शनिवार, 23 जनवरी 2016

चरण पादुका योजना स्कूली विद्यार्थियों के जूतों के लिए बच्चों ने दिए पॉकेट मनी

स्कूली विद्यार्थियों के जूतों के लिए बच्चों ने दिए पॉकेट मनी

 

बच्चों के मन की बात 
सरकारी विद्यालयों के बच्चों को जूते पहनाने के लिए कलेक्टर ने शुरू की थी चरण पादुका योजना 
  जालोर 
सरकारीस्कूल में नंगे पांव आने वाले स्कूली बच्चों को जूते उपलब्ध करवाने को लेकर जालोर कलेक्टर जितेंद्र कुमार साेनी की ओर से की गई अनूठी पहल चरण पादुका योजना को देश विदेश से अच्छा रिस्पांस मिलने लगा हैं। शुक्रवार को शहर की जालोर पब्लिक स्कूल के बच्चों ने अपनी पॉकेट मनी देकर मिसाल पेश की। स्कूल के करीब 750 बच्चों ने अपनी-अपनी पॉकेट मनी प्रिंसीपल को सौंपी। कक्षा 9वीं तथा 11वीं के छात्रों का कहना था कि उनके मित्र भी जूते पहनकर स्कूल आएंगे तो उन्हें बहुत खुशी होगी। इस पर प्रिंसीपल जेएस राठौड़ ने उनकी पीठ थपथपाई। गौरतलब है कि पिछले दिनों कलेक्टर के डूडसी गांव स्थित एक स्कूल के निरीक्षण के दौरान कड़ाके की ठंड में छोटे-छोटे बच्चों को नंगे पाव स्कूल जाते देखा था। उन्हें मालूम चला कि वे गरीब है और जूते नहीं खरीद सकते। इस पर कलेक्टर ने सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को जूते पहनाने के लिए चरण पादुका योजना की शुरुआत की। 

देश-विदेशसे सहयोग: योजनामें पहली शुरुआत खुद कलेक्टर ने दो हजार रुपए का सहयोग करके की। प्रशासनिक अधिकारियों कर्मचारियों के साथ नागरिकों ने भी इसमें सहयोग राशि दी। रिस्पांस को देखते हुए कलेक्टर ने इस नाम से बैंक खाता भी खुलवा दिया। इस खाते में आईजी हेड क्वार्टर प्रशाखा माथुर के साथ देश-विदेश से लोग पैसे जमा करवा रहे है। 

 
26जनवरी तक 25 हजार बच्चों को पहनाएंगे जूते: शिक्षाविभाग के अधिकारियों से सरकारी स्कूलों के उन बच्चों की संख्या पता लगाने को कहा जो बिना जूते पहने स्कूल आते हैं। अधिकारियों ने यह संख्या 25 हजार बताई। कलेक्टर ने 26 जनवरी तक इन सभी बच्चों को जूते पहनाने का संकल्प लिया है। 

^सरकारी स्कूल में नंगे पांव आने वाले बच्चों की बात मुझे मेरे पड़ौस में रहने वाले सुरेश ने बताई थी। बिना जूते पहने स्कूल आने वाले बच्चों की पीड़ा सुन मैं दुखी हुआ। मन में ठाना, सर से कहूंगी कि हमारे सहयोग से सभी बच्चों को जूते दिलावें। -मनीषा राठी, कक्षा 11 
^इतनीतेज सर्दी में हमें जूते मोजे पहनने के बाद भी सर्दी लगती हैं, तो बिना जूते स्कूल आने वाले भैया कैसे सहन करते होंगे। इसलिए मैने अपने भैया को अपनी पॉकेटमनी से जूते दिलवाने के लिए सर को पैसे दिए। -कोमल सोलंकी, कक्षा 11 
^सरअभी तो मेरे पास थोड़े पैसे हैं। मैं भगवान से कहूंगी कि मुझे खूब पैसे दे जिससे मैं अपने उन दोस्तों को जूते दिलवा सकूं। -सुरभि सोलंकी, कक्षा 10 

