गुरुवार, 14 जनवरी 2016

जैसलमेर सतर्कता समिति में दर्ज 30 प्रकरणों मे से 12 प्रकरण निस्तारित



जैसलमेर सतर्कता समिति में दर्ज 30 प्रकरणों मे से 12 प्रकरण निस्तारित

अतिरिक्त जिला कलक्टर षर्मा ने समय पर पालना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिये निर्देष


जैसलमेर 14 जनवरी/अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ षर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक आयोजित हुई जिसमें समिति स्तर पर दर्ज 30 प्रकरणों में से विभागीय अधिकारियों द्वारा आवष्यक कार्यवाही किये जाने के बाद 12 प्रकरण समिति स्तर से निस्तारित किये गये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे दर्ज प्रकरणों के मामले मे समय पर पालना रिपोर्ट अनिवार्य रुप से प्रस्तुत करें।

बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार, अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेषन करण सिंह, उपखण्ड अधिकारी जय सिंह, नरेन्द्र पाल सिंह षेखावत, उपायुक्त उपनिवेषन अरुण कुमार षर्मा, प्रधान पंचायत समिति जैसलमेर अमरदीन के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थें।

बैठक में परिवादी ओम प्रकाष पाठक का प्रकरण न्यायलय मे विचाराधीन होने के कारण समिति स्तर से हटाया गया। इसी प्रकार परिवादी आषु सिंह के मामले मे ग्रामदानी बोर्ड द्वारा कार्यवाही किये जाने के कारण, परिवादी महेन्द्र सिंह के मामले में प्रकरण राजस्व न्यायालय में दर्ज कराने के कारण समिति स्तर से निस्तारित किये गये। इसी प्रकार परिवादी उम्मेदाराम के मामले मे अतिक्रमण हटाने पर तथा पेप सिंह के मामले मे षिकायत झूठी पाये जाने पर तथा परिवादी चैन सिंह के मामले मे पंचायत को भुगतान कर दिये जाने के कारण ये प्रकरण भी निस्तारित किये गये।

अतिरिक्त जिला कलक्टर षर्मा ने परिवादी महेष पुरोहित के मामले मे 7 दिवस मे विद्युत का पोल हटाने, परिवादी दवे के मामले मे आयुर्वेद अधिकारी को निदेषालय से षीध्र ही बजट मंगवाकर उसका बकाया भुगतान कराने के निर्देष दिये। उन्होंने परिवादी अबास अली से के मामले मे मिठडीया कुंआ के अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही विकास अधिकारी को करने के निर्देष दिये। उन्होंने परिवादी ष्षैरा राम भील के मामले मे विकास अधिकारी को सही जांच करने तथा जुझांर सिंह के मामले मे जिस मेट ने गलत काम किया है उसके खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देष दिये।

जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ पचार ने बताया कि जिले मे कानून एवं सुरक्षा की व्यवस्था नियंत्रण मे है। जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने समिति स्तर पर दर्ज प्रकरणांे पर समय सीमा मे कार्यवाही करने की आवष्यकता जताई ।

बैठक में विभागीय अधिकारियों ने उनके विभाग से संबंधित दर्ज प्रकरणों के मामले में अब तक की गई कार्यवाही से अवगत कराया।

बाड़मेर संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरण निस्तारित करने के निर्देश



बाड़मेर संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरण निस्तारित करने के निर्देश
बाड़मेर,14 जनवरी। राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणांे का निर्धारित समय सीमा मंे निस्तारण करवाएं। इसके अलावा उपखंड स्तरीय प्राथमिकताआंे संबंधित नोट भिजवाएं। इस संबंध मंे जिला स्तरीय जन सुनवाई के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए संबंधित अधिकारियांे को निर्देशित किया।

अतिरिक्त जिला कलक्टर बिश्नोई ने कहा कि कई विभागांे के संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरण लंबे समय से लंबित चल रहे है। उन्हांेने इसको गंभीरता से लेते हुए तत्काल निस्तारण कर आमजन को राहत दिलाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक उपखंड अधिकारी उनके क्षेत्र मंे निर्धारित की गई पांच प्राथमिकताआंे संबंधित नोट भी निर्धारित समय पर भिजवाना सुनिश्चित करें।

बाड़मेर गंभीर रोगी बनेंगे बीपीएल,फाइल नहीं मिले तो दर्ज कराए मामला



बाड़मेर गंभीर रोगी बनेंगे बीपीएल,फाइल नहीं मिले तो दर्ज कराए मामला
बाड़मेर,14 जनवरी। जिला मुख्यालय पर गुरूवार को अटल सेवा केन्द्र मंे आयोजित जिला स्तरीय जन सुनवाई के दौरान आमजन की समस्याआंे के समाधान के साथ कई प्रकरणांे मंे संबंधित अधिकारियांे को कार्रवाई कर परिवादियांे को राहत दिलाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान गंभीर रोगियांे के मामलांे मंे उनको बीपीएल चयनित करवाकर राहत दिलाने के निर्देश दिए गए। वहीं नगर परिषद के निर्माण संबंधित प्रकरण मंे पत्रावली नहीं मिलने की स्थिति मंे एफआईआर दर्ज कराने को कहा गया।

जिला मुख्यालय पर आयोजित जिला स्तरीय जन सुनवाई एवं सतर्कता समिति की बैठक मंे मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई एवं एएसपी विपिन शर्मा ने आमजन की समस्याएं सुनी। इस अवसर पर चैहटन विधायक तरूणराय कागा ने कहा कि जन सुनवाई मंे आने वाले प्रकरणांे मंे प्रभावी कार्यवाही कर आमजन को अधिकाधिक राहत दिलाई जाए। इस दौरान आंबेडकर कालोनी निवासी भगवानदास, कुछ समय पूर्व गैस त्रासदी के शिकार हुए मुकेश पुत्र लालचंद सोनी ने अपने भाई गोविन्द के इलाज के लिए बीपीएल परिवार मंे चयनित करने का निवेदन किया। इस दौरान नगर परिषद के अधिकारियांे को इस आशय का पत्र उपखंड अधिकारी को भिजवाने के निर्देश दिए गए कि इनका बीपीएल संबंधित प्रस्ताव आगामी बैठक मंे पारित करवा लिया जाएगा। इसके आधार पर उपखंड अधिकारी को इन परिवारांे का बीपीएल मंे चयन करने के निर्देश दिए गए,ताकि गंभीर बीमारी के रोगियांे का निःशुल्क इलाज हो सके। सतर्कता समिति मंे दर्ज गांधी नगर नाला संबंधित प्रकरण मंे अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने नगर परिषद के अधिकारियांे को निर्देश दिए कि आगामी जन सुनवाई से पूर्व इसके स्थाई समाधान के बारे मंे विस्तृत रिपोर्ट पेश करें। उन्होंने नाले मंे पोलीथिन की रोकथाम को प्लास्टिक की जाली लगाने के निर्देश दिए। नगर परिषद के अधिकारियांे ने बताया कि इस नाले की नियमित रूप से सफाई करवाई जा रही है। मौजूदा समय मंे इस नाले से किसी तरह की समस्या नहीं है। इसी तरह गिराब क्षेत्र मंे महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत मृत व्यक्ति के नाम से भुगतान उठाने के मामले मंे अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि इस संबंध मंे तत्कालीन सरपंच,ग्रामसेवक, ग्राम रोजगार सहायक एवं अन्य दोषियांे के खिलाफ गिराब पुलिस स्टेशन मंे मामला दर्ज कराया जा चुका है। इस पर इस प्रकरण को सतर्कता समिति से निस्तारित करने के निर्देश दिए गए।

