अजमेर के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर, खुलेगा संभाग का पहला टूरिज्म सेंटर
पर्यटन नगरी अजमेर को जल्द ही एक नई सौगात मिलने वाली है। शहर के महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में जल्द ही पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन केन्द्र खुलने जा रहा है। इसके लिए केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। यह संभाग का पहला पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन केन्द्र होगा।
विवि ने 3.68 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार कर पर्यटन मंत्रालय को भेजा था। मंत्रालय ने फिलहाल 2.40 करोड़ रुपए प्रदान करने की स्वीकृति दे दी है। शेष राशि विवि प्रबंधन की ओर से प्रदान की जाएगी। अगले सत्र से विवि में पर्यटन व आतिथ्य से जुड़े पाठ्यक्रम शुरू किए जाने की संभावना है।स्नातकोत्तर तक के होंगे पाठ्यक्रम
केन्द्र में टूरिज्म व हॉस्पीटेलिटी के क्षेत्र में कई कोर्सेज चलेंगे। इसके तहत विवि में पर्यटन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में डिप्लोमा से लेकर स्नात्तकोत्तर तक के कोर्सेज चलाए जाएंगे। साथ ही विद्यार्थियों के लिए 2-3 सप्ताह के टूरिज्म इंटरप्रन्योरशिप कैम्प आयोजित किए जाएंगे। इसी प्रकार से एक सप्ताह के फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे।
ये कोर्सेज चलेंगे
- टूरिज्म एंव ट्रेवल मैनेजमंेट में स्नातक एंव स्नातकोत्तर कोर्सेज
- बीएचएम (बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट)
- पीजीडीटी एंव एचएम (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट)
- पर्यटन से जुड़े 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्सेज
- 12वीं पास विद्यार्थियों के लिए 2-3 माह के शॉर्ट-टर्म कोर्सेज
- डिप्लोमा इन फॉरन लैंग्वेज
- डिप्लोमा इन एस्कॉर्ट सर्विसेज
- डिप्लोमा इन टिकटिंग एंड रिजर्वेशन
- डिप्लोमा इन हाउस कीपिंग ऑपरेशन
- डिप्लोमा इन फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन
- क्राफ्टसमैनशिप कोर्स इन फूड प्रोडक्शन
- क्राफ्टसमैनशिप कोर्स इन फूड एंड बैवरेज सर्विसेज
मिलेगा रोजगार
अजमेर व पुष्कर सहित आस-पास के क्षेत्रों में पर्यटन की बेहतरीन संभावनाओं को देखते हुए यह केन्द्र अजमेर के विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित होगा। अजमेर के विद्यार्थियों को फिलहाल पर्यटन से जुड़ी शिक्षा के लिए जयपुर, उदयुपर या राज्य से बाहर जाना पड़ता है। केन्द्र से शिक्षा ग्रहण कर निकलने वाले विद्यार्थियों के लिए बेहतर रोजगार के काफी अवसर खुल जाएंगे। साथ ही केन्द्र में विदेशी भाषाआें के 2,3 माह के कोर्सेज से पुष्कर व अजमेर के कई युवाओं को बेहतर रोजगार मिलेगा।
इनका कहना है
पर्यटन एंव आतिथ्य प्रबंधन केन्द्र के लिए मंत्रालय से स्वीकृति मिल चुकी है। एक माह के भीतर विवि को प्रस्तावित राशि मिल जाएगी। शहर में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए यह केंद्र काफी उपयोगी साबित होगा।
प्रो. कैलाश सोढानी, कुलपति, मदस विवि
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