रविवार, 24 अप्रैल 2016

जैसलमेर ,पुस्तकें मानव जीवन में समाज की अमूल्य निधि और समाज का दर्पण है

 

जैसलमेर ,पुस्तकें मानव जीवन में समाज की अमूल्य निधि और समाज का दर्पण है



जैसलमेर , 24 अप्रेल। विष्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष में राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय में विचार एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता दीनदयाल ओझा तथा मुख्य अतिथि पूर्व यूआईटी चेयरमेन उम्मेदसिंह तंवर थे ।सर्वप्रथम माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।

जिला पुस्तकालयाध्यक्ष महेन्द्र कुमार दवे ने कार्यक्रम में पधारे हुए सभी आगन्तुकों का आभार एवं स्वागत किया।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में दीनदयाल ओझा ने कहा कि अध्यापकों का दायित्व है कि वे अभिभावकों एवं छात्रों को अच्छी पुस्तकों से परिचित करवाएॅ एवं उन्हें पढने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने ‘‘पुस्तक तुम अद्वितीय षक्ति हो’’ कविता का वाचन किया।

मुख्य अतिथि उम्मेदसिंह तंवर ने अपने उदबोधन में कहा कि मानव सभ्यता के पनपते सबसे पहले पुस्तकों के लेखन का कार्य हुआ।उन्होंने कहा कि पुस्तकें ही ज्ञान का स्त्रोत है।हमें साहित्यिक गतिविधियों को प्रारंभ करनी चाहिए । प्रोफेसर बालकृष्ण जगाणी ने कहा कि जब कभी भी व्यवस्था में परिवर्तन आया है वह पुस्तकों के माध्यम से ही आया है।लोगों को अपने घरों में अच्छी पुस्तकों का संकलन करना चाहिए एवं बच्चों को पढने हेतु प्रेरित करना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार ष्ष्याम सुन्दर डावाणी ने अपने लिखित संदेष में कहा कि पुस्तकें सही मायनों में इन्सान को जीना सिखाती है।सच पूछा जाए तो आदमी को इन्सान पुस्तकें ही बनाती है। उन्हांेने कहा कि पुस्तकों का कल भी था,आज भी है यह रहती दुनिया तक रहेगा।

षिक्षाविद् एवं साहित्यकार मांगीलाल सेवक ने इस अवसर पर ‘‘पुस्तकों से सीख’’ एवं ‘‘पापा पावर लेस,मम्मी सुपर बोस’’नामक कविताओं का वाचन किया।सेवानिवृत प्रधानाचार्य एवं चिन्तक श्रीवल्लभ पुरोहित ने कहा कि जीवन को षिखर पर पहुॅचाने में पुस्तकों का बडा योगदान होता है,पुस्तकों के साथ रहने से हमारा हौसला बढता है उन्होने ‘‘मेरे सपनों का भारत’’कविता भी सुनाई।रंगकर्मी एवं रचनाकार हरिवल्लभ बोहरा ने बताया कि पुस्तकों की प्रासंगिकता कभी कम नहीं हो सकती हाॅ पुस्तकें अपना स्वरूप जरूर बदल रही हैै।‘‘मन पणिहारिन पानी मुझको बहुत दूर से लाना पडता’’कविता वाचन भी किया।आनन्द जगाणी ने ‘‘मैं कई दिनों से था परेषान ’’ एवं ‘‘मरा नहीं है नाटक मेरे षहर से अभी’’कविताएॅ पढ कर सुनाई।मणकम् ने अंग्रेजी में कहा कि भावी पीढी के लिए पुस्तकों का महत्व बढ रहा है। पुस्तकों को पढने का आन्दोलन चलाना चाहिए।गगेन्द्र ने संस्कृत भाषा में अपनी बात कहते हुए कहा कि योग,आयूर्वेंद इत्यादि का ज्ञान हमें प्राचीन पुस्तकों से ही मिलता है।ष्यामसुन्दर छंगाणी ने कहा कि पुस्तकें मानव समाज की अमूल्य निधि है।रामचन्द्र लखारा ने कहा कि जो व्यक्ति पुस्तकें पढता है वह एक जीवन में कई जीवन पा लेता है।गणपतदान ने इस अवसर पर राजस्थानी भाषा में‘‘चेतावनी ए पाक’’कविता को सुनाया।साबिर अली पेन्टर ने ‘‘सुभाषचन्द्र बोस’’एवं ‘‘ज्ञान का दीपक’’कविताओं का वाचन किया।इस अवसर पर षिवरतन पुरोहित एवं राधेष्याम कल्ला भी उपस्थित थे।

