रविवार, 28 अगस्त 2011

सम क्षेत्र में पकड़े गए पांच पाकिस्तानी नागरिक

सम क्षेत्र में पकड़े गए पांच पाकिस्तानी नागरिक

जैसलमेर। सीबीआई ने पाकिस्तान से पासपोर्ट के जरिए भारत यात्रा पर आए पांच पाकिस्तानी नागरिकों के विरूद्घ वीजा नियमों का उल्लंघन करने के मामले में डिपोर्ट की कार्रवाई ने की है। सूत्रों के अनुसार गत दिनों भारत भ्रमण पर आए पांच पाकिस्तानी नागरिकों के पास जैसलमेर शहर की गांधी कॉलोनी का वीजा था, लेकिन ये पाकिस्तानी प्रतिबंधित सम क्षेत्र में पहुंच गए। इसकी भनक लगने पर सीआईडी बीआई की टीम ने इन पाक नागरिकों को सम क्षेत्र में पकड़कर डिपोर्ट की कार्रवाई शुरू की।

पांचों को अटारी के रास्ते से वापस पाकिस्तान भेजने के लिए शुक्रवार को सीआईडी का दल इन्हें लेकर रवाना हुआ है। इन पाक नागरिकों के नाम मेहर राहू (47) पुत्र सुलेमान, मोहम्मद अली (6 5) पुत्र हमीर, मी बाई (50) पत्नी बादल, मुहम्मद उमेदा खातून (50) पत्नी जीवनखां और सुबेदार अली (30) पुत्र अली मोहम्मद बताए जाते हैं। ये पांचों पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के घोटकी जिले के निवासी बताए जाते हैं।

यह था मामला
सम क्षेत्र में पकड़े गए पांचों पाक नागरिक गत 4 अगस्त को अटारी सीमा के रास्ते से भारत में पासपोर्ट के जरिए आए थे। इनका पासपोर्ट वीजा 8 सितम्बर तक का था। जो कि जैसलमेर के गांधी कॉलोनी क्षेत्र का था। इन लोगों ने 19 अगस्त को जैसलमेर में आमद कराई थी। बाद में इनके प्रतिबंधित सम क्षेत्र पहुंचने की जानकारी सीआईडी को मिली तो गुरूवार को इन लोगों को सम क्षेत्र में सीआईडी के दल ने धर दबोचा।

29 को सोमवती अमावस्या.. संकटमोचक हैं शिव-हनुमान पूजा के ये सरल उपाय


सोमवार शिव उपासना का शुभ दिन है। इस दिन शिव ही नहीं बल्कि उनके हर अवतार का स्मरण संकटमोचन करता है। श्री हनुमान भी रुद्र अवतार हैं। जिनकी उपासना काल, भय, पीड़ा और रोग निवारण में बेहद असरदार मानी गई है। विशेष तौर पर सोमवार व अमावस्या पर या इन तिथियों के संयोग में शिव व श्री हनुमान की पूजा में कुछ आसान उपाय कठिन परेशानियों और उलझनों से छुटकारा दिलाने में प्रभावी माने गए हैं। जानते हैं यह सरल और प्रचलित उपाय -

- तीर्थ जल से स्नान के बाद शिव मंदिर में शिव का जल से अभिषेक कर सफेद चंदन के साथ एक बिल्वपत्र व पांच सफेद आंकड़े के फूल चढ़ाएं। साथ ही मिठाई, एक मुट्ठी गेंहू और नारियल शिवलिंग के सामने चढ़ाकर शिव मंत्रों जैसे ॐ रुद्राय नम:, ॐ नम: शिवाय या ॐ शंकराय नम: का स्मरण दु:ख शमन की कामना से करें।

- इसी तरह श्री हनुमान को पवित्र जल से स्नान कराकर सिंदूर, चमेली के तेल व चांदी के वर्क से चोला चढ़ाएं। लाल फूलों की माला, पान व जनेऊ चढ़ाकर गुड़ से बने लड्डू या शहद का भोग लगाएं।

- शिव चालीसा व हनुमान चालीसा का पाठ कर शिव-हनुमान की आरती गुग्गल धूप, दीप से करें। शिव स्नान का जल व श्री हनुमान का सिंदूर व प्रसाद ग्रहण करें व बांटे। इन सामान्य पूजा उपायों से पितृदोष, ग्रहदोष और शनिदोष का बुरा असर जीवन व घर-परिवार पर नहीं होता।