^इतनीतेज सर्दी में बिना जूते स्कूल आने वाले भैया को जूते दिलवाने के लिए मैने अपने पापा से ज्यादा पैसे मांगे और सर को दिए हैं। -सोनूनिंबावत कक्षा 9 



                                                                                                                                                                                                                                                             

नेताजी ने ऑस्ट्रिया में की थी शादी,

नेताजी ने ऑस्ट्रिया में की थी शादी,ऑस्ट्रिया में नेताजी की पत्नी एमिली और बेटी अनीता बोस: फाइल फोटो।
नई दिल्ली. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज 119वीं जयंती है। उनकी मौत कैसे हुई इस पर आज सस्पेंस बरकरार है। हाल में एक ब्रिटिश वेबसाइट में दावा किया है कि नेताजी की मौत 18 अगस्त, 1945 में ताइपेई में एक प्लेन क्रैश में हुई थी। लेकिन 1945 के बाद भी कई बार उनके जिंदा होने के दावे किए गए। आज भारत सरकार नेताजी से जुड़ी फाइलों को डिक्लासिफाइड करने जा रही है।

नेताजी की लाइफ के अहम FACTS...

- नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था।

- बचपन से ही वह काफी ब्रिलिएंट स्टूडेंट थे। 1913 के मैट्रिक एग्जाम में दूसरी पोजिशन पर रहे।

- ग्रेजुएशन करने के बाद वह पिताजी से किया वादा पूरा करने के लिए इंग्लैंड चले गए।

- इंडियन सिविल सर्विस एग्जाम में उनकी चौथी रैंक थी। जलियावाला बाग कांड के बाद 1921 में इंटर्नशिप के दौरान नौकरी छोड़ी।

- 1938 और 39 में वह दो बार कांग्रेस के प्रेसिडेंट चुने गए थे।

- 1937 में नेताजी ने ऑस्ट्रिया में एमिली नाम की महिला से शादी की। 29 नवंबर, 1942 को विएना में एमिली ने बेटी अनीता बोस को जन्म दिया था।

- बोस ने जानते थे कि दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। इसीलिए वह भारत की आजादी के लिए मदद मांगने जर्मनी और जापान जैसे देशों के पास गए।

- जापान में आजाद हिंद फौज बनाई और अंडमान निकोबार को आजाद कराने के बाद मणिपुर के रास्ते आजाद हिंद फौज के साथ चढ़ाई कर दी।

- महात्मा गांधी उनके कायल थे, उन्हें देशभक्तों का देशभक्त कहते थे।

पाली तिहरा हत्याकांड : नदी में बहाए महिला बच्चों के कपड़े, अहमदाबाद में बदला नाम


पाली तिहरा हत्याकांड : नदी में बहाए महिला बच्चों के कपड़े, अहमदाबाद में बदला नाम

महिला उसके दो मासूम बेटों की हत्या के आरोपियों से पूछताछ कर मृतका के जेवरात अन्य सामान बरामदगी के प्रयास
  पाली तखतगढ़थाना क्षेत्र में साकदड़ा गांव की पिंकी (22) उसके दो पुत्र दिलीप मुकेश की हत्या कर शव सोनाई लाखा गांव के खेत में गाड़ने के मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। इनमें से आरोपी महिला देवी पत्नी रतनपुरी विद्या पत्नी मंगलाराम पटेल निवासी सोनाई लाखा को शुक्रवार को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। कोर्ट के आदेश पर मृतका के जेठ फूलपुरी गोस्वामी उसके दोस्त मंगलाराम पटेल तथा ओमप्रकाश देवासी को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ कर मृतका के जेवरात अन्य सामान बरामदगी के बारे में पूछताछ की जा रही है।