अन्त में पुस्तकालयाध्यक्ष महेन्द्र कुमार दवे ने कार्यक्रम में पधारे हुए सभी आगन्तुकों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन मांगीलाल सेवक ने किया।

जैसलमेर में कौषल और उ़द्यमिता षिविर का आयोजन गुरुवार 28 अप्रेल को

जैसलमेर में कौषल और उ़द्यमिता षिविर का आयोजन गुरुवार 28 अप्रेल को

जैसलमेर, 24 अप्रेल/स्वर्ण नगरी जैसलमेर में कौषल और उ़द्यमिता षिविर का आयोजन गुरुवार 28 अप्रेल को आई.टी.आई काॅलेज गांधी काॅलौनी, जेठवाई रोड़ जैसलमेर में आयोजित किया जाएगा।

जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस षिविर में प्रतिष्ठित कंपनीयांॅ आई.एस.एस.एस.डी.बी तथा सिक्युरिटी सर्विसेज प्रा.लि.अहमदाबाद को आमंत्रित किया गया है जो कक्षा 10 व 12 वीं उत्तीर्ण बैरोजगार युवाओं को षिविर स्थल पर ही सुरक्षा गार्ड के पद पर भर्ती करेगी और जो युवा स्नातक है उनका सुपरवाईजर के पद पर चयन किया जाएगा इसके लिए युवा शारीरिक मापदण्ड वाले षिविर में आकर भर्ती होवे तथा भूतपूर्व सैनिक भी इस षिविर में पहुंच कर इसका पूरा-पूरा लाभ उठाएं।

श्री चारण ने बताया कि इसी के साथ ही श्रम विभाग द्वारा निर्माण श्रमिकों का भी पंजीयन षिविर स्थल पर ही किया जावेगा और श्रमिक कल्याण मण्डल की योजनाओं के आवेदन-पत्र भी तैयार करवाए जाएगें तथा आर.एस.एल.डी.सी. भी षिविर में अपनी स्टाल लगा कर युवाओं को हुनर सीखने के लिये प्रषिक्षण हेतु चयन किया जाएगा।

उन्होनें बताया कि सभी होनहार बैरोजगार युवा , भूतपूर्व सैनिक , कमठा मजदूरी नरेगा कार्य करने वाले श्रमिकों से अपील की गई हैं कि वे अपने साथ में तीन फोटा आवष्यक कागजातों सहित 28 अप्रेल को प्रातः 10 बजे से आई.टी.आई. में अधिकाधिक संख्या में पहुंच कर इस सुनहरे अवसर का भरपूर लाभ उठावें

पाकिस्तानी जेल में कैसे देते हैं भारतीय कैदियों को खतरनाक यातनाएं, पढ़िए

पाकिस्तानी जेल में कैसे देते हैं भारतीय कैदियों को खतरनाक यातनाएं, पढ़िए

पाकिस्तानी जेल से रिहा होने के बाद दो साल तक चला था लालसिंह का मेंटल अस्पताल में इलाज।
लाहौर का कोट लखपत जेल, रात के स्याह अंधेरे में जेल के सुरक्षाकर्मी ठहाका लगाते हैं और नींद से जगाकर बुरी तरह पीटते हैं। "ओए.. मारो इसे.. बता दो ये हिंदुस्तान नहीं है" कहते हुए लात-घूंसे बिना इस परवाह के बरसाए जाते हैं कि वो शरीर के किस अंग को चौपट कर रहे हैं। ये कहानी है खरगोन जिले के लालसिंह की। वह उसी जेल में रहे जहां सरबजीत और किरपालसिंह की मौत हुई। पाकिस्तानी जेल में भारतीयों के साथ कैसा व्यवहार होता है लालसिंह इसके जिंदा सबूत हैं। पढ़िए, क्या-क्या तरीके हैं जेल में प्रताड़ना के..

