शीना मर्डर केस में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत में सुधार नहीं, दी जा रही है ऑक्सीजन
जेजे अस्पताल के डीन डॉक्टर लहाने के मुताबिक, अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि इंद्राणी मुखर्जी की हालत खतरे से बाहर है, क्योंकि सांस लेने की प्रक्रिया नॉर्मल नहीं है.
जांच के लिए रात में पहुंची CBI व पुलिस
इंद्राणी मुखर्जी की हालत खराब होने के बाद सीबीआई, स्थानीय पुलिस व जेल अधिकारी रात में पूछताछ के लिए अस्पताल गए. मुलाकात के लिए परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा.
जेल के अंदर खुदकुशी की कोशिश!
सूत्रों के मुताबिक, इंद्राणी की सेहत एंटी एपिलेप्टिक दवाओं का ओवरडोज लेने से बिगड़ गई. इंद्राणी मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में थीं. डॉक्टरों का कहना है कि इंद्राणी का एमआरआई सामान्य है. टॉक्सिन की सफाई हो चुकी है, लेकिन सांस लेने में परेशानी है.
सरकार के दिए जांच के आदेश
इंद्राणी की खुदकुशी की खबर को लेकर पुलिस से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया. महाराष्ट्र सरकार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. आईजी जेल इस पूरे मामले की जांच करेंगे. इसे जेल प्रशासन की तरफ से लापरवाही माना जा रहा है.
दी जाती थीं एंटी डिप्रेशन गोलियां
जेल विभाग के मुख्य सचिव सतबीर सिंह के मुताबिक, इंद्राणी को रोजाना एंटी डिप्रेशन की दो गोलियां दी जाती थीं. जेजे अस्पताल के ही डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे. हो सकता है कि इंद्राणी ने इन्हीं गोलियों को जमा करके एक साथ खा लिया हो. इंद्राणी को 11 सितंबर से दवा दी जा रही थी.
दवा की नहीं थी जरूरत: वकील
उधर इंद्राणी की वकील गुंजन मंगला का कहना है कि उन्हें किसी दवा की जरूरत नहीं थी. उनकी तरफ से इंद्राणी को किसी भी तरह की दवा देने के लिए आवेदन नहीं किया गया था, न ही जेल प्रशासन की तरफ से इसकी जानकारी दी गई थी. वकील के मुताबिक, एक दिन पहले इंद्राणी से उनकी मुलाकात हुई थी और वे बिलकुल हताश नहीं लग रही थी. वे किसी भी हालात का सामना करने का हौसला रखती थीं. इंद्राणी के वकील सोमवार को कोर्ट में आवेदन देने वाले थे, ताकि वे अपनी स्वर्गीया मां को श्रद्धांजलि दे सकें.
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