शुक्रवार, 5 अगस्त 2011

बिन बरसात बाढ़ के हालात

बिन बरसात बाढ़ के हालात 
 

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बालोतरा)बाड़मेर। डोली गांव में जोधपुर जिले के कारखानों व सीवरेज के पानी से लबालब कच्चा बांध बुधवार देर रात ओवरफ्लो होने के बाद धाराशायी हो गया। तेज बहाव के साथ पानी गांव में घुस गया। अचानक आए पानी के कारण निचले इलाके में रहने वाले रहवासियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में उन्होंने सामान को सुरक्षित रख बाड़े में बंधे मवेशियों को बाहर निकाला। गांव में गुरूवार को बिन बरसात बाढ़ जैसे हालात नजर आए।

बाड़मेर-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़क करीब दो किमी तक पानी में डूबी रही। राष्ट्रीय राजमार्ग तथा गोदावास मार्ग पर दोपहर तक डेढ़ से दो फीट पानी तेज गति से पानी का बहाव जारी रहा। सुबह लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक सड़क पर जाम रहा। घटना की सूचना मिलने के बाद उपखंड अधिकारी ओ.पी.विश्नोई, पचपदरा तहसीलदार शैतानसिंह राजपुरोहित ने डोली पहुंचकर हालात का जायजा लिया। बांध के क्षतिग्रस्त हिस्से पर रेत से भरे कट्टे रखवाए गए हैं।

गत वर्ष भी उत्पन्न हुए थे हालात
जोधपुर जिले के कारखानों व सीवरेज का पानी पिछले लंबे समय से डोली क्षेत्र में बह रहा है। गत वर्ष भी यहां पर बिन बरसात बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। ग्रामीणों ने प्रशासन के सहयोग से पानी के बहाव को रोकने के लिए कच्चे बांध का निर्माण करवाया था।

प्रशासन की संवेदनहीनता
डोली में चल रही बहाव की यह समस्या आज कल की बात नहीं है। पिछले करीब दो वर्ष से ग्रामीण इस कहर को भुगत रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने कानों में रूई ठूंसकर मानो आंखों पर पट्टी बांध ली है। परेशान हाल ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से लेकर सचिवालय तक अपनी आवाज पहुंचा दी। लेकिन सुनवाई किसी ने नहीं की।


जल निकासी शुरू
प्रशासन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने गुरूवार को डोली पहुंचकर राहत उपाय शुरू किए। सड़क के समीप जेसीबी से चैनल खुदवाकर जल निकासी का कार्य शुरू करवाया गया। मध्याह्न बाद हाइवे से पानी की पूरी तरह से निकासी कर ली गई। इससे यातायात सामान्य हुआ, लेकिन निचले इलाकों की बस्तियों व गोदावास मार्ग पर हालात सुधर नहीं पाए थे। 

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