गुरुवार, 16 जुलाई 2015

बाड़मेर पोषाहार रिपोर्ट के बदले बीईईओ ने ली रिश्वत, एसीबी में मामला दर्ज



पोषाहार रिपोर्ट के बदले बीईईओ ने ली रिश्वत, एसीबी में मामला दर्ज


  बाड़मेर स्कूलोंमें बच्चों को वितरण किए जाने वाले पोषाहार की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत करने के बदले मदरसा पैराटीचर से रिश्वत लेने की शिकायत पर बीईईओ के खिलाफ एसीबी ने मामला दर्ज किया है। गडरारोड तहसील के भिंडे का पार निवासी मदरसा पैराटीचर्स ने बीईईओ करणीदान के खिलाफ तीन माह पहले रिश्वत लेने की शिकायत बुधवार को दर्ज करवाई।

एसीबी के एएसपी मंगलाराम कलवी ने बताया कि भिंडे का पार निवासी मदरसा पैराटीचर्स बाबल खां ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 9 अप्रैल को बीईईओ करणीदान चारण ने मदरसे के पोषाहार के कागजात जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत करने के नाम पर 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत नहीं देने पर रिपोर्ट पेश नहीं करने की धमकी दी। इस पर एसीबी में शिकायत की गई। एसीबी ने गुप्त सत्यापन करवाया तो 500 रुपए रिश्वत लेने की बात सामने आई। वहीं 1500 रुपए रिश्वत बाद में देने पर राजी हो गया। दुबारा रिश्वत की राशि देने के लिए बाबल खां बाड़मेर पहुंचा तो बीईईओ भनक लगने पर भाग गया। इसके बाद एसीबी ने बाड़मेर ने रिपोर्ट जयपुर भेजी। एसीबी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

लुटेरा गैंग पकड़ा, गंगानगर, हनुमानगढ़, सिरसा और फाजिल्का में की थी वारदातें

लुटेरा गैंग पकड़ा, गंगानगर, हनुमानगढ़, सिरसा और फाजिल्का में की थी वारदातें

अबोहर/श्रीगंगानगर पंजाब पुलिस ने श्रीगंगानगर पुलिस के सहयोग से एक एेसे गिरोह के सात सदस्यों को हथियारों व नकदी सहित गिरफ्तार किया है जो पेट्रोल पंप लूट सहित अन्य संगीन वारदातों को अंजाम देते थे। पकड़े गए सातों आरोपियों में से एक युवक कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई का भाई है। वह आपराधिक गतिविधियों में नामजद होने के बाद पंजाब में जेल काट रहा है। लारेंस छह माह पूर्व मौका पाकर पंजाब पुलिस के चंगुल से भाग भी निकला था लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर वापस जेल पहुंचा दिया।

मंगलवार को अबोहर में जिला पुलिस कप्तान स्वप्न शर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक हरजीत सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पकड़े गए सातों अपराधी 25 वर्ष से कम आयु के हैं। पिछले कुछ समय से इन्होंने पूरा गैंग बनाकर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सिरसा तथा फाजिल्का जिले में लूट की वारदातें की थी। 27 जून की शाम साढ़े सात बजे सीतो रोड़ स्थित गांव रायपुरा के पास एक पेट्रोल पंप पर इनके साथियों ने 2 लाख 54 हजार रुपए लूटे थे। तब पुलिस ने सीतो के पास लगाए नाके के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। दोनों की गिरफ्तारी व पुलिस की सख्ती से चल रही पूछताछ की भनक गिरोह के अन्य सदस्यों को लगने के बाद अन्य सदस्य सूरतगढ़ के पास एक ढाणी में छुप गए थे। इनको छुपाने के लिए गांव रायांवाली के सरपंच रविन्द्र भादू ने सहयोग करते हुए अपने ड्राइवर इंद्रजीत को भेजा था। पुलिस ने उसे साजिशकर्ता के तौर पर सह आरोपी बनाया है। अधिकारियों के अनुसार इस गिरोह के दो सदस्य श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले हैं जो अभी पंजाब पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए। उनकी भी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

यह हुए गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में दुतारांवाली निवासी व लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पुत्र लविन्द्र बिश्नोई, सचिन थापन पुत्र शिव दत्त, रायांवाली निवासी आरजू थालोड़ पुत्र दलीप कुमार, प्रवीण कुमार उर्फ गोगी पुत्र हंस राज, शेरेवाला निवासी अंकित भादू पुत्र शिव प्रकाश, भागू निवासी अंकित जाखड़ पुत्र संदीप तथा रायपुरा निवासी विक्रम पुत्र राम कुमार को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया है।

