सोमवार, 31 अक्तूबर 2011

इंदिरा गांधी की शहादत को राष्‍ट्र कभी नहीं भुला पाएगा.

देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत को राष्‍ट्र कभी नहीं भुला पाएगा. 31 अक्‍तूबर, 1984 ही वह तारीख थी, जब इंदिरा गांधी देश की एकता और अखंडता के लिए कुर्बान हो गईं.
31 अक्तूबर 1984, को बुधवार का दिन. अक्तूबर की आखिरी सुबह. मौसम पूरी तरह करवट ले चुका है. ठंड दिल्ली में दस्तक दे चुकी है. गुनगुनी धूप के बीच हल्की सर्द हवा चल रही है. एक सफदरजंग बंगले के लॉन में चारों तरफ लगे नीम और इमली के पेड़ों के साथ फूल भी खिलखिला रहे हैं.

1, सफदरजंग के परिसर के अंदर ही दो बंगले हैं. एक बंगले में प्रधानमंत्री का दफ्तर और लोगों से मिलने-जुलने के लिए कई कमरे हैं, जबकि दूसरा बंगला प्रधानमंत्री का प्राइवेट क्वार्टर है, जिसमें इंदिरा गांधी अपने बेटे राजीव गांधी, बहू सोनिया गांधी और पोते-पोती राहुल और प्रियंका के साथ रहती हैं.





इस वक्त बंगले में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनकी बड़ी बहू सोनिया गांधी ही मौजूद हैं. राजीव गांधी जनवरी 1985 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए हुए हैं, जबकि इंदिरा गांधी के दोनों पोते-पोती प्रियंका और राहुल गांधी सुबह-सुबह ही स्कूल के लिए निकल चुके हैं.

प्रियंका और राहुल को गले लगा कर स्कूल भेजने के बाद इंदिरा गांधी कुछ देर लॉन मे ही टहलती हैं. 66 साल की उम्र होने के बावजूद वो ना सिर्फ पूरी तरह फिट हैं बल्कि पांचवीं बार देश की प्रधानमंत्री बनने की तैयारी मे जुटी हैं.

इंदिरा गांधी अकसर देर रात रात काम किया करती थीं और सुबह चार बजे उठ भी जाती थीं. वो अकसर कहा करती थीं कि चार घंटे की नींद भी बहुत होती है, पर 31 अक्तूबर को सुबह वो थोड़ी देर से सोकर उठीं. दरअसल वो उड़ीसा की थका देने वाली चुनावी रैली से एक दिन पहले ही लौटी थीं.

मार्निंग वॉक और रुटीन योगा के बाद इंदिरा गांधी अब अपने दफ्तर जाने के लिए तैयार होने लगीं. ये सुबह उनके लिए खास है. बाहर कम्पाउंड में ही बने उनके दफ्तर में एक ब्रिटिश पत्रकार पीटर उस्तिनोव उनका इंतज़ार कर रहा है. दरअसल पीटर इंदिरा गांधी के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री बना रहा है. और इसी डॉक्यूमेंट्री के लिए वो इंदिरा गांधी का इंटरव्यू करने जा रहा था. पीटर एक दिन पहले ही इंदिरा गांधी के साथ उड़ीसा दौरे में दो दिन बिताने के बाद दिल्ली लौटा है.



चूंकि इंटरव्यू का वक्त्त तय है और इंटरव्यू एक डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा, लिहजा ब्रिटिश पत्रकार की गुजारिश पर इंदिरा गंधी अपने दफ्तर में ही मेकअप करवाने लगती हैं.

अभी इंदिरा गांधी मेकअप ही करवा रही थीं कि तभी उनके निजी सचिव आरके धवन दफ्तर पहुंचे. उन्हें भी इस इंटरव्यू के बारे में पहले से पता था. कुछ ही देर में इंदिरा गांधी का मेकप पूरा हो गया. इसके बाद वो आरके धवन को साथ लेकर दफ्तर से बाहर निकली पड़ीं.

