शनिवार, 28 मार्च 2015
मामा बना हैवान, चॉकलेट के बहाने 8 वर्षीय मासूम से किया दुष्कर्म
रामनवमी के दिन ऐसे करें पूजन
हिंदू संस्कृति में रामनवमी बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करने और दान करने से काफी पुण्य की प्राप्ति होती है। रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने से विशेष पुण्य मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, इसीलिए इस दिन पूरे समय पवित्र मुहूर्त होता है। लिहाजा, इस दिन नए घर, दुकान या प्रतिष्ठान में प्रवेश करना काफी शुभ होता है।
ऐसे करें पूजन और दान-पुण्य
इस दिन ब्रह मुहूर्त में उठकर स्नान करें। भगवान राम की तस्वीर को गंगाजल से पोंछकर उस पर कुमकुम, हल्दी और चंदन का तिलक करें। भगवान राम को पुष्प अर्पित करें। इसके बाद भगवान राम की तस्वीर के सामने घी का दीया जलाएं। रामनवमी के दिन भगवान राम को खीर या मेवे का भोग लगाया जाना चाहिए।
रामनवमी के दिन पंडित जी को भोजन कराना चाहिए। अगर संभव न हो तो मंदिर में बिना पकी भोजन साम्रग्री भी दी जा सकती है।
भगवान राम की पूजा करते समय रामरक्षास्त्रोत का पाठ जरूर करना चाहिए। राम मंत्र, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदर कांड आदि के पाठ से ना सिर्फ अक्षय पुण्य मिलता है बल्कि धन संपदा के निरंतर बढ़ने के योग जाग्रत होते हैं।
प्रभु राम की पूजा करने के बाद भोग के रुप में भोजन की थाली चढ़ाएं।
रामनवमी के दिन गरीबों, असहायों को दान देना और भोजन कराना चाहिए।
रामनवमी के दिन अपने बुजुर्गों का आर्शीवाद भी अवश्य लें।
रामनवमी के दिन पास के किसी राम मंदिर में जाकर दीया जलाएं, प्रसाद चढ़ाए। पूजा के बाद प्रसाद को ज्यादा से ज्यादा लोगों में बांटें।
राम का जन्मोत्सव इसी तरह मनाएं जैसे घर में कोई नन्हा शिशु जन्मा हो। नवमी के दिन कुंआरी कन्याओं को भोजन कराएं।
किसी भी नए कार्य की शुरुआत, नया व्यवसाय आरंभ कर सकते है।
कबूतर ने उड़ाए गुजरात पुलिस के होश, जांच शुरू
शुक्रवार, 27 मार्च 2015
बाडमेर फसल खराबे का 4800लाख का मुआवजा जारी
बाडमेर फसल खराबे का 4800लाख का मुआवजा जारी
बाडमेर, 27 मार्च। जिले में फसल खराबे से प्रभावित काश्तकारों को करीब 4800 लाख रूपये का मुआवजा स्वीकृत कर भुगतान के लिए जारी किया गया है। यह राशि केन्द्रीय सहकारी बैंक को भुगतान के लिए जारी की गई है।
जिला कलक्टर (आपदा प्रबन्धन एवं सहायता) मधुसूदन शर्मा ने बताया कि अभाव संवत् 2071 (खरीफ फसल 2014) में 50 प्रतिशत या उससे अधिक फसल खराबा वाले पात्र लधु, सीमान्त एवं अन्य कृषको हेतु कुल 4787.00 लाख रूपये की स्वीकृतियां जारी की गई है। जिले के गडरारोड, बायतु, चैहटन, सेडवा, गिडा, पचपदरा, धोरीमना, रामसर, शिव, बाडमेर एवं समदडी तहसील क्षेत्रों के कुल 1451 प्रभावित ग्रामों के पात्र 27936 सीमान्त कृपकों हेतु 45963474 रूपये, 35813 लधु कृषको हेतु 130325339 रूपये तथा 59720 अन्य कृषको हेतु 302373047 रूपये सहित कुल 123469 कृपकों हेतु कुल 478661860 रूपये की राशि जमा कराई गई है।
उन्होने बताया कि गडरारोड तहसील के 164 प्रभावित ग्रामों के 10660 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 67479980 रूपये की राशि जमा कराई गई है। इसी प्रकार बायतु तहसील के 55 प्रभावित ग्रामों के 5007 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 18302545 रूपये, चैहटन तहसील के 261 ग्रामों के 16129 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 58069670 रूपये, सेडवा तहसील के 223 ग्रामों के 30997 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 97432285 रूपये, गिडां तहसील के 126 ग्रामों के 10563 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 