सोमवार, 7 जुलाई 2014

गजब! बकरी की तीन दिन की बच्ची दे रही है दूध

अटरू। राजस्थान के बारां जिले के छीपाबड़ौद तहसील क्षेत्र के गुंदलाई गांव में एक बकरी की बच्ची पैदा होने के तीन दिन बाद ही से दूध दे रही है।three day goat kid giving milk in baran rajasthan
यह बच्ची अब 16 दिन की हो चुकी है और सामान्य बकरियों की तरह दूध दे रही है।

यह नजारा ग्रामीणों के लिए जहां कौतुहल का विषय बना हुआ है वहीं पशुपालन विभाग भी इस मामले में हैरत में है।

जानकारी के अनुसार मिलने पर राजस्थान पत्रिका संवाददाता गुंदलाई गांव पहुंचा तो बकरी की इस बच्ची का दूसरी बकरी की बच्ची दूध पी रही थी।

गुंदलाई निवासी राजमल मीणा की बकरी ने 15 दिन पूर्व इस बच्ची को जन्म दिया तो उसके तीन दिन बाद उसने स्तन सेे अपने आप दूध आने लगा।

जब उनहोंने गादी (स्तन) देखे तो गादी बाहर आई हुई थी। राजमल के अनुसार उसने बकरी की इस बच्ची का दूध निकाला तो उसने एक कप भरकर दूध दिया।

अब तो उसका यह रोजाना का क्रम हो गया है। राजमल के पास करीब एक दर्जन बकरियां है।

अजीब सा मामला
पुशपालान विभाग क संयुक्त निदेशक डॉ. विजय सिंह ने बताया कि मेरे जीवन में ऎसा पहला केस मेरे सामने आया है। अजीब साम मामला है। हारमोंस से सम्बन्घित गड़बड़ हो सकती है।

आरएसएस के वरिष्ठ नेता राम माधव और शिव प्रकाश भाजपा में शामिल



नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दो वरिष्ठ नेता राम माधव और शिव प्रकाश सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि, अभी पार्टी ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। सूत्रों का कहना है भाजपा जल्द ही इसका आधिकारिक ऎलान करेगी। राम माधव और प्रकाश दोनों ही आरएसएस में प्रवक्ता की भूमिका निभा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक उनकी पार्टी में एंट्री कराने का फैसला आरएसएस की मध्यप्रदेश के उज्ौन में हुई बैठक में किया गया। साथ ही बैठक में अन्य संघ नेताओं के ट्रांसफर, पोस्टिंग और नियुक्ति पर चर्चा की गई थी।
RSS seniors leaders Ram Madhav, Shiv Prakash join BJP
ऎसा पहली बार नहीं हो रहा है, इससे पहले भी कई बार आरएसएस के नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि राम माधव को उनके कद के अनुरूप पार्टी में स्थान दिया जाएगा। चर्चा है कि राम माधव को सीधे भाजपा महासचिव का पद दिया जा सकता है। माधव ने सोमवार शाम को घोषणा की कि उन्हें भाजपा में भेजा रहा है।

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रविवार, 6 जुलाई 2014

गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल का मिजोरम तबादला



नई दिल्ली
मोदी सरकार ने यूपीए सरकार के कार्यकाल में नियुक्त राज्यपालों को बदलने की अपनी मुहिम के तहत रविवार को एक और कदम उठाया। गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल का तबादला कर दिया। उन्हें बाकी कार्यकाल के लिए मिजोरम भेजा गया है। गुजरात का प्रभार फिलहाल राजस्थान की राज्यपाल मारग्रेट अल्वा को सौंपा गया है। मिजोरम के राज्यपाल पी. पुरुषोत्तम को नगालैंड भेजा गया है। गौरतलब है कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो लोकायुक्त के मसले पर बेनीवाल से उनके रिश्ते बहुत मधुर नहीं थे।
Gujarat Governor Kamla Beniwal transferred and appointed as Governor of Mizoram
मोदी सरकार इन दिनों यूपीए सरकार में नियुक्त राज्यपालों को हटाने के मिशन पर है। इसके तहत पांच राज्यपाल अभी तक इस्तीफा दे चुके हैं। उत्तर प्रदेश के गवर्नर बीएल जोशी, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त और नगालैंड के गवर्नर अश्विनी कुमार पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि पश्चिम बंगाल के एमके नारायणन और गोवा के बीवी वांचू चॉपर डील मामले में हुई पूछताछ के बाद अपना पद छोड़ चुके हैं। दो राज्यपाल एच. आर. भारद्वाज (कर्नाटक) और देवानंद कुंवर पिछले महीने रिटायर हो गए।

