मंगलवार, 12 अगस्त 2014

देश के पहले दृष्टिबाधित आईएएस तिवारी बने कलेक्टर

उमरिया। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले में मंगलवार को देश के पहले दृष्टिबाधित आईएएस अधिकारी कृष्ण गोपाल तिवारी ने कलेक्टर का पदभार ग्रहण करने के उपरांत अधिकारियों की बैठक ली। visually impaired IAS officer now collector
उत्तरप्रदेश के आंबेडकर जिले मे एक गरीब किसान के परिवार में जन्मे 33 वर्षीय कृष्ण गोपाल तिवारी 2008 बैच के आईएएस है। अपने 6 साल के उल्लेखनीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने छिंदवाडा मे बतौर प्रशिक्षु आईएएस का बखूबी दायित्व निर्वहन किया। इसके अतिरिक्त बैरसिया मे एसडीएम व कलेक्टर की पद स्थापना के पूर्व तक होशंगाबाद मे अपर कलेक्टर, जिला पंचायत मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी के दायित्व को पूरी जिम्मेदारी से पूरा किया है।

आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि तिवारी के निर्माण कार्यो की गुणवता जांचने के उनके अपने तरीके हैं। वे सामान्य अफसरों से ज्यादा अलर्ट है जैसे आवाज, आहट, खुशबू और आसपास के वातावरण से चीजों का सटीक अंदाजा लगा लेते हैं प्रशासनिक मसलों को कैसे और किस स्तर पर हल किया जाना है। इसकी जबरदस्त आंतरिक शक्ति उनमें है।

आगंतुक कलेक्टर भले ही दृष्टिबाधित हो परंतु शासन द्वारा प्रदता दो सहायकों से वे सभी कार्यो को पूरे दायित्व से संपन्न करते हैं। - 

 

बाड़मेर दुर्गादास जयंती बुधवार को स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाई जाएगी

बाड़मेर दुर्गादास जयंती बुधवार को स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाई जाएगी


बाड़मेर स्वाभिमान दिवस के रूप में वीर दुर्गादास राठौर की जयंती आज श्री मल्लिनाथ राजपूत महाविद्यालय छात्रावास में सुबह 11बजे मनाई जाएगी।

श्री क्षत्रिय युवक संघ के केन्द्रीय सञ्चालन प्रमुख श्री महावीर सिंह सरवडी के मुख्य आतिथ्य में जयंती समारोह का आयोजन होगा।
बाड़मेर व जैसलमेर जिले के हजारो स्वजातीय बंधू समारोह में शरीक होंगे।
समारोह की अंतिम रुपरेखा बनाने के लिए कल श्री मल्लिनाथ राजपूत महाविद्यालय छात्रावास में शिक्षाविद कमल सिंह महेचा की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमे स्वरुप सिंह चाडी,कमल सिंह रानीगांव,लाल सिंह रामदेरिया,सांग सिंह लूनू,शेर सिंह भुरटिया,महेंद्र सिंह तारातरा,बाबु सिंह सरली,रिडमल सिंह दांता, मदन सिंह चुली,भवानी सिंह लूनू,हनुवन्त सिंह कवास,निरंजन सिंह भदरू,नेपाल सिंह तिबनियार,नरेशपाल सिंह तेजमालता,तनवीर सिंह फोगेरा आदि मौजूद रहे।कमल सिंह रानीगांव ने कार्यक्रम की पूर्ण रुपरेखा से अवगत करवाया और एक युवा टीम का गठन किया जो आज सारी व्यवस्था संभालेगी।

जयपुर कमरे में 3 लड़कियां, बाहर कारों का रेला और पहुंच गई पुलिस -

जयपुर। राजधानी जयपुर अब देह व्यापार का अड्डा बनता जा रहा है। sex racket in shipra path in jaipur
अन्य राज्यों की लड़कियां जल्द ही पैसा कमाने की चाहत लिए जयपुर की ओर रूख कर रही है वहीं इन्हें यहां लाने वाले दलाल भी जमकर नोट कमा रहे है।

बिना पुलिस वेरिफकेशन कराए मकान मालिक इन लड़कियों को फ्लैट या मकान किराए पर दे देते है तो वहीं पुलिस भी युवतियों की जानकारी जुटाने की जेहमत भी नहीं उठाती।

इस गंदे धंधे का पर्दाफाश तो तब होता है जब आस पड़ोस के लोग आए दिन लड़कियों के घर में लोगों की आवाजाही देखते है और पुलिस को शिकायत करते है।

