8वीं तक परीक्षा समाप्त करना साजिश: राजे
भीलवाड़ा। प्रदेश भाजपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया है कि आठवीं तक बिना परीक्षा ही बच्चों को पास करना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की साजिश है। उन्हें आशंका है कि ऎसा होने से हमारे देश के बच्चों को जो परचम विदेशों में लहरा रहा है,वह कमजोर करने के लिए यह ष्ाड़यंत्र रचा गया है।
सुराज संकल्प यात्रा के बीच शुक्रवार को शिक्षकों के कार्यक्रम में शरीक हुई राजे ने कहा कि एक सर्वे के मुताबिक आठवीं तक के 23 प्रतिश बच्चे हिंदी और 35 प्रतिशत बच्चे अंग्रेजी पढ़ना तक नहीं जानते। ऎसे में यह निर्णय डरावना प्रतीत होता है।
अमेरीकी स्कू लों के बच्चों का दिमाग इतना कमजोर है कि परीक्षा में वो केलकूलेटर लेकर बैठते हैं,लेकिन भारतीय बच्चों का दिमाग इतना तेज है कि उन्हें किसी की सहायता की जरूरत नहीं पड़ती,लेकिन यदि परीक्षा नहीं होगी तो उनका दिगाम कैसे तेज दौड़ेगा।
कहीं यह साजिश इन्हीं अमेरीकी स्कूलों के साथ मिलकर तो नहीं की गई है। संसद की स्थायी समिति ने इस निर्णय का विरोध किया है और भाजपा भी पूरी तरह से इसके विरोध में है। कार्यक्रम में उनके साथ सुराज संकल्प यात्रा के संयोजक भूपेन्द्र यादव और सांसद वी.पी.सिंह भी मौजूद रहे।
शिक्षकों की कमी,कैसे सुधरेगा स्तर
राजे ने कहा कि प्रदेश में करीब डेढ ला ा शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। 18 शिक्षकों का काम दो-तीन शिक्षकों को करना पड़ रहा है। एक-एक शिक्षक चार-पांच कक्षाएं संभालने को मजबूर है। राजे ने कहा कि शिक्षक बच्चे को पढ़ाते ही नहीं है,वो उनके चरित्र का निर्माण भी करते हैं।
सरकार की धोखा करने की आदत राजे ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की कर्मचारियों के साथ धोखा करने की आदत है। राजे ने अधिवेशन में उपस्थित शिक्षकों से कहा कि उनकी बात समझ आती है तो साथ चलो। कोई समस्या है तो उसे साथ मिलकर सुलझाएंगे। अलग-अलग होने से किसी को फायदा नहीं होगा।
गणित से लगता था डर
राजे ने कहा कि उन्हें गणित से बहुत डर लगता था, लेकिन एक शिक्षक ने उनकी पूरा दिमाग ही बदल दिया। उन शिक्षक ने गणित के सारे राज समझा दिए, इसके बाद तो ऎसा लगता था कि वह राज थे ही नहीं,बस दिमाग की ही उपज थी। इसके बाद गणित में हमेशा एक न बर पर रही।
शुक्रवार, 24 मई 2013
धारीवाल को बर्खास्त करने की मांग
धारीवाल को बर्खास्त करने की मांग
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधि प्रकोष्ठ ने राज्यपाल मार्गेट अल्वा से स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल को बर्खास्त करने की गुहार लगाई हैं। धारीवाल के खिलाफ एक मामले में अंतिम रिपोर्ट देने की सिफारिश करने के प्रकरण में बर्खास्तगी की मांग की गई है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी योगेन्द्र सिंह तंवर एवं प्रदेश सह-संयोजक शिव चंद साहू ने अल्वा को पत्र लिखकर शुक्रवार को यह मांग की। तंवर ने बताया कि राज्य के तत्कालीन गृहमंत्री धारीवाल ने मंत्री पद ग्रहण करने से पूर्व संविधान की गरिमा को अक्षुण बनाये रखने की शपथ ली थी लेकिन उन्होंने पुलिस थाना गांधी नगर में प्रथम सूचना संख्या 183/09 में दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आजीवन कारावास से दण्डनीय अपराध में अभियुक्तों को बचाने के लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर को आदेश देकर संविधान के तहत ली गई शपथ का उल्लंघन किया हैं।
अदालत ने भी माना उल्लंघन