हालांकि यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त कई राज्यपाल अब भी अपने पद पर कायम हैं। इनमें गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल भी शामिल हैं। इसके अलावा शंकरनारायणन (महाराष्ट्र), शीला दीक्षित (केरल), जगन्नाथ पहाड़िया (हरियाणा), शिवराज वी. पाटील (पंजाब) भी वे राज्यपाल हैं, जिन्हें मोदी सरकार बदलना चाहती है।

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को राज्यपाल नियुक्त करने पर विचार कर रही है। ऐसे जिन नेताओं के नामों की अटकलें हैं उनमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी, पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाइक, लखनऊ के पूर्व सांसद लालजी टंडन, भोपाल के पूर्व सांसद कैलाश जोशी, केरल के बीजेपी नेता ओ राजगोपाल भी शामिल हैं।

14 को सामुहिक कार्य बहिष्कार करेगे बिजली कर्मचारी

14 को सामुहिक कार्य बहिष्कार करेगे बिजली कर्मचारी

भारतीय मजदूर श्रमिक संघ, विद्युत तकनीकी कर्मचारी यूनियन ने दी लिया संयुक्त निर्णय, पूरे प्रदेश में होगा प्रदर्शन इंजीनियर एसोसिएशन 13 को तय करेगी रणनीति
बाड़मेर, 06 जुलाई।
बिजली कंपनियों को निजी हाथो में सौपने के विरोध मंे रविवार को विद्युत तकनीकी कर्मचारी यूनियन की बैठक प्रदेश संयोजक नरेन्द्रसिंह, संभाग अध्यक्ष आईदानसिंह ईंदा के सानिध्य मंे आयोजित हुई। बैठक में 14 जुलाई एक दिन का सांकेतिक कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया। इस विरोध प्रदर्शन के लिए भारतीय मजदूर श्रमिक संघ ने भी सहमति दी हैं, वह भी 14 जुलाई को धरना देगी। वहीं निजीकरण के विरोध के खिलाफ रणनीति तय करने के लिए इंजीनियर यूनियन 13 जुलाई को बैठक कर निर्णय लेगी।
बैठक में प्रदेश संयोजक नरेन्द्रसिंह ने कहा कि सरकार पीपीपी मॉडल के जरिये पहले शहरों को और बाद में ग्रामीण क्षेत्रों को निजी हाथो में देकर बड़ी निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाना चाहती हैं, इससे बिजली कर्मचारियों के साथ ही आम जनता को भी नुकसान हैं। जनता को जहां बिजली मंहगी दरो पर मिलेगी वहीं कर्मचारियों को उनके काम की कोई गारंटी नहीं रहेगी। संभाग अध्यक्ष आईदानसिंह ईंदा ने बताया कि अगर कर्मचारी अभी नहीं चेते तो वह दिन दूर नहीं जब जनता और कर्मचारी निजी हाथो की कटपूतली बन जाए। उन्होंने सभी संगठनों से एक स्वर मंेे सरकार के इस निर्णय का विरोध करने का आव्हान किया। साथ ही आपसी मतभेद और विचारों की कड़वाहटन को भुलने का बात कही। जिला प्रवक्ता रमेश पंवार ने बताया कि बैठक में 14 जुलाई को सामुहिक रूप से कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया। इसके तहत भारतीय मजदूर श्रमिक संघ और विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन से जुड़े सभी कर्मचारी अवकाश पर रहेगे। यह प्रदर्शन बाड़मेर सहित अन्य जिलो में भी 14 जुलाई को ही आयोजित होगा। प्रदर्शन को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एवं अधीक्षण अभियंता को प्रबंध निदेशक के नाम ज्ञापन सौपा जाएगा। बैठक में शिव, पचपदरा, पादरू, बाड़मेर शहर प्रथम एवं द्वितीय, एवं बाड़मेर ग्रामीण उपखण्ड सहित अन्य उपखण्डों के कर्मचारी मौजुद रहे, सभी ने एक स्वर मंे इस आंदोलन को समर्थन देने का निर्णय लिया।