कुछ ऎसा ही मामला सामने आया है जयपुर के शिप्रा पथ थाना इलाके में जहां तीन लड़कियों ने 10 दिन पहले ही मकान किराए पर लिया और रोजाना लग्जरी गाडियों का आना जाना शुरू हो गया।

लेकिन पुलिस की बीट प्रणाली की भी हद तो तब हो गई जब 10 दिन से एक मकान में संदिग्ध गतिविधयां संचालित हो रही है और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है।

स्थानीय लोगों की शिक ायत के बाद पुलिस ने मकान पर दबिश दी और इस गंदे धंधे का पर्दाफाश किया।

पुलिस ने बताया कि कोलकाता, गुड़गांव और मुंबई निवासी तीन लड़कियों ने दुर्गापुरा में एक मकान किराए पर लिया था।

तीनों लड़कियां यहां 10 दिन पहले ही आई थीं। लड़कियों के मकान पर आए दिन लोगों का आना जाना लगा रहता।

जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने पुलिस से की। पुलिस ने मकान पर दबिश दी तो तीन लड़कियां और एक लड़का संदिग्ध अवस्था मे पाए गए।

पुलिस तीनों लड़कियों को थाने पर ले कर गई जहां उनसे पूछताछ की गई। - 

"कोलगेट टोटल" इस्तेमाल करने से हो सकता है कैंसर!


लंदन। दादा-दादी के समय से चले आ रहे कोलगेट टूथपेस्ट से दांत चमकाना एक प्रकार से संस्कृति बन गई।
risk of cancer for the people using colgate total

यहां तक कि टूथपेस्ट और कोलगेट एक दूसरे के पर्याय बन कर रह गए। यानि कि टूथपेस्ट खरीदने वाले ग्राहक बाजार में किराना वाले से केवल कोलगेट ही मांगते हैं चाहे उनके हाथ कोई सा भी टूथपेस्ट आए।

लेकिन अब इस कोलगेट की सफेदी पर दाग लग गया है।

डेली मेल की एक खबर के मुताबिक एक टॉक्सिकोलॉजी रिपोर्ट में "कोलगेट टोटल" टूथपेस्ट के इस्तेमाल से कैंसर होने का खतरा बताया गया है।

कोलगेट टोटल टूथपेस्ट मे मौजूद "ट्राइक्लोसन" नामक एक रसायन को जानवरों में कैंसर पैदा करने और शारीरिक ग्रोथ को रोकने का जिम्मेदार माना गया है।

हालांकि कोलगेट टोटल बनाने वाली कंपनी ने "ट्राइक्लोसन" को एकदम सुरक्षित करार दिया है। उसका इस संबंध में तर्क यह है कि 1997 में इस टूथपेस्ट को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने अप्रूव भी किया हुआ है।

कोलगेट का कहना है कि इस रसायन की ज्यादा मात्रा में मौजूदगी ही कोई मुश्किल पैदा कर सकती है। कोलगेट टोटल में तो इसकी काफी कम मात्रा का ही इस्तेमाल किया गया है। मालूम रहे कि कोलगेट टूथपेस्ट में "ट्राइक्लोसन" का इस्तेमाल मसूड़ों से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है।

इस जनवरी ही जारी की गई 35 पृष्ठों की यह रिपोर्ट कहती है कि एफडीए को इस रसायन में कैंसर कारक तत्व होने का शक था इसलिए उसने इस टूथपेस्ट को अप्रूव करने के लिए कंपनी के दावों पर ही भरोसा कर लिया।

पिछले साल आए फ्रीडम ऑफ इंफॉरमेशन एक्ट के आने के बाद ही एफडीए ने इस साल की शुरूआत में ही यह टॉक्सोलॉजी के कागजात जारी किए और इस सच को माना कि उसने निष्कर्ष निकालने के लिए कोलगेट कंपनी द्वारा जनित आंकड़ों पर ही भरोसा कर लिया था।

भीषण सड़क हादसे में बाल-बाल बचे सुनील गावस्कर

मैनचेस्टर। महान भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर इंग्लैण्ड में सड़क दुर्घटना में चमात्कारिक रूप से बाल-बाल बचे। वे चौथे टेस्ट की समाप्ति के बाद मैनचेस्टर से लंदन जा रहे थे इसी दौरान हादसे के शिकार हो गए। लंदन जाने के दौरान गावस्कर की जगुआर कार दांयी ओर घूमते हुए सामने से आ रही कार से टकरा गई।
गावस्कर गाड़ी में अपने दोस्त चंद्रेश पटेल के साथ पीछे बैठे थे। जबकि इंग्लिश कमेंटेटर मार्क निकोलस आगे ड्राइवर के पास बैठे थे। सामने वाली कार वहीं पर टकराई जहां पर गावस्कर बैठे थे। जोरदार टक्कर के बाद भी कार के अंदर बैठे किसी भी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई। रोड पर तेज बारिश हो रही थी जिसके चलते दुर्घटना से कुछ पल पहले ही मास्टर ब्लास्टर ने अपने ड्राइवर को सावधानी बरतने की सलाह दी थी। लेकिन कुछ पल बाद ही यह हादसा हो गया।
Sunil Gavaskar escapes in a car crash in London