- खरगोन जिले के भसनेर निवासी 35 वर्षीय लालसिंह चौहान आज भी पाकिस्तानी जेल में मिली यातनाओं को सोचकर काँप उठते हैं।

- लालसिंह राजस्थान की सीमा से भटककर पाकिस्तान चले गए थे। तब उन्हें 49 पाकिस्तानी कैदियों के साथ रखा था।

- उनके साथ सेल में जम्मू व कश्मीर के धर्मसिंह व ब्रजेंद्र के अलावा अन्य 9 भारतीय कैदी भी थे। सभी को प्रताड़ना से गुजरना पड़ा।

- वे बताते हैं भारतीय कैदियों को वहां के नंबरदार (जेल प्रहरी) पाक कैदियों से पिटवाते हैं। पिटाई भी ऐसी कि सोचकर ही रूह कांप जाए।

- सीमा से भटककर आए भारतीयों को वे जासूस समझते हैं। बॉर्डर पर आने का मकसद पूछते हैं और फिर शुरू होता यातनाओं का दौर।

- कब, कहां और किस जगह मार दें, ये कोई नहीं जानता। मार भी ऐसी कि पिटने वाला जिंदा है या मर गया इससे कोई मतलब नहीं।

धर्म बदलने का भी डालते हैं दबाव

- वे बताते हैं एक बार पाक कैदी ने मेरी चप्पल ले ली। उसकी शिकायत जेल के नंबरदार से की।

- नंबरदार ने कहा, जिसने तुम्हारी चप्पल चुराई उसकी पिटाई करके ले लो। मैंने ऐसा ही किया तो नंबरदार ने पाक कैदियों के हाथों मुझे बुरी तरह से पिटवाया।

- पिटाई ऐसी कि बेहोश हो गया। डॉक्टर बुलाना पड़ा। यातना से राहत देने के लिए उन्होंने धर्म बदलने का दबाव भी बनाया।

- हाल में पाक जेल में प्रताड़ना से दम तोड़ने वाले किरपालसिंह को मैं नहीं जानता, लेकिन मुझे अहसास है कि उन्हें वहां किस हद तक यातनाएं दी गई होंगी।

- लालसिंह की मां सुशीलाबाई व भाई हरीश चौहान बताते हैं पाकिस्तान से लौटने के बाद वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है।

- उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हाे गया। बार-बार पाक जेल की घटनाएं याद कर बड़बड़ाता है। खलिहान में ही सोता है। घर में सिर्फ खाना खाने आता है।







खाने में भी भारतीय कैदियों से भेदभाव

लालसिंह ने बताया सुबह 6 बजे सभी को उठाया जाता है। 7 बजे पाक कैदी नहाते हैं। उनके बाद भारत व नेपाल के। पाक कैदी कई बार पानी बंद कर देते हैं। नंबरदारों को कहने पर गालियां सुनाते हैं। 9 बजे नाश्ते में दो पराठे व चाय मिलती है। यहां भी पाक कैदियों की तुलना में भेदभाव होता है। कम पराठे व रोटियां मिलती है। 12 बजे भोजन में नॉनवेज मिलता है। जो भारतीय कैदी नॉनवेज खाने से इनकार करते हैं तो उन्हें सिर्फ रोटियां ही मिलती हैं। डेढ़ माह सूखी रोटियों पर गुजारा किया। फिर नॉनवेज खाने लगा। अब वापस शाकाहारी हो गया हूं।




ऐसे पहुंचे पाक जेल

- लालसिंह 2006 में घर से पंजाब व उसके बाद 2008 में राजस्थान सीमा के पास भटककर पाक में प्रवेश कर गया।

- 24 जून 2010 को 17 भारतीयों के साथ उसकी रिहाई हुई। तब उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।

- उसे अमृतसर स्थित मेंटल हॉस्पिटल में 29 जून 2010 को भर्ती कराना पड़ा।

- स्वस्थ होने के बाद 8 मई 2013 को रेडक्रॉस सोसायटी व पंजाब पुलिस के माध्यम से नए नाम सीताराम के साथ घर लौटा।

