रविवार, 26 फ़रवरी 2012

पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का स्वागत किया


पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह   का स्वागत किया

बाड़मेर सफेद आकड़ा में शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का का स्वागत समारोह आयोजित हुआ। समारोह की अध्यक्षता मृदुरेखा चौधरी ने की। भाजपा ग्रामीण मंडल के महामंत्री हरलाल सिंह राजपुरोहित ने बताया कि इस अवसर पर जसवंत सिंह का कूंपसिंह राजपुरोहित ने साफा पहनाकर व मृदुरेखा चौधरी को पहाड़सिंह धांधल ने शॉल ओढ़ा स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि जब हमारी केंद्र में सरकार थी, तब नर्मदा का पानी बाड़मेर लाने में राज्य सरकार को पूरी आर्थिक मदद दी लेकिन आज उसी पानी का सदुपयोग नहीं हो रहा । किसानों को वर्तमान सरकार पानी, बिजली मुहैया नहीं करवा रही है। इस अवसर पर विक्रम सिंह ने जसवंत सिंह को पट्टू ओढ़ा व प्रतापसिंह, सुजानसिंह, देरावरसिंह, नारायणसिंह, शिवदानसिंह ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।

जसदेर तालाब पर शनिवार को स्व. तिलोकदान देथा और स्व. कस्तुरी देवी की स्मृति में निर्मित प्याऊ का पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह ने उद्घाटन किया। कार्यक्रम के शुरुआत में अतिथियों का साफा व फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया गया। मोहन दान देथा की ओर से बनाई गई देवीयाण सीडी अतिथियों को भेंट की। उद्घाटन के बाद जसवंत सिंह सहित अन्य अतिथियों ने मंदिर में पूजा की। उनके साथ भाजपा की मृदुरेखा चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, मोहन दान देथा समेत कई लोग थे।

क्षत्रिय धर्म नै जातिवाद सूं मत जोड़ो : जसवंत


क्षत्रिय धर्म नै जातिवाद सूं मत जोड़ो : जसवंत

मल्लीनाथ छात्रावास का वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह आयोजित, प्रतिभाओं व भामाशाहों को सम्मानित किया  
बाड़मेर  रावल मल्लीनाथ त्याग अर तपस्या रा प्रतिमूर्ति हा। वे राज रो तिरस्कार करियो। म्हाने मल्लीनाथ जी रो अनुसरण करणो चाइजे। क्षत्रिय धर्म नै जातिवाद सूं मत जोड़ों। गीता रे 18 वें अध्याय रे 38वें श्लोक में क्षत्रिय री परिभाषा बताई है। जिणमें शूरवीर, तेज, धीरज, दक्षता री बात रो जिक्र करियो । क्षत्रिय ईश्वर सूं घणा दानी बण नै दान करें। आप भले ही करज ले अर दान कर जो। यह बात पूर्व वित्त मंत्री व सांसद जसवंत सिंह जसोल ने श्री मल्लीनाथ छात्रावास के वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के बतौर कही। सिंह ने कहा कि टाबरिया मायड़ भाषा अर संस्कृति ने मत छोड़ज़ो। ओ आपणी धरोहर है, इणने सहेज राखणा रो फर्ज सगला लोगों रो हे। खेल रे बिना पढ़ाई अधूरी है। हॉस्टल में एक भी खेल रो मैदान नजर नी आवै रहयौ हे। टाबरां ने खेलण रो पूरो अवसर दो। वे बोल्या की आप कभी हिम्मत न हारना। हार नी मानणी हे अर झूठ कद्ई न बोलणो। अण बातों रे माथै गोर करण सूं कदे ई दुखी नहीं होवेला।

