जयपुर शीघ्र की जाएगी 1200 चिकित्सकों एवं 20 हजार पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती: राठौड़
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा है कि शीघ्र ही राज्य में 1200 चिकित्सकों एवं बीस हजार पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी।
राठौड़ ने गुरूवार को भरतपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि इसके लिए विभाग ने जिलेवार नवीन नियुक्ति की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उन्होंने संभाग के धौलपुर, करौली एवं भरतपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से विस्तार पूर्वक जानकारी लेकर चिकित्सा विभाग की विकास कार्य एवं मौसमी बीमारियों के सबन्ध में चर्चा की।
उन्होंने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की सुनिश्चित व्यवस्था एवं नियंत्रण के लिए संयुक्त निदेशक को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 'कुशल मंगल' कार्यक्रम के अन्तर्गत उच्च जोखिम गर्भावस्था की सुनिश्चित व्यवस्था की जाए।
राठौड़ ने संभाग में डेंगु, मलेरिया, स्वाईन लू एवं स्क्रब टाईस जैसी मौसमी बीमारियों की जिलेवार समीक्षा करते हुए संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को उपचार एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने संभाग में सीएससी एवं पीएचसी पर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग में संसाधनों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने भरतपुर में डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट एवं स्थिति के बारे में संबंधित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निजी चिकित्सा संस्थानों को नोटिस देने के आदेश दिए।
उन्होंने संभाग में फॉगिंग मशीनों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए खराब पड़ी मशीनों को दुरूस्त करवाकर क्षेत्र में प्रभावित क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग करवाने को कहा।
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा है कि शीघ्र ही राज्य में 1200 चिकित्सकों एवं बीस हजार पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी।
राठौड़ ने गुरूवार को भरतपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि इसके लिए विभाग ने जिलेवार नवीन नियुक्ति की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उन्होंने संभाग के धौलपुर, करौली एवं भरतपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से विस्तार पूर्वक जानकारी लेकर चिकित्सा विभाग की विकास कार्य एवं मौसमी बीमारियों के सबन्ध में चर्चा की।
उन्होंने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की सुनिश्चित व्यवस्था एवं नियंत्रण के लिए संयुक्त निदेशक को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 'कुशल मंगल' कार्यक्रम के अन्तर्गत उच्च जोखिम गर्भावस्था की सुनिश्चित व्यवस्था की जाए।
राठौड़ ने संभाग में डेंगु, मलेरिया, स्वाईन लू एवं स्क्रब टाईस जैसी मौसमी बीमारियों की जिलेवार समीक्षा करते हुए संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को उपचार एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने संभाग में सीएससी एवं पीएचसी पर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग में संसाधनों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने भरतपुर में डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट एवं स्थिति के बारे में संबंधित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निजी चिकित्सा संस्थानों को नोटिस देने के आदेश दिए।
उन्होंने संभाग में फॉगिंग मशीनों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए खराब पड़ी मशीनों को दुरूस्त करवाकर क्षेत्र में प्रभावित क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग करवाने को कहा।