शुक्रवार, 5 अगस्त 2011

सरेआम भाई को दौड़ा-दौड़ाकर घोंपे चाकू, देखते रहे लोग


जयपुर। न्यू सांगानेर रोड पर सुबह 10 बजे..बाजार खुल चुका था, चाय की दुकान पर भीड़ के बीच चचेरे भाई को ही चाकू मारा।

अफरातफरी मची, मगर किसी ने विरोध नहीं किया। घायल युवक भागा और आरोपी खून से सना चाकू लेकर उसके पीछे दौड़ा। उसने 11 वार किए, पर सैकड़ों की भीड़ में न किसी ने उसे रोका, न ही पुलिस बुलाई। उसने खुद ही राह चलती किसी की बाइक रुकवाई और हाथ में चाकू लिए हुए सोढाला थाने पहुंच गया। इधर, करीब बीस मिनट तक युवक की लाश सड़क के समीप फुटपाथ पर पड़ी रही। उसके चारों तरफ खड़ी भीड़ पुलिस का इंतजार करती रही।
दरअसल, धनराज प्रजापत (23) ने अपने चचेरे भाई घनश्याम उर्फ श्यामा प्रजापत (28) की पत्नी से करीब तीन माह पहले अवैध संबंध बनाया। इसके बाद उसकी वीडियो क्लिपिंग बनाकर घनश्याम को ही भेज दी। इतना ही नहीं, वह उसे इसके ताने भी देने लगा। इससे अवसाद में आए घनश्याम ने दो माह पहले पत्नी को टोंक स्थित अपने गांव पवालियां भेज दिया और धनराज से बदला लेने की योजना बनाई। पांच दिन पहले वह चाकू खरीदकर ले आया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घनश्याम की न्यू सांगानेर रोड पर राजश्री पब्लिक स्कूल के समीप स्थित चाय की दुकान पर धनराज अकसर बैठता था। गुरुवार सुबह 10 बजे भी वह आकर बैठा। दोनों में कुछ कहासुनी हुई और घनश्याम ने चाकू निकालकर धनराज की गर्दन पर वार कर दिया। इससे वहां बैठे लोग भाग खड़े हुए। धनराज भी चिल्लाता हुआ भागा और घनश्याम उसके पीछे दौड़ा। चंद कदम दूर डेयरी की दुकान के बाहर घनश्याम ने धनराज को पकड़कर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे अचेत होकर धनराज वहीं गिर पड़ा। फिर खून से लथपथ हालत में ही उसने चाकू हाथ में लिए एक बाइक सवार को रुकवाया और उस पर बैठकर वहां से चला गया।
पुलिस के अनुसार दुकान पर धनराज ने घनश्याम को उसकी पत्नी के अनैतिक संबंधों की बातें कहकर ही उकसाया था। उधर, मौके पर पहुंची पुलिस ने जीप में लहुलुहान धनराज के शव को जीप में रखा, तभी वहां पहुंची 108 एंबुलेंस भी पहुंच गई और शव को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया।
दिनदहाड़े हुई हत्या तमाशबीन बनी भीड़
दिनदहाड़े भीड़भाड़ वाले बाजार में घनश्याम ने धनराज के सीने, गर्दन, हाथ, पेट व अन्य हिस्सों में ताबड़तोड़ 11 वार किए। धनराज बचाव के लिए चीख रहा था, मगर बाजार में मौजूद राहगीर, स्थानीय लोग व दुकानदार हत्या की वारदात को इस तरह से देख रहे थे मानो सड़क पर कोई तमाशा चल रहा हो।
..ताकि कोई क्लिपिंग बनाने की हिम्मत न करे
पत्रकारों के पूछने पर आरोपी ने कहा- धनराज को इसलिए ऐसी मौत दी ताकि कोई और अश्लील क्लिपिंग बनाने की हिम्मत न जुटा पाए।

बिन बरसात बाढ़ के हालात

बिन बरसात बाढ़ के हालात 
 

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बालोतरा)बाड़मेर। डोली गांव में जोधपुर जिले के कारखानों व सीवरेज के पानी से लबालब कच्चा बांध बुधवार देर रात ओवरफ्लो होने के बाद धाराशायी हो गया। तेज बहाव के साथ पानी गांव में घुस गया। अचानक आए पानी के कारण निचले इलाके में रहने वाले रहवासियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में उन्होंने सामान को सुरक्षित रख बाड़े में बंधे मवेशियों को बाहर निकाला। गांव में गुरूवार को बिन बरसात बाढ़ जैसे हालात नजर आए।

