मंगलवार, 10 सितंबर 2013

फर्जी फोने कॉल से छह लाख रुपये ट्रांफर बैंक में मचा हडकंप

 फर्जी फोने कॉल से छह लाख रुपये ट्रांफर बैंक में मचा हडकंप 



बाड़मेर जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट परिसर स्थित स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एंड जयपुर में मंगलवार को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी काल जरिये बैंक जी एम् बनकर बैंक अधिकारी को कॉल कर एक खता नुम्बर देकर खाते में छ लाख रुपये ट्रांसफर करने का आदेश दिया। सच्चाई जाने बिना एक बैंक अधिकारी द्वारा उस खाते में छह लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब पैसे आर टी जी एम् ट्रांसफर छह लाख कर दिए बाद में जानकारी देने के लिए बैंक अधिकारी द्वारा कॉल जरिये सूचना दी की पैसा ट्रांसफर कर दिया तो सच्चाई सामने आई ,सचाई सामने आने के बाद बैंक में हडकंप मच गया। फर्जी कॉल पर पैसा ट्रांसफर की सूचना पुलिस और मुख्य शाखा प्रबंधक को दी गई ,बैंक अधिकारियो ने पुलिस अधीक्षक से मिल कर कार्यवाही करने का कशा जिस पर पुलिस कोतवाली में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। हें

बाड़मेर एस डी एम् विनीता सिंह का स्थानान्तरण ,राकेश कुमार नए एस डी एम्



बाड़मेर एस डी एम् विनीता सिंह का स्थानान्तरण ,राकेश कुमार नए एस डी एम्



बाड़मेर राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने आज आदेश जारी कर बाड़मेर उप खंड अधिकारी विनीता सिंह का स्थानान्तरण जयपुर कर दिया ,राकेश कुमार शर्मा प्रथम बाड़मेर के नए उप खंड अधिकारी होंगे


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राहुल बारहट जोधपुर पूर्व उपायुक्त

राहुल बारहट जोधपुर पूर्व उपायुक्त 


बाड़मेर भारतीय पुलिस सेवा से अधिकारी राहुल मनाहर्दान बारहट जोधपुर पूर्व के नए पुलिस उपायुक्त होंगे। राज्य सरकार द्वारा गृह सचिवालय कार्मिक  आदेशानुसार राहुल बारहट जोधपुर पुर के उपायुक्त होंगे 

राहुल बारहट जोधपुर पूर्व उपायुक्त

राहुल बारहट जोधपुर पूर्व उपायुक्त 


बाड़मेर भारतीय पुलिस सेवा से अधिकारी राहुल मनाहर्दान बारहट जोधपुर पूर्व के नए पुलिस उपायुक्त होंगे। राज्य सरकार द्वारा गृह सचिवालय कार्मिक  आदेशानुसार राहुल बारहट जोधपुर पुर के उपायुक्त होंगे 

बीजेपी ने रैली के जरिए दिखाई ताकत

बीजेपी ने रैली के जरिए दिखाई ताकत
जयपुर। राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर भाजपामय हो गई। झंडे, बैनर और पोस्टरों से सड़के और चौराहे पट गए। प्रदेश भाजपा की पांच महीने चली सुराज संकल्प यात्रा के समापन अवसर पर जयपुर में के अमरूदों के बाग में आयोजित विशाल रैली में भारी भीड़ उमड़ी पड़ी।

कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह,भाजपा चुनाव प्रचार अभियान समिति के प्रमुख नरेन्द्र मोदी के तय समय पर सभा स्थल पहुंचते ही "मोदी बने प्रधानमंत्री" जैसे नारे गूंज उठे। प्रदेश भाजपा मोदी की इस सभा को राजस्थान सत्ता में वापसी के लिए बूस्टर डोज मान रही है।

अमरूदों का बाग मैदान में सुबह से ही बीजेपी समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। सम्मेलन में जगह जगह पन्द्रह बड़ी स्क्रीन लगाई हैं और महिलाओं के बैठने के लिए अलग से व्यवस्था की गई।

भाजपा नेताओं ने इस रैली प्रदेश को अब तक की राजनीतिक रैलियों के मामले में इतिहास रचने का दावा किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे और उनकी पूरी टीम ने दिन-रात एक कर तैयारी की। हालांकि रैली के प्रचार पोस्टरों में मोदी को ज्यादा भाव नहीं दिया गया है और वसुंधरा ही छाई रही।

उम्मीद वाजपेयी जैसे चमत्कार की

याद कीजिए 2003 की परिवर्तन यात्रा का समापन। अब भी वही अमरूदों का मैदान था और प्रदेश भाजपा को वैसे ही चमत्कार की उम्मीद। तब अटल बिहारी वाजपेयी आए थे तो भाजपा 120 सीटों के साथ सत्ता में आई थी। चमत्कार की उम्मीद इसलिए है, क्योंकि तब वाजपेयी पीएम थे और मोदी की इस पद की उम्मीदवारी लगभग तय मानी जा रही है।

होर्डिग्स से आडवाणी रहे गायब

भाजपा के सुराज संकल्प सम्मेलन को लेकर शहर भर में बड़ी संख्या में होर्डिग्स व पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे छाए हुए हैं, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता इन होर्डिग्स व पोस्टरों में कहीं नजर नहीं आ रहे।

खुद करनी पड़ी खाने-पीने की व्यवस्था

सभा में आने वाले लोगों को खाने और वाहनों की व्यवस्था खुद के स्तर पर ही करनी पड़ी। भाजपा ने पहले ही कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट निर्देश दे दिए थे कि पार्टी की तरफ से खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं की जाएगी।

सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई

मोदी की सुरक्षा को देखते हुए टर्मिनल टू पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। इतना ही नहीं, पुलिस प्रशासन के निर्देश पर मोदी के आने के समय में विजिटर्स पास को नियंत्रित किए जाने का निर्देश टर्मिनल प्रबंधक को दिया गया।

सीएम के पोस्टरों पर पोती कालिख

उदयपुर। जिले के वकीलों द्वारा लंबे समय से चली रही हाइकोर्ट खंडपीठ स्थापित करने के आंदोलन मंगलवार को निम्न स्तर पर पहुंच गया। वकीलों ने मंगलवार को सद्बुद्धि यज्ञ कर मुख्यमंत्री अशोक पहलोत के पोस्टरों पर कालिख पोत दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहंुचकर उत्पाती वकीलों को खदेड़ा। सीएम के पोस्टरों पर पोती कालिख
वकीलों ने हाइकोर्ट खंडपीठ स्थापित करने की अपनी मांग के चलते मंगलवार को पहले तो सदबुदि्ध यज्ञ किया। इसके बाद जिला कलक्ट्रेट ज्ञापन सौंपने गए। वहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पोस्टरों को देख कर वकील उखड़ गये और कुछ वकीलों ने मुख्यमंत्री के पोस्टरों पर कालिख पोत दी। इसपर पुलिस ने पहुंचकर वकीलों को भगाया। इसके बाद बाद वकील कोर्ट में चले गए।

माना जा रहा है कि वकीलों ने सोची समझी रणनीति के तहत ये काम किया। इसके तहत वकील अपने साथ पहले से ही कालिख लेकर आए थे। घटना के बाद पुलिस ने कालिख लगे पोस्टरों को हटाना शुरू कर दिया।

चुनावी रणभेरी बाड़मेर विधानसभा चुनाव दल बदलू ज्यादा पार्टी के वफादार कम रहे बाड़मेर के नेता

चुनावी रणभेरी बाड़मेर विधानसभा चुनाव

 दल बदलू ज्यादा पार्टी के वफादार कम रहे बाड़मेर के नेता 


चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर आगामी नवम्बर माह में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचल देश भर में शुरू हो गयी हें ,सरहदी बाड़मेर जिले का राजनितिक परिदृश्य बेहद भयानक रहा ,वहा अपनी पार्टी के वफादार कम और पार्टी को धोखा देने वाले नेताओ का बाहुल्य रहा हें ,आपको ऐसे नेताओ से रूबरू कतर्व रहे हें जिन्होंने अपनी पार्टी के विश्वासघात कर चुनाव लदे पार्टी की लुटिया डूबा दी ,बाड़मेर ने डाक बदलू नेता बहुर ज्यादा रहे वाही पार्टी के प्रति वफादारी निभाने वाले कर्मठ नेता उंगुलियो पर गिनने लायक हें। आज़ादी के बाद जब सन १९५२ में देश की लोकसभा और राजस्थान की विधानसभा के प्रथम आम चुनाव हुए तब पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती रेगिस्तानी बाड़मेर जिले में राजनैतिक जागरूकता आई ,इन दोनों चुनावो में १,९१,५२९ मतदाताओ ने मतदान कर अपने पसंद के जन प्रतिनिधि चुने थे ,१९५२ से लेकर २००८ तक राजनितिक फिजा ही इस जिले की बदल गयी ,


दल बदल की शुरुआत। . राजस्थान विधान सभा के लिए १९५२ में जिले की सिवाना सीट से राम राज्य परिषद् के मोटा राम विधायक चुने गए। बाद में जब मोहन मुख्यमंत्री बने तो इन्होने कांग्रेस का समर्थन कर दिया बाद में पचपदरा में कांग्रेस के प्रधान तेज सिंह ने दल बदल कर कांग्रेस प्रत्यासी मदन कौर के सामने चुनाव लड़ा लगभग तीन हज़ार मतों से मात खा गए ,१९८० का दसक दल बदलुओ के लिए ख़ास तौर से जाना गया ,हर स्तर के नेताओ ने पार्टी के छोले बदले ,हालत यह हो गयी की दल बदल के कारन प्रमुख पार्टियों के पास चुनाव में उतरने के लिए ढंग के नेता तक नहीं थे ,कांग्रेस का विभाजन कांग्रेस अर्स के रूप में हुआ ,बाड़मेर से कांग्रेस की प्रथम पंक्ति के नेता कौर ,कांग्रेस से तीन बार विधायक रहे , चार बार कांग्रेस से विधायक रहे गंगा राम चौधरी ,कांग्रेस को छोड़ कर कांग्रेस अर्स में शामिल हो गए ,मदन कौर के सामने कांग्रेस ने अमर राम चौधरी को गंगा राम के सामने गुड़ा मालानी से हेमाराम चौधरी तथा चौहटन से अब्दुल हादी के सामने भगवान दास डोशी को मैदान में उतरा ,जनता ने दल बदलुओ को सीरे से ख़ारिज कर उन्हें हरा दिया ,बाद १९८५ में फिर बदलाव हुआ गंगा राम चौधरी और अब्दुल हादी ने कांग्रेस अर्स छोड़ कर लोकदल का दमन थाम लिया ,गंगाराम चौधरी ने बाड़मेर विधानसभा से चुनाव लड़ कांग्रेस के रिखबदास जैन को हरा दिया तो चौहटन में लोकदल के अब्दुल हादी ने कांग्रेस के मोहन लाल डोशी को हरा दिया ,१९९० में फिर गंगा राम चौधरी ने लोक दल को जनता दल में आ गए तथा बाड़मेर से चुनाव लदे कांग्रेस के हेमाराम चौधरी को से हरा दिया ,वाही लोकदल से जनता दल में आई मदन कौर ने गुड़ा से चुनाव लड़ा जहा कांग्रेस के चैनाराम को हरा दिया ,वाही चौहटन में अब्दुल हादी ने जनता दल से चुनाव लड़ कर कांग्रेस के गणपत सिंह को शिकस्त दे दी , 


