जयललिता को MGR की तरह दफनाया गया: जिन शशिकला पर था जहर देने का आरोप, उन्हीं ने निभाई अंतिम संस्कार की रस्में
चेन्नई.छह बार तमिलनाडु की सीएम रहीं जे. जयललिता का मंगलवार शाम अंतिम संस्कार हो गया। उनका दाह संस्कार नहीं हुआ, बल्कि उन्हें दफनाया गया। मरीना बीच के पास जगह भी वही थी, जहां 29 साल पहले जयललिता के राजनीतिक गुरु एमजी रामचंद्रन काे दफनाया गया था। अंतिम संस्कार की रस्में जयललिता की करीबी शशिकला ने निभाईं। शशिकला ही वे नेता थीं, जिन पर पांच साल पहले जयललिता को जहर देने का आरोप लगा था। इससे पहले अंतिम दर्शन के लिए प्रणब मुखर्जी, नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी पहुंचे। नौ सीएम भी पहुंचे। राजाजी हॉल के बाहर एक किमी लंबी कतार लगी थी। बता दें कि 75 दिन अस्पताल में रहने के बाद सोमवार रात 11.30 बजे 68 साल की जयललिता का निधन हो गया था। आखिरी वक्त तक जया के नजदीक रहीं शशिकला....1# जिस शशिकला पर लगा था जहर देने का आरोप उसी ने अंतिम संस्कार की रस्में निभाईंं-शशिकला दो दशक तक जयललिता की परछाई की तरह रहीं। लेकिन 2011 में आरोप लगा कि शशिकला ने पति नटराजन को सीएम बनाने के लिए जयललिता को धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की।- इसके बाद जयललिता ने शशिकला को अपने घर और पार्टी से निकाल दिया। यह अलगाव 100 दिन चला। शशिकला द्वारा माफी मांगने पर जयललिता ने उन्हें दोबारा दोस्त के तौर पर अपना लिया।- मंगलवार को उन्हीं ने भतीजे दीपक के साथ अंतिम संस्कार की रस्में निभाईं। सीएम पन्नीरसेल्वम की बजाय अम्मा के लिए शशिकला की नजदीकी ज्यादा नजर आई।- राजाजी हॉल में भी पूरे वक्त शशिकला ही जयललिता की पार्थिव देह के पास रहीं। जब अंतिम यात्रा मरीना बीच के लिए रवाना हुई तो शव वाहन में भी शशिकला बैठी हुई थीं।- अंतिम संस्कार के वक्त पहले बड़े नेताओं ने फूल चढ़ाए। बाद में एक पुरोहित ने शशिकला से अंतिम रस्में करवाईं।- मद्रास रेजीमेंट ने राजकीय सम्मान के तहत फायर कर आखिरी सलामी दी।2# जयललिता का नहीं हुआ दाह संस्कार, दफनाया गया- पहले यह साफ नहीं था कि जयललिता का दाह संस्कार होगा या उन्हें दफनाया जाएगा।- दोपहर 3 बजे खबरें आईंं कि जयललिता के आयंगर ब्राह्मण होने के बावजूद उन्हें दफनाया जाएगा।- ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि किसी धर्म या जाति का प्रतिनिधित्व नहीं करने की अपने बड़े नेताओं की सोच के चलते AIADMK में पहले भी ऐसा हुआ है। अन्ना दुराई और एमजीआर को भी दफनाया गया था। ये नेता द्रविड़ आंदोलन से जुड़े थे।- पार्टी के फैसले के बाद जयललिता को चंदन की लकड़ी से बने ताबूत में एमजीआर के स्मारक के नजदीक दफनाया गया। ताबूत पर अंग्रेजी और तमिल में जयललिता लिखा था।3# मोदी ने दिया शशिकला-पन्नीरसेल्वम को दिलासा- नरेंद्र मोदी सुबह करीब 11:45 बजे चेन्नई पहुंच गए थे। वे एयरपोर्ट से सीधे राजाजी हॉल पहुंचे, जहां उन्होंने जयललिता को श्रद्धांजलि दी।- वे पुष्प अर्पित करने के बाद पार्थिव शरीर के सामने कुछ देर तक हाथ जोड़े खड़े रहे। इस दौरान उन्होंने जयललिता की करीबी शशिकला नटराजन के सिर पर हाथ रख कर भरोसा दिलाया।- शशिकला पार्थिव शरीर के पास खड़ी रो रही थीं। तमिलनाडु के नए सीएम ओ. पन्नीरसेल्वम जब पीएम से मिले तो अपने आंसू रोक न सके। इस पर मोदी ने पन्नीरसेल्वम के कंधे पर हाथ रखा और गले लगाकर हिम्मत दी।- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, यूपी सीएम अखिलेश यादव, ओडिशा सीएम नवीन पटनायक और महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फड़णवीस पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और करुणानिधि के बेटे और डीएमके नेता स्टालिन भी जयललिता को आखिरी विदाई देने आए।