गुरुवार, 17 जुलाई 2014

यूपी फिर शर्मसार! लखनऊ में गैंगरेप के बाद प्राइवेट पार्ट को चाकू से गोदा -



लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ रेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हालही में यूपी की राजधानी लखनऊ के एक गांव में दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां गांव की स्कूल में एक युवती के साथ गैंगरेप के बाद बर्बरता से उसकी हत्या कर दी गई। दरिंदों ने लखनऊ के मोहनलाल गंज इलाके के बलसिंहखेड़ा गांव के स्कूल में इंसानियत को तार-तार कर देने वाली इस घटना को अंजाम दिया। घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब गुरूवार सुबह स्कूल खोला गया, तो वहां खून से लथपथ नग्न युवती का शव मिला। पूरे स्कूल परिसर में खून ही खून और पीडिता के कपड़ों के चिथड़े पड़े हुए थे। स्कूल परिसर में शव मिलने के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
Woman brutally gangraped in lucknow
स्कूल के बरामदे में खून ही खून बिखरा पड़ा था और युवती के कपड़े व चप्पल भी वहीं पाई गई। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। मोहनलाल गंज के सीओ राजेश यादव ने बताया कि बलसिंहखेड़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में लोगों ने एक युवती का नग्न शव पड़ा देखा। चौकीदार जवाहर लाल ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहंुची पुलिस ने छानबीन शुरू की तो युवती की कुर्ती और सलवार स्कूल परिसर में मिले, जबकि उसकी चप्पलें स्कूल के बाहर मिलीं। युवती के गुप्तांग पर गहरे चोट के निशान थे। जिससे लोग अंदेशा जता रहे हैं कि युवती के प्राइवेट पार्टस पर दरिंदों ने चाकू से कई हमले भी किए हैं। जिसके वजह से उसके शरीर से काफी खून बह गया।

पुलिस ने लोगों की मदद से युवती के शव की शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी। छानबीन के बाद पुलिस ने युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गांव वालों का कहना है कि युवती को अगवा कर स्कूल लाया गया और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। पुलिस युवती के शव की शिनाख्त करने की कोशिश में लगी है। पुलिस ने शव मिलने की खबर राजधानी के सभा थानों के अलावा आसपास के जनपद की पुलिस को भी दे दी है। माना जा रहा है कि जब तक युवती की शिनाख्त नहीं हो जाती, तब तक जांच में कोई प्रगति नहीं हो सकती।

गुजरात के शिव मंदिर से हटाई जाएगी साईं बाबा की मूर्ति -



अहमदाबाद। दक्षिण गुज 
रात के प्रचीन शिव मंदिर परिसर से साईं बाबा की मूर्ति हटाई जाएगी। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा था कि हिंदुओं को साईं की पूजा नहीं क रनी चाहिए।Gujarat temple removes Sai idol after being agree with Shankaracharya
शंकराचार्य के निर्देश पर मंदिर के पुजारियों ने साईं की मूर्ति हटाने का फैसला किया है। मंदिर के महंत शिवजी महाराज ने कहा है कि हम पूरी तरह से शंकराचार्य से सहमत हैं। हम उनकी बात को स्वीकार करते हैं। वैदिक सनातन धर्म के मुताबिक साईं बाबा को भगवान नहीं माना जा सकता। ऎसा कोई लिखित दस्तावेज नहीं है जिससे यह साबित हो कि साईं बाबा ईश्वर हैं। हमारा मंदिर शंकराचार्य के निर्देशों का पालना करेगा।

शंकराचार्य सनातन धर्म के प्रमुख हैं। शिवजी महाराज आदिवासी बहुल धरमपुर में स्थित शिव मंदिर के ट्रस्टी भी हैं। शिव मंदिर वलसाड जिले में आया हुआ है। शिवजी महाराज ने स्पष्ट किया है कि वे साईं की मूर्ति को न तो विसर्जित करेंगे और न ही उसे अपवित्र करेंगे। साईं की मूर्ति को उनके भक्तों को सौंप देंगे ताकि वे उसे साईं मंदिर में स्थापित कर सकें।

धरमपुर मंदिर में तीन महीने पहले ही साईं की मूर्ति स्थापित की गई थी। गौरतलब है कि यूपी के देवरिया जिले में देवराही मंदिर से साईं की मूर्ति गायल हो गई थी। साईं भक्तों ने आरोप लगाया था कि हिन्दू महासभा के सदस्यों ने साईं की मूर्ति हटाई है। साईं भक्तों ने मूर्ति हटाने के विरोध में आंदोलन चलाने की धमकी दी थी।

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दिल्ली में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त आंकड़े: BJP