कांग्रेस ने पचपदरा से नहीं दिया तो कांग्रेस की मदन कौर के सामने चुनाव लड़ा , इस चुनाव में भाजपा के चंपालाल बांठिया दुसरे और मदन कौर तीसरे स्थान पर रही ,१९९३ में जनता दल छोड़ गंगाराम ने भाजपा के समर्थन से निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विरधी चंद जैन को हरा कर विधानसभा में पहुंचे। वही लोकदल ,जनता दल ,कांग्रेस अर्स से वापस कांग्रेस में आये अब्दुल हादी के सामने कांग्रेस के बागी निर्दलीय भगवान दास दोषी ने चुनाव लड़ा ,यहाँ अब्दुल हादी छबीस हज़ार मतो से हार गए ,१९९८ में अमराराम चौधरी भाजपा में शामिल हो गए पचपदरा से चुनाव लड़ा कांग्रेस की मदन कौर को हरा दिया कांग्रेस के कई बार प्रधान रहे तगाराम चौधरी भी भाजपा में शामिल हुए बाड़मेर से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विरधी चंद से तेंतीस हज़ार मतों से हार गए ,चौहटन में भी कांग्रेस के भगवन दास डोशी ने भाजपा में शामिल होकर चुनाव लड़ा और हादी से चुनाव हार गए ,२००३ में सिवान से भाजपा के टीकम चंद कान्त को टिकट नहीं मिला तो निर्दाकीय चुनाव लदे और चुनाव जीते। बाद में वे वापस भाजपा में लौट आये ,बाड़मेर में पुराने दिग्गज नेता दल बदल के लिए काफी बदनाम भी रहे इसके बावजूद जनता ने उन्हें विधान सभा तक पहुँचाया ,बाड़मेर की राजनीती के धुरी माने जाने वाले अब्दुल हादी ,गंगाराम चौधरी ,मदन कौर ,अमराराम दल बदल के लिए खास तौर से जाने जाते रहे हें ,अपनी पार्टी के विरधी चंद जैन हमेशा अडिग रहे


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अभी अभी। । बाड़मेर धोरीमन्ना में दो महिलाओ की हत्या



अभी अभी। । बाड़मेर धोरीमन्ना में दो महिलाओ की हत्या


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के भलीसर गाँव में लूटपाट के इरादे से दो बुजुर्ग महिलाओ की हत्या का सनसनी खेज मामला सामने आया हें। पुलिस सूत्रानुसार भलीसर गाँव में दो बुजुर्ग महिलाओ के अज्ञात लोगो ने पहने हुए आभूषण छीनने का प्रयास किया ,इसी दौरान अज्ञात लोगो द्वारा दोनों महिलाओ की हत्या कर दी ,मामले के पुरे तथ्य सामने नहीं आये हें

जयपुर में गूंजा नमो मंत्र, कांग्रेस कम...भाजपा में है दम



राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर में अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता और गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जयपुर के अमरूदों के बाग में जनसभा को संबोधित कर चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरुआत की और राजस्थान में चुनाव प्रचार का बिगुल फूंका।
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नरेंद्र मोदी ने चुनावी शंखनाद करते हुए कहा कि कांग्रेस में अब कुछ दम नहीं रह गया है, क्योंकि वहां सिर्फ भ्रष्टाचारियों की तरक्की होती है। उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान दशा के लिए कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है और कांग्रेस के नेतृत्व में देश रसातल में जा रहा है।



कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में रुपया अस्पताल में पड़ा है, जो लगातार डॉलर के मुकाबले गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ सरकार बचाने की चिंता है और उसे देश की चिंता नहीं है।



उन्होंने राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के लिए जनता से अनुरोध किया कि वह वह वसुंधरा की अगुवाई वाली बीजेपी को वोट कर उसे जिताए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस बार वसुंधरा भारी मतों से चुनाव जीतकर आएंगे, क्योंकि यहां का चालीस फीसदी मतदाता युवा है। मोदी ने कहा कि यूथ कांग्रेस के लिए वोटर लेकिन हमारे लिए पावर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान और दिल्ली में कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए आंधी चल रही है।



भाजपा का 'सुराज संकल्प सम्मेलन' का समापन कार्यक्रम वसुंधरा राजे के उद्घोषणा से शुरू हुआ। नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में चुनाव अभियान का शंखनाद किया। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश भाजपा को एकजुट करने के मकसद से आए मोदी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे ने मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह का स्वागत किया।



मंच से सबसे पहले वसुंधरा राजे ने कार्यकर्ताओं का स्वागत किया और सुराज संकल्प यात्रा की सफलता के लिए प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार जताया। वसुंधरा ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ राज्य के एक-एक भाजपा कार्यकर्ता ने जन-जन को संदेश पहुंचाया। महिलाओं को सुरक्षा देने में कांग्रेस सरकार में नाकाम साबित हो चुकी है। राज्य में सत्ता में आने के बाद महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी भाजपा देगी।



इसके बाद संबोधन को आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार राजस्थान और केन्द्र दोनों स्थानों पर विफल रही है। देश को बचाना है तो कांग्रेस को उखाड़ फेंकना होगा। गहलोत सरकार राज्य के विकास में विफल रही है। कांग्रेस मोदी की छवि को धूमिल करने का काम कर रही है। उनके साथ पूरी पार्टी खड़ी है।