शर्मनाक! यूपी में टीचर से रेप कर तीन छात्रों ने बनाया एमएमएस -



मुजफ्फरनगर। उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक 23 वर्षीय स्कूल अध्यापिका का तीन छात्रों ने अपहरण कर उसके साथ रेप करने का मामला सामने आया है। मामला जिले के बलवाखेड़ी गांव का है, जहां पर छात्रों ने अध्यापिका के साथ रेप कर उसे किसी को भी घटना के बारे में न बताने की धमकी भी दी। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक जब एक आरोपी अध्यापिका के साथ रेप कर रहा था उसके दो दोस्त उसकी वीडियो बना रहे थे। घटना तब हुई जब पीडिता ट्यूशन पढ़ाने के बाद अपने घर लौट रही थी। तीनों आरोपी सौरभ, विपिन और मोहित कॉलेज छात्र हैं।
23-year-old teacher raped by three students
पीडिता के बयान के मुताबिक आरोपी मोहित पीछे से आया और मेरे मुंह को दबा लिया जिसकी वजह से मैं चीख नहीं सकी और वह मुझे नजदीक में ही एक खाली घर में ले गया। उसके बाद मोहित ने अपने दो दोस्तों को फोन किया। उसके दोनों दोस्तों ने अपने फोन से रेप का वीडियो बनाया। रेप के बाद उन्होंने मुझे धमकी दी कि अगर मैंने इसके बारे में किसी को भी बताया को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

घटना के बाद युवती ने घर पहुंचकर परिजनों को अपनी आपबीती के बारे में बताया। जिसके बाद युवती के पिता ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ रेप करने और अश्लील एमएमएस बनाने का मामला दर्ज किया है। शनिवार देर रात तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने पीडिता को मेडिकल जांच के लिए भेजा और जांच की जा रही है।

ैऎसे ही घटना दो सप्ताह पहले मुजफ्फरनगर में घटी थी। तब एक 20 वर्षीय युवती के साथ आठ लोगों ने गैंगरेप किया था। इस घटना का भी आरोपियों ने वीडियो बनाया था। जिसे बाद वीडियो को वट्सअप पर सर्कुलेट कर दिया गया था। युवती ने बताया था कि उसे धमकी दी गई थी कि अगर उसने पुलिस को इसकी शिकायत की तो उसे वीडियो को इंटरनेट पर डाल दिया जाएगा।

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जैसलमेर में फिर एक दर्दनाक हादसा। 6 की मौत, 8 घायल। शादी की खुषिया मातम में बदली।


जैसलमेर में फिर एक दर्दनाक हादसा। 6 की मौत, 8 घायल। शादी की खुषिया मातम में बदली।

जैसलमेर से 6 किलोमीटर दूर सम रोड पर मूल सागर के पास एक बोलेरो केंपर के पलटी खा जाने से 6 जनो की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा 8 घायल। मृतकों में 4 महिलाऐं व 2 पुरुष शामिल हैं। कनोई गांव के ये लोग जैसलमेर में एक शादी समारोह में हिस्सा लेकर मायरा की रस्म अदा कर वापिस गांव लौट रहे थे, जितने में मूल सागर गांव से एक किलोमीटर आगे आलाजी के थान के पास गाड़ी का टायर फटा जिसे गाड़ी हवा में उछल कर एक पेड़ से टकरा कर कई बार पलटी खाई। इस दर्दनाक हादसे में 6 की मौत हो गई व 8 गंभीर रुप से घायल हो गए जिनमें 6 को जोधपुर रैफर किया गया हैं। घायलों में 4 पुरुष, 2 बच्चे व 2 महिलाऐं शामिल हैं। बोलेरो केंपर में सवार सभी कुंभार जाति के लोग थे जो शादी में हिस्सा लेकर वापिस लौट रहे थे। घटना की जानकारी मिलने पर विधायक छोटू सिंह भाटी, जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, भाजपा नेता कंवराज सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरुण माच्या, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भारीरथ शर्मा, एस.डी.एम गजेन्द्र सिंह चारण सहित कही पुलिस व प्रषासनिक अधिकारी तथा जन प्रतिनिधि पहुंचे तथा घायलो आदि की चिकित्सा व्यवस्था देखी तथा घायलों की कुषलक्षेम पूछी। उधर इस दर्ददान हादसे के बाद विवाह की खुषिया मातम में बदली।

राजीव गांधी के हत्यारों पर नरमी नहीं दिखाएगी मोदी सरकार



केंद्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को छोड़े जाने के तमिलनाडु सरकार के फैसले का विरोध जारी रखेगी। नरेंद्र मोदी सरकार भले ही कांग्रेस और यूपीए के खिलाफ जोरदार संघर्ष के बाद सत्ता में पहुंची है लेकिन उसने पॉलिटिकल मतभेदों से अलग इस अहम मुद्दे पर यूपीए के स्टैंड को कायम रखने का फैसला किया है।
Rajiv
19 फरवरी को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने राजीव गांधी की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे सात लोगों को रिहा करने का फैसला किया था। यूपीए सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। फिलहाल इनकी रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से स्टे लगा है।