कार्यक्रम के अध्यक्ष आरएएस महेन्द्र प्रतापसिंह ने कहा संघर्ष ही जीवन है। संघर्ष का दौर खत्म होते ही सफलता का मुकाम हासिल होता है। उन्होंने कहा कि मैं भी इसी छात्रावास का विद्यार्थी रहा हूं। जब कक्षा नौ में पढ़ रहा था, तब व्यवस्थापक कमल सिंह महेचा ने आरएएस बनने का लक्ष्य दिया। उनकी प्रेरणा को आत्मसात करते हुए जयपुर में निरंतर पढ़ाई जारी रखी ओर आरएएस में चयन हो गया। मुझे गर्व है कि दस साल पहले संजोया सपना पूरा हो गया है। उन्होंने विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि आप हमेशा लक्ष्य ऊंचा रखे ओर उसे पाने के लिए कठिन मेहनत करें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी ने कहा कि समाज का सितारा महेन्द्र प्रतापसिंह प्रेरणा का स्त्रोत है। समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बल्कि जरूरत है उन्हें तराशने की । विद्यार्थी खूब पढ़े आईएएस व आरएएस बनकर समाज का नाम रोशन करें। छात्रावास के व्यवस्थापक कमल सिंह महेचा ने प्रतिवेदन पढ़कर सुनाया। संस्थान के मंत्री मेजर पर्वतसिंह ने कहा कि सांवतसिंह बाड़मेर के नहीं हिन्दुस्तान के गौरव है। जिन्होंने राजनैतिक क्षेत्र में मिसाल कायम की है। भजन गायक कालू सिंह गंगासरा ने भजन प्रस्तुत किया। छात्रावास के छात्रों ने स्व.तनसिंह द्वारा रचित सहगान जागी रे जागी दीवले री ज्योत.. प्रस्तुत किया। इस मौके कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को जूनियर वर्ग के छात्रों की ओर से माल्यार्पण कर विदाई की रस्म अदा की गई। इस दौरान सीनियर व जूनियर वर्ग के छात्रों की ओर से विभिन्न भाषाओं में भाषण प्रस्तुत किए ।

अपनों ने बढ़ाया मान, मिला खूब सम्मान. छात्रावास के वार्षिकोत्सव समारोह में प्रतिभाओं, भामाशाहोंं का बहुमान किया गया। इस मौके पर दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व चेक देकर सम्मानित किया गया। आर्थिक सहयोग देने वाले भामाशाहो का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
 
बेटियों ने मारी बाजी. समाज की तीन बेटियों ने बोर्ड परीक्षा में 78 से 88 फीसदी अंक हासिल कर बाजी मारी।

3 लाख रुपए की घोषणा. सांसद जसवंतसिंह ने छात्रावास के छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए आकाश टेबलेट कंप्यूटर सिस्टम खरीदने के लिए 3 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही खेल मैदान विकसित करने के लिए आर्थिक मदद का भरोसा दिया।

ये थे मौजूद. संस्थान के मंत्री मेजर पर्बतसिंह, पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, पूर्व विधायक बाड़मेर तगाराम चौधरी, पहाड़ सिंह चूली, रावल त्रिभुवन सिंह, उद्यमी तनसिंह चौहान, भाजपा नेता एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़, वैद्य वल्लभ भाई शास्त्री, एएसपी रतनसिंह लूणू, सांगसिंह, तेजदान चारण, रेवंतसिंह चौहान, सहायक व्यवस्थापक महिपालसिंह चूली समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

लाइसेंस लेने से पहले देखनी होगी फिल्म



लाइसेंस लेने से पहले देखनी होगी फिल्म

यातायात नियमों की जानकारी देने के लिए परिवहन विभाग दिखाएगा रोड सेफ्टी फिल्म, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से शुरू की जाएगी योजना

बालोतरा  सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण परिवहन विभाग ने लर्निंग लाइसेंस के आवेदनकर्ताओं को रोड सेफ्टीï पर आधारित फिल्म दिखाने का फैसला लिया है। लर्निंग लाइसेंस बनवाने से पहले अब आपको सड़क सुरक्षा पर आधारित आधे घंटे की फिल्म देखनी जरूरी होगी। जिला परिवहन कार्यालय में इसे लागू करने के निर्देश मिल चुके हैं। जिले में यह योजना एक अप्रेल से शुरू हो जाएगी। इससे आवेदनकर्ताओं को लाइसेंस मिलने से पहले सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों की जानकारी मिल सकेगी। रोड सेफ्टी आधारित नियमों की सीडी का निर्माण जयपुर में कराया गया है।