9 बजकर 27 मिनट पर इंदिरा गांधी अपने बंगले से एक अकबर रोड़ पर बने अपने दफ्तर की तरफ बढ़ना शुरू करती हैं. एक घंटे का इंटरव्‍यू यहीं रिकार्ड होना है. इंदिरा आगे-आगे चल रही हैं, जबकि उनसे दो-तीन कदम पीछे भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के सुरक्षा गार्ड और आरके धवन चल रहे हैं. सफदरजंग बंगले से एक अकबर रोड दफ्तर जाने के लिए सिर्फ एक गेट पार करना होता है और इंदिरा गांधी अब उसी गेट की तरफ बढ़ रही हैं.

इंदिरा अब धीरे-धीरे गेट के करीब होती जा रही हैं. उनकी रफ्तार से रफ्तार मिलाते हुए सुरक्षा गार्ड और धवन अब भी पीछे-पीछे चल रहे हैं. अब तक सब कुछ शांत और खामोश है और सब कुछ वैसा ही हो रहा है जैसा प्रधानमंत्री दफ्तर के रुटीन और वक्त के हिसाब से होना चाहिए.

9 बजकर 28 मिनट पर इंदिरा गांधी गेट के बिल्कुल करीब पहुंचती हैं. उन्हें करीब आता देख खास गेट पर तैनात दोनों सुरक्षा गार्ड सतवंत सिंह और बेअंत सिंह फौरन अलर्ट हो जाते हैं. इंदिरा गांधी की सुरक्षा में फिलहाल यही दोनों अकेले सिख गार्ड हैं. दरअसल 6 जून 1984 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद इंदिरा गांधी की सुरक्षा में तैनात सभी सिख गार्डस हटा लिए गए थे. ऐसा खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद किया गया था, लेकिन जब इंदिरा गांधी को ये बात पता चली तो उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया और सभी सिख गार्डस को वापस बुला लिया.


गेट पर तैनात गार्ड बेअंत सिंह को इंदिरा गांधी दस साल से जानती हैं. ये उनका फेवरिट गार्ड है, जबकि बेअंत सिंह से कुछ कदम की दूरी पर खड़ा सतंवत सिंह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सिर्फ पांच महीने पहले ही आया है.

सिर्फ दो महीने पहले ही किसी ने सतवंत सिंह और बेअंत सिंह को प्रधानमंत्री निवास में देख कर इंदिरा गांधी से ये पूछा था कि गोल्डन टेंपल में आर्मी भेजने के उनके विवादास्पद फैसले के बाद भी क्या वो अपने सिख सुरक्षा गार्ड पर भरोसा करती हैं? तब इंदिरा गांधी ने बेअंत सिंह की तरफ देखने के बाद ये जवाब दिया था कि जब तक मेरे पास ऐसे सिख हैं तब तक मुझे डरने की जरूरत नहीं है.

वही बेअंत सिंह सतवंत सिंह के साथ गेट पर ड्यूटी दे रहा था. गेट की तरफ बढ़ती इंदिरा गांधी को करीब आते देख दोनों की सांसे अचानक तेज़ हो जाती हैं.

9 बज कर 29 मिनट पर नारंगी रंग की प्रिंट साड़ी पहनीं इंदिरा गांधी अब गेट से मुश्किल से सात फीट की दूरी पर हैं. तभी इंदिरा गांधी की नजर दोनों गार्ड की नजरों से टकराती है. नज़रें मिलते ही सतवंत और बेअंत सिंह उन्हें नमस्ते कहता है. इंदिरा गांधी भी मुस्कुराते हुए दोनों को जवाब देती हैं...नमस्ते. ये उनके मुंह से निकला आखिरी शब्द था.

9 बज कर 30 मिनट पर इधऱ इंदिरा ने दोनों की नमस्ते का जवाब दिया, उधऱ उसी पल बेअंत सिंह ने पलक झपकते ही अपनी कमर पर लगे प्वाइंट 38 बोर का सर्विस रिवॉल्वर निकाला और बेहद करीब से एक के बाद एक तीन गोलियां दाग दीं.



