बुधवार, 19 दिसंबर 2012

प्रेमिका की हत्या के बाद खुदकुशी!


कानपुर शहर के काकादेव इलाके में प्रेमिका की धारदार हथियार से हत्या करने के बाद कथित तौर पर ट्रेन के सामने छलांग लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। युवती की हत्या सोमवार रात की गई और युवक का शव मंगलवार की सुबह बरामद किया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि काकादेव के राजापुरवा में रहने वाले छोटे लाल यादव की बेटी सीमा यादव (24) ने बीएड करने के बाद टीईटी की परीक्षा पास कर ली थी। उसे नौकरी मिलने वाली थी। सोमवार रात एक बजे सीमा बाथरूम जाने के लिए कमरे से निकली तो उसके पड़ोस मेंे रहने वाले श्रीकांत ने धारदार हथियार से उस पर करीब आधा दर्जन वार किए जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सीमा की चीख-पुकार सुनकर घरवाले जब बाहर आए तो उसके भाई रामू ने पड़ोसी श्रीकांत पर बहन की हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने मौके से गड़ासा और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह नजीराबाद पुलिस स्टेशन के पास की रेलवे लाइन पर श्रीकांत का क्षत-विक्षत शव पाया गया। पुलिस के मुताबिक दोनो में प्रेम संबंध थे। पुलिस का कहना है कि चूंकि सीमा की शादी कहीं और होने वाली थी इसलिए श्रीकांत ने उसकी हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। यह मामला झूठी शान की खातिर हत्या का होने को लेकर व्यक्त की जा रही आशंकाओं के बारे में पूछने पर कानपुर के एसएसपी यशस्वी यादव ने कहा कि ऐसा नहीं लगता है। फिर भी पुलिस सीमा और श्रीकांत दोनों के घरवालों से गहन पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

ब्रिटिश अभिनेता बलात्कार का दोषी

ब्रिटिश अभिनेता बलात्कार का दोषी
लंदन। ब्रिटेन के एक टीवी कलाकार को 15 वर्षीय किशोरी के साथ बलात्कार का दोषी ठहराया गया है। यद्यपि कलाकार का कहना है कि उसे नींद में चलने की बीमारी है और उसने नींद में यौन संबध स्थापित किया था।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सिमोन मौरिस ने दावा कि वह सेक्सोमेनिया से पीडित हैं और उसे हमले के विषय में कुछ भी याद नहीं है। यद्यपि जूरी ने इस दलील को ठुकराते हुए मोरिस को पिछले वर्ष न्यूपोर्ट के एक घर में पार्टी के दौरान नशे में धुत किशोरी के साथ बलात्कार का दोषी माना।

लोक अभियोजक स्यु फेरियर ने कार्डिफ क्राउन कोर्ट में कहा कि मोरिस किशोरी में दिलचस्पी ले रहा था। उसने पीडिता को शराब दी और लंदन में साथ रहने की पेशकश की। अंशकालिक टीवी कलाकार मोरिस 2001 में होलीयाक्स धारावाहिक की एक कड़ी में दिखा था।

पिता मांग रहा बेटे के लिए सजा-ए-मौत

पिता मांग रहा बेटे के लिए सजा-ए-मौत

पटना। राजधानी पटना में अपनी सौतेली मां और दो बहनों की हत्या का आरोपी फरार देवेश सिंह उर्फ रिंटू के पिता गोपाल शरण सिंह अपने आरोपी पुत्र के लिए फांसी की सजा मांग रहे हैं।

सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी सिंह ने पटना में मंगलवार को कहा कि उनके जीवन में अब क्या बचा है, सब कुछ समाप्त हो गया है। ऎसे जघन्य और नृशंस हत्या के लिए वह अपने पुत्र के लिए फांसी की सजा मांग रहे हैं।

पुलिस रिंटू की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली में लगातार छापेमारी कर रही है, परंतु अब तक वह पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार रिंटू के दोस्तों से पूछताछ कर उस तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को पटना के पाटलीपुत्र इलाके में हुए तिहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए गोपाल ने पुलिस के समक्ष कहा था कि संपत्ति विवाद और सौतेलेपन के कारण उनकी पहली पत्नी के पुत्र रिंटू ने अपनी सौतेली मां अलीना सिंह और बहन सोनाली और पूर्णिमा की हथौडे से मारकर हत्या कर दी थी और दिल्ली चला गया था।

दिल्ली में ही वह प्रोपर्टी डीलिंग का काम करता है। गौरतलब है कि रिंटू को कुछ ही दिन पूर्व अपनी सौतेली मां के साथ संपत्ति को लेकर कहा-सुनी भी हुई थी।

