गुरुवार, 17 जुलाई 2014

67 साल बाद पाक बोला, 5.6 अरब रूपए लौटाए भारत

कराची। भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक सीमा विवाद और आतंकवाद के मुद्दे पर ही ठनती रही है लेकिन एक नई चौंकाने वाली रिपोर्ट से दोनों पड़ोसी देशों के बीच कटुता के और अधिक बढ़ने की संभावना है। SBP says, post partition india still owes pakistan a little over rs 5.6 billion


पाकिस्तान ने यह दावा किया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को उसके 5.6 अरब पाकिस्तानी रूपए लौटाने हैं। पाकिस्तान के अनुसार यह भारी भरकम बकाया राशि बंटवारे के समय की है। बंटवारे के समय यह रकम 49 करोड़ रूपए थी जो आजादी के 67 साल बाद बढ़कर 5.6 अरब रूपए हो गई है।

पाकिस्तान और भारत के बीच हुई किसी भी वार्ता में पाकिस्तान ने बकाया रकम का उललेख नहीं किया लेकिन स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान साल दर साल अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भारत के बकाया रकम का जिक्र करता रहा है। लेकिन अब पाकिस्तानी मीडिया ने इस मसले को तेजी से उछालना शुरू कर दिया।

एक्सप्रेस ट्रिव्यून में प्रकाशित काजिम आलम की रिपोर्ट मुताबिक आजादी के समय की 49 करोड़ रूपए की रकम महंगाई, मुद्रा विनिमय दर, प्रतिभूति दरों के बदलाव के कारण तेजी से बढ़ गई।

स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान के अनुसार भारत पर उसका 4.1 अरब रूपए के सोने के सिक्के. 50 करोड़ रूपए की स्ट्रगलिंग प्रतिभूति, भारत सरकार की 24 करोड़ रूपए की प्रतिभूति और 49 लाख रूपए के सिक्के बकाया हैं।

पाकिस्तान का यह दावा 1947 में हुए समझौते के कारण है। समझौते के तहत बंटवारे के बाद भी दोनों देशों का एक ही बैंक भारतीय रिजर्व बैंक था और 30 सितंबर 1948 तक पाकिस्तान में भारतीय रूपया मान्य था।

बिना छात्रों के 146 स्कूल, 251 टीचर को मुफ्त सैलेरी

जयपुर। राजस्थान में 146 विद्यालय में कोई छात्र नहीं होने पर भी वहां 251 शिक्षक कार्यरत है। राजस्थान विधानसभा में बुधवार को विधायकों के सवालों के जवाब में शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ ने बताया कि राज्य में 146 स्कूलों में बिना छात्रों के 251 अध्यापक समाचार पत्र पढ़कर वेतन प्राप्त कर रहे है। 146 school running without students in rajasthan
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक से 15 छात्रों वाली 8164 विद्यालयों में 14655 शिक्षक तथा 16 से 30 बच्चों वाली 19760 विद्यालयों में 42150 अध्यापक कार्यरत है। उन्हाेंने बताया कि राज्य में कई विद्यालयों में विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की कमी है। उन्होंने कहा कि एक माह के दौरान समानीकरण एवं एकीकरण प्रक्रिया से शिक्षा में सुधार आएगा।

शिक्षा मंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि समानीकरण के तहत एक भी विद्यालय बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक ही राजस्व गांव के विद्यालयों को एक साथ मिलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एक राजस्व गांव में यदि विद्यालय भवन पर्याप्त रूप से है तो वहां सभी कक्षाएं एक ही भवन में चलेगी और यदि ऎसी व्यवस्था नहीं है तो कक्षाएं अलग भवनों में संचालित होगी किन्तु उनकी प्रशासनिक व्यवस्था एक ही स्थान से संचालित होगी।