बाड़मेर-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़क करीब दो किमी तक पानी में डूबी रही। राष्ट्रीय राजमार्ग तथा गोदावास मार्ग पर दोपहर तक डेढ़ से दो फीट पानी तेज गति से पानी का बहाव जारी रहा। सुबह लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक सड़क पर जाम रहा। घटना की सूचना मिलने के बाद उपखंड अधिकारी ओ.पी.विश्नोई, पचपदरा तहसीलदार शैतानसिंह राजपुरोहित ने डोली पहुंचकर हालात का जायजा लिया। बांध के क्षतिग्रस्त हिस्से पर रेत से भरे कट्टे रखवाए गए हैं।

गत वर्ष भी उत्पन्न हुए थे हालात
जोधपुर जिले के कारखानों व सीवरेज का पानी पिछले लंबे समय से डोली क्षेत्र में बह रहा है। गत वर्ष भी यहां पर बिन बरसात बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। ग्रामीणों ने प्रशासन के सहयोग से पानी के बहाव को रोकने के लिए कच्चे बांध का निर्माण करवाया था।

प्रशासन की संवेदनहीनता
डोली में चल रही बहाव की यह समस्या आज कल की बात नहीं है। पिछले करीब दो वर्ष से ग्रामीण इस कहर को भुगत रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने कानों में रूई ठूंसकर मानो आंखों पर पट्टी बांध ली है। परेशान हाल ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से लेकर सचिवालय तक अपनी आवाज पहुंचा दी। लेकिन सुनवाई किसी ने नहीं की।


जल निकासी शुरू
प्रशासन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने गुरूवार को डोली पहुंचकर राहत उपाय शुरू किए। सड़क के समीप जेसीबी से चैनल खुदवाकर जल निकासी का कार्य शुरू करवाया गया। मध्याह्न बाद हाइवे से पानी की पूरी तरह से निकासी कर ली गई। इससे यातायात सामान्य हुआ, लेकिन निचले इलाकों की बस्तियों व गोदावास मार्ग पर हालात सुधर नहीं पाए थे। 

शराब से भरा टैंकर पकड़ा, तस्कर फरार

जोधपुर। लोहावट क्षेत्र से गुजरने वाले मेगा हाइवे पर गुरुवार अलसुबह शराब से भरे एक टैंकर चालक ने पुलिस की नाकाबंदी तोड़कर भागने की कोशिश की। कुछ दूरी पर टैंकर असंतुलित होकर पलटी खा गया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही चालक व खलासी वहां से भाग निकले। वहां पहुंची पुलिस ने करीब 10 लाख रुपए कीमत की शराब के साथ टैंकर जब्त कर लिया, जबकि हजारों की शराब सड़क पर बह गई।

एसपी (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई ने बताया कि लोहावट पुलिस ने गुरुवार अलसुबह कोलू-पाबूजी मेगा हाइवे पर नाकाबंदी की थी। इसी दौरान करीब साढ़े तीन बजे पुलिस की नाकाबंदी देखकर एक टैंकर चालक ने गाड़ी भगा ले गया। इस पर पुलिस ने टैंकर का पीछा किया। तेज गति से भागते टैंकर का संतुलन बिगड़ा और वह पलटी खा गया।

एक साल के बेटे को कुएं में फेंका

एक साल के बेटे को कुएं में फेंका
 

पहाड़ी (भरतपुर)। गोपालगढ़ थाने के गांव पथराली में पिता ने अपने एक वर्षीय पुत्र की कुएं में फेंककर हत्या कर दी। पथराली निवासी जमशेद की पत्नी सहरूना ने दहेज प्रताड़ना व भरण-पोषण का मुकदमा दायर कर रखा था। कुछ दिन पहले सामाजिक पंचायत में दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद सहरूना अपने एक वर्षीय पुत्र फरहान के साथ पथराली आकर रहने लगी थी। उसने पति व ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा भी वापस ले लिया।
गुरूवार तड़के जमशेद अपने पुत्र को ले गया और कुएं में फेंक कर उसकी हत्या कर दी। बाद में परिजनों के साथ फरार हो गया। सहरूना ने पति सहित चार जनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है

कांग्रेस के झंडे से टॉयलेट की सफाई?

कांग्रेस के झंडे से टॉयलेट की सफाई? 
 
