बुधवार, 17 अगस्त 2011

पर्यटनस्थल 'नागौर' की सैर






रंग-रंगीला राजस्थान अपनी नायाब खूबसूरती व रजवाड़ी शान के प्रतीक किलों और महलों के कारण सदा से ही पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है।
जोधपुर से लगभग 137 किमी उत्तर में स्थित है 'नागौर'। नागौर का किला दूर-दूर तक फैली रेत के बीच एक प्रकाशस्तंभ की तरह दिखाई देता है। 4थी शताब्दी में अस्तित्व में आया यह किला राजस्थान के अन्य किलों की तरह ही ऊँची पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।

नागौर की सुंदरता यहाँ के पुराने किलों व छतरियों में है, जिसका उत्कृष्ट उदाहरण हमें नागौर में प्रवेश करते ही देखने को मिलता है। इस नगरी में प्रवेश करने के लिए तीन मुख्य द्वार है, जिनके नाम देहली द्वार, त्रिपोलिया द्वार तथा नाकाश द्वार है। नागौर व उसके आसपास के पर्यटनस्थलों में प्रमुख नागौर का किला, तारकिन की दरगाह, वीर अमर सिंह राठौड़ की छतरी, मीरा बाई की जन्मस्थली मेड़ता, खींवसर किला, कुचामन किला आदि है।

किले के भीतर भी छोटे-बड़े सुंदर महल व छतरियाँ हैं, जो हमें राजस्थान के गौरवशाली इतिहास में खीच ले जाते हैं। किले के भीतर तीन सुंदर पैलेस हाडी रानी महल, शीश महल और बादल महल हैं, जो अपने सुंदर भित्ति चित्रों के कारण प्रसिद्ध हैं। इनके समीप ही एक मस्जिद है, जिसे मुगल शासक अकबर ने बनवाया था।

यहाँ पर सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की एक दरगाह भी है। इसी के साथ ही किले के भीतर राजपूताना शैली में बनी हुई सैनिकों की सुंदर छतरियाँ भी हैं।

नागौर का मुख्य आकर्षण यहाँ का 'पशु मेला' है, जो यहाँ प्रतिवर्ष वृहद स्तर पर आयोजित किया जाता है। इस मेले में होने वाली मुर्गों की लड़ाई, ऊँट की दौड़, कठपुतली का खेल, राजस्थानी नृत्य आदि भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र होते हैं। इस मेले में खासतौर पर ऊँट, भेड़, घोड़े, गाय आदि पशुओं का क्रय-विक्रय होता है। सूर्य के अस्त होने के साथ ही नागौर के इस पशु मेले में यहाँ के पारंपरिक लोकनृत्य की गूँज एक सुंदर समा बाँध देती है।

सदा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा राजस्थान वाकई में अपने भीतर किलों व महलों के रूप में नायब खूबसूरती को समेटे हुए है। एक बार आप भी राजपूतों की इस धरती की सैर जरूर कीजिएगा।

नागौर है विभूतियों की भूमि :
मारवाड़ का नागौर एक ऐसा क्षेत्र है, जो कई ऐसी विभुतियों क‍ी जन्मस्थली है, जिन्होंने पूरी दुनिया में मारवाड़ की माटी का नाम रोशन किया। डिंगल और पिंगल भाषा में कई ग्रंथों की रचना करने वाले प्रसिद्ध कवि वृंद का जन्म नागौर के मेड़ता में हुआ था। मेड़ता कृष्ण भक्त मीराबाई की भी जन्मस्थली है। अकबर के नौ रत्नों में से अबुल फैज और अबुल फजल दोनों भाईयों का जन्म नागौर में ही हुआ था। यही नहीं अकबर के दरबारी बुद्धिमान बीरबल भी नागौर जिले के ही रहने वाले थें।
 

मंगलवार, 16 अगस्त 2011

अन्ना का जेल से रिहा होने से इनकार

अन्ना का जेल से रिहा होने से इनकार 
 
नई दिल्ली। देशभर में विरोध प्रदर्शन के बाद दबाव में आई केन्द्र सरकार ने सामाजिक कार्यकता अन्ना हजारे को रिहा करने का फैसला किया है। उधर खबर है कि अन्ना ने यह कहते हुए रिहा होने से इनकार कर दिया है कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। तिहाड जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता और अन्ना टीम के सदस्यों के अनुसार पुलिस ने अन्ना की रिहाई का आदेश दिया था तथा रिहाई की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी। लेकिन अन्ना रिहाई आदेश में उल्लेखित शर्ते मानने के लिए तैयार नहीं है तथा बिना शर्त रिहाई चाहते हैं।