गोली लगते ही इंदिरा गांधी वहीं ज़मीन पर गिर पड़ीं, पर इससे पहले कि उनके साथ चल रहे सुरक्षा गार्ड या आरके धवन कुछ सोच भी पाते कि तभी सतवंत सिंह ने अपनी स्टेनगन का मुंह जमीन पर लहूलुहान गिरी इंदिरा गांधी की तरफ घुमाया और मैग्जीन में जमा 27 की 27 गोलियां खाली कर दीं.

इस तरह देश की एक महान नेता हमेशा के लिए इहलोक को त्‍यागकर परलोक सिधार गईं. देश आज भी इंदिरा गांधी के कृतित्‍व के प्रति ऋणी है.





अनोखा हैं गुफा वाला नौ नाथ द्वार

अनोखा हैं गुफा वाला नौ नाथ द्वार
अलवर। अलवर जिले की सीमा के समीप ही फिरोजपुर झिरका स्थित नौ नाथ द्वार मंदिर के नाम से प्रसिद्ध शिवालय द्वापरकालीन है। सुरम्य पहाड़ों के बीच स्थित इस मंदिर के पास से पूरे साल जलधारा बहती है। इस शिवालय में श्रावण मास व महाशिवरात्रि सहित प्रमुख त्योहारों पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।

गुफा में हैं शिव परिवार
यह शिवालय पहाड़ पर बनी गुफा में बना हुआ है। जिसमें नौ शिवलिंग तथा शिव परिवार मौजूद है। शिव मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष अनिल गोयल तथा मंत्री गिर्राज प्रसाद ने बताया कि पाण्डव जब अज्ञातवास में थे तब उन्होंने इस गुफा में भगवान शिव की तपस्या की थी। उस समय यहां एक शिवलिंग था।

बाद में यहां और शिवलिंग निकलते गए तथा आज इस शिवालय में नौ शिवलिंग मौजूद हैं। गुफा का द्वार साढ़े 5 फीट का है। शिवालय के अन्दर एक-दो व्यक्तियों के बैठने लायक जगह ही है। शिवालय के ऊपर एक अन्य गुफा में हनुमान जी विराजमान हैं। शिवालय 105 फीट ऊंचा है। यहां पहुंचने के लिए एक सौ से अधिक सीढियां पार करनी पड़ती है।

मंदिर निर्माण कराया तहसीलदार ने
समिति अध्यक्ष अनिल गोयल ने बताया कि द्वापर कालीन शिव गुफा का वर्ष 1776 में तत्कालीन तहसीलदार पं. जीवन लाल शर्मा को पहाड़ी रास्ते से गुजरते समय पता चला। जहां उनके द्वारा पूजन व आराधना के बाद संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी होने पर मंदिर का निर्माण कराया गया। इसके बाद समिति ने 1970 में मंदिर का विस्तार कराया।

पहले शीश झुकता है माता के
मंदिर की परिधि में बने द्वार के बाद पहला पड़ाव दर्शन में मां वैष्णव का मंदिर भक्तों की ओर से बनवाया गया है। इसके बाद चौक में स्थापित नंदी बाबा की करीब दस फीट ऊंची व आकर्षक प्रतिमा। प्राचीन शिवालय के बांई तरफ हनुमान जी का मंदिर बनवाया गया। हनुमान मंदिर शिवालय से भी करीब पचास सीढ़ी ऊपर है।

शिवालय व हनुमान मंदिर के बीच कृत्रिम रूप से बनाया झरना, वहां विराजित शिव प्रतिमा के सिर से निकलती गंगा की धार सभी श्रद्धालुओंं को आकर्षित करती है। शिव मंदिर विकास समिति की ओर से दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने तथा भण्डारे आदि के लिए सभी सुविधाएं मंदिर की ओर से प्रदान की गई हैं। श्रावण मास, महाशिवरात्रि सहित अनेक बड़े त्योहारों तथा मन्नत पूरी होने पर भण्डारे किए जाते हैं।

रविवार, 30 अक्तूबर 2011

अन्ना परखेंगे राखी की अश्लीलता को !

अन्ना परखेंगे राखी की अश्लीलता को !