राज्यवर्द्धन राठौड़ और दीया कुमारी भाजपा में शामिल

सुराज रैली ने रोका शहर
जयपुर। राजधानी में मंगलवार को भाजपा की सुराज संकल्प यात्रा की समापन सभा में पूरे प्रदेश से भारी संख्या में लोगों को हुजूम उमड़ा। प्रदेशभर से बसों, गाडियों और अन्य साधनों से भाजपा समर्थक राजधानी के अमरूदों के बाग में भाजपा चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे को सुनने उमड़े। इस मौके पर पूर्व जयपुर राजघराने की राजकुमारी दिया कुमारी और ओलम्पिक में रजत पदक विजेता राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ भी भाजपा में शामिल हो गए।
राज्यवर्द्धन राठौड़ और दीया कुमारी भाजपा में शामिल
यातायात जाम, पुलिस नाकाम
सभा में आए वाहनों के कारण रास्ते जाम हो गए जिन्हें हटाने में यातायात पुलिस को परेशानी हुई। 22 गोदाम सर्किल, रामबाग सर्किल, अम्बेडकर सर्किल और टोंक रोड पर जगह-जगह वाहन खड़े थे। हालांकि यातायात विभाग ने सोमवार को ही इन क्षेत्रों से गुजरने वाले वाहनों के लिए परिवर्तित मार्ग की सूचना जारी कर दी थी। साथ रैली में आने वाले वाहनों के पार्किग की व्यवस्था कर दी थी। इसके चलते शहर में जो जहां था वहीं अटक गया। बड़ी संख्या में वाहनों के आने से शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। टोंक रोड, अजमेर रोड, दिल्ली रोड, सीकर रोड और आगरा रोड पर वाहनों के लम्बे रैले नजर आए। इसके बाद सभा स्थल अमरूदों का बाग के आसपास तो जहां तक नजर जा रही थी लोग भाजपा के झंडे थामे नजर आए।

लाख से दो लाख के लोग आए!
सभा में उमड़े लोगों के बारे में अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा नेताओं ने जहां कहाकि दो लाख से ज्यादा लोग आए। वहीं पुलिस के अनुसार एक लाख तक लोग आए। वहीं लोगों के अनुसार लाख से डेढ़ लाख से ज्यादा लोग आए।

विरोध कर रहे जनसेवा कार्यकर्ताओं को भगाया
गुजरात दंगों के मामले में विरोध जता रहे जनसेवा के कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यकर्ताओं ने भगा दिया। जनसेवा कार्यकर्ता काले झंडे लेकर विरोध जता रहे थे। इस पर भाजपाइयों ने झंडे छीन लिए और उन्हें जला दिया।

दोष साबित, देश को इंतजार कल सुबह का

नई दिल्ली। पिछले वर्ष 16 दिसंबर को चलती बस में युवती से गैंगरेप के चार आरोपियों को दोषी करार दिया गया है। साकेत कोर्ट ने आरोपियों को सभी मामलों में दोषी करार दिया गया है। दोष साबित, देश को इंतजार कल सुबह का

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना आरोपी मुकेश,पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर की सजा पर बुधवार को जिरह के बाद फैसला सुना सकते हैं। आरोपियों को उम्र कैद से लेकर फांसी तक की सजा हो सकती है। 23 वर्षीय प्रशिक्षु फीजियोथेरेपिस्ट के साथ हुई बर्बरतापूर्ण घटना के नौ महीने बाद न्यायालय का फैसला आया है।


चारों आरोपियों पर गैंगरेप,हत्या,सबूतों को नष्ट करने एवं लूट का मामला दर्ज है। इस मामले में आरोपी नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड ने 31 अगस्त को तीन वर्ष किशोर सुधार गृह में बिताने की सजा सुनाई थी। इस फैसले पर पीडिता के परिवार वालों ने नाराजगी जाहिर की थी और नाबालिग को और सख्त सजा दिए जाने की मांग की थी।


पीडिता की घटना के 13 दिन बाद सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस बर्बर घटना के बाद फैले व्यापक जनाक्रोश के कारण केंद्र सरकार को सख्त दुष्कर्म-रोधी कानून बनाना पड़ा। इस मामले में तीन जनवरी को आरोपपत्र दाखिल हुआ तथा पांच फरवरी को सुनवाई शुरू हुई।


अभियोजन पक्ष ने 85 गवाह पेश किए जबकि बचाव पक्ष के 17 गवाहों के बयान लिए गए। पुलिस ने अपने आरोपपत्र में कहा था कि घटना में नाबालिग ने पीडिता के सबसे अधिक बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया था। मामले में कुल पांच व्यक्ति आरोपित थे,लेकिन मुख्य आरोपी राम सिंह ने सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

"यूथ कांग्रेस के लिए वोटर, भाजपा के लिए ताकत"

जयपुर। भाजपा चुनाव प्रचार अभियान समिति के प्रमुख नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान में चुनाव अभियान का शंखनाद किया। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश भाजपा को एकजुट करने के मकसद से आए मोदी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। प्रदेश अध्यक्ष वसंुधरा राजे ने मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह का स्वागत किया। "यूथ कांग्रेस के लिए वोटर, भाजपा के लिए ताकत"
मोदी ने भारत माता की जय के जयकारे के साथ संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि हवा का रूख बदल रहा है। राजस्थान की धरती पर परिवर्तन की आंधी आएगी। यहां दिख रही भीड़ को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। बहन वसुंधरा ने सुराज संकल्प यात्रा के जरिए तपस्या की है। हजारों किलोमीटर की यात्रा कर जनता जनार्दन की पीड़ा सुनी है। इनको यात्रा का पुण्य मिलेगा। राजस्थान में परिवर्तन की आंधी आएगी। प्रवासी राजस्थानियों में भी इस यात्रा का क्रेज रहा है।