हंगामा मचा रही महिला को पुलिस ने रोका, तो सरेआम उतार दिए कपड़े

हंगामा मचा रही महिला को पुलिस ने रोका, तो सरेआम उतार दिए कपड़े
पुलिस के मुताबिक, महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

क्रामेंटो। लॉस एंजिलिस में शनिवार को एक महिला ने पुलिस को खूब परेशान किया। पुलिस ऑफिसर्स हंगामा मचा रही इस महिला का काफी दूर से पीछा कर रहे थे। लेकिन, पकड़े जाने पर वो नाराज हो गई और रोड पर ही कपड़े उतारने लगी। ये पूरा घटनाक्रम एक लोकल न्यूज रिपोर्टर ने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया। घरवालों से झगड़कर भाग निकली थी...

- महिला का नाम सिमॉन गोंजालेज और उसकी उम्र 32 साल है। उसकी मेंटल कंडीशन ठीक नहीं है।

- पुलिस ने बताया कि सिमान कैलिफोर्निया के पैसाडोना में रहती है। उस रात परिवार से कहासुनी के बाद उसने हंगामा मचाना शुरू कर दिया।

- उसने अपने घर की खिड़की के कांच तोड़ डाले और पार्किंग में कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया।

- उसने अपनी एसयूवी से एक शख्स को कुचलने की कोशिश भी की, लेकिन वो बच गया।

- उसके पैरेंट्स ने रात 10.45 बजे पुलिस को बुलाया तो वो एसयूवी लेकर भाग निकली। पुलिस ऑफिसर्स ने कई किलोमीटर तक उसका पीछा किया। लेकिन वो 160 kmph की स्पीड से कार चला रही थी।

- लॉस एंजिलिस में 129 E 3rd Street पर एक कॉमेडी क्लब के पास पुलिस ने उसे रोक लिया।

रोड पर मचाने लगी हंगामा

- पुलिस के पूछताछ करने पर उसने सारे कपड़े उतार दिए और शोर मचाते हुए अपने शरीर पर लगी खंरोच दिखाने लगी।

- वो चिल्लाने लगी कि पुलिस उसे परेशान कर रही थी। वहां मौजूद रिपोर्टर को भी उसने 'दलाल' बताया और कहा कि उसने उसे हेरोइन के इंजेक्शन लगाए हैं।

- हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस ऑफिसर्स ने उसे अरेस्ट कर लिया।

आगे की स्लाइड्स में देखिए, कैसे महिला ने मचाया हंगामा।

सिंहस्थ कुंभ में साधु पर जान लेवा हमला, गाडिय़ों में तोडफ़ोड़

सिंहस्थ कुंभ में साधु पर जान लेवा हमला, गाडिय़ों में तोडफ़ोड़

सिंहस्थ कुंभ में साधु पर जान लेवा हमला, गाडिय़ों में तोडफ़ोड़
उज्जैन। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में रविवार को जहां अज्ञात लोगों ने एक साधु पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया, वहीं अन्य स्थानों पर साधुओं की गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ भी की गई। लचर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर साधुओं में रोष है। उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध भी दर्ज कराया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को भूखी माता मंदिर क्षेत्र में साधु तपस्वी गिरी पर अज्ञात व्यक्ति ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में तपस्वी गिरी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।

वहीं दूसरी ओर शनिवार देर रात को साधुओं के काफिले में जा रही गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की गई। ये घटनाएं बल्लभनगर और प्रकाश टॉवर क्षेत्र में हुईं। साघु वासुदेवानंद जिस गाड़ी में थे उसके भी कांच टूटे हुए थे। तोडफ़ोड़ के अलावा सिंहस्थ कुंभ मेला क्षेत्र में चोरी की कई घटनाएं भी उजागर हुई हैं।

नई दिल्ली।मन की बात: PM ने लातूर में पानी पहुंचाने पर थपथपाई रेलवे की पीठ



नई दिल्ली।मन की बात: PM ने लातूर में पानी पहुंचाने पर थपथपाई रेलवे की पीठमन की बात: PM ने लातूर में पानी पहुंचाने पर थपथपाई रेलवे की पीठ


