बुधवार, 12 दिसंबर 2018

*चुनाव हारे पर दिल जीते;मानवेन्द्र सिंह*

*चुनाव हारे पर दिल जीते;मानवेन्द्र सिंह*

*झालावाड़ कम समय मे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह भर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को टक्कर देने वाले मानवेन्द्र सिंह चाहे चुनाव हार गए मगर झालावाड़ की जनता और कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओ का दिल जीत गए।। तीस सालों में पहली बार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को गली गली गांव गांव घूमने पर मजबूर किया गया ।।।तो तीस सालों में प्रति चुनाव बढ़ रही बढ़त को काफी नीचे लाने में सफल रहे तो कांग्रेस में नई जान भी फूंक संजीवनी देने में सफल रहे।।मानवेन्द्र सिंह ने विशेष बातचीत में बताया कि पचपदरा में स्वाभिमान रैली के बाद कांग्रेस जॉइन करने के बाद जोधपुर संभाग में कांग्रेस को मजबूत करने का लक्ष्य रखा जुसमे सफल हुए।स्वाभिमान सैनिकों ने बाडमेर जेसलमेर की नो में से आठ सीट कांग्रेस की झोली में डाल सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।।झालावाड़ में अचानक इन वक्त टिकट देकर मैदान में उतारा।।वसुंधरा राजे के काले साम्राज्य के चलते यहां आम जन में भय का वातावरण बना रखा था  ।।किसान परेशान था,विकास के नाम पर छलावा था ।हर व्यक्ति उनके डर से दबा हुआ दिख।।हमने 14 दिन के सफर में इस डर को खत्म किया। वसुंधरा राजे की टीस सालों में लगातार बढ़त को रोकने में कामयाब हुए।काँग्रेज़ कार्यकर्ताओ में उत्साह का संचार हुआ। जिसकी बदौलत कांग्रेस के वोट बैंक में सात फीसदी इजाफा हुआ। अब लोकसभा चुनावों में पूर्ण योजना के साथ कार्यकर्ताओ के साथ उतरेंगे । हार जीत मायने नही रखती। मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी थी पार्टी ने उसे  निष्ठा के साथ पूर्ण किया।।झालावाड़ के विकास के लिए पूरे प्रयास किये जायेंगे। झालावाड़ की सेवा के लिए सदैव ततपर रहेन्गे। उन्होए कार्यकरराओं से आह्वान किया कि निराश होने की जरूरत नही।लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाये। चुनाव में उतरने के बाद बहुत कम समय मिल क्षेत्र को समझने में ।।

मंगलवार, 11 दिसंबर 2018

सत्ता परिवर्तन की राजस्थान में नहीं टूटी 20 साल की परंपरा

सत्ता परिवर्तन की राजस्थान में नहीं टूटी 20 साल की परंपरा

राजस्थान में सत्ता बIदलने की 20 साल की परंपरा इस बार भी नहीं टूटी। पिछले 20 सालों से यहां बारी-बारी से बीजेपी-कांग्रेस की सरकार आती रही है। इस बार यहां की सियासत में इतिहास फिर दोहराया गया और कांग्रेस सत्ता की दहलीज तक पहुंच गई। 1952 से अब तक (इस बार के नतीजों को छोड़कर) राजस्थान विधानसभा के 14 चुनाव हो चुके हैं।



वसुंधरा राजे ने दिया सीएम पद से इस्तीफा

वसुंधरा राजे ने दिया सीएम पद से इस्तीफा

राजस्थान विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना त्यागपत्र राज्यपाल कल्याण सिंह को सौंप दिया है। इस्तीफा सौंपने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में वसुंधरा ने कहा कि हम अच्छे विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। विपक्ष में रहकर जनता की आवाज उठाएंगे। मैं कांग्रेस को बधाई देती हूं। मैं इस जनादेश को स्वीकार करती हूं। बीजेपी ने पिछले पांच सालों के दौरान काफी काम किया। मुझे उम्मीद है कि अगली सरकार इन कामों और नीतियों को आगे बढ़ाएगी।  राजे ने कहा,  'मैं सभी भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हूं।,'

बाड़मेर /जेसलमेर । खुद की करारी हार देखे कर्नल सोनाराम के आंसू निकल पड़े , पोकरण से सालेह मोहम्मद ने बाजी मारी