कोरबा। निर्माणाधीन पॉवर प्लांट में कांग्रेस के झंडे से टॉयलेट की सफाई किए जाने का मामला सामने आया है। इसके विरोध में कांग्रेसियों ने थाने में शिकायत कर भेल व पॉवर कम्पनी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हसदेव ताप विद्युत विस्तार परियोजना का निर्माण सरकारी कम्पनी बीएचईएल (भेल) कर रही है।

भेल के दर्री स्थित कार्यालय में टॉयलेट की सफाई में कांग्रेस के झंडे का इस्तेमाल किया जा रहा था। जानकारी मिलने पर जिला कांग्रेस कमेटी, ग्रामीण के अनेक कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर जमकर हंगामा मचाया। उन्होंने झंडे को अपने कब्जे में ले लिया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने भेल के जीएम और छत्तीसगढ़ पॉवर जनरेशन कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को दोषी ठहराते हुए दर्री थाने में शिकायत की है।


उनका कहना है कि भेल और विद्युत कम्पनी के अधिकारियों ने कांग्रेस के झंडे का अपमान किया है। थाना प्रभारी एस. सिदार ने बताया कि शिकायत पर जांच शुरू की गई है। कम्पनी के अधिकारियों के बयान लिए जा रहे हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

बाड़मेर तीन साल बाद तस्कर गिरफ्तार


बाड़मेर तीन साल बाद तस्कर गिरफ्तार
बाड़मेर में सन 2009 में हथियारोंकी बड़ी खेप  को पकिस्तान से भारत लाने के आरोपी कुख्यात तस्कर गुल्ले खान को आखिरकार राजस्थान ऐ टी एस ने इस आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया ! यह आरोपी दर्जनों बार अवेध रूप से सीमा पार  कर पाकिस्तान जा चुका हैं, इस ,इसकी पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों को लम्बे वक़्त से तलाश थी !
यह बड़ी सफलता ATS के लिए मानी जा रही हैं साथ ही आतंकी संगठन बब्बर खालसा के कई आतंकियो के नाम इस में सामने आया सकते हैं ! पूर्व में इस मामले में आधा दर्ज़न गिरफ्तारिया हो चुकी हैं ! बाड़मेर में सन 2009  में भरी मात्र में विस्फोटक पदार्थो ,हेरोइन ,आर डी एक्स एवं  विदेशी पिस्टल पकड़ी गई थी बाड़मेर में सन 2009  में भारी  मात्र में विस्फोटक के साथ विदेशी पिस्टल पकड़ी गई थी जिसको लन्दन में बैठे परमिन्द्र पम्मा नामक बब्बर खालसा के आतंकी ने पंजाब में आतंक फैलाने के लिए राजस्थान के रास्ते मंगवाया था !यह खेफ पाकिस्तान से बाड़मेर की सरहद तक स्थानीय तस्कर लाये थे ,जिसमे से छः स्थानीय आरोपी पकडे जा चुके हें ,जबकि गुल्ले खान तब से फरार चल रहा था ऐ टी एस को उसके गुजरात होने की जानकारी मिलाने पर दबिशे दे कर कल उसे गिरफ्तार किया गया ,उसे शुक्रवार प्रातः बाड़मेर लाया गया हें,ऐ टी एस बाड़मेर के तस्करों के गुजरात में पालनपुर ,दीसा ,सीतपुर ,ककुसी,भुज ,मेहसाना ,हिम्मतनगर जैसे क्षेत्रो  में ठिकानो पर दबिसे दी जा रही है ,बाड़मेर तस्करों का नेटवर्क गुजरात के इन क्षेत्रो में खुले आम काम कर रहा है .चूँकि बाड़मेर के चौहटन ,बखासर,बीजरद,गडरा,सज्जन का पार ,मपुरी,बूथिया के तस्करों का सीधा जुडाव गुजरात में है ,उसी नेटवर्क से यह कम करते है,गुल्ले खान की गिरफ़्तारी से तस्करी के कई राज खुलने की संभावना है