बीजेपी जहां एक ओर कांग्रेस के खिलाफ कड़े और तीखे संघर्ष के बाद सत्ता में आई है, वहीं वह एआईडीएमके सुप्रीमो जयललिता से अच्छे संबंध भी बनाना चाहती है। फिर भी उसने आतंक और अपराध के खिलाफ अपने कड़े रुख पर कायम रहने का फैसला किया है। उस समय भी अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद जैसे नेताओं ने तमिलनाडु सरकार के कदम का विरोध किया था। अब मोदी सरकार में अरुण जेटली रक्षा और वित्त जबकि प्रसाद कानून जैसे अहम मंत्रालय संभाल रहे हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के सात में तीन आरोपियों को पहले फांसी की सजा हुई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने दया याचिकाओं में काफी देरी के कारण उनकी सजा कम करके उम्रकैद में बदल दी थी। इसके बाद तमिलनाडु सरकार ने सातों आरोपियों की बाकी की सजा माफकर उन्हें रिहा करने का फैसला किया था। केंद्र सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देते हुए कहा था कि एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या देश के खिलाफ अपराध है। साथ ही यह भी दलील दी गई थी कि इन हत्यारों और साजिशकर्ताओं ने कोई अफसोस नहीं दिखाया है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सवाल उठाया था कि अगर इस देश में एक प्रधानमंत्री के हत्यारों को छोड़ दिया जाता है तो आम आदमी कैसे न्याय की उम्मीद कर सकता है। 25 अप्रैल को कोर्ट ने इस मामले को 5-सदस्यीय संविधान पीठ को सौंप दिया था। मंगलवार को पीठ इस बात पर सुनवाई करेगी कि इन दोषियों को छोड़ना तमिलनाडु सरकार के अधिकार क्षेत्र में है या नहीं। इसके अलावा वह फांसी की सजा को कम करने पर आजीवन कारावास की परिभाषा पर भी विचार करेगी।

पूर्व प्रेमिका के पति का काटा कान, भेजा गया जेल



अपनी पूर्व प्रेमिका को उसके पति के साथ देखकर भारतीय मूल के एक युवक ने अपना आपा खो दिया और उसका कान काट लिया.

पूर्व प्रेमिका के पति का कान काटने के जुर्म में एक भारतीय को दो साल और तीन महीने की सजा सुनाई गई.

ऑकलैंड डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने एक दिन पहले 28 वर्षीय अनीश राव को जेल भेजने के आदेश दिए. राव ने पिछले साल अपनी पूर्व प्रेमिका विकाशनी आश्री के पति रितेश राम के बाएं कान में काट लिया था.
पूर्व प्रेमिका के पति का काटा कान, भेजा गया जेल

राव, पिछले साल राम के ऑकलैंड के बाहरी इलाके में बने फ्लैट में उस वक्त घुसा था, जब राम पत्नी के साथ सो रहा था. वो दरवाजा तोड़कर अंदर घुसा और उसने राम पर हमला किया और उसका बाएं कान में काट लिया. राव ने इसके बाद आश्री के चेहरे पर भी मुक्का मारा था. अशारी और राम की तीन साल की बेटी भी है.

राम के कान से खून निकलता देखकर राव भाग निकला था. ऑकलैंड डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने राव के कृत्य को संवदेनहीन और ईर्ष्या से भरा मानते हुए उसे सजा सुनाई. उसे दरवाजे को नुकसान पहुंचाने के लिए 500 डालर का जुर्माना भी सुनाया गया.

बाड़मेर अंधेरगर्दी कोतवाली पुलिस ने भगाया ,महिला पुलिस ढूंढ रही हे अब छेड़छाड़ के आरोपी को

बाड़मेर अंधेरगर्दी कोतवाली पुलिस ने भगाया ,महिला पुलिस ढूंढ रही हे अब छेड़छाड़ के आरोपी को