मुंबई। आईटम गर्ल राखी सावंत ने सुर्खियों में आने के लिए एक बार फिर अन्ना हजारे का सहारा लिया है। राखी सावंत ने अपने गाने "जवानी की बैंक" में अश्लीलता के आंकलन के लिए अन्ना को जज बनाने को कहा है।

ड्रामा क्वीन राखी चाहती हैं कि 72 वर्षीय गांधीवादी नेता अन्ना बताएं की उन पर फिल्माए गए इस गाने को सेंसर किया जाना चाहिए। राखी का मानना है कि सेंसर बोर्ड बेवजह उन्हें परेशान कर रहा है। राखी ने कहा कि "मैं खान, कपूर या बच्चन नहीं हूं, इंडस्ट्री में मेरा कोई गोडफादर नहीं है इसलिए सेंसर मुझे निशाना बना रहा है।

32 वर्षीय राखी ने कहा कि अन्ना भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं और यह भी एक प्रकार का भ्रष्टाचार है। मुझे फिल्मों में लीड रोल नहीं मिला इसलिए मैं आइटम नंबर करती हूं। अब, करीना और केटरीना आइटम नंबर करेंगी तो हमारे लिए क्या बचेगा।

अरे ये डायन है... और गर्भवती को मारे लात और घूंसे

कोडरमा । डायन बिसाही के आरोप में कोडरमा थानांतर्गत मेघातरी निवासी एक गर्भवती महिला के साथ गांव के ही कुछ महिलाओं ने मारपीट की।



इस संबंध में पीडि़त महिला निर्मला देवी ने थाने में दिए आवेदन में कहा है कि जब वह अपने घर के बगल के रास्ते से गुजर रही थी, उसी दौरान गांव के भोंदा राजवंशी की बेटी बिमला देवी, कारी देवी, सुनीता कुमारी और ममता कुमारी ने डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए उससे मारपीट शुरू कर दी। वह गर्भवती है बावजूद उसके पेट पर लात और घूंसों से वार किया गया। मारपीट के दौरान उसका नाक का वेसरा भी छीन लिया।

लुट गई नेपाली युवक की इज्जत,


जालंधर. फोकल प्वाइंट में शुक्रवार शाम अपनी बहन घर तिलक लगवाने जा रहे एक नेपाली युवक को रास्ते में हो रहा विवाद रोकना महंगा पड़ गया।

झगड़ा कर रहे चार युवकों ने नेपाली युवक को उठाया और एक कमरे में ले गए, जहां बारी-बारी सभी ने उसके साथ कुकर्म किया। करीब दो घंटे तक कुकर्म करने के बाद उसे गाड़ी में डालकर गदईपुर के पास फैंक गए। पीड़ित युवक ने आपबीती पुलिस को बताई, जिसके बाद उसका सिविल अस्पताल से मेडिकल करवाया गया।

मॉडल टाउन के रहने वाले पीड़ित राजू (बदला नाम) ने बताया कि शुक्रवार शाम काम खत्म करने के बाद वह फोकल प्वाइंट में अपनी बहन घर तिलक लगवाने जा रहा था। रास्ते में कुछ युवक आपस में विवाद कर रहे थे। उसने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो युवकों ने उसके साथ ही मारपीट शुरू कर दी और उसे उठाकर पास ही के कमरे में ले जाकर साथ कुकर्म किया