बता दें कि अपर मुख्य न्यायिक महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत ने टिप्पणी की है कि पूर्व गृहमंत्री ने पुलिस अनुंसधान में दखलदांजी कर संविधान का उल्लंघन किया हैं। अदालत ने एफआर खारिज कर अभियुक्तों के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया हैं।
यह था मामला
जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में गांधी नगर थाने में जैसलमेर के लक्खा गांव में खान साझेदारी में हुए फर्जीवाडे को लेकर मामला दर्ज कराया गया था। जिसमें धारीवाल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आस्कर फर्नाडीस का हवाला देकर मामले में एफआर लगाकर न्यायालय में स्वीकृति के लिए अभियोग पत्रावली भिजवाने के लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर को पत्र लिखा था।
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधि प्रकोष्ठ ने राज्यपाल मार्गेट अल्वा से स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल को बर्खास्त करने की गुहार लगाई हैं। धारीवाल के खिलाफ एक मामले में अंतिम रिपोर्ट देने की सिफारिश करने के प्रकरण में बर्खास्तगी की मांग की गई है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी योगेन्द्र सिंह तंवर एवं प्रदेश सह-संयोजक शिव चंद साहू ने अल्वा को पत्र लिखकर शुक्रवार को यह मांग की। तंवर ने बताया कि राज्य के तत्कालीन गृहमंत्री धारीवाल ने मंत्री पद ग्रहण करने से पूर्व संविधान की गरिमा को अक्षुण बनाये रखने की शपथ ली थी लेकिन उन्होंने पुलिस थाना गांधी नगर में प्रथम सूचना संख्या 183/09 में दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आजीवन कारावास से दण्डनीय अपराध में अभियुक्तों को बचाने के लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर को आदेश देकर संविधान के तहत ली गई शपथ का उल्लंघन किया हैं।
अदालत ने भी माना उल्लंघन
बता दें कि अपर मुख्य न्यायिक महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत ने टिप्पणी की है कि पूर्व गृहमंत्री ने पुलिस अनुंसधान में दखलदांजी कर संविधान का उल्लंघन किया हैं। अदालत ने एफआर खारिज कर अभियुक्तों के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया हैं।
यह था मामला
जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में गांधी नगर थाने में जैसलमेर के लक्खा गांव में खान साझेदारी में हुए फर्जीवाडे को लेकर मामला दर्ज कराया गया था। जिसमें धारीवाल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आस्कर फर्नाडीस का हवाला देकर मामले में एफआर लगाकर न्यायालय में स्वीकृति के लिए अभियोग पत्रावली भिजवाने के लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर को पत्र लिखा था।
रेप केस में सपा नेता के पुत्र को उम्रकैद
रेप केस में सपा नेता के पुत्र को उम्रकैद
बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं की एक अदालत ने बलात्कार के जुर्म में समाजवादी पार्टी के एक नेता के पुत्र को शुक्रवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अपर जिला न्यायाधीश एसएन त्रिपाठी ने आरोपी पर एक लाख रूपए का जुर्माना भी किया। अदालत ने इस मामले में पीडिता का नाम सार्वजनिक करने और अवैध रूप से उसकी सीडी बनाने के आरोपी अलापुर थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष, एक दैनिक अखबार के पत्रकार और एक फोटोग्राफर के खिलाफ थाना सिविल लाइन्स में मुकदमा दर्ज करने के आदेश भी दिए हैं।