मोदी ने कहा कि जयपुर राजघराने की दीरया कुमारी और आलम्पिक पदक विजेता राज्यवर्द्धन सिंह का भाजपा में स्वागत है। जो भी भाजपा में आता है वे परिवार के सदस्य बनते हैं। आपसी रिश्ता जुड़ता है। मोदी ने दोनों का राजस्थान की धरती से स्वागत किया। उन्होंने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में जहर के गीत गाने की परम्परा है, इसलिए गहलोत भी जहर पीने की बात करते हैं।

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि जी-20 समिट से लौटने के बाद मनमोहन सिंह ने समिट में देश के पक्ष को रखने वाला कोई बयान नहीं दिया। पूरा देश उम्मीद कर रहा था कि उन्होंने देश के हित की वहां कई बातें की होंगी। लेकिन लौटने पर जो बयान उन्होंने दिया वह निराशाजनक था।

गत 10 वर्षो में केन्द्र की कांग्रेस सरकार जवाबदेही नहीं रही। कोई देश के लिए जवाब नहीं देता। कांग्रेस के कारनामे ऎसे हैं कि आने वाले समय में देश का बच्चा रोएगा और पढ़ेगा कि ए का मतलब आदर्श घोटाला, सी का मतलब होता है कोयला घोटाला...। उन्होंने कहा कि बच्चे नई एबीसीडी सीखेंगे। आजादी के बाद की कांग्रेस एक ही परिवार तक सीमित रह गई। कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचारियों को तरक्की मिलती है। भाजपा इस देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कर सकती है।

मोदी ने कहा कि देश में रूपये की ताकत सबसे ज्यादा मारवाड़ी और गुजराती जानते हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार के राज में रूपया अस्पताल में पड़ा है। कांग्रेस के पास एक ही विकल्प बचा है कि गिरती हुई सरकार को बचाए या रूपये को। कांग्रेस को अपनी इज्जत बचाने की चिंता ज्यादा है। कांग्रेस के पास नेता, नैतिकता, नीति, नीयत नहीं है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में 40 फीसदी युवा है। युवाओं में भाजपा के लिए बहुत उत्साह है। ऎसे में युवाओं से उन्होंने मतदाता सूची में ज्यादा से ज्यादा लोगों के नाम जुड़वाने की अपील की। यूथ कांग्रेस के लिए युवा वोटर हैं, लेकिन भाजपा के लिए वे ताकत हैं। युवाओं में 18 साल का होते ही देश का नागरिक बनने यानी मताधिकार का उत्साह होना चाहिए। मोदी ने राजस्थान भाजपा के जोश और उत्साह की सराहना की।

मंच से सबसे पहले वसंुधरा ने कार्यकर्ताओं का स्वागत किया और सुराज संकल्प यात्रा की सफलता के लिए प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार जताया। वसंुधरा ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ राज्य के एक-एक भाजपा कार्यकर्ता ने जन-जन को संदेश पहुंचाया। राज्य में सत्ता में आने के बाद महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी भाजपा देगी।

इसके बाद संबोधन को आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार राजस्थान और केन्द्र दोनों स्थानों पर विफल रही है। देश को बचाना है तो कांग्रेस को उखाड़ फेंकना होगा। गहलोत सरकार राज्य के विकास में विफल रही है। कांग्रेस मोदी की छवि को धूमिल करने का काम कर रही है। उनके साथ पूरी पार्टी खड़ी है। हताशा में है कांग्रेसी हुकूमत।

गौरतलब है कि मोदी प्रदेश भाजपा की पांच महीने तक चली सुराज संकल्प यात्रा का समापन करने आए हैं। प्रदेश भाजपा मोदी की इस सभा को राजस्थान सत्ता में वापसी के लिए बूस्टर डोज मान रही है। सभा पर कांग्रेस की भी पूरी नजर है।

जवाब में अगले ही दिन सलूम्बर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली है। दोपहर 12.15 बजे राजनाथ सिंह जयपुर हवाई अड्डे पर पहंुचे और सीधे सभा स्थल की ओर रवाना हो गए। वहीं दोपहर करीब 12.30 बजे नरेन्द्र मोदी जयपुर पहंुचे। एयरपोर्ट से वे सीधे सभास्थल के लिए रवाना हो गए।

भीड़ को कई बार दी नसीहत

मोदी ने मंच पर आने के बाद तुरंत कार्यकर्ताओं को नसीहत दी कि वे शांत रहकर बात सुने। लेकिन कार्यकर्ताओं का उत्साह इतना था कि मोदी को कई बार उन्हें नसीहत देनी पड़ी। अपने संबोधन को बीच में रोक कर मोदी ने कार्यकर्ताओं से शांत रहने और बैठने की अपील की।

उम्मीद वाजपेयी जैसे चमत्कार की

जयपुर के अमरूदों के बाग में वर्ष 2003 की यादें फिर ताजा हो गई। उस समय परिवर्तन यात्रा का समापन कार्यक्रम भी यहीं हुआ था। । इस बार भी प्रदेश भाजपा को वैसे ही चमत्कार की उम्मीद है। तब अटल बिहारी वाजपेयी यहां आए थे तो भाजपा 120 सीटों के साथ सत्ता में आई थी। चमत्कार की उम्मीद इसलिए है, क्योंकि तब वाजपेयी पीएम थे और मोदी की इस पद की उम्मीदवारी लगभग तय मानी जा रही है।