क्या है रिले

रिले एक उपकरण का नाम है जो वैक्यूम सर्किट ब्रेकर (बीसीबी) में लगा रहता है। कंप्यूटर आधारित स्वचालित उपकरण में करंट लगने पर बिजली आपूर्ति बंद करने का समय सैकंड से भी कम पर सेट किया जा सकता है। लाइन को अर्थ मिलने पर रिले ब्रेकर को ट्रिप कर देता है। घरों में लगने वाली एमसीबी भी कुछ इसी तर्ज पर काम करती है।




नदारद है उपकरण

क्षेत्र में अधिकांश जीएसएस ऐसे हैं जहां नीचे जमीन पर रबड़ शीट नहीं है। जीएसएस में जमीन पर रबड़ शीटें इसलिए जरुरी है ताकि अर्थ नहीं मिले। रबड़ शीट नहीं होने से करंट के लीकेज होते हैं। उसे अर्थ मिल जाता है और चपेट में आने पर कर्मचारी की मौत भी हो जाती है। वहीं हाथों में पहनने के लिए ग्लब्स भी नहीं है। और जहां है, वहां पर अधिकतर फट गए हैं। कुछ स्थानों पर सीढिय़ां नहीं है जिसके कारण एंगल पर चढ़कर फाल्ट सुधारने पड़ते हैं। लोहे की एंगल के कारण कई बार करंट से कर्मचारी को या तो जान गंवानी पड़ती है या फिर झुलसने से वे घायल हो जाते हैं।





वाहन की नहीं सुविधा

करंट व फाल्ट सुधारने के लिए यहां के कर्मचारियों के पास वाहन भी नहीं है। कर्मचारियों को फाल्ट की जानकारी तो मिल जाती है लेकिन मौके पर जल्दी पहुंचना उनके लिए कठिनाई का सबब बन जाता है। वहीं टॉर्च व ठहराव के लिए आवास की सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें दिक्कतें उठानी पड़ती है।





॥बार-बार डिमांड भेजे जाने व अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद सुरक्षा संसाधन मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। तेजदास वैष्णव, अध्यक्ष, बिजली कर्मचारी संघ (इंटक), सिवाना

॥सुरक्षा उपकरणों व संसाधनों की समय-समय पर आपूर्ति की जाती है। जल्द ही और सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। आशाराम जांगिड़, अधिशाषी अभियंता, डिस्कॉम, बालोतरा



लूट का विरोध करने पर विधवा के साथ गैंगरेप

कटवा. पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले के कटवा इलाके में रेलगाड़ी में लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने एक विधवा के साथ सामूहिक बलात्कार किया। रेलवे के पुलिस महानिदेशक दिलीप मित्रा ने कहा, "हमें लोकल रेलगाड़ी में लूट एवं कथित बलात्कार की खबर मिली है। रेलवे एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।"


घटना शनिवार शाम को अहमदपुर-कटवा नैरो गेज रेलगाड़ी में घटी। पांच सशस्त्र लुटेरों ने रेलगाड़ी रोकर यात्रियों को लूटना शुरू कर दिया। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो लुटेरों ने उसे रेलगाड़ी से बाहर निकाल लिया और फिर सामूहिक बलात्कार किया।


पीड़िता के एक रिश्तेदार ने कहा, "लुटेरों का विरोध करने पर उसके साथ बलात्कार हुआ। विरोध करने पर अन्य महिलाओं को पीटा गया।"


फिलहाल चिकित्सकीय जांच के लिए महिला को सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है। घटना के विरोध में कई महिला संगठनों ने कटवा में रेल अधिकारियों के समक्ष प्रदर्शन कर महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।


बलात्कार की तीसरी घटना


हाल के दिनों में राज्य में यह बलात्कार की तीसरी घटना है। कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में आंग्ल-भारतीय महिला के साथ बलात्कार किया गया, जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विरोधियों की साजिश बताया था।


दूसरी घटना उत्तर 24 परगना जिले में हुई जहां एक ट्रक चालक एवं उसके सहायक ने कूड़ा बीनने वाली महिला की बलात्कार के बाद हत्या कर दी।

पाकिस्‍तान से सटे इलाकों में 3 महीने तक होगा 'जंगी खेल'

हमारी सेना ने तीन महीने तक चलने वाले युद्धाभ्यास का ऐलान कर दिया है। इसमें असली जंग जैसे वातावरण में सेना की क्षमताओं की कड़ी जांच परख की जाएगी।

मार्च से मई तक चलने वाला यह अभ्यास सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह के कार्यकाल का अंतिम बड़ा जंगी खेल है। अभ्यास खत्म भी उसी समय हो रहा है जब जनरल सिंह 31 मई को अवकाश ग्रहण करेंगे।

यह अभ्यास राजस्थान में दक्षिण पश्चिम कमान के तहत होगा और इसमें सैन्य बलों के संयुक्त युद्ध सिद्धांत को परखा जाएगा। सेना के सूत्रों ने कहा कि अभ्यास एं‍टीग्रेटेड बैटलग्राउंड के कॉन्‍सेप्‍ट पर आधारित होगा और इसमें सेना अपने टैंकों, पैदल वाहिनी के बख्तरबंद वाहनों, तोपों, हेलीकॉप्टरों, और एयर डिफेंस उपकरणों की जांच करेगी।

इस अभ्‍यास में वायु सेना भी हिस्सा लेगी और खुफिया सूचनाओं, निगरानी एवं टोही सूचनाओं, मानव रहित विमानों एवं राडार तथा उपग्रहों से मिली जानकारियों के आधार पर इस दौरान दुश्मन पर निर्णायक हमला बोलने का अभ्यास किया जाएगा।

शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

रेगिस्तान 'के जहाज का सौन्दर्य बढ़ाते ब्यूुटी पार्लर

रेगिस्तान 'के जहाज का सौन्दर्य बढ़ाते ब्यूुटी पार्लर
: बाड़मेर - भारत पाकिस्तान सरहद पर बसे रेगिस्तानी जिले बाड़मेर के ऊंट विश्व भर में अपनी खास पहचान रखते हैं. 'रेगिस्तान' के जहाज के नाम से मशहूर इन ऊंटों की पशुपालक खास देखभाल करते हैं. एक दशक में ऊंटों की संख्या में काफी कमी आई है. कभी ग्रामीण अंचलों में - ऊंट घर घर की जरूरत रहे हैं. रेगिस्तानी धोरों में संचार व यातायात के बेहतर साधनों में ऊंटों का ही उपयोग किया जाता था, तो खेतों में जुताई का कार्य भी ग्रामीण ऊंटों के माध्यम से करते थे.

संचार, कृषि के आधुनिक साधनों और संसाधनों के बढ़ते प्रभाव ने ऊंटों का महत्वम कम कर दिया यातायात और. ऊंट कभी पशु मेलों जान हुआ करते थे. ऊंटों की कीमत लाखों रुपयों में लगती थी. आज ऊंट पालकों को ऊंटों की पर्याप्तम कीमत पशु मेलों में नहीं मिलने से पशुपालको - को नये नये जतन करने होते हैं. ऊटों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए अब विशेष ब्यूाटी पार्लर खुल गए हैं, जहां ऊंटों को सजाया - संवारा जाता है.

डेर्जट ब्यूगटी पार्लर ऐसा ही सैलून है, जहां ऊंटों के लिए विशेष कटिंग का प्रावधान है. सैलून संचालक मगाराम बताते हैं कि ऊंटों की कीमतें अब कम हो जाने के कारण ऊंट पालकों के सामने आजीविका का संकट खडा हो गया है. ऊंट पालक अपने ऊंटों को खास लुक देने के लिए विशेष कटिंग करवा कर खरीदारों का ध्याआन आकर्षित करते हैं. इससे कई मर्तबा ऊंट पालको को अच्छे खरीददार मिल जाते हैं. आजकल ऊंटों के शरीर पर, विशेष तौर से बाल कटिंग कर, तरह - तरह के टैटू बनाए जाते हैं. यह टैटू ऊंटों में विशेष आकर्षण पैदा करते हैं. मगाराम के अनुसार विशेषज्ञ टैटू कटिंग के 500 से 700 स्पये तक लेते हैं.