नीरा ने जनसंपर्क का काम छोड़ा


2जी स्पेक्ट्रम मामले में नाम आने के बाद से वे ख़बरों में बनी हुई है वैश्नवी ग्रुप की मालिक और प्रोमोटर नीरा राडिया का कहना है कि वे जनसंपर्क का काम छोड़ रही है. कॉर्पोरेट दलाल नीरा राडिया की कंपनी टाटा समूह और मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के लिए जनसंपर्क का काम किया करती थी. एक वक्तव्य में नीरा राडिया ने कहा है, "मैंने अपने परिवार और स्वास्थ को प्राथमिकता देने के लिए ये फ़ैसला किया है मैं अब ये जनसंपर्क का काम छोड़ रही हूँ."अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा है कि ये फैसला मेरे लिए दुखदायी है और मैंने बहुत सोच समझ कर और मशवरे के बाद ये फ़ैसला लिया है. नीरा राडिया के इस फ़ैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा का कहना था, ''टाटा समूह उनके फ़ैसले का आदर करता है. उन्होंने वैश्नवी को एक बड़ी कंपनी में तब्दील किया और अपने परिवार के एवज में क्लाइंट को तरजीह देती थी.'' उनका कहना था वैश्नवी टाटा समूह के लिए जनसंपर्क का काम साल 2001 से कर रही है और टाटा को एक ब्रैंड के तौर पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है. विवादों से घिरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक प्रवक्ता का कहना था, हमें दुख है कि नीरा राडिया इस काम से अलग हो रही है.पिछले तीन सालों में हमने राडिया और उनकी टीम के साथ पेशवर और अच्छे संबंधो आनंद लिया है. नीरा राडिया की विभिन्न लोगों से हुई फ़ोन बातचीत की रिकॉर्डिंग सामने आने के बाद से ही वे ख़बरों में बनी हुई थी. 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में नाम आने के बाद से नीरा राडिया चर्चा में आ गई थी इसमें देश के बड़े उद्योगपति रतन टाटा से फ़ोन पर की गई बातचीत भी शामिल है. 2जी स्पेक्ट्र्म घोटाले के मामले में संसद की लोकलेखा समिति ने शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा और कॉर्पोरेट दलाल नीरा राडिया से पूछताछ भी कर चुकी है. फ़ोन पर की गई बातचीत के विवरण प्रकाशित कर चुकी पत्रिका 'आउटलुक' ने कहा था कि उसे नीरा राडिया की बातचीत के 800 नए टेप मिले हैं. पत्रिका का कहना है कि इन नए टेप से नीरा राडिया के कामकाज के तरीक़ों पर नई जानकारी मिलती है. नीरा राडिया देश के दो बड़े उद्योगपतियों रतन टाटा और मुकेश अंबानी की कंपनियों के लिए जनसंपर्क का काम करती रही हैं लेकिन टेप आने के बाद कहा जा रहा है कि वे दरअसल इन कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट दलाल का काम करती थीं.