37706825 रूपये, पचपदरा तहसील के 12 ग्रामों के 2355 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 9275650 रूपये, धोरीमना तहसील के 11 ग्रामों के 1609 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 5430150 रूपये, रामसर तहसील के 177 ग्रामों के 6158 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 20082525 रूपये, शिव तहसील के 79 ग्रामों के 3916 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु हेतु 15158595 रूपये, बाडमेर तहसील के 297 ग्रामों के 25972 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु हेतु 100462857 रूपये तथा समदडी तहसील के 46 प्रभावित ग्रामों के 10103 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 49260778 रूपये की राशि जमा कराई गई है।
उन्होने उक्त जमा राशि को तहसीलदारों से जारी कृषि आदान- अनुदान की स्वीकृतियों एवं अनुसूचियों अनुसार कृषकों के खातों में राशि हस्तान्तरण कर सूचना एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र अविलम्ब भिजवाने के निर्देश दिए है।
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राजस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
चैधरी कल बाडमेर आएगें
बाडमेर, 27 मार्च। राजस्व, उप निवेशन, पुनर्वास एवं देवस्थान विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अमराराम चैघरी कल बाडमेर आएगें।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चैघरी 28 मार्च को दोपहर 3.00 बजे शिकारपुरा धाम से प्रस्थान कर सायं 5.00 बजे बालोतरा पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम बालोतरा में करेंगे। वे 29 मार्च को प्रातः 8.00 बजे बालोतरा से प्रस्थान कर 9.00 बजे जेठन्तरी जाएगें तथा जेठन्तरी से प्रातः 10.00 बजे प्रस्थान कर 12.30 बजे सर्किट बाडमेर पहुंचेगे तथा उसके बाद बाडमेर से दोपहर 3.00 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें।
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बालोतरा सफाई कर्मी के साथ मारपीट ,हंगामा बरपा
बालोतरा सफाई कर्मी के साथ मारपीट ,हंगामा बरपा
ओम प्रकाश सोनी
बलोतरा। बालोतरा में आज दोपहर को नगरपरिषद के एक सफाई कर्मचारी के साथ एक
युवक द्वारा मारपीट कर गंभीर घायल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया। पहले
तो घायल युवक के परिजनो ने अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही
बरतने का आरोप लगाकर अस्पताल में हंगामा कर दिया ओर बाद में चिकित्सक को
पीट दिया। इसके बाद जब प्रषासन ओर पुलिस मामले की जांच में जुटे थे उस
दोरान सफाई कर्मचारी के परिजनो ने मारपीट करने वाले कथित आरोपियो के घर
पर तोड़फोड की। इस दोरान नगरपरिषद के पास में दोनो गुटो में झड़प ओर
पत्थर बाजी हो गई। मोके पर मोजुद पुलिस बल ने लोगो को नियंत्रित करने का
प्रयाय किया। जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी उदयभानु चारण, उप पुलिस
अधिक्षक राजेन्द्र ढिढारिया मोके पर पहुचे ओर आक्रोषित लोगो से समझाईस कर
मामले को शांत करने का प्रयास किया। बाद में घायल कर्मचारी सोहनलाल को
जोधपुर रफफर किया गया। उधर अभी भी माहोल तनाव पुर्ण है। वही दूसरी ओर
नाहटा अस्पाताल के चिकित्सको में मारपीट के बाद से रोष है। मारपीट का
षिकार होने वाले चिकित्सक डॉक्टर डी.आर. गुंसाई ने बालोतरा पुलिस में
रिपोर्ट दी है। साथ ही नगरपरिषद के सफाई कार्मिको ने भी आरोपियो को
गिरफतार करने की मांग की है। प्रषासन ओर पुलिस अधिकारी दोनो पक्षो से
वार्ता कर मामले को शांत करवाने का प्रयास कर रहे है। देर शाम को पुलिस
अधिक्षक परिस अनिल देषमुख भी बालोतरा पहुचे। शहर में अतिरिक्त पुलिस