हादसे के बाद गावस्कर ने कहाकि, भगवान ने उन्हें बचा लिया। मूसलाधार बारिश हो रही थी और हमारी कार तेजी से दौड़ रही थी। शुक्र है कि इतने डरावने हादसे के बाद भी किसी को चोट नहीं लगी। हादसे के बाद सभी लोगों को कार छोड़नी पड़ी और पैदल ही नजदीकी रेलवे स्टेशन तक जाना पड़ा। -  

बीवी की हत्या के बाद दीवार पर लिखा "मैं बच गया तो दूसरे की बारी" -

मुंबई। मुंबई के उल्हासनगर में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने दीवार पर लिखा कि अब दूसरे का नंबर है यानि दूसरे की हत्या करेगा। उल्हासनगर के संट्रल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब उस व्यक्ति की पहचान में जुटी है जिसकी हत्या करने की बात कही गई है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 34 वर्षीय ध्यानचंद नारायण मेघनानी ने अपनी 30 वर्षीय पत्नी कविता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मेघनानी ने पत्नी के प्राइवेट पार्ट पर भी चाकू से कई बार वार किया। हत्या के वक्त कविता की पांच वर्षीय बेटी सो रही थी। अगली सुबह जब कविता की बेटी उठी तो उसने मां का शव खून से लथपथ देखा। उस वक्त घर का दरवाजा बंद था। उसने तुरंत अपनी दादी को घटना के बारे में जानकारी दी। किशोर मेघनानी पुलिस को लेकर अपने भाई के घर पहुंचा। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। उन्होंने घर में कविता की लाश देखी।
Man kills wife, scribbles on wall about `next target` in Mumbai`s Ulhasnagar
पुलिस ने देखा कि दीवार पर मेघनानी ने एक संदेश लिखा है। संदेश यह था"अगर मैं बच गया तो अब दूसरे की बारी"। कविता के शव को पोस्टमार्टम के लिए उल्लाहसनगर के सेंट्रल हॉस्पिटल भेजा गया है। पीडित परिवार उल्हासनगर के पवन धाम अपार्टमेंट के कैंप नंबर 3 में रहता है। ध्यानचंद मेघनानी एक यात्री नाम से एक ट्रेवल एजेंसी चलाता है,जो घाटे में चल रही थी। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक पड़ोसियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मेघनानी और कविता का आपस में झगड़ रहे थे। हमें संदेह था कि कविता का किसी दूसरे पुरूष से अफेयर चल रहा था इसलिए मेघनानी उसके ब्वॉयफ्रेंड को मारना चाहता है। मेघनानी फिलहाल फरार है।
सेंट्रल पुलिस स्टेशन के पीएसआई दिनेश पाटिल ने बताया कि हम सभी एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं। आरोपी कर्ज में डूबा हुआ था। हमें संदेह है कि उसकी पत्नी का किसी से अफेयर चल रहा था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह दूसरा कौन है? पुलिस एक और हत्या होने से रोकने के लिए मेघनानी के दोस्तों से पूछताछ कर रही है -  

आ गए अच्छे दिन! ढाई रूपये सस्ता हो सकता है पेट्रोल -

नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस पर तेल कंपनियां राहत की सौगात दे सकती हैं। तेल कंपनियों द्वारा 15 अगस्त पर पेट्रोल कीमतों में 2.50 रूपये प्रति लीटर की कमी किए जाने की संभावना जताई जा रही है। अगर ऎसा होता है तो पेट्रोल की कीमतें एक साल के सबसे निचले स्तर पर आ जाएगी और पेट्रोल 70 रूपये प्रति लीटर हो सकता है। Petrol prices may cut to 2.50 Rupee/litre on Independence day

