बुधवार, 12 दिसंबर 2018

*चुनाव हारे पर दिल जीते;मानवेन्द्र सिंह*

*चुनाव हारे पर दिल जीते;मानवेन्द्र सिंह*

*झालावाड़ कम समय मे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह भर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को टक्कर देने वाले मानवेन्द्र सिंह चाहे चुनाव हार गए मगर झालावाड़ की जनता और कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओ का दिल जीत गए।। तीस सालों में पहली बार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को गली गली गांव गांव घूमने पर मजबूर किया गया ।।।तो तीस सालों में प्रति चुनाव बढ़ रही बढ़त को काफी नीचे लाने में सफल रहे तो कांग्रेस में नई जान भी फूंक संजीवनी देने में सफल रहे।।मानवेन्द्र सिंह ने विशेष बातचीत में बताया कि पचपदरा में स्वाभिमान रैली के बाद कांग्रेस जॉइन करने के बाद जोधपुर संभाग में कांग्रेस को मजबूत करने का लक्ष्य रखा जुसमे सफल हुए।स्वाभिमान सैनिकों ने बाडमेर जेसलमेर की नो में से आठ सीट कांग्रेस की झोली में डाल सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।।झालावाड़ में अचानक इन वक्त टिकट देकर मैदान में उतारा।।वसुंधरा राजे के काले साम्राज्य के चलते यहां आम जन में भय का वातावरण बना रखा था  ।।किसान परेशान था,विकास के नाम पर छलावा था ।हर व्यक्ति उनके डर से दबा हुआ दिख।।हमने 14 दिन के सफर में इस डर को खत्म किया। वसुंधरा राजे की टीस सालों में लगातार बढ़त को रोकने में कामयाब हुए।काँग्रेज़ कार्यकर्ताओ में उत्साह का संचार हुआ। जिसकी बदौलत कांग्रेस के वोट बैंक में सात फीसदी इजाफा हुआ। अब लोकसभा चुनावों में पूर्ण योजना के साथ कार्यकर्ताओ के साथ उतरेंगे । हार जीत मायने नही रखती। मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी थी पार्टी ने उसे  निष्ठा के साथ पूर्ण किया।।झालावाड़ के विकास के लिए पूरे प्रयास किये जायेंगे। झालावाड़ की सेवा के लिए सदैव ततपर रहेन्गे। उन्होए कार्यकरराओं से आह्वान किया कि निराश होने की जरूरत नही।लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाये। चुनाव में उतरने के बाद बहुत कम समय मिल क्षेत्र को समझने में ।।

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