सराफ ने बताया कि 4 हजार प्रथम श्रेणी, 9 हजार द्वितीय श्रेणी और 20 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। उन्होंने बताया कि तृतीय श्रेणी भर्ती मामलें में राज्य सरकार ने एसएलपी को वापस लेने का फैसला किया है जिससे परीक्षा के जल्द परिणाम जारी होने की राह खुलेगी।

बुधवार, 16 जुलाई 2014

बाड़मेर पांच सालो में पेंतालिस जने जिन्दा जले आगजनी की घटनाओ में

बाड़मेर पांच सालो में पेंतालिस जने जिन्दा जले आगजनी की  घटनाओ में 


बाड़मेर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पिछले साढ़े पांच साल के दौरान आग की सबसे ज्यादा घटनाएं जयपुर और दौसा में हुई। लेकिन, आग की घटनाओं से सबसे ज्यादा नुकसान बाड़मेर में हुआ। यह जानकारी विधायक राजेंद्र सिंह यादव और गोविंद सिंह डोटासरा के सवाल पर आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग की ओर से विधानसभा में दी गई है। विभाग के अनुसार जयपुर, दौसा और बाड़मेर में तीन हजार से अधिक घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं में 342 लोग जिंदा जल गए और 2676 मवेशियों की क्षति हुई है।

प्रदेश में वर्ष 2009 से मई, 2014 के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में आग की 23 हजार 938 घटनाएं हुई है। इनमें वर्ष 2009 में 4481, वर्ष 2010 में 4836, वर्ष 2011 में 4741, वर्ष 2012 में 4646, वर्ष 2013 में 3815 और मई, 2014 में अब तक 1419 घटनाएं शामिल है।

जयपुर, दौसा व बाड़मेर में सबसे ज्यादा
इन साढ़े पांच सालों में जयपुर में 3242, दौसा में 3204 और बाड़मेर में 3032 घटनाएं हुई। बाड़मेर में 2188 लाख, जयपुर में 1877 लाख और दौसा में 1088 लाख का नुकसान हुआ। अलवर, अजमेर, नागौर, सीकर, जोधपुर, सवाई माधोपुर व धौलपुर जिले में एक हजार से अधिक आग की घटनाएं हुई है। नुकसान का आंकड़ा भी लाखों में है।

जयपुर में 48 व बाड़मेर में 45 जिंदा जले
आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में साढ़े पांच साल के दौरान 342 जनों की आग में जले से मौत हुई। उधर, प्रदेश में 2676 मवेशियों की आग की घटनाओं में मौत हुई। सबसे ज्यादा जयपुर में 532 मवेशियों की मौत हुईं।

आतंकी हाफिज सईद से मिलने वाले वैदिक के बचाव में उतरा संघ,बताया देशभक्त -



नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मंुबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद से मुलाकात करने वाले वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक के बचाव में उतर आया है। संघ ने वैदिक को देशभक्त बताते हुए कहा कि उन्होंने जो कुछ भी किया वह देश की भलाई के लिए किया है। संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि वैदिक राष्ट्रभक्त व्यक्ति हैं। उनके उच्च मूल्य हैं। उन्होंने जो किया वह देश की भलाई के लिए किया। वैद प्रताप वैदिक ने हाफिज सईद से लाहौर में मुलाकात की थी। इस मुलाकात के कारण देश में हंगामा मचा हुआ है। वैदिक के साथ साथ नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार भी विपक्ष के निशाने पर है।

उधर भारतीय उच्चायुक्त ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसे वैदिक और सईद की मुलाकात के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। यह व्यक्तिगत मुलाकात थी। नरेन्द्र मोदी सरकार ने भी मंगलवार को कहा था कि पिछले दरवाजे से कोई वार्ता चल रही है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में बयान दिया था कि सरकार वैदिक-सईद की मुलाकात को खारिज करती है। ऎसे में जमात उद दावा के आतंकी हाफिज सईद से बैक चैनल वार्ता का सवाल ही नहीं उठता।
RSS defends Vaidik openly over meeting with Hafiz Saeed, calls him a patriot
लेकिन एनडीए के घटक दल शिवसेना ने वैदिक और हाफिज सईद की मुलाकात पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वैदिक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने को लेकर शिवसेना ने चिंता प्रकट की है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में वैदिक को देशद्रोही बताया गया है। सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि हाफिज सईद से मुलाकात करने वाले वैदिक देशभक्त नहीं हो सकते। सरकार घटना से खुद को अलग नहीं कर सकती। सरकार को वैदिक पर नरम नहीं होना चाहिए। यह कहना काफी नहीं है कि वैदिक की सईद से मुलाकात का सरकार से कोई लेना देना नहीं है।