जाब्ता भी तेनात किया गया है।
युवक द्वारा मारपीट कर गंभीर घायल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया। पहले
तो घायल युवक के परिजनो ने अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही
बरतने का आरोप लगाकर अस्पताल में हंगामा कर दिया ओर बाद में चिकित्सक को
पीट दिया। इसके बाद जब प्रषासन ओर पुलिस मामले की जांच में जुटे थे उस
दोरान सफाई कर्मचारी के परिजनो ने मारपीट करने वाले कथित आरोपियो के घर
पर तोड़फोड की। इस दोरान नगरपरिषद के पास में दोनो गुटो में झड़प ओर
पत्थर बाजी हो गई। मोके पर मोजुद पुलिस बल ने लोगो को नियंत्रित करने का
प्रयाय किया। जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी उदयभानु चारण, उप पुलिस
अधिक्षक राजेन्द्र ढिढारिया मोके पर पहुचे ओर आक्रोषित लोगो से समझाईस कर
मामले को शांत करने का प्रयास किया। बाद में घायल कर्मचारी सोहनलाल को
जोधपुर रफफर किया गया। उधर अभी भी माहोल तनाव पुर्ण है। वही दूसरी ओर
नाहटा अस्पाताल के चिकित्सको में मारपीट के बाद से रोष है। मारपीट का
षिकार होने वाले चिकित्सक डॉक्टर डी.आर. गुंसाई ने बालोतरा पुलिस में
रिपोर्ट दी है। साथ ही नगरपरिषद के सफाई कार्मिको ने भी आरोपियो को
गिरफतार करने की मांग की है। प्रषासन ओर पुलिस अधिकारी दोनो पक्षो से
वार्ता कर मामले को शांत करवाने का प्रयास कर रहे है। देर शाम को पुलिस
अधिक्षक परिस अनिल देषमुख भी बालोतरा पहुचे। शहर में अतिरिक्त पुलिस
जाब्ता भी तेनात किया गया है।
रिश्वत प्रकरण में लिपिक को चार साल की सजा
कोटा
दशहरा मेले में दुकान आवंटन के लिए एक दुकानदार से रिश्वत लेने के 15 साल पुराने मामले में न्यायालय ने गुरुवार को नगर निगम के तत्कालीन कनिष्ठ लिपिक को 4 साल कठोर कैद व 10 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है। जबकि तत्कालीन राजस्व अधिकारी समेत 4 अन्य कर्मचारियों को साक्ष्य के अभाव में दोष मुक्त कर दिया।
किशोरपुरा निवासी दुकानदार सज्जन सिंह ने एसीबी में शिकायत दी थी, जिसमें कहा कि अक्टूबर 2000 में आयोजित दशहरा मेले में उसे नगर निगम की ओर से एक दुकान आवंटित की गई थी। इसके बाद नगर निगम के तत्कालीन राजस्व अधिकारी कैलाश चंद शर्मा, कनिष्ठ लिपिक गजेन्द्र सिंह व गिर्राज गहलोत, मोहर्रिर रमेशचंद शर्मा, परिचालक रमेश मरुंडा व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामचरण ने उस दुकान को किसी अन्य के नाम आवंटित करने के नाम पर धमकाते हुए उससे 2 हजार रुपए की मांग की।
शिकायत पर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए 19 अक्टूबर 2000 को गजेन्द्र सिंह को अन्य सभी कर्मचारियों के लिए 1500 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। उसी समय वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था। करीब 15 साल चली सुनवाई के बाद न्यायालय ने गजेन्द सिंह को रिश्वत लेने का दोषी मानते हुए उसे 4 साल कठोर कैद व 10 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है, जबकि अन्य आरोपित को दोष मुक्त कर दिया।
गुरुवार, 26 मार्च 2015
जब पृथ्वी के पीछे पूरी तरह छिप जाएगा चन्द्रमा
इन्दौर। अगर आप 4 अप्रैल को लगने वाले पूर्ण चन्द्रग्रहण को निहारने के लिए भारत में माकूल जगह की तलाश में हैं तो देश के पूर्वोत्तर हिस्से का रुख कर सकते हैं, जहां सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की इस लुकाछिपी का शानदार नजारा दिखने की उम्मीद है।
उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेन्द्रप्रकाश गुप्त ने बुधवार को बताया कि पूर्ण चन्द्रग्रहण की शुरुआत भारतीय मानक समय के मुताबिक दोपहर 3.45.04 बजे होगी और यह शाम 7.15.2 बजे खत्म हो जाएगा। इस तरह सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की ‘त्रिमूर्ति’ की रोमांचक भूमिका वाला खगोलीय घटनाक्रम तकरीबन 3.30 घंटे तक चलेगा।