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में देश के सूखाग्रस्त हिस्सों को फौरी राहत पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे व आमजन की ओर से किए गए प्रयासों को सराहा। मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 19वें संस्करण में महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त लातूर प्रांत को पिछले दिनों ट्रेन से पानी की सौगात भेजने पर रेलवे को बधाई दी।

लातूर में पानी भेजने की प्रशंसा

पीएम ने कहा, 'रेलवे लातूर पानी भेजने में तत्पर रहा। यह बहुत प्रशंसनीय है, लेकिन देशभर में आमजन ने भी जलसंरक्षण की कई पहल कीं, जिन्हें कभी पहचान नहीं मिल पाई।' मोदी ने इस क्रम में महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का उदाहरण दिया, जहां किसानों ने उन फसलों की खेती बंद कर दी है जिनमें ज्यादा पानी की जरूरत होती है। मोदी ने कहा, 'किसानों ने ईंख न उगाने का फैसला किया है। उन्होंने फलों व सब्जियों का रुख कर लिया है, जिनके लिए अपेक्षाकृत कम पानी की जरूरत पड़ती है।'

शिक्षा की गुणवक्ता में सुधार जरूरी

- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में शिक्षा के विकास के लिए जन भागीदारी को बढ़ाने तथा उसमें आमूलचूल सुधार लाने की वकालत की।

- मुंबई की शर्मीला धारपुरे द्वारा फोन पर देश में शिक्षा की हालत पर व्यक्त की गई चिंता को स्वाभाविक बताते हुए कहा कि आज हर परिवार में मां-बाप का अगर पहला कोई सपना होता है तो वह बच्चों को अच्छी शिक्षा देना का होता है।

- शिक्षा के विकास के लिए अधिक जागरूकता आनी चाहिए। जिन परिवारों में ये जागरूकता होती है, उसका असर स्कूलों पर भी आता है, शिक्षकों पर भी आता है और बच्चा भी जागरूक होता जाता है।

- मैं, सभी अभिभावकों से, यह आग्रह करूंगा कि बच्चे के साथ, स्कूल की हो रही गतिविधियों से विस्तार से समय देकर इनसे बातें करें और खुद स्कूल में जाकर शिक्षकों से भी बात करें।

- हमारे देश में सभी सरकारों ने शिक्षा पर बल दिया है और हर सरकार ने अपने-अपने तरीके से प्रयास भी किया है।

कुंभ मेले की तस्वीरों की प्रतिस्पर्धा कराए सरकार

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश की पौराणिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ मेले में तस्वारों की प्रतिस्पर्धा कराने पर जोर दिया है।

- मोदी ने कहा कि कुंभ मेला भारत की विशेषता है और यह पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन सकता है। इसके बारे में दुनिया में बताने का यह अच्छा मौका है।

- पिछले दो दिन से मैं देख रहा हूँ कि कई लोग 'सिंहस्थ कुंभ' की तस्वीरें अपलोड कर रहे हैं। मैं चाहूंगा कि भारत सरकार और राज्य सरकार का पर्यटन विभाग इसकी फोटो प्रतिस्पर्धा का आयोजन करें और लोगों को बढिय़ा फोटो निकाल करके अपलोड करने को कहे।

जया संग पहुंचे BIG B, नहीं किया फैंस को निराश

जया संग पहुंचे BIG B, नहीं किया फैंस को निराश


बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन पत्नी जया बच्चन के साथ रविवार को पिंकसिटी पहुंचे। बिग बी और जया ने यहां एक ज्वेलरी शोरूम का उदघाटन किया और फैंस को निराश किये बगैर यहां से वापस लौट गए।
जया संग पहुंचे BIG B, नहीं किया फैंस को निराश



तय शेड्यूल के अनुसार अमिताभ और जया बच्चन सुबह करीब साढ़े 11 बजे गवर्नमेंट हॉस्टल के नज़दीक एक ज्वेलरी शोरूम का उद्घाटन करने पहुंचे। इससे पहले ही घंटों पहले उनके फैंस सैंकड़ों की तादाद में वहां पर उनका इंतज़ार करने के लिए जुटना शुरू हो गए।



