रन फोर वोट से दिया मतदाता जागरूकता का संदेश
- बाड़मेर जिला मुख्यालय पर रन फोर वोट का आयोजन
बाड़मेर, 03 मार्च। लोकसभा चुनाव मंे अधिकाधिक मतदान एवं पात्र लोगांे के नाम मतदाता सूची मंे जुड़वाने के लिए जागरूकता का संदेश देने के लिए रविवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर रन फोर वोट का आयोजन किया गया। इसके अलावा विशेष अभियान के तहत समस्त मतदान केन्द्रांे पर संबंधित बीएलओ ने उपस्थित रहकर मतदाता सूचियांे मंे नए नाम जोड़ने एवं संशोधित करने संबंधित आवेदन प्राप्त किए।
जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट से स्वीप के नोडल अधिकारी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने रन फोर वोट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान राजस्थान पुलिस के जवानांे, एनसीसी कैडेटस, स्काउटस, ओपन रेंजर, विभागीय अधिकारियांे एवं कर्मचारियांे तथा आमजन ने 18 के हो गए हम, वोटर लिस्ट मंे नाम लिखवाएंगे हम सरीखे बैनरांे के माध्यम से आमजन को मतदाता जागरूकता का संदेश दिया। रन फोर वोट कलेक्ट्रेट से स्टेशन रोड़, अहिंसा सर्किल से होकर वापिस भगवान महावीर टाउन हाल मंे आकर संपन्न हुई। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने कहा कि वंचित पात्र लोगांे के नाम मतदाता सूचियांे मंे जोड़ने एवं जोड़े गए नाम संशोधित करने का कार्य चल रहा है। उन्हांेने कहा कि किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची मंे जुड़ने से पीछे नहीं रहे, इसके लिए अधिकाधिक लोगांे तक जागरूकता संदेश पहुंचाएं। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक मतदाता का कर्तव्य है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव मंे अवश्य मतदान करें। इसके लिए अधिकाधिक मतदाताआंे को मतदान के लिए प्रेरित किया जाए। स्वीप के सहायक नोडल अधिकारी एवं अस्टिटेंट प्रोफेसर मुकेश पचौरी ने स्वीप के अर्थ एवं मतदाता जागरूकता गतिविधियांे के बारे मंे जानकारी देते हुए आमजन तक जागरूकता संदेश पहुंचाने का अनुरोध किया। उन्हांेने कहा कि जब से स्वीप गतिविधियांे की शुरूआत हुई है मतदान मंे इजाफा हुआ है। इस अवसर पर बाड़मेर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र, पुलिस उप अधीक्षक विजयसिंह, बाड़मेर पंचायत समिति के विकास अधिकारी कैलाश चौधरी, पांचाराम चौधरी, आदर्श किशोर, मुभीछा सीनियर सैकंडरी विद्यालय गांधी चौक के प्रधानाचार्य मगाराम चौधरी, अधिशाषी अभियंता मनरेगा भेराराम विश्नोई, सीओ स्काउट योगेन्द्रसिंह, पंचायत प्रसार अधिकारी ओंकारदान, त्रिलोक सेजू, बाबूलाल खत्री समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।
रन फोर वोट मंे शामिल हुए अधिकारीः जिला मुख्यालय पर मतदाता जागरूकता के लिए आयोजित हुई रन फोर वोट मंे मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, पांचाराम चौधरी समेत कई प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
मतदान केन्द्रांे पर विशेष अभियान आयोजितः बाड़मेर जिले में मतदाता सत्यापन और सूचना कार्यक्रम के तहत रविवार को समस्त मतदान केन्द्रों पर विशेष अभियान का आयोजन हुआ। इस दौरान पात्र वंचित लोगांे से मतदाता सूचियांे मंे नाम जोड़ने एवं नाम संशोधित करने संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए। जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर प्रशासनिक अधिकारियांे ने मतदान केन्द्रांे पर पहुंचकर संपादित किए जा रहे कार्याें की जानकारी ली। इस दौरान 22 फरवरी को प्रकाशित हुई मतदाता सूचियां भी आमजन के अवलोकनार्थ रखी गई।
बाड़मेर,1.13 लाख किसानांे का बायोमैट्रिक सत्यापन, बाड़मेर प्रदेश मंे द्वितीय स्थान पर
-95 फीसदी किसानांे की पसंद बायोमैट्रिक, पारदर्शिता को मिला बढ़ावा