अगर कांग्रेस की सरकार होती और कोई पत्रकार हाफिज सईद या दाऊद इब्राहिम से मिलता तो भाजपा सरकार पर हमला करती लेकिन अब हम सत्ता में हैं। सिर्फ यह कह देना ही काफी नहीं है कि सरकार का वैदिक-सईद की मुलाकात से कोई लेना देना नहीं है। मसले की तह तक जाने की जरूरत है। यह राष्ट्रीय हित से जुड़ा मसला है इसलिए इसमें हिंदू-मुस्लिम के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। अगर पत्रकार को छोड़ दिया गया तो कल को कोई और जाएगा और दाऊद इब्राहिम,हाफिज सदई और टाइगर मेमन के साथ बिरियानी का आनंद उठाएगा। देश के दुश्मन हाफिज सईद से मुलाकात देशद्रोह है। सरकार को पत्रकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि वैदिक के साथ वैसा ही सलूक किया जाना चाहिए जैसा अफजल गुरू और कसाब के साथ किया गया था।

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ग्वालियर एसपी की पत्नी ने डीजीपी से की पति के अवैध संबंधों की शिकायत -



/ग्वालियर। ग्वालियर में पदस्थ एसपी प्रमोद वर्मा के लिए उस वक्त एक बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई जब उनकी पत्नी निधी वर्मा ही उनकी शिकायत लेकर डीजीपी नंदन दुबे के पास भोपाल पहंुच गई। निधि वर्मा ने डीजीपी नंदन दुबे से मुलाकात कर अपने पति प्रमोद वर्मा के किसी अन्य महिला अधिकारी से अवैध संबंधों का अरोप लगाया है।
Wife of Gwalior SP made complaint against husband to DGP
निधि वर्मा ने डीजीपी को एक दस पन्नों का लेटर भी दिया है। डीजीपी ने निधि वर्मा की शिकायत के बाद पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और अब मामला महिला सेल के पास भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार निधि वर्मा ने डीजीपी को दिए अपने 10 पन्नों के पत्र में अपने पति प्रमोद वर्मा पर यह अरोप लगाया है कि उनके सोनाली चंदन दुबे नाम की महिला पुलिस अधिकारी संग 2011 से अवैध संबंध हैं।

अपने आरोप की पुष्टि के लिए निधि वर्मा ने पत्र में यह भी लिखा है कि उनके पति कई बार बाथरूम में किसी महिला से बात करते नजर आते हैं और इस बीच जब उन्होंने अपने पति के मोबाईल की जांच की तो उसमें उस महिला के कुछ मैसेज और फोटो भी मिले। निधि वर्मा ने पत्र में लिखा है कि सोनाली दुबे जब टे्रनिंग के लिए सागर आई थी तब भी उनके पति उससे लगातार मिलते रहे।

इस मामले पर जब उन्होंने अपने पति से बात की तो एसपी वर्मा ने जवाब देने के बजाय नजरअंदाज करना शुरू कर दिया, यहां तक की उन्होंने घर में भोजन करना भी बंद कर दिया। अपने पत्र में न्याय की मांग करतेे हुए निधि वर्मा ने लिखा है कि उनके पति के इस अवैध संबंध की वजह से वह और उनके बच्चे प्रताडित हो रहे हैं।