अभियोजन पक्ष के अनुसार पीडिता ने खुद ही तहरीर दी जिसमें कहा गया था कि अलापुर थाना क्षेत्र में 27 दिसम्बर 2010 को शाम चार बजे वह शौच को गई थी। जैसे ही वह सपा नेता पतंजलि भारद्वाज के मकान के पीछे पहुंची वहां खड़े तीन लोगों ने उसे दबोच लिया। इनमें वरूण उर्फ चीनू भारद्वाज को वह जानती थी। खेत में ले जाकर वरूण उर्फ चीनू ने उसके साथ बलात्कार किया जबकि उसके साथी तमंचा लिए खडे रहे।
दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अदालत ने किशोरी के साथ बलात्कार करने के आरोपी वरूण उपर्क चीनू भारद्वाज को आजीवन कारावास की सजा के साथ एक लाख रूपए बतौर जुर्माना भी किया जिसमें 70 हजार रूपए पीडिता को देने के निर्देश दिए गए हैं। अदालत ने इसी मामले में अलापुर थाने के तत्कालीन एसओ प्रदीप शुक्ला, खुद को राजधानी से निकलने वाले अखबार का संवाददाता बताने वाले विनीत शर्मा और फोटोग्राफर अजय शर्मा के खिलाफ थाना सिविल लाइन्स पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
अदालत ने माना है कि आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए इन लोगों ने पीडिता की पहचान सार्वजनिक की थी। इसमें तत्कालीन एसओ भी बराबर के दोषी हैं। उनको यह अधिकार नहीं है कि वह किसी पत्रकार से बलात्कार की पीडिता का इंटरव्यू करवाएं। इस कृत्य से ऎसा प्रतीत होता है कि अभियुक्तों को लाभ पहुंचाने की नीयत से यह इंटरव्यू किया गया। विनीत शर्मा ने खुद को पत्रकार बताते हुए बयान भी दर्ज करवाए थे।
बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं की एक अदालत ने बलात्कार के जुर्म में समाजवादी पार्टी के एक नेता के पुत्र को शुक्रवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अपर जिला न्यायाधीश एसएन त्रिपाठी ने आरोपी पर एक लाख रूपए का जुर्माना भी किया। अदालत ने इस मामले में पीडिता का नाम सार्वजनिक करने और अवैध रूप से उसकी सीडी बनाने के आरोपी अलापुर थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष, एक दैनिक अखबार के पत्रकार और एक फोटोग्राफर के खिलाफ थाना सिविल लाइन्स में मुकदमा दर्ज करने के आदेश भी दिए हैं।
अभियोजन पक्ष के अनुसार पीडिता ने खुद ही तहरीर दी जिसमें कहा गया था कि अलापुर थाना क्षेत्र में 27 दिसम्बर 2010 को शाम चार बजे वह शौच को गई थी। जैसे ही वह सपा नेता पतंजलि भारद्वाज के मकान के पीछे पहुंची वहां खड़े तीन लोगों ने उसे दबोच लिया। इनमें वरूण उर्फ चीनू भारद्वाज को वह जानती थी। खेत में ले जाकर वरूण उर्फ चीनू ने उसके साथ बलात्कार किया जबकि उसके साथी तमंचा लिए खडे रहे।
दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अदालत ने किशोरी के साथ बलात्कार करने के आरोपी वरूण उपर्क चीनू भारद्वाज को आजीवन कारावास की सजा के साथ एक लाख रूपए बतौर जुर्माना भी किया जिसमें 70 हजार रूपए पीडिता को देने के निर्देश दिए गए हैं। अदालत ने इसी मामले में अलापुर थाने के तत्कालीन एसओ प्रदीप शुक्ला, खुद को राजधानी से निकलने वाले अखबार का संवाददाता बताने वाले विनीत शर्मा और फोटोग्राफर अजय शर्मा के खिलाफ थाना सिविल लाइन्स पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
अदालत ने माना है कि आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए इन लोगों ने पीडिता की पहचान सार्वजनिक की थी। इसमें तत्कालीन एसओ भी बराबर के दोषी हैं। उनको यह अधिकार नहीं है कि वह किसी पत्रकार से बलात्कार की पीडिता का इंटरव्यू करवाएं। इस कृत्य से ऎसा प्रतीत होता है कि अभियुक्तों को लाभ पहुंचाने की नीयत से यह इंटरव्यू किया गया। विनीत शर्मा ने खुद को पत्रकार बताते हुए बयान भी दर्ज करवाए थे।