नई दिल्ली। दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। और पहली बार बीजेपी की तरफ से बयान आया है कि उनके पास दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आंकड़े हैं। बीजेपी विधायक रामबीर विधूड़ी का दावा है अगर दिल्ली में सरकार बनाने का मौका मिले तो नंबर कम नहीं होंगे।




आईबीएन7 संवाददाता रवि सिंह से खास बातचीत में विधूड़ी ने दावा किया कि उनके पास आंकड़ें हैं। बिधूड़ी के मुताबिक सरकार बनाने को लेकर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा। जगदीश मुखी की दावेदारी पर उन्होंने कहा कि ये भी केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा।





इससे पहले दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विधायकों की खरीद फरोख्त से इनकार किया था। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप बेबुनियाद हैं। बीजेपी ने विधायकों की कभी खरीद- फरोख्त नहीं की है। बता दें कि दिल्ली में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी गठबंधन के पास 29 विधायक हैं, जबकि सरकार बनाने के लिए 34 विधायक चाहिए।



इससे पहले दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के आम आदमी पार्टी के आरोपों को गलत बताया था। उपाध्याय के मुताबिक कि आम आदमी पार्टी के नेता लगातार झूठ पर झूठ बोल कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। 20 करोड़ रुपये में विधायकों को खरीदने के आरोप पर सतीश उपाध्याय ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 20 करोड़ देते हुए स्टिंग ऑपरेशन क्यों नहीं किया। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर उपराज्यपाल उन्हें बुलाते हैं तो वो सोच-विचार कर जवाब देंगे। उन्होंने ये भी कहा कि अभी सभी विकल्प खुले हुए हैं।





दिल्ली बीजेपी के नेता प्रभात झा ने कहा कि मुझे नहीं पता अरविंद केजरीवाल को एलजी ने क्या बताया। सच्चाई यह है कि उनकी पार्टी डूब रही है। उनकी बातों को कितनी तरजीह देनी है, यह सोचना पड़ेगा।



दिल्ली कांग्रेस की नेता बर्खा शुक्ला ने कहा कि दिल्ली की जनता को चुनी हुई सरकार मिलनी चाहिए। दिल्ली की हालत खराब है, न पानी है न बिजली है। आम आदमी पार्टी को बिना शर्त के मौका दिया था, लेकिन वो अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा पाए। कल को चुनाव हुए और फिर यही हालात हुए तो क्या होगा, इससे अच्छा तो सरकार बनानी चाहिए।

दिल्ली वालों को करंट, बिजली साढ़े नौ फीसदी तक महंगी



नई दिल्ली। दिल्लीवालों के लिए बुरी खबर है। DERC ने दिल्लीवालों को बिजली का झटका दिया है। देश की राजधानी दिल्ली में बिजली के दाम बढ़ गए हैं। तीनों बिजली कंपनियों ने दाम 8.32 फीसदी तक बढ़ा दिए हैं। बढ़ी हुई कीमतें आज से ही लागू हो गई हैं।


दिल्ली वालों को अब 200 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने के लिए 4 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल देना होगा। पहले 200 यूनिट के लिए 3 रुपये 90 पैसे देने पड़ते थे। 201 यूनिट से 400 यूनिट तक इस्तेमाल करने वालों को अब प्रति यूनिट 5 रुपये 95 पैसे देने होंगे। पहले इतना इस्तेमाल करने पर 5 रुपये 80 पैसे देने होते थे।



401 यूनिट से लेकर 800 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वालों को 6 रुपये 80 पैसे की जगह अब 7 रुपये 30 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से देना होगा। 801 यूनिट से 1200 यूनिट तक इस्तेमाल करने वालों को अब 7 रुपये प्रति यूनिट की जगह 8 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से देना होगा।



801 से 1200 यूनिट इस्तेमाल करने वालों को सबसे ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे। इसके अलावा एक नया स्लैब बनाया गया है। 1200 यूनिट के ऊपर बिजली इस्तेमाल करने वालों को 8 रुपये 75 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से पैसे चुकाने होंगे।



गौरतलब है कि दिल्ली में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनियां काफी वक्त से दाम बढ़ाने के पक्ष में थीं। लेकिन चुनाव के चलते दाम नहीं बढ़ाए गए थे। दूसरी तरफ एनडीएमसी ने अपने इलाके में बिजली के दाम 200 यूनिट से 400 यूनिट तक 25 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ा दिए हैं।