कोई 2 सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने अपनी गणना के हवाले से बताया कि पूर्ण चन्द्रग्रहण शाम 5.30.30 बजे अपने चरम स्तर पर पहुंचेगा, जब चन्द्रमा पृथ्वी की छाया से पूरी तरह ढंका नजर आएगा।
उन्होंने बताया कि भारत में पूर्ण चन्द्रग्रहण का सबसे अच्छा नजारा पूर्वोत्तर हिस्से में नजर आने की उम्मीद है, जहां देश के दूसरे इलाकों के मुकाबले चन्द्रोदय जल्दी होता है।
पूर्ण चन्द्रग्रहण तब लगता है, जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। परिक्रमारत चन्द्रमा इस स्थिति में पृथ्वी की ओट में पूरी तरह छिप जाता है और उस पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ पाती है।
उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेन्द्रप्रकाश गुप्त ने बुधवार को बताया कि पूर्ण चन्द्रग्रहण की शुरुआत भारतीय मानक समय के मुताबिक दोपहर 3.45.04 बजे होगी और यह शाम 7.15.2 बजे खत्म हो जाएगा। इस तरह सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की ‘त्रिमूर्ति’ की रोमांचक भूमिका वाला खगोलीय घटनाक्रम तकरीबन 3.30 घंटे तक चलेगा।
कोई 2 सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने अपनी गणना के हवाले से बताया कि पूर्ण चन्द्रग्रहण शाम 5.30.30 बजे अपने चरम स्तर पर पहुंचेगा, जब चन्द्रमा पृथ्वी की छाया से पूरी तरह ढंका नजर आएगा।
उन्होंने बताया कि भारत में पूर्ण चन्द्रग्रहण का सबसे अच्छा नजारा पूर्वोत्तर हिस्से में नजर आने की उम्मीद है, जहां देश के दूसरे इलाकों के मुकाबले चन्द्रोदय जल्दी होता है।
पूर्ण चन्द्रग्रहण तब लगता है, जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। परिक्रमारत चन्द्रमा इस स्थिति में पृथ्वी की ओट में पूरी तरह छिप जाता है और उस पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ पाती है।
पाकिस्तान में हत्या के 4 दोषियों को फांसी
पाकिस्तान की तीन अलग-अलग जेलों में बुधवार को हत्या के चार दोषियों को फांसी दे दी गई। 'डॉन' ऑनलाइन के अनुसार, अब्दुल रज्जाक चौहान और जलाल मोरेजो को सिंध प्रांत के सुक्कुर केंद्रीय कारागार-1 में फांसी दे दी गई।
चौहान ने एक छात्र आफताब मेरानी की हत्या कर दी थी। 2003 में चौहान को इस मामले में मृत्युदंड सुनाया गया था। मोरेजो को 1997 में एक व्यक्ति की हत्या का दोषी पाया गया था और 2000 में उसे मृत्युदंड सुनाया गया था।
मृत्युदंड का सामना कर रहे एक अन्य दोषी शाहबाज अली को पंजाब प्रांत के शाहीवाल केंद्रीय कारागार में फांसी दे दी गई। अली ने 1998 में जमीन विवाद में सात साल के एक बच्चों की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
चौथे दोषी गुलाम यासीन को पंजाब प्रांत के केंद्रीय कारागार बहावलपुर में फांसी दे दी गई। उसे 2002 में दुष्कर्म और हत्या का दोषी पाया गया था। कोई 8,000 कैदियों को देश के विभिन्न जेलों में अभी फांसी दिया जाना शेष है।
गौरतलब है कि पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में 16 दिसंबर, 2014 को हुए आतंकवादी हमले के बाद सरकार ने अगले ही दिन आतंकवादी हमले के संबंध में मृत्युदंड पर लगाई गई रोक हटा दी थी। इसके बाद सरकार ने सभी अपराध के मामलों में मृत्युदंड पर लगाई रोक हटाने का फैसला किया था।
विश्व कप लाइव : वॉर्नर के विकेट के बाद फिंच और स्मिथ ने सम्भाली पारी
ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर भारत के साथ जारी आईसीसी विश्व कप 2015 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपना पहला विकेट गंवाने के बाद एरन फिंच और स्टीवन स्मिथ ने पारी को सम्भाला। दोनों के बीच अभी तक 62 रन की साझेदारी हो चुकी है। स्मिथ ने 3 7 गेंदों में 6 चौके लगाए जबकि फिंच ने 41 गेंदों में दो चौके लगाए।
