नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आला सदस्य को गिरफ्तार किया है जो कथित तौर पर युवकों का मन बदलकर उन्हें भर्ती करने और देशभर में आतंकवादी हमलों की साजिश रचने तथा उन्हें अंजाम देने में शामिल रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि अब्दुल सुभान को पिछले सप्ताह सराय काले खां बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ के दौरान उसने राजस्थान, हरियाणा तथा बिहार के युवकों की सोच बदलकर उन्हें प्रभावित करने के बारे में खुलासा किया।
उसका नाम हरियाणा के मेवात जिले के रहने वाले दो आरोपियों मोहम्मद शाहिद और कारी राशिद से पूछताछ के दौरान सामने आया था। सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने बताया कि सुभान लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से भर्ती करता था। उसकी गिरफ्तारी के लिए व्यापक तलाश शुरू कर दी गयी। सूत्रों ने कहा कि कडिय़ों को जोड़ा गया और पता चला कि 2013 में लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान के आतंकवादी ने राजस्थान और हरियाणा के कुछ फोन नंबरों पर बात की थी और राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश पर बातचीत का पता चला।
इन नंबर से बात करने वाला शख्स लगातार दिल्ली आता रहता था जिसके बाद सघन तलाशी अभियान छेड़ा गया और मेवात जिले के गुमत बिहारी गांव के 42 वर्षीय सुभान की गिरफ्तारी की जा सकी। उसकी गिरफ्तारी और पूछताछ से दिल्ली पुलिस तथा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को दिल्ली और आसपास के इलाकों तथा देश के अन्य हिस्सों में हमले करने की लश्कर-ए-तैयबा की साजिश का खुलासा करने में मदद मिली।
उसका नाम हरियाणा के मेवात जिले के रहने वाले दो आरोपियों मोहम्मद शाहिद और कारी राशिद से पूछताछ के दौरान सामने आया था। सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने बताया कि सुभान लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से भर्ती करता था। उसकी गिरफ्तारी के लिए व्यापक तलाश शुरू कर दी गयी। सूत्रों ने कहा कि कडिय़ों को जोड़ा गया और पता चला कि 2013 में लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान के आतंकवादी ने राजस्थान और हरियाणा के कुछ फोन नंबरों पर बात की थी और राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश पर बातचीत का पता चला।
इन नंबर से बात करने वाला शख्स लगातार दिल्ली आता रहता था जिसके बाद सघन तलाशी अभियान छेड़ा गया और मेवात जिले के गुमत बिहारी गांव के 42 वर्षीय सुभान की गिरफ्तारी की जा सकी। उसकी गिरफ्तारी और पूछताछ से दिल्ली पुलिस तथा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को दिल्ली और आसपास के इलाकों तथा देश के अन्य हिस्सों में हमले करने की लश्कर-ए-तैयबा की साजिश का खुलासा करने में मदद मिली।
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