शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

पाली 12 हथियार तस्करों से अब तक 16 पिस्टल जिंदा कारतूस बरामद



 पाली 
12 हथियार तस्करों से अब तक 16 पिस्टल जिंदा कारतूस बरामद
अवैध रूप से 30 से 35 हजार रुपए में पिस्टल बेचते है तस्कर, जोधपुर का एक और आरोपी गिरफ्तार
एमपी से जोधपुर संभाग तक फैला है हथियार तस्करी का नेटवर्क

मध्यप्रदेश से लेकर जोधपुर, पाली और सिरोही जिले के 12 आरोपियों को किया गिरफ्तार
 पाली

अवैधरुप से हथियार बनाने से लेकर मध्यप्रदेश से लेकर जोधपुर संभाग में सप्लाई करने वाले रैकेट में शामिल जोधपुर के शेरगढ़ थाने के केतु कलां निवासी रिछपालसिंह राजपूत पुत्र पृथ्वीसिंह को रानी थाना पुलिस ने बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया। उसके ठिकाने से पुलिस ने एक पिस्टल भी बरामद की है। रानी थाना पुलिस ने किशनपुरा गांव के युवक से पिस्टल मिलने के बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए अब तक एमपी से जोधपुर संभाग में फैले हथियार तस्करी के रैकेट में शामिल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह में शामिल आरोपियों की निशानदेही पर रानी पुलिस ने अब तक 16 पिस्टल 10 जिंदा कारतूस बरामद किए है।

रानी थाना प्रभारी दीपसिंह भाटी ने बताया कि मई माह में रानी थाना पुलिस नाडोल चौकी प्रभारी कमलसिंह की टीम ने रानी के निकट किशनपुरा गांव के मुकेश चौधरी से रिवाल्वर बरामद की थी। उस आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने हथियार बनाने से लेकर सप्लाई बेचने वाले पूरे रैकेट का खुलासा करते हुए अब तक अलग-अलग जगह पर दबिश देकर 12 मुल्जिम को गिरफ्तार किया किया है, जबकि 16 पिस्टल कारतूस बरामद किए है।

हथियारबनाने वाले से लेकर बेचने वाले तक पकड़े गए : हथियारतस्करी गिरोह चलाने वाले रैकेट के सरगना अर्जुनदान चारण निवासी बिराई से पूछताछ के बाद मध्यप्रदेश के धार जिले में सिंगाणा निवासी हथियारों के सौदागर मुकेशसिंह सरदार पुत्र छगनसिंह को गिरफ्तार किया है। जोधपुर के देचू थाना क्षेत्र के जेठाणिया निवासी नंद किशोर उर्फ नंदू भादू पुत्र गुमानाराम जाट के साथ चांचलवा, बालेसर निवासी दल्लेखान पुत्र नीजू खान सिंधी मुसलमान जोधपुर में चांदणा भाखर इलाके के शिव कॉलोनी निवासी सवाई सुथार पुत्र देवाराम को भी पकड़ा था। इससे पहले पुलिस ने पुलिस ने जोधपुर के बिराई हाल मध्यप्रदेश निवासी हथियार तस्कर रैकेट के सरगना अर्जुनदान चारण उसके साथी जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी -ओंकारसिंह राजपूत निवासी पोमावा, सुमेरपुर महिपालसिंह चारण निवासी चांचलवा, देचू, सिरोही के वेरपुरा गांव में रहने वाला जितेंद्रसिंह पुत्र भभूतसिंह राजपूत को भी गिरफ्तार किया। बुधवार रात को रानी थाना पुलिस ने शेरगढ़ थाना क्षेत्र के केतु कलां निवासी रिछपालसिंह राजपूत पुत्र पृथ्वीसिंह को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से पिस्टल भी बरामद की।

जालोर/रानीवाड़ा महिला कांस्टेबल पर मिलने का दबाव डालने वाला जसवंतपुरा एसएचओ लाइन हाजिर



 जालोर/रानीवाड़ा 
महिला कांस्टेबल पर मिलने का दबाव डालने वाला जसवंतपुरा एसएचओ लाइन हाजिर
ऑडियो की बातचीत के अंश : मिलने की जिद पर अड़ा रहा थानेदार