मोदी की सभा के लिए 3 मंच, 40 ब्लॉक

राजधानी के अमरूदों का बाग में मंगलवार को होने वाली मोदी की सभा को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता देर रात तक आयोजन स्थल पर मौजूद रहकर व्यवस्थाओं में जुटे रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष औंकार सिंह लखावत, अरूण चतुर्वेदी, राजेन्द्र राठौड़, सुराज संकल्प यात्रा के संयोजक भूपेन्द्र यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता निर्मला सीतारमन समेत कई बड़े नेताओं ने मंच, पांडाल, सुरक्षा, पीने के पानी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इधर, मोदी को राज्य सरकार ने "स्टेट गेस्ट" का दर्जा दिया है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा के सुराज संकल्प सम्मेलन के लिए पांडाल स्थल पर करीब 40 ब्लॉक बनाए गए हैं। हर ब्लॉक में साढ़े 3 हजार से लेकर छह हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अमर जवान ज्योति के सामने वाला मैदान पूरा खुला रहेगा।

इसमें कोई ब्लॉक नहीं बनाया गया है। भाजपा नेताओं के लिए तीन मंच बनाए गए हैं। एक मुख्य मंच के दायीं ओर और दूसरा बायीं ओर दस-दस फीट की दूरी पर बनाया गया है।

मुख्य मंच पर राजनाथ सिंह, नरेन्द्र मोदी, वसुंधरा राजे समेत अन्य बड़े नेता मौजूद रहेंगे। इसके अलावा दो अन्य मंचों पर प्रदेश के नेताओं को बैठाया जाएगा।

ब्लॉक्स में व्यवस्था और सुरक्षा का जिम्मा पुलिस के साथ-साथ पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ और युवा मोर्चा के पास रहेगा। युवा मोर्चा के करीब 500 कार्यकर्ता अलग-अलग ब्लॉक में तैनात रहेंगे। सभा स्थल पर महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए कुछ ब्लॉक विशेष्ा तौर पर अलग बनाए गए हैं। इसके अलावा भाजपा नेताओं को देखने और सुनने के लिए पाण्डाल में छह बड़ी स्क्रीन सहित शहर भर में अलग-अलग स्थानों पर पचास से अधिक स्क्रीन लगाई जाएंगी।

वाहनों का रखेंगे हिसाब

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कैलाश नाथ भट्ट ने बताया कि उदयपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही, पाली, अजमेर, नागौर और जोधपुर से आने वाले कार्यकर्ताओं का पंजीयन अजमेर रोड पर होगा। कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, टोंक, सवाईमाधोपुर, करौली से आने वालों का पंजीयन टोंक रोड पर होगा। अलवर, जयपुर ग्रामीण के वाहनों के पंजीयन व्यवस्था दिल्ली रोड पर की गई है। इसके अलावा झुंझुनूं, चूरू, सीकर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ की गाडियों का पंजीयन सीकर रोड, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर से आने वाले वाहनों का पंजीयन आगरा रोड पर होगा।


होर्डिग्स से आडवाणी रहे गायब

जयपुर। भाजपा के सुराज संकल्प सम्मेलन को लेकर शहर भर में बड़ी संख्या में होर्डिग्स व पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे छाए हुए हैं, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता इन होर्डिग्स व पोस्टरों में कहीं नजर नहीं आ रहे।

सोमवार, 9 सितंबर 2013

प्रेम कहानी की याद में जहां बरसाते हैं पत्थर



भले ही युग बदल गया हो, मगर परंपराएं अब भी बरकरार हैं। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में लगने वाला गोटमार मेला परंपरा का एक प्रमाण है। एक प्रेम कहानी की याद में लगने वाले इस मेले में लड़के और लड़की पक्ष से नाता रखने वाले गांव के लोग एक-दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाते हैं और उन्हें इस पत्थर मार युद्घ में किसी की जान लेने से भी परहेज नहीं होता।
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छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्ना में हर साल पोला त्योहार के बाद गोटमार मेला लगता है। किंवदंती है कि जाम नदी के दोनों ओर बसे पांढुर्ना व सावरगांव के बीच एक प्रेम कहानी को लेकर युद्घ हुआ था। सावरगांव की लड़की को पांढुर्ना के लड़के से मोहब्बत थी।



किंवदंती के मुताबिक पांढुर्ना का लड़का जब अपनी प्रेमिका को सावरगांव से लेकर लौट रहा था, तभी उस पर सावरगांव के लोगों ने अपनी इज्जत से जोड़कर प्रेमीयुगल पर पत्थरों से हमला कर दिया। प्रेमी जोड़े को जान बचाने के लिए जाम नदी में शरण लेनी पड़ी और पांढुर्ना के लोग अपने गांव के लड़के के बचाव में सामने आकर पत्थर चलाने लगते हैं। बाद में प्रेमी युगल को गंभीर हालत में चंडी के मंदिर में लाकर विवाह कराया जाता है। इसी कहानी की याद में हर साल पोला के अगले दिन गोटमार मेला लगता है।



इस मेले के दौरान जाम नदी के बीच में एक झंडा लगाया जाता है और सावरगांव व पांढुर्ना के लोग नदी के दोनों ओर जमा होकर एक दूसरे पर पत्थर बरसाते हैं। जो झंडे पर कब्जा कर लेता है, उसे ही विजेता माना जाता है। पिछले सालों में इस पत्थरबाजी में कई लोगों की जान भी जा चुकी है।



क्षेत्रीय जानकार अनंत जोशी बताते है कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और इसको लेकर किंवदंती भी है। कहा जाता है कि एक प्रेम कहानी को लेकर पत्थर युद्घ हुआ था, यह कब हुआ था इसका कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रशासन ने इसे रोकने की भी कोशिश की मगर लोगों की अस्था से जुड़ा मामला होने के कारण इस पर रोक नहीं लग पाई है।



