शनिवार, 17 अक्तूबर 2015

जोधपुर।अपहरण कर चार युवकों ने नाबालिग छात्रा से किया दुष्कर्म

जोधपुर।अपहरण कर चार युवकों ने नाबालिग छात्रा से किया दुष्कर्म

मोटरसाइकिल पर अपहरण के बाद चार युवकों ने एक गोदाम ले जाकर नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। पीडि़ता रातभर गोदाम में बंद रहने के बाद अहृताओं के चंगुल से निकलकर घर पहुंची। चारों के खिलाफ बनाड़ थाने में अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म व पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार मूलत: डांगियावास हाल बनाड़ रोड पर पेट्रोल पंप के पीछे रहने वाली चौदह वर्षीय छात्रा बुधवार शाम गाय लेने के लिए घर से निकली थीअपराह्न किशोरी ने गुरुवार को अपने भाई को फोन कर खुद के डिगाड़ी में होने की जानकारी दी।
उसके बताए ठिकाने पर पहुंचा भाई बदहवास हालत में पड़ी बहन को घर लाया। युवती ने आपबीती सुनाई। फिर थाने पहुंचे किशोरी के पिता ने सुनील गिरी पुत्र संपत गिरी, अशोक राव, प्रभुलाल वाल्मीकि व जुगल ब्राह्मण के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
आरोप है कि छात्रा को गोदाम में ले जाकर दुष्कर्म कर रातभर उसे बंद रखा गया। पुलिस के अनुसार पीडि़ता 9वीं कक्षा की छात्रा है। पीडि़ता का मेडिकल करवाया गया है। महिला अधिकारी ने बयान दर्ज किए हैं। कोर्ट में बयानों के लिए आवेदन किया गया है।

अजमेर।आरपीएससी में बदलाव...आरएएस-प्री एग्जाम से दूर रहेंगे मेम्बर्स



अजमेर।आरपीएससी में बदलाव...आरएएस-प्री एग्जाम से दूर रहेंगे मेम्बर्स


राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं परीक्षा (प्री) 2013 में राजस्थान लोक सेवा आयोग के तीनों सदस्यों को दूर रखा जाएगा। आयोग के तीनों सदस्यों के रिश्तेदार परीक्षा में बैठने के कारण आयोग के अध्यक्ष ललित के. पंवार ने संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर यह निर्णय किया है।

आयोग की ओर से 31 अक्टूबर को आरएएस-प्री 2013 का आयोजन रखा गया है। आयोग के सदस्य सुरजीतलाल मीणा, के. आर. बगडिय़ा और आर. डी. सैनी के रिश्तेदार इस परीक्षा में अभ्यर्थी हैं। आयोग प्रशासन तीनों सदस्यों से उनके रिश्तेदार अभ्यर्थियों के नाम और रोल नंबर भी लेगा। यदि किसी सदस्य का रिश्तेदार प्री-परीक्षा उत्तीर्ण कर मुख्य परीक्षा के लिए चयनित होता है तो उस सदस्य को मुख्य परीक्षा से भी दूर रखा जाएगा। मुख्य परीक्षा पास कर साक्षात्कार के लिए चयनित होने पर संबंधित सदस्य को उनके रिश्तेदार के बोर्ड में नहीं रखा जाएगा।

तीन ही हैं सदस्य

आयोग में सदस्य के सात में से तीन ही पद भरे हुए हैं। सुरजीतलाल मीणा, के. आर. बगडिय़ा और आर. डी. सैनी तीनों ही सदस्यों को परीक्षा से दूर करने के कारण परीक्षा का पूरा दारोमदार अब अध्यक्ष और उनके विशेषज्ञ सलाहकारों पर होगा।

यूपीएससी की तर्ज पर निर्णय किया है। सदस्यों के रिश्तेदार परीक्षा में शामिल होने के कारण उन्हें अभी आरएएस-प्री परीक्षा कार्य में शामिल नहीं किया जाएगा।