डीजीपी ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के लिए महिला सेल को भेज दिया है वहीं इस बीच एसपी प्रमोद वर्मा ने पूरे मुद्दे पर ज्यादा कुछ बालने से इनकार करते हुए कहा कि, "यह पूरी तरह से मेरा निजी मामला है और मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मेरी पत्नी ने डीजीपी से मेरी क्या शिकायत की है।"

बाड़मेर सिंघोड़िया में दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास,जांच शुरू

बाड़मेर सिंघोड़िया में दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास,जांच शुरू 



बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के बायतु थाना क्षेत्र के सिंघोड़िया गांव में महिला के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास का परिवाद अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा बायतु थाना में जांच हेतु भेजा गया ,उक्त पुलिस अधीक्षक अनुसूचित जाती जनजाति शाखा द्वारा शुरू की गयी ,


परिवादी गणपत मेघवाल द्वारा पेश किये परिवाद में लिखा हैं की में कुछ रोज पूर्व अपनी पत्नी कमला के साथ घर पर बैठा था ,शाम करीब सात बजे गांव बाटाडू निवासी जोगाराम सुथार अपने दो अन्य साथियो साथ शराब के नशे में धुत होकर आया तथा दारू के लिए एक रुपये देने को कहा ,उनके द्वारा शराब कारन मैंने उन्हें पैसे देने से मना कर दिया तो उन्होंने मुझे धमकी दी की हम यहाँ के दादा हे हमारी , उन्होंने हमें जातिगत शब्दों से गालिया देते हुए पत्नी कमला को और मेरे को पीटना शुरू किया ,साथ ही पत्नी की कुर्ती फाड़ दी और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास करने लगे ,मेरे द्वारा चिलये जाने पर गांव के नगाराम ,और मगाराम आये और उन्होंने बीच बचाव और थोड़ा नोरा कर छुड़ाया , लोग मेरी पत्नी के साथ दुष्कर्म कर इज़्ज़त लूट लेते ,उन्होंने लिखा जोगाराम और उसके साथी बाहुबली और रसूख वाले लोग हे जो मेरे परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन लोगो से मेरे परिवार की सुरक्षा की जाये ,मामले की जाँच पुलिस उप अधीक्षक ओ पी उज्जवल कर रहे हैं।

बाड़मेर सरकारी आवास योजनाओ में मिनी बेंको का घोटाला ,लाभार्थियों को भुगतान नहीं

बाड़मेर सरकारी आवास योजनाओ में मिनी बेंको का घोटाला ,लाभार्थियों को भुगतान नहीं



बाड़मेर राज्य सरकार की महत्वकांक्षी सरकारी आवास योजनाओ मुख्यमंत्री आवास योजना और इंदिरा आवास योजना में स्वीकृत राशि का भुगतान करने की बजाय ग्राम सहकर समितियों की मिनी बेंको ने लाभार्थियों के पैसे का उपयोग अन्यत्र कर सरकारी राशि को चुना लगा दिया जबकि जिला परिषद द्वारा चयनित आवासो की किस्तों का भुगतान कर दिया गया मगर लाभार्थियों तक नहीं पहुंची ,जिला परिषद के पास शिकायते भी वो कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं ,


जानकारी के अनुसार जिला परिषद बाड़मेर द्वारा वर्ष 2011 -2012 में मुख्यमंत्री आवास योजना के 1802 12 -13 में 8794 तथा 2013 -14 में 5154 तथा इंदिरा आवास योजना में 13798 ,9098 एवं 1606 आवास चयनित परिवारो को स्वीकृत किये गए थे जिसमे से 22697 मुख्यमंत्री आवास तथा 13397 इंदिरा आवास पूर्ण हो चुके हैं। इन आवासो के लाभार्थियों को उनका भुगतान राशि चुकी हैं।


ग्राम पंचायतो में धांधली और कमिसन खोरी के चलते लाभार्थियों के कहते राष्ट्रीयकृत बेंको में खोलने की बजाय ग्राम सहकारी बेंको में खोले गए जिसके चलते अधिकांश ग्राम पंचायतो में लाभार्थियों द्वारा अपनी भुगतान राशि के चेक मिनी बेंको में जमा करा दिए। लाभार्थियों को करीब एक साल से अधिक समय से मिनी बनके भुगतान नहीं कर रही ,मिनी समितियों की देनदारियों के समायोजन में गरीबो की राशि से समायोजन मगर घटे में चल रहे मिनी बेंको के लिए अब लाभार्थियों द्वारा जमा कराई राशि पुनः देने में छेंके आ रही हैं। सूत्रानुसार शिव उप खंड के गगरिया ,बूठिया , सहित करीब आठ दस पंचायतो में गड़बड़ झाला सामने आया हे तो सिणधरी और पंचायतो में मिनी बेंको द्वारा लाभार्थियों का भुगतान नहीं करने की शिकायते प्राप्त हो रही हैं ,जिला परिषद के सूत्रों द्वारा जारी कर ,दिया लाभार्थियों के खाते जिन बेंको में खुले भुगतान वो ही ,करेंगे। गाँवो में बैठे चयनित परिवारो को मिनी बेंको द्वारा झांसे में लेकर ठग दिया ,गया करोडो रुपयो का बनके गरीबो के हज़म कर गए ,इस गड़बड़ झाले की जाँच को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा गया हैं

मोदी के गढ़ में वैदिक के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा



लखनऊ। मुंबई हमलों के साजिशकर्ता हाफिज सईद से मुलाकात को लेकर पूर्व पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
case filed against ved pratap vaidik in varanasi cjm court


वैदिक के खिलाफ पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

वाराणसी के सीजेएम कोर्ट में बुधवार को वैदिक के खिलाफ देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया। इस मामले पर 25 जुलाई को सुनवाई होगी।

गौरतलब है कि पाकिस्तान दौरे के समय वैदिक ने जमात उद दावा के सरगना सईद से मुलाकात की थी और उससे संबंधित एक फोटो सोशल मीडिया में शेयर किया था। इसके बाद से ही वह विवादों में घिर गए।

कांग्रेस और विपक्षी दलों ने संसद में इस मसले को लेकर मोदी सरकार पर बयान देने का दबाव बनाया। सरकार ने कहा कि वैदिक की यात्रा और मुलाकात से सरकार का कोई वास्ता नहीं है। न ही इस यात्रा के बारे में सरकार को कोई जानकारी दी गई थी।

सरकार के इस बयान के बाद शिवसेना ने हमला बोल दिया और सरकार के रवैये पर सख्त ऎतराज जताया। उसने कहा कि वैदिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, उन्होंने राष्ट्रद्रोह किया है। अगर इस समय कांग्रेस की सरकार होती तो भी इस मसले पर उसका यही रवैया होता।

पति ने तोड़ी सारी मर्यादाएं, पिता से करवाया बीवी का रेप -

टोंक। एक कलयुगी ससुर रिश्तों की मर्यादा को ताक में रखकर अपनी बहू की अस्मत लूटता रहा।woman raped by father in law in tonk rajasthan

यही नहीं इस करतूत में उसका पति भी दरिंदे पिता का साथ देता था।

रिश्तों को तार-तार करने वाली यह घटना राजस्थान के टोंक जिले की है।

आपको यह बात जानकर और भी हैरानी होगी की पीडिता का पति एक पुलिसकर्मी है।

जानकारी के अनुसार शहर के पुलिस लाइन में तैनात एक कांस्टेबल की पत्नी ने पति और ससुर के खिलाफ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया है।

पुरानी टोंक थाने में इस्तगासे द्वारा यह मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल के साथ उसके पिता भी रहते हैं।

पीडिता ने आरोप लगाया है कि उसका ससुर उसके साथ आए दिन दुष्कर्म करता है। इस घिनौने काम में उसका पति भी ससुर का साथ देता है। पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।