्य के 24 जिलों में 52 नर्सिग कॉलेजों की जांच की थी।

राजधानी में इनकी जांच
मानसरोवर के श्रीविनायक इंस्टीट्यूट एंड मेडिकल टेक्नोलॉजी कॉलेज, विद्याधर नगर के सोनी कॉलेज ऑफ नर्सिग, कालवाड़ रोड पर बियानी कॉलेज ऑफ नर्सिग व कृष्णा स्कूल ऑफ नर्सिग, सांगानेर के राजस्थान कॉलेज ऑफ नर्सिग, कैलाशपुरी के दुर्गा कॉलेज ऑफ नर्सिग व इस कॉलेज की जगतपुरा व जयपुर के पास मनोहरपुर कस्बे में संचालित शाखाओं पर, पालड़ी मीणा के तिलक इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिग मेडिकल साइंसेज, आगरा रोड पर बगराना बस्ती के पास एम.एस. कॉलेज ऑफ नर्सिग व चौमूं के राघव मेडिकल कॉलेज व फुलेरा के कृष्णा स्कूल ऑफ नर्सिग की जांच की गई।

4 वर्ष की डिम्पल को पोलियो!

4 वर्ष की डिम्पल को पोलियो!

ब्यावर (अजमेर)।भले ही डब्ल्यूएचओ ने भारत का नाम पोलियोग्रस्त देशों की सूची से हटा दिया हो, लेकिन इससे इतर अजमेर जिले के ब्यावर में अमृतकौर चिकित्सालय में डिम्पल (4) के कथित रूप से पोलियो के लक्षण मिले हैं।

चिकित्सालय के पल्स पोलियो प्रभारी डॉ. मनोहर गुरनानी ने बताया कि बालिका के रक्त व मल के नमूने अहमदाबाद प्रयोगशाला जांच के लिए भिजवा दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। डिम्पल बलाड़ रोड स्थित शिव कॉलोनी में रहती है।

लड़खड़ाते हुए गिर पड़ी
डिम्पल गत 21 मार्च को घर में खेलते वक्त गिर गई। इस पर मां राधा ने उसके पैरों की मालिश की। अगले ही दिन डिम्पल बाथरूम में गिर गई और बुखार भी चढ़ा। जांच में चिकित्सक को डिम्पल के पैरों व हाथों की पकड़ कुछ कम होने के लक्षण दिखे और उसे अमृतकौर रेफर कर दिया।

टूट गया तंत्र-मंत्र का तिलिस्म, पाखंड का पर्दाफाश



गुड़गांव.सीआईए सेक्टर- 46 द्वारा गिरफ्तार किए गए बाबा खान बंगाली ने घरेलू कलह से निजात दिलाने के नाम पर 11 तोले सोने के जेवरात हड़पे थे। पुलिस की पूछताछ में गुरुवार को यह खुलासा हुआ। इतना देने के बाद भी घर में कलह नहीं हुई तो पीड़ित को अहसास हुआ कि उसे ठगा गया है।
 


बंगाली बाबा को गिरफ्तार करने वाले राजबीर सिंह के मुताबिक सेक्टर-चार निवासी सुरेंद्र यादव लोकल टीवी चैनल पर कार्यक्रम में विज्ञापन देखकर बाबा के पास पहुंचे थे। सारी बात सुनने के बाद बाबा ने सुरेंद्र को विश्वास दिलाया कि उसके घर में रखा 11 तोले सोना ही सारे विवाद की जड़ है। उसने कहा कि सोने को उसके पास ले आओ और शुद्ध करने के बाद ले जाना। बाबा की भक्ति में लीन सुरेंद्र ने सोना सौंप दिया।



उसके बाद भी जब घर में कलह खत्म नहीं हुई तो उसने सोना वापस मांगा। बाबा उसे दिलासा देता रहा कि सोना शुद्ध करने के लिए बाहर भेजा गया है। बाद में वह सोना लेने की बात से ही मुकर गया और जान से मारने की धमकी देने लगा। सुरेंद्र को महसूस हुआ कि उसके साथ ठगी हुई। फिर उसने पुलिस को शिकायत दी। फिलहाल पुलिस बाबा की निशानदेही पर उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

