मंगलवार, 12 अगस्त 2014

"कोलगेट टोटल" इस्तेमाल करने से हो सकता है कैंसर!


लंदन। दादा-दादी के समय से चले आ रहे कोलगेट टूथपेस्ट से दांत चमकाना एक प्रकार से संस्कृति बन गई।
risk of cancer for the people using colgate total

यहां तक कि टूथपेस्ट और कोलगेट एक दूसरे के पर्याय बन कर रह गए। यानि कि टूथपेस्ट खरीदने वाले ग्राहक बाजार में किराना वाले से केवल कोलगेट ही मांगते हैं चाहे उनके हाथ कोई सा भी टूथपेस्ट आए।

लेकिन अब इस कोलगेट की सफेदी पर दाग लग गया है।

डेली मेल की एक खबर के मुताबिक एक टॉक्सिकोलॉजी रिपोर्ट में "कोलगेट टोटल" टूथपेस्ट के इस्तेमाल से कैंसर होने का खतरा बताया गया है।

कोलगेट टोटल टूथपेस्ट मे मौजूद "ट्राइक्लोसन" नामक एक रसायन को जानवरों में कैंसर पैदा करने और शारीरिक ग्रोथ को रोकने का जिम्मेदार माना गया है।

हालांकि कोलगेट टोटल बनाने वाली कंपनी ने "ट्राइक्लोसन" को एकदम सुरक्षित करार दिया है। उसका इस संबंध में तर्क यह है कि 1997 में इस टूथपेस्ट को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने अप्रूव भी किया हुआ है।

कोलगेट का कहना है कि इस रसायन की ज्यादा मात्रा में मौजूदगी ही कोई मुश्किल पैदा कर सकती है। कोलगेट टोटल में तो इसकी काफी कम मात्रा का ही इस्तेमाल किया गया है। मालूम रहे कि कोलगेट टूथपेस्ट में "ट्राइक्लोसन" का इस्तेमाल मसूड़ों से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है।

इस जनवरी ही जारी की गई 35 पृष्ठों की यह रिपोर्ट कहती है कि एफडीए को इस रसायन में कैंसर कारक तत्व होने का शक था इसलिए उसने इस टूथपेस्ट को अप्रूव करने के लिए कंपनी के दावों पर ही भरोसा कर लिया।

पिछले साल आए फ्रीडम ऑफ इंफॉरमेशन एक्ट के आने के बाद ही एफडीए ने इस साल की शुरूआत में ही यह टॉक्सोलॉजी के कागजात जारी किए और इस सच को माना कि उसने निष्कर्ष निकालने के लिए कोलगेट कंपनी द्वारा जनित आंकड़ों पर ही भरोसा कर लिया था।

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