 जालोर/रानीवाड़ा

जसवंतपुराथानाधिकारी पूनमसिंह को एक महिला कांस्टेबल के साथ फोन पर मिलने का दबाव डालने के आरोप में एसपी विकास शर्मा ने लाइन हाजिर किया है। थाना प्रभारी का महिला कांस्टेबल से बातचीत के दो ऑडियो पिछले दो दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। इस ऑडियो में थानेदार महिला कांस्टेबल को मिलने का कह रहा है साथ ही उसके डीपी में लगे फोटो को खूबसूरत बताते हुए तारीफ भी कर रहा है। ऑडियो वायरल होने तथा थानेदार के खिलाफ महिला कांस्टेबल की शिकायत के बाद थानाधिकारी पूनमसिंह को पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने लाइन हाजिर कर दिया है। इधर, थानाधिकारी का कहना है कि महिला कांस्टेबल से बात जरूर हुई, लेकिन वह मेरी बेटी समान है। ये किसी ने षडय़ंत्र रचते हुए उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया है।

गौरतलब है कि जसवंतपुरा थानाधिकारी पूनमसिंह के एक महिला कांस्टेबल से बातचीत के दो ऑडियो वायरल हुए हैं। एक ऑडियो में वह कांस्टेबल को मिलने के लिए रामसीन तक आने काे कह रहा है। इसके अलावा फोटो में खूबसूरत लगने की बात कहते हुए शेर पढ़कर भी सुना रहा है। महिला कांस्टेबल ने रामसीन आने से मना किया तो थानेदार कांस्टेबल के घर मम्मी-पापा से मिलने के बहाने आने का भी बोल रहा है।

बदनाम करने की साजिश की है

^जालोरमें नियुक्ति के दौरान से ही पहचान थी। महिला कांस्टेबल मेरी बेटी के समान है। ये किसी ने षडय़ंत्र रचते हुए बदनाम करने की साजिश की है। -पूनमसिंह, आरोपी थानाधिकारी, जसवंतपुरा

पूनमसिंह : क्या कर रहे हो, रेस्ट कर रहे हो? कहां पर हो?

कांस्टेबल: कोर्ट जा रही हूं।

पूनमसिंह: इतना भी टाइम नहीं मिलता कि फोन करो, मुझे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया?

कांस्टेबल: नहीं सर, आप सिम का नाम बता दो।

पूनमसिंह:आप क्या चाहते हो, मेरे से लड़ाई करना चाहते हो?

कांस्टेबल: नहीं सर, पर आप का सिम नंबर बताओ।

पूनमसिंह: फालतू बात मत करो, इस टॉपिक को छोड़ो।

कांस्टेबल: नहीं सर, यह सिम कौनसी है बताओ।

पूनमसिंह: गलत बात मत करो, छोड़ो, ये बताओ गांव कब जा रहे हो?

कांस्टेबल: गांव तो सर, कल जाऊंगी।

पूनमसिंह: इधर नहीं आओगे?

कांस्टेबल: नहीं सर, मेरी तबीयत खराब होती है वहां आकर।

पूनमसिंह: रामसीन में क्या तकलीफ है। वहां तक जाओ।

कांस्टेबल: नहीं सर, वहां भी नहीं, मैं सीधे जाऊंगी घर।

पूनमसिंह:घर पर सकता हूं, पापा-मम्मी से मिलने?

कांस्टेबल: आपकी इच्छा

पूनमसिंह: फोटो देख रहा था, गजब का फोटो है (हंसते हुए) और सुनो। (मोबाइल स्टेटस पढ़ते हुए)राह में कितने ही कांटे क्यों जाएं, आवाज दोगे तो आएंगे जरूर। ... और मैं निवेदन कर रहा हूं तो भी नहीं रहे।

कांस्टेबल: ठीक है सर, मैं कोर्ट जा रही हूं। और उसने फोन काट दिया। थानेदार हैलो-हैलो बोलता रहा।

थानेदार पूनमसिंह।

बाड़मेर रिश्वत के बदले अस्मत ऑडियो मामले में महिला थाने के थानाधिकारी सस्पेंड



बाड़मेर रिश्वत के बदले अस्मत ऑडियो मामले में महिला थाने के थानाधिकारी सस्पेंड
बाड़मेर

