गुरुवार, 30 जुलाई 2015

जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने की प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा की वकालात

जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने की प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा की वकालात 

मातृभाषा में हो प्राथमिक षिक्षण

जिला कलक्टर शर्मा व प्रमुख अंजना मेघवाल की मौजूदगी में नई राष्ट्रीय षिक्षा नीति पर मंथन

जैसलमेर, 30 जुलाई। बच्चों की प्राथमिक षिक्षा मातृभाषा में होनी चाहिए। मातृभाषा में षिक्षण होने से उन्हें अधिगम में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी तथा अपने परिवेष के अनुकूल ही विद्यालय का परिवेष होने से बच्चे अधिक बेहतर सीख सकेंगे। पढाई गई विषयवस्तु को बेहतर ढंग से ग्रहण करने में बच्चों के लिए मातृभाषा अधिक कारगर साबित होगी।

जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता तथा जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, एडीएम भागीरथ शर्मा, सीईओ बलदेव सिंह उज्जवल की मौजूदगी में नई राष्ट्रीय षिक्षा नीति को लेकर गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में यह बात प्रमुख रूप से उभरकर सामने आई। बैठक में जिले के शैक्षणिक परिदृष्य में षिक्षा नीति से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक मंथन किया गया।

जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने इस दौरान कहा कि जिले की शैक्षणिक स्थिति में सुधार के लिए सभी स्तरों पर समन्वित प्रयासों की जरूरत है। इस दिषा में खासतौर पर षिक्षा से जुड़े लोगों को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए षिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों को भी शामिल किया जाना चाहिए तथा उनके साथ लगातार संवाद करते हुए बच्चों के शैक्षणिक स्तर पर विचार-विमर्ष करना चाहिए। यह भी बहुत जरूरी है कि सभी षिक्षक नियमित तौर पर विद्यालय में आएं तथा अपने दायित्वों का निष्ठा के साथ निर्वहन करें। जिन विद्यालयों में विज्ञान तथा कम्प्यूटर प्रयोगषालाएं हैं, उनका समुचित उपयोग होना चाहिए। व्यक्तिगत, सामाजिक व भौगोलिक परिवेष से जन्मी विभिन्नताओं व विषमताओं को देखते हुए षिक्षण व्यवस्था संचालित होनी चाहिए।

जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने जिले की शैक्षणिक स्थिति व अध्यापकों की कमी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यहां स्वीकृत पदों के मुताबिक षिक्षकों की पर्याप्त नियुक्ति होनी चाहिए ताकि समस्त स्थानों पर बच्चों को समुचित षिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि जिले की छितरी हुई आबादी और दूर-दूर स्थित स्कूलों को देखते हुए बच्चों, खासकर बालिकाओं के लिए यातायात की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।

अतिरिक्त कलक्टर भागीरथ शर्मा ने कहा कि जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित वैज्ञानिक ढंग की गतिविधियों से बच्चों को परिचित कराया जाना चाहिए तथा विज्ञान आदि विषयों में प्रायोगिक षिक्षा के लिए सप्ताह में कम से कम एक दिन निष्चित होना चाहिए।

जिप सीईओ बलदेव सिंह उज्ज्वल ने कहा कि बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों का भी षिक्षा के लिए प्रोत्साहन हो, इसके लिए जरूरी है कि उन्हें विद्यालयों की विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया जाए। विभिन्न अवसरों पर उन्हें सम्मानित कर प्रेरित किया जा सकता है। बैठक में इस बात पर भी समुचित जोर दिया गया कि जिले में अंतरराष्ट्रीय भाषाओं के षिक्षण के संबंध में भी विषेष पाठ्यक्रम संचालित किए जा सकते हैं, ताकि जिले की पर्यटन संभावनाओं के मध्येनजर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित हो सकें।

डीईओ (प्रारंभिक) तथा रमसा के एडीपीसी दलपत सिंह ने जिले में विद्यालयों की स्थिति व षिक्षण की गुणवत्ता के बारे में तथ्यात्मक टिप्पणी की। बैठक में प्रारंभिक व माध्यमिक षिक्षा उन्नयन, व्यावसायिक षिक्षा का सुदृढीकरण, परीक्षा पद्धति की समीक्षा व सुधार, कैरियर गाइडेंस, अध्यापक षिक्षा में सुधार, प्रौढ षिक्षा, आईसीटी, स्कूल प्रबंधन समितियों की भूमिका, अनुसूचित जाति व जनजाति तथा अल्पसंख्यक व विषेष आवष्यकता वाले बच्चों की षिक्षा, शारीरिक षिक्षा व कला और क्राफ्ट, बच्चों का स्वास्थ्य, कौषल विकास, आॅनलाइन पाठ्यक्रम, क्षेत्रीय असमानता का समाधान, सर्वश्रेष्ठ षिक्षकों का तैयार करना, सतत छात्र सहायता प्रणाली, सतत छात्र सहायता प्रणाली, सांस्कृतिक एकता संवर्धन, निजी क्षेत्र के साथ सार्थक भागीदारी सहित विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार विमर्ष किया गया।