बाड़मेर /जेसलमेर । खुद की करारी हार देखे कर्नल सोनाराम के आंसू निकल पड़े , पोकरण से सालेह मोहम्मद ने बाजी मारी

बाड़मेर/ जेसलमेर - राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना में बाड़मेर- जैसलमेर की 9 सीटों पर कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे है। सबसे हॉट सीट मानी जाने वाली पोकरण पर कांग्रेस के सालेह मोहम्मद ने साढ़े तीन हजार की बढ़त हासिल कर ली है। व

  1. हीं बाड़मेर जिले में सबसे चौंकाने वाली 36 हजार से कर्नल सोनाराम की बाड़मेर से हार रही। 



बाड़मेर के शिव से कांग्रेस के अमीन खान 23 हजार, बायतु से हरीश चौधरी कड़े मुकाबले में 2647 से, पचपदरा में मदन प्रजापत ने 2395 व चौहटन में कांग्रेस के पदमाराम ने 4838 मत से जीत हासिल की। बुरी तरह से पिछड़ने के दौरान कर्नल सोनाराम के आंसू निकल पड़े और वे वहां से निकल गए।

जैसलमेर
रूपाराम(कांग्रेस) - 10583
सांगसिंह(भाजपा) -  6361
पोकरण
प्रतापपुरी(भाजपा) - 14102
सालेह मोहम्मद(कांग्रेस) - 13415
बाड़मेर
मेवाराम(कांग्रेस)- 94697
सोनाराम(कांग्रेस)- 58343
बायतु
उम्मेदाराम(रालोपा)- 42533
हरीश चौधरी(कांग्रेस)- 45180
चौहटन
पदमाराम(कांग्रेस) - 79695
आदूराम(भाजपा)- 74858
गुड़ामालानी
हेमाराम चौधरी(कांग्रेस)- 62977
लादूराम विश्नोई(भाजपा)- 52969
पचपदरा
मदन प्रजापत(कांग्रेस)- 69393
अमराराम(भाजपा)- 66998
शिव
खंगारसिंह(भाजपा)- 60106
अमीन खान(कांग्रेस)- 83700
सिवाना
हमीरसिंह(भाजपा)- 45603
बालाराम(निर्दलीय)- 42554

बाड़मेर। कॉंग्रेस के मेवाराम जैन की हुई जीत, BJP के कर्नल सोनाराम हारे

ब्रेकिंग । बाड़मेर। कॉंग्रेस के मेवाराम जैन की हुई जीत, BJP के कर्नल सोनाराम हारे

बाड़मेर। बाड़मेर में चुनावी नतीजों ने हर किसी को चौंका दिया है। बाड़मेर विधानसभा की हॉट सीट पर एक तरफा मुकाबला के साथ कांग्रेस के मेवाराम जैन ने 38 हजार के करीब वोटों से जीत दर्ज की। मेवाराम ने भाजपा के कर्नल सोनाराम चौधरी को हराया है। इसी के साथ समर्थकों में ख़ुशी का माहौल है। मेवाराम के कार्यालय के आगे जश्न शुरू हो गया है।