पाक में हिंदुओं पर जुल्म, कुछ भारत से लौटने को तैयार नहीं -

नई। केंद्र सरकार ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान में धर्म के आधार पर हो रहे अत्याचार के कारण वहां से वैध वीजा पर भारत आए हिंदू परिवार वापस नहीं जा रहे हैं।

pak hindus do not return to pakistan says modi govt


विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि सरकार को ऎसी घटनाओं की जानकारी मिलती रही है कि पाकिस्तान मे अल्पसंख्यक समुदायों, जिनमें हिन्दू भी शामिल हैं, के सदस्यगण वैध वीजा पर भारत आते हैं परन्तु धर्म के आधार पर हो रहे अत्याचार के कारण पाकिस्तान वापस नहीं जाते।

इनमें कुछ लोगों से वीजा की अवधि बढाने और साथ ही भारत में रहने के लिये दीर्घावधिक वीजा आवेदन करने की अनुमति प्रदान करने के बाबत अभ्यावेदन भी प्राप्त हुये हैं।

उन्होंने कहा कि भारत और पकिस्तान के बीच जुलाई 1972 में संपन्न शिमला समझौते के तहत एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की व्यवस्था है।

इसके बावजूद पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचार की रिपोर्टो के आधार पर सरकार ने इस मामले को पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया है।

इसके प्रत्युत्तर में पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि वह इस स्थिति से पूर्णत: वाकिफ है और वह सभी नागरिकों, विशेषत: अल्पसंख्यक समुदयों की भलाई का ध्यान रखती है। - 

सरकार ने दिया विद्यार्थी मित्रों को झटका

जयपुर। एक ओर संविदा पर नियुक्त विद्यार्थी मित्र स्थाई होने का इंतजार कर रहे हैं।
Rajasthan Government says Vidyarthi Mitra not permanent

वहीं विधानसभा में सरकार ने संविदा पर नए विद्यार्थी मित्र नियुक्त करने से साफ इंकार करते हुए कहा कि हाईकोर्ट ने विद्यार्थी मित्रों की नियुक्ति को अवैध एवं असंवैधानिक करार दिया है। ऎसे में नए विद्यार्थी मित्र नियुक्त नहीं किए जा सकते हैं।

राजकीय विद्यालयों में अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने विद्यार्थी मित्र नियुक्त किए थे। इनको मामूली मानदेय पर प्राथमिक स्तर के बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा सौंपा था।

लंबे समय से कार्यरत विद्यार्थी मित्र सरकार से स्थाई करने की मांग कर रहे हैं। हर साल विधानसभा सत्र के दौरान विद्यार्थी मित्र उद्योग मैदान या आस-पास धरना प्रदर्शन भी करते हैं।

विधानसभा में विधायक गौतम कुमार के अतारांकित सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने संविदा पर नए विद्यार्थी मित्र नियुक्त करने की संभावना से भी इंकार किया।

यह दिया हवाला
सरकार ने हाईकोर्ट की एकल पीठ में दायर रिट नंबर 10339/12 त्रिलोक सिंह एवं अन्य व राज्य सरकार में पारित निर्णय का हवाला दे कहा कि हाईकोर्ट विद्यार्थी मित्र की नियुक्ती को अवैध एवं असंवैधानिक ठहरा चुकी है। सरकार ने वर्तमान में कार्यरत विद्यार्थी मित्रों को स्थाई करने की मंशा एवं समय सीमा के संबंध में कोई जवाब नहीं दिया।

सहेली ने छीना "प्रेमी" तो चेहरे पर फेंक दिया तेजाब



कोलकाता। त्रिकोणीय प्रेम को लेकर पूर्व मिदनापुर के नंदकुमार थाना इलाके के हाफगेड़ा गांव की एक युवती ने अपनी सहेली पर तेजाब फेंक दिया। बताया जा रहा है कि दोनों युवती एक ही युवक से प्रेम करती थी। जब युवक ने एक का प्रेम स्वीकार कर लिया तो नाराज दूसरी युवती ने अपनी सहेली पर तेजाब फेंक दिया। युवती के भाई पर भी तेजाब के छींटे पड़े हैं।
Girl throws acid on friend for stealing lover in West Bengal
दोनों को तमलुक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तेजाब फेंकने वाली आनसूरा खातून फरार है। पुलिस ने तेजाब से झुलसी युवती का नाम मनसूरा खातून और उसके भाई का नाम शेख मतलब बताया है। पुलिस ने बताया कि हाफगेड़ा गांव की दो युवतियां करीब के गांव के रहने वाले शेख रहीम से प्यार करती थीं। रहीम दोनों से प्यार करता था, लेकिन उसका झुकाव मनसूरा खातून की ओर अधिक था। आखिरकार उसने उससे शादी करने का फैसला किया।

