उमरिया। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले में मंगलवार को देश के पहले दृष्टिबाधित आईएएस अधिकारी कृष्ण गोपाल तिवारी ने कलेक्टर का पदभार ग्रहण करने के उपरांत अधिकारियों की बैठक ली।
उत्तरप्रदेश के आंबेडकर जिले मे एक गरीब किसान के परिवार में जन्मे 33 वर्षीय कृष्ण गोपाल तिवारी 2008 बैच के आईएएस है। अपने 6 साल के उल्लेखनीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने छिंदवाडा मे बतौर प्रशिक्षु आईएएस का बखूबी दायित्व निर्वहन किया। इसके अतिरिक्त बैरसिया मे एसडीएम व कलेक्टर की पद स्थापना के पूर्व तक होशंगाबाद मे अपर कलेक्टर, जिला पंचायत मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी के दायित्व को पूरी जिम्मेदारी से पूरा किया है।
आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि तिवारी के निर्माण कार्यो की गुणवता जांचने के उनके अपने तरीके हैं। वे सामान्य अफसरों से ज्यादा अलर्ट है जैसे आवाज, आहट, खुशबू और आसपास के वातावरण से चीजों का सटीक अंदाजा लगा लेते हैं प्रशासनिक मसलों को कैसे और किस स्तर पर हल किया जाना है। इसकी जबरदस्त आंतरिक शक्ति उनमें है।
आगंतुक कलेक्टर भले ही दृष्टिबाधित हो परंतु शासन द्वारा प्रदता दो सहायकों से वे सभी कार्यो को पूरे दायित्व से संपन्न करते हैं। -
उत्तरप्रदेश के आंबेडकर जिले मे एक गरीब किसान के परिवार में जन्मे 33 वर्षीय कृष्ण गोपाल तिवारी 2008 बैच के आईएएस है। अपने 6 साल के उल्लेखनीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने छिंदवाडा मे बतौर प्रशिक्षु आईएएस का बखूबी दायित्व निर्वहन किया। इसके अतिरिक्त बैरसिया मे एसडीएम व कलेक्टर की पद स्थापना के पूर्व तक होशंगाबाद मे अपर कलेक्टर, जिला पंचायत मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी के दायित्व को पूरी जिम्मेदारी से पूरा किया है।
आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि तिवारी के निर्माण कार्यो की गुणवता जांचने के उनके अपने तरीके हैं। वे सामान्य अफसरों से ज्यादा अलर्ट है जैसे आवाज, आहट, खुशबू और आसपास के वातावरण से चीजों का सटीक अंदाजा लगा लेते हैं प्रशासनिक मसलों को कैसे और किस स्तर पर हल किया जाना है। इसकी जबरदस्त आंतरिक शक्ति उनमें है।
आगंतुक कलेक्टर भले ही दृष्टिबाधित हो परंतु शासन द्वारा प्रदता दो सहायकों से वे सभी कार्यो को पूरे दायित्व से संपन्न करते हैं। -