बॉलीवुड की इस दिग्गज जोड़ी ने शोरूम का उदघाटन किया। इसके बाद उन्होंने शोरूम के बाहर बड़ी संख्या में उनकी एक झलक पाने के लिए कड़ी धूप-गर्मी में इंतज़ार कर रहे प्रशंसकों का दिल नहीं तोड़ा। शोरूम के बाहर बनाये गए एक स्टेज पर चढ़कर अमिताभ और जया ने पिंकसिटी के फैंस का अभिवादन किया। स्टेज पर जैसे ही अमिताभ-जया चढ़े माहौल उनके फैंस के शोर से गूंज उठा। भीड़ में कुछ प्रशंसक अमिताभ और जया को गिफ्ट्स देने की मशक्कत कर रहे थे। ऐसे में अमिताभ ने अपने गार्ड्स से कहलाकर उन्हें ऊपर स्टेज पर बुलवा लिया। किसी ने किताब तो किसी ने उनकी तस्वीर लगी पोस्टर उन्हें दी।




इस दौरान बिग बी ने स्टेज पर अपने मोबाइल से फैंस के साथ कुछ सेल्फी पिक्स भी लीं। फैंस के लिए यह शार्ट ट्रिप यादगार बनाते हुए बॉलीवुड का महानायक अपनी पत्नी जाया के संग यहां से रवाना हो गए।

शनिवार, 23 अप्रैल 2016

PHOTOS: ये है दाऊद इब्राहिम की ग्लैमरस बेटी, लेविश लाइफ की हैं शौकीन

PHOTOS: ये है दाऊद इब्राहिम की ग्लैमरस बेटी, लेविश लाइफ की हैं शौकीन 



भारत के नंबर वन भगोड़े और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की नई फोटो सामने आई है। तस्वीर सामने आने के बाद दाऊद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। 1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद ये पहली ऐसी तस्वीर है, जिसमें वह पूरा नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि दाऊद पाकिस्तान के कराची में रह रहा है। इसी क्रम में हम आपको बताने जा रहे हैं दाऊद इब्राहिम की फैमिली के बारे में।

-------ऐसी है दाऊद की फैमिली-------

दाऊद की पत्नी का नाम महजबीन उर्फ जुबीना जरीना है। दाऊद के चार बच्चे है जिनमें एक लड़का और तीन लड़कियां शामिल है। दाऊद की सबसे छोटी बेटी की मौत हो चुकी है। दाऊद के बेटे का नाम मोइन नवाज और बड़ी बेटी का नाम माहरुख है। दाऊद इब्राबिम की दूसरी बेटी का नाम माहरीन और सबसे छोटी बेटी (तीसरी) मारिया जो अब इस दुनिया में नहीं है। दाऊद की बड़ी बेटी माहरुख की शादी पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद मियादांद से हुई।

-------लेविश लाइफ जीती है दाऊद की बेटी माहरुख--------

हाल ही में खुलासा हुआ था कि दाऊद इब्राहिम की यूएई में 5 हजार करोड़ की प्रापर्टी है। जांच में पता चला कि दाऊद ने संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा अपनी बेटी माहरुख और दामाद जुनैद मियांदाद के नाम कर दिया था। दाऊद की बेटी माहरुख की तस्वीरों को देखने पर लगता है कि वो लेविश लाइफ जीती है।

जैसलमेर महानिदेषक, सीमा सुरक्षा बल ने किया पष्चिमी सरहद पर अग्रिम सीमा चैकियों का दौराः लिया सीमा पर सुरक्षा संबंधी जायजा



जैसलमेर महानिदेषक, सीमा सुरक्षा बल ने किया पष्चिमी सरहद पर अग्रिम सीमा चैकियों का दौराः लिया सीमा पर सुरक्षा संबंधी जायजा