उधर जैसलमेर में आने - वाले देसी विदेशी पर्यटकों के लिए भी ऐसे ऊंट विशेष आकर्षण का केन्द्र होते हैं. रेगिस्तान 'कैमल सफारी के लिए विशेष कटिंग वाले ऊंटों की बुकिंग हाथोंहाथ हो है जाती' में, साथ ही किराया भी अच्छा मिलता है. 'कैमल सफारी का काम करने वाले सादिक खान ने बताया कि ऊंटों का रूप संवारने के लिए पैसा खर्च करने का लाभ मिलता है. ऊंटों के बालों - पर तरह तरह के कटिंग करा कर फूल - पत्तियां, बेल - बूटे, पक्षी आदि की डिजाईन उकेरते हैं. सैलानियों को इस तरह की डिजाईनें बेहद पसन्द आती 'हैं तथा' कैमल सफारी लिए ऐसे ऊंट पहली पसन्द होते हैं.

पूर्व में इस तरह ऊंटों के सैलून नहीं थे, 'ब्यूवटी पार्लर काफी मात्रा में खुल गए मगर विभिन्न पशु मेलों में इसका प्रचलन देख बाड़मेर और जैसलमेर में' जो रेगिस्तान 'के जहाज ऊंटों को संवारने का काम करते हैं हैं, कैमल. पूर्व में पशुपालक स्वयं ऊंटों के बाल काटते थे. ग्रामीण क्षेत्रों में सभी पशुपालक एक स्थान पर एकत्रित होकर ऊंटों के बाल सामुहिक रूप से काटते थे. अब कैमल सैलूनों का प्रचलन बढ़ गया है.

ज़्यादा सेक्स पावर के लिए कर रहें हैं इन कैप्सूलों का इस्तेमाल, तो सावधान

अजमेर.सेक्स शक्ति बढ़ाने के लिए बाजारों में बिक रहे आयुर्वेद कैप्सूलों में एक अनोखा घपला सामने आया है। आयुर्वेद के नाम से बेची जा रही दवाओं में एलोपैथिक वियाग्रा की मिलावट पाई गई है। इन दवाओं में बताई गई रजत और स्वर्ण भस्म का अंश तक नहीं पाया गया।
 
जबकि ये आयुर्वेदिक दवाएं रजत व स्वर्ण भस्म युक्त होने का दावा कर बेची जा रही थीं। आयुर्वेद विभाग ने उदयपुर, बांसवाड़ा और राजसमंद जिलों से दवाओं के नमूने जांच के लिए जब्त किए थे। एक नमूना राजसमंद के कांकरोली से भी लिया गया था। विभाग पुलिस में मुकदमा दर्ज करा रहा है।

जानकारी के मुताबिक आयुर्वेद महकमे के ड्रग इंसपेक्टर ने रुटीन चैकिंग के दौरान गत वर्ष मई व जून माह में उदयपुर, बांसवाड़ा व राजसमंद जिले के आयुर्वेद स्टोर से आयुर्विट फोर्ट कैप्सूल, गोल्ड-50, गोल्डेक्स कैप्सूल व हाईपावर मूसली कैप्सूल के सेंपल लिए थे। इन्हें जांच के लिए राजकीय विश्लेषक औषधि परीक्षण प्रयोगशाला जयपुर भिजवाया गया था। विभाग को हाल ही में जांच रिपोर्ट मिली है। जिससे इन कैप्सूलों की पोल खुल गई। जांच में इन कैप्सूलों में मिलावट ही सामने नहीं आई बल्कि ये नकली भी निकले हैं।