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि गत 5 जून की रात को सोनाई लाखा में विधवा देवी के खेत पर पिंकी उसके दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद पांचों आरोपियों ने तसल्ली से तीनों के शव जमीन में गाड़ दिए। इसके बाद सुबह होते ही मृतका का जेठ फूलपुरी अपने दोस्त ओमप्रकाश के टेम्पो में मंगलाराम पटले के साथ मौके से भाग गए। इनमें से ओमप्रकाश भाद्राजून की ढाणी में चला गया और मंगलाराम जोधपुर भाग गया। आरोपी फूलपुरी बैग में मृतका बच्चों के सभी कपड़े डाल कर अहमदाबाद चला गया, लेकिन रास्ते में ही उसने कपड़ों से भरा बैग नदी में बहा दिया। अहमदाबाद के भीमजीपुरा के घाटोल इलाके में वह रोहट में पाती गांव के श्याम वैष्णव की हलवाई की दुकान पर काम करने लगा। जहां उसने अपना नाम नरेंद्र पुरी बताया और अपने आप को शादी-शुदा बताया। हलवाई के संदेह से बचने के लिए वह महीने में एक बार दो-तीन दिन की छुट्टी लेकर बीवी-बच्चों से मिलने का कहते हुए घूमने चला जाता था। इस दौरान वह सोनाई लाखा में दोनों महिलाओं दोनों दोस्तों से अलग-अलग नंबर से बात करता था, ताकि किसी को उस पर शक नहीं हो।

साकदड़ा सोनाई लाखा के ग्रामीण स्तब्ध

तिहरेहत्याकांड का गुरुवार को खुलासा कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने की घटना के बाद साकदड़ा सोनाई लाखा गांव के ग्रामीण भी स्तब्ध है। दोनों गांव के ग्रामीण इस बात को लेकर भौचक्के है कि आरोपियों ने किस कदर वारदात को अंजाम दिया और इसकी भनक गांव में नहीं लगी। उल्लेखनीय है कि रोहट थाना क्षेत्र के सोनाई लाखा गांव के एक खेत से पुलिस ने गुरुवार को साकदड़ा गांव की पिंकी गोस्वामी (23), उसके पुत्र दुर्गेश उर्फ दिलीप (3) और मुकेश पुरी (13 दिन) के क्षत-विक्षत शव बाहर निकलवाए। महिला के उसके दोनों मासूम पुत्र की 5 जून, 2015 को पांच आरोपियों ने नृशंस हत्या कर सोनाई लाखा में खेत में गाड़ दिए थे। पुलिस ने आरोपी फूलपुरी गोस्वामी निवासी साकदड़ा, उसकी मामी देवी पत्नी रतनपुरी, दोस्त मंगलाराम पटेल, विद्या पत्नी मंगलाराम पटेल निवासी सोनाई लाखा तथा एक अन्य दोस्त ओमप्रकाश देवासी निवासी चिरडिय़ा हाल भाद्राजून की ढाणी को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से आरोपी फूलपुरी गोस्वामी मृतका का जेठ है, जो अवैध संबंध के चलते छोटे भाई की पत्नी पिंकी को 2014 में अपने साथ भगा कर ले गया था। इसके दोस्त मंगलाराम पटेल ओमप्रकाश देवासी ने भी मृतका से जबरदस्ती अवैध संबंध स्थापित किए थे। मृतका इसका विरोध करती रही और पुलिस के सामने उनके कारनामों का उजागर करने की धमकियां दे रही थी। इसके चलते तीनों दोस्तों ने देवी विद्या नाम की दो महिलाओं की मदद से पिंकी उसके दोनों बच्चों को मार कर खेत में गाड़ दिया था, जिन्हें गुरुवार को पुलिस ने बाहर निकलवाए थे।

गुमराह करने के लिए कई कहानियां गढ़ी

ऑपरेशनस्माइल अभियान में दो साल पहले पिंकी उसके दो बच्चों की गुमशुदगी की पता लगाने के लिए केस रिओपन किया गया। कुछ दिन पहले तखतगढ़ पुलिस को पता चल गया कि फूलपुरी अहमदाबाद में नाम बदल कर रहा है तो तखतगढ़ थाने से हैडकांस्टेबल कमलसिंह की टीम ने वहां पहुंच उसे पकड़ पूछताछ की। पुलिस को गुमराह करने के लिए फूलपुरी ने पूछताछ में यह भी बताया कि पिंकी उसके साथ भागी जरूर थी, लेकिन कुछ माह बाद ही वह जोधपुर में उसे छोड़ कर चली गई। उसने बताया कि जानकारी जुटाने पर उसे पता लगा कि जोधपुर में रहते हुए वह किसी मीणा जाति के युवक के साथ भाग गई। उसकी कहानी गले नहीं उतरने पर पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और सारी असलियत बयां कर दी।