ताजा अपडेट।। बाड़मेर जिले की सभी विधानसभाओं की

ताजा उपडेट।। बाड़मेर जिले की सभी विधानसभाओं की

सिवाना 11 राउंड 5400 वोटों से हमीरसिंह आगे बीजेपी

पचपदरा से 12 राउंड 2200 वोट से मदन प्रजापत आगे कांग्रेस

चौहटन 13 राउंड 3000 वॉट से पदमाराम मेघवाल आगे कांग्रेस

बायतु से नवां राउंड 4000 वोट से उम्मेदाराम आगे आर एल पी

गुडामालानी 6 राउंड 13000 वोट से हैमाराम चौधरी आगे कांग्रेस

बाड़मेर 11 राउंड 41820 वोट से मेवाराम आगे कांग्रेस

शिव 14 राउंड 4548 वोट से अमीनखान आगे कांग्रेस

LIVE:झालरापाटन। झालरापाटन के चुनाव परिणाम पर टिकी सभी की निगाहें

LIVE:झालरापाटन। झालरापाटन के चुनाव परिणाम पर टिकी सभी की निगाहें

राजस्‍थान की मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे एंटी-इनकंबेंसी से जूझ रही हैं। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही इस बार भी राजस्‍थान की ‘महारानी’ झालरापटन से ही चुनाव मैदान में हैं। झालरापाटन सीट राजस्‍थान के झालावाड़ जिले में आता है। विशेषज्ञों की मानें तो वसुंधरा लिए इस बार का मुकाबला पिछले चुनाव की तुलना में ज्‍यादा कठिन रहने के आसार हैं। वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने वसुंधरा के खिलाफ युवा मीनाक्षी चंद्रावत को मैदान में उतारा था। लेकिन, इस बार कांग्रेस ने उनके खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को उतारा है। ऐसे में झालरापाटन के चुनाव परिणाम पर सभी की निगाहें टिकी हैं। 

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वसुंधरा राजे ने वर्ष 2013 में 63% मत हासिल कर कांग्रेस प्रत्‍याशी पर आसान जीत दर्ज की थी। उस वक्‍त झालरापाटन में कुल 2,28,977 रिजस्‍टर्ड मतदाता थे। वसुंधरा को कुल 1,14,384 मत हासिल हुआ था। वहीं, कांग्रेस प्रत्‍याशी मीनाक्षी चंद्रावत को कुल 53,488 मत मिले थे। इन दोनों प्रत्‍याशियों के बाद सबसे ज्‍यादा वोट NOTA (2.06 फीसद) को मिला था।

Live- राजस्थान चुनाव !! रुझानों में बीजेपी से आगे निकली कांग्रेस

Live- राजस्थान चुनाव !! रुझानों में बीजेपी से आगे निकली कांग्रेस 

राजस्थान विधानसभा चुनाव परिणाम के लिए राज्य की 199 सीटों पर मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस आगे चल रही है। ये महज शुरुआती रुझान हैं जो कि आगे चलकर बदल भी सकते हैं। आज पता चल जाएगा कि राज्य में बीजेपी की सरकार कायम रहेगी या फिर कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी। आज वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई थी। राजस्थान के मतदाता हर पांच साल में एक नई सरकार का चुनाव करने के लिए जाने जाते हैं। अगर एग्जिट पोल के अनुमान ही धरातल पर उतरे, तो विधानसभा चुनाव 2018 के परिणाम इतिहास को दोहराते नजर आएंगे। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी लड़ाई है।

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काउंटिग शुरू, कुछ देर बाद आएंगे रूझान

काउंटिग शुरू, कुछ देर बाद आएंगे रूझान



जयपुर: आखिरकार वो घड़ी आ गई है जिसका सबको बेसब्री से इंतजार था। राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई है। राजस्थान में 7 दिसंबर को हुए विधानसभा चुनाव में कुल मिलाकर 74.21% मतदाताओं ने मतदान किया था। यह आंकड़ा 2013 के 75.23% के आंकड़े से लगभग एक प्रतिशत कम है।

राज्य में कुल 4,74,37,761 मतदाता हैं और कुल 2274 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का 29 नवम्बर को निधन हो गया है जिस कारण वहां का चुनाव स्थगित कर दिया गया था। जहां तक सबसे अधिक मतदान का सवाल है तो राज्य की पोकरण विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 87.47 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं राज्य की मारवाड़ जंक्शन विधानसभा सीट पर मतदान का प्रतिशत सबसे कम 60.42% मतदान हुआ।

बाड़मेर। आज आएंगे चुनाव नतीजे , कुछ ही देर में रुझान आना शुरू होंगे

बाड़मेर। आज आएंगे चुनाव नतीजे , कुछ ही देर में रुझान आना शुरू

छगन सिंह चौहान / बाड़मेर

राजस्थान समेत कुल पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के आज नतीजे आने हैं। इस बार बाड़मेर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 65 प्रत्याशी चुनाव के रण में थे जिनकी किसम्मत ईवीएम मशीन में कैद है । इन सभी में मुख्य तौर पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही मुकाबला माना जा रहा है।


आपको बता दें कि आज सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी । कुछ ही देर में रुझान आने शुरू हो जाएंगे। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार करीब 76 फीसद लोगों ने अपने मत का इस्तेमाल किया था । 