इस गोटमार मेले में कम से कम लोग आहत हों इसके लिए जिला प्रशासन ने कई बार कोशिश की। एक बार तो मेला स्थल के इर्द गिर्द से पत्थरों को भी हटा दिया गया था और लोगों को सलाह दी गई थी कि वे रबर की गेंद का इस्तेमाल करें मगर बात नहीं बनी।



प्रशासन ने इस बार भी आयोजन स्थल पर निषेधाज्ञा लागू कर दी है, साथ ही लोगों को सलाह दी गई है कि वे परंपरा को तो निभाएं मगर किसी को ज्यादा नुकसान न पहुंचे इसका ध्यान रखें।



अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एस. सी. गंगवानी ने बताया है कि प्रशासन ने किसी अनहोनी को रोकने के पुख्ता इंतजाम किए हैं। बड़े पत्थरों की बजाय छोटे पत्थरों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही चिकित्सा के भी इंतजाम किए गए हैं, ताकि घायलों का मौके पर ही इलाज किया जा सके।



गंगवानी ने बताया है कि मेले में आने वाले लोग पत्थरबाजी में कम से कम शामिल हों, इसके लिए प्रशासन ने दूसरे खेलों का भी आयोजन किया है। इसके अलावा सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।



परंपरा के नाम पर खून बहाने का यह खेल शुक्रवार छह सितंबर को फिर खेला जा रहा है। प्रशासन की कोशिश कम से कम लोगों को आहत होने देने की है, वहीं सावरगांव व पांढुर्ना के लोगों में जीत की होड़ मची है।

मुजफ्फरनगर दंगा: जांच आयोग गठित



उत्तर प्रदेश सरकार ने मुजफ्फरनगर में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के समूचे घटनाक्रम की जांच के लिए सोमवार को एक सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित किया। आयोग दो महीने में अपनी रिपोर्ट देगा।
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गृह विभाग के सचिव कमल सक्सेना ने संवाददाताओं को बताया कि मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक दंगे की जांच के लिये पूर्व न्यायाधीश विष्णु सहाय की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि यह आयोग गत 27 अगस्त को मुजफ्फरनगर के कवाल गांव में तीन लोगों की हत्या से लेकर नौ सितम्बर के बीच हुए घटनाक्रम के बारे में अपनी रिपोर्ट देगा। आयोग खासकर इसकी जांच करेगा कि प्रशासन से कहां-कहां ढिलाई या चूक हुई। सक्सेना ने बताया कि आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिये दो महीने का समय दिया गया है।

क्षमा करना और क्षमा देना ही धर्म है- साध्वी प्रियरंजनाश्री




क्षमा करना और क्षमा देना ही धर्म है- साध्वी प्रियरंजनाश्री

पर्युषण पर्व के अंतिम दिन भक्तों की भीड़ उमड़ी


बाड़मेर। जैन समाज की आस्था एवं तप का महापर्व पर्युषण पर्व के अंतिम दिन थार नगरी बाड़मेर में विशेष तपस्या और उपवास, पौषध की बहुत बड़ी आराधना हुर्इ। पर्वाधिराज पर्युषण के अंतिम दिन एवं संवत्सरी महापर्व होने के कारण जैन धर्म के धर्मावलमिबयों की जिनालयों में भीड़ उमड़ पड़ी। संवत्सरी महापर्व होने के कारण मंदिरों में पूजन की वेशभूषा पहने भä जिनालयों एवं दादावाड़ी में पूजा करने की अपनी बारी का इंतजार करते नजर आये, जो दिन भर प्रभु दर्शन, सेवा पूजा, चैत्य वंदन आदि हेतु श्रद्धालुगण कतारों में खड़े रहे।

आराधना भवन में साध्वी प्रियरंजनाश्री ने अपने प्रवचनों में फरमाया कि जैन दर्शन की ऐसी मान्यता है कि जो व्यä मिनोयोग पूर्वक कल्पसूत्र का 27 बार श्रवण करता है, वह मोक्ष का अधिकारी बनता है। पयर्ुषण महार्पव का अंतिम दिन सांवत्सरिक पर्व का होना है। यों कहना चाहिये कि वह दिन ही मुख्य है, इसके पूर्व के सात दिन आज के दिन को पूर्णता प्रदान करने की भूमिका थे। संवत्सरी का अर्थ है- वर्ष का अंतिम दिन! इस दिन साल भर का हिसाब किताब पूरा कर लेना हैं कल से नया खाता खुलेगा। नये बहीखाते होंगे। पर इस नये बहीखाते में पुराने बहीखाते की बैलेंस शीट नहीं होगी। यदि बैलेंस शीट आ जायेगी तो नये बहीखाते का प्रयोग व्यर्थ हो जायेगा। साल भर में व्यकित ने जो भी वैर विरोध किया हो उसे आज क्षमा कर देना है। त्रुटि तुमसे औरों के साथ हुर्इ है तो क्षमा मांग लेना हैं। और यदि औरों की त्रुटि तुम्हारे साथ हुर्इ हो तो क्षमा कर देना है। फिर उसमें यह अहंकार नहीं आना चाहिए कि उसने तो क्षमा मांगी नहीं, फिर मैं क्यो क्षमा दूं। तुम अपने âदय से क्षमा कर लो। मांगने की चाह रखना तो सौदेबाजी होगी। वह केवल तुम्हारे अहंकार का पोषण करेगी। मनुष्य समाज में जीता है। सबके साथ सके बीच जीता है। सहयात्रा में जाने-अनजाने पारस्परिक ठाकरें लगनालगाना जारी रहता हैं। टकराहट का यह सिलसिला अनंत काल से चल रहा हैं। कषाय वृत्ति की मानसिकता के कारण व्यकित को एक दूसरे को टक्कर मारने से बड़ा रस आता हैं। जब विवेक जग जाता है तब समझ लेता है कि हर टक्कर आखिर लौट कर उस पर ही हमला करती हैं। इसी समझ किवा विवेक से शकित की विकास यात्रा का प्रारंभ होता है। इस विवेक के अभाव में तो व्यकित ''र्इंट के बदले पत्थर के सिद्धान्त पर ही चलता है।