कीमतों में कटौती का फैसला डॉलर के मुकाबले रूपये में बढ़ोत्तरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल की कीमतों में कमी के आधार पर होगा। ऎसा होने पर पाक्षिक समीक्षा के तहत 15 अगस्त को कीमतों में कटौती की जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि, रूपये कमजोर है नहीं तो पेट्रोल तीन रूपये तक सस्ता हो सकता था। इस महीने रूपया डॉलर के मुकाबले 70 पैसे कमजोर रहा। पिछले पखवाड़े के मुकाबले औसत अंतरराष्ट्रीय गैसोलीन की कीमत 7.5 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट है।
पेट्रोल कीमतों में में इस महीने दूसरी बार कटौती हो सकती है। इससे पहले एक अगस्त को कंपनियों ने पेट्रोल कीमतों मे दिल्ली में 1.09 रूपये प्रति लीटर की कमी की थी। सूत्रों का कहना है कि तेल कंपनियों के राजस्व घाटे में इस कदम के चलते मामूली सी बढ़ोत्तरी हो सकती है। -  

कुमारी शैलजा की नौकरानी ने प्रेमी की मदद से रची थी पति की हत्या की साजिश -

नई दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा के नई दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर मिले शव की पहचान हो गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शव कुमारी शैलजा के घर काम करने वाली नौकरानी मंजू के 42 वर्षीय पति संजय का है। Congress leader`s maid `plotted to kill her husband with  lover`s help`
मंजू ने सोमवार सुबह 8 बजे सर्वेट क्वाटर्स के पास अपने पति संजय का शव देखा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजय की रविवार रात कुमारी शैलजा के घर खाना बनाने वाले दो रसोईयों से झगड़ा हुआ था। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि नौकरानी मंजू का मुख्य आरोपी अनिल के साथ अफेयर चल रहा था। अनिल फिलहाल पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने नौकरानी मंजू को भी हिरासत में ले लिया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नौकरानी मंजू ने अनिल की मदद से अपने पति की हत्या की साजिश रची थी। तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है। सेना भवन के कर्मचारी संजय का शव पूल में मिला था। उसके चेहरे पर चोट के निशान थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अनिल रविवार रात संजय की हत्या के इरादे से आया था। संजय और अनिल के बीच झगड़ा हुआ। इस दौरान संजय घर की छत से नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई।
पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि संजय छत से गिरा था या हत्या के इरादे से उसे धक्का दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक जिस वक्त मंजू ने अपने पति का शव देखा तब कुमारी शैलजा घर में ही थी। संजय का शव देखने के बाद मंजू ने सुरक्षा गार्ड को जानकारी दी थी। पुलिस ने अनिल और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। अनिल का साथी भी रसोईया है। वह सर्वेट क्वार्टर्स के एक अन्य कमरे में रहता था। मंजू और संजय के रिश्तेदारों से पूछताछ की गई है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंजू ने नौकरी छोड़ने का मन बना लिया था। पति संजय और अनिल के साथ रोज रोज विवाद और झगड़े के कारण वह किसी दूसरी जगह रहने के लिए चली गई थी। जांच अधिकारियों को पता चला है कि क्वार्टर्स खाली करने को लेकर संजय और अनिल के बीच झगड़ा हुआ था। पुलिस ने जब अनिल को हिरासत में लिया तब उसके चेहरे पर खरोंच के निशान थे। संजय की साली राखी ने बताया कि उस सर्वेट क्वार्टर को खाली करने को लेकर संजय का अनिल से झगड़ा हुआ था जिसमें मंजू अपने पति के साथ रह रही थी। -  

न्यूयार्क, लंदन।अब कभी बंद नहीं होगी आपके दिल की धड़कन!

न्यूयार्क, लंदन। शोधकर्ताओं ने उस अणु की खोज कर ली है जो ह्वदयाघात के लिए जिम्मेदार प्रोटीन की गतिविधियों पर लगाम लगाता है। Now heart will keep beating forever
हाल में खोजा गया "मायहार्ट" नामक यह नॉन कोडिंग आरएनए दिल में मौजूद बीआरजी1 नामक उस प्रोटीन की गतिविधियों पर लगाम लगाता है जो तनाव के समय सक्रिय होता है।

इससे दिल की धड़कन टूटने से रोकने का प्रभावी इलाज जल्द ही अस्तित्व में आ सकता है।

पत्रिका नेचर में ऑनलाइन प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, अमरीका में इंडियाना युनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर चिंग-पीन चांग ने कहा, मुझे लगता है, मायहार्ट (मायोसिन हेवी-चेन-एसोसिएटेडआरएनए ट्रांसक्रिप्ट) बीआरजी1 प्रोटीन बनाने वाले डीएनए को निष्क्रिय कर देता है।
इससे दिल की कार्यशैली प्रभावित करने वाला प्रोटीन (बीआरजी1) नहीं बन पाता और दिल को कोई नुकसान नहीं होता।