जोधपुरआईजी हवासिंह घुमरिया ने बाड़मेर जिले के महिला थाने के थानाधिकारी रणवीरसिंह को सस्पेंड कर दिया है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व महिला थाने के थानाधिकारी का एक महिला से बातचीत के विवादित ऑडियो वायरल हुए थे। इसके बाद दो दिन पूर्व ही एसपी गगनदीप सिंगला ने थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया था। अब आईजी हवासिंह घुमरिया ने रणवीरसिंह के विरुद्ध गंभीर आरोपों की जांच के आदेश देते हुए सस्पेंड कर दिया है। निलंबन अवधि में निर्वाह भत्ता राजस्थान सेवा नियम के नियम 53 के प्रावधानानुसार वेतन का आधा भाग वेतन और महंगाई भत्ता नियमों के अनुसार देय होगा। निलंबन काल में मुख्यालय पुलिस लाइन पाली किया गया है।

बाड़मेर सरकारी स्कूल की छात्रा से ज्यादती की सूचना से सनसनी, कलेक्टर-एसपी रात को पहुंचे स्कूल



बाड़मेर सरकारी स्कूल की छात्रा से ज्यादती की सूचना से सनसनी, कलेक्टर-एसपी रात को पहुंचे स्कूल
बच्ची के पिता ने रोते हुए मीडिया को बताया कि बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है, लेकिन मुझे कानून पर भरोसा है 


रात 3:15 बजे तक पुलिस नतीजे पर नहीं पहुंची, प्रतिष्ठित स्कूल से जुड़ा मामला 
| बाड़मेर

शहरके जैसलमेर रोड स्थित एक प्रतिष्ठित सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छह वर्षीय मासूम बालिका के साथ ज्यादती की सूचना से सनसनी फैल गई। इसके बाद पुलिस बेड़े में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद कलेक्टर शिवप्रसाद मदान नकाते, एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला, एएसपी रामेश्वर लाल मेघवाल सहित कई पुलिस अधिकारी स्कूल पहुंचे। देर रात तक स्कूल में मासूम से ज्यादती के मामले को लेकर स्कूल प्रशासन से पूछताछ और जांच की गई। लेकिन पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। एसपी ने दावा किया कि अभी तक ऐसी घटना को वे कंफर्म नहीं कर रहे हैं, लेकिन परिजनों का कहना है कि बालिका के साथ स्कूल में गलत काम हुआ है। मामले को संदिग्ध मान पुलिस पड़ताल में जुटी हुई है। इसको लेकर देर रात तक परिजनों की ओर से पुलिस को कोई रिपोर्ट नहीं दी गई।

जानकारी के अनुसार कक्षा दो में पढ़ने वाली छह साल की बच्ची की तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे शाम को शहर के निजी अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टर ने जांच के बाद बच्ची के साथ कुछ गलत होने का अंदेशा जताया और पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस पहुंची और उसको जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। इस संबंध में स्कूल के प्राचार्य को भी सूचना दी गई। इसके बाद कलेक्टर एसपी समेत पुलिस अफसर स्कूल पहुंचे और मामले की जांच शुरू की गई। रात 3 बजे तक एसपी-कलेक्टर सहित पुलिस की टीमें मामले की पड़ताल में जुटी रही।इस मामले को लेकर एसपी ने बताया कि अभी तक यह साफ नहीं हुआ हैं कि बच्ची के साथ ज्यादती हुई है। इसको लेकर जानकारी जुटाई जा रही है।


मुझे कानून पर भरोसा है : इधरपीड़ित बच्ची के पिता ने मीडिया से बताया कि बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है, लेकिन मुझे कानून पर भरोसा है। पुलिस के सामने रोते हुए बोल पड़े कि मेरी बेटी को न्याय मिलना चाहिए।

रात 2 बजे कलेक्टर-एसपी जिला अस्पताल पहुंचे, परिजनों और बच्ची से मिले: देररात 2 बजे कलेक्टर-एसपी जिला अस्पताल पहुंचे, जहां बालिका के माता-पिता से मिले। परिजनों को आश्वस्त किया कि अगर कुछ गलत हुआ तो इंसाफ जरूर मिलेगा।

स्कूल में चार घंटे अधकारियों की परेड, फुटेज खंगाले: स्कूलमें बालिका के साथ ज्यादती की आशंका पर एसपी, कलेक्टर, एएसपी, स्कूल प्राचार्य, पुलिस इंस्पेक्टर सहित कई अधिकारी चार घंटे तक परेड करते रहे। एसपी ने स्कूल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले और स्कूल स्टाफ से पूछताछ भी की। रात 10.30 बजे एसपी, 11.15 बजे कलेक्टर, 11.30 बजे एएसपी, 11.35 बजे सेना पुलिस स्कूल पहुंची। अलग-अलग पहलुओं को लेकर जानकारी जुटाई और पड़ताल की, लेकिन देर रात तक कोई भी अधिकारी पुष्टि करने से बचता रहा।