एरन फिंच (21) और स्टीवन स्मिथ (41) खेल रहे हैं। खबर लिखने तक ऑस्ट्रेलिया ने 14 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 77 रन बना लिए हैं।
पूल स्तर पर दूसरा स्थान हासिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान को हराया था जबकि पूल-बी में शीर्ष पर रहे मौजूदा चैम्पियन भारत अपने पड़ोसी बांग्लादेश को 109 रनों से शिकस्त दी थी।
जरायम के नेटवर्क में फंसे बरेली के नौजवान
धार्मिक उन्माद, रुपये-पैसे का लालच, रईस बनने का जूनून या ब्रेन वाश...। तरीका कोई भी हो, दिल्ली में मुहम्मद यूसुफ की गिरफ्तारी से साफ है कि बरेली के युवा माफिया और आतंकी संगठनों के हथियार बन रहे हैं। दिल्ली में माफिया डॉन लक्कड़वाला का गुर्गा यूसुफ भी गरीबी से जूझ रहे पुराने शहर के एक परिवार का है। इसके साथ ही यह आशंका मजबूत हो गई है कि आतंकी संगठनों ने धीरे-धीरे ही सही, शहर के युवाओं तक अपना नेटवर्क तैयार कर लिया है। अब तक 5 युवक राष्ट्रविरोधी ताकतों की मदद करते पकड़े जा चुके हैं।
आतंकी संगठनों की मदद के बारे में सबसे पहले बरेली अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले के समय चर्चा में आया था। अक्षरधाम मंदिर पर हुए आतंकी हमले में बरेली के चांद को खुफिया विभाग की सूचना पर गिरफ्तार किया गया था। वह पेशे से मैकेनिक था। उसके बाद बंगलुरू में विज्ञान मंदिर हमले की जांच में शीशगढ़ के जाफरपुर निवासी इरफान बंजारा का नाम सामने आया था। उसे कर्नाटक के कोलार से पकड़ा गया था। दो गिरफ्तारियों से आईबी के अफसर भी मानने लगे कि बरेली में युवकों को आतंकियों ने अपने मददगार के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। कोहाड़ापीर का रहने वाला नमाजी भी राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर से पकड़ा गया था जब वह सीमा पार करने की फिराक में था।
इन तीन गिरफ्तारियों से जो आशंका बनी, राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी ने उस पर मुहर लगा दी थी। दिल्ली और लखनऊ के करीब बीच में होने के कारण बरेली को आतंकियों ने अब तक एक सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया है। यहां से दिल्ली, लखनऊ के साथ ही पूर्वांचल और बिहार तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। उसके बाद राजेश को एके 47 के साथ गिरफ्तार किया जाना खतरे की घंटी बजाने वाला रहा। अब मुहम्मद यूसुफ की गिरफ्तारी से साफ हो गया है कि बरेली के नौजवानों को जरायम की दुनिया में असलहे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
बुधवार, 25 मार्च 2015
भीलवाड़ा डायन बता चिमटे से दागा
भीलवाड़ा
बनेड़ा क्षेत्र के निम्बाहेड़ा कलां गांव में महिला को डायन (ऊपरी हवा का प्रकोप) बताकर ससुराल पक्ष ने चिमटे से दागा ही नहीं बल्कि मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। महिला की हालत बिगडऩे पर सोमवार देर रात उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पति, सास, ननद व देवर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां में महिला को रविवार देर रात पति रफीक, सास सम्भो, ननद मेराज व देवर असलम ने ऊपरी हवा को भगाने की बात कहते हुए गर्म चिमटे से पीठ और पेट पर कई जगह दागा। उसके चिल्लाने पर आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। कई जगह दागे जाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई।
ले गए धर्मस्थल पर