क्या है कारण

जब किसी वयस्क मनुष्य के ह्वदय में तनाव उत्पन्न होता है, जैसे उच्च रक्त चाप या ह्वदयाघात से हुआ नुकसान, तो बीआरजी1 प्रोटीन सक्रिय हो जाता है और दिल की कार्यशैली को प्रभावित करता है, जिसके परिणामस्वरूप ह्वदय गति रूक जाती है।

उन्होंने कहा, हार्ट फेल होने से रोकने के लिए मायहार्ट अणु के स्तर को बनाए रखना होगा, ताकि बीआरजी1 को सक्रिय होने से रोका जा सके।

इस जीन से दिल की बीमारी छूमंतर

वैज्ञानिकों ने उस जीन को खोज लिया है, जो मानव शरीर में रक्त नलियों के निर्माण के लिए जिम्मेदार है।

इससे कैंसर और ह्वदय रोगों के नियंत्रण में चिकित्सकों को सहायता मिलने की उम्मीद है।

ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स के प्रोफेसर डेविड बीच ने कहा, "शरीर में रक्त नली का निर्माण शुरूआती दौर में नहीं होता, बल्कि इसका निर्माण नदी के निर्माण की ही तरह होता है।

मतलब शरीर में रक्त दौड़ने के बाद ही रक्त नलियों का निर्माण शुरू होता है।"

जीन देता है निर्देश

निष्कर्ष के मुताबिक, पीजो 1 नामक यह जीन शरीर को संदेश देता है कि शरीर में रक्त बहाव सही रूप से हो रहा है, साथ ही यह नई रक्त नलियों के निर्माण का संकेत देता है।

बीच कहते हैं, "जींस एक प्रोटीन को रक्त नलियों का जाल बनाने का निर्देश देता है, जो रक्त बहाव के कारण यांत्रिक तनाव के प्रतिक्रिया स्वरूप पूरी तरह खुल जाती है और एक विकसित रक्त नली का रूप ले लेती है।"

कैंसर को भी मिलेगी मात

इस महत्वपूर्ण खोज के बाद वैज्ञानिक इस जीन में हेरफेर के बाद इसका प्रभाव कैंसर जैसी घातक बीमारी पर देखना चाहते हैं, क्योंकि कैंसर कोशिकाओं को वृद्धि के लिए रक्त की आवश्यकता होती है।

वहीं इसके प्रभाव का ह्वदय रोगों पर भी अध्ययन की योजना है, जिसमें रक्त नलियों में पपड़ी जम जाती है, जिसके कारण रक्त के बहाव में परेशानी होती है।

स्टेम सेल से स्ट्रोक के मरीजों को फायदा

लंदन के इंपीरियल कॉलेज के वैज्ञानिकों ने स्टेम सेल पद्धति की सुरक्षा की जांच के लिए किए गए शुरूआती प्रयोग में स्ट्रोक का शिकार हुए पांच लोगों की अस्थि मज्जा (बोन मैरो) में खास तरह के स्टेम सेल्स डाले।

इन्हें दिमाग में सीधे जाने वाली नस के जरिए क्षतिग्रस्त हिस्से में पहुंचाया गया।

इन पांच लोगों में से चार को गंभीर स्ट्रोक पड़ा था।

वह बोलने में अक्षम हो गए थे और शरीर का एक हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था।

ऎसे स्ट्रोक से मरने वालों और विकलांग होने वालों की दर ज्यादा होती है।

लेकिन छह महीने पूरे होते-होते चार में से तीन खुद अपनी देखभाल करने लगे थे। थोड़ी मदद से सभी चलने और रोजमर्रा के काम करने लगे।

हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी इसके लिए व्यापक अध्ययन की जरूरत है। - 

सेक्सटिंग को लेकर झूठ बोलने में अव्वल हैं महिलाएं!

न्यूयॉर्क। सेक्सटिंग को लेकर शोध में एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है।

शोध के मुताबिक, सेक्सटिंग के दौरान महिलाएं झूठ बोलने में अव्वल हैं।
A survey says women turn liar while texting
सेक्सटिंग (सेक्सी और हॉट तस्वीरें या टेक्स्ट भेजना) के दौरान 24 प्रतिशत पुरूषों की तुलना में 45 प्रतिशत महिलाएं झूठ बोलती हैं।

अमेरिका में इंडियाना यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल ड्रोइन ने कहा, सेक्सटिंग के दौरान अधिकांश लोग झूठ बोलते हैं, ऎसा कर वे अपने पार्टनर को आनंदित करना चाहते हैं।