दिलवाड़ा मंदिर, माउंटआबू


















दिलवाड़ा मंदिर, माउंटआबू

संगमरमर में आश्‍चर्य जनक रूप से शिल्‍पकारी द्वारा माउंटआबू (राजस्‍थान) के दिलवाड़ा जैन मंदिर बनाए गए हैं जो विभिन्‍न जैन तीर्थंकरों के मठ हैं। अरासूरी पहाड़ी, अम्‍बाजी के पास, आबू रोड से 23 किलो मीटर की दूरी पर सफेद संगमरमर से निर्मित ये मंदिर जैन मंदिर वास्‍तुकला का असाधारण उदाहरण हैं।

इस समूह के 5 मठों में से 4 का वास्‍तुकलात्‍मक महत्‍व है। इन्‍हें सफेद संगमरमर के पत्‍थर से बनाया गया है, प्रत्‍येक में दीवार से घिरा एक आंगन है। आंगन के मध्‍य में मठ है जिसमें देवी देवताओं और ऋष देव के चित्र लगे हैं। आंगन के आस पास ऐसे कई छोटे छोटे मठ है, जहां तीर्थंकर के सुंदर चित्र के साथ पच्‍चीकारी वाले खम्‍भे की एक श्रृंखला प्रवेश से आंगन तक आती है। गुजरात के सोलंकी शासकों के मंत्रियों ने 11वीं से 13वीं शताब्‍दी तक इन मंदिरों का निर्माण कराया।

विमल वसाही यहां का सबसे पुराना मंदिर है, जिसे प्रथम जैन तीर्थंकर आदिनाथ को समर्पित किया गया है। विमल शाह, गुजरात के सोलंकी शासकों के मंत्री थे, जिन्‍होंने वर्ष 1031 ए. डी. में इसका निर्माण कराया था। इस मंदिर की मुख्‍य विशेषता इसकी छत है जो 11 समृद्ध पच्‍चीकारी वाले संकेन्द्रित वलयों में बनाई गई है। मंदिर की केन्‍द्रीय छत में भव्‍य पच्‍चीकारी की गई है और यह एक सजावटी केन्द्रीय पेंडेंट के रूप में दिखाई देती है। गुम्‍बद का पेंडेंट नीचे की ओर संकरा होता हुआ एक बिंदु या बूंद बनाता है जो कमल के फूल की तरह दिखाई देता है। यह कार्य का एक अद्भुत नमूना है। यह दैवीय भव्‍यता को नीचे आकर मानवीय आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रतीक है। छत पर 16 विद्या की देवियों (ज्ञान की देवियों) की मूर्तियां अंकित की गई है।

एक अन्‍य दिलवाड़ा मंदिर लूना वासाही, वास्‍तुपाला और तेजपाला हैं, जिन्‍हें गुजरात के वाघेला तत्‍कालीन शासकों के मंत्रियों के नाम पर नाम दिया गया है, जिन्‍होंने 1230 ए. डी. में इनका निर्माण कराया था। बाहर सादे और शालीन होने के बावजूद इन सभी मंदिरों की अंदरुनी सजावट कोमल पच्‍चीकारी से ढकी हुए हैं। इसका सबसे उल्‍लेखनीय गुण इसकी चमकदार बारीकी और संगमरमर की कोमलता से की गई शिल्‍पकारी है और यह इतनी उत्‍कृष्‍ट है कि इसमें संगमरमर लगभग पारदर्शी बन जाता है।

दिलवाड़ा के मंदिर दस्‍तकारी के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है। यहां की पच्‍चीकारी इतनी जीवंत और पत्‍थर के एक खण्‍ड से इतनी बारीकी से बनाए गए आकार दर्शाती है कि यह लगभग सजीव हो उठती है। यह मंदिर पर्यटकों का स्‍वर्ग है और श्रृद्धालुओं के लिए अध्‍यात्‍म का केन्‍द्र है।

शनिवार, 27 अगस्त 2011

कोई घूस मांगे तो गिफ्ट करें अन्ना टोपीः किरन बेदी

KIRAN-BEDI.jpgनई दिल्ली।। टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने रामलीला मैदान में आए अन्ना समर्थकों से कहा है कि आप हमेशा अन्ना टोपी साथ रखें और कोई आपसे घूस मांगे तो उसे यह गिफ्ट करें। उन्होंने कहा कि अन्ना टोपी को आइडेंटिटी कार्ड बना लेना चाहिए। उन्होंने समर्थकों को हिदायत दी कि अन्ना टोपी पहनकर दादागीरी मत करना। अगर यह टोपी पहनते हो तो हमेशा अन्नागीरी करो।

