चित्तौडगढ़। राजस्थान के चित्तौडगढ़ जिले में एक विवाहिता के अपहरण और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म का ऎसा मामला सामने आया है जिसमें विवाहिता को उसके पति व सभी ससुरालजनों ने भी दोषी बताते हुए उसकी जमकर पिटाई कर उसका तिरस्कार कर दिया।
जिले की चंदेरिया थाना पुलिस के अनुसार क्षेत्र के ग्राम घोसुंडा निवासी बाईस वर्षीया विवाहिता ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष सोमवार को अपने मामा के साथ उपस्थित होकर परिवाद दिया।
पीडिता ने बताया कि उसका पति यहां से सैकडों किलोमीटर दूर आंध्रप्रदेश में आईस्क्रीम की लारी लगाता है। उसके साथ उसकी भुआ सास का लड़का जिले के कन्नौज निवासी रतनलाल भी वहीं काम करता है।
गत 15 जुलाई को घोसुंडा उसके घर आया और उसे अपने साथ यह कहकर ले गया कि उसके पति ने उसे बुलाया है।
देवर था इसी वजह से वह विश्वास कर अपने ससुर को बता उसके साथ चली गई। पीडिता ने बताया कि रतनलाल शंभूपुरा ले गया व वहां से बस में बिठाकर महाराष्ट्र के औरंगाबाद ले गया।
वहां उसके सगे भाई के मकान पर रखा, इसका भाई भी वहां आईस्क्रीम बेचता है। वहां रतनलाल ने उसे बंधक बना अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर तीन दिन तक हवस का शिकार बनाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिले की चंदेरिया थाना पुलिस के अनुसार क्षेत्र के ग्राम घोसुंडा निवासी बाईस वर्षीया विवाहिता ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष सोमवार को अपने मामा के साथ उपस्थित होकर परिवाद दिया।
पीडिता ने बताया कि उसका पति यहां से सैकडों किलोमीटर दूर आंध्रप्रदेश में आईस्क्रीम की लारी लगाता है। उसके साथ उसकी भुआ सास का लड़का जिले के कन्नौज निवासी रतनलाल भी वहीं काम करता है।
गत 15 जुलाई को घोसुंडा उसके घर आया और उसे अपने साथ यह कहकर ले गया कि उसके पति ने उसे बुलाया है।
देवर था इसी वजह से वह विश्वास कर अपने ससुर को बता उसके साथ चली गई। पीडिता ने बताया कि रतनलाल शंभूपुरा ले गया व वहां से बस में बिठाकर महाराष्ट्र के औरंगाबाद ले गया।
वहां उसके सगे भाई के मकान पर रखा, इसका भाई भी वहां आईस्क्रीम बेचता है। वहां रतनलाल ने उसे बंधक बना अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर तीन दिन तक हवस का शिकार बनाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।