सेक्सटिंग के दौरान झूठ बोलने के पीछे के कारणों में पार्टनर को खुश करने या उसकी फैंटेसी को पूरा करने की चाहत भी शामिल है।

कुछ लोगों का कहना है कि वे अपने पार्टनर को तनाव से दूर रखने के लिए झूठ बोलते हैं।

कई लोगों पर किए गए अध्ययन के दौरान कुछ लोगों ने अपने पार्टनर को जोश में लाने के लिए झूठ का सहारा लेने की बात कही।

कुछ लोगों ने कहा कि वे यह जानना चाहते थे कि उनके झूठ बोलने पर उसका पार्टनर कैसी प्रतिक्रिया करता है।

अध्ययन के मुताबिक, कुछ लोग सेक्सटिंग के दौरान इसलिए भी झूठ बोलते हैं, क्योंकि वे ऊब चुके होते हैं या उनके आसपास कोई होता है।

शोधकर्ताओं ने हालांकि इस बात की हिदायत दी है कि सेक्सटिंग के दौरान झूठ बोलने से संबंधों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। - 


जसवंत सिंह के स्वास्थ्य में निरंतर सुधर ,सर की सूजन काम हुई


जसवंत सिंह के स्वास्थ्य में निरंतर सुधर ,सर की सूजन काम हुई



दिल्ली पूर्व वित्त विदेश रक्षा मंत्री जसवंत सिंह के स्वास्थ्य संतोषजनक सुधार हैं ,दिल्ली के आर आर अस्पताल में सघन देख रेख में चिकित्सक उनके विश्व स्तरीय उपचार में जुटे हैं। मंगलवार को उनके चिकित्सको द्वारा किये स्वास्थ्य जांच के बाद एक फिर फिर उनके स्वास्थ्य में हो रहे सुधर को संतोषजनक बताया , इसी बीच जसवंत सिंह के स्वास्थ्य की जानकारी और कुशलक्षेम पूछने दिग्गज पहुँच रहे हैं।

जसवंत सिंह के स्वास्थ्य में निरंतर सुधार हो रहा हे। कल रात्रि को चिकित्सको ने जाँच के बाद बताया था की उनकी आँखों की पुतलियो में हलचल थी। बाकि शरीर में भी हलचल हे। समस्त जाँच प्रक्रिया के बाद चिकित्सको ने सुधर को संतोषजनक बताया। आज फिर विशेषग्य चिकित्सक जसवंत सिंह के स्वास्थ्य को परखेंगे। चिकित्सक पूर्व में बता चुके हे की वो खतरे से बाहर हे। सुधार धीरे किन्तु संतोषजनक हे। उनके सर पर सोजन काफी कम हो गई हे।

छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने आर आर अस्पताल पहुँच जसवंत सिंह जी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। परिजनों से मुलाकात कर शीघ्र स्वास्थ्य की कामना की.वाही स्वामी धर्म बंधू इन सी आर टी के पूर्व चेयरमेन जे एस राजपूत ने भी अस्पताल पहुँच स्वास्थ्य की जानकारी ली

जयपुर। प्रेमजाल में फंसाकर बनाया धंधेवाली

जयपुर। अशोक नगर एसीपी की टीम ने सोमवार शाम को विधायकपुरी थाने से कुछ दूर होटल हवेली में चल रहे वेश्यावृत्ति का पर्दाफाश कर दो युवती व होटल के केयरटेकर को गिरफ्तार किया।sex racket busted in jaipur
पुलिस कार्रवाई के दौरान एक युवती जोर-जोर से रोने लग गई। पड़ताल में युवती ने बताया कि इस काम के लिए उसके प्रेमी व कथित पति ने फंसाया है।

पुलिस ने उसको सांत्वना दे चुप करवाया और विधायकपुरी थाने ले गई।

गिरफ्तार होटल के केयर टेकर सुंदरलाल ने 60 हजार रूपए प्रति माह में होटल हवेली को किराए से ले रखा है। अशोक नगर एसीपी महेन्द्र सिंह हरसाना ने बताया कि सोमवार शाम को होटल में वेश्यावृत्ति की सूचना मिली।

मामला सही पाए जाने पर दबिश दी गई तो वहां पुणे निवासी पूजा गुप्ता उर्फ मुस्कान पारीक खान (22) और असम निवासी अकानी महाजन (24) को पकड़ा गया। दोनों को रोजाना 6500 रूपए में वेश्यावृत्ति के लिए यहां लाया गया था। चार दिन पहले फ्लाइट से वे जयपुर आई थी।