उन्होने रामलीला मैदान में मौजूद अन्ना समर्थकों से कहा कि आप यहां से संकल्प लेकर जाएं कि निजी जीवन में किसी तरह के भ्रष्टाचार में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि आप न घूस देंगे और न घूस लेंगे और अगर कोई रिश्वत मांगे तो आप उसे अन्ना टोपी गिफ्ट करें और उसे अन्नागीरी की सीख दें। उन्होंने कहा कि आप अन्ना अन्ना की टोपी को हमेशा अपने बैग में रखें और कहीं भी अन्याय हो तो वहां आप अन्नाय करनेवाले को अन्ना की टोपी गिफ्ट करें।

उन्होंने यह भी कहा कि आप दफ्तर में जाएं और वहां आपको ईमानदार अफसर मिले और आपका काम जल्दी कर दे तो उसको भी अन्ना की टोपी गिफ्ट करें और कहें मैं भी अन्ना तू भी अन्ना। इस तरह से आप ईमानदार अफसरों का मनोबल बढ़ा सकते हैं।

रामलीला मैदान में जश्न का माहौल

रामलीला मैदान में जश्न का माहौल

नई दिल्ली। संसद में अन्ना की मांगों पर सरकार और विपक्षी दलों में बनी सहमति तथा लोकसभा में प्रस्ताव पेश किए जाने के साथ ही रामलीला मैदान समेश देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई। शाम होते-होते रामलीला मैदान में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। प्रस्ताव पास होने की सूचना वाला प्रधानमंत्री का पत्र देर शाम केन्द्रीय मंत्री विलासराव देशमुख और संदीप दीक्षित ने अन्ना हजारे को सौंपा। इसके बाद आतिशबाजी का दौर शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा।


अभी आधी जीत, कल तोडूंगा अनशन : अन्ना

जनलोकपाल की तीन प्रमुख मांगों पर संसद में प्रस्ताव पास होने को जनता की जीत बताते हुए अन्ना हजारे के कहा कि जनलोकपाल की अभी आधी जीत हुई है। उन्होंने संसद में पास प्रस्ताव के बारे में प्रधानमंत्री की ओर से पत्र मिलने के बाद रामलीला मैदान में समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिनरात लोग यहां डटे रहे, देशभर में बच्चे, बूढे, महिलाओं और युवाओं ने समर्थन किया यह उन सभी लोगों की जीत है। उन्होंने मीडिया को भी पूरे आंदोलन में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद अन्ना ने अनशन तोड़ने के लिए अनूठे अंदाज में लोगों से सहमति ली। उन्होंने कहा कि यदि सभी सहमत हों तो अनशन तोड़ दूं। इतना कहते ही रामलीला मैदान में हजारों हाथ उठ गए। अन्ना ने कहा कि रविवार सुबह 11 बजे अनशन तोड़ेंगे।


बीते 12 दिन से अशनरत अन्ना का वजन 7.5 किलो से भी कम हो चुका हैं। उनकी मांसपेशियां कमजोर पड़ने से डाक्टर चिंतित है। डॉ. नरेश त्रेहन ने शनिवार को अन्ना की स्वास्थ्य जांच के बाद बताया कि कमजोरी के कारण अन्ना को बोलने से मना किया गया है। चिकित्सकों ने उन्हें अधिक से अधिक आराम और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी। चिकित्सक अन्ना के स्वास्थ्य पर बराबर निगरानी रखे हुए हैं। अन्ना की प्रत्येक दो घंटे में स्वास्थ्य जांच की जा रही है।

किरण बेदी ने कहा, यह ऎतिहासिक दिन

टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने रामलीला मैदान में उपस्थित लोगों को कहा कि आज का दिन ऎतिहासिक है जब संसद एक हो गई है। उन्होंने जल्दी ही खुशखबरी की उम्मीद जताई। इसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने हर्षध्वनि की और देश प्रेम के नारों का उदघोष किया।

अन्ना ने आईपैड पर देखी संसद की बहस

अनशन स्थल ऎतिहासिक रामलीला मैदान में अन्ना ने संसद में जन लोकपाल विधेयक पर चल रही बहस को अपने छोटे से आईपैड पर देखा और उनकी पहली प्रतिक्रिया थी "बहुत अच्छा है"।

प्रताडि़त पाक हिन्दू ने कहा, जबरन भेजा तो आत्महत्या कर लूंगा











प्रताडि़त पाक हिन्दू ने कहा, जबरन भेजा तो आत्महत्या कर लूंगा

 