नैनी बाई रो मायरो कथा एक से


नैनी बाई रो मायरो कथा एक से

बाड़मेर गौ माता की रक्षार्थ बाड़मेर में 'नानी बाई रो मायरो' का आयोजन गौ सेवा के लिए साधन नहीं बल्कि साध्य है।' यह बात कथा आयोजन समिति के आलोक सिंहल ने गुरूवार को पत्रकार वार्ता में कही। श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा की ओर से निराश्रित व पीडि़त गोवंश की सेवार्थ एक से तीन अप्रैल तक होने वाली कथा के आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए सिंहल ने बताया कि गाय हमारी संस्कृति की प्रतीक है, इसके संरक्षण एवं संवद्र्धन के लिए समाज को आगे आने की आवश्यकता है। इसी को लेकर बाड़मेर शहर में पहली बार गोसेवार्थ कार्यक्रम का आयोजन करवाया जा रहा है। इसके लिए शहर समेत ग्रामीण इलाकों में अब तक पंद्रह हजार निमंत्रण-पत्र भेजे जा चुके हैं। कार्यक्रमों की कड़ी में प्रतिदिन शहर के प्रमुख मार्गों से प्रभात फेरी निकाली जाएगी। दोपहर 2:30 से शाम 6 बजे तक गोवत्स बालव्यास राधाकृष्ण महाराज मधुर वाणी से मायरे की कथा का वाचन करेंगे। सिंहल ने बताया कि कथा का संस्कार चैनल पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। कथा के आयोजन को लेकर सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। स्वामी रामकिशोराचार्य महाराज ने कहा कि गोमाता की सेवार्थ बाड़मेर में होने वाला कार्यक्रम हजारों निराश्रित गायों को जीवन प्रदान करेगा। इस दौरान अमरचंद सिंहल, रणवीर भादू, हनुमानाराम डऊकिया, दिलीप तिवाड़ी, मोहनलाल गोयल समेत आयोजन समिति से जुड़े कई पदाधिकारी भी मौजूद थे। इसी प्रकार गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा शाखा की ओर से निराश्रित एवं पीडि़त गोवंश सेवार्थ तीन दिवसीय नैनी बाई रो मायरो कथा का आयोजन एक से तीन अप्रेल तक वृंदावन धाम में होगा। कथा का वाचन राधा कृष्ण महाराज करेंगे। कथा के सफल आयोजन को लेकर गुरुवार को समिति के संयोजक स्वामी राम किशोराचार्य गुड़ामालानी, सह संयोजक ब्रज भारती मठ सिणधरी के स्वामी रुघनाथ भारती महाराज के सान्निध्य में बैठक आयोजित हुई। बैठक में सफल आयोजन को लेकर स्वागत समिति, व्यवस्था समिति मंच सजावट सहित कई समितियों का गठन कर जिम्मेवारी सौंपी गईं।

निर्मल बाबा की लोकप्रियता

निर्मल बाबा की लोकप्रियता में अचानक आयी वृद्धि आश्‍चर्यजनक है। आज की तारीख में सिर्फ बाबा रामदेव ही लोकप्रियता में उनसे मुकाबला कर सकते हैं। उनकी लोकप्रियता के पीछे कोई ‘दिव्‍य शक्ति’ है, जो कथित तौर पर उनमें पायी जाती है। उनका कहना है कि उनकी छठी इंद्रियां सक्रिय हैं। साथ ही उनका यह भी दावा है कि बिना किसी व्‍यक्तिगत संपर्क के वे हर मर्ज की दवा कर सकते हैं। चाहे वह कैंसर हो या एड्स। वह अपने वशीकरण मंत्र के असर को लेकर इतने आश्‍वस्‍त हैं कि कहते हैं कि ब्रह्मांड के किसी भी हिस्‍से में रह रहे आदमी की सोच पर वह अधिकार जमा सकते हैं। और सबसे जरूरी और चौंकाने वाली बात कि कई लोगों को यह कहते पाएंगे कि निर्मल बाबा के आशीर्वाद ने उनकी जिंदगी को चमत्‍कारों से भर दिया।

फर्जी दत्तक पुत्र बन दो लोगों ने हड़प ली जमीन!

