धारीवाल को बर्खास्त करने की मांग
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधि प्रकोष्ठ ने राज्यपाल मार्गेट अल्वा से स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल को बर्खास्त करने की गुहार लगाई हैं। धारीवाल के खिलाफ एक मामले में अंतिम रिपोर्ट देने की सिफारिश करने के प्रकरण में बर्खास्तगी की मांग की गई है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी योगेन्द्र सिंह तंवर एवं प्रदेश सह-संयोजक शिव चंद साहू ने अल्वा को पत्र लिखकर शुक्रवार को यह मांग की। तंवर ने बताया कि राज्य के तत्कालीन गृहमंत्री धारीवाल ने मंत्री पद ग्रहण करने से पूर्व संविधान की गरिमा को अक्षुण बनाये रखने की शपथ ली थी लेकिन उन्होंने पुलिस थाना गांधी नगर में प्रथम सूचना संख्या 183/09 में दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आजीवन कारावास से दण्डनीय अपराध में अभियुक्तों को बचाने के लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर को आदेश देकर संविधान के तहत ली गई शपथ का उल्लंघन किया हैं।
अदालत ने भी माना उल्लंघन
बता दें कि अपर मुख्य न्यायिक महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत ने टिप्पणी की है कि पूर्व गृहमंत्री ने पुलिस अनुंसधान में दखलदांजी कर संविधान का उल्लंघन किया हैं। अदालत ने एफआर खारिज कर अभियुक्तों के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया हैं।
यह था मामला
जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में गांधी नगर थाने में जैसलमेर के लक्खा गांव में खान साझेदारी में हुए फर्जीवाडे को लेकर मामला दर्ज कराया गया था। जिसमें धारीवाल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आस्कर फर्नाडीस का हवाला देकर मामले में एफआर लगाकर न्यायालय में स्वीकृति के लिए अभियोग पत्रावली भिजवाने के लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर को पत्र लिखा था।
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