पाक डाक्टर का वीजा अवधि पूरी , पुलिस जबरन भेजना चाहती है पाकिस्तान

जोधपुर। पाकिस्तान में प्रताडऩा से दुखी होकर धार्मिक वीजा लेकर आए मीरपुर खास के डाक्टर गोपाल की वीजा अवधि पुरी हो चुकी है। पुलिस व खुफिया एजेंसियां उन्हेंं वापस पाकिस्तान भेजना चाहती है। लेकिन उन्होंने कहा कि मुझे जबरदस्ती भेजने का प्रयास किया गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे। वे धार्मिक प्रताडऩा से दुखी होकर भारत में ही बसने के इरादे से आए थे और वहां मेरी जान को खतरा है। इस वजह से उन्होंने वीजा बढ़ाने का आवेदन कर दिया था। गोपाल के वीजा बढ़ाने का मामला गृह मंत्रालय में लंबित है।



एमबीबीएस करने के बाद मीरपुर खास में ही क्लिनिक चलाने वाले डाक्टर गोपाल ने शनिवार को गृहमंत्री को भेजे पत्र में बताया कि लंबे समय से हिंदू होने की वजह से उन्हें काफी प्रताडि़त किया जा रहा था। इस वजह से जोधपुर में बसना चाहते थे,लेकिन उन्हें टूरिस्ट वीजा नहीं मिल पाया। इस पर उन्हे धार्मिक वीजा लेकर जोधपुर आना पड़ा। वे 27 मई को वहां से रवाना होकर जोधपुर पहुंचे। उन्हें 26 जून को वापस पाकिस्तान लौटना था,मगर उन्होंने 24 जून को भारत में स्थाई रूप से बसने के इरादे से वीजा बढ़ाने के लिए आवेदन कर दिया। कलेक्टर के माध्यम से भेजे गए इस आवेदन को गृह मंत्रालय ने एक बार इसलिए खारिज कर दिया कि धार्मिक वीजा बढ़ाने पर प्रतिबंध है।

इस पर उन्होंने फिर कलेक्टर से मिलकर दुबारा आवेदन किया है और बताया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक होने की वजह से उनकी जान को खतरा है और मैं और मेरा परिवार वहां सुरक्षित नहीं रह सकता है। गोपाल ने बताया कि पाकिस्तान में वह अपना सब कुछ नीलाम कर सुकून व इज्जत की जिंदगी गुजारने के लिए यहां आए है। वहां न हिंदू महिलाओं की इज्जत सुरक्षित है और ना पुरुषों के लिए कमाना आसान है। उसे पुलिस व सीआईडी ने जबरन वापस भेजने का प्रयास किया तो में आत्महत्या कर लूंगा। इधर पुलिस व सीआईडी उलझन में है कि आखिर वीजा अवधि खत्म होने के बाद गोपाल व उसके परिवार को कैसे यहां रहने दिया जाए

संसद के दोनों सदनों में प्रस्ताव पास, अन्ना कल तोड़ेंगे अनशन

संसद के दोनों सदनों में प्रस्ताव पास, अन्ना कल तोड़ेंगे अनशन

नई दिल्ली। लोकसभा और राज्य सभा में अन्ना की तीनों मांगों पर प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया। प्रस्ताव का सदस्यों ने मेजें थपथपाकर स्वागत किया। इसके बाद यह प्रस्ताव स्टेंडिंग कमेटी को भेज दिया गया है। प्रस्ताव पास होने के तत्काल बाद प्रधानमंत्री का पत्र लेकर केन्द्रीय मंत्री विलासराव देशमुख अन्ना हजारे से मिलने रामलीला मैदान पहुंचे

संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में लोकपाल मुद्दे पर हुई मैराथन बहस के बाद केन्द्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने एक संक्षिप्त निष्कर्ष पेश किया जिसमें यह मतंव्य शामिल था कि सदन सिटिजन चार्टर लागू करने, निचले स्तर के कर्मचारी तंत्र को लोकपाल या लोकायुक्त के अधीन लाने तथा राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति संबंधी अन्ना की तीनों मांगों को सिद्धांत रूप से स्वीकार करता है। सदन में ध्वनिमत से इसे पारित किया गया। तीनों मांगों पर सहमति के बाद स्टेंडिंग कमेटी के पास भेज दिया गया है। प्रणब की तरफ से पेश इस प्रस्ताव पर मतदान नहीं हुआ और संसद सोमवार तक के लिए स्थगित कर कर दी गई।