बाड़मेर/चौहटन पुलिस ने डेढ़ माह तक गैंगरेप के आरोपियों को नहीं पकड़ा, आत्महत्या के 70 घंटे बाद आरोपी गिरफ्तार



 बाड़मेर/चौहटन
पुलिस ने डेढ़ माह तक गैंगरेप 
के आरोपियों को नहीं पकड़ा, आत्महत्या के 70 घंटे बाद आरोपी गिरफ्तार 

यह है पूरी घटना

सांसद सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भी समर्थन दिया

70 घंटे तक न्याय के लिए डटे रहे परिजन समाज के लोग, 200 किमी. दूर से आरोपियों को पकड़ा

परिजनों ने शव उठाया, दोषी अधिकारियों के खिलाफ दिए जांच के आदेश

बाड़मेर/चौहटन

चौहटनथाना क्षेत्र के बूठ राठौड़ान गांव निवासी एक विवाहिता के साथ गैंगरेप की घटना के डेढ़ माह बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने और आरोपियों की ओर से जान से मारने की धमकियों से आहत विवाहिता की ओर से आत्महत्या कर ली। दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे, पुलिस के खिलाफ गुस्सा फूटा। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव उठाने से इंकार कर दिया। पीड़िता की मौत के बाद तीन थानों की पुलिस ने 70 घंटे में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया तब जाकर प्रदर्शनकारी शव उठाने पर राजी हुए। इधर एसपी ने चौहटन थाने के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश कर दस दिन में रिपोर्ट पेश करने के एएसपी को निर्देश दिए है।

विवाहिता की आत्महत्या के बाद मेघवाल समाज के सैकड़ों लोग धरना देकर बैठ गए। गुरुवार को सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने भी लोगों से मुलाकात की और समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि एसपी से बात करेंगे कि लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहीं इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से भी करेंगे। इसके अलावा विधायक तरुणराय कागा, पूर्व विधायक पदमाराम, अधिवक्ता सूरताराम मेघवाल, मेघवाल सेवा समिति के अध्यक्ष शेखावत ख्याला, पूर्व जिला परिषद सदस्य पूंजाराम कागा, पूर्व सरपंच नरसिंगाराम सूदरा, चौहटन प्रधान कुम्भाराम सेंवर , रावताराम मेघवाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। प्रतिनिधि मंडल की एएसपी रामेश्वरलाल मेघवाल से वार्ता हुई।

सो रही विवाहिता को उठा ले गए, बंधक बनाकर किया था गैंगरेप: 22जुलाई 2017 की रात 10 बजे बूठ राठौड़ान निवासी एक विवाहिता के घर में लखसिंह पुत्र खेतसिंह तनसिंह पुत्र खेतसिंह घर में घुसे और विवाहिता को जबरन उठाकर ले गए। खेत में ले जाकर गैंगरेप किया गया। 24 जुलाई को चौहटन थाने में मामला दर्ज हुआ,लेकिन पुलिस आरोपियों को बचाती रही। इधर, आरोपी पीड़िता को लगातार जान से मारने की धमकियां देते रहे। राजीनामा करने का दबाव डाला। पीड़िता और उसके परिजन आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग लेकर 17 28 अगस्त को एसपी गगनदीप सिंगला से मिले और पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया। इस मामले में कोई कार्रवाई होते देख विवाहिता ने 11 सितंबर की रात पानी की डिग्गी में कूद कर आत्महत्या कर ली।

विवाहिता के आत्महत्या करने के बाद परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया और शव को मोर्चरी में रखकर सड़कों पर उतर आए। परिजनों की मांग थी कि दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी होगी, तभी शव को उठाएंगे।

ऐसे में पुलिस की सांस फूल गई। सैकड़ों लोग 70 घंटे तक न्याय के लिए डटे रहे। धरना-प्रदर्शन किया। एसपी ने आरोपियों को ढूंढ़ने के लिए छह थानों को तीन टीमें बनाई। तीन दिनों में 200-200 किमी. दूर तक पुलिस आरोपियों को पकड़ कर ले आई। बुधवार को आरोपी तनसिंह को गुजरात के भुज से तो गुरुवार को आरोपी लखसिंह को शिव क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद परिजनों ने शव उठाया। राजीनामे के लिए दबाव डालने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग भी पुलिस ने मान ली है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद परिजनों ने शव उठा लिया।