रविवार, 30 अक्तूबर 2011

शाम ए दोस्ताना सुरमई संगीत संध्या में फनकारों ने बिखेरी स्वर लहरियां



शाम ए दोस्ताना सुरमई संगीत संध्या में फनकारों ने बिखेरी स्वर लहरियां
त्रिमूर्ति कला केन्द्र व फ्रेंड्स ग्रुप के तत्वावधान में पहली बार आयोजित कार्यक्रम में देर रात्री तक बही सुरों की सरिता

30 अक्टुबर

आसमान में चमक रहे है बनकर जो तारे, मरकर भी जो मर नहीं पाये ऐसे फनकारों की याद में शनिवार की रात्री को पोकरण विधायक शालेमोहम्मद के मुख्य आतिथ्य व पंचायत समिति सांकड़ा के प्रधान वहीदुल्ला मेहर की अध्यक्षता में त्रिमूर्ति कला केन्द्र जैसलमेर व े्रंड्स ग्रुप पोकरण के संयुक्त तत्वावधान में महादेव होटल के पास शाम ए दोस्ताना कार्यक्रम के तहत भव्य संगीत संध्या का आयोजन किया गया। त्रिमूर्ति कला केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित सुरमई संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं समारोह के विशिष्ठ अतिथि पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गचिया व रमेश माली द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।

सुरमई संध्या का शुभारंभ भगवान कृष्ण के कलयुगी अवतार बाबा रामदेव के भजन आओ सब ध्यान लगाएं बाबा के गुण गाएं, लीलाधर दैया द्वारा प्रस्तुत कर किया गया। पोकरण में पहली बार आयोजित हुई इस सुरमई संगीत संध्या में जैसलमेर व पोकरण के नवयुवक कलाकारों द्वारा अपनी वाणी से मोहम्मद रफीक, मुकेश, किशारदा, यशुदास, नितिन मुकेश, मन्नाडे के गाए नगमों को प्रस्तुत कर ऐसा समां बांधा कि दर्शक देर रात्री तक भारी संख्या में उपिस्थत रहे।

जे पी व्यास व लीलाधर ने अपने याराना अंदाज में किशार कुमार द्वारा गाए एवं अमिताभ बच्चन व अमजदखान पर फिल्माये भोले हो भोले मेरे यार को मनाले की प्रस्तुति दी तो दर्शक मन्त्र मुग्ध हो गए। सबसे छोटे कलाकार दुष्यंत श्रीपत ने तेरे मस्म मसत दो नैन पर वहां उपिस्थत युवाओं की धड़कनों को तेज किया।

आवाज के धनी मोहम्मद रफी की दर्द भरे अंदाज का स्थानीय कलाकार बृजेश गुचिया की प्रस्तुति ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नही पर इनामों की झड़ी लग गई। सबसे रंगीन अंदाज के युवा कलाकार सिकन्दर शेख ने कुमार सानू की आवाज में आवाज मिलाते हुए किसी से तुम प्यार करो की प्रस्तुति दी। ईमरान हसन जाने हम सड़क के लोगो से, लीलाधर दैया मेरे देश की धरती, मूकेश शर्मा ने होठों से छू लों तुम की प्रस्तुति दी। दुष्यंत श्रीपत व सिकन्दर शेख ने देश भक्ति गीत कर चले हम फिदा जाने तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, बृजेश गुचिया छलकाए जाम आईये आपकी आंखों के नाम, ईमरान हसन मैं जहां रहूं मैं कहीं भी रहुं, जे पी व्यास, लीलाधर व ईमरान हसन संदेशे आते है मुझे तड़पाते है की प्रस्तुति दी।

इसी प्रकार विक्रम पुरोहित ने दादा फिल्म में यशुदास द्वारा गाए दर्द भरे नगमें दिल के टुकडे टुकड़े करे मुस्कुराते चल दिए की प्रस्तुति दी। महेन्द्र जोशी ने मैं ईक राजा हूं, शिब्बू ने मोहम्मद रफी के गाए बदन पे सितारे लपेटे हुए, मुरली मनोहर मंजूल ने जगजीतिंसह की गजल होश वालों को खबर क्या, मनोज छंगाणी तेरे मन की गंगा और मेरे मन की जमुना की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम के प्रारंभ में त्रिमूर्ति कला केन्द्र के अध्यक्ष गोपाल श्रीपत, फ्रेंड्स ग्रुप के रजनीस कल्ला व अन्य आयोजनकर्ताओं ने समारोह के मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का माल्यार्पण व साफा पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में ीहर म्युजिक साउंड व अनुप महेन्द्र के डायरेक्शन में स्वर और संगीत का बहुत सुन्दर मेल प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में चार चांद लगाने के लिए जोधपुर के महशूर कलाकार अरूण भाटी ने उद्घोषक की भूमिका निभाई। पोकरण में पहली बार कार्यक्रम का आयोजन करने पर मुख्य अतिथि विधायक शालेमोहम्मद ने त्रिमूर्ति कला केन्द्र व फ्रेंड्स ग्रुप पोकरण का धन्यवाद ज्ञापित किया।

शनिवार को आयोजित संगीत संध्या के दौरान स्थानीय निवासी मनोहर शर्मा केशर पीड़ीत के लिए आर्थिक सहायता देने की घोषणा मंच से करते ही मुख्य अतिथि विधायक, रमेश माली, गोपाल श्रीपत सहित अन्य लोगों ने उसे ईलाज के लिए धनराशि दी। कार्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पोकरण थानाधिकारी सुरेश कुमार मय जाब्ता कार्यक्रम के प्रारंभ से अंत तक वहां बैठकर शांति व्यवस्था बनाए रखी।

फोटो कैप्शनः

1. पोकरण में शनिवार की रात्री को त्रिमूर्ति कला केन्द्र व फ्रेंड्स ग्रुप द्वारा आयोजित शाम ए दोस्ताना कार्यक्रम में फिल्मी नगमों की प्रस्तुतियां देते कलाकार

2. कार्यक्रम के दौरान उपिस्थत जन समूह व दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम का शुाभारंभ व बाबा रामदेव के भजनों की सी डी का लोकार्पण करते अतिथि एवं केशर पीड़ीत को आर्थिक सहायता देते लीलाधर दैया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें