गुरुवार, 14 जनवरी 2016

पटना जेल में प्रेग्नेंट हुई गैंगस्टर की बीवी, प्रशासन पर उठी उंगली



पटना जेल में प्रेग्नेंट हुई गैंगस्टर की बीवी, प्रशासन पर उठी उंगली


जेल में कैमरे, मोबाइल फोन, ड्रग्स व अन्य चीजों की सप्लाई होने की खबर तो आप हमेशा पढ़ते या देखते होंगे। लेकिन आज जेल से संबंधित एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे। मामला एक गैंगस्टर की बीवी का जेल के अंदर ही प्रेग्नेंट होने का है। इस मामले को लेकर जेल प्रशासन पर सवाल उठाए जा रहे हैं, जिन्होंने गैंगस्टर और उसकी पत्नी की मुलाकात जेल में ही करवाई।

भगोड़े गैंगस्टर मुकेश पाठक की बीबी पूजा कुमारी अभी जेल में किसी मामले में अंडर ट्रायल है। पूजा ने खुलासा किया है कि उसने अपने पति से श्योहर जेल के असिस्टेंट जेलर के ऑफिस में मुलाकात की थी। इस जेल में पिछले साल दोनों को ही अलग-अलग मामलों में अंदर रखा गया था।

संतोष झा गैंग का शार्पशूटर पाठक हालही में दरभंगा के इंजीनियर हत्याकांड का मुख्य आरोपी बनकर सामने आया है। वह कई सालों से उत्तरी बिहार के जिलों में सक्रिय है। पुलिस का कहना है कि जेल में बंद संतोष की सह पर ही पाठक अपराधों को अंजाम देता है। अभी अंदेशा जताया जा रहा है कि पाठक भारत से भागकर नेपाल में छुपा हुआ है।

पाठक की बीवी के प्रेग्नेंट होने पर श्योहार जिलाधिकारी और मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल अधिक्षक द्वारा अलग-अलग जांच करवाई गई। दोनों ही जांच में पाया गया कि जेल प्रशासन की मिलिभगत से ही मुकेश और पूजा की असिस्टेंट जेलर की ऑफिस में मुलाकात होती थी। उन्होंने जेल के कानूनों को तोड़ते हुए 13 जून को असिस्टेंट जेल की ऑफिस में समय बिताया था। इसको लेकर एक अधिकारी और जेल के अन्य चार कर्मचारियों पर आरोप हैं।

मुकेश पिछले साल 20 जुलाई को सुरक्षा बलों को चकमा देकर अस्पताल से भाग गया था। उसके बाद पूजा को मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया तो उसके प्रेग्नेंट होने की जानकारी मिली। जेल अधिकारियों के मुताबिक पूजा ने स्वीकार किया है कि उसके पति पाठक ही उसके अजन्में बच्चे के पिता हैं।

पुलिस रिकोर्ड्स के मुताबिक पाठक ने पूजा से अक्टूबर 2013 में जेल में ही शादी की थी। वह उस वक्त श्योहर जेल में अपहरण के मामले में बंद थी। शादी के लिए उन्होंने कोर्ट से अनुमति ली थी। उनकी शादी सीनियर पुलिस अधिकारियों और जेल अधिकारियों की मौजूदगी में हुई थी। जेल के कानूनों के मुताबिक सजा काटने के दौरान दोनों की प्राइवेट मुलाकात होना संभव नहीं है।

दोनों रिपोर्ट आईजी(जेल) को भेज दी गई है। आरोपी जेल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

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