दत्तक पुत्र बन दो लोगों ने हड़प ली जमीन!फर्जी 
बालोतरा. कुंवारे व नि:संतान व्यक्ति की मौत के बाद उसके नाम की जमीन हड़पने के लिए दस्तावेज तैयार कर फर्जी दत्तक पुत्र बनने का मामला प्रकाश में आया है। जसोल नायब तहसीलदार की ओर से उपखंड अधिकारी बालोतरा को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

रिपोर्ट में बताया गया कि जमीन हड़पने की नीयत से दो व्यक्तियों ने फर्जी तरीके से दत्तक पुत्र बनकर 36 बीघा 3 बिस्वा जमीन का नामांतरण अपने नाम करवा दिया। इतना ही नहीं इसमें से कुछ सिंचित जमीन को उन्होंने आगे बेच भी दिया। यह मामला कलेक्टर के पास सतर्कता समिति में भी चल रहा है।

क्या है मामला: सराणा के खसरा नं. 408, 414, 415, 813,796 कुल रकबा 72 बीघा 6 बिस्वा में खतौनी बंदोबस्त के अनुसार शंकर पुत्र चतरिंग के नाम 1/2 की खातेदारी दर्ज है। शंकर पुत्र चतरिंग पुरोहित की बेऔलाद मौत हो गई। वह सराणा की जगह किलूलिया तहसील सांचौर जिला जालोर में रहता था।



शंकर की अंधी माता इमरती बाई सराणा में अपने भाईयों के घर रहती थी, उसकी भी मृत्यु हो गई। उसके बाद गांव के जबरा उर्फ जबरसिंह पुत्र कोजाजी व माला उर्फ मालाराम पुत्र मिसराजी ने भूमि हड़पने की नीयत से राजस्व विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत कर मृतक शंकर के फर्जी गोदपुत्र बनकर जमीन का नामांतरण अपने नाम करवा दिया। उल्लेखनीय है कि इसी खसरे में 1/4 के हिस्सेदार पेमा पुत्र फूला के बेऔलाद होने पर उसके नाम की जमीन खारिज हो चुकी है, जो सरकार के नाम दर्ज हो चुकी है।

गुरुवार, 29 मार्च 2012

राजस्थान में संस्कृति अकैडमी पुरस्कारों की घोषणा

जयपुर।। राजस्थान भाषा साहित्य और संस्कृति अकैडमीने वर्ष 2011 - 12 के पुरस्कारों की घोषणा की है।अकैडमीके प्रेजिडेंट श्याम महर्षि ने बताया कि 2011 - 12 के लिए31 हजार का प्रतिष्ठित ' सूर्यमल्ल मिसण शिखर पुरस्कार 'बीकानेर के साहित्यकार शिवराज छंगाणी को उनकी पुस्तक' इक्कड़ वक्कड़ ' के लिए दिया गया। पद्य के लिए 15 हजाररुपये का ' गणेशलाल व्यास उस्ताद पुरस्कार ' प्रवासी राजस्थानी साहित्यकार मधुकर गौड (मुंबई) को उनकीपुस्तक ' गीतां री पांण ' के लिए दिया जाएगा।  
उन्होंने बताया कि निबंध , एकांकी, नाटक , यात्रा संस्मरणव्यंग्य और रेखाचित्र विषय से जुड़ा 15 हजार रुपये का 'शिवचंद भरतिया गद्य पुरस्कार ' उदयपुर के हरमन चौहानको उनकी पुस्तक ' लखणा रा लाडा ' के लिए दिया गया।15 हजार रुपये का ' मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथासाहित्यकार पुरस्कार ' के लिए डूंगरगढ़ के श्रीभगवान सैनी की पुस्तक ' भेख ' को दिया गया। महर्षि के अनुसारअनुवाद के क्षेत्र में दिए जाने वाला 7500 रुपए का ' बाववजी चतुरसिंह जी अनुवाद पुरस्कार ' कोटा के ओमनागर को उनकी अनुवाद पुस्तक ' जनता बावली होगी ' के लिए प्रदान दिया जाएगा।

महर्षि ने बताया कि लेखक की प्रथम कृति के लिए 7500 रुपये के ' सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार ' से जयपुरके कवि दुष्यंत को उनकी कृति ' उठै है रेत राग ' के लिए पुरस्कृत किया गया। ' राजस्थान बाल साहित्यकारपुरस्कार ' अकोला (चित्तौड़गढ़) के राजकुमार जैन ' राजन ' को उनकी बाल साहित्य की पुस्तक ' लाडेसर बणज्यावां ' के लिए दिया जाएगा।