इस दौरान नगर परिषद आयुक्त इंद्रसिंह राठौड़, डीआईओ नवीन माथुर, डाईट प्रधानाचार्य नेमीचंद सोलंकी, हरिवल्लभ बोहरा, बंषीलाल सोनी, काॅलेज प्रतिनिधि कैलाषदान रतनू, जीआर सुथार, हरिसिंह आदि ने भी उपयोगी सुझाव दिए।

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अलवर: दिनदहाड़े कैशियर को गोली मार 12 लाख लूटे, एक की मौत



अलवर: दिनदहाड़े कैशियर को गोली मार 12 लाख लूटे, एक की मौत
अलवर शहर में गुरुवार की शाम को काली मोरी रेलवे फाटके के समीप विद्युत निगम कार्यालय के बाहर निगम के कैशियर एवं गार्ड को गोली मारकर करीब 12 लाख रुपए लूट कर ले गए। घटना शाम करीब चार बजे की है।



विद्युत निगम के कैशियर राजेश (35) निवासी शोभापुरा राजगढ़ और गार्ड शिवलाल (55) निवासी बुध विहार गुुरुवार सायं करीब चार बजे उपभोक्ताओं द्वारा जमा कराए गए बिलों की राशि करीब 12 लाख रुपए बैंक में जमा कराने के लिए जैसे ही कार्यालय के बाहर निकले की एकाएक तीन युवक बाइक पर आए और फायरिंग कर रुपए लेकर फरार हो गए।





गोली लगने से राजेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शिवलाल पेट में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं इनके साथ जा रहा एक अन्य कैशियर गोली की आवाज सुनकर कार्यालय के अंदर भाग गया।





घटना की सूचना लगते ही निगम के अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी तुरंत कार्यालय के बाहर आए और पुलिस को सूचना दी। घटना के करीब 15-20 मिनट बाद ही पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा मय जाब्ता मौके पर पहुंच गए। इस घटना के बाद पूरे जिले में नाकाबंदी कर दी गई है।





शिवलाल के पेट में गोली लगने से उसे सामान्य चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार देने के बाद तुरंत जयपुर रैफर कर दिया।

डूंगरपुर। जिले में बारिश का सितम जारी, बेणेश्वर धाम में फंसे 25 लोग

डूंगरपुर। जिले में बारिश का सितम जारी, बेणेश्वर धाम में फंसे 25 लोग


डूंगरपुर। डूंगरपुर में हो रही लगातार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है.बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर गया है. लोगों को दैनिक उपभोग का सामान पर खरीदने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश के कारण सरकारी कार्यालयों से लेकर स्कूल्स तक की छतों से पानी टपक रहा है. इसके अलावा यातायात व्यवस्था भी बुरी तरह से चरमरा गई जिससे लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचना मुश्किल साबित हो रहा है.
डूंगरपुर जिले में बारिश का सितम जारी, बेणेश्वर धाम में फंसे 25 लोग

बेणेश्वर धाम में फंसे 25 से अधिक लोग-
बांसवाडा में स्थित माही डेम के गेट खुलने पर डूंगरपुर में स्थित बेणेश्वर धाम एक बार फिर टापू में तब्दील हो गया है और धाम को जोड़ने वाले साबला, वालाई, गनोडा तीनों पुल डूब गए है. इन तीनों ही पुलो पर 7 से 12 फीट की चादर चल रही है. धाम के टापू बन जाने से मंदिर के पुजारी समेत करिब 25 लोग अंदर फंसे हुए बताए जा रहे है. प्रशासन का कहना है कि इन लोगों को जल्द ही वहां से सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.

कोटा। प्रसव के बाद घंटो तड़पी प्रसूता, एएनएम नहीं उठाई सुध लेने तक की जहमत

कोटा। प्रसव के बाद घंटो तड़पी प्रसूता, एएनएम नहीं उठाई सुध लेने तक की जहमत



कोटा। कोटा के अयाना कस्बे के सरकारी अस्‍पताल में मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है जहां एएनएम ने अस्‍पताल पहुंच कर प्रसव के बाद दर्द से तड़प रही प्रसूता की सुध तक लेने की जहमत नहीं उठाई.
प्रसव के बाद घंटो तड़पी प्रसूता, एएनएम नहीं उठाई सुध लेने तक की जहमत

अयाना निवासी पीडि़त महावीर प्रजापत ने बताया की बुधवार देर रात उसकी पत्नी के प्रसव पीड़ा शुरु हो गई. जिसके चलते उसने पहले 104,108 एम्बुलेंस पर फोन किया लेकिन एक घंटे तक जब एम्‍बुलेंस नहीं पहुंची तब निजी वाहन से पत्‍नी को लेकर अयाना अस्‍पताल के लिए निकल गया. इसी दौरान रास्ते मे प्रसुता की प्रसव पीड़ा बढ़ गई और गाड़ी में प्रसव हो गया. और प्रसूता ने एक स्वस्थ कन्या को जन्म दिया.