आज आएंगे राजस्थान सहित पांच राज्यों के चुनाव परिणाम

आज आएंगे राजस्थान सहित पांच राज्यों के चुनाव परिणाम


राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आने हैं. 200 विधानसभा वाले राजस्थान की 199 सीटों पर 7 दिसंबर को वोटिंग हुई थी, जिनके नतीजों के रुझान कुछ ही देर में आने शुरू हो जाएंगे।

इस बार चुनावी रण में कुल 4,74,79,402 मतदाताओं ने 2274 मतदाताओं की किस्मत को वोटिंग मशीन में कैद किया है. प्रदेश में 142 सीटें सामान्य, 34 सीटें अनुसूचित जाति और 25 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक करीब 72 फीसद लोगों ने अपने मत का इस्तेमाल किया।


प्रदेश की रामगढ़ सीट पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन हो जाने से यहां वोटिंग स्थगित हो गई और प्रदेश की 199 सीटों पर ही वोटिंग हुई. सूबे में कांग्रेस के 194, भारतीय जनता पार्टी के 199, बहुजन समाज पार्टी के 189, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का 01, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 16 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 28 उम्मीदवार अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं. वहीं 830 निर्दलीय चुनावी मैदान में है।

राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने जा रहे हैं. एग्जिट पोल के अनुसार, इन सभी राज्यों में राजस्थान कांग्रेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां कांग्रेस की वापसी की संभावनाएं ज्यादा है।

सोमवार, 10 दिसंबर 2018

बाडमेर धोरीमन्ना गुरु और शिष्या के रिश्ते हुए तार-तार

बाडमेर धोरीमन्ना गुरु और शिष्या के रिश्ते हुए तार-तार


2 शिक्षकों पर छात्रा के साथ रेप का आरोप, दोनों शिक्षकों पर छात्रा के पिता ने लगाए गंभीर आरोप, अश्लील फोटो खींचकर ब्लैकमेल कर यौन शोषण करने का आरोप 1 वर्ष से छात्रा को किया जा रहा था ब्लैकमेल थाना क्षेत्र के कोजा गांव का मामला

जैसलमेर आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत

जैसलमेर  आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत


जैसलमेर। मोहनगढ के नहरी क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। परिजन निजी वाहन से मोहनगढ़ हॉस्पिटल ले कर पहुचे। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मेहनगढ पुलिस थाना से मिली जानकारी के अनुसार छःबाथा माइनर पर रिमझिम बारिश होने के कारण राजेन्द्र गोदारा 45 वर्ष अपने खेत पर कार्य कर रहा था। उसी दौरान आकाषीय बिजली गिरी तो आस पास के लोग भाग कर आये वहां आकर देखा तो बुरी तरह से झुलसा हुआ तड़फ रहा था। तो वही खड़े लोगो ने अपनी गाड़ी में डाल कर मोहनगढ़ हॉस्पिटल पहुंचे।
हॉस्पिटल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची। पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंच कर शव को मोर्चरी में रखवाया। बाद में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया गया।
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बाडमेर जेसलमेर *प्रत्यासियो की धड़कने तेज़,सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

बाडमेर
*प्रत्यासियो की धड़कने तेज़,सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम*