पढ़ना चाहती थी, लेकिन
पूछताछ में पूजा ने बताया कि अहमदाबाद में बी.कॉम पढ़ने गई थी। वहां पर पूरी फीस नहीं होने पर कॉलेज में एडमिशन नहीं हो सका। वहीं पर उसे शाहरूख और रेहान नाम के युवक मिले।

उन्होंने फीस भरने का आश्वासन दिया और दोस्ती कर ली। कुछ माह बाद शाहरूख ने उससे शादी कर ली और कहा कि उसकी नौकरी छूट गई और खर्चे के लिए रूपए भी नहीं है।

रेहान के जरिए उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया। उसके बाद वह कई शहरों में वेश्यावृत्ति के लिए गई। उसके रूपए भी शाहरूख ले लेता है। जयपुर वह पहली बार आई थी। - 

राजस्थान परमाणु बिजलीघर ने तोड़ा अमरीकी रिकॉर्ड

रावतभाटा। राजस्थान परमाणु बिजलीघर (आरएपीपी) की पांचवीं इकाई ने सोमवार को अमरीका के 739 दिन लगातार बिजली उत्पादन का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

दोपहर एक बजकर 56 मिनट पर 740 दिन प्रचालन करने पर आरएपीपी के नियंत्रण कक्ष में मौजूद वैज्ञानिक अधिकारियों में हर्ष की लहर दौड़ गई।

नाभिकीय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक केसी पुरोहित ने बताया कि इकाई में 6 सितम्बर तक उत्पादन जारी रहेगा।

4125 मिलियन यूनिट उत्पादन
740 दिन प्रचालन कर इकाई ने 4 हजार 125 मिलियन यूनिट उत्पादन किया है। केन्द्र निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि राजस्थान परमाणु बिजलीघर देश के परमाणु रिएक्टरों में सबसे अधिक बिजली बनाने वाला संयंत्र बन गया है।

नियामक परिषद ने परखी क्षमता
लगातार उत्पादन कर रही पांचवी इकाई की उत्पादन क्षमता को 27 व 28 जुलाई को परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद की टोली ने परखा था और भारतीय तकनीक से बनाई गई इस इकाई की उत्पादन क्षमता व संरक्षा की सराहना की थी।
rajasthan atomic power project broke the record american
परमाणु एलीट क्लब में हो चुकी शामिल
3 जुलाई को आरएपीपी की पांचवीं इकाई 701 दिन लगातार बिजली उत्पादन कर विश्व परमाणु बिजलीघरों के एलीट क्लब में शामिल हो चुकी है। क्लब में अमरीका व कनाड़ा के तीन परमाणु बिजलीघर शामिल हैं, जो 700 दिनों तक लगातार उत्पादन का रिकॉर्ड बना चुके हैं।

टॉप फाइव में भी बनाया स्थान
पांचवीं इकाई के केन्द्र निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि यह इकाई दुनिया के दाबित भारी पानी रिएक्टरों और लाइट वाटर रिएक्टरों में लगातार प्रचालन में टॉप फाइव में भी स्थान चुकी है।

कनाडा की पिकरिंग की सातवीं इकाई 894 दिन प्रचालन कर पहले स्थान पर, कनाड़ा की ब्रुस की सातवीं इकाई 697 दिन प्रचालन कर तीसरे स्थान पर, अमरीका की केलवर्ड क्लीप इकाई दो 693 दिन प्रचालन कर चौथे और कनाडा की डालिंगटन इकाई तीन 687 प्रचालन के साथ पांचवें नम्बर पर है।

लाइट वाटर रिएक्टरों में अमरीका की लासेली इकाई एक 711 दिन और इकाई दो के नाम 739 दिनों के प्रचालन का रिकॉर्ड है। परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद ने इकाई को 6 सितम्बर 2014 तक चलाने की अनुमति प्रदान की है। - 

रविवार, 10 अगस्त 2014

केवल बहनों के ल‌िए खुलता है यह मंदिर!