गोल्ड- 50 कैप्सूल में गोल्ड भस्म ही नहीं मिली वहीं गोल्डेक्स कैप्सूल व आयुर्विट फोर्ट कैप्सूल में भी स्वर्ण भस्म की मात्रा नहीं निकली। वहीं हाईपावर मूसली कैप्सूल में रजत भस्म होनी चाहिए लेकिन इसकी मात्रा नहीं पाई गई। इतना ही नहीं, गोल्डेक्स कैप्सूल, आयुर्विट फोर्ट कैप्सूल व हाईपावर मूसली कैप्सूल में एलोपैथी केमिकल सिल्डानाफिल साइट्रेट (वियाग्रा) की भी मिलावट पाई गई।
इन तीन जिलों में ही नहीं बल्कि अजमेर समेत प्रदेश के सभी बड़े शहरों में यह सेक्सवर्धक कैप्सूल बिक रहे हैं। आयुर्वेद कैप्सूल होने के कारण किसी तरह का साइड इफेक्ट ना होने की बात कहकर दुकानदार इन्हें धड़ल्ले से बेचकर दाम कमा रहे हैं। विशेषतौर पर देश की युवा पीढ़ी की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

यहां से लिए सेंपल, निर्माता कहां के?

1. हाईपावर मूसली कैप्सूल

दुकान का नाम- महावीर मेडिकल एंड आयुर्वेदिक स्टोर, बांसवाड़ा।

निर्माता- आरईपीएल पटना(बिहार)

2. आयुर्विट फोर्ट कैप्सूल दुकान का नाम- बालाजी मेडिकल, कांकरोली (राजसमंद)।

निर्माता- आयुष रिसर्च फार्मा, हरियाणा

3. गोल्ड-50

दुकान का नाम- कारवां मेडिकल स्टोर उदयपुर।

निर्माता- जी. लेबोरेटरी लि.करनाल(हरियाणा)

4. गोल्डेक्स कैप्सूल

दुकान का नाम- केवल आयुर्वेदिक स्टोर, उदयपुर।

निर्माता- ऊंझा फार्मेसी, ऊंझा(गुजरात)अब आगे क्या ?

दवा के निर्माता, वितरक व आयुर्वेद स्टोर के इन चारों दुकानदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। विभाग ने इस मामले में कार्रवाई प्रारंभ भी कर दी है। इसके अलावा प्रदेश में सेक्सवर्धक के नाम से बेचे जा रहे ऐसे कैप्सूलों व दवाओं की जांच की जाएगी।

लाइसेंस निलंबन की होगी कार्रवाई :

सेक्स वर्धक कैप्सूल बनाने वाली कंपनियां राजस्थान से बाहर की हैं, ऐसे में इनके ड्रग लाइसेंस यहां से निलंबित नहीं किए जा सकते। लाइसेंस निलंबित करने के लिए वहां की सरकार को सूचना दी जाएगी। वह अपने सतर पर ही लाइसेंस निलंबित या और कोई अन्य कार्रवाई करेगी।

"सेक्स शक्ति को बढ़ाने का दम भरने वाले इन कैप्सूल के सेंपल मेरे द्वारा ही लिए गए थे। सरकार की जयपुर स्थित प्रयोगशाला में इनकी जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट मिल गई है। जांच में कैप्सूल नकली व मिलावटी पाए गए हैं। जिन कैप्सूल में स्वर्ण व रजत भस्म होने चाहिए थे, उनमें ना रजत और ना स्वर्ण भस्म ही मिली। कैप्सूल बेचने वाले दुकानदार, वितरक व निर्माताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"

आरपी सोमानी, ड्रग इंस्पेक्टर, आयुर्वेद विभाग
"सेक्सवर्धक कैप्सूल के सेंपल लिए गए थे। प्रयोगशाला से आई रिपोर्ट अभी मेरे समक्ष पेश नहीं की गई है। रिपोर्ट में अगर कैप्सूल में वियाग्रा की मिलावट पाई गई है और रजत व स्वर्ण भस्म की मात्रा नहीं मिली है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।"