जन सुनवाई मंे नाथाणियो की ढाणी मंे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निर्धारित स्थान से दूसरे स्थान पर निर्मित होने के मामले मंे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आगामी बैठक मंे वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए गए। औद्योगिक क्षेत्र मंे दुकान हस्तांतरण, आंबेडकर कालोनी मंे अतिक्रमण हटाने के मामले मंे आयुक्त नगर परिषद को स्वयं मौका मुआयना कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया। इसी तरह पिछली जन सुनवाई के दौरान परिवादी रूपादेवी की ओर पेश किए गए आम रास्ते से अतिक्रमण हटाने के मामले को सतर्कता समिति मंे दर्ज करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान आंबेडकर कालोनी निवासी धर्माराम पंवार वगैरह ने नालों की सफाई नहीं होने एवं दिन के बजाय रात्रि मंे 12 से प्रातः 5 बजे के मध्य जलापूर्ति होने का मामला रखा। गरडिया निवासी हरचंद राम ने नेकमबंदी करवाने का अनुरोध किया। इस पर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए चैहटन उपखंड अधिकारी श्रवणसिंह राजावत ने अवगत कराया कि मंगलवार को रामसर मंे आयोजित होने वाली अदालत के दौरान इसका निस्तारण कर दिया जाएगा। इस संबंध मंे संबंधित विभागीय अधिकारियांे को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया। जिला स्तरीय जन सुनवाई मंे खाद्य सुरक्षा योजना मंे चयन, अतिक्रमण हटाने, विद्युत कनेक्शन करवाने, उण्डू निवासी हिमताराम ने जननी सुरक्षा योजना के तहत राशि दिलाने, नींबला मंे नरेगा के तहत खड़ीन निर्माण, पनावड़ा ग्राम पंचायत के राजस्व गांव बांडी धोरा मंे ग्रेवल सड़क कार्य प्रारंभ करवाने, सीमा सुरक्षा बल से सेवानिवृत महादेव ने उसके पिता को आवंटित जमीन पुनः दूसरे व्यक्तियांे को आवंटित करने समेत कई मामलांे मंे संबंधित विभागीय अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई कर परिवादियांे को राहत दिलाने के निर्देश दिए गए।

म्यूटेशन भरने के निर्देशः जन सुनवाई मंे परिवादी आनंद चैधरी के गिड़ा क्षेत्र मंे जमीन संबंधित म्यूटेशन भरने के प्रकरण मंे वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने संबंधित उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

फाइल नहीं मिले दर्ज कराओ एफआईआरः जन सुनवाई के दौरान बाड़मेर शहर निवासी हीरालाल जीनगर ने भूखंड पर निर्माण के लिए स्वीकृति दिलाने का निवेदन किया। इस पर नगर परिषद के अधीक्षण अभियंता ने अवगत कराया कि इनकी पत्रावली नहीं मिल रही है। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने पत्रावली का पता लगवाने एवं नहीं मिलने की स्थिति मंे संबंधित दोषी कार्मिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। जन सुनवाई मंे हीरालाल जीनगर ने शास्त्रीनगर स्थित रेलवे के अंडरब्रिज को खुलवाने का मामला रखा। ताकि कृषि मंडी, गांधी नगर, शास्त्रीनगर जाने वाले दुपहिया वाहन चालकांे को राहत मिल सके।

बेटे की मौत के बाद माता-पिता ने भी पी लिया जहर

बेटे की मौत के बाद माता-पिता ने भी पी लिया जहर

कोटड़ा थाना क्षेत्र के लुक में बुधवार रात को एक बालक की छत से गिरने मौत हो गई। वहीं, बच्चे की मौत के बाद पति-पत्नी ने भी जहर पी लिया। दोनों की हालत अभी नाजुक बताई जा रही है। पूरी घटना का खुलासा गुरुवार सुबह हुआ।

घटना के अनुसार, बुधवार रात्रि 7 बजे 3 वर्षीय अशोक पुत्र कल्पेश घर में खेल रहा था। खेलते हुए वह दीवार पकड़कर छत पर चढ़ गया। परंतु ढलाननुमा छत होने के कारण वह संतुलन खो बैठा और नीचे गिर गया।

ऊंचाई से गिरने से उसके सिर में गहरी चोट आई और मौके पर ही मृत्यु हो गई। बेटे की चीख सुनकर माता लक्ष्मी और पिता कल्पेश भी बाहर आए लेकिन बाहर बेटे को अचेत पड़ा देख उनके होश फाख्ता हो गए।

