शुक्रवार, 24 मई 2013

8वीं तक परीक्षा समाप्त करना साजिश: राजे

8वीं तक परीक्षा समाप्त करना साजिश: राजे



भीलवाड़ा। प्रदेश भाजपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया है कि आठवीं तक बिना परीक्षा ही बच्चों को पास करना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की साजिश है। उन्हें आशंका है कि ऎसा होने से हमारे देश के बच्चों को जो परचम विदेशों में लहरा रहा है,वह कमजोर करने के लिए यह ष्ाड़यंत्र रचा गया है।

सुराज संकल्प यात्रा के बीच शुक्रवार को शिक्षकों के कार्यक्रम में शरीक हुई राजे ने कहा कि एक सर्वे के मुताबिक आठवीं तक के 23 प्रतिश बच्चे हिंदी और 35 प्रतिशत बच्चे अंग्रेजी पढ़ना तक नहीं जानते। ऎसे में यह निर्णय डरावना प्रतीत होता है।

अमेरीकी स्कू  लों के बच्चों का दिमाग इतना कमजोर है कि परीक्षा में वो केलकूलेटर लेकर बैठते हैं,लेकिन भारतीय बच्चों का दिमाग इतना तेज है कि उन्हें किसी की सहायता की जरूरत नहीं पड़ती,लेकिन यदि परीक्षा नहीं होगी तो उनका दिगाम कैसे तेज दौड़ेगा।

कहीं यह साजिश इन्हीं अमेरीकी स्कूलों के साथ मिलकर तो नहीं की गई है। संसद की स्थायी समिति ने इस निर्णय का विरोध किया है और भाजपा भी पूरी तरह से इसके विरोध में है। कार्यक्रम में उनके साथ सुराज संकल्प यात्रा के संयोजक भूपेन्द्र यादव और सांसद वी.पी.सिंह भी मौजूद रहे।

शिक्षकों की कमी,कैसे सुधरेगा स्तर
राजे ने कहा कि प्रदेश में करीब डेढ ला ा शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। 18 शिक्षकों का काम दो-तीन शिक्षकों को करना पड़ रहा है। एक-एक शिक्षक चार-पांच कक्षाएं संभालने को मजबूर है। राजे ने कहा कि शिक्षक बच्चे को पढ़ाते ही नहीं है,वो उनके चरित्र का निर्माण भी करते हैं।

सरकार की धोखा करने की आदत राजे ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की कर्मचारियों के साथ धोखा करने की आदत है। राजे ने अधिवेशन में उपस्थित शिक्षकों से कहा कि उनकी बात समझ आती है तो साथ चलो। कोई समस्या है तो उसे साथ मिलकर सुलझाएंगे। अलग-अलग होने से किसी को फायदा नहीं होगा।

गणित से लगता था डर
राजे ने कहा कि उन्हें गणित से बहुत डर लगता था, लेकिन एक शिक्षक ने उनकी पूरा दिमाग ही बदल दिया। उन शिक्षक ने गणित के सारे राज समझा दिए, इसके बाद तो ऎसा लगता था कि वह राज थे ही नहीं,बस दिमाग की ही उपज थी। इसके बाद गणित में हमेशा एक न बर पर रही।

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