बाड़मेर बाड़मेर पुलिस की सुस्त और कर्तव्यमुंढ कार्यवाही चर्चा में हैं। शनिवार को बीच चौराहे महिला के साथ छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को जनता के दबाव में हिरासत में लेने बिना की क़ानूनी कार्यवाही के भगा दिया अब महिला पुलिस थाना उसी आरोपी को तलाश रही हैं। पुलिस विभाग में मची अंधेरगर्दी का ही नतीजा हे की बाड़मेर जैसे शहर में खौफ मनचलो के मन से ख़त्म हो गया ,शहरी क्षेत्र में दिन अहिंसा चौराहे पर सरे आम एक विवाहिता के साथ छेड़छाड़ हुई.जनता ने आरोपी को पकड़ा ,पुलिस के हवाले किया ,मागय पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय भीड़ छांटते ही आरोपी को भगा दिया ,अब पीड़ित महिला ने जब महिला थाने में मुक़दमा कराया तो महिला पुलिस तलाश में जुट गयी ,बाड़मेर पुलिस की शिथिल कार्यवाही के कारन ही शहरी क्षेत्र में अब अपराधी सरे राह घटनाओ को अंजाम दे रहे हैं ,इधर कोतवाली पुलिस की बेशर्मी देखिये दिन भर ठाणे के बेसिक फोन पर कॉल करने के बावजूद कोई उसे उठा ही नहीं रहा ,पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर लोगो में आक्रोश हैं ,इधर छेड़छाड़ के मामले में को चेतावनी दी हैं की छोड़ने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की को तत्काल गिरफ्तार किया जाये नहीं तो थानो का घेराव कर प्रदर्शन किया जायेगा ,अब पुलिस के गल्ले आ गयी ,हाथ आये आरोपी को छोड़ने पर पुलिस को जवाब देना भरी पद रहा हैं

पढ़िए क्या था  पूरा मामला 

बाड़मेर
शनिवार को शहर के रेलवे स्टेशन के सामने राह चलती एक महिा के छेड़छाड़ के मामले ने तूल पकड़ लिया। घटना के बाद मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई, वहीं सूचना के बाद भी कोतवाली पुलिस काफी देर बाद घटनास्थल पर पहुंची। इस बीच आरोपी एक दुकान में जाकर छिप गया। आक्रोशित लोग महिला थाने पहुंच गए और पुलिसकर्मियों की आनाकानी के बाद मामला दर्ज करवाया।
बाड़मेर शहर में दूसरे दिन भी बीच चौराहे पर महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना ने शर्मसार कर दिया। इतना ही घटनाओं से पुलिस सबक नहीं ले रही है। शनिवार को बलाऊ गांव निवासी एक महिला अपने पति के साथ बच्चों के लिए किताबें कॉपियां लेने बाजार आई थी। खरीदारी के बाद वापस तिलक बस स्टैंड की तरफ जाते व्यक्त अहिंसा सर्किल पर ही एक बाइक सवार युवक ने महिला के साथ छेड़छाड़ की। जिसके बाद बीच-बचाव में आए उसके पति के साथ ही बदतमीज धक्का-मुक्की की। इस घटना को देख आसपास के लोगों की भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई। लोगों ने आक्रोश जताते हुए युवक जयेश खत्री को पकड़ने की कोशिश की। इस बीच एक मिठाई की दुकान के कुछ लोग बीच-बचाव में आए और युवक को दुकान के अंदर लेकर चले गए। इस घटना के बाद बवाल मच गया। लोगों ने छेड़छाड़ की घटना की निंदा की। वहीं कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। घटना के आधा घंटा बाद पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को इतर-बीतर कर युवक को पकड़ कर ले गई।




"हरियाणा के सभी कुंवारों की बिहार की लड़कियों से शादी करवा देंगे" -



गुड़गांव। भाजपा नेता और किसान मोर्चो के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने यह बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है कि पार्टी हरियाणा के कुंवारे लड़कों की बिहार की लड़कियों से शादी करवा देगी। निरवाना में शुक्रवार को किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
BJP leader gives controversial statement in Haryana, promises brides from Bihar
हरियाणा में रहने वाले पूर्वाचल के लोगों ने बयान की निंदा करते हुए धनखड़ को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। धनखड़ ने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो पार्टी बिहार से लड़कियां लाकर हरियाणा के सभी पुरूषों की शादी करवा देगी। जब पूर्वाचल के समूहों ने विरोध प्रदर्शन की धमकी दी तो धनखड़ ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है।

बकौल धनखड़ मीडिया ने मेरे बयान को गलत अर्थ में पेश किया गया है। हम चाहते हैं कि बिहार के गरीब क्षेत्रों से तस्करी के जरिए हरियाणा लाई जाने वाली लड़कियों को सुरक्षा और सम्मान दिया जाए। यहां के लड़कों से शादी करवाकर उन्हें सही तरीके से पुनर्वासित किया जाए। पूर्वाचल एकता मंच ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस की और कहा कि अगर धनखड़ ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

मंच के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि धनखड़ ने सिर्फ बिहार का जिक्र किया लेकिन यह पश्चिम बंगाल,ओडिशा सहित कई अन्य राज्यों में होता है। हमने लोकसभा चुनाव भाजपा को वोट दिया था। हमें यही अच्छे दिन देखने थे। हरियाणा में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या सबसे कम है। 2011 के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में 1000 पुरूषों पर महिलाओं की संख्या 879 है।