फूल बोने वाले को सदा फूल मिलता है जबकि कांटा बोने वाले को त्रिशूल प्राप्त होता हैं। तथापि संसार के स्वार्थों की परिधि में उलझा व्यकित भूले कर ही डालता है। तब याद में अपनी उन त्रुटियों का परिणाम भी भोगना ही पड़ता है। कुछ व्यकित इस प्रकार के होते है जो गलती को प्रेरणा मानकर उससे लाभ उठाते हुए आगे के लिये सावधान हो जाते है। लेकिन ऐसा तभी संभव हो पाता है जब व्यकित के अपनी गलती का अहसास हो। जिन्हें अपनी त्रुटियों का कोर्इ अहसास ही नहीं है, वे जीवन में ठोकरे खाते ही रहते है। मानवीय चेतना में देवत्व का विकास गलती न दोहराने के निर्णय की दृढ़ता से होता है। विकास यात्रा का प्रमुख पड़ाव क्षमायाचना है। निश्चय ही क्षमा भाव मैत्री की ओर उठा हुआ एक दृढ कदम है। इससे टूटे दिल फिर जुड़ जाते है। और जीवन की गाड़ी पुन: उसी रफ्तार से प्रेम और मैत्री की पटरी पर दौड़ने लगती है।

कल्पसूत्र में एक ऐतिहासिक घटना का उल्लेख हुआ है। राजा उदयन का और राजा चण्डप्रधोत दोनो ही परमात्मा महावीर के अनुयायी थे। किसी प्रसंग को लेकर दोनों में परस्पर विवाद छिड़ गया। विवाद ने युद्ध का रूप धारण कियां उसमें राजा चंडप्रध़ोत हार गया। उदयन ने उसे कैद कर लिया। उसे बंदी बनाकर राजा उदयन अपने नगर की ओर लौट रहा था कि बीच में ही पयर्ुषण महापर्व आ गया। राजा उदयन ने सांवत्सरिक प्रतिक्रमण करते हुए सभी जीवो से क्षमायाचना कील, मिच्छामिदुक्क्डम मांगा। उसी क्रम में उसने राजा चंडप्रधोत से भी क्षमायाचना की। चंडप्रधोत ने व्यंग्य करते हुए कहा- तुमने मुझे बंदी बना कर रखा हैं। ऊपर से मिच्छामिदुक्कडम भी करते हो। यह कैसी क्षमायाचना है?

राजा चंडप्रधोत की बात राजा उदयन के दिल पर चोट कर गर्इ। चिंतन ने करवट ली। उसी क्षण उसे चंडप्रधोत को बंधन मुक्त कर दिया। वैर समाप्त हो गया। प्रेम की धारा चारों और फूट पड़ी। पयर्ुषण महापर्व में हमें बीते वर्ष के समस्त कषायभावों का शमना करना है। कषाय हमेशा अहंकार से भरी पूर्वाग्रहग्रस्त मानसिकता से जन्मते है। 'मुझे उसने ऐसा क्यों कहा इस कषाय के उदभव में 'मुझे शब्द इस बात का धोतक है कि तुम्हारी मानसिकता कुछ और सुनने की थी।

परिसिथतियों से प्रभावित होने वाला मानस अपने आपको नहीं देख पाता। वह सदा दूसरों में उलझता है और यही कषाय उदभव का हेतु है। जहां अन्तर चेतना स्व को महत्व देने लगती है, वहां आचरण सहजता से रूपान्तरित होने लगता है।

पयर्ुषण महापर्व का संदेश है- हमें शब्द में नहीं भाव में जीना है। आचरण बिना का उपदेश व्यर्थ है। ठीक उसी प्रकार क्षमा का प्रयोग भी âदय से होना चाहिये। उपदेश आचरण में व्यक्त होना चाहिए। 'मिच्छामि दुक्कड़म शब्द का प्रयोग अन्तर के आचरण से जुड़ हुआ होने चाहिए। आज संवत्सरी का पावन पर्व है। इस सूत्र का पाठ करते हुए अपने चित्त को भी उसमें पूर्णता के साथ जोड़ना है-

खामेमि सव्वजीवे सव्वे जीवा खमंतु मे।

मित्ति में सव्व भूएसु वेरं मज्झ न केणइ।।

अर्थात मैं सब जीवों को क्षमा करता हूं। सब जीव मुझे क्षमा करें। मेरा किसी के साथ वैर नही है। सब जीवों के साथ मेरी मैत्री है। इस पध के अर्थ का चिंतन कर सच्ची क्षमायाचना करनी है। तभी हमारे दिन के आंगन में प्रेम के पुष्प पल्लवित होंगे।

पूज्या साध्वी प्रियषुभाजंना श्री ने आज मूल बारसा सुत्र का कठस्थ वाचन किया तथा विभिन्न लाभार्थियों ने चित्रपटट के दर्षन करवाये। आज बड़ी संख्या में उपवास, पोषद रखे गये। सायंकालीन का बड़ा प्रतिक्रमण किया गया जिसमें लगभग 10,000 श्रावक-श्राविकाओं ने सामूहिक प्रतिक्रमण किया और अपनी भूलों पर क्षमा मांगी और क्षमा किया।