इससे पहले संसद में जारी बहस के दौरान अन्ना की मांगों पर भाजपा की तरफ से नेताप्रतिपक्ष सुषमता स्वराज की सहमति के बाद कांग्रेस ने भी हामी (सशर्त) भर दी। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में इस प्रस्ताव का ड्राफ्ट तैयार किया गया।

नए प्रस्ताव के बारे में प्रधानमत्री के साथ हुई बैठक में सरकार की तरफ से वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, संसदीय कार्य मंत्री पवन बंसल व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, अरूण जेटली मौजूद थे। भाजपा ने यह कहकर सरकार की मुश्किल आसान कर दी कि अन्ना की मांगों और उनका अनशन तुड़वाने के लिए जो भी प्रस्ताव लाएगी हम सदन के दोनों सदनों में उस प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग करेंगे।


संसद में बनी अन्ना की मांगों पर बनी सहमति

अन्ना की तीनों मांगों को लेकर शनिवार को लोकसभा में तीखी बहस हुई। वित्त प्रणव मुखर्जी के बयान के बाद शुरू हुई चर्चा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने अन्ना की मांगे माने जाने के साथ न्यायपालिका को लोकपाल के दायर से बाहर रखने की वकालत की। सुषमा ने न्यायपालिका के लिए पृथक न्यायिक आयोग के गठन के साथ पीएम को लोकपाल के दायरे में लाने पर पार्टी की सहमति जताई। सुषमा ने कहा कि सदन यदि सीबीआई को लोकपाल के अधीन चाहता है तो भाजपा भी इस पर सहमत है।

सुषमा स्वराज ने सरकार पर लोकपाल बिल पर प्रधानमंत्री के बयान और सर्वदलीय बैठक के निर्णय की अनदेखी का आरोप लगाया है। सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सदन में जो बातें कहीं अब सरकार उनसे पलट गई है, शुक्रवार को कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने अपने बयान से सरकार सभी प्रयासों पर पानी फेर दिया है। स्वराज ने कहा कि लोकसभा में लोकपाल विधेयक 9वीं बार पेश हो रहा है, लेकिन अभी तक इसे पास नहीें किया जा सका। सुषमा ने कहा कि हमारे कार्यकाल में भी विधेयक आया था लेकिन पास नहीं होना गलती थी। उन्होंने कहा कि 43 साल से लोकपाल विधेयक हिचकोले खा रहा है। सुषमा ने कहा कि लोकपाल एक जनआंदोलन बन चुका है। अन्ना ने आंदोलन को निचले स्तर तक पहुंचाया।

राहुल गंाधी पर हमला बोलते हुए विपक्षी नेता ने कहा कि शून्यकाल में प्रश्न उठाने का मौका दिया जाता है प्रवचन करने का मौका नहीं दिया जाता है। उन्होंने यहा भी कहा कि राहुल गंाधी का नाम बोलने वालों की लिस्ट मेें नहीं था।

वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के बयान के साथ लोकसभा में हुई बहस में सरकार भी कुछ शत्तोü के साथ अन्ना की तीनों मांगों पर सहमत हुई है। इससे पहले प्रणव ने सदन के सामने लोकपाल मुद्दे पर सरकार की तरफ से अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी। प्रणव ने कहा कि सशक्त और मजबूत लोकपाल बिल पर सभी दल एकमत है और संविधान की गरिमा बनाए रखने के लिए हमें सर्वदलीय बैठक का सम्मान करना चाहिए। टीम अन्ना की मांगों का सर्वदलीय बैठक में रखा गया था और सियासी दलों ने संविधान की समप्रभुता की वकालत की है। इससे पहले प्रणव ने अपने बयान में अन्ना हजारे से अनशन खत्म करने की अपील की।

प्रणव के अनुसार सरकार और अन्ना के बीच प्रारम्भ में 6 मुद्दों पर मतभेद था, जिनपर सरकार सहमत हो गई। लेकिन बाद में टीम अन्ना ने तीन नई मांगे रख दी। सभी राज्यों में लोकायुक्त की नियुक्ति, सिटीजन चार्टन और नीचले स्तर के सभी कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में हों। प्रणव ने कहा कि सरकार ने अन्ना से 15 अगस्त को भी अनशन पर न जाने की अपील की थी।

