पाली तिहरा हत्याकांड : नदी में बहाए महिला बच्चों के कपड़े, अहमदाबाद में बदला नाम
महिला उसके दो मासूम बेटों की हत्या के आरोपियों से पूछताछ कर मृतका के जेवरात अन्य सामान बरामदगी के प्रयास
पाली तखतगढ़थाना क्षेत्र में साकदड़ा गांव की पिंकी (22) उसके दो पुत्र दिलीप मुकेश की हत्या कर शव सोनाई लाखा गांव के खेत में गाड़ने के मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। इनमें से आरोपी महिला देवी पत्नी रतनपुरी विद्या पत्नी मंगलाराम पटेल निवासी सोनाई लाखा को शुक्रवार को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। कोर्ट के आदेश पर मृतका के जेठ फूलपुरी गोस्वामी उसके दोस्त मंगलाराम पटेल तथा ओमप्रकाश देवासी को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ कर मृतका के जेवरात अन्य सामान बरामदगी के बारे में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि गत 5 जून की रात को सोनाई लाखा में विधवा देवी के खेत पर पिंकी उसके दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद पांचों आरोपियों ने तसल्ली से तीनों के शव जमीन में गाड़ दिए। इसके बाद सुबह होते ही मृतका का जेठ फूलपुरी अपने दोस्त ओमप्रकाश के टेम्पो में मंगलाराम पटले के साथ मौके से भाग गए। इनमें से ओमप्रकाश भाद्राजून की ढाणी में चला गया और मंगलाराम जोधपुर भाग गया। आरोपी फूलपुरी बैग में मृतका बच्चों के सभी कपड़े डाल कर अहमदाबाद चला गया, लेकिन रास्ते में ही उसने कपड़ों से भरा बैग नदी में बहा दिया। अहमदाबाद के भीमजीपुरा के घाटोल इलाके में वह रोहट में पाती गांव के श्याम वैष्णव की हलवाई की दुकान पर काम करने लगा। जहां उसने अपना नाम नरेंद्र पुरी बताया और अपने आप को शादी-शुदा बताया। हलवाई के संदेह से बचने के लिए वह महीने में एक बार दो-तीन दिन की छुट्टी लेकर बीवी-बच्चों से मिलने का कहते हुए घूमने चला जाता था। इस दौरान वह सोनाई लाखा में दोनों महिलाओं दोनों दोस्तों से अलग-अलग नंबर से बात करता था, ताकि किसी को उस पर शक नहीं हो।
साकदड़ा सोनाई लाखा के ग्रामीण स्तब्ध
तिहरेहत्याकांड का गुरुवार को खुलासा कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने की घटना के बाद साकदड़ा सोनाई लाखा गांव के ग्रामीण भी स्तब्ध है। दोनों गांव के ग्रामीण इस बात को लेकर भौचक्के है कि आरोपियों ने किस कदर वारदात को अंजाम दिया और इसकी भनक गांव में नहीं लगी। उल्लेखनीय है कि रोहट थाना क्षेत्र के सोनाई लाखा गांव के एक खेत से पुलिस ने गुरुवार को साकदड़ा गांव की पिंकी गोस्वामी (23), उसके पुत्र दुर्गेश उर्फ दिलीप (3) और मुकेश पुरी (13 दिन) के क्षत-विक्षत शव बाहर निकलवाए। महिला के उसके दोनों मासूम पुत्र की 5 जून, 2015 को पांच आरोपियों ने नृशंस हत्या कर सोनाई लाखा में खेत में गाड़ दिए थे। पुलिस ने आरोपी फूलपुरी गोस्वामी निवासी साकदड़ा, उसकी मामी देवी पत्नी रतनपुरी, दोस्त मंगलाराम पटेल, विद्या पत्नी मंगलाराम पटेल निवासी सोनाई लाखा तथा एक अन्य दोस्त ओमप्रकाश देवासी निवासी चिरडिय़ा हाल भाद्राजून की ढाणी को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से आरोपी फूलपुरी गोस्वामी मृतका का जेठ है, जो अवैध संबंध के चलते छोटे भाई की पत्नी पिंकी को 2014 में अपने साथ भगा कर ले गया था। इसके दोस्त मंगलाराम पटेल ओमप्रकाश देवासी ने भी मृतका से जबरदस्ती अवैध संबंध स्थापित किए थे। मृतका इसका विरोध करती रही और पुलिस के सामने उनके कारनामों का उजागर करने की धमकियां दे रही थी। इसके चलते तीनों दोस्तों ने देवी विद्या नाम की दो महिलाओं की मदद से पिंकी उसके दोनों बच्चों को मार कर खेत में गाड़ दिया था, जिन्हें गुरुवार को पुलिस ने बाहर निकलवाए थे।
गुमराह करने के लिए कई कहानियां गढ़ी
ऑपरेशनस्माइल अभियान में दो साल पहले पिंकी उसके दो बच्चों की गुमशुदगी की पता लगाने के लिए केस रिओपन किया गया। कुछ दिन पहले तखतगढ़ पुलिस को पता चल गया कि फूलपुरी अहमदाबाद में नाम बदल कर रहा है तो तखतगढ़ थाने से हैडकांस्टेबल कमलसिंह की टीम ने वहां पहुंच उसे पकड़ पूछताछ की। पुलिस को गुमराह करने के लिए फूलपुरी ने पूछताछ में यह भी बताया कि पिंकी उसके साथ भागी जरूर थी, लेकिन कुछ माह बाद ही वह जोधपुर में उसे छोड़ कर चली गई। उसने बताया कि जानकारी जुटाने पर उसे पता लगा कि जोधपुर में रहते हुए वह किसी मीणा जाति के युवक के साथ भाग गई। उसकी कहानी गले नहीं उतरने पर पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और सारी असलियत बयां कर दी।
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