*बाडमेर जेसलमेर जिलो सहित राज्य भर में चुनाव लड़ रहे प्रत्यासियो की धड़कने तेज़ हो गई है।।मतगणना का काउंट डाउन शुरू हो गया।।इसी बीच जिला प्रशासन द्वारा मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। कल सुबह आठ बजे जेसलमेर और बाडमेर के महाविद्यालय प्रांगणों में मतगणना शुरू होगी।।बाडमेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के मेवाराम जैन का भाजपा के कर्नल सोनाराम चौधरी, शिव में कांग्रेस के अमीन खान का भाजपा के खुमान सिंह,चोहटन में कांग्रेस के पदमाराम का भाजपा के आदूराम ,गुडा में कांग्रेस के हेमाराम चौधरी का भाजपा के लादूराम विश्नोई,पचपदरा में कांग्रेस के मदन प्रजापत का भाजपा के अमराराम ,सिवना में भाजपा के हमीर सिंह का कांग्रेस के पंकज प्रताप और निर्दलीय बालाराम,बायतु से कांग्रेस के हरीश चौधरी का आर एल पी के उम्मेदाराम,ब स पा के किशोर सिंह कानोड़,भाजपा के कैलाश चौधरी से मुकाबला है।।तो जेसलमेर से कांग्रेस के रूपाराम धनदे का भाजपा के सांग सिंह भाटी और पोकरण में कांग्रेस के साले मोहम्मद का भाजपा के स्वामी प्रतापपुरी से मुकाबला है। दोनो दलों के प्रत्यासी अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। जनता ने अपना फैसला 7 दिसम्बर को दे दिया था। कल सुबह मतगणना के साथ भाग्य का पिटारा खुलेगा। प्रत्यासियो के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही है।।बाडमेर ,चोहटन,शिव ,गुडा, जेसलमेर में कांग्रेस मजबूत दिख रही है तो सिवाणा में निर्दलीय बालाराम, बायतु में चतुष्कोणीय मुकाबले में कोई भी निकल सकता है। अनुसूचित जाति के मतों पर निर्णय होगा।।पचपदरा में भितरघात के चलते भाजपा का पलड़ा कुछ भारी लग रहा है। मदन प्रजापत को संघर्ष करना पड़ रहा है तो पोकरण में जातीय समीकरण काँग्रेज़ के पक्ष में दिख रहे है तो भाजपा हिन्दू मतों के ध्रुवीकरण की बात कर रहा है।।कुल मिलाकर दिलचस्प नतीजे आने तय है।।इधर जिला कलेक्टर जेसलमेर ओमकसेरा और बाडमेर कलेक्टर शिव प्रसाद नकाते ,पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट और जगदीश चन्द्र शर्मा ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए है।।

*झालरापाटन से आएगी 11 दिसम्बर को सबसे बड़ी ख़बर* *कारण समझ लीजिए,पूरी खबर पढ़े,धरातल रिपोर्ट के साथ

*झालरापाटन से आएगी 11 दिसम्बर को सबसे बड़ी ख़बर*

*कारण समझ लीजिए,पूरी खबर पढ़े,धरातल रिपोर्ट के साथ*

 
*KUMARPREMJEE* साभार

रायबरेली में इंदिरा गांधी और दिल्ली में शीला दीक्षित की हार के बाद क्या एक और नया इतिहास रचने वाला है? क्या झालरापाटन में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा की हार बड़ी चुनावी हार की फेहरिश्त में शामिल होने वाली है? अगर हां, तो यह 11 दिसम्बर की सबसे बड़ी ख़बर होगी- बीजेपी की सम्भावित हार से भी बड़ी ख़बर।


झालरापाटन में वसुंधरा हार सकती हैं चुनावा ! अगर ऐसा हुआ तो यह 11 दिसम्बर की सबसे बड़ी ख़बर होगी। तस्वीर इंडियाटुडे।
झालरापाटन उस संसदीय सीट का हिस्सा है जहां से वसुंधरा राजे 5 बार सांसद रही हैं। लगातार 2003 से वह यहां से विधायक चुनी जाती रही हैं। अभी भी यहां से सांसद उनके बेटे दुष्यंत सिंह हैं। ग्वालियर से सटे इस इलाके में सिंधिया घराने की पैठ रही है। इस सीट से वसंधुरा की हार के बारे में कोई सपने में भी नहीं सोच सकता था। मगर, इस बार वसुंधरा की हार की जो आशंका दिख रही है, उसके पीछे कई ऐसे कारण हैं जिसकी कोई अनदेखी नहीं कर सकता।


बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए मानवेन्द्र सिंह ने वसुंधरा से नाराज़ वोटरों को एकजुट करने की रणनीति में कामयाब होते दिखे। तस्वीर कारवांडेली।
राजपूत मानवेंद्र सिंह के पीछे लामबंद

कांग्रेस ने जब मानवेंद्र सिंह को वसुंधरा राजे के ख़िलाफ़ उम्मीदवार बनाया तो रणनीति यही थी कि राजपूतों के गुस्से को समेट लिया जाए। मानवेंद्र न सिर्फ राजस्थान में प्रतिष्ठित राजपूत परिवार से हैं, बल्कि बीजेपी उन्होंने हाल में ही छोड़ी थी। उनके पिता जसवंत सिंह देश के बड़े नेता थे और राजपूतों में उनकी बड़ी पैठ रही है। संकेत यही हैं कि राजपूतों ने वसुंधरा के ख़िलाफ़ और मानवेंद्र सिंह के साथ अपनी एकता दिखलायी है। झालरापाटन सीट पर 2 लाख 73 हज़ार मतदाताओँ में राजपूत मतदाताओं की संख्या 17 हज़ार है।