राजस्थान में एक और ए एन एम कांड से फेली सनसनी


राजस्थान में एक और ए एन एम कांड से फेली सनसनी 
बाड़मेर राजस्थान में एक और ए एन एम के अश्लील सीडी और योन शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है राजस्थान के बाड़मेर कि एक निजी अस्पताल में काम करने वाली ए एन एम ने बाड़मेर के जीवन ज्योत संचालक के खिलाफ बलात्कार योन शोषण का मामला दर्ज़ करवाया है इस महिला नर्स ने संचालक प्रकाश दर्जी पर जबरन बलात्कार , अश्लील सी डी बनाने और उसको सार्वजनिक करके कई अन्य लोगो के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया हैं ! मामला सामने आने के बाद बाड़मेर में सनसनी फेल गई है मामला दर्ज होने के बाद से संचालक प्रकाश दर्जी फरार हो गए है पुलिस ने निजी अस्पताल को सीज कर जाच शरू कर दी है
राजस्थान में इन दिनों ए एन एम से सम्बंधित मामले ज्यादा चर्चा में है ! जोधपुर की भवरी ए एन एम कांड के बाद अब राजस्थान के बाड़मेर में भी एक ए एन एम बलत्कार योन शोषण,नोकरी से निकलने के धमकी देकर बाड़मेर के जीवन ज्योत संचालक प्रकाश दर्जी ने उसका योन शोषण किया और उसकी विडियो किलीप बनाई और फिर कई अन्य लोगो के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया हैं मामले के उजागर होने के बाद बाड़मेर शहर के लोगो में यह चर्चा का विषय बन गया है बाड़मेर के एक निजी चिकित्सालय जीवन ज्योत हॉस्पिटल में कार्यरत ए एन एम ने होस्पिटल के संचालक
प्रकाश दर्जी पर बलात्कार , यौन शोषण , मोबाइल से अश्लील क्लिप बनाने और उसको ब्लेकमेल करके कई अन्य लोगो के साथ हमबिस्तर करने का मामला कोतवाली थाने में दर्ज़ करवाया हैं ! हैं वही पुलिस थाने में मामला दर्ज़ होने के बाद आरोपी प्रकाश दर्जी फरार हैं ए एन एम ओए उसका परिवार इस मामले के बाद इतना सदमे में है कि किसी से बात करने को तयार नहीं है लोगो में इस मामले के बाद खासा आक्रोश हैं ! लड़की के परिजन और आम जनता में भी अब आक्रोश बढ़ गया हैं ! पुलिस थाना कोतवाली के थानाधिकारी लूण सिंह के अनुसार महिला की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने धारा 376 के तहत बलात्कार और अन्य धाराओं में महिला अशिष्ट रूपेण अधिनियम , सुचना एवं प्रोद्योगिकी एक्ट के तहत आईटी एक्ट का मामला दर्ज़ कर जांच शुरू कर दी हैं ! पुलिस के अनुसार अस्पताल में काम करने वाली ए एन एम ने आरोप लगाया है कि संचालक प्रकाश दर्जी पर जबरन बलात्कार , अश्लील सी डी बनाने और उसको सार्वजनिक करके कई अन्य लोगो के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया हैं नोकरी से निकलने कि धमकी देकर अस्पताल संचालक ने योन शोषण किया और विडियो किलीप बन दी पुलिस के अनुसार ए एन एम ने सबुत के तोर पर विडियो किलीप की चीप पेश की है
पुलिस ने इस मामले में अस्पताल को सीज कर दिया है लेकिन आरोपी अस्पतालका संचालक चार दिन बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है अगर स्थानीय लोगो के माने तो संचालक की गिरफ्तार होने के बाद इस प्रकरण से जुड़े कई और बड़े लोगो के नाम का खुलासा हो सकता है सवाल सबसे बड़ा यह है कि ए एन एम भवरी के मामले में भवरी का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है और न ही भवरी के परिवार को अब तक न्याय नहीं मिला है और आरोपी नेता बेखोफ घूम रहे है अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में ए एन एम को न्याय मिलाता है या नहीं

शाम ए दोस्ताना सुरमई संगीत संध्या में फनकारों ने बिखेरी स्वर लहरियां



शाम ए दोस्ताना सुरमई संगीत संध्या में फनकारों ने बिखेरी स्वर लहरियां
त्रिमूर्ति कला केन्द्र व फ्रेंड्स ग्रुप के तत्वावधान में पहली बार आयोजित कार्यक्रम में देर रात्री तक बही सुरों की सरिता

30 अक्टुबर

आसमान में चमक रहे है बनकर जो तारे, मरकर भी जो मर नहीं पाये ऐसे फनकारों की याद में शनिवार की रात्री को पोकरण विधायक शालेमोहम्मद के मुख्य आतिथ्य व पंचायत समिति सांकड़ा के प्रधान वहीदुल्ला मेहर की अध्यक्षता में त्रिमूर्ति कला केन्द्र जैसलमेर व े्रंड्स ग्रुप पोकरण के संयुक्त तत्वावधान में महादेव होटल के पास शाम ए दोस्ताना कार्यक्रम के तहत भव्य संगीत संध्या का आयोजन किया गया। त्रिमूर्ति कला केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित सुरमई संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं समारोह के विशिष्ठ अतिथि पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गचिया व रमेश माली द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।

सुरमई संध्या का शुभारंभ भगवान कृष्ण के कलयुगी अवतार बाबा रामदेव के भजन आओ सब ध्यान लगाएं बाबा के गुण गाएं, लीलाधर दैया द्वारा प्रस्तुत कर किया गया। पोकरण में पहली बार आयोजित हुई इस सुरमई संगीत संध्या में जैसलमेर व पोकरण के नवयुवक कलाकारों द्वारा अपनी वाणी से मोहम्मद रफीक, मुकेश, किशारदा, यशुदास, नितिन मुकेश, मन्नाडे के गाए नगमों को प्रस्तुत कर ऐसा समां बांधा कि दर्शक देर रात्री तक भारी संख्या में उपिस्थत रहे।