ललित के. पंवार, अध्यक्ष आरपीएससी

मनचलों के परेशान होकर दी जान, देखती रह गई पुलिस

मनचलों के परेशान होकर दी जान, देखती रह गई पुलिस
नोएडा : उत्तर प्रदेश के नोएडा में खाकी एकबार फिर शर्मशार हुई है. छेड़खानी की एफआईआर के बाद भी पुलिस तमाशा देखती रही जबकि मनचलों से परेशान होकर नाबालिग छात्रा ने जान दे दी. मासूम की मौत होने के बाद अब जाकर पुलिस की आंख खुली है लेकिन आरोपी गिरफ्त से बाहर हैं. पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में छिजारसी चौकी इंचार्ज इसामुद्दीन को निलंबित कर दिया है.









कक्षा 11 की छात्रा ने 16 अक्टूबर की शाम को पंखे से फंदा लगा आत्महत्या कर ली. वह छेड़खानी से परेशान थी. पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार उसे शिवम, राहुल शर्मा और राजा नाम के लड़के लगातार परेशान कर रहे थे. इसकी शिकायत भी उसने स्थानीय पुलिस चौकी में की. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई. आजिज आकर पीड़िता ने आत्महत्या का मन बना लिया.





इससे पहले परिजनों ने उसकी तकलीफ भांप ली थी और लड़की को लेकर एसपी सिटी के यहां पहुंचे. एसपी सिटी ने संबंधित पुलिस वालों को निर्देश दिया और एफआईआर दर्ज हो गई. लेकिन, लापरवाह पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मनचले कार के चलते थे और आते-जाते पीड़िता को परेशान करते थे. जब उनकी हरकतें नहीं रुकी तो उसे यह कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा.


इस खजाने की चाह में पाकिस्तान ने किया है अब तक 19 हजार लोगों का कत्ल!



पाकिस्तान का झूठ एक बार फिर पकड़ा गया है. पाकिस्तान भारत पर आरोप लगाता रहा है कि वो बलूचिस्तान में आंतक फैला रहा है. लेकिन भारत में शरण लिए बलूच नेता ने पाकिस्तान के इस झूठ को बेनकाब कर दिया है. बलूच नेता बलाच पुरदली ने कहा कि बलूचिस्तान में हिंसा के लिए पाकिस्तान ही जिम्मेदार है. भारत का इससे कोई नाता नहीं है.



पाकिस्तान का बलूचिस्तान हिंसा और दमन के आग में झुलस रहा है. पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं बलूचिस्तान के लोग.



पाकिस्तान दावा करता आ रहे है कि ये आग भारत ने लगाई है. लेकिन भारत में पनाह लिए बलूच नेता बलाच पुरदली ने दुनिया के सामने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है. पुरदली ने पाकिस्तान के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसके तहत वो अंतराष्ट्रीय मंचों पर भारत को घेरता रहा है.



बलूचिस्तान में आजादी की लड़ाई को पाकिस्तान सेना की मदद से क्यों कुचलने में लगा है. पुरदली के मुताबिक बलूचिस्तान की जमीन को पाकिस्तान अब तक करीब 19 हजार बलूचियों के खून से रंग चुका है.






दरअसल, भारत जब भी कश्मीर में आंतकवाद का मुद्दा उठाता है तो पाकिस्तान उसके जवाब में बलूचिस्तान को खड़ा कर देता है.




पिछले महीने ही पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को डोजियर सौंपा है जिसमें उसने आरोप लगाया है कि भारत बलूचिस्तान और करांची में तालिबान और वहां के विद्रोहियों को मदद कर रहा है.



लेकिन पाकिस्तान के दावे में कितनी सच्चाई है ये बलूचिस्तान के नेता खुद बता रहे हैं. बलाच पुरदली ने भारत से गुहार लगाई है कि वो अंतराष्ट्रीय मंच पर बलूचिस्तान में पाकिस्तानी दमन के मुद्दे को उठाए.