विंदू ने लिए चेन्नई के 3 प्लेयर्स के नाम
विंदू ने लिए चेन्नई के 3 प्लेयर्स के नाम
मुंबई। सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार बॉलीवुड स्टार विंदू दारा सिंह ने चेन्नई सुपर किंग्स के तीन खिलाडियों के नाम लिए हैं। इनमें से एक काफी सीनियर खिलाड़ी है।
मुंबई पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है। तीनों प्लेयर्स आईपीएल के दौरान विंदू के संपर्क में थे। क्राइम ब्रांच के संयुक्त कमिश्नर हिमांशु राय ने कहा कि हां,तीनों खिलाड़ी विंदू के संपर्क में थे। उन्होंने खिलाडियों की पहचान बताने से इनकार कर दिया। जब विंदू के बयान की पुष्टि हो जाएगी तो पुलिस तीनों खिलाडियों से पूछताछ कर सकती है।
हरभजन और कोहली से करीबी रिश्ते
विंदू ने क्रिकेटर हरभजन सिंह और विराट कोहली के काफी करीब है। खुद विंदू ने मुंबई पुलिस के सामने यह बात कबूल की है। विंदू ने पुलिस को बताया कि वह कई क्रिकेटरों को जानता है लेकिन हरभजन सिंह,विराट कोहली और मनप्रीत गोनी के काफी करीब है। हरभजन सिंह मुंबई इंडियंस से खेल रहे हैं। विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के कप्तान हैं जबकि मनप्रीत गोनी किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हैं। गोनी 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स में शामिल था।
पुलिस इन तीनों क्रिकेटरों से पूछताछ कर सकती है। हालांकि पुलिस को इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि तीनों प्लेयर्स विंदू के बैटिंग रैकेट का हिस्सा थे या नहीं। विंदू ने बॉलीवुड के उन सितारों के भी नाम लिए हैं जिनके लिए उसने बैटिंग की थी। विंदू बिचौलिए के रूप में काम कर रहा था। वह सितारों के लिए बतौर बुकी सट्टा लगता था।
सट्टे से होने वाली कमाई से उससे कमीशन मिलता था। विंदू ने बताया है कि कई साल पहले वह बैटिंग सिंडिकेट के संपर्क में आया था। आनंद सक्सेना नाम का एक व्यक्ति उसे इस धंधे में लेकर आया था। सक्सेना ने उसे बुकी रमेश व्यास और शोभम मेहता से मिलवाया था। अजीत चंदीला के जरिए उसकी श्रीसंत से पहचान हुई।
मुंबई। सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार बॉलीवुड स्टार विंदू दारा सिंह ने चेन्नई सुपर किंग्स के तीन खिलाडियों के नाम लिए हैं। इनमें से एक काफी सीनियर खिलाड़ी है।
मुंबई पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है। तीनों प्लेयर्स आईपीएल के दौरान विंदू के संपर्क में थे। क्राइम ब्रांच के संयुक्त कमिश्नर हिमांशु राय ने कहा कि हां,तीनों खिलाड़ी विंदू के संपर्क में थे। उन्होंने खिलाडियों की पहचान बताने से इनकार कर दिया। जब विंदू के बयान की पुष्टि हो जाएगी तो पुलिस तीनों खिलाडियों से पूछताछ कर सकती है।
हरभजन और कोहली से करीबी रिश्ते
विंदू ने क्रिकेटर हरभजन सिंह और विराट कोहली के काफी करीब है। खुद विंदू ने मुंबई पुलिस के सामने यह बात कबूल की है। विंदू ने पुलिस को बताया कि वह कई क्रिकेटरों को जानता है लेकिन हरभजन सिंह,विराट कोहली और मनप्रीत गोनी के काफी करीब है। हरभजन सिंह मुंबई इंडियंस से खेल रहे हैं। विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के कप्तान हैं जबकि मनप्रीत गोनी किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हैं। गोनी 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स में शामिल था।