शुक्रवार, 22 जनवरी 2016

जोधपुर मोबाइल शॉप संचालक के लैपटॉप से एक हजार अश्लील वीडियो जब्त



जोधपुर मोबाइल शॉप संचालक के लैपटॉप से एक हजार अश्लील वीडियो जब्त


मण्डोर थाना पुलिस ने शुक्रवार को रामसागर चौराहे के पास स्थित मोबाइल की एक दुकान पर दबिश देकर अश्लील वीडियो मेमोरी कार्ड में डाउनलोड कर रहे संचालक को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से एक लैपटॉप, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव व कार्ड रीडर जब्त किए हैं।

उप निरीक्षक कमलदान चारण के अनुसार चौराहे के पास स्थित लक्ष्य मोबाइल नामक दुकान पर अश्लील वीडियो डाउनलोड करने की शिकायत मिली। जिस पर शाम को वहां बोगस ग्राहक बनाकर भेजा गया। बोगस ग्राहक के इशारा मिलते ही उप निरीक्षक कमलदान, कांस्टेबल अमरसिंह, गणपत व लक्ष्मण ने वहां दबिश दी।

पुलिस ने एक लैपटॉप, दो मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, दो कार्ड रीडर बरामद किए गए। साथ ही दुकान संचालक नरेन्द्र सिंह पुत्र पृथ्वीसिंह देवड़ा को गिरफ्तार किया गया है। लैपटॉप में करीब एक हजार अश्लील वीडियो व फिल्मों का स्टोरेज मिला है। पुलिस ने कॉपी राइट एक्ट व महिला अश्लील रूपेण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

नागौर अलाय में युवक का चाकू से गोदा शव मिला



नागौर अलाय में युवक का चाकू से गोदा शव मिला


जिले के श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के अलाय गांव के विद्यालय की चारदीवारी के पास चाकू से गोदा युवक का शव मिला है।

पुलिस हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा पाई है अलबता संदेह के आधार पर पुलिस ने चार जनों को हिरासत में लिया है। अलाय गांव की एक स्कूल की चार दीवारी के पास शुक्रवार को अलाय गांव के ही सुनील (25) पुत्र मदनलाल बिश्नोई का शव मिला। युवक के शरीर पर पर चाकू लगने के चार-पांच निशान थे। शव मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। श्रीबालाजी पुलिस एवं फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।

आपसी रंजिश हो सकती वजह

मृतक के चाचा ने गांव के ही कुछ युवकों पर हत्या का संदेह जताया है। पुलिस इसे आपसी रंजिश का मामला मान रही है। एएसपी रामकुमार कस्वां ने बताया कि अलाय में शव मिलने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लिया। बताया जा रहा है कि सुनील स्मेक का नशा करता था। शव के पास स्मैक की दो पुडिय़ा पड़ी मिली है। साथ ही पास ही कुछ जले हुए पन्ने भी मिले हैं, जिन पर स्मैक पी गई थी।

कुछ युवकों पर जताया शक

मृतक के परिजनों की रिपोर्ट के आधार मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार चार जनों को शक के आधार पर हिरासत में भी लिया गया है। इनमें से दो जने स्मैक के आदी बताए जा रहे हैं। मृतक के चाचा ओमप्रकाश ने बताया कि सुनील गुरुवार रात से ही घर से लापता था और उसका मोबाइल फोन का स्विच ऑफ आ रहा था।

परिजनों को सौंपा शव

शव मिलने की सूचना पर नागौर वृताधिकारी धर्मेन्द्र यादव, कोतवाल जबर सिंह चौहान, श्रीबालाजी थानाधिकारी संपत सिंह व अन्य थानों से पुलिस मौके पर पहुंची। थानाधिकारी संपत सिंह ने बताया कि देर शाम नागौर के जेएलएन में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव परिजनों को सौंप दिया गया।