पीहर बैठी पत्नी को वापस बुलाने खुद को किया जख्मी


पीहर बैठी पत्नी को वापस बुलाने खुद को किया जख्मी

रची लूट की झूठी कहानी, पुलिस जांच में असलियत सामने आई

  मुंडारा सादड़ी थाना क्षेत्र के भीटवाड़ा गांव के एक युवक ने पीहर जाकर बैठी पत्नी को ससुराल बुलाने के लिए नुकीले धारदार हथियार से शरीर को जगह-जगह से जख्मी कर दिया। उसने अपने भाइयों को फोन कर झूठी कहानी बताई कि दो बदमाशों ने उस पर चाकू से वार कर दिया तथा उसके पास से 65 हजार रुपए लूट कर फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने तहकीकात की तो असलियत पता चली। परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है, जबकि युवक को भी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घटनाक्रम के अनुसार भीटवाड़ा गांव के रामलाल देवासी की पत्नी दीपावली पर पीहर मुंडारा गई, जो अब तक नहीं लौटी। सोमवार रात को रामलाल अपने ससुराल में ही था, लेकिन ससुरालपक्ष के लोगों ने उसको कोई खास तवज्जो नहीं दी। मंगलवार सुबह पैदल ही वह अपने गांव जाने के लिए ससुराल मुंडारा से निकल गया। कुछ देर बाद उसने अपने भाइयों को फोन किया कि मुंडारा गांव के निकट एक मंदिर के पास बाइक पर आए दो बदमाशों ने चाकू से हमला कर उसे घायल कर दिया और उससे 65 हजार रुपए लूट लिए। परिजनों ने मौके पर पहुंच घायलावस्था में उसे बाली के अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पाकर सादड़ी से पुलिस पहले मौके पर और बाद में अस्पताल में पहुंचा। पुलिस ने बाली स्थित बैंक जाकर रुपए निकालने की बात की जांच की तो वह झूठी निकली। इससे पुलिस को संदेह हुआ। युवक सु पूछताछ की तो पूरी कहानी सामने आ गई। उसने पुलिस को बताया कि उसे यकीन था कि घायल व नकदी लूटने की खबर पाकर ससुराल पक्ष के लोग उसकी पत्नी को उसके घर भेज देंगे। इसी मंशा से उसने खुद को घायल कर लूट की झूठी कहानी गढ़ी।

जुड़वां बच्चों को अकेला देखा तो भीड़ हो गई सतर्क


जुड़वां बच्चों को अकेला देखा तो भीड़ हो गई सतर्क

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मेड़ता रोड भोपाल जोधपुर ट्रेन में यात्रा कर रही नोखा मंडी की एक महिला मंगलवार दोपहर को अपने दो जुड़वां बच्चों को ट्रेन में लेटाकर दूसरे दो बच्चों को ढूंढऩे गई तो यात्रियों ने ट्रेन में जुड़वा नवजात शिशुओं को लावारिस समझ कर हंगामा कर दिया। कुछ देर में महिला मिल गई। बाद में वह अपने चारों बच्चों के साथ रवाना हुई।

घटना मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर शाम चार बजे की है। भोपाल से जोधपुर जाने वाली ट्रेन ज्यों ही प्लेटफार्म संख्या दो पर आकर खड़ी हुई तो एक महिला यात्री अपने दो मासूम बच्चों को डिब्बे में लिटाकर दूसरे दो बच्चों को अन्य डिब्बों में ढूंढऩे चली गई। पता चला कि उसके दो बच्चे इसी ट्रेन में घूमते हुए अन्य डिब्बों की तरफ निकल गए थे। इस बीच ट्रेन में बैठे यात्रियों ने समझ लिया कि महिला अपने नवजात बच्चों को छोड़कर जा रही है। लोगों ने महिला को रोका। महिला ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। वह दो बड़े बच्चों को ढूंढऩे जा रही है। तब जाकर मामला शांत हुआ। उधर सूचना पर आरपीएफ के एएसआई रामकरण, हैडकांस्टेबल श्रीलाल मीणा, बल कर्मी श्रीमती मैना चौधरी मौके पर पहुंचे। महिला से पूछताछ की तो बताया कि वह अपने अन्य दो बालकों को तलाश करने आगे दूसरे डिब्बों की तरफ गई थी। बच्चों की हालत देखकर मौके पर खड़े लोगों ने आर्थिक सहयोग कर बच्चों को गर्म कपड़े, खाना आदि की व्यवस्था भी की। बाद में इस महिला को जोधपुर-अबोहर ट्रेन में बैठाकर नोखा के लिए रवाना किया गया।

हिरण का शिकार, दो आरोपी गिरफ्तार


हिरण का शिकार, दो आरोपी गिरफ्तार
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जोधियासी श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के गांव घोड़ारण की सरहद में तीन शिकारियों ने वन्य जीव हिरण का गोली मार कर शिकार कर लिया। पुलिस ने हिरण का शव बरामद कर लिया है। शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पुलिस ने दो शिकारियों को घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया है। एक शिकारी भागने में कामयाब हो गया। थानाधिकारी मनोज माचरा ने बताया कि घोड़ारण की सरहद में हिरण शिकार की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर हिरण के शव को कब्जे में लेकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। माचरा ने बताया कि गांव की सरहद में बंदूक से फायर कर हिरण का शिकार करने की सूचना ग्रामीणों ने दी। ग्रामीणों की निशानदेही पर घोड़ारण निवासी थानाराम नायक व डूंगरराम नायक को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी जगदीश नायक मौके से भाग गया। तीनों आरोपियों ने गांव की सरहद में एक हिरण को मार दिया था। देर रात तक पुलिस मामले की जांच में जुटी थी।