बेटे को उठाने की कोशिश की लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। इधर, बेटे की मौत का सुनकर पिता बिफर गया और पत्नी को बच्चे की मौत का जिम्मेदार ठहराया और उससे मारपीट पर उतारू हो गया। तब पत्नी ने भी आवेश में आकर कीटनाशी पी लिया।

पत्नी द्वारा कीटनाशी पीने और बेटे की मौत से परेशान हो कल्पेश ने भी जहर खा लिया और जंगलों की ओर निकल गया। रात 2 बजे के करीब कल्पेश ने अपने रिश्तेदार को घटना की जानकारी दी।

तब रिश्तेदार तुरंत कल्पेश के घर पहुंचे और अचेत लक्ष्मी को गुजरता के खेड़ब्रह्मा लेकर गए। यहां चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उन्होंने लक्ष्मी को उदयपुर रैफर कर दिया।

रिश्तेदार पुन: लक्ष्मी को लेकर लूक आ गए। गुरुवार सुबह रिश्तेदारों ने 108 को सूचित किया व लक्ष्मी को कोटड़ा सामुदायिक केंद्र लेकर गए। इधर, सुबह 6 बजे तक भी कल्पेश का पता नहीं चलने पर उसकी तलाश शुरू कर दी गई।

सुबह करीब 8 बजे कल्पेश भी अचेतावस्था में जंगल में पड़ा मिला। उसे भी उपचार के लिए कोटड़ा सामुदायिक केंद्र ले जाया गया जहां से उसे और लक्ष्मी दोनों को ही हालत नाजुक होने पर उदयपुर रैफर कर दिया गया।

भिखारी के घर में लगी आग, तीन बरी रुपए हुए खाक

भिखारी के घर में लगी आग, तीन बरी रुपए हुए खाक
मुंबई अमबीवली के रहने वाले 70 साल के भिखारी को उस वक्त सदमा लग गया, जब उसकी तीन बोरियों में भरी कमाई कुछ ही मिनट में जलकर राख हो गई।

मोहम्मद रहमान नाम के भिखारी ने अपनी कमाई की गई रकम तीन बोरियों में भरकर रखी हुई थी। बोरियों में 10 से 50 रुपए तक के नोट और सिक्के थे। ये बोरियां उसने लाहूजी नगर में स्थित अपनी झोपड़ी में रख हुई थीं। जिसमें बुधवार को आग लग गई।

पुलिस का कहना है कि यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि आग में रहमान के कितने रुपए जले हैं, क्योंकि उसने कभी भी उन्हें गिना नहीं था। उसने अपनी पत्नी फातिमा से छुपाकर ये रुपए अपनी झोपड़ी में छुपा रखे थे।

आग सुबह करीब तीन बजे उस वक्त लगी जब फातिमा घर में अकेली थी। आग मोमबती के गिर जाने की वजह से लगी है। रहमान उस वक्त कसारा क्षेत्र में था। आग लगने पर फातिमा तो झोपड़ी से बाहर निकल गई। लेकिन उसे ये नहीं पता था कि उन बोरियों में पैसे भरे हैं, इसलिए उसने उन्हें बचाने की कोई कोशिश नहीं की।

आग के ज्यादा बढ़ने पर पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड को फोन किया, जिसके बाद आग पर काबू पाया गया। एक फायरमैन ने बताया कि दो बैग तो पूरी तरह से जल गए थे, लेकिन तीसरी बोरी के कुछ रुपए बचाने में वे कामयाब रहे।

रहमान पहले बतौर कॉरपेंटर काम करते थे। बुढ़ापा आने पर उनके बेटों ने उनका ख्याल रखने से इनकार कर दिया, जिसके बाद वे सड़कों पर भीख मांगने के लिए मजबूर हो गए।

पटना जेल में प्रेग्नेंट हुई गैंगस्टर की बीवी, प्रशासन पर उठी उंगली



पटना जेल में प्रेग्नेंट हुई गैंगस्टर की बीवी, प्रशासन पर उठी उंगली


जेल में कैमरे, मोबाइल फोन, ड्रग्स व अन्य चीजों की सप्लाई होने की खबर तो आप हमेशा पढ़ते या देखते होंगे। लेकिन आज जेल से संबंधित एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे। मामला एक गैंगस्टर की बीवी का जेल के अंदर ही प्रेग्नेंट होने का है। इस मामले को लेकर जेल प्रशासन पर सवाल उठाए जा रहे हैं, जिन्होंने गैंगस्टर और उसकी पत्नी की मुलाकात जेल में ही करवाई।