नई दिल्ली।प्यार में बेवफाई: एक दिन में 110 लोगों ने किया रेप



नई दिल्ली।प्यार में बेवफाई: एक दिन में 110 लोगों ने किया रेप


एक लड़के के झूठे प्यार पर भरोसा करने के बाद प्रोस्टीट्यूशन के बाजार में ढकेली गई लड़की ने किताब के जरिए अपना दर्द बयां किया। लड़की ने बताया उसके बॉयफ्रेंड ने उसे जिस्म की मंडी में धकेल दिया, जहां उसे 110 मर्दों के साथ फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

अंग्रेजी अखबार डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक यह लड़की 14 साल की उम्र में यूनान गई थी। 7 साल बाद 21 साल की उम्र में वह इस मंडी से भागने में कामयाब हुई। जानकारी के मुताबिक अब उसने धोखा देने वाले लड़के को सबक सिखाने का फैसला किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक मेगन स्टीफंस (काल्पनिक) नाम की लड़की छट्टियां मनाने यूनान गई थी, जहां उसकी मुलाकात जैक नाम के एक लड़के से हुई। उस लड़के के प्यार के जाल में फंसकर मेगान उसके साथ ग्रीस से यूनान चली गई। वहां उस लडके ने उसे वेश्यावृति के धंधे में धकेल दिया। जैक ने मेगान को यूनान के एक बड़े वेश्यावृति केन्द्र में बेच दिया।

मेगान का कहना है कि जब वह वहां पहुंची तो उसे कुछ शक हुआ। वहां उसे एक एसे कमरे में बंद कर दिया गया, जिसमें खिड़की नहीं थी। वहां सिर्फ एक छोटा-सा बेड था और वीडियो कैमरा लगा हुआ था। इसके बाद एक व्यक्ति उस कमरे में आया और उसने मेगान के साथ रेप किया। रेप करने के बाद उस व्यक्ति ने मेगान को 50 यूरो दिए। इसके बाद यह सिलसिला लगातार जारी रहा।

मेगान ने बताया कि बाद में उसे किसी और जगह शिफ्ट कर दिया गया, जहां उसे एक ही दिन में 110 लोगों के साथ सोने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद वह गंभीर रूप से बीमार हो गई और कई महीनों तक अस्पताल में एडमिट रही।

मेगान ने अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान अपनी आप बीती स्टाफ को सुनाई। जिसके बाद इस बात की सूचन उसकी मां को दी गई और वह वापस अपने घर ब्रिटेन पहुंच गई।

बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स का जागरूकता अभियान तेज़गति से वाहन न चलाये ,दुर्घटना से देर भली ,देशमुख












ग्रुप फॉर पीपुल्स का जागरूकता अभियान तेज़गति से वाहन न चलाये ,दुर्घटना से देर भली ,देशमुख


बाड़मेर प्रदेश के नागरिक सड़क सुरक्षा तथा यातायात नियमों के पालन को अपनी दिन प्रतिदिन की जीवन शैली में उतार ले, तो सड़क दुर्घटनाओं में हो रही लोगों की आसामयिक मौतों को रोका जा सकता हैं। सड़क दुर्घटनाओं की अपूर्णीय क्षति से किसी न किसी परिवार, समाज तथा देश को नुकसान हो रहा है। यह बात पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने आज यहा ग्रुप फॉर पीपुल्स द्वारा जयनारायण व्यास महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में कही,

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोग यातायात नियमों का पालन न करके अपने जीवन के साथ-साथ दूसरे के जीवन के लिए भी खतरा बन जाते हैं । पूरे प्रदेश में इन आसामयिक मौताें को रोकने के लिए प्रदेश के सभी नागरिकों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को लोग अपनाकर खुद सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखंे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्रतिवर्ष लगभग 16000 तथा देशभर में 1.40 लाख लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हो जाती है। मरने वाले किसी परिवार के कमाऊ पुत्र या मुखिया होते हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग इन मौतों को रोकने के लिए यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आगे भी लगातार इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम प्रदेश भर में आयोजित करता रहेगा।