चमोली जिले के गोपेश्वर क्षेत्र में पड़ने वाला भगवान बंशीनारायण का मंदिर भाई बहन के प्रेम की अनोखी मिसाल है।

हमने देवी-देवताओं के तो आपस में भाई-बहन के रिश्ते को मान्यताएं तो सुनी हैं लेकिन यहां भगवान बंशीनारायण तो सीधे महिला भक्तों के भाई बने बैठे हैं।

भगवान बंशी नारायण के मंदिर की सबसे खास बात यह है क‌ि यह मंदिर वर्षभर में सिर्फ रक्षा बंधन के दिन ही श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुलता है। भगवान बंशीनारायण को विष्णु देवता का अवतार माना जाता है।



गोपेश्वर के उर्गम घाटी में स्थित विष्णु भगवान के मंदिर बंशीनारायण के कपाट रक्षा बंधन पर्व पर 10 अगस्त को सुबह आठ बजे आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

यहां महिलाएं और बहनें भगवान बंशीनारायण को राखी भेंट करती हैं। ढुमक गांव में बजीर देवता के पुजारी बंशी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना संपन्न करते हैं।

स्थानीय निवासी लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि भगवान बंशी नारायण को राखी बांधने के लिए उर्गम घाटी की बहनें और महिलाएं बड़ी संख्या में उमड़ती हैं।

रक्षाबंधन विशेष: पत्नी भी बांधती है रक्षा सूत्र



श्रावण शुक्ल पूर्णिमा रविवार को श्रावणी पर्व पड़ रहा है। यह पर्व सृष्टि का आदि पर्व है। मान्यता है कि ब्रह्माण्ड के जीवंत ग्रह धरती की रक्षा के लिए देवऋषियों ने इस पर्व की सर्जना तब की थी, जब ब्रह्मा की सृष्टि आकार ले रही थी।



शक्ति के प्रतीक रक्षा सूत्रों और जनेऊ के संधान से सकल चराचर को सुरक्षित रखने का उपक्रम ऋषियों ने श्रावणी के माध्यम से आरंभ में ही कर लिया था।

हेमाद्रि संकल्प लेते हुए ऋषि-मुनियों ने घंटों स्नान कर ब्रह्माण्ड रक्षा के बीज बो दिए थे। इसी दिन संधानित रक्षा सूत्रों को शिष्यों की कलाई पर बांधकर विश्व को संकट मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया था। उत्तारणी आने पर यज्ञोपवीत में ब्रह्मगांठ लगाकर ऋषि अपने शिष्यों को पुष्ट करते थे। संस्कृति के ये तार आज भी बुने जाते हैं।
रविवार को गंगा आदि पवित्र नदियों के अनेक तटों पर हजारों पुरोहित ऋषि तर्पण एवं हेमाद्रि संकल्प के माध्यम से दोनों हाथों में कुशाएं लेकर घंटों स्नान करेंगे। बाद में वैदिक मंत्रों से रक्षा सूत्रों का संधान किया जाएगा।
कैसे होता है स्नान
हरिद्वार के गंगातट पर संधानित सूत्र पुरोहित यजमानों की कलाई पर बांधेंगे। यह सूत्र फिर अगली श्रावणी तक कलाई पर बंधा रहेगा। मान्यता है कि यह सूत्र जीवन रक्षा करता है। कलाई पर रक्षा सूत्र पुरोहित बांधते हैं। यह दायित्व नगर पुरोहित निभाते आए हैं। शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि युद्ध में इंद्र की रक्षा के लिए उनकी पत्नी इंद्राणी ने गुरु बृहस्पति की सलाह पर इंद्र की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा था।

स्वयं लक्ष्मी ने राजा बलि के पाताल स्थित महल जाकर राजा बलि की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा था।

उस समय उनके पति भगवान विष्णु चार महीनों के लिए बलि के दरबार में रहकर दिया वचन निभा रहे थे। रानी पद्मिनी ने हुमांयू को राखी भेजकर अपने परिजनों की रक्षा की थी।श्रावणी का स्नान करीब तीन घंटे चलता है। रक्षा सूत्रों के संधान से पूर्व पुरोहित और ब्राह्मण रेत, मिट्टी, गोबर, गौमूत्र, पंचामृत, गंगाजल, दूध, दही, शहद, घृत, फल-फूल, केवड़ा आदि अनेक द्रव्यों से स्नान करते हैं। प्रत्येक स्नान के बाद एक गोता गंगा में लगता है।

क्या है हेमाद्रि संकल्प
हेमाद्रि संकल्प वस्तुत: इस पूर्व ब्रह्माण्ड के तत्वों को मंत्रों से बांध देता है। फल-फूल, वृक्ष, हिमालय, नदियों, सागरों, द्वीपों, प्रांतों, देशों आदि का आवाह्न हेमाद्रि संकल्प में किया जाता है। अर्थ है कि ये सब जीव का जीवन बचाते हैं, बनाते हैं। संदेश है कि इन सबकी रक्षा हमें करनी है। हेमाद्रि संकल्प स्नानोपरांत रक्षा सूत्रों के माध्यम से समूची प्रकृति की रक्षा का संकल्प लिया जाता है।