30 लाख लेने के बाद गौरी मेम को शादी के लिए किया इंकार


30 लाख लेने के बाद गौरी मेम  को शादी के लिए किया इंकार



जैसलमेर ब्रिटेन की एक महिला पर्यटक ने जैसलमेर के रहने वाले एक युवक पर धोखाधड़ी कर बहला फुसला कर 30 लाख रुपए ऐंठने व शादी के लिए मना कर देने के संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने धारा 420, 406 व 494 के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।

ब्रिटेन की महिला अलेक्संट्रा स्मिथ बड़ाबाग के रहने वाले भूरा राम माली के साथ पिछले चार वर्षों से लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। महिला की रिपोर्ट के अनुसार भूरा राम शादीशुदा था। उसने महिला को बताया था कि उसकी पहली पत्नी से कोई संतान नहीं है। उसने अलेक्संट्रा को शादी का झांसा भी दिया। मगर बार बार उसके कहने पर आखिरकार भूरा राम शादी से मुकर गया। विदेशी महिला ने इस संबंध में धोखाधड़ी कर पैसे ऐंठने का मुकदमा दर्ज करवाया है।

कभी बहन की शादी के लिए तो कभी कार खरीदने के लिए मांगे पैसे

अलेक्संट्रा की रिपोर्ट के अनुसार भूरा राम ने उससे कभी बहन की शादी के लिए डेढ़ लाख रुपए लिए तो कभी नई कार खरीदने के लिए चार लाख रुपए मांगे। इसी प्रकार उसने होटल बनाने के लिए भी उससे मोटी रकम ली। रिपोर्ट के अनुसार भूरा राम ने उससे 30 लाख रुपए बहला फुसलाकर ले लिए। रिपोर्ट के अनुसार चार साल तक भूरा राम उसके साथ रहा और बाद में उसने विदेशी महिला को छोड़ दिया।

गौरतलब है कि जैसलमेर पर्यटन मानचित्र पर खूब नाम कमा चुका है। यहां हर साल सैलानियों की तादाद बढ़ रही है। इस बीच यहां कई प्रकार से व्यापार पनप रहा है। जिसमें से एक यह भी है कि विदेशी बुजुर्ग महिला को शादी का झांसा देकर उससे पैसे ऐंठना। आम तौर पर देखा गया है कि विदेशी बुजुर्ग महिलाएं ही ऐसे मामलों में सामने आती है। उनका संबंध यहां रहने वाले 25 से 30 वर्षों के युवकों के साथ होता है। पूर्व में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें कइयों ने विदेशी महिलाओं को पैसा वापिस दे दिया। वहीं एक बार एक विदेशी महिला एक युवक से शादी करने के लिए पानी की टंकी पर चढ़ गई थी। वर्तमान में भी कई विदेशी महिलाएं जैसलमेर के युवकों के साथ लिव इन रिलेशनशिप की तरह रह रही है। वे वीजा खत्म होने पर वापिस चली जाती है और थोड़े ही दिनों में वापिस यहां आ जाती है।

यहां चलता है ऐसा व्यापार


 ब्रिटेन  की एक महिला ने स्थानीय शादीशुदा युवक के खिलाफ पुलिस में दर्ज करवाई रिपोर्ट
 चार साल तक दोनों लिव इन रिलेशनशिप की तरह रहे

॥ ब्रिटेन की एक महिला ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उसका कहना है कि भूरा राम ने उसके साथ धोखाधड़ी कर बहला फुसला कर 30 लाख रुपए ऐंठ लिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।
वीरेंद्रसिंह, थानाधिकारी, जैसलमेर



मंगलवार, 18 दिसंबर 2012

बिशाला में रात्रि चौपाल का आयोजन 24 को



बिशाला में रात्रि चौपाल का आयोजन 24 को

बाडमेर, 18 दिसम्बर। उपखण्ड अधिकारी बाडमेर विनीता सिह द्वारा बाडमेर तहसील के बिशाला ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल का आयोजन 24 दिसम्बर को रात्रि 6.30 बजे किया जाएगा। चौपाल की समाप्ति के बाद खुली जन सुनवाई भी की जाएगी।

उपखण्ड अधिकारी विनीता सिह ने बताया कि चौपाल मे संबंधिंत ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की समस्याओं तथा अभियोगों का मौके पर ही निस्तारण करने हेतु क्षेत्र के संबंधित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग, जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सार्वजनिक निर्माण, पशु  पालन, कृशि, िक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, रसद विभाग के अधिकारियों के साथ साथ संबंधित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारी, भू अभिलेख निरीक्षक, पटवारी एवं ग्राम सेवक आवयक रूप से उपस्थित होंगे।

उन्होने बताया कि चौपाल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, पाु चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, रसद वितरण व्यवस्था, कार्मिकों की उपस्थिति, पोशाहार वितरण, विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यो की गुणवता एवं कार्यरत श्रमिकों की उपस्थिति, समाज कल्याण विभाग की योजनाओं आदि पर प्रत्येक ग्रामवार चर्चा की जाएगी। उन्होने बताया कि 2 जनवरी, 2013 को बाडमेर तहसील के ग्राम पंचायत हाथीतला मुख्यालय पर रात्रि चौपाल का आयोजन रात्रि 6.30 बजे किया जाएगा।

उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 को संषोधन कर बनावे प्रभावी- अर्जुन मेघवाल

उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 को संषोधन कर बनावे प्रभावी- अर्जुन मेघवाल
लोक सभा मे तारंाकित प्रष्न के माध्यम से उठाया उपभोक्ताओं का मुद्दा
नई दिल्ली। 18 दिसम्बर 2012। मंगलवार को लोक सभा में बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने तारांकित प्रष्न संख्या 343 के द्वारा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 में देष में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने में ओर अधिक प्रभावी बनाने के लिए संषोधन विधेयक 2011 को पारित किया जावें। सांसद मेघवाल ने कहा कि देष का प्रत्येक नागरिक किसी न किसी रूप में उपभोक्ता होता है। जब कोई व्यक्ति अपनी आवष्यकता के अनुरूप कोई सामान खरीदता है तो वह उपभोक्ता की श्रेणी मे आता है और यदि वह किसी संस्थान की सेवाऐं लेता है तो भी वह उपभोक्ता की श्रेणी मे सम्मिलित होता है। उपभोक्ता उचित गुणवक्ता वाला उत्पाद नहीं मिलने पर , मिलावटी सामान प्राप्त होने पर , नापतौल मे कम सामान प्राप्त होने पर , उचित मुल्य के बजाय सौदेबाजी के आधार पर अधिक मुल्य पर सामान मिलने पर अपने आपको ठगा सा महसूस करता है।
उपभोक्ताओं की हितो की रक्षा के लिए 1986 में उपभोक्ता सरंक्षण अधिनियम बनाया गया , इसके बाद 2011 में संषोधन करने का प्रयास किया। इस सब के बावजूद भी अभी भी उपभोक्ता ठगासा महसूस करता है। जिला , प्रदेष व राष्ट्रीय स्तर पर उपभोक्ताओं के प्रकरण को निस्तारण करने के लिए एक तंत्र बना हुआ है, लेकिन क्या कभी सरकार ने यह जानने का प्रयास किया है कि यह तंत्र समुचित ढं़ग से काम नहीं कर रहा है तथा उपभोक्ताओं के प्रकरण निस्तारण नहंी होने से इस तंत्र के प्रति उपभोक्ताओं की रूचि कम होती जा रही है, तो इस तंत्र को ठीक करने के लिए सरकार क्या कदम उठाने जा रही है?
जब महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन के दौरान ही यह कह दिया था कि उपभोक्ता को भगवान समझों , तो फिर सरकार ने 1986 तक कानून बनाने का इंतजार किया एवं संषोधन करने के लिए इतने साल लगाने पडे। इससे प्रतीत होता है कि सरकार की नजरों मे उपभोक्ता हित कोई विषेष प्राथमिकता नहीं रखता है। उपभोक्ता न्यायालयों में जो प्रकरण लम्बित है उनका निस्तारण करने के लिए कोई सरकार फास्ट ट्रेक कोर्ट या टाईम बाउन्ड मैनर मे प्रकरणो का निस्तारण करने के लिए कोई न्यायिक तंत्र विकसित करने का विचार है?
सांसद अर्जुन मेघवाल के प्रष्न का जवाब देते हुये उपभोक्ता मामलात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो. के.वी. थॉमस ने बताया कि उपभोक्ता सरंक्षण प्रणाली को सुदृढ करने और वर्तमान परिदृष्य में इसे अधिक सुग्राही बनाने के लिए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 में संषोधन का प्रस्ताव संषोधित विधेयक, 2011 को संसदीय स्थायी समिति को भेजा गया है। प्रस्तावित संषोधन की मुख्य बाते निम्नलिखित है:-
1. कनफोनेट स्कीम के माध्यम से डिजिटल न्यायनिर्णय प्रणाली प्रारंभ करना।
2. 28 दिनांे के उपरांत षिकायत को स्वीकृत समझना।
3. निकटवर्ती जिला मंचों को इकटठा करने का प्रावधान करना।
4. जिला स्तर पर सर्किट बैंचो का प्रावधान करना।
5. अपील दायर करने के लिए जमा कराई जाने वाली राषि मे बढ़ोतरी करना।

उपलब्धियाँ कर रही जयगान मरुधरा पर पसरा विकास का पैगाम



उपलब्धियाँ कर रही जयगान मरुधरा पर पसरा विकास का पैगाम

- डॉ. दीपक आचार्य

जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी,

जैसलमेर

राजस्थान का सरहदी जिला जैसलमेर बहुआयामी विकास के सुनहरे परिदृश्य से साक्षात् कराने लगा है। प्रदेश सरकार के बीते चार वर्ष में लोक उत्थान व समग्र सामुदायिक विकास की कई योजनाओं व कार्यक्रमों ने जिले के दूरदर्शी विकास को जो अभिनव दिशा-दृष्टि प्रदान की है वह आने वाले कई युगों तक अविस्मरणीय रहकर कीर्तिगान करती रहेगी।

खासकर आम आदमी के लिए जरूरी बुनियादी सेवाओें व संसाधनों की उपलब्धता, विकास एवं विस्तार की दृष्टि से जैसलमेर जिले में हाल के वर्ष ढेरों उपलब्धियों के साथ उल्लेखनीय रहे हैं। तरक्की की तीव्र रफ्तार को आम जन अच्छी तरह महसूस करने लगा है वहीं परिवेश में विकास की स्वर्णिम आभा की दमक हर किसी को मुग्ध करने लगी है।

पेयजल सुविधाओं का विस्तार

जैसलमेर जिले में 98 करोड़ 31 लाख 78 हजार रूपए व्यय किये जाकर 464 गांव/ढांणियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया गया और 844 नये हैण्डपम्प व 75 नये नलकूप लगाये गये। मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत जिले में अनुसूचित जाति की 106 बस्तियों को पेयजल सुविधा से लाभान्वित किया गया।

बिछा जाल सड़कों का

जैसलमेर जिले में वर्तमान राज्य सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों में बेहतर उपलब्धियाँ प्राप्त की गई हैं।

जिले में 89 करोड़ 11 लाख 86 हजार रुपये व्यय कर 346.85 किलोमीटर सड़काें का निर्माण किया गया,और 185 किलोमीटर सड़काें का उन्नयन किया गया।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनान्तर्गत 324.15 किलोमीटर नई डामर सड़कों का निर्माण किया गया और 185 किलोमीटर सड़कों का उन्नयन कार्य एवं 39 गांवों को जोड़ा जाकर 58.73 करोड़ रुपये की धनराशि का व्यय किया गया। मिसिंग लिंक परियोजना केे अन्तर्गत 149.08 लाख रुपए की राशि का व्यय कर 11 किलोमीटर सड़कों का नवनिर्माण किया गया। सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 38.08 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च कर 377.50 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया।

इसी प्रकार राज्य मार्ग/जिला सड़क के चौड़ाईकरण, सुदृढ़ीकरण व नवीनीकरण कार्य के अन्तर्गत 25.15 करोड़ रुपए की लागत से 237.68 किलोमीटर का निर्माण किया गया।

लोकोपयोगी भवनों का हुआ निर्माण

आलोच्य अवधि में जिले में विभिन्न लोकोपयोगी भवनों का निर्माण किया गया है। इनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सम ( राशि 74.08 लाख ), जैसलमेर जिला परिषद के पास अम्बेडकर छात्रावास (34.28 लाख ), पोकरण में अम्बेडकर छात्रावास (23.16) लाख तथा राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज जैसलमेर के प्रथम चरण का निर्माण ( राशि 180.43 लाख ) आदि के कार्य प्रमुख हैं।

गाँव-ढांणियों तक पहुँची बिजली

जिले में 153 गाँवों का विद्युतीकरण किया गया एवं 3 हजार 196 (कृषि कनेक्शन ) कुओं का ऊर्जाकरण किया गया, वहीं 10 हजार 120 घरेलू विद्युत कनेक्शन दिये गये तथा 33 के.वी. के 22 विद्युत सब-स्टेशन बनाये गये।

ग्रामीण विकास

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना के अन्तर्गत कुल 22753.95 लाख रुपए व्यय किये जाकर 63 हजार 321 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध करवाया गया ।

शिक्षा क्षेत्र ने पाए नए आयाम

जिले में 90 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालय में कृमोन्नत किया गया एवं 9 नये प्राथमिक विद्यालय खोले गये। वहीं 228 वरिष्ठ अध्यापक द्वितीय ग्रेड के लगाये गये हैं एवं तीन मॉडल स्कूलों (जैसलमेर,पोकरण एवं फतेहगढ़) का कार्य प्रगति पर है। जिले में 416 तृतीय श्रेणी अध्यापकाें को नियुक्ति दी गई। जिले में 73 मदरसों में शिक्षा सहयोगी नियुक्त किये गये और 32 मदरसो को कम्प्यूटरीकृत किया गया।

विद्यार्थियों को प्रोत्साहन

जिले में अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के 7 हजार 361 विद्यार्थियों को 12.70 लाख रूपए की उत्तर मेट्रिक छात्रवृति उपलब्ध करवाई गई । साथ ही 468 छात्रो को 23.40 लाख रूपए के प्रोत्साहन पुरस्कार (इंसपायर अवार्ड ) एवं ‘आपकी बेटी योजना ’ के तहत 74 छात्राओं को 81 हजार 40 रुपए की राशि दी गई। जिले में 120 लाख रुपए राशि लागत के 3 बालिका छात्रावासों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

लोक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार

जिले में चांदन,भागू का गांव व फतेहगढ में 3 नये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सर्जित किये गये है और एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फलसूण्ड को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किया गया। जिले को 13 जननी सुरक्षा एक्सपे्रस एम्बुलेंस उपलब्ध करवाई गयी है।

आहत को राहत का अहसास

जिले में लोक समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हुई हैं। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला स्तर पर आम जनता की जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए प्रतिदिन कार्यदिवस के दौरान जिला कलक्टर द्वारा अपराह्न 2ः30 से 3ः30 बजे तक जन सुनवाई का आयोजन किया जा रहा है। माह मई, 2011 से 27 नवम्बर, 2012 तक की अवधि में 782 प्रार्थना-पत्र प्राप्त हुए जिनमें से 628 प्रार्थना-पत्रों का निस्तारण किया गया।

सर्तकता ( विजिलेन्स) व्यवस्था

जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की मासिक बैठकें प्रत्येक माह के अंतिम शुक्रवार को आयोजित करने के राज्य सरकार के निर्देश की पालना में समिति की मासिक बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं।

जिला स्तरीय सतर्कता समिति में वर्ष 2011 के 41 प्रकरण शेष थे एवं वर्ष 2012 के तहत ( जनवरी से नवम्बर 2012 तक ) 62 प्रकरण प्राप्त हुए। इस प्रकार कुल 103 प्रकरणों में से 83 प्रकरणों का जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठकों के माध्यम से निस्तारण करवाया जा चुका है। इसके अंतर्गत अवशेष 20 प्रकरणों के संबंध में संबंधित विभागों को निस्तारण के लिए भिजवाए जा चुके हैं।

वर्षा जल संरक्षण की पहल

जैसलमेर जल संसाधन उपखण्ड द्वारा महानरेगा सुनिश्चित रोजगार योजना के तहत जिले में 15 तालाबों की खुदाई का कार्य करवाया गया। इन पर 38529 मानव दिवस सृजित हुए और 33.49 लाख का भुगतान हुआ। इन सभी तालाबों की भराव क्षमता में 65.47 करोड़ लीटर की बढ़ोतरी हुई व वर्षा जल संरक्षण की उपलब्धि हासिल हुई।

खनन से खुशहाली

जैसलमेर जिला भूगर्भीय सम्पदा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण होने के साथ ही राजस्व संग्रहण का बहुत बड़ा स्रोत भी है। जैसलमेर जिले में पिछले चार वर्ष में खान एवं भू विज्ञान विभाग द्वारा कुल 224 खनन पट्टे स्वीकृत किए गये। इनमें मारबल-27, ग्रेनाईट-19, लाईम स्टोन (फ्लोरिंग)-147, मैसनरी स्टोन-29 तथा प्रधान खनिज के रूप में जिप्सम व सिलिसियस अर्थ का एक-एक पट्टा स्वीकृत है। इन पट्टों से लक्ष्याधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। विगत चार वर्ष में जैसलमेर जिले में अवैध खनन के 25 तथा अवैध निर्गमन के 173 प्रकरण बनाये गये जिनमें 36.65 लाख रुपयों की वसूली की गई। जिले में स्वीकृत खानों से परोक्ष-अपरोक्ष रूप से 3500 श्रमिकों को आजीविका प्राप्त हो रही है।

इसी प्रकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में जैसलमेर जिला उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है।

जैसलमेर प्रशासन डायरी आज की खबरें


जैसलमेर प्रशासन डायरी आज की खबरें 

बाल श्रम रोकथाम के लिए समन्वित प्रयास की जरूरत अध्यक्ष मोदी

जिले को बाल श्रम से मुक्त करायें

बाल संरक्षण समिति की बैठक में बाल संरक्षण के नये प्रावधानों की दी जानकारी

जैसलमेर, 18 दिसम्बर/ जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अशोक मोदी ने कहा कि जिले में बाल श्रम रोकथाम के लिए समन्वित प्रयास की जरूरत हैं। उन्होने कहा कि हम सबको मिलजुल कर बाल श्रम करने वालों को रोकना हैं एवं इसके लिए समाज में जनचेतना भी जगानी हैं। उन्होने कहा कि बालश्रम एक कानूनी अपराध जिसे कानून के तहत रोकने के भी हमें पूरे प्रयास करनें है।

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मोदी मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में बाल कल्याण संरक्षण एवं उनके पुनर्वास के लिए संचालित मानक प्रकि्रया एवं नये प्रावधानों की जानकारी के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में संभागियों को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यशाला में पुलिस उप अधीक्षक शायरसिंह, वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल ओझा , शिक्षाविद बालकृष्ण जोशी, समिति सदस्य श्रीमती तुलछी देवी व्यास, श्रीमती भगवती देवी तंवर, प्रेम प्रकाश सेवक, के साथ ही अन्य संभागी उपस्थित थे।

बालश्रम रोकथाम के नये प्रावधानों की दी जानकारी

मोदी ने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बाल श्रमिक पहचान,मुक्ति, संरक्षण एवं पुनर्वास के लिए संचालित नवीन प्रावधानों एवं कानून की विस्तार से जानकारी दी एवं बाल श्रम रोकथाम के पुलिस, श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति, जिला बाल कल्याण संरक्षण ईकाई, जिला प्रशासन के अधिकारों एवं दायित्वो पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

सूचना मिलते ही कराये बाल श्रमिक को मुक्त

अध्यक्ष मोदी ने जिले में बाल श्रम रोकथाम के लिए इन विभागो को विशेष कार्य सलाह दी एवं कहा कि बाल श्रम की सूचना मिलते ही उसको बाल श्रम से मुक्त कराएं एवं बाल श्रम कराने वाले नियोक्ता के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लावें ताकि हम इस ओर सार्थक प्रयास कर सके।

कन्या भ्रुण हत्या रोकथाम के लिये करे विशेष प्रयास

मोदी ने कहा कि जिले में सभी के प्रयासो से बाल श्रम रोकथाम के लिए विशेष कार्य करने के कारण बाल श्रम के कम से कम मामले आये है इसके लिये सभी बधाई के पात्रा है। उन्होंने कन्या भु्रण हत्या रोकथाम के लिये भी विशेष प्रयास करने की आवश्यकता जताई। उन्होने सभी से आग्रह किया हैं कि शादीविवाह में भी बाल श्रम को राकने के पूरे प्रयास करे।