गुप्ता के अनुसार अन्ना की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दी गई है। अन्ना ने घोषणा कर रखी है कि वह जेल से रिहाई के बाद अपने प्रस्तावित अनशन स्थल लोक नायक जयप्रकाश नारायण पार्क जाएंगे।इस बीच अन्ना के आंदोलन में सहयोगी स्वामी अग्निवेश तिहाड़ जेल पहंुचे हैं।

ज्ञातव्य है कि दिल्ली पुलिस ने शाम करीब 7.20 बजे अन्ना की रिहाई के कागजात तैयार कर लिए तथा 8.30 पर ये रिलीज आर्डर वारंट तिहाड़ जेल भेज पहुंचाए। सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बाद रात करीब पौने दस बजे जेल प्रशासन ने उन्हें रिहा किए जाने का ऎलान कर दिया। लेकिन अन्ना ने रिहाई से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि वे बिना शर्त रिहाई चाहते हैं। इससे पहले अन्ना की रिहाई को लेकर पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से लगाई गई निजी मुचलके की शर्त हटा ली गई। इसके बाद ही रिहाई के कागजात तैयार किए गए।

राहुल के दखल से हुई रिहाई?

माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के बीच हुई बातचीत के बाद अन्ना को रिहाई करने का फैसला किया गया। जबकि सरकार लगातार यह कहती आई आई है कि अन्ना की गिरफ्तारी से उसका कोई लेना देना नहीं है, दिल्ली पुलिस ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो उचित समझा वह किया। उधर प्रधानमंत्री ने इस मामले में गृहमंत्री पी चिदम्बरम से भी बात की है। अन्ना को रिहाई के बाद कहां भेजा जाए इस मसले को लेकर अभी तक पुलिस भी कुछ तय नहीं कर पाई है, क्योंकि अन्ना फिर जेपी पार्ट जाने की जिद पर अड़े हुए हैं।


अब भी बाहर आने को तैयार नहीं

इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी किरण बेदी और प्रख्यात वकील शांति भूषण को भी देर शाम रिहा कर दिया गया। अस्थाई जेल बने छत्रसाल स्टेडियम में गिरफ्तार कर रखे गए लोगों को भी पुलिस ने देर शाम शांतिपूर्वक बाहर निकलने को कह दिया, लेकिन लोग बाहर आने को तैयार नहीं। तिहाड जेल, स्टेडियम के बाहर और इंडिया गेट पर भी अन्ना समर्थकों की भारी भीड़ जमा है।

सुबह किया था अन्ना व समर्थकों को अरेस्ट

ज्ञातव्य है कि जनलोकपाल बिल को लेकर लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया। वहीं देर शाम अन्ना की सहयोगी किरण बेदी को रिहा कर दिया। जबकि अन्ना हजारे सहित उनके आठ सहयोगियों को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

जलमग्न गिराब से पानी निकासी शुरू





जलमग्न गिराब से पानी निकासी शुरू

,बाड़मेर भरी बरसात  के चलते बरसाती पानी से जलमग्न हुई सीमावर्ती गिराब गाँव से जिला प्रशासन से मोटर पम्प लगा कर निकासी शुरू कर ग्रामीणों को राहत पन्हुन्चाई हें.जिला का;लेक्टर गौरव गोयल ने बताया की बरसात के पानी से गिराब के चालीस घर जलमग्न हो गए थे आज मोटर पम्प लगा कर पानी की निकासी का काम शुरू कर दिया हें जल्द गाँव के समस्त पानी की निकासी हो जाएगी,गिराब गाँव के चालीस घर  चार चार फीट पानी से घिर गए थे ,ग्रामीणों ने आसपास की स्कूलों तथा सरकारी भवनों में पनाह ले रखी हें जिला प्रशासन ने पानी से घिरे एक दर्जन गाँवो में राहत सामग्री का भी वितरण किया हें बरसात का दौर थम जाने से भी ग्रामीणों और जिला प्रशासन ने राहत की साँस ली हें 

दिल्ली पुलिस ने अन्ना हजारे का रिलीज़ वारंट तिहाड़ जेल भेज दिया



नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने अन्ना हजारे का रिलीज़ वारंट तिहाड़ जेल भेज दिया है। अब तिहाड़ जेल प्रशासन को फैसला करना है कि वह अन्ना हजारे व उनके साथियों को कब रिहा करेंगे।



दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने बताया, "हमने अन्ना हजारे व उनके सहयोगियों की रिहाई का वारंट भेज दिया है।" भगत ने कहा कि अब यह तिहाड़ जेल प्रशासन को फैसला करना है कि वह अन्ना हजारे को कब रिहा करेंगे।



सूत्रों के अनुसार अन्ना अबसे थोड़ी देर में जेल से रिहा हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक रिहाई के बाद उन्हें पुणे ले जाया जा सकता है।


इधर किरण बेदी ने कहा है कि अन्ना ने रिहाई के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। अन्ना को बिना शर्त छोड़ा जा रहा है। अन्ना की रिहाई पर प्रशांत भूषण ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देर आए दुरुस्त आए।


सूत्र के अनुसार टीम अन्ना रिहाई को लेकर थोड़ी नर्म पड़ी है जिसके बाद सरकार ने उन्हें रिहा करने का फैसला लिया है। टीम अन्ना के सदस्यों का कहना है कि रिहा होने के बाद अन्ना सीधे जेपी पार्क जाएंगें। मगर सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस उन्हें सीधे एअरपोर्ट ले जाने का प्रयास कर रही है। उनके टिकट का भी बंदोबस्त किया जा रहा है।


गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को दिल्ली पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता की दो धाराओं- धारा 107 और 151 के तहत गिरफ्तार किया गया।
धारा 107 के तहत किसी भी क्षेत्र में शांति तथा सौहार्द का उल्लंघन करने पर गिरफ्तारी का प्रावधान है।

इसके अनुसार,कार्यकारी मजिस्ट्रेट को यदि सूचना मिलती है कि कोई व्यक्ति शांति भंग या सार्वजनिक सौहार्द को बाधित करने वाला है,उसके किसी कदम से शांति या सौहार्द को नुकसान पहुंचता है या यदि मजिस्ट्रेट को कानूनी प्रक्रिया के पर्याप्त आधार नजर आते हैं तो वह ऐसे व्यक्ति से एक निश्चित अवधि के दौरान शांति बनाए रखने का आश्वासन ले सकते हैं। अवधि का निर्धारण मजिस्ट्रेट के विवेक पर निर्भर होगा। यह एक साल से अधिक नहीं हो सकती।

वहीं,धारा 151 के तहत संज्ञेय अपराधों की रोकथाम के लिए किसी भी आशंकित व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सकता है। इसके अनुसार,यदि पुलिस को किसी संज्ञेय अपराध के बारे में जानकारी मिलती है और उसे लगता है कि सम्बंधित व्यक्ति को गिरफ्तार किए बिना इसे रोकना मुश्किल है तो वह मजिस्ट्रेट के आदेश या वारंट के बगैर भी उसे गिरफ्तार कर सकती है।

ज्ञात हो कि अन्ना हजारे को मंगलवार सुबह उस समय हिरासत में ले लिया गया था, जब वह भ्रष्टाचार निरोधी जनलोकपाल विधेयक के समर्थन में अपना प्रस्तावित आमरण अनशन शुरू करने के लिए घर से निकले थे।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने कहा, "अन्ना हजारे ने निजी मुचलके पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया, लिहाजा उन्हें सात दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है।"
अन्ना हजारे को जेल के जिस ब्लॉक में रखा गया है, उसी अहाते में राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश कलमाडी को भी रखा गया है। अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल और 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपी पूर्व दूरसंचार मंत्री ए.राजा के एक अहाते में रखा गया है।
तिहाड़ जेल के महानिदेशक नीरज कुमार के अनुसार अन्ना हजारे को दोपहर बाद लगभग 3.40 बजे यहां लाया गया और उन्हें जेल संख्या चार में रखा गया।
अन्ना हजारे के निकट सहयोगी मनीष सिसोदिया एवं अन्य तीन जेल के इसी ब्लॉक में रखे गए हैं।
कुमार ने कहा, "अरविंद केजरीवाल जेल संख्या एक में अन्य चार समर्थकों के साथ हैं।"
उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि अन्ना हजारे को उसी ब्लॉक में रखा गया है जिसमें कलमाडी हैं लेकिन उनके निकटवर्ती वार्ड में नहीं रखा गया है।
कुमार ने संवाददाताओं से कहा, "अन्ना हजारे जिस वार्ड में हैं, वह कलमाडी के वार्ड से दूर है। हमने पहले ही उनकी चिकित्सीय जांच कराई है।"