कार्यक्रम में परिवहन निरीक्षक रमेश चावड़ा ने थार वासियो से नष्ट होते जीवन की रक्षा के लिए यातायात नियमों के पालन में आगे आने की अपील की। उन्होंने ने शहरवासियों एवं वाहन चालकांे से यातायात नियमों का पालन कर बाड़मेर वासियो के हित में बहुमूल्य जीवन को हरहाल में बचाने की अपील की। सड़क सुरक्षा, जीवन की रक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करें तथा इसे अपनी जीवन शैली में उतारें ताकि बाड़मेर शहर जैसे अपनी तहजीब एवं संस्कृति के लिए पूरे देश एवं प्रदेश में जाना जाता है, उसी प्रकार बाड़मेर वासियो के रोड सेफ्टी सेंन्स के रूप में भी पूरे देश में जाना जाये। उन्होंने कहा कि पूरे देश में यह संदेश जाये कि बाड़मेर निवासी सड़क का अच्छी तरह से प्रयोग करते हैं और इसके साथ बाड़मेर शहर सुखद यातायात के लिए उदाहरण स्वरूप पूरे प्रदेश एवं देश में मिशाल बनें। इस अवसर पर डॉ विकास चौधरी ने शहरवासियों, वाहन चालकों तथा सड़क के अन्य उपयोगकर्ताओं से सड़क पर सुरक्षित सफर के लिए अपने तथा दूसरे का जीवन सुरक्षित रखने हेतु यातायात नियमों का पूरी संवेदनशीलता के साथ पालन करने की अपील की।वाही दुर्घटना के साथ प्राथमिक उपचार की विस्त्रोत जानकारी दी , ग्रुप के इन्दर प्रकाश पुरोहित ने सड़क दुर्घटना से बचने के लिए यातायात जागरूकता हेतु एक दोहा ‘गति धीमी कर लीजिए जहां कहीं हो मोड, सड़क सुरक्षा भाग्य पर नहीं दीजिए छोड़‘ ‘मार्ग पर गाड़ी धीमी चलावे सदा, मार्ग पर घर का चिराग चल रहा है‘ पेश किया ।

ग्रुप संयोजल चन्दन सिंह भाटी ने कहा की प्रदेश में 27वां सड़क सुरक्षा सप्ताह इस बार ‘रोड सेफ्टी-टाइम फाॅर एक्शन‘ थीम पर मनाया गया। इस दौरान पूरे प्रदेश में वाहन चालकों तथा नागरिकों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस दौरान प्रदेश भर में परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करने, सीट बेल्ट का उपयोग करने, हेलमेट का प्रयोग करने, 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को वाहन न चलाने देने, नशा करके गाड़ी न चलाने, वैध लाइसेंस के साथ गाड़ी चलाने, सड़क पार करने के लिए जेब्रा क्रासिंग का प्रयोग करने, रात्रि में डिपर का प्रयोग करने तथा तेज गति से गाड़ी न चलाने की अपील की गयी ।

जोगेन्द्र सिंह चौहान ने ग्रुप के कार्यो की जानकारी देते हुए बताया की ग्रुप फॉर पीपुल्स द्वारा में स्कूल-काॅलेजों के बच्चे, परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ उत्तम प्रदेश सर्वोत्तम भारत देश शहरवासियों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। लोगों को जागरूक करने के लिए बच्चें यातायात नियम सम्बन्धी जानकारिया प्रदान की ,। इस दौरान वाहन चालकों तथा लोगों को सड़क सुरक्षा सम्बन्धी यातायात के निशान, वाहन सम्बन्धी नियम तथा यातायात के नियमों के पैम्फैलेट्स बांटे गये तथा स्लोगन के साथ लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक पेरिस देशमुख और परिवहन निरीक्षक रमेश चावड़ा ने छात्रों और अतिथियों को शपथ दिलाई ,इस दौरान भाषण और पोस्टर प्रतियोगिताओ का आयोजन कर विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया ,कार्यक्रम में महिला शक्ति प्रियंका चौधरी ,पूजा रतनु ,पूजा चौधरी ,संगीता पंवार ,सीमा कंवर ,ने भी सड़क सुरक्षा सम्बंधित जानकारी प्रदान की ,डॉ हितेश आचार्य ने स्वागत उद्बोधन के साथ नियमो की जानकारी दी ,मदन नाथ गोस्वामी ने आभार व्यक्त किया