जे पी व्यास व लीलाधर ने अपने याराना अंदाज में किशार कुमार द्वारा गाए एवं अमिताभ बच्चन व अमजदखान पर फिल्माये भोले हो भोले मेरे यार को मनाले की प्रस्तुति दी तो दर्शक मन्त्र मुग्ध हो गए। सबसे छोटे कलाकार दुष्यंत श्रीपत ने तेरे मस्म मसत दो नैन पर वहां उपिस्थत युवाओं की धड़कनों को तेज किया।

आवाज के धनी मोहम्मद रफी की दर्द भरे अंदाज का स्थानीय कलाकार बृजेश गुचिया की प्रस्तुति ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नही पर इनामों की झड़ी लग गई। सबसे रंगीन अंदाज के युवा कलाकार सिकन्दर शेख ने कुमार सानू की आवाज में आवाज मिलाते हुए किसी से तुम प्यार करो की प्रस्तुति दी। ईमरान हसन जाने हम सड़क के लोगो से, लीलाधर दैया मेरे देश की धरती, मूकेश शर्मा ने होठों से छू लों तुम की प्रस्तुति दी। दुष्यंत श्रीपत व सिकन्दर शेख ने देश भक्ति गीत कर चले हम फिदा जाने तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, बृजेश गुचिया छलकाए जाम आईये आपकी आंखों के नाम, ईमरान हसन मैं जहां रहूं मैं कहीं भी रहुं, जे पी व्यास, लीलाधर व ईमरान हसन संदेशे आते है मुझे तड़पाते है की प्रस्तुति दी।

इसी प्रकार विक्रम पुरोहित ने दादा फिल्म में यशुदास द्वारा गाए दर्द भरे नगमें दिल के टुकडे टुकड़े करे मुस्कुराते चल दिए की प्रस्तुति दी। महेन्द्र जोशी ने मैं ईक राजा हूं, शिब्बू ने मोहम्मद रफी के गाए बदन पे सितारे लपेटे हुए, मुरली मनोहर मंजूल ने जगजीतिंसह की गजल होश वालों को खबर क्या, मनोज छंगाणी तेरे मन की गंगा और मेरे मन की जमुना की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम के प्रारंभ में त्रिमूर्ति कला केन्द्र के अध्यक्ष गोपाल श्रीपत, फ्रेंड्स ग्रुप के रजनीस कल्ला व अन्य आयोजनकर्ताओं ने समारोह के मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का माल्यार्पण व साफा पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में ीहर म्युजिक साउंड व अनुप महेन्द्र के डायरेक्शन में स्वर और संगीत का बहुत सुन्दर मेल प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में चार चांद लगाने के लिए जोधपुर के महशूर कलाकार अरूण भाटी ने उद्घोषक की भूमिका निभाई। पोकरण में पहली बार कार्यक्रम का आयोजन करने पर मुख्य अतिथि विधायक शालेमोहम्मद ने त्रिमूर्ति कला केन्द्र व फ्रेंड्स ग्रुप पोकरण का धन्यवाद ज्ञापित किया।

शनिवार को आयोजित संगीत संध्या के दौरान स्थानीय निवासी मनोहर शर्मा केशर पीड़ीत के लिए आर्थिक सहायता देने की घोषणा मंच से करते ही मुख्य अतिथि विधायक, रमेश माली, गोपाल श्रीपत सहित अन्य लोगों ने उसे ईलाज के लिए धनराशि दी। कार्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पोकरण थानाधिकारी सुरेश कुमार मय जाब्ता कार्यक्रम के प्रारंभ से अंत तक वहां बैठकर शांति व्यवस्था बनाए रखी।

फोटो कैप्शनः

1. पोकरण में शनिवार की रात्री को त्रिमूर्ति कला केन्द्र व फ्रेंड्स ग्रुप द्वारा आयोजित शाम ए दोस्ताना कार्यक्रम में फिल्मी नगमों की प्रस्तुतियां देते कलाकार

2. कार्यक्रम के दौरान उपिस्थत जन समूह व दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम का शुाभारंभ व बाबा रामदेव के भजनों की सी डी का लोकार्पण करते अतिथि एवं केशर पीड़ीत को आर्थिक सहायता देते लीलाधर दैया