मुसलमान वोटर भी मानवेंद्र के साथ दिखे

वैसे मुसलमान वोटरों ने कभी भी वसुंधरा राजे के लिए वोट किया हो, इसके प्रमाण नहीं मिलते। मगर, ये वोट कहीं न बंटकर एकमुश्त कांग्रेस उम्मीदवार मानवेंद्र के लिए पड़े हैं ऐसा बताया जा रहा है। इलाके में 45 हज़ार मुसलमान वोटर हैं।


घनश्याम तिवाड़ी ने बीजेपी छोड़कर नयी पार्टी बना ली। उनके सहयोगी प्रमोद शर्मा झालरापाटन में कांग्रेस में शामिल हो गये। सबने ब्राह्मण वोटों को वसुंधरा से दूर कर दिया। तस्वीर फर्स्टपोस्ट।
वसुंधरा से छिटके ब्राह्मण वोटर, घनश्याम तिवाड़ी का साथ छोड़ना महंगा पड़ा

वसुंधरा राजे की हर जाति में पकड़ रही है। उसी हिसाब से ब्राह्मण वोटों पर भी रही थी। मगर, इस बार बीजेपी में ब्राह्मण चेहरा रहे घनश्याम तिवाड़ी के पार्टी छोड़ने और भारत वाहिनी पार्टी बना लेने का खामियाज़ा सीधे वसुंधरा राजे को ही भुगतना पड़ रहा है। तिवाड़ी के ख़ास रहे प्रमोद शर्मा के कांग्रेस में आने के बाद ब्राह्मण वोटों में भी सेंध लग गयी। झालरापाटन में ब्राह्मण वोटों की संख्या 28 हज़ार है।

डांगी समुदाय का आधार भी कमज़ोर हुआ

डांगी समुदाय का समर्थन हर बार वसुंधरा राजे को मिलता रहा है। मगर इस बार बीजेपी में अपनी अहमियत घटता देखकर सबक सिखाने की ठानी। डांगी समुदाय ने वसुंधरा राजे के ख़िलाफ़ निर्दलीय उम्मीदवार दे डाला। गोवर्धन डांगी के मैदान में आने से भी वसुंधरा को मिलने वाले डांगी वोटों में कमी आयी है। अनुसूचित जाति की तादाद यहां 35 हज़ार हैं जिनमें डांगियों की बहुलता है।


सचिन पायलट ने गुर्जर वोटों को कांग्रेस के साथ जोड़ा, वहीं बीजेपी से गुर्जर वोट दूर हुए। झालरापाटन में भी इसका असर दिखा।

गुर्जर वोटरों पर सचिन पायलट ने लगायी सेंध

झालरापाटन में 22 हज़ार गुर्जर वोट हैं। उन्हें वसुंधरा राजे से विमुख करने के लिए सचिन पायलट ने पूरी ताकत झोंक दी। लिहाजा पहले वाली तस्वीर भी बदल गयी। जहां वसुंधरा को गुर्जर वोट एकमुश्त मिला करता था, इस बार उन्हें पसीने बहाने पड़े।

एससी-एसटी में नाराज़गी की वजह आरक्षण मुद्दे पर इनकी बीजेपी की केन्द्र सरकार से नाराज़गी रही थी, लेकिन ख़ामियाज़ा वसुंधरा सरकार को भुगतना पड़ा है।


पटेल वोटों को कांग्रेस की ओर मोड़ने के लिए खुद हार्दिक पटेल ने आकर राजस्थान में कमान सम्भाल ली। वसुंधरा को इसका ख़ामियाज़ा भी भुगतना पड़ा है।

पाटीदारों को साधने हार्दिक पटेल आ उतरे

30 हज़ार पाटीदार वोटों को साधन के लिए हार्दिक पटेल राजस्थान आ धमके। जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस के लिए खुलकर वोट मांगा, उसके बाद पाटीदारों का झुकाव भी बीजेपी से छिटककर कांग्रेस की ओर हो गया।

वसुंधरा परिवार को घूम-घूमकर पहली बार मांगने पड़े वोट

वसुंधरा राजे ही नहीं पूरे परिवार को इस बार घूम-घूम कर अपने लिए वोट मांग