जमीन के लिए विधवा से अपनों ने की हैवानियत

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उदयपुर। राजसमंद जिले के देवपुरिया गांव में 10 बीघा जमीन के लिए विधवा ऎजीबाई की देवरानी-जेठानियों और उनकी बहूओं ने पीट-पीटकर हडि्डयां तोड़ दी। इतने पर भी जी नहीं भरा तो उसके गुप्तांग में लकड़ी डाल दी। इससे ऎजीबाई तीन घंटे बेसुध पड़ी रही। जख्मों से रिसते खून पर चीटियां चिपटने लगीं लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। यह घटना पिछले 27 जून की है। पीडिता के अनुसार घटना वाले दिन सुबह वह पशुओं को संभालने पहुंची थी। इस दौरान देवरानी-जेठानी और उनकी बहुओं सहित घर की 7 महिलाएं आई और उस पर हमला कर दिया।सबने मिलकर उसे जमकर पीटा। घर की चाबी छीन ली। बाद में पूर्व सरपंच की मदद से उसे अस्पताल ले जाया गया। दोनों पांवों, कुहनी और घुटनों में फ्रैक्चर के चलते उसे 7 यूनिट रक्त चढ़ाया गया। उसका आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज होने के 8 दिन बाद भी पुलिस एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पाई।

यह कैसी दीवानगी, प्रेमी के लिए घरवालों को दिया जहर

भरतपुर। जिले के कुम्हेर थाना क्षेत्र के गंाव नगला बोहरा में शनिवार रात एक युवती परिजनों को भोजन में विषाक्त पदार्थ खिलाकर घर से जेवरात व नकदी लेकर चंपत हो गई। घटना की जानकारी रविवार सुबह अन्य परिजन के घर पर पहुंचने पर हुई। Young girl gave parents poisoning in Bharatpur
जिस पर चारों अचेत लोगों को जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें जयपुर रैफर कर दिया। उधर, पुलिस कोई जानकारी नहीं दे पा रही, हालांकि मामला प्रेम-प्रसंग का प्रतीत हो रहा है। जिस कारण अन्य परिजन चुप्पी साधे हुए हैं।

ग्रामीणों के अनुसार गांव नगला बोहरा निवासी अमर सिंह (48) पुत्र फूल सिंह जाट की बड़ी पुत्री (20) ने रात में भोजन में विषाक्त पदार्थ मिला दिया। भोजन करने के बाद अमर सिंह, उसकी पत्नी गंगादेवी (45), पुत्र चेतन (18), पुत्री नीतू (17) अचेत हो गए।

रविवार सुबह अमर सिंह के भतीजे की बहू घर पर चीनी लेने आई थी, उसने परिजनों को जगाया तो नहीं उठे, इस पर उसने घर जाकर सूचना दी।

मौके अमर सिंह के ताऊ व अन्य परिजन पहुंच गए, इनके अचेतावस्था में होने पर चारों को जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां हालत में सुधार नहीं होने पर उपचार के बाद जयपुर रैफर कर दिया। उधर, सूचना मिलने पर एएसआई अर्जुन सिंह अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली है।

जेवरात व नकदी गायब
प्रकरण में अन्य परिवारीजन चुप्पी साधे हुए हैं और ज्यादा कुछ बताने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि भोजन में कुछ गिर गया था, जिससे सभी अचेत हो गए। जबकि घर की एक बुजुर्ग महिला ने बड़ी पुत्री पर जेवरात व नकदी ले जाने की बात कही है।

छोटे भाई-बहन बचे
घटना में अमर सिंह की छोटी पुत्र व पुत्री बच गए। ये लोग शनिवार रात घर में ताऊ व अन्य परिजनों के घर पर ही सो गए थे, जिससे ये भोजन करने से बच गए।

इकलौते 'कल्पवृक्ष' का वजूद खतरे में



वाराणसी। छावनी क्षेत्र में एक ऐसा भी वृक्ष है जिसके साथ लोगों की आस्था और विश्वास जुड़ा है। अनंत फलदायी कल्पवृक्ष के रूप में पूजित वृक्ष कल्पतरु की शाखा है या नहीं, सवाल श्रद्धालुओं की भावनाओं पर ही छोड़ दें तो भी लगभग 34 फीट की विशाल परिधि वाला यह वृक्ष पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी संरक्षण और संवर्धन के प्रयास मांगता है।

चिंता की बात यह है कि समय के थपेड़े झेलते-झेलते जर्जर हो चला पूर्वाचल में अपने वंश का यह बिरला पेड़ वजूद के संकट के दौर से गुजर रहा है। उसकी छाल ढीली पड़ चुकी है और स्थूल तनों तथा सुपुष्ट शाखाओं में कीड़े लग जाने से छिद्र भी दीखने लगे हैं।

