मंगलवार, 6 दिसंबर 2016

चैहटन न्यायालय के मुख्य द्वार पर कैबिन लगा किया अतिक्रमण



चैहटन न्यायालय के मुख्य द्वार पर कैबिन लगा किया अतिक्रमण
चैहटन 06 दिसम्बर। जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बालोतरा को पत्र लिखकर चैहटन न्यायालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पवन शर्मा द्वारा अपने पद का दुरूपयोग कर पक्षकारान पर दबाब बनाकर पैसे ऐंठना एवं अपने भाई को अतिक्रमण करते हुए न्यायालय चैहटन के मख्य द्वार केबिन लगाकर कानुन का उलघन करने का आरोप लगाया। लालित कुमार की ओर से भेजे गये पत्र में बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट चैहटन न्यायालय में वर्तमान में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप पवन कुमार लजपतराज शर्मा कार्यरत है। ललित कुमार ने बताया कि पवन शर्मा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी चैहटन ग्राम का मूल निवासी है तथा इसका घर न्यायालय से मात्र 300-400 मीटर की दूरी पर स्थित है। पवन शर्मा द्वारा न्यायालय में पेशी पर आने वाले पक्षकारान् पर दबाब बनाकर पैसे की मांग कर न्यायालय की गरिमा को दूषित करता है। पवन शर्मा द्वारा अपने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर कार्यरत होने का नाजायज फायदा उठाते हुए अपने सगे छोटे भाई सुनिल शर्मा को न्यायालय परिसर के अन्दर कम्प्युटर टाइपिग व फोटो काॅपी की दुकान खोलकर दी है तथा न्यायालय में आने वाले सभी फरियादियों को डरा धमकाकर कहता है कि वो फोटो काॅपी व कोर्ट के कागजात उसके भाई के पास टाइप व फोटो काॅपी करवावे नही ंतो वो उनकी पत्रावली में हेरफेर कर देगा या फाइल गयाब कर देगा व पेशी पर फाइल नहीं मिलेगी। वकीलों की अनुपस्थिति में आने वाले पक्षकारान् को अपने स्तर पर 200-300 रूपये लेकर पेशी तारीख दे देता है। कि पवन शर्मा वर्तमान में नाइट डूय्टी पर है तथा रात्रि में सभी कर्मचारियों के जाने के पश्चात् न्यायालय की महत्वपूर्ण पत्रावलियों की अपने भाई की फोटो काॅपी की दुकान पर फोटो काॅपी करवा कर 500-1000रूपये के एवज में पक्षकारान् को बिना प्रमाणित किए ही फोटो काॅपी दे देता है। पत्र में बताया गया है कि पवन शर्मा द्वारा न्यायिक कर्मचारी होने का रोब दिखाकर बिजली विभाग से अपने भाई को अवैध रूप से विद्युत कनेक्शन भी दिलवाया गया जिसकी शिकायत होने पर बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन काट दिया गया। न्यायालय के मुख्य द्वार पर पंचायत की भूमि पर अवैघ रूप से अतिक्रमण कर अपने भाई की कैबिन लगवाया जो कि न्यायालय के मुख्य द्वार के पास है। जिससे यातायात भी बाधित हो रहा है। यही नही न्यायालय परिसर के अन्दर भी एक केबिन लगवाया हुआ है। न्यायालय के फोटो काॅपी करने का टेन्डर अन्य किसी के पास होने के बावजूद भी सुनिल शर्मा की कैबिन पर न्यायालय की पत्रावलियां पड़ी रहती है। इस संबंध में पूर्व में भी श्रीमानजी के समक्ष लिखित में शिकायत की गई थी लेकिन उस पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से पवन शर्मा एवं उसके भाई के हौंसले और भी बुलन्द हो गये है तथा कहते है कि हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। भेजे गये पत्र में ललित कुमार ने नियमानुसार कार्यवाही करने की मांग की।

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