दागने के बाद आरोपित महिला को जंगल में स्थित धर्मस्थल पर ले गए,जहां उसे बैठा दिया गया। उसका चेहरा चुन्नी से ढक दिया गया। दर्द से कहराती पीडि़ता घुंघट में आंसू बहाती रही, लेकिन आरोपितों ने उसे वहां से उठने नहीं दिया। इस दौरान वहां कई लोग मौजूद थे।
मौका पाकर भाई को किया कॉल
सोमवार सुबह आरोपितों के इधर-उधर होने पर मौका पाकर पीडि़ता ने किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन कर दिया। मोबाइल पर वह महज उसे जल्द आने के अलावा कुछ नहीं कह पाई। इससे पीहर पक्ष हरकत में आ गया। कई लोग वाहन लेकर उसके ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। तलाशते हुए दोपहर में धर्मस्थल पर पहुंच गए।
जाने नहीं दिया पास
पीहर पक्ष वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने ऊपरी हवा बताते हुए उसे बैठे रहने देने की सलाह दी। कुछ देर तक पीडि़ता का भाई बैठा रहा, लेकिन उसे कुछ ठीक नहीं लगा। वह पीडि़ता को वाहन में बैठाकर पीहर ले आया।
तब तक पीडि़ता ने भाई को गर्म चिमटे से दागने की बात नहीं बताई। सोमवार रात को पीडि़ता ने भाई को इसके बारे में बताया। हालत बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। सूचना पर देर रात बनेड़ा थाना पुलिस वहां पहुंची और पीडि़ता के बयान दर्ज किए।
आठ साल पहले हुआ विवाह
पीडि़ता का आठ साल पूर्व रफीक से विवाह हुआ। उसके डेढ़ साल का पुत्र भी है। लम्बे समय से उसे डायन बताकर परेशान कर रहे थे। कई बार मारपीट भी की गई, जिससे ससुराल चली आई, लेकिन पीहर पक्ष ने समझाइश कर उसे वापस भेज दिया। मारपीट से उसकी आंख पर गहरी चोट आई है तथा चेहरा सूज गया है।
बैरक में मां-बेटी गुत्थमगुत्था
बहू को डायन कहकर प्रताडि़त कर चिमटे से जलाने वाली सास और ननद के बीच मंगलवार देर रात जिला कारागार में खूनी संघर्ष हो गया। महिला बैरक में बंद बेटी ने मां पर हमला कर दिया, जिससे जेल में आधी रात को हंगामा खड़ा हो गया। दोनों को छुड़ाने गई अन्य महिला बंदी भी लहूलुहान हो गई। मां-बेटी को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जबकि तीन अन्य महिला बंदियों का प्राथमिक उपचार किया गया।
जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां निवासी सम्भो व उसकी बेटी मेराज को शाम को जेल लाया गया। महिला बैरक मंे मां-बेटी बंद थे। रात ग्यारह बजे मेराज ने वहां सो रही सम्भो पर हमला कर दिया। उसके बाल पकड़ कर दीवार पर पटकने लगी तथा वहां रखी झाडु से मारने लगी। यह देख बैरक में सो रही अन्य महिला बंदी बचाने आई, लेकिन मेराज ने सभी को पछाड़ दिया। उसने अन्य महिला बंदियों की भी पिटाई कर दी।
बैरक में बंद 13 महिला बंदियों में से 11 उसे काबू में नहीं कर पा रही थी। इस दौरान दो महिला कांस्टेबल भी बचाव में दौड़ी। बैरक में हंगामा सुनकर अन्य प्रहरी दौड़कर आए। इस दौरान जेल उपाधीक्षक मालीवाल भी वहां पहुंच गई। बमुश्किल मेराज को अलग गया, लेकिन तब तक दोनों लहूलुहान हो गई। इस सम्बंध में जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर और पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को हालात से अवगत कराया गया।
भीलवाड़ा डायन बता चिमटे से दागा
भीलवाड़ा
बनेड़ा क्षेत्र के निम्बाहेड़ा कलां गांव में महिला को डायन (ऊपरी हवा का प्रकोप) बताकर ससुराल पक्ष ने चिमटे से दागा ही नहीं बल्कि मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। महिला की हालत बिगडऩे पर सोमवार देर रात उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पति, सास, ननद व देवर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां में महिला को रविवार देर रात पति रफीक, सास सम्भो, ननद मेराज व देवर असलम ने ऊपरी हवा को भगाने की बात कहते हुए गर्म चिमटे से पीठ और पेट पर कई जगह दागा। उसके चिल्लाने पर आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। कई जगह दागे जाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई।