भगोड़े गैंगस्टर मुकेश पाठक की बीबी पूजा कुमारी अभी जेल में किसी मामले में अंडर ट्रायल है। पूजा ने खुलासा किया है कि उसने अपने पति से श्योहर जेल के असिस्टेंट जेलर के ऑफिस में मुलाकात की थी। इस जेल में पिछले साल दोनों को ही अलग-अलग मामलों में अंदर रखा गया था।

संतोष झा गैंग का शार्पशूटर पाठक हालही में दरभंगा के इंजीनियर हत्याकांड का मुख्य आरोपी बनकर सामने आया है। वह कई सालों से उत्तरी बिहार के जिलों में सक्रिय है। पुलिस का कहना है कि जेल में बंद संतोष की सह पर ही पाठक अपराधों को अंजाम देता है। अभी अंदेशा जताया जा रहा है कि पाठक भारत से भागकर नेपाल में छुपा हुआ है।

पाठक की बीवी के प्रेग्नेंट होने पर श्योहार जिलाधिकारी और मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल अधिक्षक द्वारा अलग-अलग जांच करवाई गई। दोनों ही जांच में पाया गया कि जेल प्रशासन की मिलिभगत से ही मुकेश और पूजा की असिस्टेंट जेलर की ऑफिस में मुलाकात होती थी। उन्होंने जेल के कानूनों को तोड़ते हुए 13 जून को असिस्टेंट जेल की ऑफिस में समय बिताया था। इसको लेकर एक अधिकारी और जेल के अन्य चार कर्मचारियों पर आरोप हैं।

मुकेश पिछले साल 20 जुलाई को सुरक्षा बलों को चकमा देकर अस्पताल से भाग गया था। उसके बाद पूजा को मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया तो उसके प्रेग्नेंट होने की जानकारी मिली। जेल अधिकारियों के मुताबिक पूजा ने स्वीकार किया है कि उसके पति पाठक ही उसके अजन्में बच्चे के पिता हैं।

पुलिस रिकोर्ड्स के मुताबिक पाठक ने पूजा से अक्टूबर 2013 में जेल में ही शादी की थी। वह उस वक्त श्योहर जेल में अपहरण के मामले में बंद थी। शादी के लिए उन्होंने कोर्ट से अनुमति ली थी। उनकी शादी सीनियर पुलिस अधिकारियों और जेल अधिकारियों की मौजूदगी में हुई थी। जेल के कानूनों के मुताबिक सजा काटने के दौरान दोनों की प्राइवेट मुलाकात होना संभव नहीं है।

दोनों रिपोर्ट आईजी(जेल) को भेज दी गई है। आरोपी जेल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

होशंगाबाद।प्रसव को आई महिला, डॉक्टर बोले, गर्भवती नहीं



होशंगाबाद।प्रसव को आई महिला, डॉक्टर बोले, गर्भवती नहीं


मध्य प्रदेश के सोहागपुर सरकारी अस्पताल से सिजेरियन प्रसव के लिए रैफर होकर जिला अस्पताल आई महिला को डॉक्टरों ने गर्भवती होने से ही इनकार कर दिया। इधर गर्भवती ने अस्पताल प्रबंधन पर प्रसव के बाद बच्चा गायब करने का आरोप लगाया है।

नाटकीय घटनाक्रम के बाद अस्पताल प्रशासन ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं। परिजन का विरोध बढ़ता देख डिप्टी कलेक्टर राजेश राठौर भी बुधवार रात को अस्पताल पहुंचे और संबंधित पक्षों से पूछताछ की।