बंगला नंबर 29 है पता - हरियाले छावनी क्षेत्र में वृक्ष का पता बंगला नंबर 29 है जो स्व. प्रो. बीबी सिंह बिसेन के नाम है। बताते हैं कि करीब पांच वर्ष पूर्व स्व. श्री विसेन के बंगले पर मांगलिक समारोह था जिसमें शामिल होने के लिए तत्कालीन वन संरक्षक (वाराणसी मंडल) आर हेमंत कुमार भी पहुंचे थे। उनकी नजर वृक्ष पर पड़ी तो वे ठिठक गए। सुबह फिर बंगले पर पहुंचे तो जांच में वृक्ष कल्पतरु निकला। 134 फीट मोटा है वृक्ष का तना - बताते हैं कि जब आर हेमंत कुमार ने जांच की थी तो उस वक्त पेड़ के तने की मोटाई करीब 30 फीट थी लेकिन वर्तमान में उसके तने की मोटाई करीब 34 फीट हो गई है। पेड़ की दो शाखाओं की मोटाई भी काफी अधिक है

वृक्ष से जुड़ी जरूरी जानकारियां

-फ्रांसीसी वैज्ञानिक माइकल अडनसन ने वर्ष 1775 में अफ्रीका में सेनेगल में सर्वप्रथम देखा था। पाया जाता है फ्रांस, इटली, दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया। भारत में रांची, अल्मोड़ा, नर्मदा के तटीय क्षेत्रों और कर्नाटक आदि में। औसत आयु 2500-3000 साल। मोटा तना, टहनी लंबी, कमल के फूल में रखी किसी छोटी गेंद में निकले मरमरी रेशे वाले फूल, नारियल की तरह फल।

वृक्ष से स्वास्थ्य लाभ

आयुर्विज्ञानियों के अनुसार वृक्ष की 3 से 5 पत्तियों का सेवन करने से दैनिक पोषण की जरूरत पूरी, उम्र बढ़ाने में सहायक।

कब मिलेगी रेल लाइन की स्वीकृति

जैसलमेर। जैसलमेर से बाड़मेर को जोड़ने के लिए रेल लाइन बिछाने की योजना अभी भी स्वीकृति के इंतजार में है। रेल बजट से पहले इस रेल लाइन को मंजूरी मिलने का जैसलमेर व बाड़मेर के बाशिंदे हर बार इंतजार करते हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। जैसलमेर से बाड़मेर के बीच रेल लाइन के प्रस्ताव को स्वीकृति दी जाए तो यह लाइन जैसलमेर को बड़े स्टेशनों से सीधा जोड़ने के साथ देश की सुरक्षा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगी। जैसलमेर से बाड़मेर से बीच प्रस्तावित रेल लाइन को सीमा के सटे गांवों से निकालने का प्रस्ताव तो बना था, लेकिन अभी तक इसे स्वीकृति मिलनी शेष है। there is a hidden treasure in this stream
कई बार हो चुका सर्वे
जैसलमेर से बाड़मेर के बीच रेल लाइन बिछाने को लेकर रेलवे विभाग व सुरक्षा एजेंसियां कई बार सर्वे करवा चुकी है और इस रेल लाइन के स्वीकृति की अनुशंसा भी कर चुकी है, बावजूद इसके इस लाइन को स्वीकृति नहीं मिल पा रही है।

सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण
जैसलमेर-बाड़मेर की प्रस्तावित रेल लाइन को इस रेल बजट में स्वीकृति मिले तो पश्चिमी छोर की सुरक्षा को मजबूती मिल सकेगी। भारत-पाकिस्तान सीमा का बड़ा भाग बाड़मेर व जैसलमेर से सटा होने के कारण यह लाइन देश की सुरक्षा व भारतीय सेना के लिए बड़ी उपयोगी साबित हो सकती है।

आय में भी बढ़ोतरी
जैसलमेर-बाड़मेर के बीच रेल लाइन चलाने से जैसलमेर व बाड़मेर में निकल रहे खनिज की ढुलाई कर रेलवे को इस लाइन से करोड़ों की आय अर्जित हो सकेगी। बाड़मेर में निकले पेट्रोल और जैसलमेर का लाइम स्टोन व अन्य खनिज देश रेल लाइन के सहारे देश व भारतीय रेल की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकेंगे।