पाकिस्तान ने यूएन में भारत को बदनाम करने के लिए सबूतों का जो डोजियर सौंपा हैं उस भारत सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया है. क्योंकि ये कोई पहली बार नहीं जब पाकिस्तान ऐसी हरकत कर रहा है. पाकिस्तान के दावे में कितना सच है ये तो अब तक आप समझ ही गए होंगे.



आपको बलूचिस्तान में पाकिस्तान के उस दमन की कहानी बताने जा रहे हैं जो आपको अंदर तक हिला देगी. बलूचिस्तान वो सूबा है जो पूरी तरह कभी पाकिस्तान के कब्जे में रहा ही नहीं. यहां पाक सरकार की नहीं बल्कि कबीलाई सरदारों की चलती है. धूल भरी आंधी, रेतीला इलाका, बंजर जमीन और बर्बर लड़ाकू कबीले बलूचिस्तान की असली तस्वीर हैं. इनका अपना अपना कानून है. ये पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं जिसके लिए ये 1947 के बाद से लड़ रहे हैं. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी आजादी की इस लड़ाई को आगे बढ़ा रही है लेकिन पाकिस्तान सेना इसे हमेशा दबाने की कोशिश की है.



दरअसल इसकी जड़ में है बलूचिस्तान का वो खजाना जिसे पाकिस्तान पाना चाहता है. इस रेतीले इलाके में छिपा है यूरेनियम, पेट्रोल, नेचुरल गैस और कीमीती धातुओं का बेशकीमती भंडार और पाकिस्तान इस पर ही अपना कब्जा चाहता है. हालांकि बलूचिस्तान के लोग किसी भी कीमत पर आपनी आजादी नहीं खोना चाहते हैं और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद किए हुए हैं.



सा

ल 2000 के बाद से विरोध की ये आग और भड़क गई है. यही वजह है कि कई बलूच नेताओं को दूसरे देशों में शरण लेनी पड़ रही है.



हालांकि बलाच पुरदली को भारत में शरण दिए जाने पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई है. पाकिस्तान का आरोप है कि भारत ऐसा करके पाकिस्तान में अस्थिरता फैला रहा है. माना जा रहा है कि पाकिस्तान दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है इसलिए वो बौखला उठा है.

रेल नीर घोटाला: दो अधिकारियों को सस्पेंड करने की योजना बना रहा है रेलवे

रेल नीर घोटाला: दो अधिकारियों को सस्पेंड करने की योजना बना रहा है रेलवे


नई दिल्ली: रेलवे ने कहा कि वह उत्तर रेलवे के दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित करने की योजना बना रहा है.








महत्वपूर्ण ट्रेनों में बोलतबंद पानी उपलब्ध कराने में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामले में 13 स्थानों पर सीबीआई के छापे और 20 करोड़ रूपए नकद बरामद होने की पृष्ठभूमि में रेलवे यह कदम उठाने पर विचार कर रहा है.



रेल मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘रेल मंत्रालय सीबीआई द्वारा छापा मारे गए दो अधिकारियों को निलंबित करने पर विचार कर रहा है.’’ इसे रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रिट्वीट किया.



सीबीआई ने आज दिन में उत्तर रेलवे के दो पूर्व अधिकारियों और सात निजी कंपनियों के खिलाफ 13 जगहों पर छापेमारी की जिसमें 20 करोड़ रूपए बरामद किए गए. प्रीमियम ट्रेनों में ‘रेल नीर’ की आपूर्ति में हुए कथित भ्रष्टाचार के संबंध में यह छापेमारी हुई.




सीबीआई सूत्रों ने बताया कि उत्तर रेलवे के तत्कालीन मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधकों :पीएस एवं कैटरिंग: एम एस चालिया और संदीप सिलस के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.



सीबीआई ने निजी कंपनियों आर के एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड, सत्यम कैटर्स प्राइवेट लिमिटेड, अंबुज होटल एंड रियल एस्टेट, पीके एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड, सनशाइन प्राइवेट लिमिटेड, वृंदावन फूड प्रॉडक्ट और फूड वर्ल्ड के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है.