इससे आनसूरा के दिल में बदले की आग भड़क उठी। इसी योजना के तहत वह सोमवार रात मनसूरा के घर गई और खिड़की से उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया। तेजाब से मनसूरा और पास में सोया उसका भाई शेख मतलब भी झुलस गया। घटना के बाद आनसूरा खातून फरार हो गई। इन दोनों को तमलुक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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माता कौशल्या को विवाह पूर्व उठा ले गया था लंकापति रावण -



जयपुर। लंका के राजा रावण ने सीता माता का अपहरण किया था, इस बात की जानकारी सभी को है। लेकिन रावण ने श्रीराम की माता कौशल्या का अपहरण किया था, यह बहुत कम लोग जानते हैं।

पौराणिक कथाओं के अनुसार रावण को इस बात की जानकारी मिल गई थी कि उसका विनाश अयोध्या के राज दशरथ और पत्नी कौशल्या से विष्णु अवतार रूप में जन्मी संतान से होगी। इस बात से घबराए रावण ने राजा दशरथ और कौशल्या के विवाह पूर्व ही उनको मारने की सोची।

सबसे पहले रावण ने अयोध्या राज्य पर हमला कर राजा दशरथ को परास्त किया। युद्ध सरयू नदी के पास लड़ा गया और हार के समय राजा दशरथ को नदी की शरण लेनी पड़ी। अंतत: वह समुद्र में जा पहुंचे।

इसके बाद रावण ने राजा दशरथ की होने वाली पत्नी कौशल्या को निशाना बनाया। रावण ने कोशल देश के राजा पर आक्रमण कर दिया। युद्ध में कोशल के राजा को हराकर रावण ने कौशल्या का अपहरण कर लिया। आकाशमार्ग से होते हुए रावण कौशल्या को लंका ले जा रहा था।

रास्ते में रावण ने कौशल्या माता को बक्से में बंद कर तिमिंगिल मछली को सौंप दिया। ऎसा करने का उसका मकसद कौशल्या को कैद और दुनिया से गुप्त रखने का था। लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। तिमिंगिल मछली का किसी अन्य विशाल मछली से युद्ध हुआ जिसमें उसके हाथ से वह बक्सा छूट गया। यह बक्सा राजा दशरथ को समुद्र में मिल गया। कौशल्या ने राजा दशरथ को पूरी कहानी सुनाई और दोनों जैसे-तैसे करके अपने स्थान पर पहुंच गए।

उधर रावण का अहंकार चरम पर पहुंच गया। उसे लग रहा था कि उसने अपने विनाशक के जन्मदाताओं को समाप्त कर दिया है। इसी बीच ब्रह्माजी ने आकाशवाणी कर रावण को बताया कि राजा दशरथ और कौशल्या का विवाह हो चुका है। और उसका नाश निश्चित है।

साईंमंदिर हुआ और मालामाल, 3 दिन में 4.47 करोड़ का चढ़ावा, फिर भड़के शंकराचार्य -



शिरडी। महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित साईं बाबा के मंदिर में श्रद्धालुओं ने 3 दिन में 4.47 करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने साईं बाबा के खिलाफ टिप्पणी की थी। शंकराचार्य ने लोगों से उसकी पूजा करने से मना किया था। लेकिन शंकराचार्य की टिप्पणी का साईंबाबा के भक्तों पर कोई असर नहीं हुआ। पहले की अपेक्षा इस बार गुरू पूर्णिमा उत्सव में भक्तों ने बढ़ चढ़कर चढ़ावा चढ़ाया।
Sai Baba temple receives donation worth rs 4.47 crores in three days
साईंबाबा मंदिर में इतनी बड़ी राशी में चढ़ावा आने के बाद शंकराचार्य एक बार फिर भड़क गए। उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि दान दाताओं को सोचना चाहिए कि वे दान कहां कर रहे हैं। जरूरतमंदों को दान की जरूरत है ना कि इस तरह के ट्रस्टों को।

साईंबाबा मंदिर प्रबंधन ने बताया कि पिछले सप्ताह हुए तीन दिवसीय गुरू पूर्णिमा उत्सव के दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं ने 4.47 करोड़ रूपये का चढ़ावा चढ़ाया। पिछले साल की तुलना में 38 लाख रूपये ज्यादा मिले हैं। संस्थान को दान बक्से में 3.10 करोड़ रूपये की नकदी, स्वर्ण और चांदी आभूषण मिले, ऑनलाइन तथा संस्थान के कैश काउंटर पर 1.46 करोड़ रूपये का चढ़ावा मिला। तीन दिन के इस उत्सव के दौरान 25 देशों से सैकड़ों विदेशी श्रद्धालुओं ने भी विदेशी मुद्रा में चढ़ावा अर्पित किया, जिसकी कीमत करीब 10 से 12 लाख रूपए है। हालांकि अभी चढ़ावे का पूरा आंकलन नहीं किया गया है।