प्रसूता के पति सोहागपुर निवासी राधेलाल सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी भगवतीबाई को सोहागपुर सरकारी अस्पताल से गर्भ में बच्चा उल्टा होने और अधिक रक्तस्राव के कारण मंगलवार देर रात जिला अस्पताल में रैफर किया गया। सोहागपुर से जननी एक्सप्रेस से जिला अस्पताल आई। रात को दो बजे उसे प्रसव के लिए डॉक्टर्स लेबर रूम में ले गए। परिजनों को बिना बताए उसे सुबह वार्ड में भेज दिया गया।

सुबह भगवती बाई ने आरोप लगाया कि उसे सुबह चार बजे प्रसव हुआ लेकिन बार-बार पूछने के बाद भी उसे बच्चा नहीं दिया गया। इधर लेबर रूम की डॉक्टर (तत्कालीन ड्यूटी डॉक्टर) डॉ. जैसमीन डेविस ने बताया कि उसे अधिक रक्तस्राव के कारण उसे लेबर रूम में रखा गया था।

स्थिति नियंत्रण में आई तो उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। उसके पेट में कोई बच्चा नहीं था। बच्चा नहीं होने की जानकारी के बाद बुधवार दोपहर को परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी शिकायत अस्पताल प्रबंधन से की।

मुजफ्फरनगर रेप वीडियो वायरल, पीडि़ता ने किया सुसाइड, क्षेत्र में तनाव



मुजफ्फरनगर रेप वीडियो वायरल, पीडि़ता ने किया सुसाइड, क्षेत्र में तनाव


उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक रेप पीडि़ता के आत्महत्या करने के बाद बुधवार को तनाव का माहौल पैदा हो गया। मामला कुछ ऐसा है कि एक 40 साल की आशा वर्कर के साथ 20 साल के युवक ने रेप किया और उसके बाद उसका वीडियो ऑनलाइन सर्कूलेट कर दिया। रेप का वीडियो ऑनलाइन सर्कूलेट होने के बाद पीडि़ता ने आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है, पुलिस का कहना है कि पीडि़ता और उसके पति द्वारा कभी भी रेप की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। पीडि़ता के सुसाइड करने के बाद पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन शिकायत में रेप की जगह और दिनाक का जिक्र नहीं किया गया है। साथ ही पुलिस का कहना है कि रेप का वीडियो किसी खेत में बनाया गया है। आरोपी और पीडि़ता की कॉल डिटेल खंगालने पर पता लगा है कि दोनों करीब दो महीने से एक दूसरे के संपर्क में थे।

आरोपी से ऐसे हुई थी मुलाकात

पीडि़ता के साथ काम करने वाली आशा वर्कर ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए बताया पीडि़ता पहली बार आरोपी से उस वक्त मिली थी, जब उसकी साली को बच्चा पैदा हुआ था। साथ ही उसने बताया कि पीडि़ता ने उससे बताया था कि उसके रेप का 30 सेकेंड का वीडियो इंटरनेट पर डाला गया है। यह बात उसके बच्चों और पति तक पहुंच गई थी। पति ने जब उससे इस बारे में पूछा तो उसने उसे कुछ नहीं बताया। पीडि़ता ने अपनी साथी वर्कर से कहा था कि सब लोग इसके लिए मुझे ही दोषी ठहरा रहे हैं। पीडि़ता के सुसाइड करने के बाद जिले की सैंकड़ों आशा वर्करों ने इकठ्ठे होकर प्रदर्शन किया और उसका अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि पीडि़ता के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।

खुद चलाती थी घर

सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालयान पीडि़ता के घर पहुंचकर उसके परिजनों से मुलाकात की। वहां पर उन्होंने उनके परिजनों को समझाया, उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया। जिला प्रशासन ने 30 हजार रुपए का मुआवजा पीडि़ता के परिजनों को दिया है। महिला के तीन बच्चे थे और वह अकेली ही घर को चलाती थी, क्योंकि उसके पति बीमार थे और वे घर पर रहते थे।

आरोपी ने स्वीकारा अपराध

पीडि़ता के पति द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने मंगलवार देर रात को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ रेप, आत्महत्या के मजबूर करने और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। शुरुआत पूछताछ में उसने रेप करने और वीडियो सर्कूलेट करने की बात स्वीकारी है। उसके बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मामला दो समुदायों से जुड़ा होने की वजह से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया है।