सूचना के बाद नहीं पहुंची एएनएम
बिना चिकित्‍सक के देखरेख में हुए प्रसव से अस्‍पताल पहुंचते ही प्रसूता के रक्तस्त्राव शुरू हो गया हो प्रसुता की हालत बिगड़ने लगी. जिसकी जानकारी एएन एम कृष्णा को फोन पर दी. लेकिन सूचना के बाद भी उन्‍होंने अस्‍पताल पहुंचने की जहमत नही उठाई और अपने निधारित समय पर ही आने की बात कह कर फोन काट दिया. वहीं प्रसुता की हालत बिगड़ता देख उसे इटावा सीएससी अस्पताल में भर्ती कराया.

जोधपुर। गुरु पूर्णिमा पर जोधपुर में जमा हो रहे आसाराम समर्थक, फिर लाठीचार्ज की आशंका

जोधपुर। गुरु पूर्णिमा पर जोधपुर में जमा हो रहे आसाराम समर्थक, फिर लाठीचार्ज की आशंका


जोधपुर। यौन उत्पीड़न के आरोप में जेल में बंद आसाराम के समर्थक बड़ी संख्या में जोधपुर पहुंचने पर एक बार फिर समर्थकों और पुलिस के बीच टकराव व लाठीचार्ज की आशंका बन रही है.दरअसल, शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा है और आसाराम के समर्थकों बड़ी संख्या में जोधपुर पहुंच रहे हैं. ऐसे में फिर कोई हंगामा होने के आसार नजर आ रह हैं. जानकारी के अनुसार गुरु पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार को आसाराम समर्थक बड़ी संख्या में कोर्ट के बाहर इकट्ठा होंगे जिससे पुलिस और आसाराम समर्थकों के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिल सकती है.उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व बुधवार को भी पुलिस द्वारा आसाराम समर्थकों द्वारा अव्यवस्थाएं फैलाने पर लाठीचार्ज किया जा चुका है.


गुरु पूर्णिमा पर जोधपुर में जमा हो रहे आसाराम समर्थक, फिर लाठीचार्ज की आशंका

कोर्ट के बाहर भारी पुलिस जाब्ता तैनात:
गुरू पूर्णिमा होने की वजह से देशभर से आसाराम के साधक व समर्थक हजारों की संख्या में जोधपुर पहुंच चुके हैं जिसको लेकर पुलिस को विशेष चौकसी बरतनी पड़ रही है. कोर्ट परिसर और जेल के बाहर सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस व आरएसी का जाप्ता तैनात किया गया है. कोर्ट परिसर में पुलिस ने बेरिकेट्स तक लगा रखे है. साथ ही हर आनेजाने वाले से गहनता से पूछताछ की जा रही है.

पुलिस और आसाराम समर्थकों के बीच कई बार हो चुका है घमासान:
ऐसी संभावना पहली बार नही बनी है कि आसाराम समर्थक द्वारा पुलिस से सीधा टकराव होता हो. पूर्व मे भी कई बार आसाराम समर्थक कोर्ट के बाहर हंगामा मचा चुके है. ऐसी घटनाएं बार-बार होने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई खास इंतजामात नही किया जा सके है. पुलिस आसाराम समर्थकों द्वारा लगातार उद्दडतापूर्वक की जानी वाली हरकतों की पुनर्रावृति रोकने में नाकामयाब सिद्द हो रही है.

आम दिनों मे भी आसाराम समर्थक कोर्ट के बाहर काफी संख्या मे जमा रहते है. गुरु पूर्णिमा के दिन इनकी संख्या में भारी इजाफा हो जाता है. कोर्ट बाहर नजारा कुछ ऐसा होता है मानो कोई मेला लगा हो. पुलिस द्वारा कोई मजबूत रणनीति तैयार नही किए जाने के कारण हर बार अव्यवस्थाएं फैल जाती है और नौबत लाठीचार्ज तक आ जाती है. हर मर्तबा पुलिस की ओर से यही बयान दिया जाता है कि अगली बार पूरी एहतियात बरती जाएगी जिससे ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृति ना हो.