हमारी सेना ने तीन महीने तक चलने वाले युद्धाभ्यास का ऐलान कर दिया है। इसमें असली जंग जैसे वातावरण में सेना की क्षमताओं की कड़ी जांच परख की जाएगी।
मार्च से मई तक चलने वाला यह अभ्यास सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह के कार्यकाल का अंतिम बड़ा जंगी खेल है। अभ्यास खत्म भी उसी समय हो रहा है जब जनरल सिंह 31 मई को अवकाश ग्रहण करेंगे।
यह अभ्यास राजस्थान में दक्षिण पश्चिम कमान के तहत होगा और इसमें सैन्य बलों के संयुक्त युद्ध सिद्धांत को परखा जाएगा। सेना के सूत्रों ने कहा कि अभ्यास एंटीग्रेटेड बैटलग्राउंड के कॉन्सेप्ट पर आधारित होगा और इसमें सेना अपने टैंकों, पैदल वाहिनी के बख्तरबंद वाहनों, तोपों, हेलीकॉप्टरों, और एयर डिफेंस उपकरणों की जांच करेगी।
इस अभ्यास में वायु सेना भी हिस्सा लेगी और खुफिया सूचनाओं, निगरानी एवं टोही सूचनाओं, मानव रहित विमानों एवं राडार तथा उपग्रहों से मिली जानकारियों के आधार पर इस दौरान दुश्मन पर निर्णायक हमला बोलने का अभ्यास किया जाएगा।
मार्च से मई तक चलने वाला यह अभ्यास सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह के कार्यकाल का अंतिम बड़ा जंगी खेल है। अभ्यास खत्म भी उसी समय हो रहा है जब जनरल सिंह 31 मई को अवकाश ग्रहण करेंगे।
यह अभ्यास राजस्थान में दक्षिण पश्चिम कमान के तहत होगा और इसमें सैन्य बलों के संयुक्त युद्ध सिद्धांत को परखा जाएगा। सेना के सूत्रों ने कहा कि अभ्यास एंटीग्रेटेड बैटलग्राउंड के कॉन्सेप्ट पर आधारित होगा और इसमें सेना अपने टैंकों, पैदल वाहिनी के बख्तरबंद वाहनों, तोपों, हेलीकॉप्टरों, और एयर डिफेंस उपकरणों की जांच करेगी।
इस अभ्यास में वायु सेना भी हिस्सा लेगी और खुफिया सूचनाओं, निगरानी एवं टोही सूचनाओं, मानव रहित विमानों एवं राडार तथा उपग्रहों से मिली जानकारियों के आधार पर इस दौरान दुश्मन पर निर्णायक हमला बोलने का अभ्यास किया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें