नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निकट सहयोगी अमित शाह बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष घोषित किए जा सकते हैं। यह जानकारी भाजपा सूत्रों ने दी है। भाजपा की शीर्ष नीति नियामक इकाई, भाजपा संसदीय बोर्ड की बुधवार को नई दिल्ली में बैठक होगी। उत्तर प्रदेश में भाजपा की पैठ बनाने का श्रेय पाने वाले शाह अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं के उत्तराधिकारी बनने जा रहे हैं। शाह वर्तमान केंद्रीय गृह मंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह का स्थान लेंगे। ऎसा माना जाता है कि पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 80 में से 71 सीटों पर कब्जा करने वाली भाजपा की इस बड़ी जीत के पीछे शाह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
तेज कूटनीतिक और कुशल रणनीतिकार माने जाने वाले गुजरात के पूर्व गृह मंत्री शाह मोदी के विश्वासपात्र राजनीतिक सहयोगी और प्रमुख रणनीतिकार हैं। पहले कहा गया था कि वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव शाह वड़ोदरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोड़ देने से खाली हुई है।
वहीं दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक सतीश उपाध्याय को भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया जा रहा है। हालांकि मंगलवार देर रात तक राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर किसी ने औपचारिक रूप से उपाध्याय के नाम का ऎलान नहीं किया है। लेकिन माना जा रहा है बुधवार को भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अमित शाह के नाम के साथ ही दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उपाध्याय के नाम का औपचारिक ऎलान कर दिया जाएगा।
उपाध्याय भाजपा के साथ ही लंबे समय से संघ से भी जुडे रहे हैं। मालवीय नगर इलाके से भाजपा के पार्षद उपाध्याय इन दिनों दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति के अध्यक्ष है। गौरतलब है कि डॉ. हर्षवर्धन इस समय दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष है लेकिन उन्हें अब केन्द्र की मोदी सरकार में मंत्री बना दिया गया है इसलिए भाजपा की दिल्ली इकाई को लम्बे समय से नये प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार था।
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मानवेन्द्र सिंह ने की जनसुनवाई ,जनता की समस्याओ का हाथो हाथ निस्तारण
रामसर को मिला चिकित्सक ,पेयजल योजनाए की शुरू
बाड़मेर शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह ने मंगलवार को रामसर और गडरा रोड में आम जान की समस्याओ को सुना और अधिकांस समस्याओ का हाथो हाथ निस्तारण किया ,जनसुनवाई में जहा लम्बे समय से चिकित्सक की मांग कर रहे रामसर वाशियो को चिकितसक मिला वाही पेयजल की समस्या की मार झेल रहे ग्रामीणो को पेयजय योजना तत्काल शुरू करा राहत पहुंचाई ,जनसुनवाई में उप खंड अधिकारी मोहन सिंह राजपुरोहित ,तहसीलदार रामसर ,तहसीलदार शिव ,जलदाय विभाग ,बिजली विभाग ,महिला बल विकास विभाग समेत सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ,
विधायक मानवेन्द्र सिंह ने रामसर में जनसुनवाई की शुरुआत की ,अपनी समस्याए लेकर सेकड़ो ग्रामीण उम्मीदों सुनवाई में पहुंचे ,रामसर के लोगो ने एक स्वर में लम्बे समय से चिकित्सक की पोस्ट खली होने से हो रही परेशानी के मदीनजर चिकित्सक लगाने की मांग राखी ,जनसुनवाई में आई चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात कर एक चिकित्सक की नियुक्ति तत्काल रामसर कर लोगो को राहत पहुंचाई। ग्रामीणो ने आसपास के गाँवो में पेयजल की समस्या मुखर की जिस पर जलदाय विभाग के अधिकारियो के दखल के बाद पेयजल आपूर्ति बहाल की ,
ग्रामीणो ने सहकारी समितियों में भुगतान में भाई भतीजावाद करने और ग्रामीणो को करने की शिकायत सामने राखी जिस पर शिव विधायक ने कहा की मामला गंभीर हे ,आम जनता को फायदा देने के लिए समितिया बानी हे यदि भुगतंब नहीं रहा हे तो इस मामले को विधानसभा तक ले जायेंगे ,ग्रामीणो ने सडको के प्रस्ताव भी दिए जिन्हे तकमीना बना कर प्रस्ताव पेश करने के निर्देश सम्बंधित विभाग के अधिकारियो को शिव विधायक ने दिए ,मानवेन्द्र सिंह ने आम दिलाया की जनता का काम हर हाल में होगा ,जनता को रहत उनका लक्ष्य हैं ,उन्होंने शीघ्र राष्ट्रीय मरू उद्यान क्षेत्र के प्रतिबंधित इलाको में छूट मिलने का विश्वास दिलाया ,गडरा और रामसर क्षेत्र के ग्रामीणो ने क्षेत्र में अकाल के हालातो के मद्देनज़र काम संख्या में पशु शिविर खोलने की शिकायत की साथ ही खुले हुए शिविरो में चारे की आपूर्ति नहीं होने की बात राखी ,जिस पर उप मोहन सिंह राजपुरोहित ने आवश्यकता वाले स्थानो पर पशु शिविर खोलने के प्रस्ताव दो दिन में राज्य सरकार भेजने ,जनसुनवाई में करीब पौने तीन सौ समस्याए ग्रामीणो ने राखी जिसमे तत्काल मौके पर निस्तारण किया गया शेष समस्याए दीर्घकालीन होने के कारन सम्बंधित विभाओ के अधिकारियो को सुपुर्द कर एक सप्ताह में समस्याए निपने के निर्देश शिव विधायक ने दिए ,
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रेल बजट बाड़मेर ख़ाली हाथ रहा। न विस्तार न नयी रेल बाड़मेर सत्ता परिवर्तन सरहद की जनता ने जिस उत्साह किया उसी तेजी से उनका उत्साह रेल बजट की घोषणा के साथ ठंडा पड़ गया ,पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी से सरहद के लोगो को बाड़मेर जैसलमेर ,जैसलमेर कांडला रेल की आशा थी वाही कुछ रेलों का विस्तार जोधपुर से बाड़मेर तक करने की संभावनाए थी मगर बजट में ऐसा कुछ बाड़मेर की जनता के हाथ नहीं लगा ,बाड़मेर की जनता निराश हैं
नई दिल्ली। भारत सरकार जल्द ही पाकिस्तान के सिम कार्ड को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत दे सकती है।
इस फैसले का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना है। इसके पहले भी दोनों सरकारें सुरक्षा कारणों से व्यापारियों की इस मांग को ठुकराती रही हैं।
कॉमर्स सेक्रेटरी राजीव खेर ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर भारत में पाकिस्तान के सिम कार्ड को इस्तेमाल करने का अनुरोध किया है।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, `इस फैसले पर विचार किया जा रहा है। पाकिस्तान से वीजा लेकर भारत आ रहे लोग आतंकवादी नहीं हैं। व्यापारी अगर सिम कार्ड भारत में इस्तेमाल करते हैं तो इससे व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।`
सूत्रों के मुताबिक, खेर का यह पत्र कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री निर्मला सीतारमण और पाकिस्तान के खुर्रम दस्तगीर खान की इस महीने 24 जुलाई को होने वाली बैठक से पहले भेजा गया है।
नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद यह पहली द्विपक्षीय बैठक है।
भारत-पाकिस्तान के मंत्री साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया (साफ्टा) के दौरान मिलेंगे। इस बैठक में दोनों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के रोडमैप पर चर्चा हो सकती है।
अधिकारी के मुताबिक, `पाकिस्तान के सिम को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत देकर भारत टेलिकॉम ट्रैफिक को बेहतर तरीके से मॉनिटर कर सकता है।`
इस मुद्दे पर बहुत जोर देकर कहा जा रहा है कि जिन लोगों को बातचीत करनी होती है तो वो स्काइप से भी बात कर सकते हैं।
अगर दुबई का सिम भारत में इस्तेमाल हो सकता है तो पाकिस्तान के सिम पर पाबंदी से सुरक्षा तो बढ़ नहीं सकती है?
ऎसे में वहां से भारत आ रहे व्यापारी अपने देश में बातचीत के लिए लोकल सिम या फिर दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करते हैं।
बालेश्वर : रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन तथा रूस के वैज्ञानिकों के संयुक्त प्रयास से निर्मित जमीन से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का चादीपुर आइटीआर के एलसी-3 से सपफलतापूर्वक परीक्षण मंगलवार की सुबह 10.40 बजे किया गया।
यह प्रक्षेपास्त्र 8.4 मीटर लंबा, 0.6 मीटर चौड़ा है। इसका वजन तीन हजार किग्रा है। यह प्रक्षेपास्त्र 300 किग्रा् वजन तक विस्फोटक ढोने एवं 290 किमी तक मार करने की क्षमता रखता है। यह सुपरसोनिक क्रूज प्रक्षेपास्त्र आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज जाने की क्षमता रखता है। इस प्रक्षेपास्त्र को पानी जहाज, हवाई जहाज, जमीन व मोबाइल लाचर से छोड़ा जा सकता है। इस प्रक्षेपास्त्र को किसी भी दिशा एवं लक्ष्य की ओर मनचाहे ढंग से छोड़ा जा सकता है। आज के इसके परीक्षण के मौके पर डीआरडीओ एवं आइटीआर से जुड़े अधिकारियों व वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद था। इसकी सटीकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह जमीनी लक्ष्य को 10 मीटर की ऊंचाई तक से भेद सकता है। इस मिसाइल को बहुउद्देश्यीय प्लेटफार्म प्रक्षेपित किया जा सकता है। रूस के साथ संयुक्त रूप से विकसित ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसका प्रक्षेपण पनडुब्बी पोर्ट विमान या जमीन आधारित मोबाइल आटोनमस लाचर से भी किया जा सककता है। ब्रह्मोस का एक बेड़ा पहले से ही सेना में कार्यात्मक रूप से शामिल हो चुका है। ब्रह्मोस मिसाइल एक दो चरणीय वाहन है। इसमें ठोस प्रोपेनेट बुस्टर तथा एक तरल प्रोपेनेट रैमजैम सिस्टम है। ब्रह्मोस का पहला परीक्षण 12 जून 2001 को आइटीआर चादीपुर से ही किया गया था।
नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से आज पेश पहले रेल बजट की मुख्य बातें इस प्रकार हैं...1. मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर जल्द बुलेट ट्रेन चलाने का इरादा।2. नौ प्रमुख महानगरों तथा विकास केंद्रों को जोड़ने वाली उच्च गति की रेलगाडियां चलाने के लिए हीरक चतुर्भुज की स्थापना।3. चुनिंदा नौ सेक्टरों में 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेनें चलाना।4. रेलगाडियों में सुरक्षा के लिए तैनात रेल सुरक्षा बल के कर्मियों को मोबाइल फोन मुहैया कराया जाएगा, जिससे संकट के समय यात्री उनसे संपर्क कर सकें। 5. ऑनलाइन टिकट बुकिंग क्षमता बढ़ाई जाएगी और प्रति मिनट 7200 टिकट जारी की जाएंगी तथा एक साथ 1,20,000 लोग इंटरनेट से टिकट प्राप्त कर सकेंगे। 6. इंटरनेट के माध्यम से प्लेटफॉर्म और अनारक्षित टिकट भी हासिल किये जा सकेंगे। 7. अगले पांच साल में रेलवे पूरी तरह से कागजरहित, कंप्यूटरीकृत होगा। 8. ए-1 और ए श्रेणी के सभी स्टेशनों और चुनिंदा गाडिम्यों में वाई-फाई सेवाएं। 9. यात्रियों के लिए मोबाइल आधारित वेक-अप कॉल और गंतव्य पर पहुंचने की मोबाइल आधारित सूचना। 10. प्रसिद्ध ब्रांड के रेडी-टू-ईट भोजन की व्यवस्था शुरू करना। 11. ईमेल, एसएमएस और स्मार्ट फोन के जरिये रेलगाडियों में स्थानीय व्यंजन मुहैया कराने के लिए बड़े स्टेशनों पर फूड कोर्ट स्थापित करना। 12. टूटी हुई पटरियों और वेल्डिंग की विफलताओं का पता लगाने के लिए अल्ट्रासोनिक ब्रोकन रेल डिटेक्शन (यूबीआरडी) प्रणाली। 13. सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल में 4000 महिलाओं सहित 11000 सुरक्षाकर्मियों की भर्ती। 14. सभी प्रमुख स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर भिन्न रूप से सक्षम व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैटरी चालित कार। 15. पार्किंग और प्लेटफॉर्म के लिए कांबो टिकट जारी करने का प्रस्ताव। 16. रेलवे विश्रामालयों की ई-बुकिंग। 17. 18 नई लाइनों के लिए सर्वेक्षण।18. पांच नयी जनसाधारण गाडियां, 5 प्रीमियम, 6 एसी और 27 नयी एक्सप्रेस गाडियां शुरू की जाएंगी। 19. आठ नई यात्री गाडियां, 5 डेमू सेवाएं तथा 2 मेमू सेवाएं शुरू की जाएंगी और 11 गाडियों का विस्तार किया जाएगा। 20. चालू परियोजनाओं की स्थिति ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी। 21. 25 लाख रुपये या उससे अधिक की खरीद के लिए ई-खरीद अनिवार्य होगी। 22. अगले दो महीने में माल डिब्बों की मांग ऑनलाइन शुरू कर दी जाएगी। 23. नमक की ढुलाई के लिए जंगरोधी मालडिब्बों की शुरुआत। 24. दो साल के अंदर मुंबई के लिए अतिरिक्त 864 अत्याधुनिक ईएमयू उपलब्ध कराना। 25. नेशनल डेयरी बोर्ड और अमूल के साथ मिलकर विशेष दूध टैंकर गाडियों का प्रावधान। 26. दूरदराज के रेल कर्मचारियों के बच्चों को रेलटेल ओएफसी (ऑप्टिकल फाइबर केबल) नेटवर्क के माध्यम से शिक्षा प्रदान करना। 27. रेलवे भूमि की जीआईएस मैपिंग और डिजिटलीकरण। 28. कर्मचारी हित निधि में प्रति व्यक्ति अंशदान 500 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये करना। 29. वातानुकूलित रेल इंजन केबिनों की व्यवस्था के लिए अध्ययन। 30. रेलवे की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आंतरिक राजस्व स्रोत और सरकारी वित्तपोषण अपर्याप्त होने के चलते रेल सेक्टर में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल से अनुमति ली जाएगी।
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने बीजेपी के एक सांसद पर बदसलूकी और हाथापाई करने का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की सांसद काकोली दास्तीदार का आरोप है कि बीजेपी के एक बुजुर्ग सांसद ने हाथापाई और बदसलूकी की।
काकोली के मुताबिक बुजुर्ग सांसद ने उन्हें न केवल गाली दी बल्कि धमकियां भी दीं। काकोली ने ऐसा करने वाले सांसद का नाम तो नहीं बताया लेकिन ये जरूर कहा कि आरोपी सांसद नशे जैसी हालत में नजर आ रहे थे।
काकोली के मुताबिक ये सब संसद भवन के भीतर हुआ और संसद की कार्यवाही के दौरान ही हुआ। रेल बजट पसंद नहीं आने पर टीएमसी के सांसद सरकार का विरोध कर रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे। काकोली के मुताबिक तभी 7-8 सांसद उनसे बदसलूकी पर उतर आए। उनमें से कुछ ने उनके कपड़े खींचने की भी कोशिश की।
काकोली के मुताबिक मार्शल के दखल के बाद मामला शांत हो पाया। काकोली के आरोप बेहद गंभीर हैं लेकिन बीजेपी के कई सांसदों ने इन आरोपों को खारिज करने की कोशिश की। लेकिन काकोली ने संसद के भीतर की सुरक्षा व्यवस्था और सत्ताधारी सांसदों के व्यवहार पर गंभीर सवाल जरूर खड़े किए।
हाथापाई और गालीगलौच का आरोप बीजेपी सांसद हरिनारायण राजभर पर लग रहा है। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि मैंने कोई गलती नहीं की है। टीएमसी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दे रहे थे। ये लोग झूठा आरोप लगा रहे हैं। मैंने किसी महिला के साथ कोई बदतमीजी नहीं की है।
आईबीएन संवाददाता नीरज गुप्ता ने सांसद काकोली घोष से बातचीत की। काकोली ने बताया कि संसद के भीतर मारपीट की नौबत आ गई। हाउस चल रहा था और हम नारेबाजी कर रहे थे क्योंकि हमें रेल बजट पसंद नहीं आया। लेकिन अचानक 7-8 सांसद सामने आ गए और हमें गंदी गाली दी। हमारे कपड़े खींचने की कोशिश की गई। उन्हें रोकने के लिए मार्शल रो आना पड़ा। हम अगर असुरक्षित रहेंगे तो हाउस में कैसे आएंगे।
वहीं बीजेपी सांसद हरीश द्विदी ने कहा कि जब से सदन बैठे थे तभी से ये लोग हल्ला कर रहे थे। पार्टी की तरफ से कोई गाली नहीं दी गई है। ये लोग मोदी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। इस पर हमारे सांसद ने हस्तक्षेप किया और पूछा कि आप क्यों इस तरह से कर रहे हैं। इस पर कुछ महिलाएं उनकी तरफ दौड़ीं। तब बीजेपी के सांसद भी उनको बचाने के लिए दौड़े।
जबकि बीजेपी नेता जगदम्बिका पाल ने कहा कि टीएमसी के सांसद प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रहे थे। जैसे वो निश्चय करके आए हों कि बजट का विरोध करेंगे। मोदी जी के खिलाफ व्यक्तिगत नारे लगा रहे थे। इस बात का सदन गवाह है, पत्रकार और CCTV गवाह है। आचरण की बात है तो आप तापस पाल का आचरण देखिए। उनके खिलाफ तो कुछ नहीं किया। पब्लिसिटी के लिए ड्रामा किया गया है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार का पहला रेल बजट राजस्थान के लिए निराशाजनक रहा। रेल बजट में राजस्थान को एक भी सेमी हाई स्पीड ट्रेन नहीं मिली। साथ ही डेमू और मेमू की आस भी अधूरी रही। जबकि जयपुर इस तरह के ट्रेन की उम्मीद की जा रही थी। बजट में प्रदेश को केवल चार नई ट्रेन मिली, जबकि दो ट्रेनों का विस्तार किया गया।
प्रदेश को कोई भी नई रेल लाइन नहीं मिली। हालांकि जयपुर-कोटा के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण की घोषणा की गई। इसके साथ ही उज्जैन-झालावाड़-आगर-सुसनेर-सोयथ के बीच नई रेल लाइन के लिए सर्वे की घोषणा की गई है।
प्रदेश के महत्वपूर्ण रेल स्टेशनों जोधपुर, अजमेर को तो एक भी नई ट्रेन नहीं मिली। प्रदेश को एक प्रीमियम एक्सप्रेस, दो एक्सप्रेस ट्रेन और एक पैसेेेंजर ट्रेन मिली है। वहीं दो ट्रेनों का विस्तार किया गया है।
ये टे्रन मिली राजस्थान को
जयपुर - मदुरई प्रीमियम एक्सप्रेस
बांद्रा-जयपुर एक्सप्रेस साप्ताहिक वाया नागदा कोटा
बीकानेर-रेवाड़ी पैसेंजर
हजूर साहेब नांदेड़-बीकानेर साप्ताहिक
ट्रेनों का विस्तार
दिल्ली सराय रोहिल्ला-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस का बीकानेर तक
लुधियाना-हिसार पैंसेजर को सादुलपुर तक
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जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी के बेटे साहिल और पति अमरचंद को जान से मारने की धमकी दी गई है। साहिल ने सोमवार को अपने वकील योगेश कोठारी के जरिए अदालत में प्रार्थना पत्र पेश कर कहा कि उसे अज्ञात लोगों ने जान से मारने की धमकी दी है। इस पर कोर्ट ने बिलाड़ा पुलिस थाना को साहिल व केन्द्रीय कारागृह जोधपुर के अधीक्षक को अमरंचद को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश दिए हैं।
दरअसल, इस मामले में सोमवार को अनुसूचित जाति-जनजाति मामलों की विशेष अदालत में भंवरी देवी के पुत्र साहिल के बयान होने थे। बयान से पहले ही साहिल ने प्रार्थना पत्र पेश कर कहा कि पांच जुलाई को रात 9 बजे कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने घर आकर उसे धमकाया कि यदि उसने मुल्जिमों के खिलाफ गवाही दी तो उसकी व उसके पिता की हत्या कर दी जाएगी।
इस पर न्यायाधीश महेन्द्र कुमार सिंहल ने इसे गंभीरता से लेते हुए बिलाड़ा थानाधिकारी को साहिल को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए। वहीं केन्द्रीय कारागृह जोधपुर के अधीक्षक को अमरचंद की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। साहिल ने दो छोटी बहनों व बूढ़ी दादी को भी सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया है। उसने कहा कि अत्यधिक भयभीत होने के कारण आज वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। इस दौरान सीबीआई के वरिष्ठ लोक अभियोजक एस.एस. यादव व विशिष्ट लोक अभियोजक अशोक जोशी ने अन्य गवाह राणाराम विश्नोई के बयान करवाने से मना कर दिया।
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