नई दिल्ली।सेना में भैंस बलि की परम्परा बंद हो- रक्षा मंत्रालय
रक्षा मंत्रालय ने सेना को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उसकी यूनिटों में भैंस की बलि देने की रस्म को न होने दिया जाए क्योंकि गौजातीय पशुओं की बलि देना कानून के खिलाफ है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार ये निर्देश दशहरे के त्यौहार के मद्देनजर जारी किए गए थे। सेना की कुछ यूनिटों में यह परम्परा निभाई जाती है।
रक्षा मंत्रालय के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि नि:संदेह यह एक पुरानी परम्परा है लेकिन अब यह परम्परा कानून के खिलाफ है। ऐसे कानून हैं जिनके तहत पशुओं का वध और बलि इस तरह से नियमों के विरुद्ध है।
सूत्रों ने कहा कि ये निर्देश इस माह की शुरुआत में यह सुनिश्चित करने के लिए भेजे गए थे कि गोरखा यूनिटों में दशहरे पर भैंसे की बलि न दी जाए। मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि इस निर्देश का कहीं से कोई विरोध नहीं हुआ है।
सेना के कुछ पुराने योद्धाओं का मामना है कि अब समय आ गया है कि ऐसी परम्पराएं अब खत्म हो जाएं। रिटायर्ड ब्रिगेडियर रतन कौल कहते हैं कि गोरखा बटालियन में भैंसबलि की परम्परा धीरे-धीरे कम होती जा रही है। हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि हम समय के साथ बदलें।