उप महानिरीक्षक (करागार) आर.एन. शर्मा ने आईएएनएस से कहा, "अन्ना हजारे अनशन कर रहे हैं। उन्होंने पानी तक लेने से इंकार कर दिया।"


शर्मा ने यह भी कहा कि दोनों जेलों (जेल संख्या एक और चार) में 2,000 से अधिक कैदी हैं।

सरहदी गिराब गाँव के चालीस घर जलमग्न ,प्रशासन पहुंचा रहत के लिए .

सरहदी गिराब गाँव के चालीस घर जलमग्न ,प्रशासन पहुंचा रहत के लिए .

.बाड़मेर सरहदी गाँव गिराब में सोमवार देर रात्री हुई बारिश के कारण चालीस घरो की बस्ती जलमग्न हो गयी.बाड़मेर जिले के शिव तहसील में गत चार दिनों से हो रही भरी बरीस के कारण एक दर्जन से अधिक गाँवो में पानी भर जाने से स्थिति चिंताजनाक्ल हो गई हें ,तानु रावजी,दुधोदा,तिबनियार,फोगेरा,जान सिंह की बेरी ,असाडी,भू ,सहीत दर्जन भर गाँवो में बरसात के पानी की निकासी नहीं होने के कारण जलमग्न हें .प्रशासन ने इन गाँवो के बासिंदों को सुरक्षित स्थानों पर भिजवाया हें ,ग्रामीणों ने स्कूलों ,असपताल ,ग्राम पंचायतो ,में पनाह ले राखी हें जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने आज जलमग्न गाँवो का दौरा कर राहत की समीक्षा की ,गिराब में चालीस घरो की बस्ती जलमग्न हो गई हें .सरहदी क्षेत्रो में निरंतर बारिस चलने से स्थति चिंताजनक हें 

ब्‍यूटी पार्लर में पकड़ा गया सेक्‍स रैकेट, 11 गिरफ्तार

मुंबई। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ब्‍यूटी पार्लर में चलने वाले सेक्‍स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। रैकेट चलाने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस पार्लर में मसाज के नाम पर यहां आने वाले कस्‍टमर्स को सेक्‍स परोसा जाता था। यह पार्लर इंदिरा मार्केट इलाके में चलता था। देर रात तक पार्लर खुला रहने के बाद इलाके के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी।

शिकायत मिलने पर पुलिस ने इलाके में सर्च अभियान चलाया। इस अभियान में इंदिरा मार्केट में श्रीनगर, दियाना, ग्‍लो और लोटस ब्‍यूटी पार्लर में छापेमारी की गई। छापेमारी में पकड़े गए लोगों में कई ग्राहक भी हैं जो मसाज के नाम पर यहां आते थे। यहां पार्लर में काम करने वाली महिलाओं को अपने ग्राहकों के साथ अश्‍लील हरकतें करते हुए पुलिस ने पकड़ा। पुलिस ने बताया कि दियाना पार्लर की एक ब्रांच बोरेवली में भी है जहां कुछ दिन पहले ही छापेमारी की गई थी।

पुलिस ने यहां पकड़े गए लोगों पर आईपीसी की धारा 112 और सेक्‍शन 110 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने इन सभी को जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना था कि पिछले हफ्ते यह शिकायत आई थी कि इंदिरा मार्केट में चल रहे कई ब्‍यूटी पार्लरों में सेक्‍स रैकेट चलाया जा रहा है। इसके बाद इन इलाकों में चल रहे पार्लरों में छापेमारी की गई।

अन्ना की गिरफ्तारी पर पुलिस को नोटिस

अन्ना की गिरफ्तारी पर पुलिस को नोटिस

नई दिल्ली। जन लोकपाल बिल के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अन्ना हजारे की गिरफ्तारी पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग(एनएचआरसी) ने दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया है। आयोग ने इस नोटिस के जरिए अन्ना की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस से 2 हफ्ते में जवाब मांगा है।

उल्लेखनीय है कि टीम अन्ना की ओर से मंगलवार को सरकारी लोकपाल विधेयक के विरोध और जन लोकपाल के समर्थन में यहां प्रदर्शन शुरू किया जाना था। लेकिन पुलिस ने अल सुबह ही अन्ना को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अन्ना ने अपने अनशन को जेल से ही जारी रखने की बात कही है। गिरफतारी के बाद से राजधानी सहित देशभर में धरना-प्रदर्शन और रैलियां निकाल कर अन्ना की गिफ्तारी का विरोध किया जा रहा है।