पुलिस विभाग दे पूरा सहयोग

उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक से आग्रह किया है कि वे प्रत्येक थाने में बाल श्रम कल्याण अधिकारी की नियुक्ति करे एवं बाल श्रम रोकथाम के पूरे प्रयास करे तथा बाल कल्याण समिति को इसके लिये पूरा सहयोग दे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक तीन माह में प्रत्येक थानाधिकारी को उनके क्षेत्रा में बाल श्रम के कितने मामले दर्ज हुए है एवं उसमे क्या कार्यवाही की उसके बारे में जिला बाल कल्याण समिति को रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

बालश्रम कराने पर यह होगी कार्यवाही

उपाधीक्षक पुलिस शायरसिंह ने कार्यशाला में बालश्रम रोकथाम के लिये पुलिस द्वारा पूरा सहयोग दिलाने का विश्वास दिलाया। सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया ने बाल श्रम रोकथाम के लिये जारी नवीन दिशानिर्देशों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक दोषी नियोजक के विरूद्ध अधिनियम के तहत 20 हजार रूपये की वसुली की जायेगी तथा प्रति बालश्रमिक 5 हजार रूपये राज्य सरकार के और से बालश्रमिक के कल्याण कोष में जमा करवाया जाकर उसके पुनर्वास पर खर्च किये जायेगे।

समाज में जगायें जागृति

वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल ओझा, शिक्षाविद बालकृष्ण जोशी ने भी बालश्रम रोकथाम के लिये सारगर्भित सुझाव दिये एवं कहां कि इसके लिये समाज में जागृति पैदा करने तथा आवश्यकताओं के कारण बालश्रम कराने वाले परिवारों के नियोजन की तरफ विशेष प्रयास करने की सलाह दी।

ये थे उपस्थित

बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी के.पी.सिंह, प्राचार्य श्रीवल्लभ पुरोहित, जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण, जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी जयप्रकाश चारण, श्रम निरीक्षक हरेन्द्र शर्मा, उरमूल ट्रस्ट के अशोक शर्मा, चाईल्ड हैल्प के योगेन्द्र रॉय, महिला एवं बाल विकास के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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प्रशासन गांव के संग अभियान 2013

शिविरों में राजस्व विभाग द्वारा ये कार्य किए जायेगे


जैसलमेर, 18 दिसम्बर/ जिले में प्रशासन गांवों के संग अभियान 2013 का संचालन 10 जनवरी से प्रारम्भ किया जायेगा। जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा शिविर के दौरान अनेकों कार्य सम्पादित किए जाकर लोगों को राहत प्रदान की जायेगी।

जिला कलक्टर त्यागी ने बताया कि अभियान के दौरान आयोजित शिविर में राजस्व विभाग द्वारा कृषि भूमि के विभिन्न प्रकार के नामान्तकरण खोले जायेगे, पात्रा गैर खाते दार कृषको को खातेदारी अधिकार प्रदान करने, कृषि प्रयोजनार्थ राजकीय भूमि का आवंटन, पूर्व में आवंटित की गई भूमि का नियमानुसार राजस्व रिकॉर्ड में इन्द्राज करना, नवीन पासबुक्स जारी करना, पुरानी पासबुको को आंदिनांक करना एव वितरण करने संबंधित कार्य किये जायेगे।

इसी प्रकार कृषको को राजस्व रिकॉर्ड की मौके पर प्रति उपलब्ध कराना, आबादी भूमि विस्तार के लिए राजकीय भूमि का आंबटन, जन उपयोगी परियोजनार्थ के लिए भूमि का आरक्षण एवं आवटन, राजकीय भवनो के लिए भूमि का आरक्षण एवं आवटन, रास्तों का राजस्व रिकॉर्ड में इन्द्राज, सह काश्तकारों की सहमति से कृषि जोतो का विभाजन, पत्थरगी सीमा ज्ञान के प्रार्थना पत्राों का निस्तारण, पात्रा व्यक्तियों को जाति एवं मूल निवासी प्रमाण पत्रा, अतिक्रमण के मामलों का निस्तारण, राजस्व विभाग द्वारा जारी नागरिक अधिकार पत्रा के बारे में जानकारी एवं प्राप्त शिकायतो का निस्तारण, सरकारी भूमि पर पूराने बने हुए कुओ का नियमितीकरण, राजस्व रिकॉर्ड में दुरस्ती, लोकसेवा गारण्टी एवं जनसुनवाई अधिकार के प्रावधानों की जानकारी इत्यादि कार्य शिविर में किए जायेगे।

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पर्यावरण संरक्षण के संबंध में विशेष कार्य करें अतिरिक्त जिला कलकटर धानका

जैसलमेर, 18 दिसम्बर / अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कही पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष कार्य करे। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को और अधिक शुद्ध बनाया जा सकता है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर धानका ने मंगलवार को कलक्टेट सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में जिले में पर्यावरणीय समस्याओं पर विस्तार से समीक्षा की गई एवं उनके समाधान के संबंध में सुझाव पर चर्चा की गई। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की नहर के किनारे पडे पेडो को हटाकर उसकी लकडी की बिक्री के लिए आवश्यक कार्यवाही करे ताकि समय पर राजस्व अर्जित हो सके वही अवैध रूप से लकडी की चोरी भी न हो।