ले गए धर्मस्थल पर
दागने के बाद आरोपित महिला को जंगल में स्थित धर्मस्थल पर ले गए,जहां उसे बैठा दिया गया। उसका चेहरा चुन्नी से ढक दिया गया। दर्द से कहराती पीडि़ता घुंघट में आंसू बहाती रही, लेकिन आरोपितों ने उसे वहां से उठने नहीं दिया। इस दौरान वहां कई लोग मौजूद थे।
मौका पाकर भाई को किया कॉल
सोमवार सुबह आरोपितों के इधर-उधर होने पर मौका पाकर पीडि़ता ने किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन कर दिया। मोबाइल पर वह महज उसे जल्द आने के अलावा कुछ नहीं कह पाई। इससे पीहर पक्ष हरकत में आ गया। कई लोग वाहन लेकर उसके ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। तलाशते हुए दोपहर में धर्मस्थल पर पहुंच गए।
जाने नहीं दिया पास
पीहर पक्ष वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने ऊपरी हवा बताते हुए उसे बैठे रहने देने की सलाह दी। कुछ देर तक पीडि़ता का भाई बैठा रहा, लेकिन उसे कुछ ठीक नहीं लगा। वह पीडि़ता को वाहन में बैठाकर पीहर ले आया।
तब तक पीडि़ता ने भाई को गर्म चिमटे से दागने की बात नहीं बताई। सोमवार रात को पीडि़ता ने भाई को इसके बारे में बताया। हालत बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। सूचना पर देर रात बनेड़ा थाना पुलिस वहां पहुंची और पीडि़ता के बयान दर्ज किए।
आठ साल पहले हुआ विवाह
पीडि़ता का आठ साल पूर्व रफीक से विवाह हुआ। उसके डेढ़ साल का पुत्र भी है। लम्बे समय से उसे डायन बताकर परेशान कर रहे थे। कई बार मारपीट भी की गई, जिससे ससुराल चली आई, लेकिन पीहर पक्ष ने समझाइश कर उसे वापस भेज दिया। मारपीट से उसकी आंख पर गहरी चोट आई है तथा चेहरा सूज गया है।
बैरक में मां-बेटी गुत्थमगुत्था
बहू को डायन कहकर प्रताडि़त कर चिमटे से जलाने वाली सास और ननद के बीच मंगलवार देर रात जिला कारागार में खूनी संघर्ष हो गया। महिला बैरक में बंद बेटी ने मां पर हमला कर दिया, जिससे जेल में आधी रात को हंगामा खड़ा हो गया। दोनों को छुड़ाने गई अन्य महिला बंदी भी लहूलुहान हो गई। मां-बेटी को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जबकि तीन अन्य महिला बंदियों का प्राथमिक उपचार किया गया।
जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां निवासी सम्भो व उसकी बेटी मेराज को शाम को जेल लाया गया। महिला बैरक मंे मां-बेटी बंद थे। रात ग्यारह बजे मेराज ने वहां सो रही सम्भो पर हमला कर दिया। उसके बाल पकड़ कर दीवार पर पटकने लगी तथा वहां रखी झाडु से मारने लगी। यह देख बैरक में सो रही अन्य महिला बंदी बचाने आई, लेकिन मेराज ने सभी को पछाड़ दिया। उसने अन्य महिला बंदियों की भी पिटाई कर दी।
बैरक में बंद 13 महिला बंदियों में से 11 उसे काबू में नहीं कर पा रही थी। इस दौरान दो महिला कांस्टेबल भी बचाव में दौड़ी। बैरक में हंगामा सुनकर अन्य प्रहरी दौड़कर आए। इस दौरान जेल उपाधीक्षक मालीवाल भी वहां पहुंच गई। बमुश्किल मेराज को अलग गया, लेकिन तब तक दोनों लहूलुहान हो गई। इस सम्बंध में जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर और पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को हालात से अवगत कराया गया।
खुली जेल से चल रहा था हथियार तस्करी का गिरोह
सीकर
पत्नी से विवाद में फायरिंग करने के आरोपित से पूछताछ के बाद बुधवार को कई राज खुले हैं। सीकर की खुली जेल से हथियार तस्करी का गिरोह चलाए जाने का भी खुलासा हुआ है। गिरोह के तार श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर इनसे हथियार बरामद किए हैं।