हनुमान सिंह भाटी, निदेशक, आयुर्वेद

एक्सपर्ट व्यू

"आयुर्वेद की दवा या कैप्सूल में किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होने का दावा गलत है। विज्ञापनों के आधार पर ना तो सेक्सवर्धक कैप्सूल लेने चाहिए और ना ही और कोई दवा इस्तेमाल करनी चाहिए। इससे दूसरे लक्षण होने के आसार होते हैं। सेक्स बढ़ाने के चक्कर में युवा या अन्य व्यक्ति तरह-तरह की दवाएं लेकर स्वास्थ्य को बिगाड़ लेते हैं। ऐसे लोगों को चिकित्सक की राय के बिना कोई दवा ही नहीं लेनी चाहिए। किसी कैप्सूल में अगर सोने या चांदी की भस्म होने का क्लेम किया गया है तो वह उसमें होना ही चाहिए। जहां तक वियाग्रा की बात है, इसे अभी तक आयुर्वेद की परिभाषा में नहीं लिया गया है।"

डॉ. कनकप्रसाद व्यास, पूर्व निदेशक, आयुर्वेद

पाकिस्तान में रेल पटरियों पर आतंकवादी हमला, 1 की मौत



कराची.पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात आतंकवादियों ने विभिन्न स्थानों पर रेल पटरियों पर हमलाकर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया। शनिवार को हुई इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और रेल सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुईं।

 


समाचार चैनल 'जियो न्यूज' की रपट के अनुसार बिन कासिम, नवाबशाह, पुद ईदन, खेरपुर और घोटकी में रेल पटरियों को विस्फोट से उड़ा दिया गया था।
समाचार पत्र 'डान' के मुताबिक धमाकों में एक शख्स की मौत हो गई। पहला धमाका हैदराबाद के शहर हुसैनाबाद में सुबह करीब 7:15 बजे हुआ।




पुलिस ने बताया कि नवाबशाह के लोंग खान केइरिओ गांव से गुजरने वाली रेल पटरी का एक बड़ा हिस्सा दो विस्फोट कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।




हैदराबाद के कासिमाबाद क्षेत्र से भी इसी तरह के विस्फोट होने की खबर मिली है, वहां दो फुट लम्बी रेल पटरी को नुकसान पहुंचा।



कोटरी, घोटकी, बिन कासिम और पुद ईदन से भी तोड़-फोड़ की खबरें मिली हैं, जहां संदिग्ध आतंकवादियों ने पटरियों के पास विस्फोटक यंत्र लगाया था।



रेल विभाग के सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से कई रेलगाड़ियों को रोक दिया गया है।





विस्फोटों के बाद कराची से भारत के राजस्थान के शहर जोधपुर के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस रेलगाड़ी की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

नमक सूं निखर सके आपणो थार


नमक सूं निखर सके आपणो थार


खड़ताल में क्यूं हड़ताल, करें इणरी पड़ताल, हुनर से शुरू होगा रोजगार का सफर



बाड़मेर  मामा रो ब्याव और पुरसण वाली मां, पछै क्यूं भाणजों भूखों। मारवाड़ी के इस चर्चित मुहावरे का जिक्र करते हुए भारतीय पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. ललित के पंवार ने कहा कि मैं इसी जिले से ताल्लुक रखता हूं। बैठा भले ही दिल्ली में हूं लेकिन दिल यहीं है। मारवाड़ में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फंड की कमी नहीं आने दूंगा। पंवार ने पर्यटन की महत्ता बताते हुए कहा,पर्यटन हमारी संस्कृति से जुड़ा है। इतिहास को पढ़ें तो पता चलेगा पहले लोग तीर्थाटन व देशाटन करते थे,जो बदलते समय के साथ पर्यटन में तब्दील हो गया और व्यवसाय का रूप ले लिया। वे शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कॉन्फ्रेंस हॉल में जिला प्रशासन, पर्यटन व्यवसायी व व्यापारियों तथा मीडिया के साथ पर्यटन को लेकर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि थार के हाईड्रोकार्बन तथा खनन गतिविधियों को पर्यटन उद्योग से जोड़ कर देखा जाना चाहिए। जैसलमेर के सोनार किला विश्व मानचित्र पर निखरने को लेकर कहा कि वहां भूगर्भ में छिपे हाइड्रोकार्बन को तलाशने आए एक फ्रेंच भू गर्भ वैज्ञानिक ने जब यहां के नजारों को कैमरे में कैद कर प्रकाशित किया तो इसे मुकम्मल पहचान मिली। आज भी वहां आने वालों में फ्रेंच पर्यटक ज्यादा है। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने जिले में पर्यटन गतिविधियों की जानकारी देने के साथ थार महोत्सव के बारे में जानकारी दी। इस मौके अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