सीमा सुरक्षा बल प्रमुख श्री के के षर्मा, भा. पु. सेवा, महानिदेषक ने अपने पष्चिमी सरहद के राजस्थान सीमान्त के 02 दिवसीय दौरे पर आज दिनांक 23 अपै्रल 2016 को जैसलमेर जिले में अग्रिम सीमा चैकियों का भ्रमण किया। उन्होंने अंतर्राश्ट्रीय सीमा पर सीमा प्रबंधन, सीमा सुरक्षा की समीक्षा, सीमा पर संक्रियात्मक गतिविधियों तथा बल में विभिन्न कार्यक्षेत्रों में आ रही चुनौतियों का आंकलन किया और मौजूदा हालात का जायजा लिया। बल निदेषक ने वरिश्ठ अधिकारियों के साथ सीमान्त की संक्रियात्मक और कल्याणकारी गतिविधियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की तथा उचित दिषा निर्देष दिये। अपने भ्रमण के दौरान महोदय ने सीमा चैकी रोहीताष में कम्पोजिट सीमा चैकी का विधिवत् उद्घाटन किया। इस मौके पर राजस्थान सीमान्त के प्रमुख डाॅ. बी आर मेघवाल, भा.पु.सेवा, महानिरीक्षक, श्री रवि गाँधी, उप महानिरीक्षक तथा सी पी डब्ल्यू डी के अधिकारी भी उपस्थित थे। नवनिर्मित कम्पोजिट बी ओ पी आधुनिक सुविधाओं से युक्त है जोकि भीश्ण गर्मी में जवानों को राहत प्रदान करेगी। इससे जवानों के रेस्ट और रिलीफ में सहायता मिलेगी जिससे कि जवानों की संक्रियात्मक क्रियाकलापों में सुधार होगा। महानिदेषक महोदय ने सीमा पर तैनात सीमा प्रहरियों का प्रहरी सम्मेलन लिया। उन्होंने राजस्थान की विशम परिस्थितियों में भी सीमा पर सीमा प्रहरी जिस तत्परता, लग्न और कर्तव्यनिश्ठा से अपने कर्तव्य का निर्वाहन कर रहे है की सराहना की। सम्मेलन में महोदय ने जवानों से बात-चीत की व उनकी परेषानी और ड्यूटी के बारे में पूछा। महानिदेषक द्वारा सीमा प्रबंधन, सुरक्षा एवं चैकसी के लिए आधुनिक तकनीकि के प्रयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकि का इस्तेमाल सीमा प्रबंधन पर वृहद रूप से किया जाएगा जोकि फोर्स मल्टीपलायर का कार्य करेगा तथा सुरक्षा एवं चैकसी और अधिक सुदृढ़ हो सकेगी। महोदय ने बताया की ट्रायल के तौर पर 5 किलोमीटर के क्षेत्र में इस प्रणाली का प्रषिक्षण पंजाब ओर जम्मू बाॅर्डर पर किया जा रहा है। महोदय ने नवविवाहीत कार्मिकों के लिए बाॅर्डर पर परिवार रखने की सुबिधा उपलब्ध करवाने पर जोर दिया। महोदय ने जवानों को फाईनासिंयल लिटरेसी के बारे में बताया। महोदय ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल में प्रति वर्श लगभग 400 मौते होती है जिसमें से लगभग 70 मौते दिल का दौरा पडने से होती है लगभग 50 मौते वाहन दुर्घटना से होती है। महानिदेषक महोदय ने सभी जवानों की षारिरिक तन्दरूस्ती, रोजाना व्यायाम व पोस्टिक आहार लेने तथा अवकाष के दौरान सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने का सन्देष दिया। तद्पष्चाद् महानिदेषक जैसलमेर पहँुचे जहा पर श्री अमित लोढ़ा, भा.पु.सेवा, उप महानिरीक्षक सेक्टर मुख्यालय जैसलमेर(उत्तर) के द्वारा महोदय की अगुवाई की गई। जहा पर महानिदेषक महोदय ने उपस्थित वरिश्ठ अधिकारियों के साथ बाॅर्डर पर चल रही संक्रियात्मक गतिविधियों पर गहन चर्चा की और अधिक सतर्कता बरतने हेतु निर्देषित किया। दोहपर बाद महानिदेषक जोधपुर पहुँचे जहा से वे दिल्ली के लिए रवाना होगें।