सिलस एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं.



सूत्रों ने दावा किया कि आर के असोसिएट्स और वृंदावन फूड प्रॉडक्ट के मालिक श्याम बिहारी अग्रवाल, उनके बेटे अभिषेक अग्रवाल और राहुल अग्रवाल के आवास से 20 करोड़ रूपए नगद बरामद किए गए हैं.



आरोप है कि आरोपियों ने राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस सहित प्रीमियम ट्रेनों में जरूरी ‘रेल नीर’ के इतर सस्ते पैक पेयजल की आपूर्ति को लेकर इन निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया.

जजों की नियुक्ति कॉलेजियम प्रणाली से ही होगी, देश की सर्वोच्च अदालत ने NJAC कानून को किया खारिज



नई दिल्‍ली : सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए न्यायिक नियुक्ति आयोग (NAJC) को असंवैधानिक करार दिया। इसके साथ ही जजों की नियुक्ति और तबादलों में सरकार की भूमिका खत्म हो गई है। पांच-सदस्यीय बेंच ने न्यायिक नियुक्ति आयोग को असंवैधानिक घोषित किया।उच्चतम न्यायालय ने सर्वसम्मति से निर्णय सुनाते हुए राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) अधिनियम को खारिज कर दिया। उसने कॉलेजियम प्रणाली की जगह लेने वाला अधिनियम लाने के लिए संविधान में किए गए 99वें संशोधन को भी असंवैधानिक घोषित कर दिया। न्यायमूर्ति जेएस खेहर, न्यायमूर्ति जे चेलामेश्वर, न्यायमूर्ति एमबी लोकुर, न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ और न्यायमूर्ति एके गोयल की सदस्यता वाली पांच सदस्यीय एक संवैधानिक पीठ ने एनजेएसी अधिनियम को रद्द करने का सर्वसम्मति से फैसला सुनाया। इस पीठ ने उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति पर उच्चतम न्यायालय के 1993 और 1998 के फैसले को समीक्षा के लिए वृहद पीठ के पास भेजने की केंद्र सरकार की अपील भी खारिज कर दी।
जजों की नियुक्ति कॉलेजियम प्रणाली से ही होगी, देश की सर्वोच्च अदालत ने NJAC कानून को किया खारिज


हालांकि चार न्यायाधीशों ने संविधान में 99वें संशोधन को असंवैधानिक घोषित किया लेकिन न्यायमूर्ति जे चेलामेश्वर ने उनसे भिन्न राय व्यक्त की और इस संशोधन की वैधता बरकरार रखने के लिए अपने तर्क भी दिए। पीठ का निर्णय सुनाने वाले न्यायमूर्ति खेहर ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश एवं न्यायाधीशों की नियुक्ति और एक उच्च न्यायालय से दूसरी उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के स्थानांतरण की प्रणाली 99वंे संशोधन से पहले से ही संविधान में मौजूद रही है। पीठ ने कहा कि वह न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली में सुधार के लिए सुझाव प्राप्त करने की इच्छुक है और उसने मामले की सुनवाई तीन नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी। न्यायमूर्ति खेहर ने कहा कि हम सभी न्यायाधीशों ने अपने अपने तर्क दर्ज कराए और आदेश पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए गए।




इससे पहले पांच न्यायाधीशों की पीठ ने संविधान में 99वें संशोधन और एनजेएसी अधिनियम की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर 31 दिनों की मैराथन सुनवाई के बाद 15 जुलाई को अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया था। सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (एससीएओआरए) और अन्य ने इस अधिनियम को चुनौती देने के लिए याचिकाएं दायर करके कहा है कि न्यायाधीशों की नियुक्ति एवं चयन संबंधी नया कानून असंवैधानिक है और इसका मकसद न्यायपालिका की स्वतंत्रता को चोट पहुंचाना है। हालांकि केंद्र ने नया अधिनियम लाने का बचाव करते हुए कहा कि न्यायाधीशों द्वारा न्यायाधीशों की नियुक्ति वाली दो दशक पुरानी कॉलेजियम प्रणाली कमियों रहित नहीं है और इसे सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का समर्थन भी मिला। 20 राज्य सरकारों ने भी इसका समर्थन किया था। उन्होंने एनजेएसी अधिनियम एवं संवैधानिक संशोधन का अनुमोदन किया था।




इस नए कानून के विवादास्पद प्रावधानों में से एक प्रावधान प्रधान न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय के दो सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश और केंद्रीय कानून मंत्री की सदस्यता वाली एनजेएसी में दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों को शामिल करना था। कानून के तहत प्रधान न्यायाधीश, प्रधानमंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता या विपक्ष का नेता नहीं होने पर सदन में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता की सदस्यता वाली समिति इन दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामांकित करेगी। इसके अलावा, इस अधिनियम में कहा गया था कि दो प्रतिष्ठित लोगों में एक अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय का सदस्य या महिला होगी।

रोग और शोक से रक्षा करती हैं मां कूष्मांडा



देवी कूष्मांडा भक्तों को रोग, शोक और विनाश से मुक्त कर आयु, यश, बल और बुद्धि प्रदान करती हैं। अपनी मंद मुस्कान से ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इनका नाम कूष्मांडा पड़ा। यह मां जगदंबा का चतुर्थ स्वरूप है। पौराणिक मान्यता के अनुसार जब सर्वत्र अंधकार व्याप्त था तब मां ने अपने हास्य से ब्रह्मांड को उत्पन्न किया। मां कूष्मांडा के पूजन से रोग और शोक नष्ट हो जाते हैं। वे साधक को आयु, यश, बल और स्वास्थ्य का वरदान देती हैं। इनकी आठ भुजाएं हैं। मां के सात हाथों में कमंडल, धनुष, बाण, कमल पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र एवं गदा हैं। आठवें हाथ में सर्वसिद्धियां प्रदान करने वाली जपमाला है। मां कूष्मांडा शिव की तरह ही शीघ्र प्रसन्न होती हैं।

ध्यान- वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम्॥भास्वर भानु निभां अनाहत स्थितां चतुर्थ दुर्गा त्रिनेत्राम्।कमण्डलु, चाप, बाण, पदमसुधाकलश, चक्र, गदा, जपवटीधराम्॥पटाम्बर परिधानां कमनीयां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल, मण्डिताम्॥प्रफुल्ल वदनांचारू चिबुकां कांत कपोलां तुंग कुचाम्।कोमलांगी स्मेरमुखी श्रीकंटि निम्ननाभि नितम्बनीम्॥

स्तोत्र पाठ- दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दरिद्रादि विनाशनीम्।जयंदा धनदा कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥जगतमाता जगतकत्री जगदाधार रूपणीम्।चराचरेश्वरी कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥त्रैलोक्यसुन्दरी त्वंहिदुःख शोक निवारिणीम्।परमानन्दमयी, कूष्माण्डे प्रणमाभ्यहम्॥ 

कवच- हंसरै में शिर पातु कूष्माण्डे भवनाशिनीम्।हसलकरीं नेत्रेच, हसरौश्च ललाटकम्॥कौमारी पातु सर्वगात्रे, वाराही उत्तरे तथा,पूर्वे पातु वैष्णवी इन्द्राणी दक्षिणे मम।दिगिव्दिक्षु सर्वत्रेव कूं बीजं सर्वदावतु॥ 

शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2015

फेसबुक पर लड़की से दोस्ती कर लगाया लाखों का चूना

फेसबुक पर लड़की से दोस्ती कर लगाया लाखों का चूना


लखनऊ पुलिस ने फेसबुक पर लड़कियों से दोस्ती करके ठगी करने वाले एक विदेशी गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह के एक नाइजीरियाई युवक को एक लड़की से 3.5 लाख रुपये की ठगी करने पर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिश कर रही है.

जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए युवक ने खुद को इंग्लैंड निवासी बताकर बाराबंकी की युवती से दोस्ती की और उसको महंगे गिफ्ट भेजने के लिए कस्टम ड्यूटी के नाम पर 3.5 लाख रुपये का चूना लगा दिया. इसके बाद पीड़ित युवती ने हजरतगंज थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था.

पुलिस की गिरफ्त में आए इस नाइजीरियन युवक का नाम ओगोहो है. इसे साइबर सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि इसने हैमेन फ्रेंड नाम से फेसबुक पर फेक आईडी बनाई. उस पर एक अंग्रेज शख्स की प्रोफाइल फोटो लगाकर इंडिया में लड़कियों से दोस्ती करनी शुरू कर दी.

आरोपी ने इन लड़कियों को अपने आपको इंग्लैंड की एक नामचीन कंपनी का अधिकारी बताकर पहले शादी का झांसा दिया, फिर बाद में विदेशी महंगे गिफ्ट भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर डाली. उसका शिकार हुई लखनऊ की एक युवती की शिकायत के बाद साइबर सेल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

पीड़िता ने बताया कि फेसबुक पर बातचीत के दौरान उसे उस युवक पर शक हुआ, तो उसने उसे मिलने के लिए लखनऊ बुलाया. उससे मिलने पहुंचे इस नाइजीरियाई युवक को उसने जब देखा तो उसके होश उड़ गए. अब उसे अपने साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास हो चुका था.

पुलिस  के मुताबिक, पीड़ित लड़की ने इस बात की शिकायत थाने में दर्ज कराई. इसके बाद साइबर सेल की टीम ने लड़की से विदेशी को दुबारा मिलने के लिए बुलवाया. वह युवक जैसे ही वहां पहुंचा पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा. इस गिरोह के बारे में पता करके अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है.






कर्नाटक में बदमाशों ने पुलिस इंस्पेक्टर को मौत के घाट उतारा

कर्नाटक में बदमाशों ने पुलिस इंस्पेक्टर को मौत के घाट उतारा

बेंगलुरु से सटे डोड्डाबल्लापुरा इलाके में बदमाशों ने एक पुलिस इंस्पेक्टर की धारदार हथियार से हत्या कर दी. जबकि दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. पुलिस इंस्पेक्टर चोरी करने आए दो बदमाशों को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे. इस वारदात के बाद इलाके में तनाव फैल गया है.
यह घटना बेंगलुरु से करीब 36 किमी दूर डोड्डाबल्लापुरा कस्बे में हुई. इंस्पेक्टर जगदीश को सूचना मिली थी कि वाहन चुराने वाले गैंग के कुछ बदमाश दो पहिया वाहनों को चुराने की कोशिश कर रहे हैं. इंस्पेक्टर जगदीश सूचना मिलते ही चार सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने देखा कि मधु और कृष्णा नाम के शातिर अपराधी वहां वाहन चुराने की कोशिश कर रहे थे.

इंस्पेक्टर जगदीश ने बदमाशों को चुनौती दे डाली. बदमाशों ने उल्टे पुलिस वालों पर ही धावा बोल दिया. बदमाशों ने इंस्पेक्टर जगदीश पर धारदार हथियार से हमला किया. जगदीश के सीने पर चार वार किए गए. खून से लथपथ जगदीश वहीं गिर पड़े. अधिक खून के रिसाव से उनकी मौके पर ही मौत हो गई. जबकि उनके साथ के सिपाही भी इस हमले में घायल हो गए.

इस वारदात के बाद दोनों बदमाश मौके से इंस्पेक्टर जगदीश की सर्विस रिवॉल्वर लेकर फरार हो गए. पुलिस ने घायल सिपाहियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. जबकि हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान शुरु किया है.
इस घटना से कस्बे के लोगों में गुस्सा है. तनावपूर्ण हालात के बीच स्थानीय लोगों ने बंद का आह्वान किया है. जनता हत्यारों को जल्द पकड़ने की मांग कर रही है. इलाके में भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है.