क्षत्रिय धर्म नै जातिवाद सूं मत जोड़ो : जसवंत
मल्लीनाथ छात्रावास का वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह आयोजित, प्रतिभाओं व भामाशाहों को सम्मानित किया
बाड़मेर रावल मल्लीनाथ त्याग अर तपस्या रा प्रतिमूर्ति हा। वे राज रो तिरस्कार करियो। म्हाने मल्लीनाथ जी रो अनुसरण करणो चाइजे। क्षत्रिय धर्म नै जातिवाद सूं मत जोड़ों। गीता रे 18 वें अध्याय रे 38वें श्लोक में क्षत्रिय री परिभाषा बताई है। जिणमें शूरवीर, तेज, धीरज, दक्षता री बात रो जिक्र करियो । क्षत्रिय ईश्वर सूं घणा दानी बण नै दान करें। आप भले ही करज ले अर दान कर जो। यह बात पूर्व वित्त मंत्री व सांसद जसवंत सिंह जसोल ने श्री मल्लीनाथ छात्रावास के वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के बतौर कही। सिंह ने कहा कि टाबरिया मायड़ भाषा अर संस्कृति ने मत छोड़ज़ो। ओ आपणी धरोहर है, इणने सहेज राखणा रो फर्ज सगला लोगों रो हे। खेल रे बिना पढ़ाई अधूरी है। हॉस्टल में एक भी खेल रो मैदान नजर नी आवै रहयौ हे। टाबरां ने खेलण रो पूरो अवसर दो। वे बोल्या की आप कभी हिम्मत न हारना। हार नी मानणी हे अर झूठ कद्ई न बोलणो। अण बातों रे माथै गोर करण सूं कदे ई दुखी नहीं होवेला।
कार्यक्रम के अध्यक्ष आरएएस महेन्द्र प्रतापसिंह ने कहा संघर्ष ही जीवन है। संघर्ष का दौर खत्म होते ही सफलता का मुकाम हासिल होता है। उन्होंने कहा कि मैं भी इसी छात्रावास का विद्यार्थी रहा हूं। जब कक्षा नौ में पढ़ रहा था, तब व्यवस्थापक कमल सिंह महेचा ने आरएएस बनने का लक्ष्य दिया। उनकी प्रेरणा को आत्मसात करते हुए जयपुर में निरंतर पढ़ाई जारी रखी ओर आरएएस में चयन हो गया। मुझे गर्व है कि दस साल पहले संजोया सपना पूरा हो गया है। उन्होंने विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि आप हमेशा लक्ष्य ऊंचा रखे ओर उसे पाने के लिए कठिन मेहनत करें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी ने कहा कि समाज का सितारा महेन्द्र प्रतापसिंह प्रेरणा का स्त्रोत है। समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बल्कि जरूरत है उन्हें तराशने की । विद्यार्थी खूब पढ़े आईएएस व आरएएस बनकर समाज का नाम रोशन करें। छात्रावास के व्यवस्थापक कमल सिंह महेचा ने प्रतिवेदन पढ़कर सुनाया। संस्थान के मंत्री मेजर पर्वतसिंह ने कहा कि सांवतसिंह बाड़मेर के नहीं हिन्दुस्तान के गौरव है। जिन्होंने राजनैतिक क्षेत्र में मिसाल कायम की है। भजन गायक कालू सिंह गंगासरा ने भजन प्रस्तुत किया। छात्रावास के छात्रों ने स्व.तनसिंह द्वारा रचित सहगान जागी रे जागी दीवले री ज्योत.. प्रस्तुत किया। इस मौके कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को जूनियर वर्ग के छात्रों की ओर से माल्यार्पण कर विदाई की रस्म अदा की गई। इस दौरान सीनियर व जूनियर वर्ग के छात्रों की ओर से विभिन्न भाषाओं में भाषण प्रस्तुत किए ।
अपनों ने बढ़ाया मान, मिला खूब सम्मान. छात्रावास के वार्षिकोत्सव समारोह में प्रतिभाओं, भामाशाहोंं का बहुमान किया गया। इस मौके पर दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व चेक देकर सम्मानित किया गया। आर्थिक सहयोग देने वाले भामाशाहो का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
बेटियों ने मारी बाजी. समाज की तीन बेटियों ने बोर्ड परीक्षा में 78 से 88 फीसदी अंक हासिल कर बाजी मारी।
3 लाख रुपए की घोषणा. सांसद जसवंतसिंह ने छात्रावास के छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए आकाश टेबलेट कंप्यूटर सिस्टम खरीदने के लिए 3 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही खेल मैदान विकसित करने के लिए आर्थिक मदद का भरोसा दिया।
ये थे मौजूद. संस्थान के मंत्री मेजर पर्बतसिंह, पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, पूर्व विधायक बाड़मेर तगाराम चौधरी, पहाड़ सिंह चूली, रावल त्रिभुवन सिंह, उद्यमी तनसिंह चौहान, भाजपा नेता एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़, वैद्य वल्लभ भाई शास्त्री, एएसपी रतनसिंह लूणू, सांगसिंह, तेजदान चारण, रेवंतसिंह चौहान, सहायक व्यवस्थापक महिपालसिंह चूली समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।