लोकसभा क्षेत्र में नहीं रेल लाइन
जैसलमेर-बाड़मेर एक ही लोकसभा क्षेत्र मे शामिल हैं, बावजूद इसके दोनों को जिलों को अभी रेल लाइन से जुड़ने का इंतजार ही है। दोनो जिलो के बाशिंदो को रेल लाइन बिछने और ट्रेन शुरू होने की उम्मीद अभी भी है।

हैरतअंगेज, अरबो का खजाना दबा पड़ा हिमाचल की इस झील में

आज हम आपको एक ऎसी झील के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में कहा जाता है की उसमे अरबो रूपए का खजाना दफन है।there is a hidden treasure in this stream
यह है हिमाचल प्रदेश के पहाड़ो में स्थित कमरूनाग झील।

पूरे साल में 14 और 15 जून को यानी देसी महीने के हिसाब से एक तारीख और हिमाचली भाषा में साजा। गर्मियों के इन दो दिनों में बाबा कमरूनाग पूरी दुनिया को दर्शन देते है। इसलिए लोगों का यहां जन सेलाव पहले ही उमड़ पड़ता है। क्योंकि बाबा घाटी के सबसे बड़े देवता हैं और हर मन्नत पूरी करते हैं।

हिमाचल प्रदेश के मण्डी से लगभग 60 किलोमीटर दूर आता है रोहांडा, यहीं से पैदल यात्रा शुरू होती है। कठिन पहाड़ चड़कर घने जंगल से होकर गुजरना पड़ता है। इस तरह लगभग 8 किलोमीटर चलना पड़ता है।

कहां से आया यह खजाना?
मंदिर के पास ही एक झील है, जिसे कमरूनाग झील के नाम से जाना जाता है। यहां पर लगने वाले मेले में हर साल भक्तों की काफी भीड़ जुटती है और पुरानी मान्यताओं के अनुसार भक्त झील में सोने-चांदी के गहनें तथा पैसे डालते हैं। सदियों से चली आ रही इस परम्परा के आधार पर यह माना जाता है कि इस झील के गर्त में अरबों का खजाना दबा पड़ा है।

बाबा कमरूनाग की पौराणिक गाथा
कमरूनाग जी का जिक्र महाभारत में भी आता है। इन्हें बबरूभान जी के नाम से भी जाना जाता था। ये धरती के सबसे शक्तिशाली योद्धा थे। लेकिन कृष्ण नीति से हार गए। इन्होने कहा था कि कौरवों और पांडवों का युद्ध देखेंगे और जो सेना हारने लगेगी में उसका साथ दूंगा। लेकिन भगवान् कृष्ण भी डर गए कि इस तरह अगर इन्होने कौरवों का साथ दे दिया तो पाण्डव जीत नहीं पाएंगे।

कृष्ण जी ने एक शर्त लगा कर इन्हे हरा दिया और बदले में इनका सिर मांग लिया। लेकिन कमरूनाग जी ने एक खवाइश जाहिर की कि वे महाभारत का युद्ध देखेंगे। इसलिए भगवान् कृष्ण ने इनके काटे हुए सिर को हिमालय के एक उंचे शिखर पर पहुंचा दिया। लेकिन जिस तर्फ इनका सिर घूमता वह सेना जीत की ओर बढ्ने लगती।

तब भगवान कृष्ण जी ने सिर को एक पत्थर से बाँध कर इन्हे पांडवों की तरफ घुमा दिया। इन्हें पानी की दिक्कत न हो इसलिए भीम ने यहाँ अपनी हथेली को गाड कर एक झील बना दी।

खजाने की चोरी करने वाले को सजा
यह भी कहा जाता है कि इस झील में सोना चांदी चढ़ाने से मन्नत पूरी होती है। लोग अपने शरीर का कोई भी गहना यहाँ चढ़ा देते हैं। झील पैसों से भरी रहती है, ये सोना-चांदी कभी भी झील से निकाला नहीं जाता क्योंकि ये देवताओं का होता है।

ये भी मान्यता है कि ये झील सीधे पाताल तक जाती है। इस में देवताओं का खजाना छिपा है। हर साल जून महीने में 14 और 15 जून को बाबा भक्तों को दर्शन देते हैं। झील घने जंगल में है और इन् दिनों के बाद यहाँ कोई भी पुजारी नहीं होता। यहाँ बर्फ भी पड़ जाती है।

यहाँ से कोई भी इस खजाने को चुरा नहीं सकता। क्योंकि माना जाता है कि कमरूनाग के खामोश प्रहरी इसकी रक्षा करते हैं। एक नाग की तरह दिखने बाला पेड इस पहाड के चारों ओर है। जिसके बारे मे कहते हैं कि ये नाग देवता अपने असली रूप में आ जाता है। अगर कोई इस झील के खजाने को हाथ भी लगाए।