अनुठे हैं थार के झोंपड़े,सिन्ध शैली के झोंपे लोकप्रिय


अनुठे हैं थार के झोंपड़े,सिन्ध शैली के झोंपे लोकप्रिय 









बिना कूलर एयर कण्डीसनर के  शीतलता का अहसास

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला रेगिस्तान के विशाल भूु भाग में विषम परिस्थितियों में बसा सपनो के सुन्दर चित्रो से जुदा नहीं हैं।थार वासियों की कठिन किन्तु रंगीन जीवन शैली हर एक को प्रभावित करती हैं।रेगिस्तानी धोरो के बीच बने तरह तरह के झोपे आकर्षित करते हैं।पाकिस्तान से सटी सरहद क्षैत्रा में ग्रामिणो द्धारा बनाए सिन्धशली के अनुठे झौंपे मरुस्थल की रंगीन जीवनशैली को दर्शाता हैं।वहीं थार के रेगिस्तान में पड रही भीषण गर्मी का मुहॅ तोड जवाब ये देसी झौंपे हैं।जो 48-50 डिग्री की गर्मी में बिना कुलर एयर कण्डीशनर के शीतलता का अहसास कराता हैं।रेगिस्तनी गर्मी को मुॅह चिढातें देशी शैली के ये झौंपे बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं।राजस्थानो मरुस्थल क्षैत्र में किसी भी दिशा में चले जांए झौंपो के अलग अलग प्रकार के सैकडों झांकियां आखों को शकुन देती हैं।कई गांव झौंपो की ना-ना प्रकार की छटा लिये हुए मिलेंगं तो कुछ गांव झोंपड़े,पड़वे,गड़ाल,छान,ओळा,आदि रुपों में अपनी बनावट,मण्डाई,रुपाकंन,और सुख सुविधाओं के सुन्दर स्वरुप सहेजे मिलेंगे।गांव ढाणियों मेंगोबर के गारे से निर्मित झोंपो की दीवार में मुरड़,खड़ी,राख या फिर  सीमेंट का उपयोग किया जाता हैं।झोंपों की दीवारो के उपरी भाग की मण्डाई का कार्य क्षैत्र में उपलब्ध पैड़-पौधें,घास,और झाड़ियों के अनुरुप किया जाता हैं।छाण या ढॉचा तैयार करने मेंकैर,खैजड़ी,देसी बबुल,या रोहिड़े की घोड़ियॉ तो बाण के रुप में आक,फोग,की पतली टहनियों तथा छावण का उपरी भाग बाजरें के पुळों एव। घास की पुळियों या खींप और सिणियों से किया जाता हैं।भीतरी ढांचे और छिवाई के जोड़ों को मजबूती प्रदान करने के लिए बांधी जाने वाली डोरियों कों जूण कहा जाता हैं,जो सिणियों ,खींप या फिर मूंज से बनाया जाता हैं।झोंपे के भीतरी भाग की छत को सुन्दर रुप देने के लिए सरकण्डों का उपयोग किया जाता हैं।इसके मण्डाण में परम्परागत षिल्प और शगुन का ध्यान रखा जाता हैं।झौंपो का फर्श परम्परागत रुप से गोबर का नीपा जाता हैं।झौंपों की बसावट खेत की उॅचाई वाले स्थान या धोरे पर की जाती हैं। स्थान तय करने से पहले हवा पानी  तथा खेतों की रखवाली को ध्यान में रखा जाता हैंझोंपे के निर्माण के वक्त हवा के रुख का पूर्ण ध्यान रखा जाता हैंआमने-सामने की दिवारो। पर मोखे खिड़कियां रखी जाती हैं जिसमें शानदार हवा अनवरत आती हैं।सरहदी क्षैत्रा में बने झौंपे सिन्ध शैली के अधिक हैं।सिन्ध क्षैत्रा के झौंपो की तरह झौंपो को आर्कषक बनाने के लिए उनके भीतरी भाग को पाण्डु और गेरु की भांतो से रंग दिया जाता हैं।उसके सूखने पर आळो और मोखों के चारों ओर तथा खाली स्थानों पर लोक संस्कृति के माण्डणे मांण्डे जातेहैं ।ये माण्ड़णे बहुररंगी तथा चटकीले रंगो में होते हैं।पाण्डु और कलाई के प्रभाव से उनकी छआ देखते बनती हैं।इन माण्ड़णोमेंलोक शैली में पैड़-पौधे,वनस्पति,सूरज,चान्द,बेल-बूटे पशु-पक्षी, लोक वाद्य यंत्रो,लोक देवताओं के मन मोहक चित्राण होते हैं।कहीं कहीं रंगों की बजाए पाण्डु के श्वेत धरातल पर गेरु के चितराम उकेरे जाते हैं।झोंपे का आंगन भी कम नहीं सजाया जाता हैं।चिकनी मिटी और गोबर के लेप से आंगन में गैरु और पाण्डु की झालर और बीच बीच में माण्डणे माण्ड कर आ।गन को आकर्षक बनाया जाता हैं।झोंपे सामान्य धरो से पॉच सितारा होटलो की शान बन चुके हैं,देशी विदेशी पर्यटक खास तौर से झौंपों की मांग करते हैं।सरकारी अधिकारीयों को भी झापों का शौक चर्राया हेेै,अमुमन हर अधिकारी के बंगले में दो तीन झौंपें अवश्य नजर आते  हैं।ग्रामीण क्षैत्रों में झौंपों की साज सज्जा पर विशेष ध्यान दिया जाता हैं।पाक की सरहद से सटे सीमावर्ती गांवों के झौंपे इतने आकर्षक होते हैं कि वो सिर्फ देखने से ताल्लुक रखते हैं। 