बाड़मेर रावल मल्लीनाथ त्याग अर तपस्या रा प्रतिमूर्ति हा। वे राज रो तिरस्कार करियो। म्हाने मल्लीनाथ जी रो अनुसरण करणो चाइजे। क्षत्रिय धर्म नै जातिवाद सूं मत जोड़ों। गीता रे 18 वें अध्याय रे 38वें श्लोक में क्षत्रिय री परिभाषा बताई है। जिणमें शूरवीर, तेज, धीरज, दक्षता री बात रो जिक्र करियो । क्षत्रिय ईश्वर सूं घणा दानी बण नै दान करें। आप भले ही करज ले अर दान कर जो। यह बात पूर्व वित्त मंत्री व सांसद जसवंत सिंह जसोल ने श्री मल्लीनाथ छात्रावास के वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के बतौर कही। सिंह ने कहा कि टाबरिया मायड़ भाषा अर संस्कृति ने मत छोड़ज़ो। ओ आपणी धरोहर है, इणने सहेज राखणा रो फर्ज सगला लोगों रो हे। खेल रे बिना पढ़ाई अधूरी है। हॉस्टल में एक भी खेल रो मैदान नजर नी आवै रहयौ हे। टाबरां ने खेलण रो पूरो अवसर दो। वे बोल्या की आप कभी हिम्मत न हारना। हार नी मानणी हे अर झूठ कद्ई न बोलणो। अण बातों रे माथै गोर करण सूं कदे ई दुखी नहीं होवेला।
कार्यक्रम के अध्यक्ष आरएएस महेन्द्र प्रतापसिंह ने कहा संघर्ष ही जीवन है। संघर्ष का दौर खत्म होते ही सफलता का मुकाम हासिल होता है। उन्होंने कहा कि मैं भी इसी छात्रावास का विद्यार्थी रहा हूं। जब कक्षा नौ में पढ़ रहा था, तब व्यवस्थापक कमल सिंह महेचा ने आरएएस बनने का लक्ष्य दिया। उनकी प्रेरणा को आत्मसात करते हुए जयपुर में निरंतर पढ़ाई जारी रखी ओर आरएएस में चयन हो गया। मुझे गर्व है कि दस साल पहले संजोया सपना पूरा हो गया है। उन्होंने विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि आप हमेशा लक्ष्य ऊंचा रखे ओर उसे पाने के लिए कठिन मेहनत करें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी ने कहा कि समाज का सितारा महेन्द्र प्रतापसिंह प्रेरणा का स्त्रोत है। समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बल्कि जरूरत है उन्हें तराशने की । विद्यार्थी खूब पढ़े आईएएस व आरएएस बनकर समाज का नाम रोशन करें। छात्रावास के व्यवस्थापक कमल सिंह महेचा ने प्रतिवेदन पढ़कर सुनाया। संस्थान के मंत्री मेजर पर्वतसिंह ने कहा कि सांवतसिंह बाड़मेर के नहीं हिन्दुस्तान के गौरव है। जिन्होंने राजनैतिक क्षेत्र में मिसाल कायम की है। भजन गायक कालू सिंह गंगासरा ने भजन प्रस्तुत किया। छात्रावास के छात्रों ने स्व.तनसिंह द्वारा रचित सहगान जागी रे जागी दीवले री ज्योत.. प्रस्तुत किया। इस मौके कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को जूनियर वर्ग के छात्रों की ओर से माल्यार्पण कर विदाई की रस्म अदा की गई। इस दौरान सीनियर व जूनियर वर्ग के छात्रों की ओर से विभिन्न भाषाओं में भाषण प्रस्तुत किए ।
अपनों ने बढ़ाया मान, मिला खूब सम्मान. छात्रावास के वार्षिकोत्सव समारोह में प्रतिभाओं, भामाशाहोंं का बहुमान किया गया। इस मौके पर दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व चेक देकर सम्मानित किया गया। आर्थिक सहयोग देने वाले भामाशाहो का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
बेटियों ने मारी बाजी. समाज की तीन बेटियों ने बोर्ड परीक्षा में 78 से 88 फीसदी अंक हासिल कर बाजी मारी।
3 लाख रुपए की घोषणा. सांसद जसवंतसिंह ने छात्रावास के छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए आकाश टेबलेट कंप्यूटर सिस्टम खरीदने के लिए 3 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही खेल मैदान विकसित करने के लिए आर्थिक मदद का भरोसा दिया।
ये थे मौजूद. संस्थान के मंत्री मेजर पर्बतसिंह, पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, पूर्व विधायक बाड़मेर तगाराम चौधरी, पहाड़ सिंह चूली, रावल त्रिभुवन सिंह, उद्यमी तनसिंह चौहान, भाजपा नेता एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़, वैद्य वल्लभ भाई शास्त्री, एएसपी रतनसिंह लूणू, सांगसिंह, तेजदान चारण, रेवंतसिंह चौहान, सहायक व्यवस्थापक महिपालसिंह चूली समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।
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