पुलिस इन तीनों क्रिकेटरों से पूछताछ कर सकती है। हालांकि पुलिस को इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि तीनों प्लेयर्स विंदू के बैटिंग रैकेट का हिस्सा थे या नहीं। विंदू ने बॉलीवुड के उन सितारों के भी नाम लिए हैं जिनके लिए उसने बैटिंग की थी। विंदू बिचौलिए के रूप में काम कर रहा था। वह सितारों के लिए बतौर बुकी सट्टा लगता था।
सट्टे से होने वाली कमाई से उससे कमीशन मिलता था। विंदू ने बताया है कि कई साल पहले वह बैटिंग सिंडिकेट के संपर्क में आया था। आनंद सक्सेना नाम का एक व्यक्ति उसे इस धंधे में लेकर आया था। सक्सेना ने उसे बुकी रमेश व्यास और शोभम मेहता से मिलवाया था। अजीत चंदीला के जरिए उसकी श्रीसंत से पहचान हुई।
युवक को गायों के पीछे दौड़ा दौड़ा के मार डाला ,जैसलमेर म्याजलार में सांप्रदायिक तनाव ,पुलिस के पुख्ता इंतजाम
जैसलमेर म्याजलार में सांप्रदायिक तनाव ,पुलिस के पुख्ता इंतजाम
युवक को गायों के पीछे दौड़ा दौड़ा के मार डाला
जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के म्याजलार में संप्रदाय विशेष के लोगो द्वारा एक व्यक्ति को गायों के पीछे दौड़ा दौड़ा के मारने के मामले ने तूल पकड़ लिया . गाँव में अशांति और भय का वातावरण हो गया .लोगो ने समुदाय विशेष के लोगो के इस कृत्य के कारन आक्रोश फेल गया .;लोगो ने गाँव में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर हंगामा खडा कर दिया .गाँव की स्थिति बिगड़ती देख पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने गाँव में चपे चपे पर पुलिस बल तैनात कर दिया . पुलिस अधीक्षक ने बताया की गुरूवार को प्रार्थी मूल्तानसिंह पुत्र आम्बसिंह निवासी वीरसिंह की ढाणी म्याजलार ने एक लिखित रिपोर्ट पेश कि की सुभान पुत्र अली मुराद नि0 अडबाला, करिम पुत्र मूगलेखा नि0 बम्भारा, फतन पुत्र मोहम्मद रहीम नि0 बम्भारा एवं बिलालखा पुत्र अप्पूखा नि0 रावतसर चारों मेरे घर आये तथा मेरे पुत्र गंगासिंह को गाय हाकने के लिए मजदूरी के लिए लेकर गए जिसको डीएनपी आफिस के पास कल गुरूवार को वक्त करिबन 3 पीएम के पास तेज धूप में बैलों के पिछे दौड़ाया जिससे गंगासिंह दौड-दौड के थक गया तथा मारे थकान के निचे गिर गया तथा गंगासिंह का तडफता हुआ देखकर चारो जने गंगासिंह को तडफते हुए, मरने के लिए छोडकर भाग गये। मेरा लड़का तड़फ-तड़फ कर मर गया। जिस पर पुलिस थाना झिझनियाली में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। दौराने अनुसंधान मृतक के शरीर को पी.एच.सी. म्याजलार लेकर गये। मृतक के शरीर को पी.एच.सी. ले जाने के बाद पी.एच.सी. के बाहर लोगो की भीड़ एकत्रित हो गर्इ तथा भीड हंगामा करने लगे। जिसकी सुचना पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर को दी गर्इ।
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए, सुनील के पंवार आरपीएस, उप अधीक्षक पुलिस, एससीएसटी सैल जैसलमेर के नेतृत्व में हरजीराम उनि थानाधिकारी पुलिस थाना खुहडी व ओमप्रकाश गोदारा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड को मय जाब्ता एवं पुलिस लार्इन जैसलमेर जाब्ते को तुरंत म्याजलार पहूचने के आदेश दिये गये। पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार पुलिस टीमें समय पर म्याजलार पहूच गर्इ तथा म्याजलार में एकत्रित भीडभाड को समझार्इश की तथा म्याजलार के सी0एल0जी0 सदस्यों एवं मौजिज प्रतिशिष्ठ व्यकित जुगतसिंह समाजसेवी, प्रेमनाथ वर्तमान संरपंच म्याजलार, वीरसिंह पूर्व संरपंच, दलपतसिंह पूर्व संरपंच सतो, बाबूराम मेघवाल, मासिंगाराम मेघवाल, सज्जनसिंह, सवार्इसिंह व अन्य से समन्वय बनाकर समझार्इश की गर्इ तथा शांति बहाल की गर्इ। शांति बहाल होने के बाद आज दिनांक 24.05.2013 को अशोेक चौधरी एस0डी0एम0 जैसलमेर एवं पुलिस टीमों की उपसिथति में मृतक के शरीर का पोस्टमार्टम करवाया गया तथा मृतक का शरीर परिजनों को सूपूर्द किया गया। पुलिस एवं प्रशासन के सांझा प्रयासों से शांति बहाल हो गर्इ । मुकदमा में अनुसंधान जारी है।