गुरुवार, 4 अगस्त 2011

अमेरिका ने किया अब तक के सबसे बड़े सेक्स-स्कैंडल का भंडाफोड़


अमरीका ने विश्व भर में फैले बच्चों की पोर्नोग्राफी के एक रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है और इस मामले में 72 लोगों पर आरोप तय किए हैं। अमरीका ने ऑपरेशन डेलेगो के नाम से 20 महीने तक अभियान चलाया था और अब इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि ड्रीमबोर्ड नाम की वेबसाइट का इस्तेमाल करने वाले 600 लोगों की जांच भी चल रही है।
अमरीकी अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने बताया कि इस वेबसाइट पर जो चित्र हैं उनमें बच्चों और नवजातों के साथ यौन प्रताड़ना का आभास होता है।इस मामले में 43 लोगों को हिरासत में लेकर आरोप तय किए गए हैं जबकि नौ लोगों को विदेशों में गिरफ़्तार किया गया है।अमरीका ने कुछ और देशों में 20 लोगों पर आरोप तय किए हैं लेकिन ये लोग पकड़े नहीं जा सके हैं।आंतरिक सुरक्षा मामलों के मंत्री जैनेट नेपोलितानो ने कहा है कि इन 20 लोगों को केवल उनके छद्म नाम से ही जाना जा रहा है।
नेपोलितानो के अनुसार जो पोर्नोग्राफ़िक सामग्री बरामद हुई है वो 16000 डीवीडी में भरी जा सकती है।अधिकारियों ने कनाडा, डेनमार्क, इक्वेडोर, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, कीनिया, हॉलैंड, फिलीपींस, सर्बिया, स्वीडन और स्विटज़रलैंड में भी गिरफ़्तारियाँ की हैं।
अमरीका के न्याय विभाग के अनुसार ड्रीमबोर्ड वेबसाइट के यूज़र्स ने 12 या 12 साल से कम उम्र के बच्चों की प्रताड़ना के वीडियो और चित्र लोगों को बेचे हैं।इस वेबसाइट का इस्तेमाल करने वालों ने बच्चों के साथ सेक्स की हज़ारों तस्वीरें और वीडियो जमा किए थे।
एरिक होल्डर का कहना था, "ऐसा लगता है कि इस वेबसाइट का इस्तेमाल करने वाले एक ऐसा ऑनलाइन समुदाय बना रहे थे जो बच्चों के साथ सेक्स को बढ़ावा देता। इनमें बच्चों का इस्तेमाल किया गया है वो घृणित है.ये उन बच्चों के लिए दुस्वप्न जैसा है।"न्याय विभाग के बयान के अनुसार अमरीका में जिन 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसमें से 13 लोगों ने दोष स्वीकार किया है।

शादी प्‍यार का द एंड है।


अगर आप यह सोचते हैं कि शादी के बाद प्‍यार परवान चढ़ता है तो आप गलत सोच रहे हैं। हाल ही में हुए सर्वे में कपल ने स्‍वीकार किया है कि शादी प्‍यार का द एंड है।
ज्‍यादातर कपल ने कहा है कि शादी के बाद प्यार दम तोड़ने लगता है और उनमे रोमांस के लिए कोई जगह नहीं होती है।
3 हजार शादीशुदा जोड़ों पर किए गए सर्वे में 80 प्रतिशत जोड़ों के मुताबिक शादी के बाद उनकी रोमांस में दिलचस्पी खत्म हो जाती है। 10 में से 6 ने माना कि शादी के बाद रोमांस बिल्कुल ही खत्म हो जाता है।
सर्वे के दूसरे हिस्से में 43 प्रतिशत लोगों के मुताबिक उनके पार्टनर उनसे शादी के बाद काफी कम रोमांस करते हैं। वहीं सर्वे के तीसरे दौर में 50 प्रतिशत जोड़ों ने माना कि उनमें शादी के बाद आपसी सम्बंध पति-पत्नी जैसे नहीं रह जाते।
सर्वे के चौथे दौर में 79 प्रतिशत जोड़ों ने माना कि रात में रोमांस से बेहतर अच्छी नींद लेना है।

समझते हैं कि सड़क पर चलने वाली सबसे छोटी कार केवल टाटा नैनो है। दोस्तो, हम आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। अपनी नैनो भले ही कई खूबियों से लैस स्मॉल कार हो लेकिन इस श्रेणी में फास्ट, एफ़िशंट, इन्वाइरनमेंट फ्रेंडली कार, खूबसूरत कारें और भी हैं।