धरोहर गोद दे दो : चर्चा के दौरान पंवार ने कहा कि 12वीं शताब्दी के गौरवशाली तथा राजस्थान के खजुराहो के रूप में प्रसिद्ध किराड़ू के मंदिरों को केयर्न एनर्जी सरीखी कंपनियों को गोद देकर इन्हें निखारा जा सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने जिले की तेल गतिविधियों को भी पर्यटन से जोडऩे की बात कही। केयर्न के किसी एक तेल के कुएं तथा रिंग एवं अन्वेषण कार्य की साइट को विजिट ऑफ हाईड्रोकार्बन के रूप में विकसित कर पर्यटकों को रिझाया जा सकता है।

नमक से जोड़ो मेहमानों का नाता : पचपदरा के नमक उत्पादन स्थलों को द लैंड ऑफ वाइट पिरामिड के रूप में उभारा जा सकता है, जिससे पर्यटक इन नजारों के साथ आकर्षित हो सकें। जिले के अन्य पर्यटन स्थलों को भी विभिन्न दृष्टिकोण से पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।



तय करो तिथी : बाड़मेर में आयोजित होने वाले थार महोत्सव की आगामी दस वर्षों की तिथियां निर्धारित करने तथा इसे अन्य प्रसिद्ध महोत्सव से लिंक नहीं कर स्वतंत्र रूप से थार के मौसम के अनुकूल समय यथा संभव दीपावली के आसपास लाभ पंचमी को आयोजित करवाने को कहा ताकि विदेशी पर्यटक इससे अधिक से अधिक रूप से जुड़ सकें। मार्च में होने वाले थार महोत्सव को लेकर कहा कि यह राइट टाइम नहीं है।

आमंत्रित करो आदर करो : चर्चा के दौरान पंवार ने कलेक्टर से मुखातिब होते हुए कहा कि पर्यटन उद्योग से जुड़े होटल, टूर एंड ट्रेवल्स ऑपरेटर व टूरिस्ट गाइड को सक्रिय रूप से भागीदारी के लिए आमन्त्रित करे और मनुहार करे। इन पर किया गया खर्चा नहीं बल्कि निवेश है।

खड़ताल में हड़ताल क्यों, पड़ताल करो : हुनर से रोजगार स्कीम को लेकर कहा कि जिला मुख्यालय पर स्थित आरटीडीसी की होटल खड़ताल को स्किल सेन्टर के रूप में विकसित कर यहां युवाओं को पर्यटन का प्रशिक्षण देने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनानी चाहिए। बंद पड़ी खड़ताल पर चुटकी लेते हुए कहा कि खड़ताल में हड़ताल क्यों। इस पर व्याख्याता मुकेश पचौरी ने कहा कि इसकी पड़ताल भी जरुरी है।

काम की बात

1. चर्चा के दौरान थिएटर कलाकार सुंदर दान देथा ने कहा कि थार महोत्सव में हर बार जिले के गढ़ कोटड़ा व गढ़ सिवाणा की अनदेखी होती है।

2. अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने कहा कि कई बरस पहले थार धरोहर को लेकर कार्य योजना बनी थी उस पर फिर से काम होना चाहिए।

3. ललित के पंवार ने कहा कि 15 साल पहले नेशनल स्कूल ऑफ फोक म्यूजिक को लेकर काम शुरू किया गया था लेकिन अब वो फाइल धूल फांक रही है ऐसे में उस पर से धूल हटानी चाहिए।

4. कारण खोजो क्यों सुपरहिट नहीं हो पा रहा थार उत्सव

5. हुनर से रोजगार में थार के कम शिक्षित युवाओं को जोड़ कर न्हें पर्यटन उद्योग से जोडऩा चाहिए।