उन्होंने जैसलमेर नगर परिषद क्षेत्रा में खाली पडी भूमि पर आगामी वर्षाकाल में वन विभाग को पौधे लगाने के निर्देश दिए वही नगरपरिषद को इसमें पूरा सहयोग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए की वे बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए इनसीलेटर की व्यवस्था करे।

बैठक में समिति सचिव एवं उपवन संरक्षक जी.क.े वर्मा, उपनिदेशक डेजर्ट नेशनल पार्क करण सिहं, अधीकक्षण अभियन्ता डी.सी. हर्ष, अरावली जिप्सम के पंकज कुमार, आवासन मंडल के नरेश मेहता, जिला शिक्षा अधिकारी के.पी सिंह, पुरातत्व विभाग के महेन्द्र कुमार उपस्थित थे।

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अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण सतर्कता समिति की बैठक बुधवार को

जैसलमेर, 18 दिसम्बर/ अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण के लिए गठित सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में बुधवार, 19 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है। सहायक निदेशक हिम्मत सिंह कविया ने यह जानकारी दी।

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जिला स्तरीय बंधक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठक बुधवार को

जैसलमेर, 18 दिसम्बर/ जिला स्तरीय बंधक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठक जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में 19 दिसम्बर, बुधवार को दोपहर 1 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है। श्रम निरीक्षक हरेन्द्र शर्मा ने यह जानकारी दी।

युवक ने किया आत्मदाह,मौके पर मौत

युवक ने किया आत्मदाह,मौके पर मौत

हनुमानगढ़। तनाव और मानसिक रूप से परेशान एक 37 वर्षीय युवक दीपक ने मंगलवार को यहां पुलिस डिप्टी एसपी ऑफिस के पास आत्मदाह कर लिया। पुलिस के सामने गंभीर रूप से झुलसे इस युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।

सूत्रों के अनुसार उसने सुबह करीब 10 बजे मृतक दीपक ने खुद पर तेल डालकर आग लगा ली। सूचना पर मौक पर पुलिसकर्मी भी पहुंचे लेकिन दीपक ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार दीपक सहनक (37) सांगरिया के वार्ड-2 धानका बस्ती का रहने वाला था। वह पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त था। परिवाल वालों का कहना है कि दीपक मानसिक रूप से परेशान था और नशा भी करता था। दीपक के दो बच्चे है।

मुंबई: जायदाद की खातिर महिला ने किए पति के 11 टुकड़े



मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सटे कल्याण में संपत्ति के लिए पत्नी पर पति की हत्या का आरोप लगा है. पुलिस ने आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है.

यही नहीं महिला ने पति की हत्या के बाद शव के 11 टुकड़े कर दिए और बैग में रखकर ठिकाने लगाने की कोशिश की थी. 

पुलिस के मुताबिक महिला ने मुंबई के पास टिटवाला में अपने पति की करोड़ों की जायदाद हड़पने के लिए जेठ और कुछ लोगों के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी. 

आरोप है कि पत्नी ने इन लोगों के साथ पति के शव के 11 टुकड़े किए और उन्हें बैग में भरकर टिटवाला के शनि मंदिर के पास फेंक दिया. 

स्थानीय लोगों की सूचना के आधार पर पुलिस को इस बैग के बारे में पता चला. जिस व्यक्ति की हत्या हुई है वो दूध का कारोबार करता था और उसके नाम करोड़ों की संपत्ति है. 

जिस महिला पर हत्या का आरोप है वो मृतक की दूसरी पत्नी है.

जैनों ने माँगा अल्पसंख्यक का आरक्षण

जैनों ने माँगा अल्पसंख्यक का आरक्षण 

जैन समाज ने आरक्षण की मांग लेकर निकली रैली 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मंगलवार को जैन समाज के सेकड़ो लोगो ने रैली निकल जैनों को अल्पसंख्यक घोषित कर आरक्षण का लाभ देने की मांग की हें .जैन समाज के लोगो ने मंगलवार को प्रताज दस बजे बड़ी तादाद में एकत्रित होकर रैली के रूप में जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जन्हा समाज के लोगो ने ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंप लार जैन समाज को अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल कर आरक्षण का लाभ देने की मांग की .

अनुकरणीय मोरखाना में शराब पर पाबंदी

अनुकरणीय मोरखाना में शराब पर पाबंदी


नोखा। मोरखाना ग्राम पंचायत व ग्रामवासियों ने सोमवार को सभा कर सर्व सम्मति से गांव में शराब पीने व बेचने पर पाबंदी लगाने का फैसला किया। सरपंच सुमित्रा कंवर ने बताया कि इस फैसले की सूचना उपखंड अघिकारी व थानाघिकारी को दे दी गई है। सरपंच ने बताया कि गांव में शराब पीकर उत्पात मचाने की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर मोरखाना आथूना व अगूना गांव के मुखियाओं की सभा बुलाई गई।

इसमें विचार विमर्श के बाद शराब के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया गया। अगर कोई व्यक्ति शराब पीता पकड़ा गया तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। सभा में नोखा पंचायत समिति उप प्रधान मदन कंवर, पूर्व सरपंच शेरसिंह भाटी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।