सदन की राय अन्ना तक पहुंचाई जाए : आडवाणी

प्रणव के बयान के तुरंत बाद भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि सदन की राय अन्ना तक पहुंचाई जाए। बहस तभी सार्थक है जब अन्ना का उपवास टूटेगा। इस बीच राष्ट्रीय जनता पार्टी के लालू प्रसाद यादव ने कहा कि इस बहस के मद्देनजर स्टैंडिंग कमेटी को नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

सरकार के खिलाफ गलत माहौल बनाया गया : दीक्षित

सरकार की ओर से सदन में संदीप दीक्षित ने कहा कि अन्ना हजारे और हमारे बीच कोई द्वंद नहीं है, लेकिन सरकार पर सवाल उठाना गलत। सरकार ने वक्त और जरूरत के मुताबिक काफी बदलाव किए हैं। सरकार ने अन्ना हजारे की 40 में 34 बातें मान ली थी। अब लोकपाल चयन समिति पर भी सबकी सहमति हो। दीक्षित ने कहा कि एनजीओ पर भी अंकुश जरूरी है और इन्हें लोकपाल के दायरे में लाना चाहिए।

जदयू मानी, बसपा का इनकार
जनता दल यूनाइटेड के सांसद शरद यादव ने लोकसभा में अन्ना की तीनों मांगों पर सहमति दर्ज कराई। यादव ने कहा कि टीम अन्ना को बोलने में संयम रखे की बात कही और फिल्म अभिनेता ओम पूरी के बयान की कड़ी आलोचना की। उधर, बसपा ने लोकायुक्त पर अपनी असहमति जाहिर की है, बाकि सभी मांगों पर सहमत।

जेल में पति से मिलने गई पत्नी के साथ गैंग रेप

लखनऊ
यूपी की जेलों में क्या-क्या होने लगा है, जानकर पुलिस ऑफिसर भी हैरान हैं। फर्रुखाबाद की जेल में बंद राजवीर की पत्नी जब उनसे मिलने गईं तो उनके साथ जेल में गैंग रेप हुआ। जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक ने चार बंदीरक्षकों को जेल के अंदर गैंग रेप के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच शुरू हो गई है।

औरेय्या के रहने वाले राजवीर ने बताया कि उसकी पत्नी उनसे मिलने आई थीं। मुलाकात से पहले बंदीरक्षकों कृष्ण मुरारी, मुशर्रफ अली, अजय और विवेक ने सुधा को मुलाकात कराने के बहाने से चाय पिलवाई। चाय पीते ही सुधा बेसुध हो गई। फिर इन सबने उसके साथ गैंग रेप किया। यह घटना शुक्रवार को जिला जेल परिसर में हुई।

राजवीर ने बताया कि उसकी पत्नी ने जब अपनी आपबीती बताई तो उसके होश उड़ गए। जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक के कहने पर पुलिस ने तत्काल यह मामला पीड़िता सुधा की शिकायत पर दर्ज कर लिया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। सभी चार आरोपी बंदीरक्षकों पर कार्यवाही की जा रही है।

आमिर बोले मैं नहीं अन्ना हैं असली हीरो

आमिर बोले मैं नहीं अन्ना हैं असली हीरो

मुंबई/नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले 12 दिनों से अनशन कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे को बॉलीवुड एक्टर आमिर खान भरपूर समर्थन मिल रहा है। शनिवार को आमिर ने रामलीला मैदान पहुंचकर उनके जज्बे को सलाम करते हुए उनसे अनशन खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं नहीं असली हीरो तो अन्ना हैं।

सूत्रों के अनुसार आमिर ने रामलीला मैदान में अन्ना और उनके साथियों के साथ आंदोलन में हिस्सा लिया और अन्ना के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की। आमिर के साथ फिल्म निर्देशक राजकुमार हीरानी भी रामलीला मैदान में जनता को संबोधित किया। गौरतलब है कि आमिर ने ही अन्ना और उनके साथियों को सांसदों के घरों के बाहर धरना देने व उनसे सवाल पूछने के लिए समर्थकों का आह्वान करने का आइडिया दिया था। अन्ना ने आमिर के सुझाव पर अमल करते हुए समर्थको से अपील की थी वो अपने-अपने इलाके में सांसदों के घरों के बाहर धरना दें और उनके पूछे कि जन लोकपाल बिक पर उनकी क्या राय है। अन्ना की इस अपील का व्यापक असर हुआ था। अन्ना के समर्थकों ने देश भर में सांसदों के घरों के बाहर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था, जिससे सरकार काफी मुश्किल में फंस गई।