गृह मंत्रालय ने भी दिल्ली पुलिस से मांगी रिपोर्ट

अन्ना हजारे को हिरासत में लिए जाने को लेकर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुुलिस से रिपोर्ट मांगी है। इस बीच, केन्द्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने कहा है कि अन्ना हजारे ने पुलिस को धारा 144 का उल्लंघन करने की धमकी दी थी इसलिए उनको गिरफ्तार किया है। वहीं अन्ना के सहयोगियों का कहना है कि अन्ना ने जब पुलिस से पूछा कि वह किस आरोप में उनको हिरासत में ले रही है तो पुलिस ने कहा कि उनको आदेश दिया गया है।

प्रदेश में धरना, प्रदर्शन,गिरफ्तारियां

प्रदेश में धरना, प्रदर्शन,गिरफ्तारियां

जयपुर। समाजसेवी अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थक प्रदेश के कई इलाकों में सड़कों पर उतर आए। प्रदेश के अनेक स्थानों पर लोगों ने धरना, प्रदर्शन किया और रैलियां निकाली। कई जगह लोगों ने गिरफ्तारियां भी दी। अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में झुंझुनूं जिले का नवलगढ़ तथा अलसीसर कस्बा बंद रहा। अन्ना की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही झुंझुनूं में लोग सड़कों पर उतर आए तथा शहर में रैली निकाली।

श्रीगंगानगर जिले के नोहर में भी लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। अजमेर संभाग में कई जगह धरने,रैलियां और गिरफ्तारियां दी गई। अजमेर शहर में बारिश के बीच इंडिया अगेंस्ट करप्शन संगठन की ओर से गांधी भवन चौराहे से कलक्ट्रेट तक रैली निकाली गई। रैली में काफी संख्या में नागरिक और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता शामिल हुए।

लोगों ने कलक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन कर नारेबाजी की। भाजपा पार्षदों सहित 50 से अधिक लोगों ने गिरफ्तारी दी। इससे पूर्व स्कूली छात्र-छात्राओं ने बजरंगगढ चौराहे पर धरना दिया। धरने में शामिल लोगों ने अन्ना तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं जैसे नारे लगाए। भीलवाड़ा में भी भारी संख्या में लोगों ने सूचना केन्द्र चौराहे पर धरना दिया एवं क्रमिक अनशन शुरू किया।

अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में जयपुर में कई सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। जयहिंद सर्वोदय नवयुवक मंडल ने छोटी चौपड़ पर प्रदर्शन किया। जय भारत जन चेतना मंच के कार्यकर्ताओं ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए वैष्णव देवी मंदिर में सामूहिक पूजा की।

अन्ना की गिरफ्तारी पर डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन ने विरोध दर्ज कराया है। जय भारत जनचेतना मंच के अध्यक्ष विक्रम सिंह तंवर के नेतृत्व में मंच के कार्यकर्ताओं ने माउंट रोड स्थित वैष्णव देवी मंदिर में आरती कर केंद्र सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की। भारतीय स्वतंत्रता मंच के कार्यकर्ताओं ने विद्याधर नगर मंदिर मोड़ सर्कल पर एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना व प्रदर्शन दिया। जयहिंद सर्वोदय मंडल के कार्यकर्ताओं ने छोटी चौपड से बड़ी चौपड़, हवामहल बाजार से पौंडरिक पार्क तक रैली निकाली।

कोटपूतली में वकीलों ने अदालतों का बहिष्कार किया। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष त्रिलोक चंद्र अग्रवाल के मुताबिक अन्ना की आवाज एक आम आदमी की आवाज है। कारोबारी जो पैसा टैक्स के रूप में सरकार को जमा करवा रहा है वह इस भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। जयपुर व्यापार महासंघ के मंत्री अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि सड़क पर निकले बिना अन्ना को किस कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है।

राजस्थान ट्रक ट्रांसपेार्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष वेदभूषण सेठी ने कहा कि सरकार को अन्ना हजारे को गिरफ्तार नहीं करना चाहिए था। इससे माहौल खराब हो सकता है।

अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोग...देखें तस्वीरें