कहां की वारदात

पकड़े गए अपराधियों ने 29 अप्रैल को बल्लुआना के पास गांव गोबिन्दगढ़ स्थित सतगुरु फिलिंग स्टेशन पर पिस्तौल के बल पर 18 हजार नकद तथा एक 12 बोर की बंदूक, 8 मई को अबोहर की मंडी संख्या एक स्थित आढ़त फर्म किशोर चंद कालू राम की दुकान में घुसकर दिन दिहाड़े पिस्तौल चला 70 हजार रुपए तथा पिछले महीने गांव रायपुरा के पास खुराना फिलिंग स्टेशन पर पिस्तौल के बल पर 2 लाख 54 हजार रुपए लूटे थे। पुलिस ने आरोपियों से एक लाख 54 हजार नकद, 12 बोर की छह देसी पिस्तौल, 315 बोर के दो पिस्टल, 32 बोर के दो पिस्टल, एक रिवाल्वर, 12 बोर की एक गन तथा दो मोटरसाइकिल बरामद किए हैं।

श्रीगंगानगर पुलिस की तारीफ

जिला पुलिस कप्तान स्वप्न शर्मा ने श्रीगंगानगर जिले की पुलिस की विशेष तौर पर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कुख्यात आरोपियों की गिरफ्तारी में श्रीगंगानगर जिले के एसपी ने पंजाब पुलिस का सहयोग किया।

अजमेर के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर, खुलेगा संभाग का पहला टूरिज्म सेंटर

अजमेर के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर, खुलेगा संभाग का पहला टूरिज्म सेंटर

पर्यटन नगरी अजमेर को जल्द ही एक नई सौगात मिलने वाली है। शहर के महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में जल्द ही पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन केन्द्र खुलने जा रहा है। इसके लिए केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। यह संभाग का पहला पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन केन्द्र होगा।

विवि ने 3.68 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार कर पर्यटन मंत्रालय को भेजा था। मंत्रालय ने फिलहाल 2.40 करोड़ रुपए प्रदान करने की स्वीकृति दे दी है। शेष राशि विवि प्रबंधन की ओर से प्रदान की जाएगी। अगले सत्र से विवि में पर्यटन व आतिथ्य से जुड़े पाठ्यक्रम शुरू किए जाने की संभावना है।स्नातकोत्तर तक के होंगे पाठ्यक्रम

केन्द्र में टूरिज्म व हॉस्पीटेलिटी के क्षेत्र में कई कोर्सेज चलेंगे। इसके तहत विवि में पर्यटन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में डिप्लोमा से लेकर स्नात्तकोत्तर तक के कोर्सेज चलाए जाएंगे। साथ ही विद्यार्थियों के लिए 2-3 सप्ताह के टूरिज्म इंटरप्रन्योरशिप कैम्प आयोजित किए जाएंगे। इसी प्रकार से एक सप्ताह के फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे।




ये कोर्सेज चलेंगे

- टूरिज्म एंव ट्रेवल मैनेजमंेट में स्नातक एंव स्नातकोत्तर कोर्सेज

- बीएचएम (बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट)

- पीजीडीटी एंव एचएम (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट)

- पर्यटन से जुड़े 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्सेज

- 12वीं पास विद्यार्थियों के लिए 2-3 माह के शॉर्ट-टर्म कोर्सेज

- डिप्लोमा इन फॉरन लैंग्वेज

- डिप्लोमा इन एस्कॉर्ट सर्विसेज

- डिप्लोमा इन टिकटिंग एंड रिजर्वेशन

- डिप्लोमा इन हाउस कीपिंग ऑपरेशन

- डिप्लोमा इन फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन

- क्राफ्टसमैनशिप कोर्स इन फूड प्रोडक्शन

- क्राफ्टसमैनशिप कोर्स इन फूड एंड बैवरेज सर्विसेज

मिलेगा रोजगार

अजमेर व पुष्कर सहित आस-पास के क्षेत्रों में पर्यटन की बेहतरीन संभावनाओं को देखते हुए यह केन्द्र अजमेर के विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित होगा। अजमेर के विद्यार्थियों को फिलहाल पर्यटन से जुड़ी शिक्षा के लिए जयपुर, उदयुपर या राज्य से बाहर जाना पड़ता है। केन्द्र से शिक्षा ग्रहण कर निकलने वाले विद्यार्थियों के लिए बेहतर रोजगार के काफी अवसर खुल जाएंगे। साथ ही केन्द्र में विदेशी भाषाआें के 2,3 माह के कोर्सेज से पुष्कर व अजमेर के कई युवाओं को बेहतर रोजगार मिलेगा।