बुधवार, 13 जनवरी 2016

भरतपुर. प्रेमी से शादी करने कोर्ट परिसर पहुंची महिला, ससुराल वालों ने देखा तो चले लात घूंसे



भरतपुर. प्रेमी से शादी करने कोर्ट परिसर पहुंची महिला, ससुराल वालों ने देखा तो चले लात घूंसे

न्यायालय परिसर में बुधवार दोपहर को कथित प्रेमी के साथ पहुंची महिला व उसके ससुराल पक्ष की दो महिलाएं कहासुनी के बाद मारपीट करने लगी। इससे एकबारगी न्यायालय परिसर में अप्रिय हालात बन गए, बाद में मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं व लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।



सूचना पर थाना मथुरा गेट पुलिस भी पहुंच गई, लेकिन महिला बाद में कथित प्रेमी के साथ रवाना हो गई। यह पूरा घटनाक्रम करीब आधे घंटे तक चला।



पुलिस के अनुसार करौली जिले के हिण्डौन कोतवाली क्षेत्र निवासी एक महिला भरतपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी उसके कथित प्रेमी के साथ दोपहर में न्यायालय में पहुंची थी। इस दौरान ही उक्त महिला का पति सहित अन्य ससुरालीजन भी पीछा करते कोर्ट पहुंच।





उन्होंने महिला से घर चलने के लिए समझाइश की, लेकिन वह कथित प्रेमी के साथ जाने पर अड़ गई। इसके बाद माहौल गरमा गया और महिला व ससुराल से आई महिलाएं आपस में उलझ गईं। उन्होंने हाथापाई करने के साथ एक-दूसरे के बाल पकड़ लिए।



मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं व अन्य लोगों ने खासी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों को अलग किया। इस बीच मथुरा गेट के कार्यवाहक थाना प्रभारी राम सिंह मय जाब्ते मौके पर पहुंच गए थे। बाद में मामला शांत होने पर पुलिस वापस लौट गई।





बताया जा रहा है कि महिला उसके कथित प्रेमी कोर्ट मैरिज के संबंध में आई थी। उसके ससुरालीजनों को भनक लगने पर वे भी पहुंच और इनके बीच कोर्ट परिसर में मारपीट हो गई।



स्टाम्प लेकर आए थे कोर्ट



महिला व उसका कथित प्रेमी कोर्ट में एक स्टाम्प लेकर पहुंचे थे। अधिवक्ता नरेन्द्र ने बताया कि महिला व उक्त व्यक्ति उनसे अचानक कोर्ट परिसर में टकरा गए थे, जिस पर उन्होंने बैठने के लिए कहा था।



वह किसी कार्य गए हुए थे, इसी बीच उनका अन्य महिलाओं के साथ झगड़ा हो गया। जिस पर समझाकर मामला शांत कराया। उन्होंने बताया कि इनके पास मथुरा कोर्ट का एक स्टाम्प था, जिस पर 29 दिसम्बर 2015 को एक-दूसरे शादी करना बताया है।







पति पर मारपीट का आरोप



महिला ने उसके पति पर शराब के नशे में आएदिन के उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया। वह गत 27 दिसम्बर को हिण्डौन से लापता हो गई थी। बताया जा रहा है वह भरतपुर स्थित कथित प्रेमी के पास पहुंच गई।







महिला ने कथित प्रेमी के साथ करीब एक साल से संबंध होना बताया। महिला की पहली शादी करीब 15 साल पहले हुई थी, लेकिन कोई बच्चा नहीं है।



राम सिंह एसआई(प्रशिक्षु) थाना मथुरा गेट ने बताया कि कोर्ट में झगड़े की सूचना पर वह मौके पर पहुंचे थे। यहां कुछ लोग झगड़ रहे थे, जिस पर समझाइश कर मामला शांत कराया।







महिला हिण्डौन कोतवाली क्षेत्र की निवासी है जो किसी व्यक्ति के साथ आई थी। महिला के संबंध में हिण्डौन में कोई प्रकरण दर्ज नहीं है।