एसपी डा. रवि ने बताया कि श्रीगंगानगर के घमूड़वाली थाना इलाके का चन्द्रमोहन जाट सीकर के शांति नगर में किराए के मकान पर रह रहा है। 20 मार्च की रात को चन्द्रमोहन का अपनी पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था।
इस पर चन्द्र मोहन ने हवाई फायर कर दिया। सूचना पाकर उद्योग नगर पुलिस मौके पर पहुंची और चन्द्रमोहन को गिरफ्तार कर इसके पास से देशी कट्टा व दो कारतूस बरामद किए। चन्द्रमोहन से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह हत्या के मामले में सजा भी काट चुका था।
साथ ही चन्द्रमोहन ने श्रीगंगानगर की पुरानी आबादी निवासी नरेन्द्र, सिंधी मोहल्ला हनुमानगढ़ टाउन निवासी रवि अरोड़ा और बिरानी थाना इलाके के अजीतपुरा निवासी सुनील के अपने किराए के मकान पर आने-जाने की जानकारी दी। उसने बताया कि उसके साथी चोरी व अन्य वारदातों में लिप्त हैं। नरेन्द्र ने ही उसे देशी कट्टा व कारतूस उपलब्ध करवाए थे।
जेल में कालूराम देता शरण
पुलिस के अनुसार नरेन्द्र कुमार व रवि सीकर आते थे, तब सीकर की खुली जेल के बंदी कालूराम उर्फ रामभुलया के पास ठहरते थे। यहीं पर वारदात को अंजाम देने की योजनाएं बनाते।
इस पर सीकर पुलिस ने जिला जेल के आस-पास निगरानी रखनी शुरू की। साथ ही नरेन्द्र व रवि की तलाश में टीमें भी रवाना की गई। बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नरेन्द्र व रवि को भी गिरफ्तार कर लिया।
हथियार मिले
पुलिस ने नरेन्द्र से एक अवैध देशी कट्टा व एक जिंदा कारतूस तथा रवि से चार जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। दोनों के खिलाफ सीकर के उद्योग नगर थाने में आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
साथियों व पड़ोसी की हत्या का आरोप
पुलिस के अनुसार आरोपित नरेन्द्र ने सुनील कुमार निवासी अजीतपुरा श्रीगंगानगर की गला दबाकर हत्या कर दी थी। उसका शव जगमालपुरा में रेलवे लाइन के पास दबा दिया था।
इसके अलावा करीब ढाई माह पूर्व अन्य साथी पवन गिरी निवासी राजियासर, सूरतगढ़ को भी गला दबाकर मार दिया था। उसका शव भटिण्डा रोड पर नहर में फैंका था। इसी प्रकार दूसरे आरोपी रवि आरोड़ा पर हनुमानगढ़ टाउन में अपने पड़ोसी गोपी नायक की हत्या का आरोप है।
बाड़मेर। बस ने पिकअप को मारी टक्कर, तीन की मौत
बाड़मेर। बस ने पिकअप को मारी टक्कर, तीन की मौत
बाड़मेर।बाड़मेर में बुधवार तड़के हुए सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए लोगों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने तीनों शवों को मुर्दाघर में रखवाया है। पुलिस के अनुसार बाड़मेर के सिवाना इलाके में स्थित कुशीप गांव में सवेरे तेज रफ्तार चल रही एक निजी बस ने सामने से आ रही एक पिकअप को टक्कर मार दी। पिकअप में पांच लोग सवार थे।
हादसे में पिकअप का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए लोगों की शिनाख्त करने के पुलिस प्रयास कर रही है। गांव के बाहर हुए इस हादसे के बाद मौके पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से जाम खुलवाया और यातायात सुचारू किया।
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बाड़मेर। थार में गर्मी का असर शुरू , पारा पहुँचा 42 डिग्री
बाड़मेर। थार में गर्मी का असर शुरू , पारा पहुँचा 42 डिग्री
बाड़मेर। मौसम के बदलते मिजाज के साथ अब थार के लोग गर्मी का अहसास होने लगा है है। जहां कुछ दिन पहले तेज हवाओं का असर था वहीं पिछले दिनों से बाड़मेर में धूप की तपिश अपना अहसास करा रही है। जो कि अप्रैल से जुलाई तक कहर बरपाने वाली गर्मी का नमूना मात्र कहा जा सकता है। बाड़मेर में सुबह से शाम तक सूरज का तेज अब लोगों को बेहाल करने लगा है।
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