कार्यक्रम में ग्रुप अध्यक्ष अक्षयदान बारहट ,अनिल सुखानी ,बाबू भाई शेख ,अनिल सुखानी ,रमेश सिंह इन्दा ,रमेश कड़वासरा, अमित बोहरा , दुर्जन सिंह गड़ीसर ,,स्वरुप सिंह भाटी ,ललित छाजेड़ ,छोटू सिंह पंवार ,भगवान आकोडा ,शाहिद हुसैन पेमाराम सोनी ,अबराह मोहम्मद ,रफीक मोहम्मद , के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

गांव में घुसे सैनिक, ग्रामीणों ने चोर समझकर पकड़ा

गांव में घुसे सैनिक, ग्रामीणों ने चोर समझकर पकड़ा

बीकानेर महाजन फील्ड फायरिंग रेंज एरिया से सटे फूलेजी गांव में गुरुवार देर रात दो सैनिक सादा वर्दी में घुस गए। ताक-झांक कर रहे सैनिकों की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने पीछा कर एक को पकड़ लिया।

जानकारी के मुताबिक गांव में रात करीब 11 बजे दो अनजान लोगों के गलियों में घूमने की सूचना मिलने पर ग्रामीण एक जगह जमा हुए।

बाद में गांव के युवाओं व अन्य लोगों ने कम्बल ओढ़कर गलियों में घूम रहे दोनों लोगों का पीछा किया तो वे भागने लगे। इस दौरान एक व्यक्ति को दबोच लिया जबकि दूसरा भागने में सफल हो गया।

मामले की सूचना मिलने पर महाजन पुलिस भी मौके पर पहुंची व पकड़ में आए व्यक्ति से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि दोनों ही सैनिक है।

रात को गांव की गलियों में क्यों घूम रहे थे? इसका पता नहीं लग पाया। सैनिक द्वारा गलती मानने के बाद ग्रामीणों व पुलिस ने उसे समझाकर छोड़ दिया।

युवाओं ने बताया कि पठानकोट हमले के बाद फायरिंग रेंज एरिया से सटे गांवों में लोग चौकस है एवं देर रात तक गांव में आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है।

राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ स्थापित



राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ स्थापित
बाडमेर, 22 जनवरी। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम जयपुर द्वारा राजस्थान मूल के कामगार जो विदेश में काम करते है, के कल्याणार्थ राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ के हेल्पलाईन ई- मेल तंरसंइवनतीमपचसपदम/हउंपसण्बवउ तथा दूरभाष नम्बर 0141- 5103248 है।

जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने बताया कि ऐसे कामगार जो विदेश में रोजगार हेतु जाने का इरादा रखते है उनको भी राजस्थान प्रवासी श्रमिक कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा आवश्यक सहयोग, सुविधाएं प्रदान की जाएगी। उन्होने बताया कि प्रकोष्ठ द्वारा शिकायतों एवं समस्या समाधान के लिए पंजीयन, उत्प्रवासन मामलों से संबंधित सूचना का आदान- प्रदान, विदेश मे रोजगार के सभी पहलुओं के संबंध में आंकाक्षी एवं कार्यरत कामगार को सूचना, मार्गदर्शन एवं परामर्श दिया जाना, राजस्थान मूल के प्रवासी या उनके परिवार के द्वारा कामगार के विदेश में भर्ती, रोजगार से संबंधित शिकायत प्राप्त होने पर भारत सरकार के भ्मंक व िप्दकपंद डपेेपवदए डम्। - डव्प्। के समक्ष रखना, सुरक्षित एवं वैद्य उत्प्रवास के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों पर जागरूकता शिविरों का आयोजन करने आदि की सुविधाएं प्रदान की जाएगी।