इनका कहना है

पर्यटन एंव आतिथ्य प्रबंधन केन्द्र के लिए मंत्रालय से स्वीकृति मिल चुकी है। एक माह के भीतर विवि को प्रस्तावित राशि मिल जाएगी। शहर में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए यह केंद्र काफी उपयोगी साबित होगा।




प्रो. कैलाश सोढानी, कुलपति, मदस विवि

जोधपुर लाखों की चोरी का पर्दाफाश



जोधपुर लाखों की चोरी का पर्दाफाश


बासनी थाना पुलिस ने डीडीपी नगर स्थित सूने मकान से दिनदहाड़े हजारों रुपए तथा लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवर चुराने के मामले का बुधवार को पर्दाफाश कर एक युवक को गिरफ्तार तथा बाल अपचारी साथी को संरक्षण में लिया है।

सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) सीमा हिंगोनिया के अनुसार डीडीपी नगर निवासी पुनीत कुमार सोनी के मकान के गेट का ताला तोड़कर चोर मंगलवार दोपहर अंदर घुसे और फिर अलमारी का दरवाजा तोड़कर 10 हजार दो सौ रुपए और करीब तीन लाख रुपए के सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए थे।

इस संबंध में मामला दर्ज करने के बाद संदिग्धों से पूछताछ शुरू की गई। क्षेत्र में ही रहने वाले अनिल प्रजापत की गतिविधियां संदिग्ध नजर आई। वारदात से पहले वह पुनीत के मकान के आस-पास घूमते देखा गया था।

इस पर थानाधिकारी राजेश यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने डीडीपी नगर निवासी अनिल (25) पुत्र स्व. ओमप्रकाश प्रजापत को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपने नाबालिग साथी के साथ मिलकर वारदात करना स्वीकार किया। इसके बाद अनिल को गिरफ्तार व बाल अपचारी को संरक्षण में लिया गया। आरोपियों से 10 हजार दो सौ रुपए तथा जेवरात बरामद किए गए हैं।

जयपुर बेरोजगारों को जलदाय विभाग लौटाएगा 4 करोड़ रुपए



जयपुर बेरोजगारों को जलदाय विभाग लौटाएगा  4 करोड़ रुपए


जलदाय विभाग तकनीकी भर्ती के 1.82 लाख आवेदकों को उनका परीक्षा शुल्क लौटाएगा। मार्च में निरस्त इस भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थियों के विभाग में करीब 4 करोड़ रुपए जमा हैं। अभ्यर्थियों को पैसा लौटाने के लिए विभाग बैंक में नया खाता खोलेगा।

अभ्यर्थियों को क्षेत्रवार वाउचर के जरिए शुल्क लौटाएंगे। विभाग के मुख्य अभियंता (प्रशासन) अखिल कुमार जैन ने कहा, बैंक में खाता खोलने की वित्त विभाग से अनुमति मिलते ही अभ्यर्थियों को परीक्षा शुल्क लौटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

ये था प्रस्तावित...

अप्रेल 2013 में भर्ती की अनुमति

26 जून को भर्ती निकाली

10 जुलाई आवेदन अंतिम तिथि

22 से 26 जुलाई साक्षात्कार

31 जुलाई को मेरिट घोषित

5 अगस्त तक नियुक्ति पत्र

2 सितंबर,13 तक नियुक्ति

1292 थे पद

विभाग ने 1292 पदों पर सीधी भर्ती प्रक्रिया शुरू की। पदों के मुकाबले 140 गुना आवेदन आने से चयन प्रक्रिया गड़बड़ा गई। 1.82 लाख अभ्यर्थियों के साक्षात्कार व मेरिट बनाने में मुश्किल के चलते विभाग ने भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी। सामान्य व ओबीसी वर्ग से 300-300 रुपए तो एससी-एसटी वर्ग से 70-70 रुपए शुल्क लिया गया था। जयपुर सिटी सर्किल में 372 पदों पर भर्ती की जानी थी।