प्रताडि़त पाक हिन्दू ने कहा, जबरन भेजा तो आत्महत्या कर लूंगा
जोधपुर। पाकिस्तान में प्रताडऩा से दुखी होकर धार्मिक वीजा लेकर आए मीरपुर खास के डाक्टर गोपाल की वीजा अवधि पुरी हो चुकी है। पुलिस व खुफिया एजेंसियां उन्हेंं वापस पाकिस्तान भेजना चाहती है। लेकिन उन्होंने कहा कि मुझे जबरदस्ती भेजने का प्रयास किया गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे। वे धार्मिक प्रताडऩा से दुखी होकर भारत में ही बसने के इरादे से आए थे और वहां मेरी जान को खतरा है। इस वजह से उन्होंने वीजा बढ़ाने का आवेदन कर दिया था। गोपाल के वीजा बढ़ाने का मामला गृह मंत्रालय में लंबित है।
एमबीबीएस करने के बाद मीरपुर खास में ही क्लिनिक चलाने वाले डाक्टर गोपाल ने शनिवार को गृहमंत्री को भेजे पत्र में बताया कि लंबे समय से हिंदू होने की वजह से उन्हें काफी प्रताडि़त किया जा रहा था। इस वजह से जोधपुर में बसना चाहते थे,लेकिन उन्हें टूरिस्ट वीजा नहीं मिल पाया। इस पर उन्हे धार्मिक वीजा लेकर जोधपुर आना पड़ा। वे 27 मई को वहां से रवाना होकर जोधपुर पहुंचे। उन्हें 26 जून को वापस पाकिस्तान लौटना था,मगर उन्होंने 24 जून को भारत में स्थाई रूप से बसने के इरादे से वीजा बढ़ाने के लिए आवेदन कर दिया। कलेक्टर के माध्यम से भेजे गए इस आवेदन को गृह मंत्रालय ने एक बार इसलिए खारिज कर दिया कि धार्मिक वीजा बढ़ाने पर प्रतिबंध है।
इस पर उन्होंने फिर कलेक्टर से मिलकर दुबारा आवेदन किया है और बताया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक होने की वजह से उनकी जान को खतरा है और मैं और मेरा परिवार वहां सुरक्षित नहीं रह सकता है। गोपाल ने बताया कि पाकिस्तान में वह अपना सब कुछ नीलाम कर सुकून व इज्जत की जिंदगी गुजारने के लिए यहां आए है। वहां न हिंदू महिलाओं की इज्जत सुरक्षित है और ना पुरुषों के लिए कमाना आसान है। उसे पुलिस व सीआईडी ने जबरन वापस भेजने का प्रयास किया तो में आत्महत्या कर लूंगा। इधर पुलिस व सीआईडी उलझन में है कि आखिर वीजा अवधि खत्म होने के बाद गोपाल व उसके परिवार को कैसे यहां रहने दिया जाए
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