बाड़मेर, 03 मार्च। बाड़मेर जिले मंे 1 लाख 13 किसानांे ने अपनी ऋण माफी राशि के सत्यापन के साथ-साथ अपना बायोमैट्रिक सत्यापन करवाया है। बाड़मेर जिला प्रदेश मंे बायोमैट्रिक सत्यापन मंे द्वितीय स्थान पर है। जबकि जयपुर जिला 1.20 लाख किसानांे का सत्यापन करवाकर प्रथम स्थान पर है।
सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार डा. नीरज के. पवन के मुताबिक राजस्थान ऐसा पहला राज्य हैं जहां किसानों की ऋण माफी को त्वरित एवं पारदर्शी ढंग से किया गया है। किसान की पहचान को सुनिश्चित करने के लिये आधार आधारित अधिप्रमाणन प्रक्रिया को अपनाया है, जिसमें किसान का अंगूठे के माध्यम से अपना बायोमैट्रिक सत्यापन करवाया जा रहा है। उनके मुताबिक खेती-किसानी का कामकाज करते समय अक्सर किसानों के अंगूठे के निशान हल्के पड़ जाते है। ऐसे मंे बायोमैट्रिक सत्यापन में कठिनाई होने का पूर्वानुमान करते हुए हमने ओटीपी माध्यम को भी किसान के अधिप्रमाणन की प्रक्रिया में शामिल किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश मंे अब तक 14 लाख 55 हजार किसानों ने अंगूठे के निशान के माध्यम से अपना बायोमैट्रिक सत्यापन करवाया है, जो कुल सत्यापन के 95 प्रतिशत से अधिक है। यह इस बात का स्पष्ट प्रतीक है कि हमारे प्रदेश का किसान पारदर्शी व्यवस्था में विश्वास करता है और वह ऐसी प्रक्रिया में बढ़ चढ़कर भाग लेता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से ऋण माफी में यह सुनिश्चित किया गया है कि पात्र किसान की ही ऋण माफी हो और उसे उसके हक के अनुसार पूरी ऋण माफी का लाभ प्राप्त हो। उन्होंने बताया कि इसके लिये किसान के पक्ष में की जा रही ऋण माफी की राशि की गणना में संबंधित किसान को शामिल किया है। किसान के संतुष्ट होने पर ही किसान की ऋण माफी की जा रही है। बायोमैट्रिक सत्यापन के लिये किसान को नजदीकी ई-मित्र केन्द्र पर सुविधा पूरी तरह निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। इस पर होने वाला समस्त व्यय राज्य सरकार की ओर से वहन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसान को ऋण माफी के प्रत्येक स्टेप की जानकारी भी उनके पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भी दी जा रही है, जिससे किसान अपनी ऋण माफी के बारे में पूरी तरह से सचेत रहे। उन्होंने बताया कि अंगूठे के जरिए बायोमैट्रिक सत्यापन में जयपुर 1 लाख 20 हजार से अधिक किसानों के साथ प्रथम स्थान पर तथा बाड़मेर 1 लाख 13 हजार किसानों के साथ द्वितीय स्थान पर है। उनके अनुसार लोन वेवर पोर्टल पर अब तक 19 लाख 45 हजार से अधिक किसानों के 7986 करोड़ रुपये के ऋण माफी प्रकरण अपलोड कर दिये गये हैं। जबकि 15 लाख 30 हजार 356 किसानों ने अपनी ऋण माफी राशि के सत्यापन के साथ-साथ अपना बायोमैट्रिक सत्यापन कर दिया है। जिन किसानों ने अपना बायोमैट्रिक सत्यापन कर दिया है उनमें से 89 प्रतिशत किसानों को 5031 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण माफी प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान अपनी ऋण माफी की राशि की गणना से संतुष्ट नहीं है तो वह परिवेदना कमेटी के सम्मुख अपील कर अपना पक्ष रख सकता है।
बाड़मेर जिला कलक्टर की पहल से मिली कामयाबीः बाड़मेर जिले मंे किसानांे की ऋण माफी के सत्यापन के साथ बायोमैट्रिक के लिए जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता की पहल रंग लाई। उनके निर्देशन मंे सहकारी बैंकांे के कार्मिकांे, व्यवस्थापकांे एवं ई-मित्र संचालकांे के साझा प्रयासांे की बदौलत बाड़मेर जिले मंे अल्प समय मंे 1 लाख 13 हजार किसानांे ने अपना बायोमैट्रिक सत्यापन करवाया। प्रदेश मंे पहली बार बाड़मेर जिले मंे इसके लिए प्रत्येक ग्राम सेवा सहकारी समिति स्तर पर दो दिवसीय विशेष शिविर भी आयोजित किए गए। इसके अलावा जिला स्तरीय अधिकारियांे के जरिए इसकी प्रभावी मोनेटरिंग भी की गई।