भंवरी प्रकरण में सनसनीखेज खुलासा किया सहाबुद्दीन ने

भंवरी प्रकरण में सनसनीखेज खुलासा किया सहाबुद्दीन ने


शहाबुद्दीन ने उगले कई राज


जोधपुर। भंवरीदेवी मामले में रिमाण्ड पर चल रहे मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन ने लाइ डिटेक्टर टेस्ट के माध्यम से हुई पूछताछ में सीबीआई के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में कई राज उगले हैं। सूत्रों के अनुसार उसने कांग्रेस के तीन नेताओं के नाम लिए हैं। इनमें एक विधायक का नाम भी शामिल है। हालांकि इनके नाम पता नहीं चल सके। इधर, सीबीआई मुख्यालय की ओर से आधिकारिक रूप से कहा गया है कि शहाबुद्दीन का कोई लाइ डिटेक्टर टेस्ट नहीं किया गया है।

शहाबुद्दीन को गत 25 अक्टूबर को हवाई मार्ग से सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया था। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई अधिकारियों की मौजूदगी में शुक्रवार दिन भर शहाबुद्दीन का लाइ डिटेक्टर टेस्ट हुआ। जिसमें उसने कांग्रेस के तीन नेताओं के नाम बताए हैं। उसने बार-बार एक विधायक का नाम लिया। सीबीआई शहाबुद्दीन द्वारा बताए गए तीनों नेताओं से भी पूछताछ कर सकती है।

विधायक के भाई ने दिलाई थी फर्जी सिम


पूछताछ में शहाबुद्दीन ने बताया कि भंवरीदेवी मामले में उसने जो मोबाइल उपयोग किया था, वो किसी दूसरे के नाम है। साजिश में शामिल अन्य लोगों ने कई फर्जी नाम से सिम ले रखी थीं। सभी सिम विधायक के भाई ने उपलब्ध करवाई थीं।


फिर शहाबुद्दीन के घर पहुंची सीबीआई

पीपाड़ शहर. सीबीआई की एक अन्य टीम शनिवार शाम शहाबुद्दीन के घर पहुंची और शहाबुद्दीन की पत्नी, परिवार के अन्य सदस्यों व वर्कशॉप में काम करने वाले उसके सालों से अलग-अलग बातचीत की। वर्कशॉप का नक्शा भी तैयार किया। सीबीआई ने वहां कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। जिनमें वर्कशॉप में बनने वाले उपकरणों के खरीदारों सम्बन्धी दस्तावेज भी शामिल हैं। शहाबुद्दीन द्वारा गाडियों की खरीद-फरोख्त सम्बन्धी रिकॉर्ड भी कब्जे में लिए हैं।


हार्ड डिस्क व फोटो जब्त


पीपाड़ शहर. सीबीआई टीम ने तलाशी के दौरान शहाबुद्दीन के घर में मिले कम्प्यूटर की जांच भी की। कथित सीडी की तलाश में उसके सीपीयू आदि खंगाले गए। आखिरकार सीबीआई ने जांच के लिए कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क तथा बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा के साथ खिंचवाए गए कुछ फोटो कब्जे में लिए।


सिर्फ पूछताछ की है...



सीबीआई भंवरीदेवी मामले में शहाबुद्दीन को यहां लाई थी। उसका कोई लाइ डिटेक्टर टेस्ट नहीं हुआ है। उसे पूछताछ के लिए लाए थे। पूछताछ के बाद शहाबुद्दीन को वापस जोधपुर भेज दिया है।


धारणी मिश्रा, प्रवक्ता सीबीआई, नई दिल्ली


हो सकता है नारको टेस्ट


अब तक की पूछताछ में शहाबुद्दीन से सीबीआई को काफी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। भविष्य में नारको टेस्ट की भी संभावना है। जिसके लिए अदालत से अनुमति ली जाएगी। संभावना है कि सीबीआई की टीम शहाबुद्दीन को रविवार को जोधपुर लेकर आएगी। सात दिन की रिमाण्ड अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार को उसे फिर से सीबीआई मामलात की अदालत में पेश किया जाएगा।