जयपुर मैं जिन्दा हूं! इस प्रमाण-पत्र के लिए अब नहीं भटकेंगे बुजुर्ग
हर साल नवम्बर में खुद के जीवित होने का प्रमाण देने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने वाले चार लाख से अधिक सरकारी पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर है। इस काम के लिए अब उन्हें बैंक में परेशानी नहीं झेलनी होगी।
सिर्फ नजदीक के ई-मित्र कियोस्क पर जाकर बायोमीट्रिक मशीन पर उपस्थिति दर्ज करानी होगी, इसके तत्काल बाद उन्हें प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने सामान्य पेंशनर्स के बायोमीट्रिक मशीन से सत्यापन की सफलता के बाद अब सरकारी पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र जारी करने की तैयारी कर ली है।
अभी यह देना होता है प्रमाण
अभी पेंशनर्स को हर साल नवम्बर में बैंक में जाकर खुद के जीवित होने का प्रमाण देना होता है। कई वर्ष से चली आ रही इस प्रक्रिया में उन्हें लिखकर देना होता है कि 'मैं जिंदा हूंÓ।
पेंशनर के जीवित होने का प्रमाण तभी माना जाता है, जब बैंक अधिकारी यह सत्यापित कर दे कि सम्बन्धित व्यक्ति मेरे समक्ष उपस्थित हुआ है। हर साल एक साथ शुरू होने वाली इस प्रक्रिया के चलते बुजुर्गों को बैंकों में चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ता है।
एक तिहाई कियोस्क पर लगी है
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक अभी 33 हजार कियोस्क में से 9900 पर बायोमीट्रिक मशीन लग चुकी हैं। शेष सभी कियोस्कों को एक सप्ताह का समय दिया गया है, जिसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होने से वे खुद काम नहीं कर पाएंगे।
साथ ही विभाग जल्द ही 20 हजार माइक्रो-एटीएम मशीनें भी फील्ड में लगाने वाला है। अभी 13 हजार से अधिक कियोस्क पर ये मशीन लग चुकी हैं, जहां लोगों को एटीएम जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।
बायोमीट्रिक एक, फायदे अनेक
सरकारी पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र :- अगले माह से शुरू हो रही इस प्रक्रिया में सरकारी पेंशनर्स को पीपीओ व आधार कार्ड का नम्बर ई-मित्र कियोस्क पर देना होगा। इसके बाद बायोमीट्रिक मशीन पर अंगूठे का निशान लिया जाएगा। इस डाटा की ऑनलाइन पुष्टि होते ही जीवन प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा।
कियोस्क संचालक की उपस्थिति सुनिश्चित :- विभाग ने ई-मित्र कियोस्क पर मॉनिटरिंग के लिए भी बायोमीट्रिक मशीन की अनिवार्यता लागू कर दी है। 5 अक्टूबर के बाद कोई भी कियोस्क संचालक ई-मित्र के पोर्टल पर तभी काम कर सकेगा, जब वह बायोमीट्रिक पर उपस्थिति व आधार कार्ड का नम्बर दर्ज करेगा। इससे ई-मित्र कियोस्क को किराए पर देने की प्रवृत्ति पर रोक
लग सकेगी।
भामाशाह में प्रत्यक्ष धन स्थानान्तरण :- बायोमीट्रिक मशीन के जरिए भामाशाह योजना के लाभार्थियों को नकद भुगतान किया जा रहा है।
सामान्य पेंशनर्स का सत्यापन :-सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के वृद्ध, विधवा व निशक्तजन पेंशनर्स के सत्यापन का काम पहले से ही ई-मित्र कियोस्क पर बायो मीट्रिक मशीनों से किया जा रहा है।
5 अक्टूबर तक समय
सरकारी पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र ई-मित्र के जरिए जारी करने की पूरी तैयारी कर ली है। सभी कियोस्क पर 5 अक्टूबर तक बायोमीट्रिक मशीन लगानी होगी। संचालकों के लिए भी बायोमीट्रिक मशीन पर उपस्थिति अनिवार्य की जा रही है।
आर.के.शर्मा, संयुक्त निदेशक (ई-मित्र प्रोजेक्ट), सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग
फैक्ट फाइल
33 हजार से ज्यादा ई-मित्र कियोस्क प्रदेश में
3 लाख से अधिक लोगों को रोजाना मिल रहा लाभ
11 करोड़ रुपए से अधिक का रोजाना कैश ट्रांजेक्शन