युवक को गायों के पीछे दौड़ा दौड़ा के मार डाला
जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के म्याजलार में संप्रदाय विशेष के लोगो द्वारा एक व्यक्ति को गायों के पीछे दौड़ा दौड़ा के मारने के मामले ने तूल पकड़ लिया . गाँव में अशांति और भय का वातावरण हो गया .लोगो ने समुदाय विशेष के लोगो के इस कृत्य के कारन आक्रोश फेल गया .;लोगो ने गाँव में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर हंगामा खडा कर दिया .गाँव की स्थिति बिगड़ती देख पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने गाँव में चपे चपे पर पुलिस बल तैनात कर दिया . पुलिस अधीक्षक ने बताया की गुरूवार को प्रार्थी मूल्तानसिंह पुत्र आम्बसिंह निवासी वीरसिंह की ढाणी म्याजलार ने एक लिखित रिपोर्ट पेश कि की सुभान पुत्र अली मुराद नि0 अडबाला, करिम पुत्र मूगलेखा नि0 बम्भारा, फतन पुत्र मोहम्मद रहीम नि0 बम्भारा एवं बिलालखा पुत्र अप्पूखा नि0 रावतसर चारों मेरे घर आये तथा मेरे पुत्र गंगासिंह को गाय हाकने के लिए मजदूरी के लिए लेकर गए जिसको डीएनपी आफिस के पास कल गुरूवार को वक्त करिबन 3 पीएम के पास तेज धूप में बैलों के पिछे दौड़ाया जिससे गंगासिंह दौड-दौड के थक गया तथा मारे थकान के निचे गिर गया तथा गंगासिंह का तडफता हुआ देखकर चारो जने गंगासिंह को तडफते हुए, मरने के लिए छोडकर भाग गये। मेरा लड़का तड़फ-तड़फ कर मर गया। जिस पर पुलिस थाना झिझनियाली में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। दौराने अनुसंधान मृतक के शरीर को पी.एच.सी. म्याजलार लेकर गये। मृतक के शरीर को पी.एच.सी. ले जाने के बाद पी.एच.सी. के बाहर लोगो की भीड़ एकत्रित हो गर्इ तथा भीड हंगामा करने लगे। जिसकी सुचना पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर को दी गर्इ।
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए, सुनील के पंवार आरपीएस, उप अधीक्षक पुलिस, एससीएसटी सैल जैसलमेर के नेतृत्व में हरजीराम उनि थानाधिकारी पुलिस थाना खुहडी व ओमप्रकाश गोदारा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड को मय जाब्ता एवं पुलिस लार्इन जैसलमेर जाब्ते को तुरंत म्याजलार पहूचने के आदेश दिये गये। पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार पुलिस टीमें समय पर म्याजलार पहूच गर्इ तथा म्याजलार में एकत्रित भीडभाड को समझार्इश की तथा म्याजलार के सी0एल0जी0 सदस्यों एवं मौजिज प्रतिशिष्ठ व्यकित जुगतसिंह समाजसेवी, प्रेमनाथ वर्तमान संरपंच म्याजलार, वीरसिंह पूर्व संरपंच, दलपतसिंह पूर्व संरपंच सतो, बाबूराम मेघवाल, मासिंगाराम मेघवाल, सज्जनसिंह, सवार्इसिंह व अन्य से समन्वय बनाकर समझार्इश की गर्इ तथा शांति बहाल की गर्इ। शांति बहाल होने के बाद आज दिनांक 24.05.2013 को अशोेक चौधरी एस0डी0एम0 जैसलमेर एवं पुलिस टीमों की उपसिथति में मृतक के शरीर का पोस्टमार्टम करवाया गया तथा मृतक का शरीर परिजनों को सूपूर्द किया गया। पुलिस एवं प्रशासन के सांझा प्रयासों से शांति बहाल हो गर्इ । मुकदमा में अनुसंधान जारी है।
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